गुलरी पुरवा में गन्ना क्रय केंद्र का शुभारंभ, पूजा-अर्चना के साथ हुई खरीद की शुरुआत

लहरपुर (सीतापुर)। ग्राम गुलरी पुरवा में अवध शुगर मिल हरगांव के अंतर्गत आने वाले गन्ना क्रय केंद्र का शुभारंभ सोमवार को विधिवत पूजा-अर्चना के साथ किया गया। पूजा के बाद सेंटर इंचार्ज संजय विश्वकर्मा ने किसान गीता प्रसाद (ग्राम फेनवा) का गन्ना तौलकर खरीद की शुरुआत की।

इस मौके पर गन्ना सीडीओ जयवर्धन सिंह व डेलीगेट दिनेश पटेल ने किसानों को सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए। दिनेश पटेल ने बताया कि केसरीगंज, निबौरी और सलारपुर के क्रय केंद्र भी प्रारंभ हो गए हैं। किसानों से अपील की गई कि वे पर्ची के अनुसार अपना गन्ना निर्धारित केंद्र पर लाएं।कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जयवर्धन सिंह (सीडीओ गन्ना), कल्लू यादव, छोटू, मोहनलाल, मुकेश मिश्रा समेत क्षेत्र के किसान उपस्थित रहे।

लाभ बढ़कर 122 करोड़ रुपए हुआ, तिमाही दर तिमाही 18.2% की वृद्धि

सिक्योर्ड बुक में 52.9% वार्षिक वृद्धि, 16,173 करोड़ रुपए पर; सिक्योर्ड बुक का हिस्सा 46.8%

अब तक का सबसे अधिक ऋण वितरण 7,932 करोड़ रुपए, वार्षिक आधार पर 47.6% की वृद्धि; ऋण पोर्टफोलियो 34,588 करोड़ रुपए, वार्षिक आधार पर 14.0% वृद्धि

जमा राशि 39,211 करोड़ रुपए, वार्षिक वृद्धि 15.1%; सीएएसए जमा 10,783 करोड़ रुपए, 22.1% की वार्षिक वृद्धि

*दिल्ली ।उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड [BSE: 542904; NSE: UJJIVANSFB] ने सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही के वित्तीय परिणामों की घोषणा की। उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक का व्यवसाय प्रदर्शन सारांश- वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही और वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही जमा राशि 

 सितंबर 2025 तक कुल जमा 39,211 करोड़ रुपए, वार्षिक आधार पर 15.1% वृद्धि।

 सीएएसए जमा 10,783 करोड़ रुपए, वार्षिक वृद्धि 22.1%; सीएएसए अनुपात 27.5%।

 फंड की लागत वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के 7.6% से घटकर 7.3% हुई।

संपत्ति

 अब तक का सबसे अधिक ऋण वितरण 7,932 करोड़ रुपए, वार्षिक वृद्धि 47.6% और तिमाही वृद्धि 21.3%।

 सकल ऋण पोर्टफोलियो 34,588 करोड़ रुपए, वार्षिक वृद्धि 14.0% और तिमाही वृद्धि 3.9%।

 सिक्योर्ड बुक का हिस्सा सितंबर 2025 में 46.8%, जबकि सितंबर 2024 में 34.9% और जून 2025 में 45.5% था।

 माइक्रो बैंकिंग वितरण 4,259 करोड़ रुपए, वार्षिक वृद्धि 29.3% और तिमाही वृद्धि 8.3%।

 माइक्रो बैंकिंग पोर्टफोलियो 18,570 करोड़ रुपए, तिमाही वृद्धि 1.5%।

कलेक्शन और एसेट क्वालिटी

 जोखिमग्रस्त पोर्टफोलियो (पीएआर)/जीएनपीए/एनएनपीए क्रमशः 4.45% / 2.45% / 0.67% (सितंबर 2025 तक); जून

2025 में यह 4.81% / 2.52% / 0.71% था।

 प्रावधान कवरेज अनुपात सितंबर 2025 में 73%।

 ग्रुप और व्यक्तिगत ऋण पुस्तकों के लिए “बकेट-एक्स” कलेक्शन दक्षता 99.5% रही।

 कुल एसएमए घटकर 1.99%- वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के बाद से सबसे कम स्तर।

वित्तीय प्रदर्शन

 वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में कर पश्चात लाभ (पीएटी) 122 करोड़ रुपए, तिमाही वृद्धि 18.2%।

 पीपीओपी (प्री-प्रोविजन ऑपरेटिंग प्रॉफिट) 9.6% बढ़कर 395 करोड़ रुपए।

 नेट इंटरेस्ट इनकम 922 करोड़ रुपए, तिमाही वृद्धि 7.7%- तीन तिमाहियों में पहली बार सुधार।

 वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही के लिए आरओए / आरओई

 क्रमशः 1.0% / 7.7%।

पूंजी स्थिति

 पूंजी पर्याप्तता अनुपात 21.4%; टियर-I पूंजी 19.9%।

संजीव नौटियाल, एमडी और सीईओ, उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक, ने कहा, “हमने इस तिमाही में संतुलित वृद्धि दी है, जिससे अधिशेष तरलता का प्रभावी उपयोग हुआ और हमारा सीडी अनुपात 88.2% पर पहुँचा। कुल जमा 39,211 करोड़ रुपए रही, जो तिमाही 1.5% और सालाना 15.1% अधिक है। सीएएसए 10,783 करोड़ रुपए तक बढ़ी, जिसमें तिमाही 14.9% और सालाना 22.1% की वृद्धि हुई।

खुदरा टीडी और सीएएसए मिलाकर कुल जमा का लगभग 71% हिस्सा है। हमारे सीएएसए संवर्धन प्रयास अभी आकार लेने लगे हैं। एमएफ वितरण और विदेशी मुद्रा उत्पाद ग्राहकों के लिए तीसरी तिमाही में शुरू किए जाएँगे, जबकि एएसबीए के भविष्य के रोलआउट से सीएएसए जुटाव को और बढ़ावा मिलेगा। हमने विभिन्न बकेट में टीडी और एसए दोनों में दरों को सक्रिय रूप से रीसेट किया है, जिसके परिणामस्वरूप फंड की लागत में 23 बीपीएस तिमाही-दर-तिमाही और 17 बीपीएस सालाना सुधार हुआ है। हमें आने वाली तिमाहियों में सीओएफ के और लाभ की उम्मीद है।

इस तिमाही में ऋण वितरण मजबूत रहा और 7,932 करोड़ रुपए का उच्चतम संवितरण हुआ, जो तिमाही-दर-तिमाही 21.3% और सालाना 47.6% अधिक है। वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही के लिए, संवितरण 35.8% बढ़कर 14,471 करोड़ रुपए, सुरक्षित ऋण पुस्तिका में निरंतर गति के कारण। हमारी सकल ऋण पुस्तिका वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में 3.9% तिमाही-दर-तिमाही और 14.0% वर्ष-दर-वर्ष बढ़कर 34,588 करोड़ रुपए हो गई, जो परिसंपत्ति सूट में विविधता लाने और एक स्थायी पोर्टफोलियो बनाने के हमारे अनुशासित दृष्टिकोण से प्रेरित है। असुरक्षित की तुलना में सुरक्षित उत्पादों में तेज़ वृद्धि के कारण सुरक्षित ऋणों की हिस्सेदारी 47% पर आ गई।

मार्गदर्शन के अनुसार, हमारा माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो स्थिर हो रहा है, और ग्राहकों के पुनर्भुगतान व्यवहार में सुधार दिखाई दे रहा है। इसका प्रमाण “बकेट-एक्स” कलेक्शन दक्षता 99.45% से 99.50% तक लगातार तीन महीनों के लिए वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में रहा। हमारी कुल एसेट क्वालिटी, जिसे क्रेडिट लागत से परिभाषित किया जाता है, 2.8% पर स्थिर बनी रही, और हम वित्तीय वर्ष की शेष तिमाहियों में सुधार के क्रम में बने रहने की स्थिति में हैं।

वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही के लिए कर पश्चात लाभ (पीएटी) 122 करोड़ रुपए रहा, जो तिमाही दर तिमाही (तिमाही) 18.2% बढ़ा। आरओए और आरओई क्रमशः 1.0% और 7.7% तक बढ़े। रणनीतिक शाखा विस्तार और उत्पाद विविधीकरण के माध्यम से हमारे भविष्य के विकास योजनाओं का समर्थन करते हुए, हमें वित्त वर्ष 26 में अग्रिम ऋण लगभग 20% बढ़ाने का विश्वास है, जबकि क्रेडिट लागत सकल ऋण पोर्टफोलियो के 2.3% से 2.4% के बीच रहेगी।"

मैकडॉवेल्स एंड कंपनी ने नैचुरल फ्लेवर्स के साथ एक्स सीरीज़ वोडका लॉन्‍च की

जयपुर: मैकडॉवेल्स एंड कंपनी ने अपनी प्रीमियम एक्स सीरीज़ के तहत वोडका के नए और रोमांचक फ्लेवर्स पेश किए हैं। इन वोडका वैरिएंट्स में प्राकृतिक फ्लेवर्स का इस्तेमाल किया गया है, जो उन्हें एक ताज़ा और शानदार स्वाद प्रदान करते हैं। ये फ्लेवर्स उन युवाओं और जिंदादिल उपभोक्ताओं के लिए बनाए गए हैं, जो नए अनुभवों को अपनाना पसंद करते हैं और एक्स सीरीज़ की आत्मा- ‘यंग, स्पिरिटेड एंड प्लेफुल’ को पूरी तरह दर्शाते हैं। नए ऑरेंज, ग्रीन एप्पल और क्रैनबेरी फ्लेवर्स अब राजस्थान में उपलब्ध हैं, जो पारंपरिक व्हिस्की से अलग एक आधुनिक और जोशभरा ड्रिंकिंग अनुभव प्रदान करते हैं।

मैकडॉवेल्स एंड कंपनी की एक्स सीरीज़ को युवा और जिंदादिल लोगों के लिए तैयार किया गया है, जो खेल और नए अनुभवों को अपनाते हैं। नवंबर 2024 में लॉन्च की गई, एक्स सीरीज़ रेंज अगली पीढ़ी के उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए बनाई गई है, जो पारंपरिक व्हिस्की से हटकर ड्रिंक करने का एक बेहतरीन अनुभव प्रदान करती है। इस पोर्टफोलियो में डार्क रम, सिट्रॉन रम, वोडका (सादा और फ्लेवर्ड) और जिन शामिल हैं, निश्चित रूप से यह हर अवसर के लिए एक बहुपयोगी कलेक्‍शन है। 

इस लॉन्च के बारे में, डियाजियो इंडिया के चीफ इनोवेशन ऑफिसर, विक्रम दामोदरन ने कहा, “एक्स सीरीज़ वोडका के नैचुरल फ्लेवर्स के साथ, हम वोडका अनुभव को फिर से परिभाषित करना चाहते थे, जिससे ऑरेंज, ग्रीन एप्पल और क्रैनबेरी का एक शानदार और रिफ्रेशिंग स्वाद मिले। ये वैरिएंट्स उन लोगों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जो एक प्रीमियम लेकिन मजेदार ड्रिंक का आनंद लेते हैं, यह पारंपरिक वोडका का एक ताज़ा और रोमांचक विकल्प प्रदान करता है।” 

ऑरेंज, ग्रीन एप्पल और क्रैनबेरी फ्लेवर्स के लॉन्च के साथ, जो अब राजस्थान में उपलब्ध हैं, मैकडॉवेल्स एंड कंपनी वोडका को लगातार नए अंदाज़ में पेश कर रही है। एक्स सीरीज़ में प्रीमियम गुणवत्ता का संयोजन नैचुरल फ्लेवर्स से किया गया है, जिससे युवा एवं जिंदादिल लोगों के लिए एक स्‍मूद, जीवंत और ताज़ा ड्रिंक मिलती है। ये फ्लेवर्स केवल वोडका नहीं हैं, ये जिंदगी को एक बोल्ड, फ्लेवरफुल अंदाज़ में एक्‍स्‍प्‍लोर करने, जश्‍न मनाने और आनंद लेने का निमंत्रण हैं।

आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही का कर-पश्चात लाभ 352 करोड़ रुपए; पिछले वर्ष की तुलना में 76% अधिक

दिल्ली: आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने 30 सितंबर, 2025 को समाप्त हुई तिमाही और अर्धवार्षिक अवधि के लिए बगैर ऑडिट किए हुए वित्तीय परिणाम जारी किए हैं, जो कि इस प्रकार हैं:

करोड़ रुपए

30 सितंबर, 24

30 जून, 25

30 सितंबर, 25

सालाना परिवर्तन

तिमाही-दर-तिमाही परिवर्तन

कुल ग्राहक व्यवसाय

4,40,640

5,10,031

5,35,673

21.6%

5.0%

परिसंपत्तिया

ऋण और अग्रिम

2,22,613

2,53,233

2,66,579

19.7%

5.3%

सकल एनपीए

1.92%

1.97%

1.86%

-6 बीपीएस

-11 बीपीएस

शुद्ध एनपीए

0.48%

0.55%

0.52%

4 बीपीएस

-3 बीपीएस

एसएमए 1 + 2 (खुदरा, ग्रामीण और एमएसएमई)

0.97%

1.01%

0.90%

-7 बीपीएस

-11 बीपीएस

*जमा राशि

ग्राहक जमा राशि

2,18,026

2,56,799

2,69,094

23.4%

4.8%

सीएएसए जमा राशि

1,09,292

1,27,158

1,38,583

26.8%

9.0%

सीएएसए अनुपात

48.88%

47.99%

50.07%

119 बीपीएस

208 बीपीएस

फंड की लागत

6.46%

6.42%

6.23%

-23 बीपीएस

-19 बीपीएस

लाभप्रदता

वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही

वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही

वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही

सालाना परिवर्तन

तिमाही-दर-तिमाही परिवर्तन

शुद्ध ब्याज मार्जिन

6.18%

5.71%

5.59%

-59 बीपीएस

-12 बीपीएस

मुख्य परिचालन लाभ

1,857

1,744

1,825

-1.7%

4.6%

शुद्ध लाभ

201

463

352

75.6%

-23.8%

पूँजी पर्याप्तता% (अवधि समाप्त होने तक)

16.36%

15.01%

14.34%

-202 बीपीएस

-67 बीपीएस

श्रीराम सुपर 5-SR-05 और 1-SR-14 गेहूं बीज से मिल रही किसानों को रिकॉर्ड उपज, इस साल भी इन्हीं किस्मों पर भरोसे का रुझान

रतलाम: मध्य प्रदेश में गेहूं की खेती में श्रीराम फार्म सॉल्यूशन्स द्वारा विकसित श्रीराम सुपर 5-SR-05 और श्रीराम सुपर 1-SR-14 गेहूं बीजों ने उल्लेखनीय परिवर्तन लाया है। इन उन्नत किस्मों ने किसानों के बीच उच्च उपज, रोग प्रतिरोधकता और विभिन्न जलवायु परिस्थितियों में अनुकूलता के लिए ख्याति प्राप्त की है।

श्रीराम फार्म सॉल्यूशन्स के विश्वविख्यात गेहूं वैज्ञानिकों द्वारा तैयार की गई गेहूं की किस्में, श्रीराम सुपर 1-SR-14 और 5-SR-05, इनकी अनुकूलन क्षमता और बेहतरीन उत्पादकता के चलते किसानों में बहुत लोकप्रिय हैं। इनमें कल्ले ज़्यादा और बालियां लंबी है, और यह रोगों के प्रति सहनशील है।सबसे खास बात यह है कि बदलती प्रकृति से उभर रही नई-नई चुनौतियों में भी इन किस्मों के परिणाम श्रेष्ठ हैं। अपनी इन्हीं विशेषताओं के चलते ये दोनों किस्में भारत के विभिन्न क्षेत्रों के किसानों की पहली पसंद बन गई हैं।

अनुभवी किसान विजेन्द्र सिंह बताते हैं कि इस साल उन्होंने अपने खेत में श्रीराम सुपर 5-SR-05 गेहूं की बुवाई की। उनका कहना है कि इस किस्म का तना बेहद मज़बूत है, जिससे फसल गिरने की संभावना नहीं रहती। साथ ही, कल्लों की संख्या अधिक है और हर बाली में 85–90 दाने मिलने से उत्पादन अत्यधिक रहा। वे कहते हैं, “विपरीत मौसम में भी श्रीराम सुपर 5-SR-05 ने स्थिर और शानदार उपज दी — यह सच में भरोसेमंद गेहूं की किस्म है।”

साथ ही साथ श्रीराम द्वारा बाजार में दी जा रही किस्म श्रीराम सुपर 1-SR-14 से भी किसान बहुत खुश हैं व उत्तम परिणाम पा रहे हैं।

एक अन्य किसान केदार सिंह जिन्होंने पिछले साल अपने खेत में श्रीराम सुपर 1-SR-14 गेहूं बीज की बुवाई की थी। उनका कहना

है कि इसमें अन्य किस्म की तुलना में श्रीराम सुपर 1-SR-14 में लंबी बालियाँ, अधिक कल्ले और प्रति बालियों दानों की संख्या अधिक रही और श्रीराम 1-SR-14 में कम पानी की आवश्यकता पड़ी। वे अन्य किसानों को भी श्रीराम सुपर 1-SR-14 लगाने की सलाह देती हैं।

श्रीराम सुपर 5-SR-05 और 1-SR-14 गेहूं बीज के साथ-साथ, श्रीराम फार्म सॉल्यूशन्स के अन्य उत्पाद जैसे श्रीराम सुपर 3-SR-72, 303, 111, 272 भी पिछले कुछ सालों से अपनी शानदार परफॉर्मेंस के चलते किसानों में बेहद लोकप्रिय हो गए हैं।

श्रीराम फार्म सॉल्यूशन्स 135 वर्ष पुरानी डीसीएम श्रीराम लिमिटेड का एक हिस्सा है। यह एक अग्रणी बिजनेस ग्रुप है, जिसका टर्नओवर 12741 करोड़ है। श्रीराम फार्म सॉल्यूशन्स कृषि इनपुट्स जैसे बीज, विशेष पोषण, और फसल संरक्षण के कारोबार में सक्रिय है, जिससे भारतीय कृषि को मजबूत और किसानों की आय को बढ़ाने में सहायता मिल रही है।

पत्रकार एलएन सिंह की हत्या पर एनयूजेआई का आक्रोश ,प्रदेश सरकार से पत्रकार सुरक्षा बिल लागू करने और आर्थिक मदद की मांग

प्रयागराज। सिविल लाइंस स्थित होटल हर्ष के पास गुरुवार की रात पत्रकार लक्ष्मी नारायण सिंह उर्फ पप्पू (एलएन सिंह) की चाकुओं से गोदकर की गई हत्या से पत्रकार समुदाय में गहरा आक्रोश है। घटना की निंदा करते हुए नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स इंडिया (एनयूजेआई) प्रयागराज इकाई ने शोकसभा आयोजित कर दिवंगत पत्रकार को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।

शोकसभा की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष कुन्दन श्रीवास्तव ने की, जिसमें संरक्षक पवन द्विवेदी और परवेज आलम सहित कई वरिष्ठ पत्रकार मौजूद रहे। सभा में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि प्रदेश सरकार मृतक पत्रकार के परिवार को विशेष आर्थिक सहायता प्रदान करे, उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए और बच्चों की निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की जाए।एनयूजेआई ने कहा कि यह घटना पत्रकारों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। संगठन ने मांग की कि प्रदेश सरकार तत्काल पत्रकार सुरक्षा बिल लागू करे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

ज्ञात हो कि गुरुवार रात अज्ञात हमलावरों ने सरेआम एलएन सिंह पर 20 से 25 बार चाकुओं से हमला कर उनकी हत्या कर दी थी। इस घटना से प्रयागराज के पत्रकारों में गहरा ष है।शोकसभा में शामिल प्रमुख लोगों में महामंत्री अखिलेश शुक्ला, संगठन मंत्री चित्रांशी यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष उमेश श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष धमेन्द्र श्रीवास्तव, डॉ. सुधाकर पाण्डेय, प्रवक्ता शनी केसरी, मीडिया प्रभारी असद कुरैशी, कोषाध्यक्ष मधुर दरबारी सहित दर्जनों पत्रकार और पदाधिकारी उपस्थित रहे।

किसी भी समाज मे टकराव समस्या का समाधान नहीं है : सूरज प्रसाद चौबे राष्ट्रीय अध्यक्ष

लखनऊ राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे ने पदाधिकारियों को बताया कि विगत कई दिन पूर्व में भीम आर्मी मध्यप्रदेश के अध्यक्ष का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था 15 अक्तुबर को उच्च न्यायालय ग्वालियर बार के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल मिश्रा को जूते की माला पहनाई जाएगी क्यों कि उन्होंने अंबेडकर को गंदा व्यक्ति बोला था,भीम आर्मी के इस बयान से पूरे देश के सवर्ण के आक्रोश व्याप्त हो गया,सभी सामाजिक संगठन के मुखिया मुखर हो कर एक साथ भीम आर्मी के कथित विवादास्पद बयान पर क्रिया की प्रतिक्रिया व्यक्त करने लगे तथा 15 अक्तुबर को ग्वालियर जाने की अपील की जाने लगी सामाजिक समरसता की स्थिति बिगड़ जाने की स्थित बन गई सवर्ण समाज के बढ़ते दबाव , पुलिस प्रशासन के सूझ बुझ से भीम आर्मी मध्य प्रदेश अध्यक्ष ने वीडियो जारी कर 15 अक्टुबर के आंदोलन को वापस ले लिया एवं बयान पर खेद जताया । भीम आर्मी के आंदोलन वापस लेने से एक बात सवर्ण समाज को समझ में आनी चाहिए जब आप एक जुट ह। भीम आर्मी के आंदोलन वापस लेने से एक बात सवर्ण समाज को समझ में आनी चाहिए जब आप एक जुट हो कर आवाज उठाओगे तो अन्याय अत्याचार करने वालो के हौसले टूटेंगे मै राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे उन सभी सवर्ण संगठन,सवर्ण समाज के लोगों को धन्यवाद देता हु कि आप के एकता का प्रदर्शन किया एक साथ सवर्ण की आवाज उठाई जिस कारण से सामाजिक समरसता सौहार्द बना रहा जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन ग्वालियर को भी धन्यवाद देता हु कि बहुत सुध बुध से काम लिए जिससे सामाजिक समरसता सौहार्द बना रहा, राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे ने सभी सवर्ण संगठन, सवर्ण समाज से कहा कि 15 अक्तुबर ग्वालियर का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है आप सभी शांति शौहर्द बनाए रखें हम सभी का प्रथम दायित्व है कि सामाजिक समरसता सौहार्द की मूल अवधारणा बनी रहे,राष्ट हित सर्वोपरि है ग्वालियर जाने की कोइ जरूरत नहीं है किसी भी समाज में टकराव समस्या का सामना नहीं है।

अपराधियों पर यूपी पुलिस का शिकंजा, अब तक 256 ढेर , मेरठ जोन सबसे आगे

लखनऊ उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। मिशन शक्ति 5.0 के तहत उत्तर प्रदेश पुलिस अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। पिछले 20 दिनों की बात की जाए तो पुलिस ने 12 से अधिक अपराधियों का मुठभेड़ में पकड़ा है। इस दौरान कई अपराधी मारे भी गए हैं।

इनामी बदमाश शहजाद उर्फ निक्की को ढेहुआ

पुलिस ने बीते सोमवार को मेरठ में एक बच्ची के साथ दरिंदगी के मामले में 25 हजार के इनामी बदमाश शहजाद उर्फ निक्की को ढेर किया। वहीं, कुछ दिन पहले बरेली जिले में अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग करने वाले बदमाशों को करारा जवाब दिया गया।

अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड कार्रवाई

एनकाउंटर की कार्यवाही में 256 दुर्दांत अपराधियों को पुलिस ने ढेर कर यमलोक पहुंचाया है। अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था अमिताभ यश ने बताया कि राज्य सरकार ने जीरो टॉलरेंस नीति के तहत प्रदेश में पिछले साढ़े आठ वर्षों में अपराध और अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड कार्रवाई की।

18 पुलिसकर्मी शहीद और 1,754 पुलिसकर्मी घायल हुए

एनकाउंटर में 256 दुर्दांत अपराधी मारे गए तो 31,960 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कुल 15,726 मुठभेड़ की कार्रवाईयां कीं हैं, जिनमें 10,324 अपराधी घायल हुए हैं। 18 पुलिसकर्मी शहीद और 1,754 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

मुठभके दौरान 688 अपराधी और 99 पुलिसकर्मी घायल हुए

प्रदेश में सबसे अधिक मुठभेड़ मेरठ जोन में दर्ज की गईं, जहां पुलिस ने 4,453 कार्रवाई की। इन कार्रवाई में 8,312 अपराधी दबोचे गये जबकि 3,131 अपराधी घायल हुए। 85 कुख्यात अपराधियों को मौके पर ही मार गिराया गया। इस दौरान 461 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए दो पुलिसकर्मी शहीद हो गये।

688 अपराधी और 99 पुलिसकर्मी घायल

एनकाउंटर की कार्रवाई ने पूरे प्रदेश में मेरठ जोन पहले स्थान पर रहा है। इसी तरह, वाराणसी जोन में 1,108 मुठभेड़ हुईं, जिनमें 2,128 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया जबकि 27 अपराधियों को मुठभेड़ में ढेर किया गया। इस दौरान 688 अपराधी और 99 पुलिसकर्मी घायल हुए।

एनकाउंटर कार्रवाई में पूरे प्रदेश में आगरा जोन तीसरे स्थान पर

पूरे प्रदेश में वाराणसी जोन एनकाउंटर कार्रवाई में दूसरे स्थान पर है। एनकाउंटर कार्रवाई में पूरे प्रदेश में आगरा जोन तीसरे स्थान पर है। यहां 2,374 एनकाउंटर की कार्रवाई की गईं, जिनमें 5,631 अपराधियों को दबोचा गया। इस दौरान 816 अपराधी घायल हुए जबकि 22 अपराधी मार गिराए गए।

लखनऊ जोन में 846 मुठभेड़

मुठभेड़ के दौरान 59 पुलिसकर्मी घायल हुए। एनकाउंटर आंकड़ों पर नजर डालें तो लखनऊ जोन में 846 मुठभेड़ के दौरान 17 दुर्दांत अपराधियों को मारा गया। प्रयागराज जोन में 572 मुठभेड़ के दौरान 10 अपराधी मारे गए। बरेली जोन में 2,059 मुठभेड़ में 17, कानपुर जोन में 717 मुठभेड़ में 12 और गोरखपुर जोन में 642 मुठभेड़ में 8 अपराधियों को मारा गया।

गाजियाबाद कमिश्नरी ने मारी बाजी, 13 अपराधी किये ढेर

इसी तरह, लखनऊ कमिश्नरी में 138 मुठभेड़ में 12, गौतमबुद्ध नगर में 1,117 मुठभेड़ में 9, वाराणसी कमिश्नरी में 131 मुठभेड़ में 7, कानपुर कमिश्नरी में 234 मुठभेड़ में 4, आगरा कमिश्नरी में 458 मुठभेड़ में 7, गाजियाबाद कमिश्नरी में 736 मुठभेड़ में 13 और प्रयागराज कमिश्नरी में 141 मुठभेड़ में 6 अपराधियों को ढेर किया गया।

यह साढ़े आठ वर्षीय अभियान के


उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराधियों के खिलाफ चला यह साढ़े आठ वर्षीय अभियान न सिर्फ आंकड़ों में बल्कि जमीनी हकीकत में भी कानून का राज स्थापित करने में सफल रहा है। पुलिस की त्वरित, कठोर और साहसिक कार्रवाई ने अपराधियों को प्रदेश छोड़ने पर मजबूर कर दिया है और उत्तर प्रदेश अब भयमुक्त और सुरक्षित राज्य के रूप में अपनी पहचान को सशक्त कर रहा है।

सिनेमा है राष्ट्र निर्माण की आत्मा, बाज़ार और मीडिया में फैली झूठी स्क्रिप्ट से बचेः गौतम अदाणी

अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी इस बार किसी बिजनेस इंस्टिट्यूट या समिट में नहीं बल्कि सिनेमा के स्टूडेंट्स के बीच थे। गौतम अदाणी ने मशहूर प्रोड्यूसर-डायरेक्टर सुभाष घई द्वारा स्थापित व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल में सिनेमा के स्टूडेंट्स को संबोधन किया। उन्होंने सिनेमा के छात्रों और उद्योग जगत की हस्तियों को बताया कि सिनेमा राष्ट्र निर्माण की आत्मा है और साथ ही चेताया भी कि कहानियां - चाहे वे कला, मीडिया या बाजार में हों - भाग्य को तय करने की शक्ति रखती हैं। सिनेमा की सॉफ्ट पावर पर जोर अदाणी ने "जीना यहाँ, मरना यहाँ: राष्ट्र निर्माण की सिनेमाई आत्मा" शीर्षक से अपने मुख्य भाषण में कहा, कि सिनेमा एक चलायमान कविता और रंगों का तालमेल है। उन्होंने फिल्मों को समाज की सामूहिक चेतना, संस्कृतियों के बीच सेतु बनाने वाले उपकरण तथा सरकारों और नीतियों से भी अधिक समय तक टिकने वाली सॉफ्ट पावर का शक्तिशाली रूप बताया। मुंबई के फिल्म सिटी में 20 एकड़ के परिसर में फिल्म निर्माता सुभाष घई ने व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल को 2006 में स्थापित किया। व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल भारत के प्रमुख फिल्म, संचार और रचनात्मक कला संस्थानों में से एक है। यह फिल्म निर्माण, अभिनय, एनीमेशन, फैशन, संगीत और मीडिया प्रबंधन में पाठ्यक्रम प्रदान करता है, और इसे लगातार दुनिया के शीर्ष फिल्म स्कूलों में स्थान दिया गया है। गौतम अदाणी ने दी गुरुदत्त और राजकपूर को श्रद्धांजलि फिल्म जगत के दिग्गज गुरुदत्त और राज कपूर की शताब्दी पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, गौतम अदाणी ने कहा कि उनका काम सिनेमा की परिवर्तनकारी शक्ति का उदाहरण है। उन्होंने कहा, "राज कपूर की 'अनाड़ी' के गीत सिर्फ़ कला नहीं, बल्कि दर्शन को समेटे हुए हैं। उन्होंने दुनिया को सही मायने में भारत के दर्शन कराए।" गौतम अदाणी ने कहा कि कैसे सोवियत संघ में राज कपूर की लोकप्रियता ने ऐसे समय में राष्ट्रों के बीच संबंधों को मज़बूत किया जब राजनीतिक गठबंधन कमज़ोर थे। भाषण के दौरान पूरा हाल तब तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज गया जब गौतम अदाणी ने सनेमा को अपनी ज़िंदगी की कहानी से जोड़ते हुए याद किया। उन्होंने बताया कि कैसे सिनेमा ने उनके निजी सफ़र को आकार दिया। उन्होंने कहा, "मैं 16 साल की उम्र में खाली जेबों के साथ मुंबई आया था, लेकिन मेरे सामने सपनों का आसमान था। 30 साल की उम्र तक, मैंने भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक घराना खड़ा कर लिया था, 32 साल की उम्र तक मैंने इसे सार्वजनिक कर दिया था, और 34 साल की उम्र तक मैं बंदरगाहों और बिजली के क्षेत्र में था। जिन नायकों को देखकर मैं बड़ा हुआ, उन्हें असल ज़िंदगी में भी जिया जा सकता है।" अदाणी समूह के अध्यक्ष ने अपनी भाषण का दायरा सिनेमा से आगे बढ़ाते हुए चेतावनी दी कि आज की परस्पर जुड़ी दुनिया में, कहानियां न सिर्फ संस्कृति को बल्कि अर्थव्यवस्थाओं और बाज़ारों को भी आकार देती हैं। मिसाल के तौर पर उन्होंने अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की जनवरी 2023 की रिपोर्ट का ज़िक्र भी किया। इस रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह की कंपनियों के मूल्य में भारी गिरावट दर्ज की गई थी। उन्होंने कहा कि - "यह रिपोर्ट एक झूठी पटकथा थी जिसे दुनिया भर में फैलाया गया। कुछ ही दिनों में, 100 अरब डॉलर से ज़्यादा का बाज़ार मूल्य नष्ट हो गया—इसलिए नहीं कि तथ्य बदल गए थे, बल्कि इसलिए कि धारणा से छेड़छाड़ की गई थी," उन्होंने का कि चुप्पी दूसरों को आपकी नियति लिखने का मौका देती है। सच को ज़ोर से बताया जाना चाहिए—प्रचार के तौर पर नहीं, बल्कि एक सच्चाई के तौर पर। अदाणी ने कहा कि हिंडनबर्ग प्रकरण सिर्फ़ एक कंपनी का मामला नहीं था, बल्कि एक केस स्टडी है कि कैसे गलत सूचना और मनगढ़ंत कहानियां बाज़ारों और अर्थव्यवस्थाओं को अस्थिर कर सकती हैं। उन्होंने पूछा, "जैसे सिनेमा राष्ट्रों की कहानियां कहता है, वैसे ही बाज़ार भी कहानियों से संचालित होते हैं। सवाल यह है कि इन्हें किस उद्देश्य से और कौन लिखता है?" अदाणी ने दी सिनेमा के भविष्य की झांकी गौतम अदाणी ने अपने भाषण में सिनेमा के भविष्य की चर्चा भी की। उन्होंने भविष्यवाणी की कि एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) फिल्म निर्माण में उसी तरह क्रांति लाएगी जैसे यह स्वास्थ्य सेवा और ऊर्जा क्षेत्र में बदलाव ला रही है। उन्होंने कहा, "आने वाले दशक में, निर्माण की लागत 80% तक कम हो सकती है।"
"कल्पना कीजिए कि एक ही दिन में वैश्विक रिलीज़ हों, एआई-संचालित गीत-संगीत मिनटों में विभिन्न भाषाओं में रचा जाए, गतिशील पटकथाएं जो वास्तविक समय में बदलती रहें, ऐसी फ़िल्में जहां हर दर्शक अपना संस्करण देखे, और डिजिटल कलाकार जो पीढ़ियों से आगे तक जीवित रहें।" उन्होंने एआई स्टूडियो की भी कल्पना की, जहां मनुष्य और मशीनें सहयोग करते हैं और सिनेमा स्वयं बिजनेस बन जाता है। मतलब जो भी आप स्क्रीन पर देख रहे हैं वह हर वस्तु तुरंत खरीद के लिए उपलब्ध हो सकती है। अदाणी ने व्हिसलिंग वुड्स में पढ़ने वाले छात्रों से अपील की कि दुनिया के सामने भारतीय कहानियों को विदेशी नज़रिए से ना पेश करें। स्लमडॉग मिलियनेयर फिल्म का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कैसे गरीबी को तमाशे की तरह पेश किया गया है। उन्होंने कहा, "अब कभी भी किसी भारतीय महात्मा की कहानी किसी विदेशी की नज़र से नहीं लिखी जानी चाहिए। भारत को उसकी आवाज़, उसके गीत, उसकी कहानियां वापस दे दीजिए।" व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल में आयोजित कार्यक्रम में उद्योग जगत के दिग्गज, शिक्षाविद और जानीमानी हस्तियों ने भाग लिया, जिनमें फिल्म निर्माता सुभाष घई, फैकेल्टी मेंबर और भारत के मनोरंजन और मीडिया जगत की प्रमुख हस्तियां शामिल थीं, जिन्होंने छात्रों के साथ मिलकर गौतम अदाणी का गर्मजोशी से स्वागत किया।
पीआर 24x7 की 'आइडिया चैंपियनशिप' में रोहित पांचाल बने विजेता; 73% स्कोर के साथ हासिल किया पहला स्थान

लखनऊ/इंदौर। भारत की अग्रणी पब्लिक रिलेशंस कंपनी, *पीआर 24x7* द्वारा की गई अनोखी पहल *'आइडिया चैंपियनशिप'* शानदार सफलता के साथ संपन्न हुई। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य एम्प्लॉयीज़ की रचनात्मकता और उनके नवीन विचारों को सामने लाना था, ताकि कंपनी के विकास को नई दिशा मिल सके। कंपनी ने इस आयोजन के माध्यम से यह संदेश दिया कि उसकी असली ताकत उसके लोग हैं और उनके विचार ही कंपनी की प्रगति का आधार हैं। इस प्रतियोगिता में कंपनी के विभिन्न विभागों से एम्प्लॉयीज़ ने हिस्सा लिया। सभी प्रतिभागियों को छह टीमों में विभाजित किया गया, जिनमें प्रत्येक टीम में छह सदस्य शामिल थे। हर टीम को चुनौती दी गई कि वे बिज़नेस ग्रोथ पर केंद्रित सबसे उत्कृष्ट और व्यावहारिक आइडिया प्रस्तुत करें। टीमों ने डिजिटल मार्केटिंग, सोशल मीडिया रणनीति, ब्रांड वैल्यू, कस्टमर कनेक्ट और आंतरिक प्रक्रियाओं के सुधार जैसे विषयों पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। इन विचारों ने न सिर्फ वर्तमान चुनौतियों का समाधान सुझाया, बल्कि भविष्य की दिशा में भी नए अवसरों की पहचान की। कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच रोहित पांचाल ने सबसे अलग और प्रभावी विचार प्रस्तुत किया। उन्होंने कुल 100 अंकों में से 73 प्रतिशत अंक प्राप्त कर 'चैंपियन ऑफ चैंपियंस' का खिताब हासिल किया। उनका आइडिया 'चैंपियन आइडिया' घोषित किया गया, जिसे अब कंपनी की वास्तविक कार्यप्रणाली में लागू किया जाएगा। इस उपलब्धि ने न सिर्फ रोहित को व्यक्तिगत गौरव दिलाया, बल्कि पूरी कंपनी को भी नई दिशा प्रदान की। *इस उपलब्धि पर बोलते हुए, रोहित पांचाल, ने कहा* "सही अवसर और समर्थन मिलने पर कोई भी एम्प्लॉयी महज़ कार्यकर्ता नहीं रह जाता, बल्कि वह संगठन का वास्तविक इनोवेटर बन जाता है। यही मेरे लिए सबसे बड़ी सीख रही। लगभग 15 दिनों तक चली यह प्रतियोगिता कई चरणों को पार करती हुई फाइनल नतीजे तक पहुँची। इस दौरान, मैंने कई ऐसी बातें सीखीं, जो मुझे कंपनी के विकास और उसके साथ आगे बढ़ने में काम आएँगी। मैं विश्वास दिलाता हूँ कि पूरी निष्ठा से अपनी जिम्मेदारियों को निभाऊँगा।" उक्त प्रतिस्पर्धा के दौरान एम्प्लॉयीज़ ने शानदार टीमवर्क, नेतृत्व क्षमता और समर्पण का प्रदर्शन किया। कई टीमों ने अपने आइडियाज़ को प्रोटोटाइप और प्रेज़ेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया, जिससे उनकी सोच और अधिक प्रभावशाली दिखाई दी। प्रतिभागियों ने इस आयोजन को 'गर्व और योगदान का मंच' बताया, जहाँ वे अपनी रचनात्मकता को संगठन के हित में लागू कर सके। *पीआर 24x7 की 'आइडिया चैंपियनशिप'* ने यह साबित कर दिया कि सही अवसर मिलने पर एम्प्लॉयीज़ महज़ कार्यकर्ता नहीं रहते, बल्कि वे वास्तविक इनोवेटर भी बन जाते हैं। यह *आयोजन पीआर 24x7 2.0* की विकास यात्रा का नया पड़ाव है, जो आने वाले समय में इसे नवीन ऊँचाइयों पर ले जाएगा।