झारखंड के मेधावी आदिवासी छात्रों के लिए ऐतिहासिक पहल: अब कोटा के 'मोशन एजुकेशन' से राज्य में ही मिलेगी नि:शुल्क NEET-JEE कोचिंग

झारखंड सरकार ने राज्य के अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग के मेधावी विद्यार्थियों के लिए एक ऐतिहासिक योजना की शुरुआत की है। अब झारखंड के प्रतिभाशाली छात्र डॉक्टर (NEET) और इंजीनियर (JEE) बनने के लिए देश के प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान मोशन एजुकेशन, कोटा की नि:शुल्क कोचिंग राज्य में ही प्राप्त कर सकेंगे।

कल्याण मंत्री श्री चमरा लिंडा ने मंगलवार को इस योजना की घोषणा करते हुए कोचिंग संस्थान को कार्य आदेश निर्गत किया। यह कोचिंग रांची के हिंदपीढ़ी स्थित कल्याण विभाग के भवन में संचालित होगी।

पहले चरण में 300 विद्यार्थियों को लाभ

इस योजना के पहले चरण में राज्य के लगभग 300 मेधावी विद्यार्थियों को नि:शुल्क कोचिंग का लाभ मिलेगा। इन छात्रों का चयन उनकी शैक्षणिक योग्यता और निर्धारित मापदंडों के आधार पर किया गया है। योजना के संचालन एवं पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग को सौंपी गई है।

उच्च शिक्षा में अवसर प्रदान करना प्राथमिकता: मंत्री लिंडा

कल्याण मंत्री श्री चमरा लिंडा ने इस अवसर पर कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में झारखंड के विद्यार्थियों को अवसर और मंच मिलना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने ज़ोर दिया कि सरकार की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि झारखंड के बच्चे भी IIT, AIIMS और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों में अपनी जगह बना सकें।

मंत्री ने कहा, "वर्तमान में कई प्रतिभाशाली विद्यार्थी संसाधनों की कमी और उचित मार्गदर्शन के अभाव में पिछड़ जाते हैं। हमारा प्रयास है कि झारखंड का कोई भी गरीब विद्यार्थी बेरोजगार होकर न लौटे, बल्कि कुछ बनकर, आत्मविश्वास के साथ लौटे।" उन्होंने इस पहल को युवाओं को नई दिशा और ऊर्जा देने वाला कदम बताया।

UPSC कोचिंग के लिए दिल्ली भेजे जाएंगे छात्र

मंत्री श्री लिंडा ने योजना की भविष्य की रूपरेखा भी स्पष्ट की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की योजना है कि आने वाले चरणों में UPSC, Civil Services जैसी राष्ट्रीय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी झारखंड के विद्यार्थियों को दिल्ली भेजा जाएगा।

यह योजना चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएगी। पहले चरण में ST वर्ग, दूसरे चरण में SC और बाद में OBC वर्ग के विद्यार्थियों को भी इसका लाभ मिलेगा। मंत्री ने कल्याण आयुक्त कुलदीप चौधरी के साथ कोचिंग स्थल पर छात्रावास, पुस्तकालय और भोजनालय का निरीक्षण किया और सभी आवश्यक सुविधाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिए।

उन्होंने अंत में कहा कि झारखंड में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, ज़रूरत है उन्हें सही दिशा, अवसर और संसाधन प्रदान करने की।

लूट,भ्रष्टाचार,दलाल,माफिया की पोषक हेमंत सरकार केखिलाफ वोट करेगी घाटशिला की जनता.....बाबूलाल मरांडी


भाजपा प्रदेश कार्यालय में आज प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में एनडीए घटक दलों की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई जिसमें जिसमें आगामी 11 नवंबर को होने वाले घाटशिला उपचुनाव में एनडीए की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई।

बैठक में भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू, आजसू पार्टी के अध्यक्ष एवम पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो,जदयू के प्रदेश अध्यक्ष एवम राज्य सभा सांसद खीरू महतो,लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र प्रधान सहित विधायक जनार्दन पासवान, उमेश तिवारी शामिल रहे।

बैठक के बाद संयुक्त प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि घाटशिला उपचुनाव में एनडीए प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित है। विधानसभा क्षेत्र की जनता हेमंत सरकार की वादा खिलाफी से तंग आ चुकी है। पिछले 6 वर्षों में राज्य का विकास ठप्प हो चुका है।

कहा कि हेमंत सरकार पार्ट 2 का भी लगभग एक वर्ष पूर्ण होने को है लेकिन जनता को केवल लूट, भ्रष्टाचार, दलाली ,माफियागिरी ही देखने को मिल रहा। बालू, पत्थर,जमीन की लूट मची है। आम आदमी सड़क,स्वास्थ्य ,बिजली,शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव झेल रहा। स्कूल में शिक्षक नहीं, अस्पतालों में दवाई और डॉक्टर नहीं। सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है, बिना पैसे के कोई काम नहीं होता।

कहा कि कानून व्यवस्था ध्वस्त है।जनता राज्य की राजधानी में भी सुरक्षित नहीं।

राज्य के युवा नौकरी की प्रतिक्षा करते करते थक चुके हैं। वेकेंसी निकल नहीं रही, जो निकल रही वह बेंच दी जा रही।

कहा कि एनडीए राज्य सरकार के खिलाफ इन मुद्दों के साथ जनता के बीच जाएगी।

कहा कि जनता का मिजाज राज्य सरकार को सबक सिखाने का हो चुका है।

आजसू पार्टी के अध्यक्ष एवम पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो ने कहा कि एनडीए पूरी तरह से एकजुट होकर घाटशिला उपचुनाव में अपनी ताकत लगाएगा।

कहा कि राज्य सरकार की हर मोर्चे पर नाकामी ही सबसे बड़ा मुद्दा है।

उन्होंने कहा कि एनडीए जनता से भ्रष्ट निकम्मी सरकार से झारखंड को बचाने का आग्रह करेगा।

कहा कि हेमंत सरकार से जनता की नाराजगी चुनाव परिणाम में दिखेगा।

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद खीरू महतो ने कहा कि एनडीए के घटक दलों ने बैठक में जो निर्णय लिया है उसे परिणाम में बदलेंगे। घाटशिला उपचुनाव में एनडीए की जीत सुनिश्चित है।

लोजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र प्रधान ने कहा कि आम चुनाव में भी ये घाटशिला के एनडीए प्रत्याशी की स्थिति अच्छी रही थी। इस बार जनता पिछली कमियों को दूर कर एनडीए प्रत्याशी को जीत दिलाएगी।

कहा कि जनता राज्य सरकार से अब तंग आ चुकी है।

महर्षि वाल्मीकि जयंती पर भाजपा प्रदेश कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा आयोजित

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की जीवनगाथा रामायण के रचयिता, आदि कवि महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती के अवसर पर आज भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय, रांची में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने महर्षि वाल्मीकि जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और पुष्पांजलि के साथ हुई। कार्यक्रम में भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष किशुन कुमार दास जी ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी का रामायण के माध्यम से प्रस्तुत किया गया आदर्श जीवन-दर्शन आज भी हर घर में नैतिकता और आचरण की शिक्षा देता है।

मर्यादा, समर्पण, सत्य और कर्तव्य पालन के उनके सिद्धांत भारतीय संस्कृति के मूल स्तंभ हैं। इसके बाद वक्ताओं ने महर्षि वाल्मीकि जी के जीवन, उनके तप, त्याग और समाज सुधार में दिए गए योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी ने अपनी लेखनी से न केवल रामायण जैसी अमर काव्य रचना की, बल्कि समाज में सत्य, धर्म और कर्तव्यनिष्ठा की अमिट छाप छोड़ी। उन्होंने एक ऐसे समाज की कल्पना की थी, जहाँ सभी के साथ समान व्यवहार हो और हर व्यक्ति अपने कर्तव्यों का पालन निष्ठा से करे। मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद जी, कमाल खान जी, रंजन पासवान जी, जोगेंद्र लाल जी, खुदा राम जी, राजीव राज लाल जी, नीरज नायक जी, राजेन्द्र पासवान जी, सुबोध कुमार जी, संदीप कुमार जी, दुर्गा मरांडी जी, लक्ष्मी चन्द्र दीक्षित जी, शोभा यादव जी, प्रदीप रवि जी, इंद्रदेव राम जी, बिनोद कुमार जी, सुबोध कांत जी, सुजीत जायसवाल जी समेत भाजपा के कई गणमान्य जन उपस्थित रहे।

झारखंड में 8,932 सेरेब्रल पाल्सी मरीज: गोड्डा में सर्वाधिक 1,481, विशेषज्ञ और उपचार का अभाव

हर साल की तरह इस बार भी विश्व सेरेब्रल पाल्सी दिवस का आयोजन सोमवार को मात्र एक औपचारिकता बनकर रह गया, जबकि झारखंड में इस गंभीर समस्या पर सरकार और प्रशासन अब तक कोई ठोस पहल नहीं कर पाए हैं। राज्य में इस बीमारी से ग्रसित मरीजों की कुल संख्या 8,932 है, लेकिन सरकारी अस्पतालों में उपचार की सुविधा लगभग शून्य है।

विशेषज्ञों की भारी कमी

रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में इस गंभीर रोग के उपचार के लिए सरकारी अस्पतालों में न तो स्पीच थेरेपिस्ट हैं और न ही ऑक्युपेशनल थेरेपिस्ट। नतीजतन, मरीजों को उचित उपचार और परामर्श दोनों से वंचित रहना पड़ता है। धनबाद जिले में एक भी स्पीच थेरेपिस्ट नहीं है, और आसपास के जिलों में भी विशेषज्ञों की भारी कमी है।

मरीजों और उनके परिवारों को मजबूरीवश बेहतर इलाज के लिए दिल्ली, मुंबई या अन्य बड़े शहरों का रुख करना पड़ता है, जिससे उन पर आर्थिक और मानसिक बोझ कई गुना बढ़ जाता है।

सर्वाधिक मरीज गोड्डा और आसपास के क्षेत्रों में

राज्य के कुल मरीजों में से लगभग 36 प्रतिशत (3,193 मरीज) केवल चार जिलों—धनबाद, बोकारो, गिरिडीह और गोड्डा—में हैं।

जिला मरीजों की संख्या

गोड्डा 1,481 (सर्वाधिक)

बोकारो 825

गिरिडीह 531

धनबाद 356

कोडरमा 885

साहेबगंज 773

पलामू 446

सिमडेगा 07 (सबसे कम)

सरायकेला 19

सेरेब्रल पाल्सी और समाधान

क्या है बीमारी: सेरेब्रल पाल्सी एक न्यूरोलॉजिकल विकार है, जो बच्चे के मस्तिष्क के विकास के दौरान ऑक्सीजन की कमी या प्रसव के समय चोट लगने से होता है। यह विकार बच्चे की मांसपेशियों की गतिविधि, संतुलन, चाल-ढाल और बोलने की क्षमता को प्रभावित करता है।

उपाय: यह बीमारी जीवनभर रहती है, लेकिन शुरुआती पहचान (जन्म के 6 महीने के भीतर) और नियमित थेरेपी (फिजियोथेरेपी, स्पीच थेरेपी, ऑक्युपेशनल थेरेपी) से स्थिति में काफी सुधार लाया जा सकता है।

सरकार से यह अपेक्षा की जाती है कि वह प्रत्येक जिले में पुनर्वास केंद्र स्थापित करे, प्रशिक्षित थेरेपिस्ट की नियुक्ति सुनिश्चित करे और अभिभावकों के लिए जागरूकता अभियान चलाए, ताकि सेरेब्रल पाल्सी से जूझ रहे बच्चों का जीवन आसान हो सके।

घाटशिला (अजजा) विधानसभा उप-चुनाव: आदर्श आचार संहिता लागू, 11 नवंबर को मतदान

रांची: मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री के. रवि कुमार ने घोषणा की है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 45-घाटशिला (अ.ज.जा) विधानसभा क्षेत्र में उप-चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता (Model Code of Conduct) तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है।

श्री रवि कुमार ने निर्वाचन सदन से मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए उप-चुनाव की तिथियों की जानकारी दी:

गतिविधि तिथि

मतदान (Polling) 11 नवंबर

मतगणना (Counting) 14 नवंबर

चुनाव से जुड़े प्रमुख बिंदु

आचार संहिता: उप-चुनाव की घोषणा के बाद, आदर्श आचार संहिता केवल घाटशिला निर्वाचन क्षेत्र में ही लागू रहेगी।

मतदाता संख्या: घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,55,823 मतदाता हैं, जिनमें 1,24,899 पुरुष और 1,30,921 महिला मतदाता शामिल हैं।

मतदान केंद्रों का विवरण:

1200 से अधिक मतदाताओं वाले मतदान केंद्रों का युक्तिकरण (rationalization) किया गया है।

इसके बाद, विधानसभा क्षेत्र में 218 मतदान केंद्र लोकेशन पर मतदान केंद्रों की कुल संख्या 300 हो गई है।

निगरानी: चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए:

सभी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी के माध्यम से वेबकास्टिंग की जाएगी।

विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत और सीमाओं पर चेकपोस्ट तैयार किए जाएंगे, जिनकी निगरानी भी सीसीटीवी वेबकास्टिंग के माध्यम से की जाएगी।

इस अवसर पर संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री सुबोध कुमार सहित मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

हेमंत सरकार सबकी सुरक्षा और सम्मान के लिए प्रतिबद्ध है - किसी एक धर्म के लिए नहीं : विनोद पांडेय

झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता विनोद पांडेय ने कहा कि भाजपा झूठ, भ्रम और सांप्रदायिकता के सहारे जनता को गुमराह करने में लगी है। हेमंत सरकार सबकी सुरक्षा और सम्मान के लिए प्रतिबद्ध है - किसी एक धर्म के लिए नहीं।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और झारखंड सरकार पर लगाए गए आरोपों पर झामुमो ने कड़ा पलटवार करते हुए कहा कि झारखंड की अस्मिता और सामाजिक ताने-बाने को सबसे ज़्यादा नुकसान भाजपा की राजनीति ने पहुंचाया है, जो हर बात में धर्म और नफरत का रंग भरने की कोशिश करती है।

उन्होंने कहा कि सिमडेगा में चर्च की सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक बैठक पूरी तरह एक कानूनी और शांति-सुव्यवस्था का मामला है, न कि किसी धर्म विशेष के पक्ष में उठाया गया कदम। प्रवक्ता पांडेय ने माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कही बात - ''एकता राज्य के लोगों का सबसे बड़ा हथियार है, जिन्हें "न तो विभाजित किया जा सकता है और न ही चुप कराया जा सकता है" का खासतौर पर उल्लेख किया।

झामुमो प्रवक्ता पांडेय ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नेतृत्व झारखंड में धार्मिक सद्भावना - विभिन्न धर्मों और धार्मिक समूहों के बीच आपसी समझ, सम्मान, सहनशीलता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को दर्शाता है, जिसमें सभी लोग एक दूसरे के विश्वासों का आदर करते हैं और भेदभाव या संघर्ष के बजाय सामंजस्य में रहते हैं। श्री हेमंत सोरेन जी की इसी ताकत के आगे भाजपा की राजनीति धराशायी हो गई है। कहने की जरूरत नहीं - झारखंड के इतिहास में लगातार दूसरी बार राज्य की महान जनता ने हेमंत सोरेन को सत्ता की बागडोर सौंपी। वह भी प्रचंड बहुमत के साथ।

विनोद पांडेय ने कहा कि हेमंत सरकार का स्पष्ट दृष्टिकोण है कि राज्य के हर नागरिक की सुरक्षा, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या क्षेत्र से जुड़ा हो। उन्होंने कहा कि भाजपा इस बात से बेचैन है कि हेमंत सरकार लगातार सामाजिक सौहार्द और विकास की दिशा में काम कर रही है, जबकि भाजपा की राजनीति केवल झूठे आरोपों और धार्मिक ध्रुवीकरण पर टिकी है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने हमेशा सभी धार्मिक स्थलों सरना स्थलों, मांझी थानों, मंदिरों, मस्जिदों और गुरुद्वारों की सुरक्षा सुनिश्चित की है। जब भी कहीं तनाव या विवाद की स्थिति बनी, प्रशासन ने तुरंत हस्तक्षेप कर शांति कायम की है और लोगों ने भी मिसाल पेश किया है। लेकिन, भाजपा को इन तथ्यों से कोई मतलब नहीं, उसका एकमात्र एजेंडा झूठ और भय फैलाकर वोट बटोरना है।

उन्होंने सवाल पूछा - मरांडी जी बताएं, उनके शासनकाल में कितने सरना, मंदिर या गुरुद्वारा सुरक्षित थे? कितनी घटनाओं में दोषियों पर कार्रवाई हुई थी ?

अंत में उन्होंने कहा कि भाजपा को याद रखना चाहिए कि झारखंड की धरती विविधता में एकता की प्रतीक है। यहां लोगों की अस्मिता और अधिकार का सवाल सर्वोपरि है और हेमंत सरकार उसी की रक्षा के लिए संकल्पित है।

ममता सरकार में भाजपा नेताओं की जान सुरक्षित नहीं.....समीर उरांव


भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व राज्यसभा सदस्य समीर उरांव ने पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर बड़ा निशाना साधा।

उरांव ने कहा कि ममता सरकार में सत्ता संपोषित गुंडागर्दी हावी है। आम जनता के साथ जन प्रतिनिधि भी सुरक्षित नहीं हैं। आम खास सभी भयभीत और परेशान हैं। बहन बेटियां असुरक्षित हैं।

कहा कि आज पश्चिम बंगाल के जनजाति क्षेत्र में भारी बारिश के कारण आम जन जीवन तबाह हो चुका है। कुच बिहार,अलीपुरद्वार,जलपाईगुड़ी, सिलिगुड़ी जैसे क्षेत्र के चाय बागान आदि जगहों में बड़ी तबाही हुई है। ऐसे में एक जन प्रतिनिधि के नाते मालदा के सांसद खगेन मुर्मू जनता के दुखदर्द को बांटने जा रहे थे।और ऐसे में नागड़ा काटा के पास सांसद के ऊपर टीएमसी के गुंडों के द्वारा कातिलाना हमला किया गया।वे ईश्वर की कृपा से जान बचा पाए।

कहा कि पूरे बंगाल में जंगलराज व्याप्त है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सत्ता मद में गुंडों को पोश रही है।

श्री उरांव ने सांसद वाकई ऊपर हुए हमले की उच्च स्तरीय जांच कराकर अपराधियों को कठोर दंड देने की मांग की।

स्वास्थ्य सेवा आपके द्वार - मुख्य कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार सहगल ने किया मोबाइल मेडिकल यूनिट का शुभारंभ

पटरातू विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (PVUNL) की ओर से आज मोबाइल मेडिकल यूनिट (Mobile Medical Unit - MMU) का शुभारंभ किया गया। इस यूनिट का उद्घाटन श्री ए. के. सेहगल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, PVUNL द्वारा किया गया। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, PVUNL के अधिकारीगण तथा चिकित्सा दल के सदस्य उपस्थित थे।

तीन वर्षों की अवधि के लिए प्रारंभ की गई यह मोबाइल हेल्थ क्लिनिक परियोजना, पीवीयूएनएल की सामुदायिक विकास (CD) गतिविधियों के अंतर्गत संचालित होगी। यह यूनिट परियोजना के आसपास स्थित 13 गांवों में नियमित रूप से स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगी।

इस सेवा के अंतर्गत प्रत्येक माह 24 दिनों तक गांव-गांव जाकर मुफ्त चिकित्सा परामर्श, सामान्य स्वास्थ्य जांच, मुफ्त दवा वितरण तथा किट द्वारा बेसिक पैथोलॉजिकल टेस्ट की सुविधा दी जाएगी।

इस मोबाइल मेडिकल यूनिट में चिकित्सक, प्रशिक्षित नर्स, फार्मासिस्ट/कंपाउंडर स्वास्थ्य सेवा देने हेतु उपस्थिति रहेंगे ।

इस पहल से लगभग 13 गांवों के करीब 1,20,000 ग्रामीणों लाभान्वित होंगे। PVUNL द्वारा यह कदम क्षेत्र के ग्रामीणों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उनके द्वार तक पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

दुर्गा पूजा के बाद उपायुक्त रांची के जनता दरबार में उमड़ी भीड़, कई समस्याओं का 'ऑन द स्पॉट' समाधान

रांची: दुर्गा पूजा की समाप्ति के बाद आयोजित जनता दरबार में सोमवार को उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी, रांची, श्री मंजूनाथ भजंत्री के समक्ष बड़ी संख्या में फरियादी पहुंचे। जनता दरबार में सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोगों की भीड़ अधिक रही, जिनकी समस्याओं को उपायुक्त ने प्राथमिकता से सुना।

मुख्य मामलों का तत्काल निष्पादन

जनता दरबार में कई शिकायतों का 'ऑन द स्पॉट' निष्पादन किया गया:

वृद्धा पेंशन की समस्या का समाधान: सामाजिक सुरक्षा के तहत वृद्धा पेंशन नहीं मिलने की शिकायत लेकर आई एक महिला की समस्या का तुरंत समाधान किया गया। जांच में पाया गया कि पेंशन स्वीकृत थी, लेकिन KYC अपडेट न होने के कारण राशि निकासी में बाधा आ रही थी। उपायुक्त ने संबंधित बैंक को तुरंत DBT (Direct Benefit Transfer) चालू करने का निर्देश दिया।

पारिवारिक बेदखली पर त्वरित कार्रवाई: डोरंडा निवासी एक बुजुर्ग अपने बेटों द्वारा जमीन से बेदखल किए जाने की भावुक शिकायत लेकर पहुंचे। उपायुक्त श्री भजंत्री ने सिटी एसपी और संबंधित अंचल अधिकारी को इस संबंध में तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

भू-राजस्व मामलों पर विशेष ध्यान

जनता दरबार में दाखिल-खारिज, सीमांकन, दोहरी जमाबंदी, भूमि पर अवैध कब्जा, पंजी-2 में सुधार जैसे कई राजस्व संबंधी मामले आए। उपायुक्त ने:

प्रत्येक मामले के दस्तावेजों की स्वयं जांच की और संबंधित अंचल अधिकारियों से फोन पर वार्ता कर त्वरित समाधान के निर्देश दिए।

राहे अंचल के निवासी धनंजय महतो की जमीन के प्लॉट नंबर सुधार की शिकायत का तुरंत निष्पादन कराया गया।

खतियानी रैयतों की जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायतों पर उन्होंने अंचल अधिकारियों को सुरक्षा सुनिश्चित करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि किसी भी रैयत को परेशानी न हो।

अंचल स्तर पर भी जनता दरबार का आयोजन

सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की सुविधा को देखते हुए उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री के निर्देश पर हर मंगलवार को जिले के सभी अंचल कार्यालयों में भी जनता दरबार का आयोजन किया जा रहा है। इसमें अंचल अधिकारी, अंचल निरीक्षक और राजस्व कर्मचारी उपस्थित रहकर समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। उपायुक्त ने सभी जिलावासियों से इसका लाभ उठाने की अपील की है।

अंत में, उपायुक्त ने कहा कि जनता दरबार का मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों की समस्याओं का त्वरित और पारदर्शी समाधान सुनिश्चित करना है, ताकि लोगों को प्रशासनिक सेवाओं का सीधा लाभ मिल सके।

दीपक वर्मा ने CISF पूर्वी क्षेत्र के महानिरीक्षक (IG) का पदभार संभाला

रांची: दीपक वर्मा ने 1 अक्टूबर, 2025 को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के पूर्वी क्षेत्र मुख्यालय, रांची में महानिरीक्षक (Inspector General - IG) के रूप में पदभार ग्रहण किया है। वे एक अनुभवी अधिकारी हैं जो 1993 में सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से CISF में शामिल हुए थे।

करियर की मुख्य उपलब्धियां और विशेषज्ञता

विमानन सुरक्षा में योगदान: महानिरीक्षक बनने से पहले, उन्होंने पूर्वी और उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों के 20 हवाई अड्डों में उप महानिरीक्षक (DIG) के रूप में निगरानी की।

उनके प्रयासों से गुवाहाटी हवाई अड्डे पर विमानन सुरक्षा प्रशिक्षण संस्थान (ASTI) की स्थापना हुई।

उन्होंने पटना हवाई अड्डे पर नया एकीकृत टर्मिनल भवन का प्रबंधन संभाला।

लेंगपुई, आइजोल (मिजोरम) में CISF की तैनाती सुनिश्चित की।

विस्तृत अनुभव: अपने 32 वर्षों के करियर में, उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में यूनिट कमांडर के रूप में कार्य किया है, जिनमें बंदरगाह, तेल, करेंसी नोट प्रेस, बिजली, इस्पात, प्रशिक्षण अकादमी और हवाई अड्डा शामिल हैं।

सुरक्षा और नक्सल प्रभावित क्षेत्र: उन्होंने त्रिपुरा/असम और मिदनापुर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा भी संभाली।

सुरक्षा सलाहकार: वह CISF परामर्श शाखा के नियुक्त सलाहकार हैं और उन्होंने आईआईटी खड़गपुर, टिस्को जमशेदपुर, अल्माटी बांध, विक्टोरिया मेमोरियल, ताजमहल जैसे प्रमुख संस्थानों की सुरक्षा परामर्श में योगदान दिया है।

अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण: उन्होंने बोस्टन (यूएसए) में पोस्ट ब्लास्ट जांच और आत्मघाती हमलों को रोकने का विशेष प्रशिक्षण लिया है, साथ ही हैदराबाद में राष्ट्रीय औद्योगिक सुरक्षा अकादमी में आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण का नेतृत्व किया।

पुरस्कार: उनकी सेवाओं के लिए उन्हें 2018 में CISF स्थापना दिवस पर महानिदेशक की प्रशंसा डिस्क से सम्मानित किया गया था।

शैक्षणिक पृष्ठभूमि

दीपक वर्मा की शैक्षणिक योग्यता काफी मजबूत है:

उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU), नई दिल्ली से एमए और एमफिल किया।

उन्होंने रांची विश्वविद्यालय के सेंट कोलंबस कॉलेज से भूगोल में स्वर्ण पदक प्राप्त किया और प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए।

उन्होंने जेआरएफ/नेट (JRF/NET) भी उत्तीर्ण किया, जिसके कारण वे व्याख्यान और छात्रवृत्ति के पात्र रहे।

दीपक वर्मा की विशेषज्ञता और मजबूत पृष्ठभूमि से CISF को राष्ट्र की महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा और संगठन की नई ऊँचाइयों को हासिल करने में निरंतर सहायता मिलेगी।