गड़बड़झाला: प्रधान ने एबीएसए की रिपोर्ट को बताया गलत,निलंबित प्रभारी प्रधानाध्यापक धीरज सिंह के इशारे पर ब्लाक की शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने क
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मीरजापुर। जिले के नरायनपुर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय बेगपुर के 24 जून को बंद होने के एबीएसए की रिपोर्ट को गांव की ग्राम प्रधान ने सिरे से खारिज कर दिया है। कहाकि एबीएसए ने उनके ससुर के बयान का अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किए है, जबकि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया ही नहीं है। बेसिक शिक्षा अधिकारी बीएसए अनिल कुमार वर्मा ने एबीएसए की रिपोर्ट पर प्राथमिक विद्यालय बेगपुर के प्रधानाध्यापक व दो महिला सहायक अध्यापिकाओं से स्पष्टीकरण मांगा है। इसी के बाद एबीएसए के फर्जी निरीक्षण की पोल खुल गई है साथ ही एबीएसए की मनमानी और तानाशाही को लेकर आक्रोश भी गहराने लगा है।
बताते चलें कि एबीएसए नरायनपुर ने बीते 24 जून को प्राथमिक विद्यालय बेगपुर का निरीक्षण कर विद्यालय बंद होने की रिपोर्ट बीएसए को दी थी। अपनी रिपोर्ट में उन्होने गांव की प्रधान समीना के ससुर डॉ. राशिद के बयान का उल्लेख किया है। उन्होंने लिखा है कि निरीक्षण के दौरान विद्यालय बंद मिला और गांव के प्रधान के ससुर डॉ. राशिद ने बताया कि यह विद्यालय 23 जून को भी बंद था। बीएसए ने प्राथमिक विद्यालय बेगपुर के प्रधानाध्यापक नागेंद्र सिंह, सहायक अध्यापिका प्रियंका और रिचा से स्पष्टीकरण मांगे। इसकी जानकारी होने पर जब विद्यालय के शिक्षक और शिक्षिकाओं ने ग्राम प्रधान को समीना से बात की तो उन्होंने अपने ससुर डॉ. राशिद से इस संबंध में पूछताछ की। डॉ. राशिद ने बताया कि एबीएसए ने मुझसे बात ही नहीं की है। फिर ऐसी रिपोर्ट क्यों भेज दिए। वहीं ग्राम प्रधान ने शिक्षकों के समर्थन में बीएसए को पत्र भी भेजा है। कहा है कि विद्यालय प्रतिदिन खुल रहा है। फिर झूठी रिपोर्ट क्यों भेजी जा रहा है। ग्राम प्रधान का कहना है कि कम्पोजिट विद्यालय कंदवा के निलंबित प्रभारी प्रधानाध्यापक धीरज सिंह के इशारे पर ब्लाक की शिक्षा व्यवस्था को चौपट किया जा रहा है। ग्राम प्रधान ने बीएसए से इस मामले की जांच कराके झूठी रिपोर्ट दिए जाने के मामले में कार्रवाई की मांग की है। उधर ग्रामीणों में इस बात को लेकर अब चर्चा तेज़ हो गई है कि आखिरकार निलंबित प्रभारी प्रधानाध्यापक धीरज सिंह को किस अधिकार से बीआरसी नारायणपुर में दखल देने की खुली छूट दे उन्हें पुचकारा जा रहा है?
टूटने का नाम ही नहीं ले रही है निलंबित प्रभारी प्रधानाध्यापक धीरज सिंह और खंड शिक्षा अधिकारी नारायणपुर की जुगलबंदी
आखिरकार बेसिक शिक्षा विभाग की ऐसी कौन सी मजबूरी है जो नारायणपुर ब्लाक के कंपोजिट विद्यालय कंडवा के निलंबित प्रभारी प्रधानाध्यापक धीरज सिंह और खंड शिक्षा अधिकारी नारायणपुर की जुगलबंदी टूटने का नाम ही नहीं ले रही है। निलंबन के बावजूद इसी ब्लॉक में उन्हें बनाए रखना, सारे नियम कायदे-कानून की धज्जियां उड़ते हुए देख ऐसा प्रतीत होता हैं धीरज सिंह के आगे सरकार के कायदे कानून व्यवस्था और बीएसए के अधिकार भी बौना साबित हो रहें हैं। यही नहीं अभी तक निलंबित प्रभारी प्रधानाध्यापक खंड शिक्षा अधिकारी के सभी ग्रुपों में मैसेज का आदान-प्रदान भी करते हुए आ रहे हैं और तो और शिक्षकों के प्रशिक्षण को भी संचालित कर रहे हैं। यह तो समझ से परे है की आख़िर ऐसी कौन सी मजबूरी बेसिक शिक्षा विभाग की है जो निलंबित प्रभारी प्रधानाध्यापक को इस ब्लॉक में बनाए रखे हुए हैं?
Jun 30 2025, 17:11