मिर्जापुर: टीबी रोग पर विजय प्राप्त करने वाले लोगों को प्रशिक्षित करते हुए दी गई टीबी चैंपियन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी

मिर्जापुर। टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जनपद के चुनार पीएचसी सभागार कक्ष में टीबी रोग पर विजय प्राप्त कर लेने वाले लोगों को प्रशिक्षित करते हुए टीबी चैंपियन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई। इस दौरान क्षय रोग विभाग के जिला कोऑर्डिनेटर सतीश शंकर यादव द्वारा आए हुए सभी टीबी रोग विजेताओं को टीबी के समस्त लक्षणों एवं सरकारी स्तर से दी जा रही सभी सुविधाओं को विस्तार पूर्वक बताते हुए कहा गया कि देश को टीबी मुक्त बनाने हेतु शासन स्तर से जहां नि:शुल्क रुप से जांच, इलाज, दवा के साथ-साथ पाए गए मरीजों को ₹1000 की भी सुविधा दी जा रही है वहीं अब शासन स्तर से पूर्व में टीबी रोग होने के पश्चात नियमित दवा और खान-पान के माध्यम से रोग पर विजय प्राप्त कर लेने एवं जनहित की भावना रखने वाले ऐसे पूर्व मरीजों के माध्यम से वर्तमान में इलाज ले रहे।

मरीजों के बीच स्वयं के अनुभव को शेयर करते हुए उन्हें उचित मार्गदर्शन तथा हौसला अफजाई भी कराया जा रहा है, जिससे कि वर्तमान में इलाज ले रहे मरीज विचलित न होकर नियमित दवा सेवन वह अच्छे खान-पान का सेवन कर स्वयं शीघ्र स्वस्थ हो सकें। अंत में सभी को टीबी चैंपियन गणों से टीबी मुक्त भारत अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने का आग्रह किया जिससे की जिला टीबी मुक्त हो सके।

उक्त कार्यक्रम के दौरान पीएचसी चुनार से सर्वेश कुमार सिंह, गीता देवी बीसीपीएम, अखिलेश यादव, इफ्तिखार, राम किशोर त्रिपाठी, मनभावन आदि मौजूद रहे।

नहीं रहे मीरजापुर के पत्रकार दिनेश उपाध्याय 58 की अवस्था में हुआ निधन

मीरजापुर। जिले की पत्रकारिता जगत के स्तम्भ रहे पत्रकार दिनेश उपाध्याय 58 वर्ष के आकस्मिक निधन पर पत्रकारों ने गहरा शोक जताया है। दिनेश उपाध्याय करीब तीन दशक से पत्रकारिता से जुड़े रहे। उन्होंने भारत दूत, अमर उजाला, आज, हिन्दुस्तान, सहित दैनिक जागरण में अपनी सेवा दी थी। वह मीरजापुर सहित चंदौली और सोनभद्र में भी दैनिक जागरण, हिंदुस्तान को अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

पत्रकार दिनेश उपाध्याय के निधन पर जनपद के वरिष्ठ पत्रकार शिवकुमार उपाध्याय, सलिल पांडेय, दीपक त्रिपाठी, मंगलापति द्विवेदी, संतोष देव गिरि, रोहित गुरु त्रिपाठी, अभिनेश प्रताप सिंह, राजन राज शर्मा, राघवेंद्र प्रताप सिंह, अंकित मिश्रा, गुफरान ने दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुये परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की हैं।

एक ही रात तीन घरों में ताले टूटे,नगदी व जेवर लेकर फरार


लालगंज,मीरजापुर। लहंगपुर बाजार में मंगलवार की रात चोरों ने पुलिस की सुरक्षा में सेंध लगाते हुए एक ही रात में तीन घरों के ताले तोड़कर बड़ी घटना को अंजाम देने का प्रयास किया। बशीर के मकान से मोबाइल और नगदी, इशहाक के दुकान में रखा नगदी सहित आभूषण व्यवसायी रोहित यादव का ताला तोड़ दिया। जिसमें हजारों रुपए नगदी समेत चांदी के जेवरात उठा ले गए।

लालगंज थाना क्षेत्र के लहंगपुर में चोरों ने एक रात में तीन घरों के ताले तोड़ दिए और कहीं नगदी तो कहीं से मोबाइल उठा ले गए। शिवशंकर तिवारी के दुकान के पास लगा सीसीटीवी कैमरे का तार तोड़ दिए। दिलचस्प बात यह कि लहंगपुर में जिस जगह पीआरवी (हंड्रेड डायल पुलिस) के लोग दिन रात रहते हैं वहा पर किराए के कमरे में इशहाक का किराना दुकान है, उसका ताला तोड़ कर गल्ले से हजारों रुपए नगदी लेकर चले गए।

मीरजापुर के कटरा कोतवाली के बथुआ निवासी रोहित यादव ने लहंगपुर में स्थित अपनी आभूषण दुकान का शटर चाड़ कर चोरी किए जाने का लहंगपुर चौकी पर तहरीर दिया है।सूचना पर बुधवार को पहुंचे थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह व पुलिस चौकी प्रभारी विजय कुमार राय पुलिस बल के साथ अब आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही हैं।

पुलिस के मुताबिक लहंगपुर मे बीती रात चोरों ने पुलिस की सुरक्षा में सेंध लगाते हुए एक ही रात में चार घरों के ताले तोड़कर बड़ी घटना का अंजाम देने का प्रयास किया है।चौकी प्रभारी विजय कुमार राय ने बताया कि चोरी में मामुली नकदी व जेवरात पर चोरों ने हाथ साफ कर दिए। मामले की छानबीन की जा रही है।
मिर्ज़ापुर: पीलर पर पत्थर रख फैलाया गया शिवलिंग होने का अफवाह, सैकड़ों की जुटी भीड़

 मिर्ज़ापुर। जिले के अंतिम छोर पर स्थित हलिया के मनिगढ़ा गांव स्थित यूपी-एमपी बार्डर के जडकुड में माहौल बिगाड़ने का कुत्सित प्रयास किया गया। भला हो कि समय रहते मौके पर पुलिस प्रशासन के पहुंच जाने और उनकी सूझ-बूझ से स्थिति नियंत्रित हुई है। बताते चलें कि मिर्जापुर जिले के हलिया थाना क्षेत्र अंतर्गत मनिगढ़ा गांव से लगने वाले यूपी-एमपी बार्डर के (संगम बार्डर) जडकुड में सड़क किनारे पूर्व में पुलिया निर्माण के दौरान लोहे की सरिया मोड़ने के लिए पीलर बनाया गया था। जिसमें से निकले सरिया को देख साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह क्या और किस लिए बनाया गया है। 

बावजूद इसके शिवलिंग होने का अफवाह फैला कुछ लोगों ने ग्रामीणों को उकसाकर भीड़ जमा करा इसे धार्मिक रंग देने का प्रयास किया। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों गांव में हुए विवाद के उपरांत एक सोची समझी रणनीति के तहत उस पीलर पर पर बालू में से निकले गोल पत्थर को उसी पीलर पर रख शिवलिंग होने का अफवाह प्रचारित कर दिया गया। 

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक युवक बाकायदा इसके आगे हाथ जोड़ खड़े होकर पोस्ट करता है। मंगलवार को सुबह 

शिवलिंग को किसी के द्वारा वहां से गायब कर दिये जाने का अफवाह प्रचारित किया गया, जो था ही नहीं,

मंगलवार को सुबह होने पर इसको हवा देकर मामले को तनाव पूर्ण करार देकर मौके पर भीड़ जुटाकर विवाद खड़ा करना चाहा गया। जिसके बाद मौके पर काफी संख्या में लोगों का जमावड़ा लगना शुरू होता है। वाद विवाद चल ही रहा था कि इसी बीच किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। 

सूचना पर पहुंची इलाकाई थाना पुलिस ने पहले तो लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन स्थिति गंभीर देख उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए आसपास के थानों की पुलिस को भी बुला लिया,जिसके बाद पुलिस की सख़्ती देख लोग खिसकते बने हैं। बहरहाल, जानकारी होने पर मौके पर उपजिलाधिकारी लालगंज, तहसीलदार लालगंज, अपर पुलिस अधीक्षक, सीओ लालगंज, थानाध्यक्ष हलिया, ड्रमंण्डगंज पुलिस फोर्स मौके पर तैनात रहे है। 

पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने मौके का मौका मुआयना करने के साथ सख्त हिदायत दी है कि यदि किसी ने शांति व्यवस्था में खलल डालने का प्रयास किया तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।

पर्दे के पीछे से दी गई हवा

मंगलवार को हलिया थाना क्षेत्र के मनिगढ़ा गांव से लगने वाले उत्तर प्रदेश-मध्यप्रदेश सीमा पर शिवलिंग होने के नाम पर भीड़ जुटाकर धार्मिक रंग देते हुए माहौल खराब करने का भरसक प्रयास किया गया, लेकिन पुलिस प्रशासन के सूझ-बूझ से भले ही यह विफल रहा है, लेकिन बड़ा सवाल इस बात का है कि आखिरकार इसको हवा देने का काम किसने किया? बताया जा रहा है कि इन दिनों मनिगढ़ा गांव में गांव के विकास कार्य में गड़बड़झाला और भ्रष्टाचार को लेकर मुद्दा गरमाया हुआ है तो वहीं स्वयं-भू प्रधान की भूमिका भी जांच के दायरे में है।

 कुछ ग्रामीण नाम ना छापे जाने की शर्त पर बताते हैं कि गांव में धरातल पर विकास कार्य न कराकर कागजों में चकाचक दिखाकर लाखों का गमन हुआ है जिसकी निष्पक्षता से जांच हुई तो एक बड़ा घोटाला मामले होगा। जो शायद पूर्व में हलिया विकासखंड में हुए मनरेगा घोटाले को भी पीछे छोड़ जाएं, ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि कहीं एक सोची-समझी रणनीति के तहत तो नहीं ऐसे अफवाहों के जरिए गांव की शांति व्यवस्था में खलल डाल लोगों को लड़ा प्रशासनिक मिशनरी का ध्यान भटकाएं जाने की सोच के तहत किया कराया जा रहा है।

संगम बार्डर पर लगे सीसीटीवी कैमरे से खुलेगा शिवलिंग होने का राज

मिर्ज़ापुर जिले के हलिया थाना क्षेत्र अंतर्गत मनिगढ़ा गांव के यूपी-एमपी (संगम बार्डर) बार्डर पर जहां शिवलिंग होने का दावा किया जा रहा है। इसको लेकर जहां तरह-तरह की चर्चा है कि आखिर यहां शिवलिंग कब और किसने स्थापित किया गया? जिसे पूजने की अफवाह फैलाई गई है। मज़े कि बात है कि जिस स्थान पर 

शिवलिंग होने की बात को प्रचारित किया गया है समीप में ही सुरक्षा और बार्डर पर चौकसी की गरज से उच्च छमता वाला cctv कैमरा लगाया गया है‌‌।

ख़ैर, देखना अब यह है कि पुलिस और प्रशासन cctv कैमरे के जरिए सच्चाई का खुलासा करते हुए इस अफवाह और उपद्रव के पीछे शामिल लोगों को कब कानून के कटघरे में खड़े करने का कार्य करती है।

Mirzapur: कावंड़िया बनकर चोरी करने वाले तीन शातिर चोरो का पर्दाफाश

संतोष देव गिरि, मिर्ज़ापुर। कांवड़ यात्रा में नकली कांवड़िया बनकर चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने 03 चोरो को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए चोर गैंग बनाकर कांवड़ यात्रा में शामिल होकर शिवभक्तों का सामान चोरी करते थे। पकड़े गए चोरों के पास से 8 एंड्रॉयड फोन,1 लॉकेट, नगदी सहित 1 ऑटो बरामद किया गया है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों को मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा है।

बताते चलें कि मड़िहान कोतवाली पर बीते 27 जुलाई 2025 को वादी मोहित कुमार पुत्र सदाफल सोनकर निवासी रामपुर ढवही खोड़िया थाना अहरौरा द्वारा तहरीर देकर बताया गया था कि वह अपने साथियों के साथ कावड़ यात्रा में गंगाजल लेकर शिवद्वार मंदिर घोरवाल जा रहे थे, कलवारी बाजार में काफी थके होने के कारण गहरी नीद में सोये थे। इसी दौरान अज्ञात चोरों द्वारा उनका मोबाइल फोन चोरी किये जाने के सम्बन्ध में तहरीर दी गयी। उक्त सम्बन्ध में प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना मड़िहान पर मुअसं-237/2025 धारा 303(2) बीएनएस पंजीकृत कर विवेचना की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी थी।

इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा द्वारा उक्त चोरी की घटना को गंभीरता से लेते हुए घटना के सफल अवारण तथा चोरो की गिरफ्तारी एवं चोरी के सामानों की बरामदगी करने के लिए अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन व क्षेत्राधिकारी आपरेशन के नेतृत्व में प्रभारी निरीक्षक थाना मड़िहान को निर्देश दिये गये। मामले में इलेक्ट्रानिक, भौतिक साक्ष्य संकलित करते हुए सोमवार को त्वरित कार्यवाही करते हुए थाना मड़िहान पुलिस टीम द्वारा मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर थाना मड़िहान क्षेत्रांतर्गत कलवारी बाजार के पास से तीन अरोपियों में क्रमशः सरफराज पुत्र लाल मोहम्मद निवासी औरही थाना घोरवल जनपद सोनभद्र, सुभाष पुत्र रामनाथ निवासी जुड़िया थाना घोरावल जनपद सोनभद्र व राजेश कुमार पुत्र वीरेन्द्र कुमार निवासी पटवध धरिकार बस्ती थाना चोपन जनपद सोनभद्र को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अरोपियों के पास से 8 अदद एन्ड्राइड मोबाइल फोन, 1 अदद लाकेट (पीली धातू), 3200 रूपये नगद, हैण्ड लेडी पर्स तथा घटना में प्रयुक्त किया गया आटो वाहन संख्या यूपी 64 सीटी 1809 बरामद किया गया।

इस प्रकार देते थे अंजाम

गिरफ्तार अरोपियों द्वारा पूछताछ में बताया गया कि हम लोगों द्वारा नकली कावड़िया बनकर कावड़ यात्रा में शामिल हो जाते थे तथा कावड़ियों से जान पहचान कर उनके यात्रा करते थे। रात्रि में कावड़ियों के सोते समय मौका देखकर उनके मोबाइल फोन, पैसे व आभूषण आदि चोरी कर लिया जाता था। चोरी के सामानों को बेचकर प्राप्त धनराशि को आपस में बांट लेते थे।

सुल्तानगंज बिहार के लिए कांवर लेकर रवाना हुए कांवरियां

लालगंज, मीरजापुर। स्थानीय तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवों से कांवरियों का जत्था भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक के लिए रवाना हुआ। यह भक्त सुल्तानगंज बिहार से गंगाजल भरकर पैदल चलते हुए झारखंड के बाबा बैजनाथ का जलाभिषेक करेंगे। इसके बाद बाबा बासुकीनाथ का जलाभिषेक कर बाबा विश्वनाथ, मां विंध्यवासिनी देवी का दर्शन कर वापस घर लौटेंगे। कावड़ यात्रा में प्रभाशंकर दुबे, छांगुर मौर्या, नागेंद्र सिंह, संजय मौर्या, छोटकू मौर्य व संजय बोलेरो ने बताया कि यह परंपरा पिछले कई वर्षों से चली आ रही है। हम सभी कांवरिया लहंगपुर से बाई रोड वाहन से सुल्तानगंज बिहार पहुंचेंगे। वहां से बाबा बैजनाथ धाम की 105 किलोमीटर यात्रा पैदल पूरी का भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करेंगे। यात्रा शुरू होने से पहले लहंगपुर में बोल बम, हर हर महादेव के जयकारों से पूरा वातावरण भक्ति में हो गया।

Mirzapur: 4 अंतर्राज्यीय गांजा तस्कर गिरफ्तार, 20 लाख का गांजा बरामद

मिर्ज़ापुर। उत्तर प्रदेश का मिर्ज़ापुर जिला अवैध मादक द्रव्य पदार्थो के बिक्री और इसमें संलिप्त तस्करों के लिए सबसे मुफीद हो चुका है। सोमवार को पुलिस और एसओजी टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। 

जब मिर्जापुर जिले की थाना पड़री पुलिस, एसओजी व सर्विलांस की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा 20 लाख के अवैध गांजा व तस्करी में प्रयुक्त वाहन डिजायर कार व बाइक के साथ 04 अंतर्राज्यीय गांजा तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

दरअसल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक नगर व क्षेत्राधिकारी सदर के नेतृत्व में थाना पड़री, एसओजी व सर्विलांस की संयुक्त पुलिस टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। थाना पड़री, एसओजी व सर्विलांस की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा मुखबीर की सूचना के आधार पर थाना पड़री क्षेत्रांतर्गत ग्राम मोहनपुर भवरख हाइवे से सटे मकान से 4 व्यक्तियों को पकड़ा गया। पकड़े गये तस्करों द्वारा पूछताछ में अपना नाम दीपक कुमार पाण्डेय पुत्र राम प्रसाद पाण्डेय निवासी अकोढ़ी थाना विन्ध्याचल जनपद मिर्जापुर, ओम प्रकाश मौर्या उर्फ गुद्धा मौर्या पुत्र घनश्याम मौर्या निवासी ग्राम कांगापुर थाना हड़िया जनपद प्रयागराज, राजेश कुमार मौर्या पुत्र राजाराम मौर्या निवासी रानीबारी घाना लालगंज जनपद मिर्ज़ापुर व संदीप तिवारी पुत्र अमरनाथ तिवारी (मकान मालिक) निवासी कोटवा थाना पड़री जनपद मिर्जापुर बताया गया है। पकड़े गए तस्करों की निशानदेही पर पुलिस टीम द्वारा उक्त मकान की तलाशी में छिपाकर रखा हुआ कुल 74.500 किलोग्राम अवैध गांजा तथा गांजा परिवहन में प्रयुक्त कहन डिजायर कार LIP 14 DM 1300 व बाइक UP 63 AZ 3746 बरामद हुआ। गिरफ्तारी व बरामदगी करने वाली पुलिस टीम में पड़री थाना प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार सिंह मय पुलिस टीम, निरीक्षक राजीव कुमार सिंह प्रभारी एसओजी मय टीम एवं 

उप निरीक्षक मानवेन्द्र सिंह मय टीम प्रभारी सर्विलांस शामिल रहे हैं।

पूछताछ में यह हुआ खुलासा

 

पूछताछ पकड़े गये गांजा तस्करों द्वारा पूछताछ में बताया गया कि उन लोगों द्वारा उड़ीसा से डिजायर कार में छिपाकर गांजा लाया जाता है तथा संदीप तिवारी के मकान में छोटे-छोटे पैकट बनाकर मांग के अनुसार उसे सप्लाई करते है। इससे ज्यादा धन अर्जित कर पाते है और प्राप्त धन को आपस में बांटकर अपने सुख-सुविधाओं का लाभ लेते हैं। बताया गया कि इसके लिए उनका अपना एक मजबूत नेटवर्क है। उड़ीसा से गांजा ले आने के लिए वह बड़े ही सधे अंदाज में आवागमन करते हैं ताकि पुलिस की नजरों से बचें रहे।

आपराधिक इतिहास (ओम प्रकाश मौर्या)

पुलिस के मुताबिक ओम प्रकाश मौर्या उर्फ गुंडा मौर्या पुत्र घनश्याम मौर्या कांगापुर थाना हड़िया जनपद प्रयागराज पर प्रयागराज जनपद सहित भदोही जनपद में भी कई मामले दर्ज हैं। इनमें 

मुअस-112/2021 धारा 308,323,504,506 भादवि थाना हड़िया जनपद प्रयागराज।

मुअस-31/2024 धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट थाना औराई जनपद भदोही एवं मुअस-288/2024 धारा 3(1) उ.प्र. गैंगस्टर एक्ट थाना औराई जनपद भदोही।

जबकि राजेश कुमार मौर्या पर मिर्जापुर में मुअस-114/2020 पारा 279,3040, 337, 338 भादवि थाना को कटरा, मुआस-130/2023 घारा 279,304ए भादवि थाना लालगंज एवं मुअस-310/2023 धारा 427,504,506 भादवि थाना लालगंज पर दर्ज हैं।

मीरजापुर के चकबंदी अधिकारी अतुल प्रकाश का हुआ श्रावस्ती स्थानांतरण

मीरजापुर। जिले के लोकप्रिय चकबंदी अधिकारी अतुल प्रकाश यादव का स्थानांतरण श्रावस्ती जनपद के लिए कर दिया गया है। सूबे के आयुक्त उप संचालक चकबंदी आलोक कुमार के मुताबिक उत्तर प्रदेश के चकबंदी आयुक्त भानु चन्द्र गोस्वामी द्वारा मीरजापुर के चकबंदी अधिकारी अतुल प्रकाश यादव को मीरजापुर से श्रावस्ती जनपद के लिए स्थानांतरित किया गया है। बताते चलें कि चकबंदी अधिकारी अतुल प्रकाश यादव जिले में 6 साल तक अपने सेवाएं निष्ठापूर्वक देते रहे हैं। वह तीन साल तक रतेह में बतौर सीओ चकबंदी के बाद तीन साल से सदर में बने हुए थें। शासकीय सेवाओं के साथ ही साहित्य और दीन-हीन गरीब जरुरतमंदों को नि:शुल्का पठनीय एवं ज्ञानवर्धक प्रतियोगी पुस्तकें प्रदान करते हुए आएं अतुल प्रकाश यादव सेवा कार्य को ही अपना धर्म मानते हैं।

फांसी लगाकर युवक ने दी जान, परिजनों में मचा कोहराम

ड्रमंडगंज, मिर्जापुर।ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के ड्रमंडगंज बाजार निवासी युवक ने पक्के मकान के भीतर रविवार दोपहर छत के चूल्ले से फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुट गई ड्रमंडगंज बाजार निवासी सुभाष केशरी के इकलौते बेटे 24 वर्षीय रीशू केशरी ने अज्ञात कारणों से पक्के मकान के कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर छत के चुल्ले के सहारे बिजली के तार से फांसी लगाकर जान दे दी।

दोपहर में खाना खाने के लिए पत्नी खुशी पति को बुलाने के लिए छत पर गई तो देखा कमरे दरवाजा भीतर से बंद था।पति को आवाज देने और दरवाजा खटखटाने के बाद काफी देर तक दरवाजा नही खोलने पर पत्नी ने श्वसुर सुभाष को जानकारी दी। युवक के पिता ने भी दरवाजा खोलने के लिए बेटे को काफी देर तक आवाज लगाई लेकिन भीतर से बेटे द्वारा कुछ नही बोलने पर मामला संदिग्ध प्रतीत होने लगा। सुभाष की आवाज पर अगल बगल के लोग मौके पर पहुंचे लोगों की मदद से दरवाजा की कुंडी तोड़ा गया।

दरवाजा खुलने पर बेटे को छत के चुल्ले से केबिल से लटका देख पिता के होश उड़ गए।आनन-फानन में फंदे से नीचे उतारकर युवक को उपचार हेतु प्रयागराज जिले के कोरांव स्थित सुकृत अस्पताल ले गए जहां चिकित्सक ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। युवक की मौत से परिजन रोने बिलखने लगे। मृतक के साले अंकुर केशरी की सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष ब्रह्मदीन पांडेय,एस आई रमेश यादव, मनसुख यादव घटना की जांच में जुट गए ।

परिजन अपने स्वेच्छा से पोस्टमार्टम नही कराना चाहते हैं जिससे ड्रमंडगंज पुलिस ने ग्राम प्रधान और संभ्रांत व्यक्तियों के समक्ष वधू के पिता राजेश केशरी के उपस्थिति में लिखित पंचायत नामा लिखवा कर डेड बॉडी परिजनों को सुपुर्द कर दिया लेकिन पुलिस के काफी समझाने बुझाने के मृतक की पिछले वर्ष प्रयागराज जिले के कोरांव थाना क्षेत्र के करपिया गांव में शादी हुई थी। मृतक की पत्नी खुशी गर्भवती है। घटना से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।

इस संबंध में थानाध्यक्ष ब्रह्मदीन पांडेय ने बताया कि युवक ने छत के चुल्ले में बिजली के तार से फांसी लगाकर जान दे दी है।शव को दोनों पक्षों व संभ्रांत व्यक्तियों के समक्ष पंचायत नामा लिखवा कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है

मिर्ज़ापुर: मदरसे में पिटाई के भय से भागे झारखंड निवासी बच्चों को आरपीएफ ने रेस्क्यू कर परिजनों को दी गई सूचना

मिर्ज़ापुर। बिहार के एक मदरसे में पढ़ने वाले दो नाबालिग बच्चे वहां होने वाली पिटाई के भय से भागकर ट्रेन में सवार हो गए। जिन्हें "ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते" के तहत रेस्क्यू कर सकुशल कब्जे में लेकर उनके परिजनों को अवगत कराया गया है।

जानकारी के मुताबिक आरपीएफ

उत्तर मध्य रेलवे मंडल प्रयागराज के

RPF पोस्ट मिर्जापुर के उप निरीक्षक अखिलेश कुमार राय, हमराही स्टाफ के साथ 27 जुलाई 2025 को रेलवे स्टेशन मिर्जापुर के स्टेशन एरिया में गश्त पर के थे। उनके साथ रेलवे चाइल्ड हेल्प डेस्क के सदस्य दारा सिंह भी उपस्थित थे। गश्त के दौरान, समय लगभग 10:30 बजे, प्लेटफार्म संख्या-02 के दिल्ली छोर पर दो लड़के बैग के साथ बैठे पाए गए।

सहानुभूतिपूर्वक पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम क्रमश: अशरफ अंसारी 12 वर्ष पुत्र अकबर अंसारी,

माता का नाम मैमून बीबी तथा दूसरे ने मासूम अंसारी 13 वर्षपुत्र इमामुद्दीन अंसारी माता का नाम सबरून बीबी सभी निवासी वार्ड नं. 14, ग्राम जंगीपुर, थाना नगरउंटारी, जिला गढ़वा (झारखंड) बताया।

पूछताछ में बच्चों ने बताया कि वे दोनों दारूल ओलूम फैजाने अशरफ, बारा, थाना गुरारू, जिला गया (बिहार) स्थित एक मदरसे में पढ़ते थे। वहां उनके साथ मारपीट की जा रही थी, जिससे परेशान होकर वे बिना किसी को बताए मदरसे से भाग निकले। उनका उद्देश्य अपने घर लौटना था, किंतु गलत ट्रेन में सवार हो जाने के कारण वे मिर्जापुर स्टेशन पर उतर गए।

आरपीएफ अधिकारियों के मुताबिक दोनों बच्चों ने अपने परिजनों के मोबाइल नंबर बताए। जिन पर संपर्क कर उनके परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। दोनों नाबालिगों को उप निरीक्षक अखिलेश कुमार राय द्वारा विधिवत सुपुर्दगीनामा तैयार कर, साक्ष्य (फोटोग्राफी) एवं गवाहों की उपस्थिति में, रेलवे चाइल्ड हेल्प डेस्क के सदस्य दारा सिंह (सुपरवाइजर) को सौंपा गया, ताकि उन दोनों बच्चों को सुगमतापूर्वक उनके घर तक उनके परिजनों को सौंपा जा सकें।