जमशेदपुर के मानगो को मिली नए पुलिस अनुमंडल की स्वीकृति, कानून व्यवस्था होगी और मजबूत

रांची: जमशेदपुर के मानगो को नया पुलिस अनुमंडल बनाने के प्रस्ताव को आज एक उच्चस्तरीय समिति ने मंजूरी दे दी है। गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के इस प्रस्ताव को मुख्य सचिव श्रीमती अलका तिवारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में स्वीकृति मिली। यह निर्णय मानगो क्षेत्र में बढ़ती आबादी और अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए लिया गया है।

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पूर्वी सिंहभूम जिले में पहले से ही जमशेदपुर (मुख्यालय) और पटमदा पुलिस अनुमंडल मौजूद हैं। हालांकि, मानगो और आजादनगर उत्क्रमित थाना तथा ओलीडीह ओपी का क्षेत्रफल, जनसंख्या और अपराध की प्रकृति में वृद्धि देखने को मिल रही थी। गृह सचिव श्रीमती वंदना डाडेल ने बताया कि मानगो में आर्थिक और नारकोटिक्स से जुड़े अपराधों पर नकेल कसने के लिए इसे पुलिस अनुमंडल बनाना जरूरी था।

राज्य के डीजीपी श्री अनुराग गुप्ता ने जानकारी दी कि नए अनुमंडल का निर्माण जमशेदपुर (मुख्यालय) और पटमदा अनुमंडलों से जुड़े थानों को अलग करके किया जाएगा।

मुख्य सचिव ने डीजीपी को यह भी निर्देश दिया कि वे राज्य के सभी जिलों में कानून-व्यवस्था के कुशल संचालन के लिए जरूरतों का आकलन करें। उन्होंने कहा कि इससे अपराधों के ट्रेंड और वर्तमान संसाधनों का उचित डाटा मिलेगा, जिससे अपराधों की रोकथाम के लिए संसाधनों का बेहतर ढंग से बंटवारा हो सकेगा।

इस बैठक में वित्त सचिव श्री प्रशांत कुमार, कार्मिक सचिव श्री प्रवीण टोप्पो, राजस्व सचिव श्री चंद्रशेखर, ग्रामीण विकास सचिव श्री के श्रीनिवासन और आईजी श्री नरेन्द्र कुमार सिंह भी उपस्थित थे।

झारखंड में पुलिस-माओवादी मुठभेड़, चाईबासा में 10 लाख का इनामी नक्सली जोनल कमांडर अमित हांसदा ढेर

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झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले में पुलिस और भाकपा माओवादी नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़में एक नक्सली कमांडर मारा गया। यह मुठभेड़ गोईलकेरा थानाक्षेत्र के रेला के पास जंगल हुई जिसमें 10 लाख का इनामी जोनल कमांडर अमित हांसदा उर्फ अपटन ढेर कर दिया गया। एसपी राकेश रंजन ने इसकी पुष्टि की।

सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों ने शुरू की फायरिंग

चाईबासा एसपी राकेश रंजन को गुप्त सूचना मिली थी कि रेला पराल इलाके में माओवादी सक्रिय हैं। इसके बाद पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया।सर्च ऑपरेशन के दौरान माओवादी नक्सलियों ने अचानक सुरक्षा बलों पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में सुरक्षा बलों ने भी गोलियां चलाई। पूरे पहाड़ी क्षेत्र को घेरकर माओवादी के भागने के रास्ते बंद किए गए। मुठभेड़ में एक नक्सली को मार गिराया गया।

मौके से एसएलआर राइफल-विस्फोटक बरामद

घटनास्थल से एक एसएलआर राइफल, विस्फोटक और अन्य हथियार बरामद किए गए। मुठभेड़ के बाद, सुरक्षाकर्मियों ने जंगल में अन्य माओवादी ठिकानों का पता लगाने के लिए व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू किया। चाईबासा एसपी खुद मुठभेड़ स्थल पर मौजूद हैं और इलाके में अतिरिक्त बल भी भेजा गया है। अभी जांच जारी है और आगे की जानकारी का इंतजार है।

अमित हांसदा पर था 10 लाख का इनाम

पश्चिमी सिंहभूम जिला के एसपी राकेश रंजन के मुताबिक, अमित हांसदा संगठन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था और लंबे समय से पश्चिमी सिंहभूम समेत झारखंड के कई इलाकों में नक्सली गतिविधियों को संचालित कर रहा था। वह नक्सली संगठन का जोनल कमांडर था और सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ था। सरकार ने उसकी गिरफ्तारी के लिए पहले ही 10 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।

गुवा में शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, जनसभा को भी करेंगे संबोधित

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज, सोमवार को पश्चिमी सिंहभूम जिले के गुवा जायेंगे, जहां वह 8 सितंबर 1980 को शहीद हुए 11 आदिवासियों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। गुवा के ऐतिहासिक शहीद स्मारक पर माल्यार्पण के बाद मुख्यमंत्री एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे और शहीदों के परिजनों से मुलाकात कर उनका हालचाल जानेंगे।

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झारखंड आंदोलन के इतिहास में गुवा की घटना एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा के घने जंगलों में बसा गुवा, 8 सितंबर 1980 की एक दर्दनाक घटना का गवाह है, जब अपने हक की मांग कर रहे आंदोलनकारियों पर पुलिस ने क्रूरता से जुल्म ढाया था। तत्कालीन पुलिस ने गुवा अस्पताल में इलाज करा रहे 8 घायल आदिवासियों को बाहर निकालकर लाइन में खड़ा करके गोली मार दी थी, जिसके कारण कुल 11 आदिवासी शहीद हुए थे। यह स्मारक झारखंड के आंदोलनकारियों के बलिदान का प्रतीक है।

मुख्यमंत्री के साथ इस दौरान कई वरिष्ठ नेता और मंत्री मौजूद रहेंगे। उनके साथ मंत्री दीपक बिरुवा, सांसद जोबा मांझी, और विधायकों में जगन्नाथपुर से सोनाराम सिंकु, मझगांव से निरल पूर्ति, खरसावां से दशरथ गागराई, ईचागढ़ से सविता महतो, पोटका से संजीव सरदार, बहरागोड़ा से समीर मोहंती, और जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरेन भी शामिल होंगे।

मुख्यमंत्री का यह दौरा राजनीतिक और भावनात्मक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह दौरा न केवल शहीदों के प्रति सम्मान प्रकट करेगा, बल्कि झारखंड आंदोलन के मूल्यों के प्रति वर्तमान सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाएगा।

भाजपा समानांतर सरकार चलाने के भ्रम से बाहर निकले, राज्य के विकास में सहयोग करे : विनोद पांडेय

झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सह प्रवक्ता विनोद पांडेय ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि सत्ता से बेदखल भाजपा को आज भी समानांतर सरकार चलाने का भ्रम हो गया है। हर मुद्दे पर भ्रम फैलाकर जनता को गुमराह करना ही भाजपा का एजेंडा है।

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श्री पांडेय ने कहा कि सूर्या हांसदा प्रकरण में भाजपा जिस तरह से राजनीतिक लाभ उठाने का प्रयास कर रही है, वह आदिवासी समाज का अपमान है। झामुमो के वरिष्ठ आदिवासी नेता एवं विधायक हेमलाल मुर्मू पहले ही सूर्या के आपराधिक जीवन का पूरा विवरण सार्वजनिक कर चुके हैं। आदिवासी समाज अपराधियों को स्वीकार नहीं करता। ऐसे व्यक्ति को ‘सामाजिक कार्यकर्ता’ बताकर भाजपा जनता की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को प्रदेश की जनता को बताना चाहिए कि आखिर सूर्या पर दर्ज 24 से अधिक मुकदमों का सच क्या था। क्या अवैध खनन और तस्करी के संरक्षण से भाजपा के कुछ चेहरे जुड़े नहीं रहे हैं? सच तो यह है कि भाजपा अपने दिल्ली वाले आकाओं के इशारे पर नाचना बंद करे और प्रदेश की लोकप्रिय हेमंत सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र त्याग दे।

नगड़ी भूमि विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री पांडेय ने कहा कि भाजपा जानबूझकर आधे-अधूरे तथ्यों को पेश कर रही है। रैयतों की भावनाओं का सम्मान हेमंत सरकार ने किया है और विकास के साथ अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित कर रही है। जमीन अधिग्रहण का निर्णय पूर्ववर्ती सरकारों में लिया गया था, जिसे लेकर संघर्ष भी हुआ। हेमंत सरकार ने हमेशा संवाद की पहल की है, लेकिन भाजपा सस्ती राजनीति के लिए किसानों को भड़काने से बाज नहीं आ रही।

श्री पांडेय ने कहा कि भाजपा के पास न तो जनादेश है, न ही कोई ठोस मुद्दा। इसलिए कभी सीबीआई का राग, कभी भूमि विवाद का बहाना बनाकर जनता को गुमराह कर रही है। प्रदेश की जनता सब समझ रही है।

उन्होंने कहा कि यदि बाबूलाल मरांडी सचमुच आदिवासी समाज और गरीबों के हितैषी हैं तो केंद्र की भाजपा सरकार से झारखंड के बकाया खनिज राजस्व, विशेष पैकेज और एमएसपी की गारंटी की मांग करें। हेमंत सरकार की ओर से एसटी को 28 प्रतिशत, ओबीसी को 27 प्रतिशत व एससी को 12 प्रतिशत आरक्षण देने को लेकर किए गए पहल को पूरा करने के लिए भाजपा नेता केंद्र सरकार और राज्यपाल से क्यों नहीं बात करते।

उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को चाहिए कि वे झूठ की राजनीति छोड़कर जनता की भावनाओं के अनुरूप सकारात्मक सहयोग करें। हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड को विकास की नई ऊँचाइयों पर ले जाना हमारी प्राथमिकता है।

भाजपा का हेमंत सरकार पर बड़ा आरोप: 'अबुआ सरकार में सबसे ज्यादा लूटे-पीटे जा रहे गरीब आदिवासी'

रांची: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य की हेमंत सरकार पर तीखा निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस 'अबुआ सरकार' का नारा दिया गया, उसी में सबसे अधिक गरीब आदिवासी लूटे और पीटे जा रहे हैं। श्री मरांडी ने यह बात दो प्रमुख मुद्दों- सामाजिक कार्यकर्ता सूर्या हांसदा की कथित हत्या और नगड़ी के रैयतों की जमीन छीने जाने के विरोध में आयोजित एक प्रेस वार्ता में कही।

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श्री मरांडी ने घोषणा की कि इन दोनों मुद्दों को लेकर भाजपा आगामी 11 सितंबर को राज्य के सभी 216 प्रखंडों में जोरदार प्रदर्शन करेगी। इस दौरान प्रखंड विकास अधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।

सूर्या हांसदा मामले में सीबीआई जांच की मांग

बाबूलाल मरांडी ने सूर्या हांसदा की मौत को पुलिस द्वारा बताया गया 'एनकाउंटर' नहीं, बल्कि एक सुनियोजित हत्या बताया। उन्होंने कहा कि सूर्या हांसदा एक सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता थे, जिन्होंने बोरियो विधानसभा क्षेत्र से चार बार चुनाव लड़ा था। वे 250 से अधिक गरीब आदिवासी बच्चों के भोजन और आवास की व्यवस्था करते थे। श्री मरांडी के अनुसार, सूर्या हांसदा अवैध कोयला और पत्थर खनन के खिलाफ आवाज उठाते थे, जिससे वे अवैध कारोबार करने वालों और उनके संरक्षकों की आंखों की किरकिरी बन गए थे।

मरांडी ने आरोप लगाया कि अवैध खनन माफियाओं ने सूर्या हांसदा को रास्ते से हटाने के लिए उन्हें देवघर ले जाकर थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया और फिर गोली मारकर हत्या कर दी। उन्होंने दावा किया कि तथाकथित एनकाउंटर स्थल पर खून के छींटे तक नहीं मिले, जो पुलिस के दावे को झूठा साबित करता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यदि निर्दोष है तो इस मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा करे।

नगड़ी भूमि विवाद पर सरकार को घेरा

नगड़ी के भूमि विवाद पर बोलते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि 1955-56 में बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के लिए जमीन का अधिग्रहण किया गया था, लेकिन किसानों के विरोध के बाद रसीदें भी काटी जाने लगी थीं। उन्होंने कहा कि 2012 में इस जमीन को फिर से आईआईएम और आईआईटी के लिए अधिग्रहित करने की कोशिश हुई, जिसका भी विरोध हुआ।

श्री मरांडी ने आरोप लगाया कि अब हेमंत सरकार रिम्स 2 के नाम पर नगड़ी के रैयतों की जमीन छीनने पर अड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि 24 तारीख को रैयतों ने अपनी ताकत दिखाते हुए कंटीले बाड़ों को हटाकर खेत जोते हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ तथाकथित आदिवासी सरकार है और दूसरी ओर आदिवासियों की ही जमीन छीनी जा रही है।

झारखंड सहित पूरे भारत में दिखेगा 'ब्लड मून', 3 साल बाद लगा सबसे लंबा चंद्र ग्रहण

रांची: भादो पूर्णिमा के अवसर पर आज, रविवार रात को साल का सबसे लंबा पूर्ण चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। गणना के अनुसार, यह खगोलीय घटना रात 9:56 बजे शुरू होगी और 1:28 बजे तक रहेगी। ग्रहण का सूतक काल दोपहर 12:19 बजे से ही आरंभ हो चुका है।

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खगोलविदों के अनुसार, यह चंद्र ग्रहण इसलिए भी खास है क्योंकि यह 2022 के बाद भारत में दिखने वाला सबसे लंबा पूर्ण चंद्र ग्रहण है। इस दौरान, जब ग्रहण अपने चरम पर होगा, तब चंद्रमा 'लाल चांद' (ब्लड मून) की रहस्यमयी आभा में जगमगाएगा। यह नजारा देश के हर हिस्से से दिखाई देगा।

कब और कहां दिखेगा 'लाल चांद'?

यह खगोलीय घटना झारखंड के सभी जिलों में भी स्पष्ट रूप से दिखाई देगी। अगर आप इस खास नजारे को देखना चाहते हैं, तो आपको ग्रहण के चरम पर पहुंचने का इंतजार करना होगा।

भारतीय समयानुसार, ग्रहण अपने चरम पर रात 11 बजकर 42 मिनट पर होगा।

इस समय चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में आ जाएगा, और आसमान में 'लाल चांद' का अद्भुत दृश्य दिखेगा।

विशेषज्ञों का कहना है कि इसके बाद इतना लंबा पूर्ण चंद्र ग्रहण देखने के लिए लोगों को 31 दिसंबर, 2028 तक इंतजार करना होगा।

महागठबंधन में जेएमएम की एंट्री, बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का मिला मौका, सीट शेयरिंग की डेट भी हुई फाइनल

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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हाल ही में संपन्न हुए वोटर अधिकार यात्रा के दौरान लालू यादव से आशीर्वाद लिया था और जनता से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की अपील की थी। इस दौरान हेमंत सोरेन ने बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए महागठबंधन में शामिल होने इच्छा भी जाहिर की थी। इब तय हो गया है कि तय हो गया कि झामुमो भी महागठबंधन के बैनर तले ही चुनाव लड़ेगा।

महागठबंधन को मिला जेएमएम-रालोजपा का साथ

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में भी सीट शेयरिंग और नए दलों के जुड़ने को लेकर हलचल बढ़ गई है। इसी बीच शनिवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आवास पर महागठबंधन की बड़ी बैठक हुई। बैठक में सीटों के बंटवारे पर चर्चा के साथ ही बड़ा फैसला लिया गया कि अब झारखंड मुक्ति मोर्चा और पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) भी महागठबंधन का हिस्सा होंगे।

8 दोलों के बीच होगा 243 सीटों का बंटवारा

बिहार में महागठबंधन में अब तक 6 दल थे। आरजेडी के साथ कांग्रेस, माले, सीपीआई, सीपीएम और वीआईपी। अब रालोजपा और जेएमएम के महागठबंधन में आने के बाद घटक दलों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। मतलब अब बिहार की 243 विधानसभा सीटों को इंडिया गठबंधन के 8 घटक दलों के बीच बांटा जाएगा

15 सितंबर को सीट शेयरिंग का ऐलान

सीट बंटवारे का फॉर्मूला तैयार कर लिया गया है और आगामी 15 सितंबर को इसकी औपचारिक घोषणा होगी। पिछली बार राजद ने 144, कांग्रेस ने 70 और वाम दलों ने 29 सीटों पर चुनाव लड़ा था। उस समय वीआईपी गठबंधन का हिस्सा नहीं थी। इस बार वीआईपी 60 सीटों का दावा कर रही है, जबकि वाम दल 40 सीटों की मांग कर रहे हैं। नए दलों के शामिल होने से सीट शेयरिंग पर सभी की निगाहें टिकी हैं।

10 मिनट में चमका देंगे…’, थैले में डाले गहने, फिर महिला को लाखों का चूना लगा गए जालसाज

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झारखंड के रांची के सदर थाना क्षेत्र में एक महिला के दो जालसाज लाखों रुपये के गहने लूटकर फरार हो गए. कोकर की रहने वाली सविता देवी को जालसाजों ने गहनों को चमकाने के बहाने चूना लगा दिया. वह उनके सोने के झुमके, अंगूठी और सोने की चेन लेकर रफूचक्कर हो गए. पीड़िता ने रांची के सदर थाना में मामले को लेकर केस दर्ज कराया

मामले की जानकारी मिलते ही सदर थाने की पुलिस जांच में जुट गई और दोनों आरोपियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है. पुलिस आरोपियों की धरपकड़ के लिए घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे भी खंगाल रही है. दरअसल, सविता देवी बांधगाडी स्थित अपने घर में मौजूद थी. इसी बीच दो लोग आए. उन्होंने सविता देवी से कहा कि वह एक कंपनी से आए हैं. उनके पास जो प्रोडक्ट है. उससे वह जेवरात और महंगे धातु से बने सामान को चमकाते हैं.

गहनों को चमकाने के नाम पर लूट

दोनों ने सविता को भी सोने के गहनों को चमकाने और नया कराने की लिए कहा. शुरू में सविता देवी ने इनकार किया, लेकिन बाद में दोनों की बातों में आ गई, जिसके बाद सविता देवी ने अपने सारे गहने सोने के झुमके, दो अंगूठी और सोने की चेन आरोपियों को दे दी. उन्होंने एक थैले में सविता के सोने के गहने डाले. फिर उसमें पाउडर डाला और महिला को देकर कहा कि इस थैले को 10 मिनट के बाद खोलिएगा और देखिएगा बिल्कुल ऐसा लगेगा कि गहने अभी-अभी गहने सुनार की दुकान से बनकर आए हैं.

थैला खोलते ही उड़ गए महिला के होश

सविता को थैला देकर दोनों वहां से फरार हो गए. फिर दस मिनट बाद जब महिला ने थैला खोला तो उसके होश उड़ गए. क्योंकि थैले में से गहने तो दोनों जालसाज पहले ही लूटकर ले गए थे. ऐसे में थैले में एक भी गहना नहीं मिला. इसके बाद महिला तुरंत पुलिस के पास पहुंची और पुलिस को मामले की जानकारी दी. अब पुलिस दोनों आरोपियों की तलाश में जुट गई है. इससे पहले पिछले साल भी एक ऐसी घटना सामने आई थी, जब एक महिला के गहने कुछ जालसाज लूटकर फरार हो गए थे.

भाजपा का हेमंत सरकार पर बड़ा आरोप: राजधानी रांची महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित, 'सर्वे रिपोर्ट ने खोली पोल'

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रांची: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हेमंत सोरेन सरकार पर राजधानी रांची सहित पूरे प्रदेश में महिलाओं को सुरक्षा देने में नाकाम होने का गंभीर आरोप लगाया है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा जारी 'नारी रिपोर्ट 2025' का हवाला देते हुए कहा कि यह रिपोर्ट सरकार की संवेदनहीनता और नाकामी को उजागर करती है।

प्रतुल शाहदेव ने कहा, "देश के 31 शहरों में महिला सुरक्षा को लेकर हुए सर्वे में राजधानी रांची की महिलाएं सबसे असुरक्षित पाई गईं।" उन्होंने कहा कि सरकार के लिए यह सबसे शर्मनाक पहलू है कि राजधानी की 27% महिलाएं छेड़खानी के कारण अपना घर बदलने को मजबूर हो रही हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि लोगों का पुलिस पर विश्वास इतना कम हो गया है कि 9% महिलाएं अपने साथ हुए अपराध को छुपा लेती हैं, और सर्वे के अनुसार 85% महिलाओं को प्रशासन पर बिल्कुल भरोसा नहीं है।

शाहदेव ने कहा कि यह स्थिति सिर्फ रांची तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे झारखंड में यही हाल है। उन्होंने आरोप लगाया कि "हेमंत सरकार के कार्यकाल में अब तक 8000 से ज्यादा बलात्कार के मामले दर्ज हो चुके हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि बलात्कारियों को सजा दिलाने का सरकार का रिकॉर्ड भी फिसड्डी है।

प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि आदिवासी बालिकाएं लगातार मानव तस्करी की चपेट में आ रही हैं, फिर भी हेमंत सरकार पिछले 6 वर्षों से राज्य महिला आयोग का गठन नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि "जो सरकार महिला आयोग तक नहीं बना पाई, उससे महिलाओं की सुरक्षा की उम्मीद करना बेमानी है।"

महिला सुरक्षा पर भाजपा को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए - झामुमो महासचिव विनोद पांडेय

रांची, 6 सितंबर: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव सह प्रवक्ता विनोद पांडेय ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने भाजपा के आरोपों को चुनावी प्रोपेगेंडा करार देते हुए कहा कि भाजपा को झारखंड पर उंगली उठाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।

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विनोद पांडेय ने कहा कि भाजपा जिन आंकड़ों का हवाला दे रही है, उन्हीं के अनुसार भाजपा शासित राज्यों, जैसे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाएं सबसे ज्यादा होती हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी महिला सुरक्षा के मामले में केंद्र सरकार को विफल बताया है।

हेमंत सरकार की उपलब्धियां

पांडेय ने हेमंत सोरेन सरकार द्वारा महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए उठाए गए कदमों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने 'सखी मंडल', 'पलाश ब्रांड' और 'मईयां सम्मान योजना' जैसी कई योजनाएं शुरू की हैं। इसके अलावा, हेल्पलाइन, महिला थानों और फास्ट ट्रैक कोर्ट की संख्या भी बढ़ाई गई है।

उन्होंने दावा किया कि इन प्रयासों से हजारों महिलाएं स्वरोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भर बन रही हैं और राज्य से महिलाओं का पलायन भी रुका है। पांडेय ने कहा कि हेमंत सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह संवेदनशील है और अपराधों पर कार्रवाई की गति भाजपा के कार्यकाल से कहीं ज्यादा तेज है।

विनोद पांडेय ने आरोप लगाया कि भाजपा केवल आंकड़ों की बाजीगरी कर जनता को गुमराह करना चाहती है। उन्होंने भाजपा को झूठ और डर की राजनीति छोड़कर महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में सकारात्मक भूमिका निभाने की सलाह दी।