*सीएससी प्रभारी राजगढ़ के खिलाफ आशाओं ने दिया एक दिवसीय धरना*
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राजगढ़, मिर्जापुर। सरकार की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य की विभिन्न सेवाएं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी के भेंट चढ़ रही है। जिसे लेकर आक्रोशित आशाओं ने सोमवार को आशा एवं आशा संगिनी कर्मचारी संगठन उ.प्र. के बैनर तले सीएचसी प्रांगण में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया।
आशाओं ने केंद्र प्रभारी डॉ. पवन कश्यप पर तमाम भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए नारेबाजी किया। और कहा कि हम लोगों का विभिन्न मदों का पैसा गोलमाल कर दिए हैं। डरा धमकाकर बिना पैसे का काम करवा रहे हैं। बताया गया कि 2024 से आशा संगिनी के मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। विभिन्न मदों में 2023 तथा 2024 एवं 2025 का पैसा बाकी है। प्रोत्साहन राशि वर्ष में एक बार दी जाती है पर इसमें भी गोलमाल किया गया। जिससे आशा कार्यकत्रियों के सामने भुखमरी छा चुकी है। इतना ही नहीं आशाओं ने कई एएनएम के ऊपर सीजर डिलीवरी में पैसा लेने का भी आरोप लगाया। आशाओं ने कहा कि अपनी बदनामी बचाने के लिए पीड़ित से पैसा हम लोग नहीं मांगते। अपने जेब पैसा देना पड़ जाता है। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. पवन कश्यप ने आशाओं के बीच में आकर अपने लापरवाही को स्वीकारते हुए माफी मांगा और कहा कि मात्र 12 दिन का मुझे मौका दीजिए हम चाहे जैसे आप लोगों का भुगतान की व्यवस्था कर देंगे। यह गारंटी लेते हुए कहा कि जिलाधिकारी महोदया हमारा वेतन रोक दी हैं आप लोग नहीं मानेंगी तो मेरी नौकरी चली जाएगी। इस बात पर आशाओं ने कहा कि आपको अपने बेतन की चिंता है और हम लोगों का एक छोटे मानदेय से परिवार का जीविकोपार्जन होता है। बच्चे पढ़ाई करते हैं, कई आशाओं के बच्चों की पढ़ाई पैसे के अभाव में छूट गई है। इसकी चिंता आपको नहीं है । आशाओं ने भुगतान होने तक कार्य रोकने का आह्वान किया। इस पर प्रभारी चिकित्साधिकारी के काफी मान मनौव्वल के बाद 12 दिन के अंदर भुगतान होने के गारंटी पर आशा कार्यकत्रियों ने कार्य करने को तैयार हुई।
Jul 01 2025, 19:02