निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने राजस्व कर्मचारी को 20 हजार की रिश्वत लेते धर दबोंचा

ब्यूरो रिपोर्ट धीरेन्द्र पाण्डेय

,औरंगाबाद निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की पटना से आई टीम ने एक राजस्व कर्मचारी को 20 हजार की रिश्वत लेते मंगलवार को धर दबोंचा। गिरफ्तार राजस्व कर्मचारी प्रमोद कुमार ओबरा अंचल कार्यालय में पदस्थापित है।

मामले में निगरानी की टीम आगे की कार्रवाई में जुटी है। रिश्वतखोर राजस्व कर्मचारी को गिरफ्तार करने वाली निगरानी की टीम के नेतृत्वकर्ता पुलिस उपाधीक्षक विकास श्रीवास्तव ने बताया कि ओबरा थाना के मानिकपुर गांव निवासी उदय कुमार ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पटना स्थित कार्यालय आकर शिकायत दर्ज कराई थी कि ओबरा अंचल के राजस्व कर्मचारी प्रमोद कुमार द्वारा दाखिल खारिज करने के नाम पर रिश्वत की मांग की जा रही है। शिकायत के आलोक में मामले को लेकर निगरानी थाना में प्राथमिकी संख्या-60/2025 दर्ज किया। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद शिकायत के सत्यापन की जिम्मेंवारी निगरानी के पुलिस अवर निरीक्षक राहुल कुमार को सौंपी गई। उन्होने ओबरा पहुंचकर शिकायत का सत्यापन किया। सत्यापन में राजस्व कर्मचारी के खिलाफ शिकायत सत्य पाया गया। इसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए निगरानी की छः सदस्यीय टीम गठित की गई। टीम मंगलवार की सुबह कार्रवाई के लिए पटना से चली।

      तय रणनीति के अनुसार शिकायतकर्ता उदय कुमार 20 हजार की रिश्वत देने ओबरा अंचल कार्यालय स्थित राजस्व कर्मचारी प्रमोद कुमार के कक्ष में गए, जहां उनके द्वारा रिश्वत की रकम लेकर आने की बात कही गई। इसके बाद राजस्व कर्मचारी ने अपना जूट का लंच बैग आगे करते हुए कहा कि रकम बैग के खाली लंच बॉक्स में रख दे, काम हो जाएगा। इसके बाद शिकायतकर्ता लंच बॉक्स में 20 हजार की रिश्वत की रकम रखने के बाद राजस्व कर्मचारी के कक्ष से बाहर निकला और पहले से सादे वेश में घात लगाए निगरानी की टीम को इशारा किया। इशारा मिलते ही निगरानी की टीम कक्ष में घुसी और राजस्व कर्मचारी को धर दबोंचा।

राजस्व कर्मचारी को दबोंचने के बाद निगरानी की टीम आवश्यक कागजी कार्रवाई पूरी करने के लिए उसे लेकर औरंगाबाद सर्किट हाउस आई, जहां टीम द्वारा राजस्व कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार करने की विस्तृत जानकारी दी गई।  निगरानी की टीम के साथ मौजूद शिकायतकर्ता उदय कुमार ने बताया कि अपनी जमीन का दाखिल खारिज कराने के लिए उन्होने परिमार्जन प्लस पोर्टल पर आवेदन किया था। आवेदन करने के बाद पिछ्ले छः माह से उसका लंबित रहा। इसे लेकर उन्होने जब राजस्व कर्मचारी से संपर्क किया तो, उनके द्वारा 1.70 लाख की रकम रिश्वत के रूप में मांगी गई।

कहा गया कि यदि एक बार में पूरी रकम दे दोगे तो दो दिन में काम हो जाएगा और किश्तों में रकम दोगे तो किश्तवार काम आगे बढ़ेगा। साथ ही यह बताया कि इस रकम में 1.50 लाख अंचल अधिकारी लेंगे और शेष 20 हजार उनके हिस्से में आएगा। इस पर उन्होने किश्त में रिश्वत की रकम देने की बात स्वीकार की और पटना जाकर निगरानी से संपर्क किया,

जिसके बाद निगरानी की टीम ने यह कार्रवाई की। मामले में आवश्यक कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद निगरानी की टीम रिश्वतखोर राजस्व कर्मचारी को अपने साथ पटना लेकर जा रही है,

जहां बुधवार को निगरानी की विशेष अदालत में पेशी के बाद राजस्व कर्मचारी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाएगा। निगरानी की टीम में पुलिस उपाधीक्षक विकास श्रीवास्तव, इंस्पेक्टर योगेंद्र कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक कुंदन कुमार, सत्यापनकर्ता राहुल कुमार, एक्सपर्ट सुमित कुमार एवं कार्यालय कर्मी सुजीत कुमार शामिल रहे।

औरंगाबाद - देशी थर्नेट के साथ बखित्यारपुर गांव से एक अपराधी गिरफ्तार,

हसपुरा (औरंगाबाद)हसपुरा पुलिस ने गुप्त सूचना पर थाना क्षेत्र के बखित्यारपुर गांव में छापेमारी कर एक देशी थर्नेट के साथ अपराधी गिरजा पासवान को घर से सोमवार की रात गिरफ्तार किया है।

हसपुरा थानाध्यक्ष दिनेश कुमार ने बताया कि एसटीएफ पुलिस को सूचना मिली की बखित्यारपुर गांव में गिरजा पासवान के घर आर्म्स बनाने व बेचने का अवैध कारोबार होता है।

हसपुरा थानाध्यक्ष दिनेश कुमार व एसटीएफ के अधिकारी दलबल के साथ बखित्यारपुर गांव पहुंचे और गिरजा पासवान के घर छापेमारी की तो एक देशी थर्नेट और आर्म्स बनाने के काम में आने वाला पाईप बरामद हुआ।

इस दौरान गिरजा पासवान को गिरफ्तार कर थाना लाया गया है।थानाध्यक्ष दिनेश कुमार ने बताया कि गिरजा पासवान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर। मंगलवार को जेल भेज दिया है।

कांग्रेस नेताओं के खिलाफ औरंगाबाद में FIR: 'महिलाओं को ₹2500' देने वाले वायरल वीडियो पर विवाद

औरंगाबाद: सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो को लेकर बिहार के औरंगाबाद में सियासी घमासान मच गया है। इस वीडियो में कथित तौर पर महिलाओं को हर महीने ₹2,500 देने का वादा किया गया है। भाजपा कार्यकर्ता की शिकायत पर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, और बिहार के कांग्रेस अध्यक्ष सह कुटुंबा विधायक राजेश राम समेत औरंगाबाद सदर विधायक आनंद शंकर सिंह के खिलाफ नगर थाना में एफआईआर दर्ज की गई है।

मामला भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 352/79, 318(4) और आईटी एक्ट 2000 की धारा 67 के तहत दर्ज हुआ है, जिसकी जांच पीएसआई समीर कुमार सिंह को सौंपी गई है।

क्या है वायरल वीडियो का विवाद?

पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह के प्रतिनिधि और भाजपा कार्यकर्ता मृत्युंजय कुमार सिंह ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि 4 अगस्त को उन्होंने एक व्हाट्सएप स्टेटस में यह वीडियो देखा था। वीडियो में एक मस्जिद की तस्वीर के साथ एक युवक की आवाज में महिलाओं से "योजना फार्म" भरने की अपील की गई थी। युवक कह रहा था, "औरंगाबाद की मां-बहनों को हर माह 2500 मिलेगा, चाहे गोरी हो या काली-कलूटी, हर लड़की इस फार्म को भर सकती है।"

शिकायतकर्ता का आरोप है कि वीडियो में दिख रहे फॉर्म पर कांग्रेस नेताओं की तस्वीरें हैं। उनका दावा है कि इस प्रकार की भ्रामक और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल कर जनता को धोखा देने, चुनाव को प्रभावित करने और महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। प्राथमिकी में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के अलावा, कुटुंबा विधायक राजेश राम और औरंगाबाद सदर विधायक आनंद शंकर सिंह समेत उन सभी अज्ञात लोगों को भी अभियुक्त बनाया गया है जो इस वीडियो से जुड़े हैं।

कांग्रेस ने दिया जवाब: 'यह हमारे मेनिफेस्टो का हिस्सा'

सदर विधायक आनंद शंकर सिंह ने इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जिस योजना का जिक्र वीडियो और एफआईआर में है, वह महागठबंधन के प्रस्तावित घोषणापत्र (मेनिफेस्टो) का हिस्सा है। उन्होंने कहा, "सभी राजनीतिक दल अपने घोषणापत्र का प्रचार-प्रसार करते हैं। मगर हमारे विरोधियों द्वारा इसे तोड़-मरोड़कर और ओछी राजनीति के तहत एक मुद्दा बनाया जा रहा है, जो कहीं से भी उचित नहीं है।"

विधायक ने आगे कहा कि किसी भी दल का प्रचार करना एक लोकतांत्रिक अधिकार है, और किसी घोषणापत्र को 'फर्जी योजना' कहकर जनता को गुमराह करना भाजपा की रणनीति का हिस्सा है। नगर थाना पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और साइबर सेल को भी वायरल वीडियो के सोर्स और वितरण नेटवर्क का पता लगाने के लिए कहा गया है।

देवकुंड मंदिर परिसर से दो युवक पिस्टल के साथ गिरफ्तार, दोनों ने कबूला अपराध

गोह (औरंगाबाद)देवकुंड थाना मुख्यालय के देवकुंड मंदिर परिसर से पुलिस ने सोमवार को दो अपराधकर्मियों को एक पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया है। घटना उस वक्त हुई जब मंदिर परिसर में विधि-व्यवस्था संधारण को लेकर प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारियों को देखकर दो युवक संदिग्ध परिस्थिति में भागने लगे। पुलिस बल ने तत्परता दिखाते हुए दोनों को खदेड़कर पकड़ लिया।

पकड़े गए युवकों की तलाशी के दौरान एक युवक नितीश कुमार के पास से एक पिस्टल बरामद किया गया। इसके बाद दोनों को देवकुंड थाना लाया गया, जहां पूछताछ के क्रम में दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। इस संबंध में देवकुंड थाना कांड संख्या-41/25 के तहत सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

गिरफ्तार अपराधी की पहचान अरवल जिले के शहर तेलपा थानाक्षेत्र के धराना गांव निवासी अखिलेश चौधरी के पुत्र नीतीश कुमार एवं बीजू चौधरी के पुत्र चुन्नू कुमार के रूप में की गई है।पुलिस की तत्परता से एक संभावित घटना टल गई और क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनी रही। मामले की जांच जारी है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय

82 साल के उम्र में हुआ राजेश्वर राम का हुआ निधन औरंगाबाद का रहे हैं पुर्व जिलापदाधिकारी

औरंगाबाद औरंगाबाद के पूर्व जिलाधिकारी राजकेश्वर राम का झारखंड के हजारीबाग स्थित आवास पर निधन हो गया। वें जहानाबाद जिले के रतनी फरीदपुर प्रखंड में शकुराबाद थाना के धरमपुर गांव के निवासी थे। 82 साल की उम्र में उन्होने जीवन की अंतिम सांसे ली। पिछले कुछ दिनों से वें बीमार चल रहे थे।

स्व. राजकेश्वर राम अपने पीछे चार पुत्र राजीव कुमार(व्यवसायी), संजीव कुमार(पत्रकार), अजय कुमार(ठेकेदार), कुमार शैलेंद्र(कार्यक्रम पदाधिकारी) और एक पुत्री अंजू कुमारी(गृहिणी) को छोड़ गए है। उनके एक पुत्र सब रजिस्ट्रार रहे विनय कुमार और पत्नी रामरति देवी का निधन पहले ही हो गया था। राजकेश्वर राम का परिवार संयुक्त परिवार है। इस वजह से ही उनके एक पुत्र कुमार शैलेंद्र को उनके मध्य प्रदेश में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रहे बड़े चाचा चंद्रिका राम ने पुत्र नही होने के कारण गोद ले लिया था।

यह जानकारी स्व. राजकेश्वर राम के पुत्र एवं औरंगाबाद के देव प्रखंड में पदस्थापित मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी कुमार शैलेंद्र ने दी।भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी राजकेश्वर राम औरंगाबाद में 25वें जिलाधिकारी रहे थे। वें 3 जुलाई 1998 से 13 जून 2000 तक औरंगाबाद में जिलाधिकारी रहे।

उन्होंने औरंगाबाद के अलावा लखीसराय के भी जिलाधिकारी का बखूबी दायित्व संभाला था। साथ ही वें समाज कल्याण विभाग में अपर सचिव भी रहे। औरंगाबाद में बतौर जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी उन्होने वर्ष 1999 के लोकसभा चुनाव और 2000 के विधानसभा चुनाव को सफलतापूर्वक संपन्न कराया था। उनका कार्यकाल पूरी तरह से विवाद रहित रहा और अपने कार्यकाल के दौरान वे जनता से बहुत सहजता से मिलते थे और उनकी बातों को ध्यान से सुनते थे। उनके निधन पर परिवार में मातम पसरा है। वहीं उनके शुभचिंतकों में भी मायूसी छाई हुई है। सभी ने पुण्यात्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की और इस दुख की घड़ी में परिवार को हिम्मत देने की कामना की

औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय।

मदनपुर खिरियावा मानव घाट से धार्मिक न्यास समिति के द्वारा निकाली गई भव्य जल यात्रा, पूर्व विधायक हुए शामिल

औरंगाबाद जिले के मदनपुर खिरियावा मानव घाट धार्मिक न्यास समितिके द्वारा रविवार की सुबह भव्य जल यात्रा गाजे बाजे के साथ मानव घाट मंदिर से निकाली गई जो मदनपुर , झुकटीयाँ होते हुए देव सूर्यकुण्ड तालाब पहुंची।

जहां से श्रद्धालुओं ने जल उठाकर पुनः मानव घाट मंदिर पहुंचे और भगवान शिव के ऊपर जलाभिषेक श्रद्धा सुमन के साथ किया।

जिसमें भक्ति नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। इस मौके पर पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंह, जदयू नेत्री निशा सिंह, मुखिया प्रतिनिधि रंजीत कुमार, सुनील शर्मा, उदय शिकारी सहित सैकड़ों महिला पुरुष श्रद्धालु मौजूद रहे।

बहादुरपुर गांव में 11 हजार तार करंट चपेट में आने से दो ब्यक्ति की हुई मौत, एक घायल

औरंगाबाद जिले के रफीगंज प्रखंड के बहादुरपुर गांव के खेत मे पानी पटाने के क्रम में 11 हजार बिजली का तार टूट कर खेत मे गिरने से बहादुरपुर गांव निवासी 40 वर्षीय रफीक अंसारी एवं 50 वर्षीय अनीश कुरैशी चपेट में आने से घटनास्थल पर ही मौत हो गया। वही दोनों ब्यक्ति को देखकर बचाने गए इसी गांव के संतोष ठाकुर करंट लगने से घायल हो गया। तीनो 112 पुलिस एवं एंबुलेंस के द्वारा आनन फानन में रफीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां डॉक्टर लालजी प्रसाद यादव के द्वारा रफीक अंसारी एवं अनीस कुरैशी को नश टटोलते ही मृत घोषित कर किया गया और संतोष ठाकुर घायल अवस्था मे इलाज किया जा रहा है। ग्रामीण ने बताया कि रफीक अंसारी एवं अनीश कुरैशी अपने मोटर से खेत में पानी पटाने गए थे, उनकी खेत से 11 हजार तार गुजर है। जो अचानक टूट के गिर जाने से दोनों व्यक्ति चपेट में आने से मौत हो गई। वहीं बचाने गए संतोष ठाकुर करंट लगने से घायल हो गया। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष शम्भू कुमार , एस आई आकाश कुमार, मिथलेश कुमार आकर कागजी प्रक्रिया पूर्ण होने पर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल मे भेज दिया गया। विधायक नेहालुद्दीन एवं अंचलाधिकारी भारतेंदु सिंह ने कहा कि कागजी प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद सरकारी प्रावधान के अनुसार चार लाख का मुआवजा दिया जाएगा। इस मौके पर जनसुराज़ नेत्री सगुफ्ता यास्मीन ,आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष संजय कुमार सैनिक, राजद प्रखंड अध्यक्ष विक्की यादव, वार्ड पार्षद प्रतिनिधि माहिद खान, धर्मेद्र कुमार कुशवाहा, सोनू कुमार पहुचकर सांत्वना दिया गया।

गोह भाजपा कार्यालय में उपहारा व गोह मंडल कार्यकर्ताओं की बैठक संपन्न,

गोह (औरंगाबाद)

गोह स्थित भाजपा कार्यालय में उपहारा मंडल एवं गोह मंडल के प्रमुख कार्यकर्ताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व विधायक एवं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता श्री मनोज शर्मा उपस्थित रहे।

बैठक का प्रमुख उद्देश्य मतदाता सूची के सघन पुनरीक्षण कार्य को सफल बनाने और भाजपा कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना था। श्री शर्मा ने कहा कि हर बूथ पर पार्टी द्वारा नामित BLA-2 कार्यकर्ताओं को निर्वाचन आयोग द्वारा अधिकृत BLO से समन्वय बनाते हुए नए मतदाताओं के नाम जोड़ने में सहयोग करना चाहिए।

उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित 11 दस्तावेजों में से कोई एक उपलब्ध करवाने में जनता की मदद की जाए, ताकि कोई भी पात्र मतदाता वंचित न रह जाए।

14 अगस्त को निकलेगी तिरंगा यात्रा

बैठक में आगामी 14 अगस्त को गोह प्रखंड मुख्यालय में तिरंगा यात्रा निकालने के संबंध में भी विशेष चर्चा की गई। यह यात्रा स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रभक्ति के संकल्प को लेकर निकाली जाएगी। श्री शर्मा ने कहा कि यह यात्रा पार्टी की एकजुटता और राष्ट्र के प्रति समर्पण का प्रतीक होगी।

बैठक में ये रहे मौजूद

बैठक की अध्यक्षता उपहारा मंडल अध्यक्ष राजीव कुमार विद्यार्थी और गोह मंडल अध्यक्ष उमेश पासवान ने की। कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष दीपक उपाध्याय, जिला मंत्री सुनील शर्मा, धीरज चौहान, सतेन्द्र शर्मा, जितेंद्र शर्मा, मोहर लाल मिश्रा, विकास कुमार, मोनू उपाध्याय, सचिन चंद्रवंशी, भरत प्रताप नारायण सिंह, प्रमोद कुमार सिंह, निगम नारायण, विश्व चंदन प्रकाश, ब्रजेश कुमार, अरुणजय शर्मा, मनीष पांडेय, सुशांत कुमार, रणधीर पासवान सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

बैठक में सभी कार्यकर्ताओं ने संकल्प लिया कि वे मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य और तिरंगा यात्रा में पूर्ण निष्ठा और उत्साह से भाग लेंगे।

जमीन की जाली रजिस्ट्री कराने को ले विधवा महिला ने डीएम से लगाई न्याय की गुहार,डीएम ने कहा मामले की होगी जांच


औरंगाबाद

सदर प्रखंड के खैरी गांव निवासी स्व. रामचंद्र सिंह की पत्नी जगमति कुंवर ने जमीन की जाली रजिस्ट्री कराने को लेकर औरंगाबाद के जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री से न्याय की गुहार लगाई है। डीएम को दिए आवेदन में पीड़िता ने कहा है कि मेरे नाम से खाता संख्या 127 प्लॉट नंबर 752, 753 एराजी 94 डिसमिल जमीन हैं। इस जमीन पर 1971 से उसका दखल कब्जा हैं,

लेकिन अशोक सिंह पिता रघुपत सिंह निवासी कुंडा ने कब्जा करने के उद्देश्य से जाली कागजात तैयार किया हैं। इसके खिलाफ उसने उच्च न्यायालय, पटना में सीडबल्यूजेसी वाद संख्या-17906/25 दाखिल किया है, जो न्यायालय में विचाराधीन हैं।वही औरंगाबाद सदर अंचल के अंचल अधिकारी अशोक सिंह के प्रभाव में आकर इस जमीन की जबरन नापी कराने पर उतारू हैं। उनके द्वारा धमकी दी गई कि ज्यादा बोलेगी तो पूरे परिवार को केस में फंसा देंगे। मामले में डीएम ने पीड़िता को जांच कर आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।

बिहार के इस थाने से दो नाबालिग समेत चार फरार, सुरक्षा में कोताही उजागर

गोह (औरंगाबाद) औरंगाबाद के गोह प्रखंड में देवकुंड थाना से गुरुवार की रात दो नाबालिग समेत चार हिरासतियों के खिड़की तोड़कर फरार होने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। मिली जानकारी के मुताबिक सभी को चोरी के आरोप में रात गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के बाद पुलिस ने चारों को एक ही कमरे में बंद कर चौकीदार की निगरानी में छोड़ दिया। रात में चौकीदार के सो जाने के दौरान ही चारों फरार हो गए। घटना के बाद थाना प्रशासन में हड़कंप मच गया। थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने पूरी जिम्मेदारी चौकीदार पर डालते हुए जल्द गिरफ्तारी का दावा किया है।

वहीं, फरारी के बाद आरोपियों के परिजनों ने पुलिस पर बदसलूकी और धमकी देने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि पुलिस चौकीदार की चूक छिपाने के लिए उन्हें परेशान कर रही है। हालांकि यह मामला पुलिस की लापरवाही और ग्रामीण थानों की कमजोर सुरक्षा व्यवस्था को उजागर करता है। मामले में पूछे जाने पर देवकुंड थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि दो किशोरों को पूछताछ के लिए थाना लाया गया था। पूछताछ में उन्हे चोरी मामले में संलिप्त नही पाए जाने पर रात होने के कारण थाना के ही एक कमरे में रखा गया था। इसी बीच डर के वजह से दोनो किशोर चौकीदार को चकमा देकर फरार हो गए। दोनों पर कोई मामला नही बनता है। वही दो अन्य की फरारी अफवाह मात्र है।