श्रावस्ती को वैश्विक बौद्ध तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने को सरकार प्रतिबद्ध : जयवीर सिंह

-- महामंगोल बौद्ध विहार में लगेगी फसाड लाइटिंग, 80 लाख की परियोजना स्वीकृत

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा है कि राज्य सरकार श्रावस्ती को एक प्रमुख बौद्ध तीर्थ एवं अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में श्रावस्ती स्थित महामंगोल बौद्ध विहार परिसर में फसाड लाइटिंग की व्यवस्था की जा रही है, जिसके लिए 80 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है।
फसाड लाइटिंग की स्थापना से भगवान बुद्ध की विशाल प्रतिमा और परिसर की भव्यता अब रात में भी स्पष्ट दिखाई देगी। यह न केवल श्रद्धालुओं बल्कि आम पर्यटकों के लिए भी एक बड़ा आकर्षण बनेगा। पर्यटन विभाग की योजना है कि बौद्ध स्थलों को पर्यटक अनुकूल बनाया जाए, ताकि देश-विदेश से आने वाले आगंतुकों को एक समृद्ध और यादगार अनुभव मिले।
जयवीर सिंह ने बताया कि श्रावस्ती न केवल एक प्राचीन नगर है, बल्कि यह बौद्ध, जैन और सनातन धर्मों की साझा विरासत का प्रतिनिधित्व करता है। भगवान बुद्ध ने अपने जीवन के सबसे अधिक वर्षावास श्रावस्ती में व्यतीत किए थे, जिससे यह स्थान बौद्ध अनुयायियों के लिए विशेष महत्व रखता है। फसाड लाइटिंग के तहत 360 डिग्री से प्रकाश की ऐसी व्यवस्था की जाएगी, जिससे परिसर सभी कोणों से भव्य नजर आएगा। त्योहारों और विशेष अवसरों पर थीम आधारित रोशनी की भी योजना है।
2024 में 1.27 लाख पर्यटक श्रावस्ती आए, जिनमें से 6,682 विदेशी थे। विभाग को उम्मीद है कि इन प्रयासों से न केवल पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ भी मिलेगा। सरकार का लक्ष्य है कि श्रावस्ती को वैश्विक धार्मिक पर्यटन मानचित्र पर प्रमुख स्थान मिले।
अलीगढ़, हरदोई और बाराबंकी की तीन कम्पनियों को दी जाएगी 169.60 करोड़ की प्रोत्साहन राशि
- औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने विभागीय प्रस्ताव पर दी स्वीकृति

- उत्तर प्रदेश औद्योगिक निवेश एवं प्रोत्साहन नीति के तहत कम्पनियों को दी जा रही है प्रोत्साहन राशि

लखनऊ। उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी वाला राज्य बनाने एवं निवेश व निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू किए गए औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन योजना के तहत जनपद अलीगढ़, हरदोई और बाराबंकी की तीन कम्पनियों को 169.60 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने शुक्रवार को औद्योगिक विकास विभाग के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की। अब जल्द ही प्रोत्साहन राशि तीनों कंपनियों को प्रदान की जाएगी।
औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश कर उद्योग बढ़ाने के लिए मेसर्स जेके सीमेंट लीमिटेड अलीगढ़ को 21 करोड़ 39 लाख 13 हजार 970 रूपए, मेसर्स वरूण बेवरेजेज लिमिटेड हरदोई को 66 करोड़ 34 लाख 22 हजार 136 रूपए और मेसर्स एसएलएमजी बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड बाराबंकी को 81 करोड़ 87 लाख 03 हजार 25 रूपए की प्रोत्साहन प्रदान किए जाने के प्रस्ताव पर स्वीकृति प्रदान की। मंत्री नन्दी ने कहा कि इस प्रोत्साहन राशि से उद्योगों को और बढ़ाने में मदद मिलेगी।
मंत्री नन्दी ने कहा कि 2017 से पहले जहां उत्तर प्रदेश से उद्योग धंधों का पलायन हो रहा था। वहीं योगी सरकार में उत्तर प्रदेश निवेश का प्रमुख केंद्र बन कर उभरा है। जहां निवेशकों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार ने निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन योजना नीति के तहत विशिष्ट नीतियां घोषित की है। इनके अंतर्गत सब्सिडी, एसजीएसटी प्रतिपूर्ति एवं व्यवसायों के लिए अन्य वित्तीय प्रोत्साहनों का प्रावधान किया गया है।
नन्दी ने कहा कि उप्र को वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के लिए जहां प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहित किया जा रहा है, वहीं उद्यमियों के लिए सहूलियतों का पिटारा खोल दिया गया है। उद्योगों के साथ ही उद्यमियों को आर्थिक मजबूती प्रदान करने के लिए औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन योजना संचालित की जा रही है।
समाज कल्याण विकास संघ का दो दिवसिय अधिवेशन सम्पन्न
सच्चा काम, पक्का काम से बनेगा विकसित भारत : असीम अरुण

लखनऊ। हम जो भी काम करें उसे पूरे मनोयोग से करें। काम सच्चा और पक्का होगा तभी भ्रष्टाचार को दूर किया जा सकता है। सच्चा काम, पक्का काम से ही देश विकसित बनेगा। यह बातें समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) असीम अरुण ने शुक्रवार को भागीदारी भवन में उत्तर प्रदेश समाज कल्याण विकास संघ के द्विवार्षिक अधिवेशन के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि कहीं।
इस मौके पर संघ द्वारा अपनी विभिन्न समस्याओं और मांगों से सम्बंधित मांग पत्र मंत्री को सौंपा गया। संघ पदाधिकारियों की मांगों और समस्याओं को सुनने के बाद समाज कल्याण मंत्री ने मंच से ही कुमार प्रशांत, निदेशक समाज कल्याण को निर्देश दिया कि इनकी मांगों को पूर्ण किया जाये। कर्मियों के कार्य में और कुशलता लाने के लिए विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिलाए जाने का निर्देश भी मंत्री ने दिया। विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन को और जनोपयोगी बनाने की मांग भी संघ द्वारा की गयी, ताकि पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक मिल सके। संघ द्वारा उठाये गए कैडर रिव्यू के मामले पर मंत्री ने गंभीरता से विचार करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है। कार्यक्रम में संघ के प्रांतीय अध्यक्ष एस एन यादव, अर्जुन द्विवेदी सहित प्रदेश भर से आए ग्राम विकास अधिकारी और सहायक विकास अधिकारी उपस्थित रहे।
समाज कल्याण विकास संघ का दो दिवसिय अधिवेशन सम्पन्न
सच्चा काम, पक्का काम से बनेगा विकसित भारत : असीम अरुण

लखनऊ। हम जो भी काम करें उसे पूरे मनोयोग से करें। काम सच्चा और पक्का होगा तभी भ्रष्टाचार को दूर किया जा सकता है। सच्चा काम, पक्का काम से ही देश विकसित बनेगा। यह बातें समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) असीम अरुण ने शुक्रवार को भागीदारी भवन में उत्तर प्रदेश समाज कल्याण विकास संघ के द्विवार्षिक अधिवेशन के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि कहीं।
इस मौके पर संघ द्वारा अपनी विभिन्न समस्याओं और मांगों से सम्बंधित मांग पत्र मंत्री को सौंपा गया। संघ पदाधिकारियों की मांगों और समस्याओं को सुनने के बाद समाज कल्याण मंत्री ने मंच से ही कुमार प्रशांत, निदेशक समाज कल्याण को निर्देश दिया कि इनकी मांगों को पूर्ण किया जाये। कर्मियों के कार्य में और कुशलता लाने के लिए विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिलाए जाने का निर्देश भी मंत्री ने दिया। विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन को और जनोपयोगी बनाने की मांग भी संघ द्वारा की गयी, ताकि पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक मिल सके। संघ द्वारा उठाये गए कैडर रिव्यू के मामले पर मंत्री ने गंभीरता से विचार करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है। कार्यक्रम में संघ के प्रांतीय अध्यक्ष एस एन यादव, अर्जुन द्विवेदी सहित प्रदेश भर से आए ग्राम विकास अधिकारी और सहायक विकास अधिकारी उपस्थित रहे।
लखनऊ : पुलिस की बड़ी कामयाबी, अवैध असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़, प्रतिबंधित हिरन की खाल सहित एक आरोपी गिरफ्तार
लखनऊ। जनपद लखनऊ के थाना मलिहाबाद और रहीमाबाद की संयुक्त पुलिस टीम ने अवैध हथियारों की तस्करी और निर्माण में लिप्त एक 68 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी सलाऊद्दीन उर्फ लाला, निवासी मिर्जागंज (निकट पिक्चर हाल, मलिहाबाद), के पास से भारी मात्रा में अवैध असलहे, कारतूस, हथियार निर्माण उपकरण और प्रतिबंधित हिरन की खाल बरामद की गई है।

पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी पिक्चर हाल के पास अवैध असलहे और कारतूस बेचने की तैयारी में है। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए टीम ने सलाऊद्दीन को मौके से दबोच लिया। तलाशी के दौरान उसके पास से 8 जिंदा कारतूस (315 बोर) बरामद हुए। सख्ती से पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह अपने घर पर अवैध हथियार बनाता है।

पुलिस ने आरोपी के निवास स्थल और उसके बगल स्थित पुराने सिनेमा हॉल परिसर से तलाशी में जो सामान बरामद किया, वह चौंकाने वाला था। पुलिस ने 3 पिस्टल (.32 बोर), 3 तमंचे (.315 और .22 बोर), 1 रायफल (.22 बोर), 7 एयरगन, और अर्धनिर्मित शस्त्र, साथ ही 68 जिंदा कारतूस (.22 बोर), 30 कारतूस (12 बोर) सहित विभिन्न बोर के कारतूस और खोखे, हथियार बनाने के औजार, बांका, छुरियां, आरी, फरसे और ₹2000 नकद जब्त किए। सबसे हैरान करने वाली बरामदगी हिरन की प्रतिबंधित खाल थी, जिसके चलते आरोपी के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की धारा 9/51 के तहत अलग से मामला दर्ज किया गया है।
थाना मलिहाबाद में आरोपी के विरुद्ध आर्म्स एक्ट और वन्य जीव अधिनियम के तहत मुकदमे पंजीकृत किए गए हैं। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

गिरफ्तार आरोपी:
सलाऊद्दीन उर्फ लाला, पुत्र सहाबुद्दीन, उम्र 68 वर्ष, व्यवसाय - शहद विक्रेता।

गिरफ्तारी टीम में शामिल अधिकारी:
थाना मलिहाबाद व रहीमाबाद की पुलिस टीम जिसमें निरीक्षक सुरेन्द्र मिश्रा, उ.नि. नरेंद्र सिंह, म.उ.नि. राखी वर्मा सहित कुल 11 सदस्य शामिल रहे।
भातखण्डे विश्वविद्यालय की कार्यशाला संपन्न, राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह का लोकार्पण
लखनऊ। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने शुक्रवार को भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ग्रीष्मकालीन संगीत एवं कला अभिरुचि कार्यशाला–2025 के समापन समारोह में भाग लिया और पुनर्निर्मित राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह का लोकार्पण किया। उन्होंने इसे कलाकारों के लिए समर्पित करते हुए कहा, “यह प्रेक्षागृह वर्षों तक संगीत, नृत्य और रंगमंच का प्रमुख केंद्र बना रहेगा।”
उन्होंने बताया कि अत्याधुनिक ध्वनि एवं प्रकाश व्यवस्था से सुसज्जित इस मंच के जरिए उभरते कलाकारों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी। उन्होंने भातखंडे कार्यशाला में शामिल 600 प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा, “यह पीढ़ी ही ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना से भारत को सांस्कृतिक और आर्थिक महाशक्ति बनाएगी।”
प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग मुकेश कुमार मेश्राम ने घोषणा की कि ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन शिविरों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ पर सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंचों पर राज्य का नाम रोशन करने वाले कलाकारों को विशेष रूप से सम्मानित करने की योजना पर काम हो रहा है।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. माण्डवी सिंह, लोकगायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी, लेखक डॉ. विद्या विन्दु सिंह, संस्कृति विभाग व विभिन्न विभागों के सचिवगण तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। जयवीर सिंह ने यह भी बताया कि सरकार प्रत्येक ग्राम पंचायत में वाद्य यंत्रों की किट उपलब्ध करा रही है, बुजुर्ग कलाकारों के लिए पेंशन योजना शुरू की गई है और कलाकारों का ऑनलाइन पंजीकरण भी किया जा रहा है।
अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में ऑनलाइन स्थानांतरण परिणाम घोषित
*  360 अध्यापकों का हुआ ऑनलाइन स्थानांतरण

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत संस्था प्रधान/प्रवक्ता/सहायक अध्यापक/सहायक अध्यापक (सम्बद्ध प्राइमरी प्रभाग) के ऑनलाइन स्थानांतरण का परिणाम जारी कर दिया गया है। यह जानकारी अपर निदेशक, माध्यमिक शिक्षा सुरेंद्र कुमार तिवारी ने शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि यह स्थानांतरण प्रक्रिया शिक्षा निदेशालय एवं एनआईसी के सहयोग से पारदर्शी एवं ऑनलाइन माध्यम से संचालित की गई है।
उन्होंने बताया कि कुल 360 अध्यापकों का सफलतापूर्वक स्थानांतरण किया गया है। स्थानांतरण आदेश http://secaidedtransfer.upsdc.gov.in पर उपलब्ध हैं। संबंधित शिक्षक अपनी मानव संपदा आईडी और पंजीकृत मोबाइल नंबर की सहायता से उक्त पोर्टल पर लॉगिन कर स्थानांतरण आदेश देख सकते हैं।
अपर निदेशक ने बताया कि स्थानांतरित अध्यापकों को नियमानुसार कार्यमुक्त/कार्यभार ग्रहण कराने हेतु सभी मण्डलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक एवं जिला विद्यालय निरीक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश निर्गत कर दिए गए हैं। यह कार्य शैक्षिक सत्र 2025-26 के तहत निर्धारित समयसीमा में संपादित किया जाएगा।
अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में ऑनलाइन स्थानांतरण परिणाम घोषित
*  360 अध्यापकों का हुआ ऑनलाइन स्थानांतरण

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत संस्था प्रधान/प्रवक्ता/सहायक अध्यापक/सहायक अध्यापक (सम्बद्ध प्राइमरी प्रभाग) के ऑनलाइन स्थानांतरण का परिणाम जारी कर दिया गया है। यह जानकारी अपर निदेशक, माध्यमिक शिक्षा सुरेंद्र कुमार तिवारी ने शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि यह स्थानांतरण प्रक्रिया शिक्षा निदेशालय एवं एनआईसी के सहयोग से पारदर्शी एवं ऑनलाइन माध्यम से संचालित की गई है।
उन्होंने बताया कि कुल 360 अध्यापकों का सफलतापूर्वक स्थानांतरण किया गया है। स्थानांतरण आदेश http://secaidedtransfer.upsdc.gov.in पर उपलब्ध हैं। संबंधित शिक्षक अपनी मानव संपदा आईडी और पंजीकृत मोबाइल नंबर की सहायता से उक्त पोर्टल पर लॉगिन कर स्थानांतरण आदेश देख सकते हैं।
अपर निदेशक ने बताया कि स्थानांतरित अध्यापकों को नियमानुसार कार्यमुक्त/कार्यभार ग्रहण कराने हेतु सभी मण्डलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक एवं जिला विद्यालय निरीक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश निर्गत कर दिए गए हैं। यह कार्य शैक्षिक सत्र 2025-26 के तहत निर्धारित समयसीमा में संपादित किया जाएगा।
धार्मिक पर्यटन को मिलेगा नया आयाम: बरेली के पशुपतिनाथ मंदिर और बिजनौर के गोगा जाहरवीर स्थल के विकास को मिली स्वीकृति
*  पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने की घोषणाएं, 2.68 करोड़ रुपए से होंगे कार्य


लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में धार्मिक पर्यटन को सशक्त आधार देने के लिए लगातार कार्य कर रही है। इसी क्रम में बरेली के प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर और बिजनौर के गोगा जाहरवीर मेला स्थल के विकास कार्यों को सरकार ने मंजूरी दे दी है। इन दोनों परियोजनाओं पर कुल मिलाकर 2.68 करोड़ रुपए की लागत से पर्यटन सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि बरेली के पशुपतिनाथ मंदिर का विकास नाथ कॉरिडोर योजना के अंतर्गत किया जाएगा। परियोजना में मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण, आधारभूत ढांचे का सुदृढ़ीकरण तथा श्रद्धालुओं के लिए आधुनिक सुविधाओं का निर्माण शामिल है। इस कार्य के लिए ₹2.30 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है।
बरेली का पशुपतिनाथ मंदिर नेपाल के काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर की तर्ज पर निर्मित है और यह उत्तर भारत के प्रमुख शिव मंदिरों में गिना जाता है। मंदिर में 108 छोटे-बड़े शिवलिंग हैं और विशेषकर सावन माह में हजारों की संख्या में शिव भक्त यहां जलाभिषेक करने पहुंचते हैं। सरकार का उद्देश्य है कि इस धार्मिक स्थल को अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन मानचित्र पर उभारा जाए।
इसके साथ ही बिजनौर जनपद के फीना गांव स्थित गोगा जाहरवीर मेला स्थल का भी पर्यटन विकास किया जाएगा, जिसके लिए 38 लाख रुपए की राशि स्वीकृत हुई है। यहां हर साल भाद्रपद माह में विशाल मेला लगता है, जिसमें लोक देवता जाहरवीर की पूजा की जाती है। यह स्थल न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि स्थानीय सांस्कृतिक पहचान का भी प्रतीक है। इसके साथ ही फीना गांव मिट्टी के बर्तनों के निर्माण के लिए भी जाना जाता है।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं से न केवल श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार का प्रयास है कि धार्मिक स्थलों के साथ-साथ कम प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों को भी मुख्यधारा से जोड़ा जाए, ताकि समग्र और संतुलित पर्यटन विकास सुनिश्चित हो सके।
पिछली सरकारों में उद्यमियों की उपेक्षा, जातीय संघर्षों को मिला बढ़ावा : योगी
*  उत्तर प्रदेश ने विश्व एमएसएमई दिवस पर युवाओं को समर्पित किया ‘उद्यमिता का नया युग’

लखनऊ। विश्व एमएसएमई दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ स्थित लोक भवन में एक भव्य समारोह में हिस्सा लेकर प्रदेश में उद्यमिता, नवाचार और समावेशिता को नई दिशा देने वाली कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने ‘यूथ अड्डा’ मंच, ‘सीएम युवा’ मोबाइल ऐप और बरेली व मुरादाबाद में 18 करोड़ रुपये की ओडीओपी सीएफसी परियोजनाओं का शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार जातिगत भेदभाव को खत्म कर प्रदेश के हर युवा को समान अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने पिछली सरकारों पर जातीय संघर्ष बढ़ाने और परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया, जिससे प्रदेश की पहचान धूमिल हुई थी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार ने हर जाति और समुदाय के युवाओं, कारीगरों और उद्यमियों को एक समान मंच देकर उन्हें आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर किया है।
‘यूथ अड्डा’ के जरिए युवाओं को अपने बिजनेस आइडिया प्रस्तुत करने, ऋण सहायता प्राप्त करने और अनुभवी मेंटर्स से मार्गदर्शन पाने का अवसर मिलेगा। वहीं, ‘सीएम युवा ऐप’ के माध्यम से युवाओं को सरकारी योजनाओं, प्रशिक्षण और डिजिटल सेवाओं की जानकारी एक क्लिक में मिल सकेगी।

वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) योजना के तहत बरेली और मुरादाबाद में शुरू हुई सीएफसी परियोजनाओं से स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों को उत्पादन व विपणन की आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बताया कि यूपी में 96 लाख एमएसएमई इकाइयों में दो करोड़ से अधिक लोग कार्यरत हैं, और राज्य का एमएसएमई क्षेत्र अब राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में 14 प्रतिशत योगदान दे रहा है।
कार्यक्रम के दौरान कई योजनाओं के लाभार्थियों को चेक और टूलकिट भी वितरित किए गए। सीएम योगी ने जीआई टैग के प्रचार-प्रसार और संरक्षण के लिए ह्यूमन वेलफेयर एसोसिएशन के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि 25 से 29 सितंबर को ग्रेटर नोएडा में तीसरे अंतरराष्ट्रीय ट्रेड शो का आयोजन होगा, जो यूपी के उत्पादों को वैश्विक मंच प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि यह नया उत्तर प्रदेश ‘विकसित भारत’ के सपने को साकार करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है।