शराब की नशें में हंगामा करने के मामले में पांच लोग गिरफ्तार, भेजा गया जेल


मदनपुर थाना क्षेत्र के उमगा पहाड़ के समीप शराब पी हंगामा कर रहे चार युवक को थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि शराब पी हंगामा करने की ग्रामीणों द्वारा सूचना दी गई। सूचना के आधार पर एस आई श्रीकांत पाण्डेय और पीएसआई सुरेन्द्र कुमार पुलिस बलों के साथ पहुंचे। जहां चार युवक शराब की नशें में थे।

जिन्हें हिरासत में पुछताछ के क्रम में बताया कि वे लोग मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के तेन्दुआ निवासी कमलेश यादव के पुत्र सूर्या कुमार, नगर थाना के पहरमा गांव निवासी रवि कुमार, नगर थाना के ही केशोपुर निवासी गोलू कुमार, नगर थाना के बैजनाथ पुर निवासी विशाल कुमार शामिल था। इधर मदनपुर के मनिका निवासी अजय कुमार को शराब पी हंगामा करने के आरोप में गिरफ्तारी की गई है। न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

पशु मेला के परिसर के समीप बबन अहरी में डुबने एक वृद्ध हुई मौत

मदनपुर प्रखंड मुख्यालय के पशु मेला के समीप विधुत आपूर्ति प्रशाखा के पीछे बबन अहरी में रविवार को डुबने से एक वृद्ध की मौत हो गई।मृतक की पहचान मदनपुर थाना क्षेत्र के मनिका टोले रघुनी बिगहा गांव निवासी सुंदर भुइयां के रूप में की गई है।

थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि स्थानीय लोगो ने बताया कि बिजली विभाग के पीछे आहर में एक वृद्ध व्यक्ति का शव है। सूचना मिलते ही एसआई चन्दन कुमार सिंह दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी लेते हुए शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है।

उन्होंने बताया कि आशंका है कि शौच करने के दौरान उक्त वृद्ध की मौत आहर में डूबने से हुई है। घटना की जानकारी परिजनों को दी गई। परिजनों मौके पर पहुंच शव की पहचान की।परिजन रोते बिलखते घटनास्थल पर पहुंचे।परिजनों ने बताया कि,वे घर से आधार कार्ड सुधरवाने की बात कह कर मदनपुर निकले थे।तभी उन लोगों को मौत की सूचना मिली।शव परिजनों को पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया गया है।

नबीनगर नौका हादसा:दो और शव बरामद, सभी मृतकों के परिजनों को मिला अनुग्रह अनुदान

औरंगाबाद, (संवाददाता):

नबीनगर प्रखंड में शुक्रवार को हुई नौका दुर्घटना में मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है। शनिवार को दो और शवों की बरामदगी के साथ अब तक सभी मृतकों के परिजनों को जिला प्रशासन द्वारा तत्काल अनुग्रह अनुदान राशि का भुगतान कर दिया गया है।प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे खोज एवं बचाव अभियान में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें लगातार कार्यरत हैं। अभी भी लापता व्यक्तियों की तलाश युद्धस्तर पर जारी है।

जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस दुखद घटना की घड़ी में वह शोक संतप्त परिवारों के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ खड़ा है और हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।

सोन नदी नाव हादसा: अब तक चार शव बरामद, दो महिलाएं अब भी लापता

ब्यूरो रिपोर्ट धीरेन्द्र पाण्डेय

औरंगाबाद (बड़ेम),  

बड़ेम थाना क्षेत्र के सोन नदी में हुए दर्दनाक नाव हादसे में अब तक चार महिलाओं के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि दो महिलाएं अब भी लापता हैं। शनिवार को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन के दौरान दो और शव बरामद किए, जिससे मृतकों की संख्या चार हो गई है।

शनिवार को बरामद शवों की पहचान सविता देवी, पति चितरंजन पासवान और सोनी कुमारी, पिता नरेश चौधरी के रूप में की गई है। पुलिस ने बताया कि सोनी कुमारी का शव रहरा गांव और सविता देवी का शव कंकेर गांव के पास से बरामद हुआ। दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद उनके स्वजनों को सौंप दिया गया। इससे पहले शुक्रवार को काजल कुमारी और तमन्ना प्रवीण के शव बरामद किए गए थे।

दो महिलाएं अब भी लापता, सर्च ऑपरेशन जारी

बड़ेम थाना अध्यक्ष अमरजीत चौधरी और इंस्पेक्टर सूरज कुमार की निगरानी में राहत एवं बचाव कार्य जारी है। अधिकारियों के अनुसार, नदी में तेज बहाव और अधिक गहराई के कारण तलाशी अभियान में दिक्कतें आ रही हैं। शनिवार को बरामद शव घटनास्थल से लगभग छह किलोमीटर दूर मिले। 

ग्रामीणों का सहयोग, चिंता बनी हुई है

ग्रामीण भी राहत कार्य में लगातार मदद कर रहे हैं। लल्लू सिंह, कुंदन सिंह, रिंटू सिंह और मनीष सिंह सहित कई ग्रामीण सुबह से ही सोन किनारे डटे रहे और राहत टीम को सहयोग करते रहे। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक सभी लापता महिलाओं का पता नहीं चलता, गांव में बेचैनी बनी रहेगी।

हादसे का कारण बना नाव पर क्षमता से अधिक भार

स्थानीय लोगों के अनुसार, नाव पर क्षमता से अधिक लोगों के सवार होने के कारण यह दुर्घटना हुई। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि घटना से दो दिन पहले भी सोन नदी में एक आलू लदी नाव डूब गई थी, जिसमें सवार दो किसान तैरकर जान बचाने में सफल रहे थे। फिलहाल, डूबी हुई नाव को अब तक बरामद नहीं किया जा सका है। दारोगा राहुल कुमार, पुनित कुमार समेत बड़ेम थाना के अन्य पुलिसकर्मी पूरे दिन सोन नदी में तैनात रहे और सर्च ऑपरेशन में लगे हुए हैं।

औरंगाबाद: सोन नदी में नाव पलटने से एक युवती की मौत, छह लोग अब भी लापता

औरंगाबाद, बिहार – रघुनाथपुर बालू घाट के पास सोन नदी में गुरुवार को एक नाव पलट गई, जिसमें एक युवती की मौत हो गई और छह लोग अब भी लापता हैं। नाव में कुल 17 लोग सवार थे, जिनमें से 10 को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।

घटना नवीनगर ब्लॉक के बड़ेम थाना क्षेत्र की है। नाव पर सवार लोग सोन डीला के पास आलू की खेती करने जा रहे थे, तभी बीच नदी में बैलेंस बिगड़ने से नाव पलट गई। नदी में पानी का स्तर अधिक होने के कारण कई लोग डूबने लगे। जिन्हें तैरना आता था, वे किसी तरह बाहर निकल आए।

मृतका की पहचान

मृत युवती की पहचान बड़ेम गांव निवासी सलीम अंसारी की पुत्री तमन्ना परवीन (21 वर्ष) के रूप में हुई है।

लापता महिलाओं की सूची

सोनी कुमारी (21 वर्ष) – पिता: नरेश चौधरी

रंजीता देवी (30 वर्ष) – पति: संजय चौधरी

मंजू कुमारी (18 वर्ष) – पिता: सुरेंद्र चौरसिया

काजल कुमारी (18 वर्ष) – पिता: जोगिंदर लाल

सविता देवी (30 वर्ष) – पति: चितरंजन पासवान

(एक अन्य व्यक्ति की जानकारी की पुष्टि की जा रही है।)

बचाव कार्य जारी

स्थानीय पुलिस, गोताखोरों और मछुआरों की मदद से लापता लोगों की तलाश जारी है। SDRF (State Disaster Response Force) की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है। थानाध्यक्ष अमरजीत कुमार ने बताया कि लापता लोगों में अधिकांश महिलाएं हैं और प्रशासन हर संभव प्रयास में जुटा है।

क्षेत्र में शोक की लहर

इस दर्दनाक हादसे की खबर सुनते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। पीड़ित परिवारों के घरों में कोहराम मच गया है।

जदयू नेता ने जताया शोक

जदयू के वरिष्ठ नेता सह नबीनगर से भावी विधानसभा प्रत्याशी संजीव कुमार सिंह ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा,

यह एक अत्यंत दुखद घटना है। प्रभु मृत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिजनों को इस दुःख की घड़ी में संबल प्रदान करें।”

उन्होंने पटना से पीड़ित परिवारों से संपर्क किया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

अकौना मोड़ पर बाइक सवार अपराधियों ने शिक्षक को मारी गोली, हालत गंभीर

औरंगाबाद में बाइक सवार अपराधियों ने एक टीचर को मंगलवार को दोपहर बाद गोली मार दी। गोली शिक्षक के पीठ में लगी है। घटना मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के अकौना मोड़ की है। गोली लगने के बाद घायल अकौना गांव के रहने वाले टीचर 50 साल के देवानंद कुमार यादव को सदर अस्पताल ले जाया गया।

सदर अस्पताल में घायल टीचर के परिजन ने बताया कि देवानंद सदर प्रखंड के प्राइमरी स्कूल में तैनात हैं। रोजाना की तरह आज सुबह घर से स्कूल के लिए निकले थे। दोपहर करीब डेढ़ बजे देवानंद को गोली लगने की सूचना मिली। परिजन ने बताया कि जैसे ही हम लोगों को देवानंद को गोली मारने की सूचना मिली, घटनास्थल पर पहुंचे और उन्हें सदर अस्पताल में एडमिट कराया। सदर अस्पताल में इलाज के बाद स्थिति गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने देवानंद को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया।

देवानंद की शादी 25 साल पहले हुई थी। उनकी पत्नी गीता देवी अकौना मिडिल स्कूल में टीचर हैं। देवानंद और गीता देवी के दो बेटे हैं। उनकी पत्नी और दोनों बेटों अभिषेक और आदर्श बंटी ने बताया कि पिता का किसी से कोई विवाद नहीं है।

अकौना मोड़ पर बाइक सवार बदमाशों ने मारी गोली

जानकारी के मुताबिक, लंच के दौरान देवानंद स्कूल से निकलकर किसी जरूरी काम से औरंगाबाद जा रहे थे। इसी दौरान अकौना मोड़ पर बाइक सवार अपराधियों ने पीछा कर उनके पीठ में गोली मार दी। वारदात को अंजाम देने के बाद बाइक सवार अपराधी फरार हो गए। हालांकि देवानंद को गोली किसने और क्यों मारी, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। फिलहाल परिजन भी कुछ बताने से इनकार कर रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गोली लगने के बाद देवानंद बाइक से नीचे गिर गए। घटना की सूचना स्थानीय लोगों की ओर से पुलिस को दी गई है। फिलहाल पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है।

इस संबंध में मुफ्फसिल थाना अध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि गोली लगने से शिक्षक देवानंद कुमार यादव घायल हुए हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। मामले की छानबीन की जा रही है। गोली मारकर भागने वाले अपराधियों का पता लगाया जा रहा है। फिलहाल घटना के कारणों के बारे में जानकारी मिली नहीं मिली है।

औरंगाबाद में विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर, सेक्टर पदाधिकारियों का हुआ विशेष प्रशिक्षण

औरंगाबाद, – बिहार विधानसभा आम निर्वाचन-2025 के मद्देनज़र जिला प्रशासन ने तैयारियों को और मजबूत करने के लिए आज नगर भवन, औरंगाबाद में सेक्टर पदाधिकारियों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी श्श्रीकांत शास्त्री एवं पुलिस अधीक्षक अंबरीष राहुल ने संयुक्त रूप से की।

प्रशिक्षण का उद्देश्य सेक्टर पदाधिकारियों को निर्वाचन प्रक्रिया, मतदान केंद्र प्रबंधन, आचार संहिता, ईवीएम-वीवीपैट के संचालन, आपदा प्रबंधन तथा मतदाता सहायता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर व्यावहारिक जानकारी प्रदान करना था। अधिकारियों को आगामी चुनाव को निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

डीएम श्री शास्त्री ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि सभी सेक्टर पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के मतदान केंद्रों का भौतिक निरीक्षण कर लें और एएमएफ (Assured Minimum Facilities) की उपलब्धता सुनिश्चित करें। यदि किसी केंद्र पर कोई कमी पाई जाती है, तो उसकी जानकारी तुरंत वरीय पदाधिकारियों को दी जाए। उन्होंने यह भी बताया कि इस बार हर मतदान केंद्र पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था रहेगी, इसलिए ईवीएम एवं कैमरा लगाने के स्थानों का पूर्व में चिन्हांकन आवश्यक है।

कैमरा इस तरह लगाया जाए कि मतदाता की गोपनीयता बनी रहे और वोटिंग प्रक्रिया कैमरे में रिकॉर्ड न हो। डीएम ने अधिकारियों को राजनीतिक दलों या उनके प्रतिनिधियों से दूरी बनाए रखने की सख्त हिदायत दी, ताकि निर्वाचन प्रक्रिया की निष्पक्षता बनी रहे।

साथ ही यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि मतदान से कम से कम पाँच दिन पहले हर मतदाता को उसकी पर्ची मिल जाए। इसके लिए बीएलओ के साथ समन्वय एवं निगरानी जरूरी है। प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न सत्रों में ईवीएम-वीवीपैट संचालन, मतदाता सूची की जाँच, शिकायत निवारण प्रणाली, सुरक्षा प्रबंधन और आपदा की स्थिति में त्वरित कार्ययोजना जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई।

एसपी अंबरीष राहुल ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने, मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखने एवं किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई करने के लिए सभी सेक्टर पदाधिकारियों को निर्देशित किया। जिला प्रशासन द्वारा आयोजित यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आगामी चुनावों को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

औरंगाबाद में 11 नवंबर को विधानसभा चुनाव, 14 को होगी मतगणना 402 बूथ संवेदनशील घोषित, जिले के 18.28 लाख मतदाता करेंगे मतदान

धीरेन्द्र पाण्डेय ब्यूरो रिपोर्ट

औरंगाबाद (ब्यूरो): बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही औरंगाबाद जिला प्रशासन ने तैयारियों में तेजी ला दी है। जिले के सभी छह विधानसभा क्षेत्रों — औरंगाबाद, रफीगंज, ओबरा, नबीनगर, गोह और कुटुंबा — में द्वितीय चरण के तहत 11 नवंबर को मतदान कराया जाएगा। मतगणना 14 नवंबर को सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज, औरंगाबाद में होगी।

जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने सोमवार को समाहरणालय सभागार में प्रेस वार्ता कर चुनावी कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नामांकन प्रक्रिया 13 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक चलेगी। 21 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी, जबकि 23 अक्टूबर तक प्रत्याशी नाम वापस ले सकेंगे। इस बार जिले में कुल 18,28,361 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिसमें 4,156 सर्विस वोटर भी शामिल हैं। मतदान के लिए जिलेभर में कुल 2279 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 402 को संवेदनशील घोषित किया गया है।

इन केंद्रों पर विशेष सुरक्षा प्रबंध किए जाएंगे और सभी बूथों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था रहेगी, ताकि चुनाव प्रक्रिया की निगरानी सुचारू रूप से हो सके। निर्वाची पदाधिकारी नियुक्त हर विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग-अलग निर्वाची पदाधिकारी नियुक्त किए गए हैं। गोह के निर्वाची पदाधिकारी दाउदनगर एसडीओ अमित राजन, ओबरा के भूमि सुधार उपसमाहर्ता प्रणव कुमार, औरंगाबाद के एसडीओ संतन कुमार सिंह, नबीनगर के डीसीएलआर औरंगाबाद, कुटुंबा के एडीएम अनुग्रह नारायण सिंह तथा रफीगंज के डीडीसी अनन्या सिंह बनाए गए हैं।

कड़ी निगरानी और आचार संहिता का पालन अनिवार्य जिलाधिकारी ने बताया कि इस बार किसी भी मतदान केंद्र को दूरस्थ क्षेत्र से स्थानांतरित नहीं किया जाएगा। चुनाव के दौरान शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए सभी बूथों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा। इसके अलावा, प्रत्याशियों के चुनाव खर्च की निगरानी के लिए विशेष कमेटी गठित की गई है

उन्होंने स्पष्ट किया कि जिले में आदर्श आचार संहिता पूरी तरह लागू हो गई है और इसके उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी संबंधित अधिकारियों को निर्वाचन आयोग के निर्देशों का सख्ती से पालन करते हुए निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने का निर्देश दिया गया है। निर्वाचन प्रक्रिया 16 नवंबर तक पूरी कर ली जाएगी।

जदयू श्रम प्रकोष्ठ एवम तकनीकी की प्रदेश उपाध्यक्ष बने राजीव रंजन सिंह उर्फ राजा बाबू

औरंगाबाद जदयू के पूर्व जिला प्रवक्ता सह काराकाट पूर्व सांसद प्रतिनिधि राजीव रंजन सिंह उर्फ राजा बाबू को बिहार प्रदेश जनता दल(यूनाइटेड) के श्रम प्रकोष्ठ का प्रदेश उपाध्यक्ष मनोनित किया गया है। जदयू श्रम प्रकोष्ठ एवम तकनीकी के प्रदेश अध्यक्ष ई ,रामचरित्र प्रसाद ने उन्हें मनोनयन का पत्र सौंपा है। श्रम प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि 2025 बिहार विधानसभा चुनाव में राजीव कुमार सिंह उर्फ राजा को दल की नीतियों, विचारों व कार्यक्रमों को जन-जन तक पहुंचाने में कारगर भूमिका निभाएंगी। और उनके मनोनयन पर जिले में हर्ष है। लोगों ने उन्हें बधाई दी है। पूर्व विधायक नबीनगर वीरेंद्र कुमार सिंह, पूर्व विधायक, पूर्व विधायक रफीगंज सह जिला अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, शिक्षा प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष सुनील यादव ,जिला उपाध्यक्ष सतेन्द्र चंद्रवंशी, जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह, जिला उपाध्यक्ष महावीर मेहता, किसान प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष बृजमोहन मेहता, जिला महासचिव नागेंद्र सिंह, जिला उपाध्यक्ष सूर्यवंश सिंह, प्रखण्ड अध्यक्ष कमलेश सिंह , नगर अध्यक्ष प्रदीप सिंह, जिला सचिव रामानुज सिंह , केसर अली, रंजीत सिंह, मीडिया प्रभारी सोनू कुमार सोनी निखिल सिंह सहित अन्य एनडीए नेताओं ने बधाई दिए।

अंबा थानाध्यक्ष व दारोगा पर व्यवसायी ने लगाया गाली-गलौज व हाथापाई का आरोप, एसपी को दिया आवेदन

,औरंगाबाद ग्रामीण. अंबा थानाध्यक्ष राहुल राज व दारोगा सुमित कुमार सुमन पर एक व्यवसायी के साथ गाली-गलौज एवं हाथापाई किये जाने का आरोप लगा है. अंबा थाना के समीप रहनेवाले व्यवसायी ने थानाध्यक्ष व दारोगा पर मारपीट और छिनतई का भी आरोप लगाया है. मामले से संबंधित मंगलवार की शाम साढ़े तीन बजे अंबा निवासी मनोज कुमार वर्मा ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है. घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में पुलिस व व्यवसायी मनोज वर्मा धक्का-मुक्की करते हुए दिख रहे है. आवेदन में उल्लेख किया है कि सोमवार की शाम वह अपने घर के बाहर भाई के साथ बातचीत कर रहा था. इसी बीच अंबा थानाध्यक्ष राहुल राज, दारोगा सुमीत कुमार सुमन सहित अन्य 15 पुलीस की टीम गस्ती में थी. अचानक राहुल राज पहुंचे और कहा कि घर के बाहर कुर्सी लगाकर नही बैठें. मनोज वर्मा ने कहा कि ट्रांसफार्मर खराब होने के कारण बिजली कटी हुई है, जिसके कारण बाहर बैठकर बातचीत कर रहे है. इसके बाद थानाध्यक्ष राहुल राज द्वारा गाली-गलौज किया जाने लगा. आरोप है कि विरोध करने पर थानाध्यक्ष व दारोगा ने थप्पड़ से मारपीट की. भाई गांधी महतो एवं प्रदीप महतो ने जब विरोध जताया तो सभी पुलिसकर्मी लाठी से मारपीट करने लगे. इसी बीच थानाध्यक्ष राहुल राज पिस्टल के बट से हमला कर दिया, जिससे मनोज वर्मा जख्मी हो गए. शोरगुल की आवाज सुनकर पत्नी पत्नि रीता देवी घर से दौडकर बचाना चाही तो दारोगा सुमीत कुमार सुमन ने उसके बाल को खींचकर पटक दिया और राहुल राज ने पत्नि के गले से सोने की चेन की छिनतई कर ली. जब अगल-बगल के लोग आने लगे तो थानाध्यक्ष राहुल राज और दारोगा सुमीत कुमार सुमन दोनों फरार हो गए. इसके बाद परिजनों ने मनोज वर्मा को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल कुटुंबा पहुंचाया, जहां से डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति में सदर अस्पताल रेफर कर दिया. इधर अंबा थानाध्यक्ष राहुल राज ने बताया कि मारपीट व छिनतई का आरोप झूठा है. मनोज वर्मा के घर के सामने देव-अंबा मुख्य पथ पर ट्रक लगाया हुआ है. दशहरा पर्व को लेकर बाजार में भीड़ बढ़ी हुई है. शहर में जाम की समस्या है. मनोज वर्मा को दो-तीन बार ट्रक हटाने को कहा गया, लेकिन उन्होंने नही हटाया. सोमवार की शाम जब फ्लैग मार्च कर के लौट रहा था तो देखा कि सड़क पर ही ट्रक खड़ा है. इसके बाद ट्रक का फोटो खींचकर चालान काटने के लिए ले जाया जा रहा था. इसी दौरान सिपाही के साथ बहसबाजी हुई है.