नेपाल के रास्ते बिहार में घुसे जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी, पुलिस मुख्यालय ने जारी किया हाई अलर्ट

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बिहार पुलिस मुख्यालय ने एक बड़ा अलर्ट जारी किया है। पुलिस मुख्यालय ने सूबे के सभी जिलों को अलर्ट किया है। अलर्ट करने की वजह यह है कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकी के नेपाल के रास्ते बिहार में घुसने की सूचना मिली है। खबर है कि जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकी, हसनैन अली, आदिल हुसैन और मोहम्मद उस्मान, नेपाल के रास्ते बिहार में प्रवेश कर चुके हैं। जो किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। इसके बाद राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और सीमावर्ती जिलों में विशेष चौकसी बरती जा रही है।

तीन आतंकी नेपाल के रास्ते बिहार में घुसे

पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकी नेपाल के रास्ते बिहार में घुसे हैं। इन आतंकियों के नाम हैं हसनैन अली जो कि रावलपिंडी, पाकिस्तान का रहने वाला है। वहीं दूसरे के नाम आदिल हुसैन है जो उमरकोट का रहने वाला है। जबकि तीसरा आतंकी मोहम्मद उस्मान है जो पाकिस्तान के ही बहावलपुर का बाशिंदा है।

तीनों आतंकियों की तस्वीर जारी

बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से इन तीनों आतंकियों की तस्वीर जारी की गई है। इनके पासपोर्ट से संबंधित जानकारी सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों से साझा की गई है। बिहार में विधानसभा चुनाव को देखते हुए आतंकी गतिविधि पर लगातार पुलिस मुख्यालय की नजर है। इसी बीच यह अहम जानकारी सामने आई जिसके बाद हाई अलर्ट जारी किया गया है।

तीनों आतंकी अगस्त के दूसरे सप्ताह में काठमांडू पहुंचे

पुलिस मुख्यालय ने जिलों से कहा है कि पुलिस मुख्यालय के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार तीनों आतंकी अगस्त के दूसरे सप्ताह में काठमांडू पहुंचे थे। वहां से अगस्त के तीसरे सप्ताह में नेपाल बॉर्डर से बिहार में घुसे। तीनों आतंकवादियों के पासपोर्ट से जुड़ी जानकारी भी साझा की गई है। पुलिस मुख्यालय ने आशंका जताते हुए कहा है कि हो न हो ये लोग किसी बड़ी घटनाओं को अंजाम देने के फिराक में हैं। पुलिस मुख्यालय ने बिहार के सभी जिलों को स्थानीय स्तर पर खुफिया तंत्र को सक्रिय कर आसूचना संकलन करने और संदिग्ध आतंकियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई का निर्देश दिया है।

इन जिलों में खास सख्ती

पुलिस मुख्यालय ने खास तौर पर नेपाल से सटे बिहार के सीमावर्ती जिले सीतामढ़ी, मधुबनी, पश्चिम चंपारण, अररिया, किशनगंज और सुपौल में चौकसी बढ़ा दी गई है। भागलपुर और अन्य जिलों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि संदिग्ध गतिविधि या किसी भी जानकारी को तुरंत स्थानीय थाने या पुलिस हेल्पलाइन को सूचित करें। फिलहाल सभी सुरक्षा एजेंसियां तीनों आतंकियों की तलाश में जुटी हुई हैं।

जम्मू-कश्मीर बॉर्डर पर घुसपैठ की कोशिश नाकाम, सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को किया ढेर

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जम्मू और कश्मीर में सेना के एंटी-टेरर अभियान जारी है। इसी क्रम में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। जम्मू और कश्मीर के बांदीपोरा जिले के गुरेज सेक्टर में नौशेरा नार्द के पास एलओसी पर सेना ने घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है।

न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा संभावित घुसपैठ की कोशिश के बारे में दी गई खुफिया जानकारी के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरेज सेक्टर में एक संयुक्त अभियान शुरू किया। सतर्क सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और उन्हें चुनौती दी, जिसके परिणामस्वरूप आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दो आतंकवादियों को मार गिराया।

इससे पहले, जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर के तुरिना इलाके में रविवार को सुरक्षाबलों और संदिग्ध आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके में बड़ा तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों को इलाके में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी। इसी दौरान थोड़ी देर के लिए दोनों ओर से फायरिंग हुई, जिसके बाद आतंकी घने जंगल की ओर भाग निकले थे। फायरिंग के बाद सेना, पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे क्षेत्र को घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया था। इसमें ड्रोन और स्निफर डॉग्स की मदद से जंगल और आसपास के इलाकों में तलाशी भी ली गई थी।

ट्रंप ने फिर अपना पुराना राग, बोले- 24 घंटे का दिया था अल्टीमेटम, मोदी ने 5 घंटे में ही कर डाला

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भारत-पाकिस्तान तनाव को खत्म करने में अपनी भूमिका को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपना पुराना राग अलापा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने टैरिफ़ लगाने और ट्रेड डील रद्द करने की धमकी देकर भारत-पाकिस्तान युद्ध रुकवा दिया था। ट्रंप ने दावा किया कि उनके दखल ने पाकिस्तान को पीछे हटने पर मजबूर किया। ट्रंप ने दावा किया कि इस बातचीत के पांच घंटे के भीतर दोनों पक्ष पीछे हट गए।

ट्रंप के मुताबिक, उन्होंने दोनों देशों को धमकी दी थी कि अगर लड़ाई नहीं रुकी तो अमेरिका व्यापार समझौता नहीं करेगा और पाकिस्तान पर ऊंचे टैरिफ लगाएगा। ट्रंप ने यह दावा व्हाइट हाउस में हुई अपनी कैबिनेट बैठक के दौरान किया। उन्होंने कहा कि, ‘मैंने पीएम मोदी से कहा कि अगर पाकिस्तान के साथ जंग नहीं रुकी तो कोई व्यापार समझौता नहीं होगा। फिर मैंने पाकिस्तान से कहा कि अगर लड़ाई बंद नहीं हुई तो इतने ऊंचे टैरिफ लगाऊंगा कि उनका सिर घूम जाएगा। इसके बाद पांच घंटे में ही सब खत्म हो गया।

भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लागू होने के ठीक पहले ट्रंप का बयान

कैबिनेट की एक बैठक में बोलते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने याद दिलाया कि कैसे उन्होंने यूक्रेन-रूस संघर्ष की शुरुआत में विश्वयुद्ध को टाल दिया था। उन्होंने कहा कि वे युद्ध के लिए तैयार थे और फिर मई में भारत-पाकिस्तान के चरम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई बातचीत के बारे में बताया। यह टिप्पणी ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 50 फीसदी टैरिफ के लागू होने से कुछ ही घंटे पहले आई है।

सात लडाकू विमान गिराए जाने का दावा भी दोहराया

इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी दोहराया कि दोनों देशों के साथ संघर्ष के दौरान कम से कम सात लड़ाकू विमान गिराए गए। उन्होंने कहा कि मैंने देखा कि वे लड़ रहे हैं, फिर मुझे पता चला कि संघर्ष में सात विमानों को मार गिराया गया। यह अच्छा नहीं है। यह बहुत सारे जेट हैं। 150 मिलियन अमरीकी डॉलर के विमान मार गिराए गए। ट्रंप ने दावा किया कि दोनों देशों ने वास्तविक संख्या की रिपोर्ट भी नहीं की। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह स्पष्ट नहीं किया कि ये विमान दोनों देशों में से किसी एक के गिरे थे या वह दोनों पक्षों के संयुक्त नुकसान की बात कर रहे थे।

राहुल ने चुनाव आयोग पर फिर बोला हमला, गुजरात के गुमनाम दलों को 4300करोड़ चंदे पर उठाए सवाल

भारतीय चुनाव आयोग लगातार कांग्रेस नेता राहुल गांधी के निशाने पर है। राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने गुजरात की 10 गुमनाम पार्टियों को 5 साल में मिले 4300 करोड़ रुपये के चंदे पर चुनाव आयोग पर निशाना साधा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए चुनाव आयोग से सवाल किए हैं। साथ ही इसको लेकर राहुल गांधी ने तंज कसा है। कांग्रेस नेता ने आयोग पर तंज कसते हुए पूछा कि क्या चुनाव आयोग इसकी जांच करेगा या हलफनामा मांगेगा।

लोकसभा में विपक्ष के नेता गांधी ने एक्स पर एक मीडिया रिपोर्ट साझा की। इसमें दावा किया गया है कि इन दलों ने तीन चुनावों 2019 और 2024 के लोकसभा चुनाव तथा 2022 के विधानसभा चुनाव में कुल 43 उम्मीदवार उतारे थे, जिन्हें मिलकर सिर्फ 54,069 वोट मिले। वहीं, इनकी चुनाव रिपोर्ट में इन पार्टियों का खर्च 39.02 लाख रुपये दर्ज है, जबकि ऑडिट रिपोर्ट में 3,500 करोड़ रुपये के खर्च का हिसाब दिखाया गया है।

चुनाव आयोग से राहुल के सवाल

राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ये रिपोर्ट पोस्ट करते हुए लिखा, गुजरात में कुछ ऐसी गुमनाम पार्टियां हैं जिनका नाम किसी ने नहीं सुना, लेकिन 4300 करोड़ का चंदा मिला है। इन पार्टियों ने बहुत ही कम मौकों पर चुनाव लड़ा है, या उन पर खर्च किया है। उन्होंने आगे कहा कि ये हजारों करोड़ आए कहां से? चला कौन रहा है इन्हें? और पैसा गया कहां? क्या चुनाव आयोग जांच करेगा – या फिर यहां भी पहले एफिडेविट मांगेगा? या फिर कानून ही बदल देगा, ताकि ये डेटा भी छुपाया जा सके?

चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से मांगा था हलफनामा

बता दें कि राहुल गांधी ने हाल ही में मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। उस पर 17 अगस्त को मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि कांग्रेस नेता या तो शपथपत्र देकर प्रमाण पेश करें या फिर देश से माफी मांगें। राहुल गांधी ने इसी को लेकर आयोग पर तंज कसा है।

वैष्णो देवी भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 30, आज भी भारी बारिश का अलर्ट

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जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में माता वैष्णो देवी धाम की तरफ जाने वाले रास्ते पर भारी बारिश से भूस्खलन हो गया। हादसे में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है, जबकि करीब 20 से 25 लोगों के घायल होने की खबर है। मंगलवार की दोपहर कटरा के अर्धकुंवारी स्थित इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास भारी भूस्खलन हुआ था। कुछ ही समय में 8 लोगों की मौत की खबर आ गई थी, जबकि 20 लोग घायल बताए जा रहे थे। समय बीतने के साथ मौत का आंकड़ा बढ़कर 30 हो गया है।

मलबे में और भी लोग दबे होने की आशंका

मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। भूस्खलन वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग पर स्थित अर्द्धकुंवारी गुफा मंदिर में इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास हुआ। त्रिकुटा पहाड़ी पर स्थित मंदिर मार्ग का बड़ा हिस्सा मलबे में ढेर हो गया है। आशंका है कि मलबे में और भी लोग दबे हो सकते हैं। सेना और प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं।

आज भी पूरे राज्य के लिए रेड अलर्ट

वहीं मौसम विभाग ने आज भी पूरे राज्य के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। जम्मू-पुंछ-राजौरी नेशनल हाईवे तालाब में तब्दील हो गया है। रेलवे ने भी जम्मू से आने-जाने वाली 22 ट्रेनें आज रद्द कर दी गईं, जबकि 27 को शॉर्ट-टर्मिनेट किया गया है। इस कारण वैष्णो देवी के दर्शन के लिए गए सैकड़ों लोग वहां जम्मू में फंस गए हैं।

लगातार बारिश से बाढ़ और भूस्खलन के हालात

बता दें कि बारिश ने पूरे जम्मू और कश्मीर घाटी में कहर बरपाया है। नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। रावी नदी पर बने मोधोपुर बैराज का जलस्तर एक लाख क्यूसेक पार कर गया। चिनाब, तवी और उझ भी उफान पर हैं। सैकड़ों लोगों को निचले इलाकों से सुरक्षित निकाला गया। जम्मू-श्रीनगर और किश्तवाड़-डोडा हाईवे बंद कर दिए गए।

मोबाइल, इंटरनेट में दिक्कत और स्कूल बंद

भारी बारिश और भूस्खलन से मोबाइल नेटवर्क और दूरसंचार सेवाएं ठप हो गईं। आपात सेवाओं पर असर पड़ा। जम्मू संभाग के सभी सरकारी और निजी स्कूल 27 अगस्त तक बंद कर दिए गए। कक्षा 10वीं और 11वीं की परीक्षाएं स्थगित हो गईं। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आपात बैठक बुलाई। उन्होंने प्रभावित जिलों के उपायुक्तों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने और कमजोर वर्गों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। प्रशासन ने लोगों से भूस्खलन और नदियों के आसपास जाने से बचने की अपील की है।

आज से शुरू हो गई ट्रंप के 50% टैरिफ की वसूली, जानें किस सेक्टर पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर?

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अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप की ओर से भारत पर लगाए गए 25 फीसदी अतिरिक्‍त टैरिफ भी आज यानी बुधवार सुबह से लागू हो गया। अमेरिका ने पहले ही भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाया था, जो 7 अगस्‍त से प्रभावी हो चुका है. इस तरह आज 27 अगस्‍त से भारत पर कुल 50 फीसदी टैरिफ लागू हो जाएगा। ट्रंप ने भारत पर यह 25 फीसदी का अतिरिक्‍त टैरिफ रूस से तेल खरीदने की वजह से लगाया है। ट्रंप और उनके प्रशासन की ओर से बार-बार धमकी दिए जाने के बावजूद भारत ने रूस से तेल की खरीद बंद नहीं की और यही वजह है कि 27 अगस्‍त से अमेरिका ने 50 फीसदी टैरिफ लागू कर दिया है।

ट्रंप के 50 फीसदी टैरिफ लागू होने के बाद भारत के कई उत्पादों का अमेरिका को होने वाला निर्यात महंगा हो जाएगा। ऐसे में यह जानना अहम है कि आखिर ट्रंप के 50 फीसदी आयात शुल्क का भारत पर क्या असर पड़ेगा? देश के कौन से क्षेत्र इस फैसले से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले हैं? इस फैसले से भारत से अमेरिका निर्यात किए जाने वाले अधिकतर उत्पादों का वहां महंगा होना तय है। माना जा रहा है कि इससे भारतीय निर्यातकों को झटका लग सकता है, क्योंकि अमेरिका भारतीय उत्पादों का बड़ा खरीदार है। टैरिफ बढ़ने से अमेरिकी नागरिक भारतीय उत्पादों की जगह दूसरे देशों से कम टैरिफ दर पर आने वाले सामान को तरजीह दे सकते हैं।

कपड़ा उद्योग पर सबसे ज्‍यादा मार पड़ेगी

ट्रंप के इस टैरिफ की मार से भारत को करीब 48.2 अरब डॉलर का एक्सपोर्ट प्रभावित होगा। सबसे ज्यादा असर उन उद्योगों पर पड़ेगा जिनमें ज्यादा लोगों को काम मिलता है। इनमें कपड़ा, झींगा, चमड़ा, हीरे-जवाहरात, कारपेट और फर्नीचर शामिल हैं। इन चीजों का निर्यात सबसे ज्यादा प्रभावित होने की आशंका है। माना जा रहा है कि इस टैरिफ से कपड़ा उद्योग पर सबसे ज्‍यादा मार पड़ेगी। भारत से हर साल अमेरिका को 10 अरब डॉलर (करीब 86 हजार करोड़ रुपये) के कपड़े का निर्यात होता है। भारतीय कपड़ा उद्योग के लिए सबसे बड़े बाजार अमेरिका को निर्यात में अब उसे बांग्लादेश, वियतनाम जैसे देशों का मुकाबला करना होगा। दूसरी तरफ दवा, इलेक्ट्रॉनिक्स और पेट्रोलियम उत्पादों पर इस टैरिफ का कोई असर नहीं होगा।

भारत से होने वाला दो-तिहाई निर्यात होगा प्रभावित

जानकारों का कहना है कि ट्रंप के टैरिफ से अमेरिका को होने वाले मर्केंडाइज एक्सपोर्ट की वैल्यू पिछले साल की तुलना में 40 से 45% कम हो सकती है। अमेरिका भारत का सबसे बड़ा एक्सपोर्ट मार्केट है। पिछले साल भारत ने अमेरिका को 87 अरब डॉलर का एक्सपोर्ट किया था जो इस साल गिरकर $49.6 अरब रह सकता है। इसकी वजह यह है कि भारत से होने वाला दो-तिहाई निर्यात नए टैरिफ से प्रभावित होगा। कुछ मामलों में तो प्रभावी टैरिफ 60% तक होगा।

चीन से पहले जापान जा रहे पीएम मोदी, जानें क्या होगा एजेंडा

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पीएम मोदी चीन से पहले जापान की यात्रा करने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह जापान की यात्रा पर रहेंगे। पीएम मोदी 29-30 अगस्त 2025 को जापान की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पीएम मोदी के दौरे को लेकर जानकारी दी। मिसरी ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शुक्रवार से शुरू हो रही दो दिवसीय जापान यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के साथ 15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।

2014 के बाद से यह प्रधान मंत्री की जापान की आठवीं यात्रा

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पीएम मोदी की जापान यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए बताया, प्रधानमंत्री मोदी 28 अगस्त की शाम को जापान की आधिकारिक यात्रा पर जा रहे हैं। वह जापान के प्रधान मंत्री महामहिम शिगेरू इशिबा के साथ 15वीं भारत-जापान वार्षिक शिखर बैठक आयोजित करने के लिए 29 और 30 अगस्त को जापान में होंगे। यह कई कारणों से एक महत्वपूर्ण यात्रा है। यह प्रधान मंत्री मोदी की प्रधान मंत्री इशिबा के साथ पहली वार्षिक शिखर बैठक है। यह लगभग 7 वर्षों में जापान की उनकी पहली स्टैंडअलोन यात्रा भी है। पीएम मोदी ने आखिरी बार 2018 में वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए जापान का दौरा किया था। उसके बाद भी उन्होंने जापान का दौरा किया है, लेकिन यह एक यात्रा होगी जो भारत और जापान के बीच द्विपक्षीय एजेंडे के लिए पूरी तरह से समर्पित होगी। 2014 में पदभार संभालने के बाद से यह प्रधान मंत्री की जापान की आठवीं यात्रा है और हमारे विदेशी संबंधों में इस विशेष संबंध को बहुत उच्च प्राथमिकता देती है।

भारत-जापान ग्लोबल पार्टनरशिप के एजेंडे होंगे मजबूत

विदेश सचिव ने कहा कि भारत और जापान के बीच वार्षिक शिखर सम्मेलन की एक विशेषता राजधानी के बाहर दोनों नेताओं के बीच बातचीत है।विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत और जापान के बीच वार्षिक शिखर सम्मेलन दोनों देशों के बीच मौजूद उच्चतम स्तर की वार्ता तंत्र का प्रतिनिधित्व करता है। यह भारत-जापान विशेष रणनीतिक और ग्लोबल पार्टनरशिप के एजेंडे को आगे बढ़ाता है।

जापानी और भारतीय उद्योग जगत के लोगों से मिलेंगे

विदेश सचिव ने कहा कि भारत और जापान दो ऐसे देश हैं जो कई मुद्दों पर मूल्यों, विश्वास और रणनीतिक दृष्टिकोण को साझा करते हैं। मिसरी के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी जापानी और भारतीय उद्योग के प्रमुखों के साथ एक व्यापार नेताओं के प्लेटफॉर्म में भी हिस्सा लेंगे। इन मुलाकातों का उद्देश्य दोनों देशों के बीच बहुत महत्वपूर्ण व्यापार, निवेश और प्रौद्योगिकी संबंधों को गहरा करना है।

जापान के बाद चीन जाएंगे पीएम मोदी

जापान का अपना दौरा समाप्त करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निमंत्रण पर 31 अगस्त और 1 सितंबर को शंघाई सहयोग परिषद (SCO) के राष्ट्राध्यक्षों की 25वीं बैठक के लिए चीन के तियानजिन जाएंगे। तियानजिन में 31 अगस्त की शाम स्वागत भोज होगा और शिखर सम्मेलन 1 सितंबर को आयोजित होगा। प्रधानमंत्री मोदी इस दौरान कई द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे।

जम्मू-कश्मीर में कुदरत का कहर, डोडा में बादल फटा, 10 से अधिक घर तबाह

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जम्मू-कश्मीर के डोडा में बादल फटने से एक बार फिर तबाही मच गई है। 10 से ज्यादा घर तबाह हो गए हैं। डोडा जिले में लगातार भारी बारिश के कारण भूस्खलन, मिट्टी धंसने और पत्थर गिरने की घटनाएं हुई हैं, जिसके कारण कई संपर्क सड़कों के साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग के कई हिस्से बंद हो गए हैं।

जम्मू-कश्मीर में कुदरत का कहर दिख रहा है। किश्तवाड़ और कठुआ के बाद अब डोडा में बादल फटा है। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बादल फटने की घटना से अफरातफरी मच गई। अचानक आए सैलाब से भारी तबाही होने की खबर है। थाथरी उप-मंडल में अचानक बादल फटने की इस घटना में 10 से ज्यादा मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए।

थाथरी इलाके में बादल फटने के बाद अचानक बाढ़ जैसे हालात बन गए और कई घर मलबे में दब गए। इस तबाही के बाद कई परिवार प्रभावित हुए हैं और लोग सुरक्षित स्थानों पर शरण ले रहे हैं। प्रशासन और राहत-बचाव टीमें तुरंत मौके पर पहुंची हैं। स्थानीय लोगों की मदद से फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है। हालात पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और नुकसान का आकलन किया जा रहा है।

इससे पहले किश्तवाड़ और थराली में भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। किश्तवाड़ जिले और डोडा के कई इलाकों में बादल फटने की सूचनाएं मिल रही हैं। डिप्टी कमिश्नर हरविंदर सिंह ने कहा कि तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। खासकर चिनाब नदी के इलाकों में दो जगहों से बादल फटने की खबरें आई हैं। बादल फटने से एनएच-244 भी बह गया।

दिल्ली में आप नेता सौरभ भारद्वाज के घर ईडी की रेड, 13 ठिकानों पर छापेमारी

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दिल्ली में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार सुबह छापेमारी की है। यह कार्रवाई राजधानी में स्वास्थ्य ढांचे से जुड़ी परियोजनाओं में हुए कथित 5,590 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच से जुड़ी है। ईडी की टीमें सौरभ भारद्वाज के आवास समेत 13 ठिकानों पर रेड कर रही हैं।

संजय सिंह ने क्या कहा?

ईडी की रेड के बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है और इसे झूठा और निराधार बताया है।आप नेता सौरभ भारद्वाज के खिलाफ ईडी की छापेमारी पर आप सांसद संजय सिंह ने कहा, सौरभ भारद्वाज के खिलाफ दर्ज मामला झूठा और निराधार है। जिस समय ईडी ने मामला दर्ज किया था, उस समय वह मंत्री भी नहीं थे। आप नेताओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करना और उन्हें जेल में डालना मोदी सरकार की नीति है। यह सभी आप नेताओं को एक-एक करके परेशान करने और जेल में डालने के लिए किया जा रहा है। पीएम मोदी की फर्जी डिग्री से ध्यान हटाने के लिए छापेमारी की जा रही है। पीएम मोदी की फर्जी डिग्री पर चर्चा होने से रोकने के लिए ईडी ने छापेमारी की है। 

आतिशी क्या बोलीं?

वहीं, दिल्ली की पूर्व सीएम और आप नेता आतिशी ने कहा, आज सौरभ जी के यहाँ रेड क्यों हुई? क्योंकि पूरे देश में मोदी जी की डिग्री पर सवाल उठ रहे हैं, क्या मोदी जी की डिग्री फर्जी है? इस चर्चा से ध्यान हटाने के लिए ही रेड डाली गई है। जिस समय का केस बताया जा रहा है, उस समय सौरभ जी मंत्री भी नहीं थे। यानी पूरा केस ही झूठा है। सत्येंद्र जी को भी तीन साल जेल में रखकर आखिरकार CBI/ED को क्लोज़र रिपोर्ट देनी पड़ी। इससे साफ़ है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं पर लगाए गए सारे केस सिर्फ झूठे और राजनीति से प्रेरित हैं।

जून 2024 में दर्ज हा था केस

इस मामले में जून 2024 में दिल्ली की एंटी-करप्शन ब्रांच (एसीबी) ने केस दर्ज किया था। एसीबी का आरोप था कि आम आदमी पार्टी सरकार के दौरान अस्पतालों और आईसीयू इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं और फंड की हेराफेरी हुई। जांच में यह भी पाया गया कि 2018-19 में मंजूर किए गए 24 अस्पताल प्रोजेक्ट समय पर पूरे नहीं हुए। 6 महीने में आईसीयू अस्पताल तैयार करने का वादा किया गया था, लेकिन अब तक केवल 50 फीसदी काम ही पूरा हुआ है, जबकि 800 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च हो चुके हैं।

सौरभ भारद्वाज के साथ सत्येंद्र जैन पर गंभीर आरोप

इस मामले की शुरुआत अगस्त 2024 में तब हुई जब दिल्ली विधानसभा में उस समय के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने शिकायत दर्ज कराई। अपनी शिकायत में उन्होंने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन पर गंभीर आरोप लगाए थे। विजेंद्र गुप्ता का कहना था कि दोनों नेताओं ने स्वास्थ्य परियोजनाओं में सुनियोजित हेराफेरी की, सार्वजनिक धन का दुरुपयोग किया और निजी ठेकेदारों के साथ मिलीभगत की। फिलहाल ईडी इस पूरे घोटाले की तहकीकात कर रही है और सौरभ भारद्वाज तथा सत्येंद्र जैन की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।

पीएम मोदी की डिग्री नहीं होगी सार्वजनिक, दिल्ली हाई कोर्ट ने रद्द किया CIC का आदेश

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बीए की डिग्री सार्वजनिक नहीं होगी। दिल्ली हाईकोर्ट ने सोमवार को केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) का आदेश पलट दिया। अब दिल्ली यूनिवर्सिटी को प्रधानमंत्री की डिग्री नहीं दिखानी होगी। न्यायमूर्ति सचिन दत्ता ने सीआईसी के आदेश को चुनौती देने वाली दिल्ली विश्वविद्यालय की याचिका पर यह फैसला सुनाया। बता दें कि सीआईसी ने 2016 में दायर एक आरटीआई याचिका के आधार पर दिल्ली यूनिवर्सिटी को पीएम मोदी की ग्रेजुएशन डिग्री से संबंधित जानकारी का खुलासा करने का निर्देश दिया गया था।

पीएम मोदी के एकेडमिक रिकॉर्ड के खुलासे को लेकर यह कानूनी लड़ाई की सालों से चल रही है। नीरज नाम के एक शख्स की ओर से सूचना का अधिकार (आरटीआई) आवेदन के बाद केंद्रीय सूचना आयोग ने 1978 में बीए की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले सभी छात्रों के रिकॉर्ड के निरीक्षण की 21 दिसंबर, 2016 को अनुमति दे दी। पीएम मोदी ने भी इसी साल यह परीक्षा उत्तीर्ण की थी।

डीयू ने दिया था छात्रों की गोपनीय का हवाला

डीयू ने इस आदेश को चुनौती दी और कहा कि छात्रों की व्यक्तिगत जानकारी “फिड्युशियरी कैपेसिटी” (भरोसे में रखी गई गोपनीय जानकारी) के तहत आती है, जिसे किसी अजनबी को नहीं दिया जा सकता। विश्वविद्यालय ने यह भी कहा कि कोर्ट को रिकॉर्ड दिखाने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन इसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता।

हाईकोर्ट ने 23 जनवरी 2017 को केंद्रीय सूचना आयोग के आदेश पर रोक लगा दी है। डीयू की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने तर्क दिया कि केंद्रीय सूचना आयोग का आदेश रद्द किया जाना चाहिए। हालांकि, मेहता ने कहा कि विश्वविद्यालय को अपना रिकॉर्ड कोर्ट को दिखाने में कोई आपत्ति नहीं है। 1978 की एक कला स्नातक की डिग्री है। इससे पहले, आरटीआई आवेदकों के वकील ने सूचना के अधिकार अधिनियम का हवाला देते हुए आदेश का बचाव किया था।