महापौर ने छठ पूजा के दृष्टिगत यमुना नदी स्थित घाटो का किया निरीक्षण
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संजय द्विवेदी, प्रयागराज।उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी महापौर द्वारा छठ पूजा के दृश्टिगत यमुना नदी स्थित घाटों काली घाट मौजगिरी बाबा नये पुल के नीचे लोहा जे0टी0 घाट अरैल घाट राम घाट संगम नोज दशासुमेध घाट का निरीक्षण किया गया।निरीक्षण के समय साई तेजा नगर आयुक्त दीपेन्द्र यादव अपर नगर आयुक्त संजय कटियार दिनेश चन्द्र सचान मुख्य अभियन्ता विधुत सिविल महेश कुमार,डा0 विजय अमृतराज जोनल अधिकारी संजय ममगई विकास सेन अनिल मौर्या नगर अभियन्ता डम्बर सिंह आर0 के0 लाल सहायक अभियन्ता राम सक्सेना अवर अभियन्ता सिचाई विभाग के अभियन्तागण मेला प्राधिकरण के अधिकारीगण रण विजय सिंह पार्शद पूर्व पार्शद राजेश निशाद उपस्थित रहे।सर्व प्रथम दशासुमेध घाट का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि घाट की सीढ़ियो पर काफी मात्रा में बाढ़ की मिट्टी जमी पायी गयी जिसकों साफ करने का कार्य चल रहा था इसके अतिरिक्त स्नान घाटो पर दलदल व कीचड़ पाया गया।इसी प्रकार अन्य घाटो पर भी कीचड़ व दलदल पाया गया।अरैल घाट की सीढ़ियों पर काफी मिट्टी पायी गयी जिसकी सफाई का कार्य किया जा रहा था।दशासुमेध घाट गंगा चौराहे के सामने घाट कालीघाट रामघाट व संगम नोज सभी स्थानो पर आवगमन व श्रद्वालुओ की सुविधा के दृश्टिगत सभी स्थानो पर चकर प्लेट व बालू की बोरी लगाकर घाट व आने जाने का मार्ग छठ पूजा से पूर्व तैयार कराने हेतु सम्बन्धित विभाग को आदेशित किया गया।इसके अतिरिक्त सभी घाटो पर स्थायी प्रकाश व्यवस्था के साथ साथ अस्थाई प्रकाश व्यवस्था कराने एवं घाट पर उन स्थानो पर बैराकेटिंग कराने के आदेश दिये गये जहॉ दलदल या कीचड़ अधिक है तथा दुर्घटना होने की संभावना हो।
घाट का निर्माण समुचित तरीके से सुरक्षा को ध्यान में रख कर तैयार कराना सुनिश्चित किया जाय।दशासुमेघ घाट से बलुआघाट तक जिन जिन स्थानों पर पूजा का आयोजन होता है कम से कम 200 एप्रोच मार्ग चकर प्लेट व बालू की बोरियों से तैयार किये जाय।महापौर द्वारा उपस्थित सभी सम्बन्धित अधिकारियो को निर्देश दिया गया कि पूर्व की भॉति छठ पूजा से पूर्व सभी व्यवस्थायें सुनिश्चित की जाय जैसे घाट को नहाने योग्य तैयार कराना समुचित सफाई चूने का छिड़काव फागिंग घाटो पर अस्थाई मार्ग प्रकाश व्यवस्था शुद्व पेयजल की आपूति टैंकर मोबाईल टायलेट चेंजिंग रूम का निर्माण की व्यवस्था की जाय श्रद्वालुओं को किसी प्रकार से अव्यवथा का सामना न करना पड़े यह ध्यान रखा जाय।उक्त में किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए।















Oct 24 2025, 19:13
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