मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूर्व मंत्री रामदास सोरेन के संस्कार भोज में दी श्रद्धांजलि

जमशेदपुर: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन अपनी धर्मपत्नी और विधायक कल्पना सोरेन के साथ आज जमशेदपुर के घोड़ाबांधा स्थित पूर्व स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री रामदास सोरेन के आवास पर उनके 'संस्कार भोज' में शामिल हुए।

मुख्यमंत्री ने दिवंगत मंत्री रामदास सोरेन की तस्वीर पर फूल चढ़ाकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने शोक संतप्त परिवार, जिनमें उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सूरजमनी सोरेन और पुत्र श्री सोमेश चंद्र सोरेन शामिल हैं, से मुलाकात कर गहरी संवेदना व्यक्त की और उन्हें ढांढस बंधाया।

'दोनों विभूतियों का जाना अपूरणीय क्षति'

मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि आदरणीय 'गुरुजी' (शिबू सोरेन) के निधन के कुछ दिनों बाद ही रामदास सोरेन का आकस्मिक निधन राज्य के लिए एक अपूरणीय क्षति है।

उन्होंने कहा कि आज राज्य के विभिन्न हिस्सों से लोग रामदास सोरेन को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके आवास पर पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, "हमारी ओर से भी स्मृति शेष-स्वर्गीय रामदास सोरेन जी को शत शत नमन! विनम्र श्रद्धांजलि।"

ड्रिप सिंचाई ने बदली महिला किसानों की तकदीर, 'झिमड़ी' परियोजना से बनीं लखपति

रांची: झारखंड में कृषि और ग्रामीण विकास की दिशा में एक बड़ी सफलता मिली है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के निर्देश पर चल रही 'झारखंड माइक्रो ड्रिप इरिगेशन' (झिमड़ी) परियोजना ने राज्य की महिला किसानों की तकदीर बदल दी है। इस परियोजना के तहत करेले से लेकर स्ट्रॉबेरी तक की खेती कर कई महिलाएं 'लखपति दीदी' बन रही हैं।

दुमका की पूजा सोरेन जैसी महिला किसान, जो पहले सिंचाई की कमी के कारण खेती नहीं कर पाती थीं, अब ड्रिप सिंचाई तकनीक से सालभर खेती कर रही हैं। करेले और स्ट्रॉबेरी जैसी नगदी फसलों से उनकी सालाना आय 4 लाख रुपये से अधिक हो गई है। इसी तरह, खूंटी की विनीता देवी ने भी इस परियोजना से जुड़कर फ्रेंच बीन्स और करेले की खेती से सालाना 1.20 लाख रुपये की कमाई की है। रांची की मधुबाला देवी भी ड्रिप सिंचाई की मदद से सालाना लगभग 2 लाख रुपये कमा रही हैं और 'लखपति दीदी' की सूची में शामिल हो चुकी हैं।

परियोजना का हुआ विस्तार

इस परियोजना की सफलता को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे दो साल का विस्तार दिया है। अब यह योजना 2027 तक जारी रहेगी, जिससे राज्य के 30,000 से अधिक किसान लाभान्वित होंगे। वर्तमान में, 9 जिलों के 30 प्रखंडों में 28,298 महिला किसान इस तकनीक का उपयोग कर रही हैं।

परियोजना के मुख्य लाभ:

आय में वृद्धि: किसानों की आय दोगुनी हुई है।

फसल उत्पादकता में सुधार: प्रति 0.1 हेक्टेयर में औसत उपज 536 किलो से बढ़कर 1,318 किलो हो गई है।

पानी की बचत: 28,298 माइक्रो ड्रिप इरिगेशन सिस्टम स्थापित किए गए हैं, जिनसे पानी की बचत हुई है।

तकनीकी प्रशिक्षण: 13,000 से अधिक किसानों को प्रशिक्षण दिया गया है।

जैविक खेती को बढ़ावा: वर्मी कंपोस्ट और जैव-कीटनाशकों का उपयोग बढ़ाया गया है।

इसके अलावा, किसानों को अपने उत्पादों को सुरक्षित रखने के लिए कोल्ड चैंबर, इम्प्लीमेंट बैंक और सामुदायिक केंद्र जैसी सुविधाएं भी दी जा रही हैं, जिनसे वे सीधे बाजार से जुड़कर अपनी आय बढ़ा पा रहे हैं।

हाथियों के झुंड ने ध्वस्त किया घर, मलबे में दबा परिवार, मां-बेटे की दर्दनाक मौत

झारखंड में जंगलों से सटे कई रिहायशी इलाकों में हाथियों के झुंड का भयावह तांडव देखने को मिल रहा है. हाथियों के द्वारा न सिर्फ खेतों में लगी किसानों के फसलों, बल्कि उनके आशियानों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. रांची से सटे खूंटी जिला के अंतर्गत कर्रा प्रखंड के जरियागढ़ थाना क्षेत्र में तो हाथियों के झुंड ने ऐसा उत्पात मचाया कि पूरे गांव में डर और दहशत का आलम हो गया है. यहां हाथियों के झुंड ने एक घर को ध्वस्त कर दिया. घर के अंदर मौजूद मां-बेटे की मौत हो गई. जबकि, बेटी गंभीर रूप से घायल है.

जरियागढ़ थाना क्षेत्र के बकसपुर गांव स्थित रेलवे स्टेशन टोली में बुधवार की देर रात एकाएक हाथियों का झुंड पहुंच गया. उन्होंने तांडव मचाते हुए पहले एक घर को ध्वस्त कर दिया, जिस कारण घर के अंदर सो रही एतवारी बरला और उनके लगभग 4 वर्षीय मासूम बेटे तुलसी बारला की घर के गिरे हुए मलबे में दबने के कारण मौत हो गई,.जबकि इस हादसे में मृतक महिला की एक दूसरी बेटी जिसकी उम्र लगभग 8 वर्ष है, वह गंभीर रूप से घायल हो गई. उसे स्थानीय लोगों के द्वारा इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है.

घर को ध्वस्त करने और मलबे में दबकर 2 लोगों की मौत होने के बाद भी हाथियों का तांडव जारी रहा. गांव के ही एक और घर के बाहर सो रही एक वृद्ध महिला को भी हाथियों ने अपनी सूंड से उठाकर पटक दिया. हालांकि, इस घटना में महिला को गंभीर चोट नहीं लगी और वह पूरी तरह सुरक्षित है.

जानकारी के मुताबिक, रेलवे स्टेशन टोली के रहने वाले किसान डोडेया बारला के घर के बाहर हाथियों का एक झुंड पहुंचा. उन्होंने घर की दीवार को धक्का मार-मार कर ध्वस्त कर दिया, जिस कारण घर के अंदर सो रहे तीन लोग दब गए. इसमें एतवारी बारला और 4 वर्षीय बेटे तुलसी बारला की मौत हो गई. जबकि घर के अंदर सो रही उनकी 8 वर्षीय बेटी बांधनी बारला गंभीर रूप से घायल हो गई. जिसे इलाज के लिए खूंटी जिला के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

गांव में दिखा आक्रोश

वन विभाग की टीम ने मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई है. हालांकि, हाथियों से ग्रामीणों को बचाने हेतु वन विभाग के द्वारा ठोस कदम नहीं उठाने जाने के कारण ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा गया.

चार लोगों की हुई थी मौत

झारखंड में हाथियों द्वारा ग्रामीणों को मौत के घाट उतारे जाने की यह कोई पहली वारदात नहीं है. हाथियों के झुंड के द्वारा मार्च महीने में झारखंड के गुमला और सिमडेगा जिला के दो गांव में आतंक मचाते हुए कुल 4 ग्रामीणों को एक ही दिन मौत के घाट उतार दिया था. मृतकों की पहचान गुमला जिले के पालकोट थाना क्षेत्र के रहने वाले कीस्टोफर एक्का (60 वर्ष) और हेमवती देवी (30 वर्ष ) के रूप में हुई थी. वहीं, अन्य दो मृतकों की पहचान सिमडेगा जिला के बानो थाना क्षेत्र के रहने वाले सिबिया लुगुन और विकास ओहदार के रूप में की गई.

झारखंड सरकार के 2 मंत्रियों को जान से मारने की धमकी, पटना से दबोचा गया आरोपी

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झारखंड सरकार के दो मंत्रियों सुदिव्य कुमार सोनू और स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी को 24 घंटे के भीतर जान से मारने की धमकी देने वाले युवक को पुलिस ने धर दबोचा है। झारखंड के गिरिडीह पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने 21 वर्षीय युवक को पटना से गिरफ्तार किया। गिरिडीह मुफस्सिल थाना क्षेत्र के राजेंद्र नगर निवासी आरोपी अंकित कुमार मिश्रा ने एक वीडियो में दावा किया था कि उसके गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से संबंध हैं।

आरोपी अंकित कुमार मिश्रा ने धमकी भरा वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया था। बुधवार सुबह से ही वीडियो तेजी से वायरल होने लगा था जिसमें आरोपी युवक खुद को लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य बताते हुए मंत्रियों को धमकाता दिख रहा था। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में मिश्रा ने शहरी विकास मंत्री और गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू और स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को 24 घंटे के भीतर जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद महज 24 घंटे के भीरत पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

24 घंटे के भीतर पुलिस ने दबोचा

गिरिडीह के पुलिस अधीक्षक (एसपी) बिमल कुमार ने बताया कि बुधवार को सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में मिश्रा ने शहरी विकास मंत्री और गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू और स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को 24 घंटे के भीतर जान से मारने की धमकी दी।कुमार ने कहा, 'गिरिडीह के एक निवासी द्वारा युवक के खिलाफ मामला दर्ज कराए जाने के बाद हमने एसआईटी का गठन किया। एसआईटी ने तकनीकी जानकारी और खुफिया जानकारी की मदद से आरोपी को बिहार के पटना से गिरफ्तार कर लिया।

छोटे-मोटे अपराधों के लिए जा चुका है जेल

आरोपी मिश्रा का किसी संगठित आपराधिक गिरोह से कोई संबंध नहीं है, लेकिन वह कई बार छोटे-मोटे अपराधों के लिए जेल जा चुका है। पुलिस ने बताया कि मिश्रा के खिलाफ धमकी देने और अशांति फैलाने के आरोप में मामला दर्ज किया जाएगा।

दुमका में नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म, पांच आरोपी गिरफ्तार

दुमका: दुमका जिले के काठीकुंड थाना क्षेत्र में आदिम जनजाति पहाड़िया समुदाय की एक नाबालिग युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस घटना में शामिल पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

यह घटना उस समय हुई जब नाबालिग युवती अपने प्रेमी से मिलने गुमरा पुल के पास गई थी। इसी दौरान पांच युवक वहां पहुंचे और दोनों से पूछताछ करने लगे। उन्होंने पहले युवती के प्रेमी के साथ मारपीट की और उसे वहां से भगा दिया, फिर बारी-बारी से युवती के साथ दुष्कर्म किया।

पुलिस ने तुरंत लिया एक्शन

घटना की जानकारी मिलते ही काठीकुंड थाना पुलिस तुरंत हरकत में आई। पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल भेजा और उसकी शिकायत पर गैंगरेप के पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट सहित विभिन्न गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

पीड़िता का प्रेमी कोयला ढोने वाले एक ट्रक में हेल्पर का काम करता है। वह पाकुड़ से कोयला लेकर दुमका आया था। उसने ट्रक ड्राइवर से कहा कि वह काठीकुंड में ही रुक जाएगा और वापसी में ट्रक पर सवार होगा। इसी दौरान उसने अपनी प्रेमिका को मिलने के लिए बुलाया था, जिसके बाद यह वारदात हुई। पुलिस इस मामले की आगे की जांच कर रही है।

भाजपा झूठ और दुष्प्रचार की सबसे बड़ी फैक्ट्री: विनोद पांडेय

रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा को 'झूठ और दुष्प्रचार की सबसे बड़ी फैक्ट्री' बताया है। पांडेय ने कहा कि भाजपा जनता का विश्वास खो चुकी है और अब सांप्रदायिक जहर और झूठे आरोपों का सहारा ले रही है।

घुसपैठ के लिए केंद्र जिम्मेदार

विनोद पांडेय ने भाजपा के घुसपैठ के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि झारखंड की कोई सीमा अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से नहीं जुड़ती। ऐसे में अगर कहीं घुसपैठ हुई है तो इसके लिए सीधे तौर पर केंद्रीय गृह मंत्रालय और उसकी एजेंसियां जिम्मेदार हैं। उन्होंने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनके पास कोई पुख्ता सबूत है तो वे झारखंड सरकार को दें, ताकि राज्य सरकार केंद्र से हस्तक्षेप की मांग कर सके।

भाजपा पर आदिवासियों को गुमराह करने का आरोप

पांडेय ने आरोप लगाया कि बाबूलाल मरांडी आदिवासी-मूलवासी समाज को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासनकाल में झारखंड बेरोजगारी, पलायन और भ्रष्टाचार की दलदल में फंस गया था। उन्होंने कहा कि अब जब हेमंत सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए काम कर रही है, तो भाजपा बौखलाकर अफवाह फैला रही है।

विनोद पांडेय ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा आदिवासी-मूलवासी की पहचान और अधिकारों को सर्वोपरि मानता है। उन्होंने कहा कि भाजपा जितना भी भ्रम फैलाए, जनता उसकी असलियत जान चुकी है और आने वाले समय में उसे करारा जवाब देगी। पांडेय ने एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए और कहा कि भाजपा इसके माध्यम से अपने पक्ष में मतदान कराने की साजिश रच रही है।

झारखंड सरकार का बड़ा फैसला: ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले 3 कर्मियों के परिजनों को 1-1 करोड़ की मदद

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले राज्य सरकार के तीन कर्मियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये का चेक सौंपा। यह राशि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की विशेष बीमा कवरेज योजना के तहत दी गई है, जिसका लाभ सरकारी कर्मचारियों को मिलता है।

जिन दिवंगत कर्मियों के परिजनों को यह सहायता मिली है, उनमें शामिल हैं:

कांस्टेबल अजीत कुमार (जिला पुलिस बल, गुमला)

आरक्षी अनिल कुमार झा (जिला पुलिस बल, सरायकेला)

शिक्षक सुशील कुमार मरांडी (जामताड़ा)

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार उन सभी कर्मियों के परिजनों के साथ खड़ी है, जिनकी सेवा के दौरान दुर्घटना में मौत हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि इन परिवारों को उनका पूरा हक और सम्मान मिले।

दिवंगत कर्मियों के आश्रितों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि इस आर्थिक सहायता से उनके परिवार का भरण-पोषण और बच्चों की पढ़ाई में काफी मदद मिलेगी। इस अवसर पर मंत्री राधा कृष्ण किशोर और डॉ. इरफान अंसारी के साथ-साथ स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

रांची: जनजातीय विकास के लिए 'आदि कर्मयोगी अभियान' की शुरुआत, 545 गांवों को मिलेगा लाभ

रांची: जनजातीय समुदायों के सर्वांगीण विकास और सशक्तीकरण के लिए रांची जिला प्रशासन ने 'आदि कर्मयोगी अभियान' की शुरुआत की है। इस अभियान का लक्ष्य जिले के 545 अनुसूचित जनजाति (अ.ज.जा.) बहुल गांवों में लोगों को आत्मनिर्भर बनाना और विकास की मुख्यधारा से जोड़ना है।

अभियान का शुभारंभ आज समाहरणालय के सभागार में उप-विकास आयुक्त (DDC) श्री सौरभ भुवनिया ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने कहा कि यह अभियान शिक्षा, आजीविका, स्वास्थ्य और सामाजिक उत्थान के क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाएगा।

'उत्तरदायी शासन का मॉडल'

उप-विकास आयुक्त सौरभ भुवनिया ने कहा, "आदि कर्मयोगी अभियान केवल सशक्तीकरण का माध्यम नहीं है, बल्कि यह उत्तरदायी शासन और सामुदायिक विकास का एक मॉडल भी है।" उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत स्थानीय संस्थाओं और व्यक्तियों को प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता दी जाएगी, ताकि वे अपने समुदाय के विकास में सक्रिय भूमिका निभा सकें।

अभियान के प्रमुख उद्देश्य:

सामुदायिक सशक्तीकरण: ग्राम स्तर पर पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत करना।

आर्थिक विकास: स्वयं सहायता समूहों (SHG) को बढ़ावा देना और स्थानीय उत्पादों को बाजार से जोड़ना।

शिक्षा और कौशल विकास: जनजातीय युवाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण और शैक्षणिक अवसरों का सृजन।

स्वास्थ्य और स्वच्छता: ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना।

संस्कृति संरक्षण: जनजातीय संस्कृति और परंपराओं को सुरक्षित रखना।

इस मौके पर अधिकारियों और प्रतिनिधियों ने सामूहिक रूप से शपथ ली कि वे "जल, जंगल, जमीन और जीवन" को समृद्ध कर न्याय आधारित समाज का निर्माण करने के लिए पूरी निष्ठा के साथ काम करेंगे। इस कार्यक्रम में परियोजना निदेशक आईटीडीए संजय कुमार भगत और निदेशक डीआरडीए सुदर्शन मुर्मू सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।

झारखंड विधानसभा में शिबू सोरेन को भारत रत्न देने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित

रांची: झारखंड विधानसभा में आज झारखंड आंदोलन के महानायक और आदिवासियों के सबसे बड़े नेता शिबू सोरेन को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' देने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हो गया है। यह प्रस्ताव भूमि सुधार व परिवहन मंत्री दीपक बिरुआ ने सदन में पेश किया।

दीपक बिरुआ ने कहा कि शिबू सोरेन का पूरा जीवन आदिवासियों के हक और अधिकारों के लिए समर्पित रहा है। उन्होंने अलग झारखंड राज्य आंदोलन में भी अहम भूमिका निभाई थी। उनके संघर्षों को हमेशा याद किया जाएगा।

बाबूलाल मरांडी ने दो और नाम सुझाए

इस प्रस्ताव पर पक्ष और विपक्ष दोनों ने सहमति जताई। हालांकि, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने शिबू सोरेन के साथ-साथ दो और नामों को भारत रत्न देने की अनुशंसा की। उन्होंने कहा कि झारखंड आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले जयपाल सिंह मुंडा और विनोद बिहारी महतो को भी यह सम्मान दिया जाना चाहिए।

झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल हसन की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती

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झारखंड के अल्पसंख्यक मंत्री और मधुपुर विधायक हफीजुल हसन की आज गुरुवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हें इलाज के लिए रांची स्थित पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी समेत कई अन्य मंत्री और विधायक भी पारस अस्पताल पहुंचे।

हफीजुल हसन की गुरुवार को अचानक तबीयत खराब हो गई। उन्हें सीने में दर्द और ब्लड प्रेशर लो होने की शिकायत हुई, जिसके बाद तुरंत रांची के पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल उन्हें आईसीयू में रखा गया है और डॉक्टरों की टीम उनकी देखरेख कर रही है। जैसे ही इस बात की जानकारी मिली, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत सरकार के कई मंत्री अस्पताल पहुंचे और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली।

24 घंटे ऑब्जर्वेशन में रखा गया

डॉक्टरों ने बताया कि सांस लेने में परेशानी और बीपी लो होने के कारण उनकी स्थिति गंभीर हो गई थी। तत्काल इलाज के बाद अब उनकी हालत स्थिर है और फिलहाल वे खतरे से बाहर हैं। डॉक्टरों के अनुसार, हफीजुल हसन को फूड एलर्जी और निमोनिया जैसी समस्या की आशंका जताई गई है। चूंकि उनका पहले ओपन हार्ट सर्जरी हो चुका है, इसलिए अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है। उन्हें फिलहाल 24 घंटे ऑब्जर्वेशन में रखा गया है।

पिछले माह हुई थी ओपेन हार्ट सर्जरी

बता दें कि पिछले माह जुलाई में ही मंत्री हफीजुल हसन की दिल्ली में गुड़गांव स्थित मेदांता अस्पताल में हार्ट सर्जरी हुई थी। सफल सर्जरी के बाद वह वापस रांची लौट आये थे। हालांकि मंत्री बेड रेस्ट पर ही थे। इसी बीच गुरुवार की सुबह अचानक मंत्री की तबीयत फिर से बिगड़ गयी, जिसके बाद आनन-फानन में उन्हें पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया।