ऑपरेशन सिंदूर में मसूद अजहर की फैमिली के उड़ गए थे चीथड़े, जैश कमांडर मसूद इलियास ने कबूला

#pakistanmasoodazharfamilytornapartinopsindoorjaishcommander_admits

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना की स्ट्राइक में जैश के आतंकी मसूद अजहर का पूरा परिवार खत्म हो गया था। जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर मसूद इलियास ने ये बात कबूल की है। मसूद इलियास ने कहा है कि भारत के हमले में मसूद अजहर का पूरा परिवार मारा गया है। इलियास का कहना है कि 7 मई की रात को मसूद परिवार के लोग बहावलपुर में सो रहे थे। स्ट्राइक में परिवार टुकड़ों में बिखर गया।

भारत ने 6-7 मई की रात, जब ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, उसी के बाद कह दिया था कि मसूद अजहर का पूरा परिवार और दर्जनों आतंकवादी मारे गये हैं, लेकिन अब ऑपरेशन सिंदूर के कई महीने बाद अब आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के कमांडर ने ये बात कबूली है।

7 मई को मौलाना मसूद के परिवार हुआ तबाह

जैश ए मोहम्मद के कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मसूद इलियास कश्मीरी ने बताया कि किस तरह से भारतीय सशस्त्र बलों ने उनके ठिकानों को निशाना बनाया और उन्हें तबाह कर दिया। वीडियो में मसूद इलियास कहते हुए सुनाई दे रहा है कि अपने देश की सीमाओं की हिफाजत के लिए हम दिल्ली में लड़े, काबुल और कांधार में लड़े। सबकुछ कुर्बान करने के बाद 7 मई को मौलाना मसूद अजहर के परिवार को तबाह कर दिया गया। भारतीय सुरक्षा बलों ने बहावलपुर में उन्हें टुकड़े-टुकड़े कर दिया।

भारतीय मिसाइल हमलों में 14 लोगों की मौतों

मसूद इलियास ने माना है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बहावलपुर के मार्काज सुब्हान अल्लाह कॉम्प्लेक्स जैश का मुख्यालय था। उस पर भारतीय मिसाइल हमलों में मसूद अजहर के 10 परिवारजन और 4 सहयोगी मारे गए। इनमें अजहर की बहन, उसका पति और कई बच्चे शामिल थे। पाकिस्तानी मीडिया ने शुरुआत में 14 मौतों की रिपोर्ट की थी, लेकिन अजहर ने खुद पुष्टि की कि उनका पूरा परिवार खत्म हो गया। यह कॉम्प्लेक्स 15 एकड़ में फैला था, जहां युवाओं को ट्रेनिंग और कट्टरपंथी शिक्षा दी जाती थी।

युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा की मुश्किलें बढ़ीं, ईडी ने भेजा नोटिस, सोनू सूद को भी पूछताछ के लिए बुलाया

#edsummonsyuvrajsinghsonusoodrobinuthappa1xbetillegalbettingappcase

अवैध बेटिंग ऐप 1xBet से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में कई नामचीन हस्तियों को पूछताछ के लिए तलब किया गया है। ईडी ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा को पूछताछ के लिए तलब किया है। उथप्पा को 22 सितंबर और युवराज को 23 सितंबर को दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है। इस केस में क्रिकेटर सुरेश रैना और शिखर धवन से भी पूछताछ हो चुकी है। इन दो भारतीय क्रिकेटरों के अलावा अभिनेता सोनू सूद के साथ भी 23 सितंबर को ईडी की पूछताछ होने की खबर है।

इन भारतीय क्रिकेटर्स से पहले हो चुकी है पूछताछ

इस मामले में ईडी पहले ही भारतीय क्रिकेटर्स शिखर धवन, सुरेश रैना और हरभजन सिंह से पूछताछ कर चुकी है। अब युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा को ऑनलाइन बेटिंग ऐप 1xBet के प्रचार से जुड़े आरोपों पर तलब किया गया है। इसके अलावा, कुछ अन्य कंपनियां और डिजिटल प्लेटफॉर्म भी जांच के दायरे में आ चुके हैं। पिछले महीने, ईडी ने एक अन्य ऑनलाइन बेटिंग एप परिमैच से जुड़े मामले में कई राज्यों में छापेमारी भी की थी।

अभिनेत्री उर्वशी रौतेला

इस केस में सोमवार को पूर्व तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद और अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती का बयान भी दर्ज किया गया। मंगलवार को बंगाली अभिनेता अंकुश हाजरा ने इस मामले में ईडी के सामने पेश होकर अपना बयान दर्ज कराया। वहीं, अभिनेत्री उर्वशी रौतेला, जो 1xBet की इंडिया ब्रांड एंबेसडर हैं, अब तक अपने तय दिन पर पेश नहीं हुई हैं। एजेंसी फिलहाल उनके रुख का इंतजार कर रही है।

क्या है मामला?

ईडी पूछताछ के दौरान यह समझना चाहती है कि क्रिकेटरों की इस एप में क्या भूमिका रही है या संबंध रहे हैं। ईडी यह जांच कर रही है कि क्या युवराज या उथप्पा ने इस बेटिंग एप के प्रचार में अपनी छवि का इस्तेमाल किया और इसके बदले कोई भुगतान लिया या नहीं। पूछताछ धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की जा रही है और उथप्पा और युवराज के बयान भी इसी अधिनियम के तहत ही दर्ज किए जाएंगे। ईडी इस अवैध नेटवर्क में उनके किसी भी वित्तीय या गैर-वित्तीय साझेदारी का पता लगाने की कोशिश कर रही है।

हिमाचल से उत्तराखंड तक तबाही का मंजर, देहरादून के सहस्रधारा में बादल फटा, मंडी में बारिश ने बरपाया कहर

#dehraduncloudburstfloodinmandi_dharampur

उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर तबाही मची है। उत्तराखंड में लगातार बारिश अपना कहर बरपा रही है। देर रात देहरादून के सहस्रधारा क्षेत्र में बादल फटने से भारी तबाही मची है। वहीं मसूरी में देर रात भारी बारिश से मजदूरों के आवास के ऊपर मलबा आ गया। घटना में एक मजदूर की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया। इधर हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर पहाड़ों पर आफत की बारिश आई है। मंडी जिले में मूसलधार बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। पिछले 24 घंटों से जारी तेज बारिश ने नदियों और नालों का जलस्तर अचानक बढ़ा दिया है। इस विपदा में 3 लोगों की मौत हो गई है।

करीब 100 लोग फंसे

सहस्रधारा क्षेत्र में सोमवार देर रात बादल फटा। स्थानीय लोगों के मुताबिक मुख्य बाजार में मलबा आने से दो से तीन बड़े होटल और कई दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। कार्डीगाड़ के ग्राम प्रधान राकेश जवाड़ी ने अमर उजाला को बताया कि घटना रात करीब साढ़े 11 बजे की है। कार्डीगाड़ में बादल फटने के बाद मुख्य बाजार में बड़े पैमाने पर मलबा आ गया। इससे दो से तीन बड़े होटल क्षतिग्रस्त हो गए जबकि एक मार्केट में बनीं करीब 7 से 8 दुकानें ध्वस्त हो गईं। वहां पर करीब 100 लोग फंस गए थे जिन्हें गांव वालों ने सकुशल रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

मसूरी में भी मलबा आने से मजदूर की मौत

दूसरी तरफ मसूरी में भी झड़ी पानी में एक मजदूर के आवास पर मलबा आ गया. घटना में एक मजदूर की मौत हो गई है और एक गंभीर रूप से घायल हो गया है। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गई और घायल मजदूर को उपचार के लिए अस्पताल ले गए। शहर कोतवाल संतोष कुमार ने बताया कि बारिश का पानी और मलबा मजदूर के कच्चे आवास के ऊपर आ गया था। इससे एक मजदूर की मलबे में दबने से मौके पर ही मौत हो गई और एक मजदूर घायल हो गया है।

हिमाचल प्रदेश में आफत की बारिश

दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश में आफत की बारिश आई है। मंडी जिले में पिछले 24 घंटों से जारी तेज बारिश ने नदियों और नालों का जलस्तर अचानक बढ़ा दिया है। इस विपदा में 3 लोगों की मौत हो गई है। धर्मपुर में देखते ही देखते पानी का सैलाब बाजार और बस अड्डे में घुस गया। धर्मपुर बस अड्डा पूरी तरह जलमग्न हो गया है। वहां खड़ी कई बसें पानी में बह गईं। बाजार की दर्जनों दुकानें और स्टॉल भी बहाव की चपेट में आ गए। लोगों के घरों में घुटनों तक पानी भर गया और सारा सामान बर्बाद हो गया।

संजय राउत का बड़ा बयान, बोले- फिक्स था भारत-पाकिस्तान मैच, PCB को मिले 1000 करोड़

#indiapakistanasiacupmatchwasfixedclaimsshivsenaubtmpsanjay_raut

शिवसेना (यूबीटी) नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सनसनीखेज दावा किया है। संजय राउत ने लगाया कि रविवार को खेले गए भारत-पाकिस्तान एशिया कप मैच में फिक्स था। इस पर करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये का सट्टा खेला गया। उन्होंने आरोप लगाया कि ये मैच फिक्स था और 1.5 लाख करोड़ रुपये के जुए में से 50,000 करोड़ रुपये सीधे पाकिस्तान को चले गए। राउत ने सवाल उठाया कि जब भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को आर्थिक मदद न मिलने की बात करता है तो फिर खुद क्यों उसे फायदा पहुंचा रहा है।

राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, मैच होना सरकार की निर्लजता है। दुबई, अबूधाबी या ट्रंप के मैदान, कहीं भी मैच हुआ हो। अगर भारत-पाकिस्तान मैच खेला है तो ये हमारे फौज का, शहीदों का, महिलाओं का अपमान है। मैच खेलने से क्या सिंदूर वापस आएगा?

भारत की मदद से पाकिस्तान को पैसा मिला-संजय राउत

संजय राउत ने कहा, मैच होने से 1000 करोड़ रुपया पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को मिला है। डेढ़ लाख करोड़ रुपये का सट्टा लगा। पूरा मैच फिक्स था। उसमें से 50 हजार करोड़ रुपया पाकिस्तान को गया। आईएमएफ और एशियन डेवलपमेंट बैंक से आपने कहा कि लोन नहीं दें। क्योंकि ये पैसा आतंकवादी गतिविधि में इस्तेमाल होगा। कल जो भारत की मदद से पाकिस्तान को पैसा मिला, उसका क्याष अमित शाह के बेटे जय शाह ने पैसे दिए। ये तो आतंकवाद में ही पैसे का इस्तेमाल होगा।

संजय राउत का सनसनीखेज आरोप

राउत का दावा है कि सरकार ने रणनीति के तहत पाकिस्तान को आर्थिक मदद पहुंचाई ताकि वहां की आतंकवादी गतिविधियां मजबूत हों और फिर इसका राजनीतिक फायदा उठाया जा सके। राउत ने पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर की सराहना की कि उन्होंने मैच का विरोध करने की बात कही थी, लेकिन भारत सरकार ने खुद परमिशन दी। राउत के मुताबिक, यह साफ करता है कि पाकिस्तान से मैच खेलने का फैसला सरकार की इच्छा से ही हुआ।

हाथ न मिलाने की को बताया 'नाटक'

पाकिस्तान के साथ हुए मुकाबले को भारत ने बड़ी ही आसानी से जीत लिया। हालांकि, मैच के बाद खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया। राउत ने इस कदम को भी दिखावा करार दिया। उन्होंने कहा कि यह कोई आकस्मिक फैसला नहीं था बल्कि बीसीसीआई और टीम मैनेजमेंट की सहमति से लिया गया निर्णय था।

शिवसेना समेत विपक्ष कर रहा था मैच का विरोध

बता दें कि शिवसेना (यूबीटी) मैच के खिलाफ पहले ही आंदोलन का ऐलान कर चुकी थी। शिवसेना ने सिंदूर रक्षा आंदोलन चलाया। दरअसल, विपक्षी पार्टियों का कहना था कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाक के बीच मैच नहीं होना चाहिए।

भारत ने एशिया कप के चर्चित मुकाबले में रविवार (14 सितंबर) को पाकिस्तान को सात विकेट से हरा दिया था। पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान की टीम 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 127 रन ही बना सकी। वहीं भारतीय टीम ने 15.5 ओवर में 3 विकेट पर 131 रन बनाकर मैच 7 विकेट से जीत लिया।

वक्फ संशोधन कानून पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, पूरे एक्ट पर रोक से इनकार

#waqfamendmentactsupremecourt_verdict

सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 को लेकर बड़ा फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने सभी प्रावधानों पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। सीजेआई गवई ने साफ किया कि इस पूरे कानून पर रोक लगाने का कोई आधार नहीं है। कोर्ट ने दो अहम प्रावधानों पर रोक लगाई गई है। जिन दो प्रावधानों पर रोक लगाई है वो है- जिला कलेक्टर यह तय नहीं कर सकता कि कोई संपत्ति वक्फ है या नहीं यह काम विधायिका और न्यायपालिका की भूमिका में हस्तक्षेप करता है और शक्तियों के विभाजन के सिद्धांत का उल्लंघन है। साथ ही उस प्रावधान पर रोक लगा दी है जिसके अनुसार वक्फ बनाने के लिए किसी व्यक्ति को 5 वर्षों तक इस्लाम का अनुयायी होना जरूरी था।

शीर्ष अदालत ने वक्फ कानून से जुड़ी धारा 3 और धारा 4 पर रोक लगा दी है। सुनवाई के बाद अदालत ने कहा कि हमारे पास पूरे कानून पर रोक लगाने का अधिकार नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये फैसला कानून की संवैधानिकता पर नहीं है। अदालत ने कहा कि वक्फ बोर्ड का सीईओ मुस्लिम समुदाय से हो। कोर्ट ने कहा कि वक्फ बोर्ड को 11 सदस्यों में तीन से अधिक गैर -मुस्लिम ना हो। कोर्ट ने इसके साथ ही राजस्व से संबंधित कानून पर रोक लगाई है।

सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 की उस प्रावधान पर रोक लगा दी है, जिसके तहत किसी व्यक्ति को वक्फ बनाने के लिए कम से कम 5 वर्षों तक इस्लाम का अनुयायी होना अनिवार्य था। अदालत ने कहा कि यह रोक तब तक लागू रहेगी जब तक राज्य सरकारें यह निर्धारित करने के लिए नियम नहीं बना लेतीं कि कोई व्यक्ति इस्लाम का अनुयायी है या नहीं।

सीजेआई ने कहा कि हमने यह माना है कि किसी कानून की संवैधानिकता का अनुमान हमेशा उसके पक्ष में होता है। केवल अत्यंत दुर्लभ मामलों में ही उस पर रोक लगाई जाती है। उन्होंने कहा कि हमने 1923 के अधिनियम से लेकर अब तक की विधायी पृष्ठभूमि का अध्ययन किया है। हमने प्रत्येक धारा को लेकर प्राथमिक स्तर पर चुनौती पर विचार किया, और पक्षों को सुनने के बाद यह पाया कि पूरे अधिनियम के प्रावधानों पर रोक लगाने का मामला सिद्ध नहीं हुआ है।

किन तीन मुद्दों पर सुनाया अंतरिम फैसला?

• क्या वक्फ घोषित की गई संपत्तियों को अदालतें वक्फ की सूची से हटा (डिनोटिफाई करना) सकती हैं या नहीं?

• क्या कोई संपत्ति उपयोग के आधार पर वक्फ (वक्फ बाय यूजर) या किसी दस्तावेज के जरिए वक्फ (वक्फ बाय डीड) घोषित की जा सकती है?

• अगर किसी जमीन को पहले अदालत ने वक्फ घोषित कर दिया हो, तो क्या सरकार बाद में उसे वक्फ की सूची से हटा सकती है या नहीं?

अप्रैल में दोनों सदनों से मिली थी मंजूरी

बता दें कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 को 8 अप्रैल को अधिसूचित किया गया था, इसके पहले 5 अप्रैल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इसकी मंज़ूरी दी थी. लोकसभा ने 3 अप्रैल को और राज्यसभा ने 4 अप्रैल को इसे मंजूरी दी थी। संसद से जैसे ही इसको मंजूरी मिली. उसी के बाद इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। अंतरिम आदेश सुरक्षित रखने से पहले सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने लगातार तीन दिनों तक सुनवाई की। इसमें उन वकीलों की दलीलें सुनी गईं जो संशोधित वक्फ कानून को चुनौती दे रहे हैं, और केंद्र सरकार की तरफ से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की दलीलें भी सुनी गईं।

पाकिस्तान को रौंदने के बाद भारतीय खिलाड़ियों का बड़ा फैसला, हाथ न मिलाने पर मचा बवाल

#silentboycottindiaskipshandshakesandshutsdoorafterdominantwinoverpak

एशिया कप में भारत ने पाकिस्तान को अपने दूसरे मैच में 7 विकेट से पीट दिया। दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए मैच के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने पहलगाम पीड़ितों के सम्मान में पाकिस्तान के किसी भी खिलाड़ी से हाथ नहीं मिलाया। भारतीय खिलाड़ी फौरन ड्रेसिंग रूम का दरवाजा बंद करके अंदर चले गए। टॉस के समय भी कुछ ऐसा ही हुआ था। टॉस होने के बाद सूर्यकुमार यादव और सलमान अली आगा ने भी हाथ नहीं मिलाया था। ऑपरेशन सिंदूर में जिस तरह से भारतीय सेना के जाबांजों ने पाकिस्तान को धूल चटाई थी, ठीक उसी तरह भारत ने पाकिस्तान को खेल के मैदान पर भी आईना दिखाते हुए उनकी किरकिरी कर दी।

भारतीय खिलाड़ियों ने पाक के साथ नहीं निभाई कोई औपचारिकता

आमतौर पर मुकाबले के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ी हाथ मिलाते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव विजयी छक्का लगाने के बाद शिवम दुबे के साथ सीधे पवेलियन की ओर बढ़ गए। भारतीय खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ ने आपस में गले मिलकर जीत का जश्न मनाया लेकिन पाकिस्तान टीम से कोई औपचारिकता नहीं निभाई।

मैदान पर खड़े इंतजार करते रहे पाकिस्तानी खिलाड़ी

इतना ही नहीं, मैच के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें भारतीय टीम का एक सदस्य सभी खिलाड़ियों और स्टाफ के ड्रेसिंग रूम में पहुंचने के बाद ड्रेसिंग रूम का दरवाजा बंद करता नजर आता है, जबकि पाकिस्तान के खिलाड़ी मैदान पर खड़े इंतजार करते दिख रहे हैं। वीडियो में साफ दिखता है कि भारतीय खिलाड़ी आपस में जश्न मना रहे थे और जैसे ही पाकिस्तानी टीम एक लाइन बनाकर भारत से हाथ मिलाने के लिए आगे बढ़ती है, भारतीय ड्रेसिंग रूम का दरवाजा अंदर से बंद कर दिया गया।

सूर्यकुमार यादव का बड़ा बयान

वहीं, जीत के बाद कप्तान सूर्यकुमार यादव ने साफ कहा, हमने टीम के तौर पर फैसला लिया था। हम यहां सिर्फ खेलने आए थे और मैदान पर जवाब दिया। कुछ चीजें खेल भावना से ऊपर होती हैं। हम पहलगाम हमले के पीड़ितों के साथ मजबूती से खड़े हैं। यह जीत हम अपने उन सैनिकों को समर्पित करते हैं जिन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' में हिस्सा लिया और बहादुरी दिखाई। उम्मीद है कि वे हम सभी को प्रेरित करते रहेंगे और जब भी हमें मौका मिलेगा, हम उन्हें मैदान पर मुस्कुराने का और कारण देंगे।

आखिरकार ट्रंप ने कबूली सच्चाई, बोले- रूसी तेल पर टैरिफ के फैसले से भारत संग रिश्ते में आई दरार

#donaldtrumpbigstatementsaidimposingtariffsonindiacreateda_rift 

अमेरिका और भारत के रिश्तों में पिछले दिनों कड़वाहट देखी गई। हालांकि, अमेरिका के प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के पहल ने फिर से रिश्तों को बहाल का है। अब पहली बार ट्रंप ने माना है कि उनकी ओर से लगाए गए टैरिफ से भारत के साथ रिश्ते में तनाव आया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में बड़ी बात कही है। उन्होंने इंटरव्यू के दौरान कहा, भारतीय वस्तुओं पर अमेरिकी टैरिफ ने भारत के साथ दरार पैदा की है। इस दौरान ट्रंप ने ये भी स्वीकार किया कि रूस-यूक्रेन विवाद, जिसके सुलझने की उन्हें सबसे आसान उम्मीद थी, अभी तक अनसुलझा है। इसे सभी ने हल्के में ले लिया था।

ट्रंप ने शुक्रवार को एक इंटरव्यू में भारत पर टैरिफ और संबंधों में तनाव पर बात की है। ट्रंप ने स्वीकार किया है कि भारत पर उन्होंने जो 50 फीसदी टैरिफ लगाया, वह सीधे तौर पर रूस से भारत की तेल खरीदारी के कारण था और यही कदम दोनों देशों के रिश्तों में दरार की वजह बना। उन्होंने कहा, भारत रूसी तेल का एक बड़ा ग्राहक है। मैंने इसे रोकने के लिए भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया क्योंकि वे रूस से तेल खरीदते हैं। यह कोई आसान काम नहीं है। यह बड़ी बात है और इससे भारत के साथ रिश्ते में दरार पैदा होती है।

रूस-यूक्रेन विवाद को नहीं सुलझा सकने की बात मानी

भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ पर चर्चा करने से पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति ने स्वीकार किया कि वे रूस-यूक्रेन विवाद को नहीं सुलझा पाए हैं, जो उनके विचार में सबसे आसान होता। उन्होंने फॉक्स न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में कहा, मुझे लगा था कि यूक्रेन और रूस के बीच सबसे आसान होगा। टैंगो के लिए दो लोगों की जरूरत होती है। जब पुतिन ऐसा करना चाहते थे, तो जेलेंस्की नहीं करते थे। जब जेलेंस्की ऐसा करना चाहते थे, तो पुतिन नहीं करते थे। अब जेलेंस्की ऐसा करना चाहते हैं और पुतिन पर सवालिया निशान है। हमें बहुत सख्ती से जवाब देना होगा। पुतिन के साथ मेरे हमेशा अच्छे संबंध रहे हैं, यही एकमात्र युद्ध है जिसका मैं समाधान नहीं कर पाया हूं। 

भारत-पाक संघर्ष पर बयान

ट्रंप ने एक बार फिर से यह भी दोहराया कि उन्होंने राष्ट्रपति के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल में कई युद्ध रुकवा दिए हैं। साक्षात्कार के दौरान उन्होंने अन्य संघर्षों को सुलझाने में अपने रिकॉर्ड को भी दोहराया। ट्रंप ने कहा, 'मैंने सात युद्ध रोके, सात। मैंने पाकिस्तान और भारत समेत कई युद्ध सुलझाए। कुछ तो अनसुलझे थे। कांगो और रवांडा, मैंने सुलझाया। लाखों लोग मारे गए। मैंने ऐसे युद्ध सुलझाए जो अनसुलझे थे।

बता दें कि भारत-पाक संघर्ष पर ट्रंप कई बार ऐसे दावे कर चुके हैं। हालांकि भारत ने उनके दावे को पूरी तरह खारिज किया है।

मणिपुर में पीएम मोदी ने दिया शांति का संदेश, बोले- मैं आपके साथ हूं

#pmnarendramodimanipurvisit

जातीय हिंसा से जूझ रहे मणिपुर को प्रधानमंत्री मोदी ने बड़ी सौगात दी है। 2023 मणिपुर हिंसा के बाद पहली बार वहां पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। मणिपुर के चूड़ाचांदपुर में पीएम मोदी ने विस्थापितों से मुलाकात की। मणिपुर में हुई हिंसा के दौरान चूड़ाचांदपुर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था। यहां पहुंचकर पीएम मोदी ने कहा कि मैं आपके साथ हूं, भारत सरकार मणिपुर के लोगों के साथ है।

7 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मणिपुर का दौरा किया। दो साल पहले भड़की हिंसा के बाद पीएम मोदी का यह इस पूर्वोत्तर राज्य का पहला दौरा है। उन्होंने मणिपुर के चुराचांदपुर में विभिन्न विकास कार्यों की आधारशिला रखी। पीएम मोदी ने 7 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास हुआ है। पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि ये प्रोजेक्ट्स मणिपुर के लोगों की, यहां हिल्स पर रहने वाले ट्राइबल समाज की जिंदगी को और बेहतर बनाएंगे। इसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि खराब मौसम के कारण उनका हेलीकॉप्टर नहीं उड़ पाया। वह सड़क मार्ग से आए। इस दौरान हाथ में तिरंगा लिए मणिपुर के लोगों ने जिस प्रकार मेरा स्वागत किया। मैं उसे कभी नहीं भूल सकता है।

मणिपुर के तेज विकास का प्रयास

पीएम मोदी ने कहा कि मणिपुर के नाम में ही मणि है, ये वो मणि है जो आने वाले समय में पूरे नॉर्थ-ईस्ट की चमक को बढ़ाने वाली है। भारत सरकार का निरंतर प्रयास रहा है कि मणिपुर को विकास के रास्ते पर तेजी से आगे ले जाएं। इसी कड़ी में मैं आज यहां आप सभी के बीच आया हूं। पीएम मोदी ने कहा कि हैं, और साथ ही ये हिल्स आप सभी लोगों की निरंतर मेहनत का भी प्रतीक हैं।

मणिपुर के सतत विकास का जिक्र

पीएम मोदी ने कहा, पहले यहां गांवों में पहुंचना कितना मुश्किल था, आप सभी जानते हैं। अब सैकड़ों गांवों में यहां रोड कनेक्टिविटी पहुंचाई गई है। इसका बहुत अधिक लाभ पहाड़ी लोगों को, ट्राइबल गांवों को हुआ है। हमारी सरकार के दौरान ही मणिपुर में रेल कनेक्टिविटी का विस्तार हो रहा है। जीरीबाम-इंफाल रेलवे लाइन बहुत जल्द राजधानी इंफाल को नेशनल रेल नेटवर्क से जोड़ देगी।

भारत सरकार मणिपुर के लोगों के साथ-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने अपने दौरे से पहले हुए समझौतों का जिक्र करते हुए कहा कि हमें संतोष है कि हाल ही में hills और valley में अलग-अलग ग्रुप्स के साथ समझौतों के लिए बातचीत हुई है। ये भारत सरकार के उन प्रयासों का हिस्सा है। जिसमें संवाद, सम्मान और आपसी समझ को महत्व देते हुए शांति की स्थापना के लिए काम किया जा रहा है। मैं सभी संगठनों से अपील करूंगा कि शांति के रास्ते पर आगे बढ़कर अपने सपनों को पूरा करें। मैं आपके साथ हूं। भारत सरकार मणिपुर के लोगों के साथ है।

भारतीय रेल नेटवर्क से जुड़ा मिजोरम, पीएम मोदी ने किया राज्य की पहली रेल लाइन का उद्घाटन

#mizoramjoinsindiarailwaymappmmodiinauguratesbairabisairangrail_line

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नॉर्थ ईस्ट दौरे पर हैं। उन्होंने मिजोरम से अपने दौरे की शुरुआत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने पांच राज्यों के दौरे के पहले पड़ाव में मिजोरम पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैराबी-सैरांग नई रेल लाइन के शुभारंभ के साथ मिजोरम में 9000 करोड़ रुपये प्रोजेक्ट का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इस दौरान पेम मोदी ने 8,070 करोड़ से अधिक की लागत वाली बैराबी-सैरांग नई रेल लाइन का उद्घाटन किया, जो मिजोरम की राजधानी को पहली बार भारतीय रेल नेटवर्क से जोड़ेगी।

कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाने के लिए जताया खेद

राजधानी आइजॉल में खराब मौसम के कारण पीएम मोदी ने एयरपोर्ट से ही जनसभा को संबोधित किया। खराब मौसम के कारण थुआम्पुई हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर की लैंडिंग संभव नहीं हो पाई। पीएम मोदी ने आईजोल के कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाने के लिए खेद व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं यहां मिजोरम के लेंगपुई हवाई अड्डे पर हूं। दुर्भाग्य से खराब मौसम के कारण मुझे खेद है कि मैं आइजोल में आपके साथ शामिल नहीं हो पा रहा हूं, लेकिन मैं इस माध्यम से भी आपके प्यार और स्नेह को महसूस कर सकता हूं।

11 वर्षों से पूर्वोत्तर के विकास के लिए काम कर रहे

इस मौके पर उन्होंने कहा कि पिछले ग्यारह वर्षों से हम पूर्वोत्तर के विकास के लिए काम कर रहे हैं। यह क्षेत्र भारत का विकास इंजन बन रहा है। पिछले कुछ वर्षों में पूर्वोत्तर के कई राज्यों ने भारत के रेल मानचित्र पर अपनी जगह बनाई है। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ साल पहले मुझे आइजोल रेलवे लाइन की आधारशिला रखने का अवसर मिला था। उन्होंने कहा कि आज हम इसे देशवासियों को समर्पित करते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि कठिन भूभाग सहित कई चुनौतियों को पार करते हुए, बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन एक वास्तविकता बन गई है। यह हमारे इंजीनियरों के कौशल और हमारे कार्यकर्ताओं के जज्बे ने इसे संभव बनाया है। लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के अवसरों तक भी बेहतर पहुंच मिलेगी। यह विकास कई क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करेगा।

पहली बार दिल्ली से कनेक्टिविटी

पीएम मोदी ने कहा कि पहली बार मिजोरम का सैरांग राजधानी एक्सप्रेस द्वारा दिल्ली से सीधे जुड़ेगा। यह सिर्फ एक रेलवे नहीं है, यह परिवर्तन की जीवनरेखा है। यह मिज़ोरम के लोगों के जीवन और आजीविका में क्रांति लाएगा। मिजोरम के किसान और व्यवसाय देश भर के ज्यादा बाजारों तक पहुंच पाएंगे।

जल्द हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू करने का दिया आश्वासन

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत सरकार ने सभी प्रकार की कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत की है। मिजोरम को हवाई यात्रा के लिए उड़ान योजना का भी लाभ मिलेगा। बहुत जल्द, यहां हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू होंगी। इससे मिजोरम के दूरदराज के इलाकों तक पहुंच बेहतर होगी।

नेपाल की पहली महिला पीएम सुशीला कार्की को प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई, जानें अभी पड़ोसी देश में कैसे हैं हालात?

#pmnarendramodicongratulateinterimprimeministersushilakarki

पड़ोसी देश नेपाल में हिंसक प्रदर्शन के बाद हालात सामान्य हो रहे हैं। नेपाल में जेन जी के उग्र और हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बाद पड़ोसी देश में ओली सरकार के पांव उखड़ गए। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को अपनी कुर्सी छोड़नी पड़ी। इस बीच तख्तापलट के तीन दिन बाद पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की अंतरिम प्रधानमंत्री बन गई हैं। उन्होंने राष्ट्रपति भवन में अंतरिम पीएम के रूप में शपथ ले ली है। उनके साथ तीन और नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली है. कार्की नेपाल की पहली महिला पीएम बनीं हैं। संसद भंग करने के साथ छह महीने में उन्हें संसद यानी प्रतिनिधि सभा के चुनाव की जिम्मेदारी दी गई थी।

पीएम मोदी ने दी सुशीला कार्की को बधाई

नेपाल में अंतरिम सरकार के गठन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुशीला कार्की को बधाई दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, 'नेपाल की अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण करने पर सुशीला कार्की को हार्दिक बधाई। भारत नेपाल के भाइयों और बहनों की शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।'

भारत ने जताई शांति और स्थिरता की उम्मीद

इससे पहले, विदेश मंत्रालय (एमईए) ने परिवर्तन के दौर में काठमांडू के साथ संबंधों को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। विदेश मंत्रालय ने कहा, "हम नेपाल में माननीय श्रीमती सुशीला कार्की के नेतृत्व में नई अंतरिम सरकार के गठन का स्वागत करते हैं। हमें उम्मीद है कि इससे शांति और स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा। एक निकट पड़ोसी, एक लोकतांत्रिक देश और एक दीर्घकालिक विकास साझेदार के रूप में, भारत दोनों देशों के लोगों के कल्याण और समृद्धि के लिए नेपाल के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगा।"

जेन-जी की पहली पसंद बनीं 73 साल की कार्की

नेपाल में हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद सत्ता परिवर्तन हुआ है। युवाओं के विरोध के चलते पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और उनकी सरकार गिर गई। ऐसे संकट के समय में नेपाल की पूर्व चीफ जस्टिस रहीं सुशीला कार्की को अंतरिम पीएम बनाया गया है। चर्चित न्यायाधीश और नामचीन लेखक होने के नाते सुशीला कार्की को जेन-जी का भी समर्थन मिला है। 5000 से ज्यादा लोगों की बैठक में ज्यादातर सदस्यों ने सुशीला कार्की के नाम पर सहमति दर्ज कराई है। बतौर जज अपने कार्यकाल में सुशीला कार्की न सिर्फ भ्रष्टाचार बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भी सख्त रुख अपना चुकी हैं। यही वजह है कि वो जेन-जी की पहली पसंद बनीं और 73 साल की उम्र में नेपाल की सियासत का प्रमुख चेहरा बन गईं।