नबीनगर में नारेबाजी पर विवाद: पूर्व विधायक वीरेंद्र सिंह और संजीव सिंह के बयानों से गरमाई राजनीति
पूर्व विधायक वीरेंद्र सिंह पूछे जाने पर बताया कि यह एनडीए का कार्यक्रम है।यहां नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार का नारा लगा चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं बहुत पुराना कार्यकर्ता हूं नर से घबराने वाला नहीं हूं।
10-20 लोगों के नारेबाजी करने से मुझे फर्क नहीं पड़ता है।उन्होंने कहा कि नबीनगर विधानसभा में 600 गांव है। सभी गांव में घूम चुका हूं। जो प्रत्याशी सभी गांव में घूम लेगा। उसे मैं नबीनगर विधानसभा सौंप दूंगा। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सम्मेलन में लोग आए थे। लेकिन कुछ लोगों के नारेबाजी की जा रही थी जिसे शोरगुल हो रहा था और लोगों को नेताओं का भाषण सुनाई नहीं पड़ रहा था। इसलिए मैंने नारेबाजी करने से मना किया।
इधर पूछने पर संजीव सिंह ने कहा कि वे अभिभावक हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सभी कार्यकर्ता जोश से भरे हुए हैं, नारेबाजी कर रहे थे।
अभिभावक पूर्व विधायक कार्यकर्ताओं को शांत करने को बोला। उन्होंने सोचा कि जो अतिथि आए हैं उनका भाषण सब लोग शांति से सुने और लोगों में एक अच्छा मैसेज जाए। हम सभी लोग एक हैं। एक अनार और सौ बीमार है। लेकिन पार्टी जिसे टिकट देगी वह चुनाव मैदान में होगा।
कोई कंफ्यूजन नहीं है पांचो दल एकजुट है। कार्यकर्ताओं में मतभेद हो सकता है हम लोगों में कोई मतभेद नहीं है। इस बार नबीनगर में जिताऊ उम्मीदवार लड़ाया जाएगा। पिछली बार विधानसभा चुनाव में हम लोग सभी सीट हारे हैं। इस बार शुद्ध माल जोड़कर वसूल किया जाएगा, दुगने मतों से जीत हासिल करेंगे ।
सभी सीटों पर एनडीए प्रत्याशियों की जीत होगी। इस बार हम लोग युवा कैंडिडेट की मांग कर रहे हैं। पिछली बार विपक्ष के उम्मीदवार ने युवाओं को गुमराह करके वोट ले लिया था। इस बार हम लोग मंथन कर रहे हैं, विपक्ष का जैसा उम्मीदवार रहेगा उससे बेहतर उम्मीदवार हम लोग मैदान में उतरेंगे। कौन कार्यकर्ता चुनाव लड़ना नहीं चाहता है।
लेकिन किसी के कहने से टिकट नहीं मिलेगा। एक-एक सीट पर सर्वे का काम चल रहा है। बेहतर उम्मीदवार उतारा जाएगा ताकि इस बार 225 सीट हासिल कर सके।
8 hours ago