*जीवन में राम जैसा स्वामी और हनुमान जी जैसी भक्ति हो-रामभद्राचार्य जी*
*वाल्मीकि रामायण में चतुर्थ दिवस भक्त और भगवान का भावपूर्ण वर्णन सुन भाव विभोर हुए भक्त*

विजेथुआ महोत्सव मेँ चल रही वाल्मीकि रामायण के चतुर्थ दिवस व्यासपीठ से स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा कि “यदि श्रीराम जैसा मर्यादा वादी स्वामी नहीं बन सकते तो हनुमानजी जैसा मर्यादा वादी सेवक बनने का प्रयास करें।” उन्होंने कहा कि मर्यादा ही मनुष्य को महान बनाती है। श्रीराम ने अपने जीवन के प्रत्येक क्षण में धर्म और मर्यादा का पालन किया, इसलिए वे आज भी आदर्श स्वामी माने जाते हैं। स्वामी जी ने कहा कि हनुमानजी ने सेवक होकर भी मर्यादा की ऐसी मिसाल पेश की, जो युगों-युगों तक प्रेरणा देती रहेगी। उन्होंने अपने समर्पण और निष्ठा से यह सिद्ध किया कि सेवा का अर्थ केवल आज्ञापालन नहीं, बल्कि पूर्ण मर्यादा में रहकर कर्तव्य निभाना है। स्वामी जी ने कहा कि “नेता बनना बड़ी बात नहीं, मर्यादा में रहकर सेवा करना ही सबसे बड़ी साधना है। उन्होंने आगे कहा कि आज समाज में अव्यवस्था का कारण मर्यादा का क्षय है। जब व्यक्ति अपने आचरण में अनुशासन और सेवा भाव लाता है, तभी समाज में संतुलन और सद्भाव होता है। कथा स्थल पर हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे। पूरा वातावरण “जय श्रीराम” और “हनुमानजी महाराज की जय” के जयघोष से गूंज उठा। स्वामी जी ने अंत में कहा कि यदि प्रत्येक व्यक्ति श्रीराम की मर्यादा और हनुमानजी की निष्ठा को अपने जीवन में उतार ले, तो समाज में प्रेम, शांति और आदर्श जीवन की स्थापना निश्चित है। कथा से पूर्व कथा विजेथुआ महोत्सव के आयोजक सत्यपथ फाउंडेशन के संरक्षक विवेक तिवारी ने सपत्नीक व्यास पीठ की पूजा अर्चना कर श्रद्धालुओं के प्रति आभार जताया। वाल्मीकि रामायण में अतिथि क्षेत्रीय सँगठन मन्त्री बिहार, झारखंड नागेंद्र जी, पूर्व मन्त्री व एम.एल.सी. अशोक कटारिया, राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला, पूर्व डीजीपी आरपी सिँह, अमेठी से आए समाजसेवी रोहित सिँह, भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी,जिला विकास अधिकारी सुल्तानपुर गजेंद्र तिवारी डीसी मनरेगा अजीत कुमार सिंह प्रमोद कुमार पांडेय अंकित राय डा रत्नेश तिवारी, डा. गिरजेश तिवारी, डा. जेपी दूबे, प्रमुख प्रतिनिधि सर्वेश मिश्र, राम विनय सिँह, महेंद्र मिश्र, रितेश दूबे, अम्बरीश मिश्र, दीपक सिँह, अरविंद पाँडे य, जगदम्बा प्रसाद उपाध्याय, विक्की वर्मा, सत्यम तिवारी, विपिन शुक्ला, विजय उपाध्याय, रितेश उपाध्याय, कृष्ण कुमार चौबे, दीपक पाँडेय, रामूश्यामू उपाध्याय, शशांक पाँडेय, सत्येंद्र मिश्र, सत्यप्रकाश यादव, डा. सन्त भारती सहित तमाम संभ्रांत लोग मौजूद रहे। कथा के दौरान सीता की कथा सुना रहे जगतगुरु ने गद्दोपुर निवासी डेढ साल की बेटी को गोदी में लेकर उसका नामकरण मिथिला कर दिया। जैसे ही वह बिटिया पाँडाल मे गयी महिलाएं उसका चरण छूने के लिए होड लगाने लगी। महोत्सव आयोजक विवेक तिवारी धर्मपत्नी वन्दना तिवारी ने बिटिया को दक्षिणा देकर उसकी माता को सौँप दिया।
*जीव प्रेमियों से पूर्व सांसद मेनका संजय गांधी ने की मदद की अपील*
*बीते वर्षों से सक्रिय एसपीसीए के लिए संसाधन जुटाने पर दिया बल* सुल्तानपुर,असहाय पशुओं की मदद के लिए पूर्व सांसद ने जिले के प्रमुख जीवप्रेमियों से अपील की है।उन्होंने समाजसेवियों,चिकित्सकों, व्यापारियों और वालेन्टियरों से कहा है कि जब मैं सुलतानपुर से आपकी सांसद थी, तब मैंने आपकी मदद से मनुष्यों और जानवरों दोनों की सहायता करने का पूरा प्रयास किया। पूर्व केबिनेट मंत्री व जिले की पूर्व सांसद मेनका संजय गांधी ने कहा कि इन्हीं कार्यों में से एक था पशु अस्पताल बनाना,जिसे एसपीसीए (SPCA) कहा जाता है।यह अस्पताल सरकार द्वारा नहीं बल्कि सबके सहयोग और योगदान से बनाया गया था।यह अस्पताल अब एक वर्ष से चल रहा है। इसमें स्वयंसेवक हैं और इसने अनेक जिंदगियों को बचाया गया है।उन्होंने कहा कि कानून के अनुसार इस अस्पताल के लिए बजट होना चाहिए,साथ ही एक एम्बुलेंस और जिले भर में सदस्य होने चाहिए जिससे गायों की तस्करी रोकी जा सके और बीमार जानवरों का इलाज हो सके। लेकिन अभी तक डीएम ने इसे लागू नहीं किया है। इसलिए यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम सुलतानपुर को करुणा का स्थान बनाएं। मैं अत्यंत आभारी रहूँगी यदि आप अस्पताल की सहायता के लिए धन,दवाइयों, उपकरण या भोजन का दान कर सकें। श्रीमती गाँधी ने कहा कि जो भी आप वहन कर सकते हैं, स्वागत योग्य है। हममें से प्रत्येक के पास जीवन बचाने की शक्ति है। मैंने समाज के प्रति आपके समर्पण और ईमानदारी को देखा है। अब मैं जानवरों की ओर से आपसे मदद माँग रही हूँ।पूर्व सांसद द्वारा जारी इस पत्र पर एसपीसीए की मॉनिटरिंग कर रहे प्रदीप यादव ने बताया कि सुल्तानपुर में एसपीसीए के वालेंटियर जल्द ही सक्रिय समाजसेवियों से मुलाकात कर असहाय जीवों के लिए एसपीसीए के संदर्भ में मुलाकात कर जन सहयोग लेंगे।
*वारिस शाह का मनाया जा रहा उर्स,देशभर से पहुंच रहे जायरीन, गंगा-जमुनी तहजीब का दिखेगा संगम,पांच दिन चलेगा मेला*
सुल्तानपुर के अयोध्या-प्रयागराज बाईपास पर स्थित कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के नकराही में देवा वाले की दरगाह पर वारिस शाह का उर्स शुरू हो गया है। दुर्गा पूजा के बाद मनाए जाने वाले इस पांच दिवसीय उर्स में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु जियारत के लिए पहुंच रहे हैं। यहां एक बड़ा मेला भी लगता है,जिसमें तीन दिनों तक हजारों लोगों के लिए तीन वक्त लंगर की व्यवस्था की जाती है। इस उर्स की एक खासियत यह है कि लंगर में सेवादार खुद जायरीन होते हैं। आयोजकों का कहना है कि सारा काम स्वतः ही हो जाता है और भीड़ को भी एक अदृश्य शक्ति नियंत्रित करती है। नेकराही के इस उर्स और मेले की तैयारी 15 दिन पहले से शुरू हो जाती है। दशहरा समाप्त होते ही उर्स का आगाज हो जाता है। दरगाह पर हर धर्म के लोग अपनी अकीदत और आस्था के साथ माथा टेकने आते हैं। यहां के सज्जादा नशीन बाबा आजाद शाह वारसी ने बताया कि वारिस पनाह का उर्स 1947 से लगातार आयोजित हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि यहां छत्तीस धर्मों के लोग आते हैं, जो इसे एक 'छत्तीस वेणी' का रूप देता है। आजाद शाह ने सुरक्षा व्यवस्था पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हजारों लोगों की सुरक्षा के लिए लोग एक-दूसरे का साथ देते हैं, जिससे पुलिस की आवश्यकता ही नहीं पड़ती। यह वारिस पनाह की शान है कि आने वाले सभी लोगों को तीन वक्त का लंगर बैठाकर खिलाया जाता है। खादिम आजाद वारसी ने बताया कि मोहर्रम में भी वारिस अली शाह का उर्स होता है, क्योंकि इसी महीने में उन्होंने पर्दा किया था। हालांकि, मोहर्रम के उर्स में कव्वाली नहीं होती, बल्कि 'याद-ए-हुसैन' मनाई जाती है और दो दिन का लंगर चलता है। उन्होंने बताया कि यहां मौला-ए-कायनात की महफिल, मिलाद शरीफ और परचम कुशाई जैसे कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए। मौला हुसैन के नाम से गागर निकाला जाता है, और सुबह में कुल वारिस पनाह का आयोजन होता है। बाइट - ख़ादिम वारसी
*बिना लाइसेंस चल रही मेडिकल स्टोर से लाखों की दवाएं जब्त*
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में सीतापुर की एक फर्म से प्रतिबंधित दवाओं की खरीद की जानकारी मिलने पर शहर के पारकींसगंज पहुंची औषधि विभाग की टीम। जहां टीम द्वारा विनोद फार्मा पर छापा मारा। दवाओं की जांच की और फिर काफी समय तक फर्म संचालक से भी पूछताछ की गई।
जांच के दौरान प्रतिबंधित दवा नहीं मिली, लेकिन एक ही फर्म के लाइसेंस पर दो और दुकानें संचालित होती पाई गईं, जिसके बाद टीम ने वहां रखी 3,86,816 रुपये की दवा को जब्त कर फर्म संचालन पर रोक लगा दिया। दवाओं के दो सैंपल भी जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए।
*अवैध पटाखा फैक्ट्री चल रही पर पुलिस ने मारा छापा,एक गिरफ़्तार*
सुल्तानपुर जिले के भदैंया में कोतवाली देहात के रामनगर बनकट गांव निवासी मो.अनवर के घर में रविवार रात पुलिस ने छापा मारा।वहां पर पुलिस को अवैध पटाखा फैक्ट्री संचालित मिली। मौके से पांच बोरी व एक बैग में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई। इसमें निर्मित व अर्धनिर्मित पटाखों के अलावा बारूद भी था। पटाखों की कीमत करीब तीन लाख रुपये आँकी जा रही है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
कोतवाली देहात में रविवार देर रात जानकारी मिली कि रामनगर बकनट गांव के एक घर में बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री व पटाखे रखे हैं। जहां पटाखा बनाया भी जाता है।मौके पर पुलिस ने रामनगर बनकट निवासी मोहम्मद अनवर के घर छापा मारा।जहां कुछ अन्य लोग भी मौजूद थे,जो पुलिस को देखते ही रफू चक़्कर हो गए।
*संदिग्ध परिस्थितियों में महिला की मौत,तीन साल का बेटा बना गवाह,पति से फोन पर होता था अक्सर झगड़ा*
सुलतानपुर जिले के कोतवाली चांदा थाना क्षेत्र में बीते सोमवार दोपहर एक घटना सामने आई,जहां 28 वर्षीय नीलम पत्नी अशोक निषाद ने संदिग्ध परिस्थितियों में अपने घर की छत में लगे कुंडे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस दौरान उनका करीब तीन वर्ष का मासूम बेटा अपनी मां को फांसी पर झूलते देखता रहा। मृतका की सास के अनुसार,पति बाहर रहता था जिससे उनका अक्सर फोन पर झगड़ा होता था। सास ने बताया कि वह और उनके पति खेत में आलू लगाने का कार्य कर रहे थे,तभी पोते ने खेत में आकर सूचना दी कि “मां फांसी लगा ली है।” जानकारी मिलते ही परिवारजन घर पहुंचे तो देखा कि नीलम छत में लगी रस्सी से लटकी हुई थीं। उन्होंने तुरंत रस्सी काटकर शव को नीचे उतारा,लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। घटना की जानकारी डायल 112 पर दी गई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। कोतवाली चांदा के प्रभारी निरीक्षक दीपेंद्र विक्रम सिंह पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। साथ ही राजस्व विभाग से लेखपाल ओमप्रकाश कनौजिया और नायब तहसीलदार अभय पाल भी मौके पर पहुंचे। नायब तहसीलदार की मौजूदगी में पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतका का मोबाइल फोन पुलिस ने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल नीलम के आत्मघाती कदम के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। थाना प्रभारी दीपेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद उस आधार पर कार्यवाही की जाएगी। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
*प्रधान ने ग्राम पंचायत अधिकारी से की मारपीट,फर्जी भुगतान के दबाव का विरोध करने पर हुआ विवाद*
सुल्तानपुर,ब्लॉक कार्यालय मोतिगरपुर में सोमवार दोपहर एक ग्राम प्रधान द्वारा ग्राम पंचायत अधिकारी के साथ अभद्रता और मारपीट का मामला सामने आया है। देर शाम ग्राम पंचायत अधिकारी दिनेश प्रसाद सिंह की शिकायत पर पुलिस ने ग्राम प्रधान पारसपट्टी लकुश सैनी के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने,मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया है। ग्राम पंचायत अधिकारी दिनेश प्रसाद सिंह के अनुसार,सोमवार दोपहर करीब 2:20 बजे प्रधान लकुश सैनी फर्जी भुगतान कराने का दबाव बना रहे थे। जब अधिकारी ने इसका विरोध किया, तो प्रधान भड़क गए। उन्होंने गाली-गलौज करते हुए टेबल पर रखी फाइलें फाड़ दीं। आरोप है कि प्रधान ने लात-घूंसों से मारपीट की और उनका गला दबाने की भी कोशिश की। मौके पर मौजूद अन्य कर्मचारियों की मदद से अधिकारी ने किसी तरह अपनी जान बचाई। दिनेश सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि अवैध भुगतान को लेकर प्रधान लकुश सैनी ने पूर्व में भी एक सचिव से विवाद किया था, जिसकी सूचना 20 सितंबर 2025 को ADO पंचायत को दी गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधान लकुश सैनी पहले भी एक महिला सचिव के साथ अमर्यादित व्यवहार कर चुके हैं,जिसकी FIR दर्ज है।थानाध्यक्ष मोतिगरपुर अशोक कुमार सिंह ने जानकारी दी कि पंचायत सचिव की तहरीर पर ग्राम प्रधान के खिलाफ बीएनएस की धारा 115(2), 352, 351(3), 324(4), 121(1) के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
*दीपावली निर्णय,विद्वानों के सर्व सम्मति निर्णय के अनुसार इस वर्ष महालक्ष्मी पूजा,दीपोत्सव महापर्व*
दिनाँक 20 अक्टूबर 2025 सोमवार चित्रा नक्षत्र कन्या राशि व बृष लग्न में ही शुभ है। निर्णय सागर,निर्णय सिंधु सभी विद्वान,मनीषी और सुशिक्षित, सनातनी अमावस में दीपावली मनाने का निश्चय कर लिया है। आप सभी सनातनी 20 तारीख सोमवार को ही दीपावली मनाएंगे। समझें किस पंचांग में प्रदोष काल से पूरी रात भर अमावस है देखें,दीपावली के संदर्भ में जो भ्रम की स्थिति है उसके लिए यदि काशी से प्रकाशित पंचांगों का अवलोकन करें तो विश्व पंचांग काशी में दिन में 2:45 पर अमावस्या प्रारंभ हुई है और रात भर रहेगी ,इसी तरह अन्य पंचांगों जैसे ,ऋषिकेश पंचांग में 2:56 पर गणेश आपा पंचांग में 4:25 पर महावीर पंचांग में 2:32पर और लोक विजय पंचांग में 2:45 पर अमावस्या प्रारंभ हुई है जो प्रदोषकाल ,सूर्यास्त और रात्रि पर्यंत पूरे समय अमावस्या 20 तारीख को ही है। क्योंकि 21 तारीख को अमावस्या दिन में ही समाप्त हो चुकी है ,जैसे विश्व पंचांग में दिन के 4:21 मिनट तक , ऋषिकेश पंचांग पंचांग में 4:26 तक ,गणेश आपा पंचांग में 5:45 तक महावीर पंचांग में 4:26 तक और लोक विजय पंचांग में 4:14 तक ही है उसके बाद प्रतिपदा है ।। इसलिए आप शाम को प्रदोष काल व रात्रि में पूजन करना चाहते हैं तो 20 तारीख को ही पूजा करें ।। धन्वंतरि जयंती धनतेरस 18 OCT दिन शनिवार नरक चतुर्दशी हनुमान जयंती 19अक्टूबर रविवार दीपावली लक्ष्मी गणेश कुबेर आदि पूजा 20अक्टूबर सोमवार स्नान, दान श्राद्ध की अमावस्या भौमवती अमावस्या 21अक्टूबर मंगलवार अन्नकूट गोवर्धन पूजा 22अक्टूबर बुधवार यम द्वितीया भैया दूज कलम पूजा 23अक्टूबर गुरुवार उपरोक्त सभी व्रत एवं त्योहार लिखे गए समयानुसार मनाएं, सोशल मीडिया अथवा किसी अन्य माध्यमों प्राप्त सूचनानुसार न भ्रमित हो किसी को भ्रम में डाले। पंडित दुर्गेश दूबे श्री श्याम सत्संग मंडल सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश।
*गनपत सहाय पी.जी. कॉलेज सुल्तानपुर में प्री-आर.डी. कैंप चयन हेतु कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ*
डॉ.राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय,अयोध्या के राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के प्री-आर.डी. कैंप में चयन हेतु कार्यक्रम का आयोजन गनपत सहाय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सुल्तानपुर के पयागीपुर स्थित मुख्य परिसर में प्रारंभ हुआ। यह आयोजन महाविद्यालय के प्रबंधक आदरणीय डॉ. ओमप्रकाश पाण्डेय “बजरंगी” के आशीर्वाद तथा महाविद्यालय के यशस्वी प्राचार्य प्रो. अंग्रेज़ सिंह जी के नेतृत्व में प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम में निर्णायक मंडल की भूमिका में एन.एस.एस. क्षेत्रीय निदेशक लखनऊ के प्रतिनिधि श्री लोकेंद्र सिंह जी, विश्वविद्यालय के एन.एस.एस. के कार्यक्रम समन्वयक प्रो. अनुज कुमार पटेल, महाविद्यालय के एन.सी.सी. प्रभारी डॉ. महेंद्र कुमार ने निभाई। कार्यक्रम में गनपत सहाय महाविद्यालयKNIPSS, राणा प्रताप, संत तुलसी दास कादीपुर,राजर्षि रणंजय अमेठी,हर्ष महिला महाविद्यालय,मोहन लाल पी.जी. कॉलेज बाराबंकी आदि महाविद्यालय के बड़ी संख्या में स्वयंसेवक एवं स्वयंसेविकाओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के मुख्य परिसर के प्रभारी प्रो. मो. शाहिद की उपस्थिति रही।
इस अवसर पर महाविद्यालय के एन.एस.एस. के कार्यक्रमाधिकारी डॉ. शाहनवाज आलम, डॉ. दीपा सिंह, डॉ. विष्णु शंकर अग्रहरि, डॉ भोलानाथ, डॉ देवेन्द्र नाथ मिश्र के साथ- साथ अन्य महाविद्यालयों के कार्यक्रमाधिकारियों की उपस्थिति रही। इस कार्यक्रम में एन.सी.सी. के छात्र छात्राओं ने विशेष योगदान दिया।
*अवैध वसूली को रोकने के लिए भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री रवींद्र त्रिपाठी के साथ एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मुलाक़ात की*
सुल्तानपुर,व्यापारियों को परेशान न करने की मांग धनतेरस-दीपावली पर जांच के नाम पर अवैध वसूली रोकने की अपील सुल्तानपुर में सोमवार को भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री रवींद्र त्रिपाठी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी (डीएम) कुमार हर्ष से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने धनतेरस और दीपावली के त्योहारों के दौरान व्यापारियों को जांच के नाम पर परेशान न करने और अवैध वसूली रोकने की मांग की। प्रदेश महामंत्री रवींद्र त्रिपाठी ने डीएम को बताया कि खाद्य विभाग के अधिकारी अपने साथ निजी व्यक्तियों को रखते हैं। ये लोग व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर जाकर नमूना भरने का डर दिखाकर अवैध वसूली करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नियमानुसार नमूने के लिए सामग्री का बाजार मूल्य पर भुगतान किया जाना चाहिए और व्यापारी से रसीद लेनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया जाता। इसके बजाय, अधिकारी बाद में फर्जी रसीद लगाकर शासन से भुगतान प्राप्त कर लेते हैं। त्रिपाठी ने यह भी बताया कि खाद्य विभाग के लाइसेंस की निर्धारित फीस 2000 रुपये और पंजीयन की 100 रुपये है, लेकिन व्यापारियों से लाइसेंस के लिए 5000 से 10000 रुपये और पंजीयन के लिए 2000 से 3000 रुपये वसूले जा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों के व्यवहार पर भी चिंता जताई, कहा कि वे दुकानों पर व्यापारियों से अपराधियों जैसा व्यवहार करते हैं और मोबाइल फोन छीन लेते हैं ताकि कोई फोटो या वीडियो न बन सके। उन्होंने अधिकारियों को व्यापारियों से अच्छा व्यवहार करने का निर्देश देने की अपील की। प्रतिनिधिमंडल ने शिकायत की कि खाद्य अधिकारी उन व्यापारियों के प्रतिष्ठानों से नमूने भरते हैं जो उन्हें पैसे नहीं देते, जबकि पैसे देने वाले व्यापारियों के यहां अनियमितताएं होने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती। इसके अतिरिक्त, उन्होंने खाद्य विभाग के कार्यालय की अव्यवस्था और उसके शहर के किनारे स्थित होने की समस्या भी उठाई, जिससे व्यापारियों को कार्यालय ढूंढने में परेशानी होती है। उन्होंने कार्यालय को किसी अन्य उपयुक्त स्थान पर स्थानांतरित करने की मांग की। इस प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश संगठन मंत्री अनूप श्रीवास्तव, जिला अध्यक्ष रमेश अग्रहरि, संरक्षक सत्यनारायण मोदनवाल, जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र कसौधन और विनोद अग्रहरि, तहसील अध्यक्ष जयसिंहपुर अरविंद गुप्ता, सदर तहसील अध्यक्ष अजय गुप्ता, उपाध्यक्ष विनोद मोदनवाल, मुकेश महाजन, महेश साहू और नगर अध्यक्ष शीतला अग्रहरि सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।