बलिया:आर्थिक समस्या से परेशान मानदेय भुगतान हेतु शिक्षा मित्रों ने दिया अल्टीमेटम
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संजीव सिंह बलिया !माह मई 2025 का मानदेय अब तक नहीं मिलने से आहत शिक्षामित्रों ने धरना-प्रदर्शन का अल्टीमेटम दिया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन जिला समन्वयक (प्रशिक्षण) को सौंपते हुए उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के जिलाध्यक्ष पंकज सिंह ने कहा है कि शासन द्वारा चार जून को ही बजट निर्गत कर दिया गया था। प्रदेश के लगभग सभी जनपदों में समय से भुगतान भी हो चुका है, किंतु बलिया में अब तक भुगतान नहीं हो पाना, अत्यंत खेदजनक है। मानदेय भुगतान में अनावश्यक विलम्ब से शिक्षा मित्र मानसिक एवं आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। इस समस्या से एक सप्ताह पहले भी अवगत कराया गया, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिलाध्यक्ष ने कहा है कि 29 जून 2025 तक भुगतान नहीं होता है, तो उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ 30 जून को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन करने को बाध्य होगा। ज्ञापन देने वाले प्रांतीय संयुक्त मंत्री अखिलेश पाण्डेय, जिला महामंत्री अमृत सिंह,जिला कोषाध्यक्ष राकेश पाण्डेय, जिला मीडिया प्रभारी परवेज अहमद, जिला प्रवक्ता निर्भय नारायण राय, जिला मंत्री डिम्पल सिंह, निरुपमा सिंह,मुरली छपरा ब्लाक अध्यक्ष बिनोद चौबे, बेलहरी ब्लाक अध्यक्ष मंजूर हुसैन, नवानगर ब्लाक अध्यक्ष फैसल अजीज, गड़वार ब्लाक अध्यक्ष अवधेश भारती, दुबहड़ ब्लाक अध्यक्ष लाल जी वर्मा हनुमानगंज ब्लाक अध्यक्ष शिवकुमार सिंह,महामंत्री राजेश प्रजापति, अमित चेला मिश्र, जितेंदर ओझा, पप्पू कुंवर, भोलानाथ भारती, अरविंद राजभर,,जगनारायण पाठक,, मंगनी राम, जितेंदर सिंह, हरेंद्र, ज़ाहिर अंसारी, आदि थे


संजीव सिंह बलिया !माह मई 2025 का मानदेय अब तक नहीं मिलने से आहत शिक्षामित्रों ने धरना-प्रदर्शन का अल्टीमेटम दिया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन जिला समन्वयक (प्रशिक्षण) को सौंपते हुए उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के जिलाध्यक्ष पंकज सिंह ने कहा है कि शासन द्वारा चार जून को ही बजट निर्गत कर दिया गया था। प्रदेश के लगभग सभी जनपदों में समय से भुगतान भी हो चुका है, किंतु बलिया में अब तक भुगतान नहीं हो पाना, अत्यंत खेदजनक है। मानदेय भुगतान में अनावश्यक विलम्ब से शिक्षा मित्र मानसिक एवं आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। इस समस्या से एक सप्ताह पहले भी अवगत कराया गया, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिलाध्यक्ष ने कहा है कि 29 जून 2025 तक भुगतान नहीं होता है, तो उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ 30 जून को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन करने को बाध्य होगा। ज्ञापन देने वाले प्रांतीय संयुक्त मंत्री अखिलेश पाण्डेय, जिला महामंत्री अमृत सिंह,जिला कोषाध्यक्ष राकेश पाण्डेय, जिला मीडिया प्रभारी परवेज अहमद, जिला प्रवक्ता निर्भय नारायण राय, जिला मंत्री डिम्पल सिंह, निरुपमा सिंह,मुरली छपरा ब्लाक अध्यक्ष बिनोद चौबे, बेलहरी ब्लाक अध्यक्ष मंजूर हुसैन, नवानगर ब्लाक अध्यक्ष फैसल अजीज, गड़वार ब्लाक अध्यक्ष अवधेश भारती, दुबहड़ ब्लाक अध्यक्ष लाल जी वर्मा हनुमानगंज ब्लाक अध्यक्ष शिवकुमार सिंह,महामंत्री राजेश प्रजापति, अमित चेला मिश्र, जितेंदर ओझा, पप्पू कुंवर, भोलानाथ भारती, अरविंद राजभर,,जगनारायण पाठक,, मंगनी राम, जितेंदर सिंह, हरेंद्र, ज़ाहिर अंसारी, आदि थे






के परिवार के प्रति अपनी एकजुटता दिखाई और सामाजिक मूल्यों की मिसाल पेश की। इस अवसर पर सभी ने यह कामना की कि ईश्वर परिवार को इस दुख से उबरने की शक्ति दे।
संजीव सिंह बलिया।उत्तर प्रदेश सरकार की 'पेयरिंग एवं मर्जिंग योजना' के खिलाफ प्रदेश प्रोफेसर टीचर एंड नॉन टीचिंग इम्प्लाइज ऑर्गेनाइजेशन (प्रोटान शिक्षक संघ) द्वारा जिलाध्यक्ष/संयोजक प्रेमचंद के नेतृत्व में कड़ा विरोध जताते हुए मंगलवार को मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को जिला समन्वयक प्रशिक्षण के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया जिसमें प्रस्तावित योजना पर तत्काल प्रभाव से स्थगन व निरस्तीकरण की मांग की गई है। संघ का कहना है कि स्कूलों की पेयरिंग का निर्णय ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों के भविष्य के साथ घोर अन्याय है। विद्यालयों की जबरन विलय की प्रक्रिया से न केवल शिक्षण संसाधनों में कमी आएगी, बल्कि स्वत: ही शिक्षकों के पदों में कटौती भी सुनिश्चित हो जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में बसे छोटे-छोटे स्कूल केवल शिक्षा का केंद्र ही नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता और विकास के भी आधार हैं। यदि इन विद्यालयों को बंद किया गया तो उन बच्चों के लिए निकटतम विद्यालय तक जाना कठिन हो जाएगा, जिससे शिक्षा से उनका नाता टूट सकता है।ग्यापन सौपने वालों में प्रेमचंद, संजय कुमार, अनिरुद्ध आर्या,अनिल प्रियदर्शन, चन्द्र शेखर पासवान, लवकुमार टार्जन, अनिल यादव, राजकुमार चौहान आदि रहे।
बेल्थरारोड विधानसभा क्षेत्र के समाजवादी पार्टी के नव नियुक्त विधानसभा प्रभारी रामनाथ यादव का नगर पंचायत नगरा में जोरदार स्वागत किया गया। स्वागत में ढोल-नगाड़ों और फूल-मालाओं के साथ सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने उनका अभिनंदन किया। इस स्वागत कार्यक्रम का नेतृत्व नगर पंचायत प्रतिनिधि उमाशंकर राम ने किया, जिसमें सपा नेता रामदरस ‘क्रांति’, राजेश यादव ‘मंटू’, विनय यादव समेत कई अन्य समाजवादी कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस अवसर पर रामनाथ यादव ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का आभार प्रकट करते हुए कहा कि मैं अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभाऊंगा, और 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को पराजित कर सपा को विजयी बनाना मेरा लक्ष्य है। वहीं कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह देखने को मिला, जिससे यह संकेत गया कि समाजवादी पार्टी आगामी चुनावों के लिए पूरी तरह से सक्रिय हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश में पुलिस विभाग में खाली पड़े पदों को भरने की दिशा में एक बड़ी पहल होने जा रही है। उप निरीक्षक (SI) के 4543 पदों पर भर्ती प्रक्रिया को अंतिम रूप देने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा इस भर्ती का नोटिफिकेशन अगले माह तक जारी किए जाने की संभावना है। पुलिस से पहले दरोगा भर्ती को दी जा रही प्राथमिकता जानकारी के मुताबिक, प्रदेश सरकार ने पहले ही पुलिस विभाग में कुल 24 हजार पदों पर नियुक्ति की मंजूरी दी है। इसमें 19220 सिपाही और 4543 उप निरीक्षक (दरोगा) पद शामिल हैं। हालांकि सिपाही भर्ती प्रक्रिया में कुछ तकनीकी बिंदुओं पर शासन की स्वीकृति लंबित होने के कारण फिलहाल दरोगा भर्ती को प्राथमिकता दी जा रही है।गौरतलब है कि राज्य सरकार ने इस बार उप निरीक्षक भर्ती में उम्मीदवारों को आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट देने का फैसला लिया है, जिससे बड़ी संख्या में युवाओं को लाभ मिलेगा। कारागार विभाग में भी 2833 जेल वार्डर पदों पर होगी सीधी भर्ती इसके साथ ही कारागार विभाग में 2833 जेल वार्डर पदों पर भी सीधी भर्ती प्रस्तावित है। हालांकि, इस भर्ती का नोटिफिकेशन भी अप्रैल में प्रस्तावित था लेकिन प्रक्रिया में देरी बनी हुई है। जेल विभाग में नई जेलों में स्टाफ की तैनाती के लिए यह भर्ती अहम मानी जा रही है। उत्तर प्रदेश के हजारों युवाओं की निगाहें अब इस भर्ती प्रक्रिया पर टिकी हैं। चूंकि साठ हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती होने के बाद से युवाओं में आत्मविश्वास बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने भी विभाग में खाली पदों पर जल्द भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने का निर्देश जारी किया है। इन पदों पर की जाएगी भर्ती नागरिक पुलिस: 4242 पद पीएसी महिला वाहिनी (नागरिक पुलिस): 106 पद सशस्त्र पुलिस: 135 पद विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ): 60 पद इन सभी पदों पर भर्ती सीधी प्रक्रिया के तहत होगी और परीक्षा व अन्य चरणों की विस्तृत रूपरेखा भर्ती बोर्ड द्वारा निर्धारित की जाएगी। इस बार भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी उपायों को भी अपनाने की तैयारी की जा रही है। आयु सीमा में छूट से युवाअों में जगी नई उम्मीद दरोगा भर्ती की खबर आने के बाद से प्रदेश भर के अभ्यर्थियों में उत्साह की लहर दौड़ पड़ी है। विभिन्न कोचिंग संस्थानों में छात्रों की संख्या बढ़ गई है और तैयारी में तेजी देखी जा रही है। लखनऊ, इलाहाबाद, आगरा, मेरठ, बनारस और कानपुर जैसे बड़े शहरों के कोचिंग सेंटर्स में दरोगा परीक्षा की विशेष कक्षाएं चलाई जा रही हैं। अभ्यर्थियों का मानना है कि यह अवसर उनके लिए स्वर्णिम साबित हो सकता है, विशेषकर उन युवाओं के लिए जिनकी उम्र पहले की नियमावली के तहत सीमा पार कर गई थी। सरकार द्वारा दी गई आयु सीमा में छूट ने उन्हें एक नई उम्मीद दी है। अब ज्यादा दिन युवाओं को नहीं करना होगा इंतजार पुलिस और दरोगा बनने के लिए तैयारी कर रहे युवाओं अब ज्यादा दिन इंतजार नहीं करना होगा। बताया जा रहा है कि सबसे पहले दरोगा की भर्ती होगी, चूंकि 24 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया का रास्ता साफ हो गया है। इसके बाद पुलिस की भर्ती की जाएगी। इसलिए युवा अभी से ही तैयारी करने में जुट जाए, क्योंकि नोटिफिकेशन अगले माह ही जारी हो सकता है। आयु सीमा में छूट मिलने से जिनकी उम्र निकल गई थी उनके सामने नई उम्मीद जगी है।
संजीव सिंह बलिया। प्रदेश सरकार द्वारा कम छात्र संख्या का बहाना बनाकर प्राथमिक स्कूलों के मर्जर योजना का शिक्षक संगठनों ने विरोध शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश सीनियर बेसिक शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री सुशील कुमार पाण्डेय कान्हजी ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में गरीब का बच्चा पढ़ता है। जबकि सरकार इन विद्यालयों को निवेश का जरिया मान रही है। यह कोई उद्योग नहीं है कि निवेश में घाटा लगते ही उसे बंद कर दिया जाए। कान्हजी ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में गांव में रहने वाले गरीब के बच्चे पढ़ न सकें, इसका कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। सरकार गरीबों के बच्चों को शिक्षा से पूरी तरह से वंचित कर देना चाहती है। विद्यालय बंद होंगे तो ये कहां पढ़ने जाएंगे। यह योजना शिक्षा के अधिकार अधिनियम का अवहेलना है शिक्षक नेता ने कहा कि यह सिर्फ स्कूलों का मर्जर योजना नहीं है। इससे बेसिक शिक्षा पूरी तरह से ध्वस्त हो जाएगी। आशंका जाहिर किया कि सरकार प्रदेश में पहले पचास प्रतिशत विद्यालयों को बंद करेगी फिर सौ फीसदी विद्यालयों को बंद कर देगी। लेकिन शिक्षक इसका जमकर विरोध करेंगे। इसके लिए आंदोलन करना पड़े तो वह भी किया जाएगा।
रसड़ा तुर्तीपार गोरखपुर मार्ग पर स्थित नगरा बाजार के मुख्य मार्ग का कायाकल्प करने के व बाजार को सुसज्जित करने का कार्य शुरू हो गया है. रसड़ा से गड़वार मोड़ तक फोरलेन व थाना मोड़ से यूनियन बैंक तक सड़क का चौड़ीकरण करने के साथ ही अतिक्रमण को हटाया जाएगा. सड़क के किनारे पेड़ों की नंबरिंग का कार्य वन विभाग ने शुक्रवार को शुरू कर दिया. फुटपाथ के अतिक्रमण हटाने के निर्देश नगर पंचायत को दिए गए हैं. कार्यदायी एजेंसी छात्र शक्ति ने मई माह में कार्य करने के लिए शिलान्यास कर रसड़ा की तरफ से सड़क बनाने का कार्य शुरू किया है. सुचारू यातायात व्यवस्था, नो पार्किंग, ऑटो रिक्शा खड़ा करने को चिन्हित करने के साथ बीच में डिवाइडर भी बनाया जायेगा. नगर पंचायत के सीओ मनोज पांडे ने कहा कि नियमित सफाई लाइटिंग व्यवस्था को दुरुस्त करने अतिक्रमण मुक्त रखने के लिए अभियान चलाया जा रहा है.
ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया)! जनपद के 200 माध्यमिक विद्यालय में 20 हजार पौधे रोपित किए जाएंगे. जिला विद्यालय निरीक्षक में विद्यालयवार लक्ष्य आवंटित कर दिए हैं. प्रति विद्यालय 100 पौधे आवंटित किए गए हैं. इन विद्यालयों में राज्य की और शासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय व वित्तविहिन विद्यालय शामिल है. विद्यालयों की ओर से नर्सरी से पौधा उठान के लिए ब्लॉक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गई है. इसी तरह डीआईओएस ने तहसील प्रभारी की नियुक्ति की है. डीआईओएस ने नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया है कि 28 जून तक सौ प्रतिशत गड्ढे की खुदाई कराकर विद्यालयों के प्रधानाचार्ययों से संपर्क स्थापित कर संबंधित नर्सरी से पौधे का उठान कराये.
अमर बहादुर सिंह बलिया शहर बलिया। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर एक भव्य योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कुलपति प्रो. संजीत कुमार पाल ने विशेष रूप से भाग लेते हुए विद्यार्थियों को योग के महत्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि "योग हमारी सनातन परंपरा का हिस्सा है, जो हमें न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाता है, बल्कि मानसिक रूप से भी सशक्त करता है। योग की क्रियाएं हमारे मस्तिष्क को शुद्ध करती हैं और स्मरण शक्ति को बढ़ाती हैं। इसके नियमित अभ्यास से कार्यक्षमता में भी अभूतपूर्व वृद्धि होती है।" कार्यक्रम की शुरुआत सूर्य नमस्कार से हुई, इसके बाद विभिन्न योगासन जैसे ताड़ासन, वृक्षासन, भुजंगासन, वज्रासन, प्राणायाम आदि कराए गए। योगाभ्यास में 100 से अधिक छात्र-छात्राओं ने एक साथ भाग लेकर समर्पण और अनुशासन का परिचय दिया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षकगण, अधिकारीगण एवं अन्य कर्मचारी भी मौजूद रहे। सभी ने मिलकर योग के माध्यम से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और अनुशासन के संकल्प को दोहराया। कार्यक्रम का उद्देश्य योग के प्रति छात्रों में जागरूकता बढ़ाना, उन्हें नियमित योगाभ्यास के लिए प्रेरित करना तथा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित बनाए रखना रहा। योग दिवस पर विश्वविद्यालय परिसर में उत्साह, अनुशासन और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का अद्भुत संगम देखने को मिला।
Jun 25 2025, 21:51
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