विशेष शिविर का आगाज, सीएमओ ने बुजुर्गों को बांटा आयुष्मान वय वंदना कार्ड

गोरखपुर। आयुष्मान कार्ड बनाने के विशेष शिविरों का सोमवार से आगाज हो गया। पहले दिन छोटे काजीपुर यूपीएचसी पर सीएमओ डॉ राजेश झा खुद पहुंचे। उन्होंने सत्तर वर्ष व उससे अधिक आयु के लोगों का आयुष्मान वय वंदना कार्ड अपने सामने जेनरेट करवाया और वितरित भी किया। सीएमओ ने बताया कि पूर्व निर्धारित कैलेंडर के अनुसार तीस जून तक अलग अलग यूपीएचसी में कैम्प लगा कर आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे।

सीएमओ ने बताया कि इन शिविरों में विशेष जोर आयुष्मान वय वंदना कार्ड जारी करने पर है, जो सत्तर वर्ष व उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए है। इस कार्ड के लिए लाभार्थी बुजुर्ग को सिर्फ आधार कार्ड लाना होगा। कैलेंडर के मुताबिक 24 जून को नथमलपुर, झरना टोला, दीवान बाजार, 25 जून को इस्लामचक, हुमायूंपुर, जटेपुर, शाहपुर, 26 जून को इलाहीबाग, गोरखनाथ, मोहद्दीपुर, बेतियाहाता, 27 जून को तारामंडल, तुर्कमानपुर, बसंतपुर, 28 जून को जाफरा बाजार, सिविल लाइन, पुर्दिलपुर, 29 जून को बिछिया और 30 जून को निजामपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र पर विशेष शिविर में आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे।

सीएमओ डॉ झा ने बताया कि यह शिविर प्रतिदिन सुबह ग्यारह बजे से अपराह्न तीन बजे तक लगेंगे। सुबह दस बजे तक जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पतालों पर ही कार्ड बनाए जाएंगे। इन शिविरों के आयोजन में शहरी स्वास्थ्य मिशन के समन्वयक सुरेश सिंह चौहान, आयुष्मान भारत योजना की जिला स्तरीय टीम से डॉ संचिता मल्ल, शशांक, विनय पांडेय और आरोग्य मित्रों को समन्वय बना कर काम करने के लिए कहा गया है।

आशा कार्यकर्ता करेंगी प्रचार

सीएमओ ने बताया कि आशा कार्यकर्ता विशेष कैम्प से पहले लक्षित लाभार्थी को अपने क्षेत्र में सूचना देंगी। लोगों तक यह संदेश पहुंचाएंगी कि जो लोग प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आयुष्मान भारत और मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान की पात्रता सूची में शामिल हैं उन्हीं का आयुष्मान कार्ड बनाया जाता है। जिन लाभार्थी परिवारों के पास यह कार्ड होता है उन परिवारों को एक साल में पांच लाख रुपये तक प्रति परिवार इलाज की सुविधा दी जाती है। इलाज के लिए भर्ती कराए जाने के बाद ही इसे प्राप्त कर सकते हैं। जो लोग योजना की पात्रता सूची में नहीं हैं उनका कार्ड नहीं बनता है।

एनीमिया मुक्त गोरखपुर के लिए समन्वित प्रयासों पर हो जोर

गोरखपुर। जिले को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए सभी स्टेकहोल्डर्स को समन्वित प्रयास करने होंगे। यह निर्देश जिले के सीडीओ शाश्वत त्रिपुरारी ने विकास भवन सभागार में बुधवार को एनीमिया मुक्त भारत संबंधित बैठक को संबोधित करते हुए दिया। एम्स गोरखपुर, स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस और यूनिसेफ सहित कई सहयोगी विभाग और संस्थाएं बैठक में शामिल हुईं।

बैठक में सैम प्रबंधन, एनीमिया नियंत्रण और छह माह तक के शिशुओं के पोषण संवर्धन को लेकर गहन चर्चा हुई। वर्ष भर की उपलब्धियों का विस्तृत प्रस्तुतीकरण किया गया। चुनौतियों पर विचार-विमर्श हुआ और आगामी रणनीति तय की गई।

इस अवसर पर सीडीओ शाश्वत त्रिपुरारी ने कहा कि मातृत्व एनीमिया प्रबंधन को सुदृढ़ करने के लिए समुदाय और स्वास्थ्य सुविधाओं के बीच मजबूत संपर्क स्थापित किया जाए, जिससे नवजात शिशुओं और माताओं को एनीमिया के दुष्प्रभावों से बचाया जा सके। बैठक में सीडीओ को बताया गया कि ब्लॉक स्तर पर मातृ एनीमिया प्रबंधन केंद्रों की स्थापना होगी, जिनमें आदर्श केंद्रों का विकास और प्रदर्शन किया जाएगा। एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए नियमित समीक्षा और जिला प्रशासन की अध्यक्षता में तिमाही जिला टास्क फोर्स बैठकें आयोजित की जाएंगी।

आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों, स्कूलों, और आंगनवाड़ी केंद्रों तक आवश्यक पोषण और चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाने पर बल दिया जाएगा।

सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया कि बैठक में 6 माह से छोटे शिशुओं में प्रारंभिक वृद्धि बाधा की रोकथाम के लिए बांसगांव के आंगनवाड़ी केंद्रों पर एक विशेष पायलट प्रोग्राम संचालित करने के बारे में भी चर्चा हुई। यह प्रोग्राम पूरे जिले और प्रदेश के लिए एक आदर्श मॉडल बनेगा। इस केंद्र पर स्वास्थ्य विभाग भी सभी आवश्यक सहयोग देगा।

समुदाय स्तर पर होगा प्रबंधन

6-59 माह के सैम बच्चों के प्रबंधन के लिए संभव अभियान के अंतर्गत सैम बच्चों की पहचान एवं समुदाय स्तर पर प्रबंधन किया जाएगा।

यह समग्र रणनीति कुपोषण और एनीमिया के उन्मूलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और बच्चों व माताओं के स्वास्थ्य को सशक्त बनाएगी।

ऐसे एनीमिया मुक्त होगा गोरखपुर

एम्स गोरखपुर और यूनिसेफ उत्तर प्रदेश के संयुक्त प्रयास से अप्रैल 2024 में स्टेट रिसोर्स सेंटर फॉर न्यूट्रिशन की स्थापना की गई, जिसका उद्देश्य बच्चों और महिलाओं में कुपोषण की रोकथाम और प्रबंधन को सुदृढ़ बनाना है। यह केंद्र एम्स गोरखपुर के बाल एवं शिशु रोग विभाग, स्त्री एवं प्रसूति रोगk विभाग और कम्युनिटी मेडिसिन विभाग द्वारा संचालित किया जा रहा है। गोरखपुर और श्रावस्ती जिलों में इस केंद्र के माध्यम से एनीमिया और वेस्टिंग पर विशेष कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जो उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य और आईसीडीएस विभाग को तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

बैंक का कर्ज न चुकाने पर घर नीलाम, एडीएम के आदेश पर कार्रवाई

खजनी। कस्बे में थाने के ठीक सामने स्थित 101.20 वर्ग मीटर में बने एक पुराने दो मंजिला मकान को कोर्ट के आदेश पर जिला प्रशासन के सहयोग पीएनबी बैंक ने अपने कब्जे में ले कर उसे बैंक से नीलामी के जरिए खरीदने वाले व्यक्ति को सुपुर्द कर दिया।

गोरखपुर के अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व विनित कुमार सिंह के आदेश के अनुपालन में खजनी तहसील के नायब तहसीलदार राकेश कुमार शुक्ला कानूनगो देवनारायण मिश्रा और लेखपाल राजीव रंजन शर्मा की मौजूदगी में सरफेसी एक्ट 2002 के तहत कार्रवाई की गई।

मिली जानकारी के अनुसार मेसर्स शर्मा कम्युनिकेशन के एनपीए खाते में गारंटर के तौर पर उक्त दो मंजिला आवासीय भूमि और भवन को कब्जे में लेकर नीलामी क्रेता देवरिया जिले के सलेमपुर ब्लॉक के पीछे भटवा धर्मपुर वार्ड संख्या 5 निवासी राहुल सिंह पुत्र रामेश्वरनाथ सिंह को सुपुर्द कर दिया गया।

मौके पर मौजूद पीएनबी बैंक के चीफ मैनेजर दिलीप कुमार और बैंक के लीगल डिपार्टमेंट हेड की मौजूदगी में कुल 37.60 लाख रूपए में नीलामी रजिस्ट्री कराने वाले राहुल सिंह को सौंप दी गई।बताया गया कि उक्त मकान गारंटी के तौर पर बैंक के द्वारा अधिग्रहीत किया गया। बकाएदार के पीएनबी के कुल 3 बैंक खाते में लगभग 40 लाख रूपए बकाया थे। जिसमें अभी बैंक को और 54 हजार रुपए के मूल धन बकाया और ब्याज की रकम जमा करनी शेष है।

बैंक द्वारा लीगल कार्रवाई से पहले लगभग 45 बार फोन किया गया लेकिन बकाएदार मौके पर उपस्थित नहीं हुए। खजनी पुलिस और जिले से पहुंची पुलिस टीम की मौजूदगी में कब्जे और सुपुर्दगी की कार्रवाई पूरी की गई।नायब तहसीलदार राकेश कुमार शुक्ला ने बताया कि एसडीएम वित्त एवं राजस्व विनीत कुमार सिंह के आदेश पर बैंक के द्वारा सरफेसी एक्ट के तहत की गई कार्रवाई के दौरान टीम के साथ मौके पर मौजूद रहे।

पीएनबी बैंक के एरिया मैनेजर दिलीप कुमार ने बताया कि सरफेसी एक्ट 2002 के तहत की गई कार्रवाई में बैंक ऋण न जमा करने पर एनपीए खाते के लिए गारंटी के तौर पर जमा संपत्ति (मकान) की नीलामी के बाद उसे जिला प्रशासन के सहयोग से कब्जे में लेकर क्रेता को सौंप दिया गया है।

किन्नर बनकर पहुंचे लोगों ने दो महिलाओं से एक लाख के गहने जबरन लिए, जांच में जुटी पुलिस

खजनी गोरखपुर।ब्लॉक के राजस्व गांव बेलूडीहां गांव में पहुंचे 7 किन्नरों ने दो घरों में बच्चों के साथ मौजूद महिलाओं को डरा कर लगभग एक लाख रूपए मूल्य के सोने चांदी के गहने जबरन ले लिए। जिसकी सूचना मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 1076 व 112 पर दी और थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी। जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची स्थानीय किन्नरों ने जांच में सहयोग का भरोसा दिया।

सोमवार दोपहर में बांसगांव थाने की हरनहीं चौकी क्षेत्र के बेलूडीहां गांव में किन्नर के रूप में पहुंचे 7 लोगों ने दो घरों को निशाना बनाया, सुनीता देवी पत्नी योगेन्द्र पांडेय घर में बच्चों के साथ अकेली थी कोई पुरूष सदस्य नहीं था,घर के अंदर पहुंच कर किन्नरों ने महिला के कान का कुंडल,अंगूठी,गले की चैन जबरन निकाल लिया।महिला व उसकी बेटियों के विरोध पर उन्हें श्राप देने की धमकी देकर डराया, दूसरे घर में दीपिका पांडेय पत्नी रवि पांडेय बच्चों के साथ घर में अकेली थीं,बीते 7 जून को उनके नए घर का गृहप्रवेश हुआ था किन्नरों ने घर में पहुंचते ही चावल तेल सिन्दूर और दक्षिणा मांगा,फिर निशानी मांगते हुए जबरन चांदी का ब्रेसलेट,कान की बाली निकाल ले गए।

महिलाओं ने बताया कि विरोध करने पर किन्नरों ने डराते हुए कहा कि किसी को बताया तो तुम्हारी औलादें हमारे जैसी पैदा होंगी,उनके पति व बच्चों की मौत का श्राप देने लगीं।

इलाके की किन्नर बिजली रानी ने कहा कि हमारी तरह वेश बना कर नेटुआन डेरे की महिलाएं क्षेत्र में हमें बदनाम कर रही हैं। बिजली रानी ने बताया कि वो अपने इलाज के लिए लखनऊ के मैक्स अस्पताल में भर्ती हैं,जांच में पुलिस का पूरा सहयोग करेंगी।

बांसगांव थाने के एसएचओ प्रेमपाल सिंह के निर्देश पर एसआई रविन्द्र पाल ने घटना की जांच शुरू कर दी गांव में पहुंच कर घटना की जानकारी ली और बयान दर्ज किए।पुलिस संदिग्ध किन्नरों की तलाश में जुट गई है।

इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने किया गुरुद्वारा में रक्तदान

गोरखपुर। महानगर के प्रमुख गुरुद्वारा जटाशंकर में सोमवार को श्री गुरुनानक देव रक्तदान सेवा सोसायटी के सौजन्य से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज के इंटर्नशिप सोशल प्रोग्राम के सहभागी दर्जनों छात्रा-छात्राओं ने स्वैच्छिक रक्तदान कर शिक्षा के साथ अपने सामाजिक दायित्व का बखूबी निर्वहन किया।

गुरुद्वारा जटाशंकर में गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय ब्लड बैंक के नेतृत्व में शिविर का शुभारंभ अरदास से हुआ। इस मौके पर गुरुद्वारा समिति के अध्यक्ष जसपाल सिंह ने कहा कि रक्तदान एक बड़ी सेवा है। हर स्वस्थ व्यक्ति यदि रक्तदान के प्रति जागरूक हो जाए तो किसी भी मरीज को जरूरत पड़ने पर कहीं भटकना नहीं पड़ेगा। उन्होंने पिछले एक माह से गुरुद्वारा जटाशंकर में e सेवा कार्य सीख रहे मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों का रक्तदान के प्रति उत्साह देख उन्हें साधुवाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। Blood bank प्रभारी डॉ अवधेश अग्रवाल ने शिविर की सफलता पर संयोजक उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी के सदस्य जगनैन सिंह नीटू के प्रति आभार व्यक्त किया जिन्होंने। सभी रक्तदानी छात्र छात्राओं के प्रति आभार ज्ञापित किया।

शिविर में प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, राजेश गुप्ता , गौरव शर्मा, जनाब इंजीनियर मिन्नत, शिवांभुज पटेल, गणेश, अश्बाब अहमद, विशाल मौर्य, तन्मय अग्रवाल, हर्षित मधेशिया, मनप्रीत सिंह खालसा, आयुष गुप्ता, पौरुष कुमार, आदित्य कुमार, अमरजीत, सुप्रिया यादव, अपर्णा शुक्ला, सलोनी वर्मा, अभिज्ञान जायसवाल, राजिंदर सिंह, सहित लगभग 38 रक्तदानी शामिल रहे।

आपकी हर समस्या का होगा समाधान, जुलूस को कराए सकुशल संपन्न -अब्दुल्लाह

गोरखपुर। इमामचौक मुतवल्ली एक्शन कमेटी के तत्वाधान में अहमद नर्सिंग होम उचवा के सामने आइडियल मैरिज हाउस में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के मुख्य अतिथि क्षेत्राधिकारी कोतवाली ओंकार दत्त तिवारी विशिष्ट अतिथि आईएएस ,पीसीएस काउंसलर खैरुल बशर पूर्व पार्षद अशरफ अली हाजी कलीम फरजंद और बैठक की अध्यक्षता कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल्ला ने किया। बैठक का संचालन नवेद आलम ने किया। बैठक में कोतवाली थाना प्रभारी छत्रपाल सिंह राजघाट थाना प्रभारी सदानंद सिन्हा, तिवारीपुर थाना प्रभारी गौरव वर्मा मौजूद रहे।

बैठक में जनपद के इमामचौक के मुतवल्ली व अखाड़े के उस्ताद सैकड़ो की संख्या में मौजूद रहे ।

बैठक में जुलूस के दौरान होने वाली समस्याओं जैसे सड़कों पर लटक रहे बिजली के तार, पेड़ की टहनियों और सड़कों पर गढ्ढे ,साफ सफाई मुख्य मुद्दा रहा। इसके साथ ही जनपद के मुतवालियों ने अपनी अन्य समस्याओं को भी रखा गया जिसमें रेलवे स्टेशन के मुतवल्ली को परेशान न करने व मुतवल्लीओ को जुलूस में सहयोग करने के लिए जिला प्रशासन से अपील की गई है।

बैठक के मुख्य अतिथि क्षेत्राधिकारी कोतवाली ओंकार दत्त तिवारी ने कहा कि अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान ना दे, सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किसी भी पोस्ट को शेयर व लाइक ना करें। शहर के अमनो अमान को भंग करने के लिए कुछ शरारती तत्व प्रयास जरुर करेंगे, ऐसे लोगों पर पुलिस की निगाह है और उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आप लोगों की जो भी समस्याएं हैं उसे उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जाए।

खैरुल बशर ने कहा कि हम लोग हुसैन के मानने वाले हैं और अमन पसंद लोग हैं और शांतिपूर्वक अपने जुलूस को निकलेंगे, पुलिस प्रशासन का सहयोग करेंगे। गोरखपुर गंगा जमुना की मिसाल सदियों से यह शहर पेश करता आया है हिंदू मुस्लिम सभी मिलकर त्यौहार को सकुशल संपन्न कराने में अपना योगदान देंगे।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि इमामचौक मुतवल्ली एक्शन कमेटी जिला प्रशासन का भरपूर सहयोग करेगी उम्मीद करते हैं कि जिला प्रशासन और पुलिस भी मुतवालियों का पूरा ख्याल रखेगी हम लोगों ने जुलूस को सकुशल संपन्न करने के लिए सभी मुतवल्ली अपने 10-10 वॉलिंटियर तैयार किए हैं जो जुलूस को सकुशल संपन्न कराने में अपना योगदान देंगे।

जनपद में कुल 1848 इमामचौक है जिनमें से 1803 का जिला प्रशासन ने सत्यापन भी कर लिया है। हर साल की तरह इस साल भी इमामचौक मुतवल्ली एक्शन कमेटी पुलिस व जिला प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर जुलूस को सकुशल संपन्न कराने में अपना योगदान देगी।

बैठक में मुख्य रूप से खैरुल बशर ,अब्दुल्ला ,हाजी कलीम फरजंद, शकील अहमद अंसारी,मिसबाहुद्दीन, जावेद खान, पार्षद उज्जैर अहमद, पूर्व पार्षद नबीउल्लाह अंसारी ,मंसूर आलम, सादिक चौधरी, नबी भाई, सनोवर खान ,इरफान घोषी, सैफुर रहमान, रिजवान कादरी ,वासिक खान, अशरफ अली पूर्व पार्षद, बरकत अली पार्षद, हाफिज इदरीस, पार्षद शहाब अंसारी,रजी अहमद, मोमिन अली सिद्दीकी,अजीम पप्पू, शहादत अली ,फैसल अंसारी, मकसूद, नूर मोहम्मद, आजम घोषी, फखरे आलम, बदरे आलम, शाहिद घोषी,मामून बख्श, एजाज रिजवी शिया फेडरेशन, मिराज अंसारी, इजराइल, सादुल्लाह ,आफताब गाजी, इरफान, नावेद मलिक, इरशाद अहमद ट्विंकल, तौफीक, शाहनवाज ,मकसूद एडवोकेट समेत जनपद भर के मुतवल्ली व अखाड़े के उस्ताद मौजूद रहे।

बड़े हादसे को दे रही, लिंक एक्सप्रेस-वे पर फर्राटे भरती गाड़ियां

खजनी गोरखपुर।सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा शुक्रवार 20 जून को गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण कर दिया गया, अगले दिन शनिवार से ही नए एक्सप्रेस-वे पर वाहनों आवागमन शुरू हो गया। किंतु एक्सप्रेस-वे पर दौड़ते वाहनों की रफ्तार देख कर स्थानीय लोग सकते में आ जा रहे हैं। इन वाहनों की गति 120 किमी प्रति घंटे से भी अधिक है, यहां तक कि कुछ वाहन 140 की स्पीड से सनन् की आवाज करते निकल रहे हैं।

विश्वनाथपुर गांव के निवासी रामअशीष बेलदार बताते हैं कि एक्सप्रेस-वे पर गुजरते वाहनों की रफ्तार देख कर भय लगता है, एसी गाड़ियां हैं यदि ड्राइवर को थोड़ी सी झपकी भी आ जाए तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है। वहीं सरयां तिवारी गांव के निवासी भाजपा नेता धरणीधर राम त्रिपाठी कहते हैं कि हमारे गांव के पास ही लिंक एक्सप्रेस-वे का टोल गेट बना हुआ है जिस पर अभी कोई कर्मचारी तैनात नहीं है, कैमरे भी अभी काम नहीं कर रहे हैं, जरा सी लापरवाही होते ही उपर लिंक एक्सप्रेस-वे पर चढ़ते समय कोई भी तेजी से आ रही गाड़ी टकरा सकती है,नई सड़क पर आ जा रही गाड़ियों की स्पीड बहुत अधिक है।

कुछ इसी प्रकार रूद्रपुर गांव के निवासी विजय नारायण त्रिपाठी ने कहा कि लिंक एक्सप्रेस-वे पर इंटरचेंज खुले हुए हैं, खजनी, हरनहीं, सिकरीगंज से गाड़ियां उपर लिंक एक्सप्रेस-वे पर चढ़ रही हैं लेकिन सुरक्षा के कोई उपाय अभी काम नहीं कर रहे हैं एक्सप्रेस-वे पर तेज रफ्तार वाहनों की स्पीड कम होनी चाहिए। एक्सप्रेस-वे शुरू होने से पहले ही दर्जनों हादसे हो चुके हैं।

इस संदर्भ में खजनी थाने की प्रभारी निरीक्षक इंस्पेक्टर अर्चना सिंह ने बताया कि एक्सप्रेस-वे है तो गाड़ियों की रफ्तार तो होगी ही लेकिन सुरक्षा के लिहाज से लोगों को संभल कर चलना चाहिए, साथ ही एक्सप्रेस-वे के अधिकारियों को भी इस पर ध्यान देना होगा।

समय का पालन स्वयं पर लागू करें संस्थाध्यक्ष, फिर सभी पर लागू करें : मुख्यमंत्री

गोरखपुर। मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की संस्थाओं में पढ़ने वाले किसी भी विद्यार्थी की आर्थिक स्थिति उसकी पढ़ाई में बाधा न बनने पाए, इसे सुनिश्चित करना हर संस्था के प्रमुख का दायित्व है। आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों का सहयोग कर उन्हें आगे बढ़ाने में कोई कोर कसर नहीं रहनी चाहिए।

सीएम योगी शनिवार शाम गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद (एमपीएसपी) की सभी संस्थाओं के प्रमुखों के साथ संस्थाओं की गतिविधियों और भावी कार्ययोजना की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने परिषद की सभी संस्थाओं के प्रमुखों का आह्वान किया कि वे अपनी दायित्व वाली संस्थाओं को समाज और राष्ट्र हित में युगानुकूल परिवर्तन का वाहक बनाएं। सीएम योगी ने कहा कि जैसे जीवन सिर्फ औपचारिकता नहीं है, उसी तरह कोई संस्था भी औपचारिकता मात्र नहीं है। हर संस्था का एक सुस्पष्ट ध्येय होना चाहिए। हर संस्थाध्यक्ष का दायित्व है कि अपनी टीम के साथ पूरे मनोयोग से और लीक से हटकर कार्य करें। लकीर का फकीर बनने की बजाय हर संस्था सामूहिक प्रयास से स्वस्थ प्रतिस्पर्धा, अनुशासन, समय पालन और नवाचार करते हुए खुद की एक बुलंद पहचान बनाए।

बैठक में उन्होंने परिषद की हर संस्था के लिए उत्कृष्ट परिसर संस्कृति पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद सिर्फ स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय या अस्पताल खोलने वाली संस्था नहीं है। बल्कि इसका ध्येय शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य सेवाओं के माध्यम से समाज तथा राष्ट्र के सामाजिक विकास में योगदान देना है। इस परिषद की नींव ही इसी भावना के साथ राष्ट्रीयता की भावना का पोषण करने के लिए, राष्ट्र हित में सुयोग्य नागरिक तैयार करने के लिए रखी गई। परिस्थितियां अनुकूल रही हों, या प्रतिकूल, परिषद इस समग्र लक्ष्य से कभी भी विचलित नहीं हुई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की संस्थाओं में अनुशासित परिसर संस्कृति को सदैव प्राथमिकता पर रखा है। परिषद की संस्थाओं ने इस मामले में अनुकरणीय प्रयास किया है। परिसर में अनुशासन की भावना के साथ, स्वच्छता, हरियाली और सबका सबके प्रति सद्भाव रहे, इसका नियमित पर्यवेक्षण करना सभी संस्थाध्यक्षों की जिम्मेदारी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्था में समय का पालन और अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए संस्थाध्यक्ष पहले इसे खुद पर लागू करें। ऐसा होने पर दूसरे लोगों पर यह स्वतः स्फूर्त लागू होने लगता है। उन्होंने सभी संस्थाध्यक्षों को विभिन्न प्रभार देने संबंधी कार्यों की नियमित समीक्षा के निर्देश देते हुए कहा कि सभी संबंधित प्रभारी को प्रतिदिन संपूर्ण परिसर का एक चक्कर जरूर लगाना चाहिए ताकि वह अपने प्रभार से संबंधित व्यवस्था सुनिश्चित कर सके।

उत्साह से दायित्व स्वीकार करें शिक्षक

सीएम योगी ने कहा कि शिक्षकों को विद्यालय से संबंधित जो भी प्रभार जैसे स्वच्छता, अनुशासन आदि मिलें, उसे उत्साहपूर्वक स्वीकार कर मिसाल पेश करना चाहिए। उन्होंने संस्थापकों के प्रति श्रद्धा और सम्मान का भाव रखने का मंत्र देते हुए कहा कि यह भाव आपकी संस्था और आपको आगे बढ़ाने में मददगार होगा। सीएम ने कहा कि विद्यालय में सकारात्मक माहौल, परिसर का गंदगीमुक्त, स्वच्छ और सुंदर होना आवश्यक है। किसी भी छात्र के अभिभावक विद्यालय में आएं तो परिसर की स्वच्छता, सुंदरता, अनुशासन और सकारात्मक माहौल देखकर प्रभावित होकर जाएं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बदलते समय के साथ सामंजस्य बनाने और अग्रणी बने रहने के नई तकनीकी और प्रौद्योगिकी को परखने और संस्था, विद्यार्थी हित के अनुरूप उसे अंगीकार करने पर बल दिया।

प्रार्थना सभा विद्यार्थियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण

विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश में हुए कार्यों की समीक्षा करते हुए सीएम योगी जुलाई से प्रारंभ हो रहे शैक्षिक सत्र की तैयारियों की भी जानकारी ली और कहा कि एक जुलाई को विद्यालय खुलने पर विद्यार्थी जब प्रवेश करें तो उन्हें विद्यालय नया तथा परिसर स्वच्छ, सुंदर दिखना चाहिए। सीएम ने प्रार्थना सभाओं को विद्यार्थियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इससे सकारात्मक, आध्यात्मिक और प्रभावपूर्ण वातावरण का निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि विद्यालय में पुस्तकालय का समृद्ध होना व्यापक विद्यार्थी हित में होता है, इसलिए पुस्तकालय में भरपूर, अच्छी, रोचक और ज्ञानवर्धक पुस्तकें होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों-कर्मचारियों के क्षमता संवर्धन हेतु प्रशिक्षण कार्यशालाओं के आयोजन के साथ यह निर्देश भी दिए कि छात्रों के करियर काउंसिलिंग पर भी विशेष और नियमित ध्यान दिया जाए।

उत्कृष्टता को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के साथ निरंतर आगे बढ़ाते रहना होगा

बैठक में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की संस्थाओं के प्रमुखों का उत्साह बढ़ाते हुए सीएम योगी ने कहा कि इस परिषद की संस्थाओं ने हमेशा अपने-अपने कार्यक्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करते हुए समाज और राष्ट्र के हित में अपनी उपयोगिता प्रमाणित की है। इस उत्कृष्टता को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के साथ निरंतर आगे बढ़ाते रहना होगा। उन्होंने परिषद की संस्थाओं की गतिविधियों की सराहना की और भावी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।

शताब्दी वर्ष भव्य मनाने की अभी से करें तैयारी

बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के शताब्दी वर्ष 2032 को भव्य तथा ऐतिहासिक बनाने के लिए अभी से तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की स्थापना 1932 में पूर्वी उत्तर प्रदेश में शैक्षिक पुनर्जागरण और राष्ट्रीय मूल्यों के संरक्षण को लेकर की गई थी। यह परिषद अपने संस्थापक युगपुरुष ब्राह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज तथा विस्तारक राष्ट्रसंत ब्राह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज के मूल्यों, आदर्शों को संजोते हुए निरंतर प्रगतिमान है। सात साल बाद यह अपनी यात्रा के शताब्दी वर्ष में होगी। शताब्दी वर्ष तक हमें परिषद की संस्थाओं को एक प्रतिमान के रूप में स्थापित करना है। इसके लिए सभी संस्थाओं के प्रमुख को एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार करके अभी से जुट जाना होगा।

समीक्षा बैठक में यह रहे मौजूद

महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के वरिष्ठ सदस्य रामजन्म सिंह, शैलेंद्र प्रताप सिंह, प्रमथनाथ मिश्र, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुरिंदर सिंह, कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव, दिग्विजयनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ओम प्रकाश सिंह, एमपीपीजी कॉलेज जंगल धूसड के डॉ विजय चौधरी, दिग्विजयनाथ एलटी प्रशिक्षण महाविद्यालय के डॉ अजय कुमार पांडेय, गोरक्षनाथ संस्कृत विद्यापीठ के प्राचार्य डॉ. अरविंद कुमार चतुर्वेदी, महाराणा प्रताप कृषक इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य संदीप कुमार, महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज सिविल लाइंस के प्रधानाचार्य डॉ. अरुण कुमार सिंह, महाराणा प्रताप बालिका इंटर कॉलेज की राधारानी पांडेय, एमपी पॉलिटेक्निक के अनिल प्रकाश सिंह, एमपी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पंकज कुमार, दुलहिन जफ़गन्नाथ ंकुंअरि इंटर कॉलेज के रविंद्र कुमार शर्मा, महाराणा प्रताप महिला पीजी कॉलेज की डॉ सीमा श्रीवास्तव, एमपी कन्या इंटर कॉलेज की हर्षिता सिंह, एमपीआईटी के सुधीर दिग्विजयनाथ इंटर कॉलेज के डॉ हरेंद्र यादव, दिग्विजयनाथ बालिका इंटर कॉलेज की सपना सिंह, आदिशक्ति मां पाटेश्वरी पब्लिक स्कूल के डीपी सिंह, आदिशक्ति मां पाटेश्वरी विद्यापीठ के अशोक कुमार चौहान,प्रताप आश्रम के अभय सिंह, महाराणा प्रताप मीराबाई महिला छात्रावास की डॉ शशिप्रभा सिंह, योगिराज बाबा गंभीरनाथ सेवाश्रम के विनय कुमार सिंह, महायोगी कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ आरके सिंह, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के तहत गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के डॉ अनुराग श्रीवास्तव, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल संकाय की डॉ डीएस अजीथा, एलायड हेल्थ साइंस के डॉ सुनील कुमार सिंह, कृषि संकाय के डॉ विमल कुमार दुबे, पैरामेडिकल के रोहित श्रीवास्तव और फार्मेसी कॉलेज के डॉ शशिकांत सिंह।

गोरखपुर: सीएम योगी ने जनता दर्शन में सुनीं समस्याएं

* मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर प्रवास का आज तीसरा दिन

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर प्रवास का आज तीसरा दिन रहा। रविवार सुबह उन्होंने गोरखनाथ मंदिर परिसर में भ्रमण किया और वहां मौजूद बच्चों से आत्मीय मुलाकात कर उन्हें टॉफियां भेंट कीं। इस दौरान बच्चों में खासा उत्साह देखने को मिला।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में आयोजित जनता दर्शन में लोगों की समस्याएं सुनीं और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। बड़ी संख्या में लोग अपने आवेदन और शिकायतें लेकर पहुंचे थे, जिन्हें सीएम ने गंभीरता से सुना।

योगी आदित्यनाथ हर बार की तरह इस बार भी सीधे जनता से संवाद कर रहे हैं, जो उनकी जनसेवा की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। जनता दर्शन में स्वास्थ्य, भूमि विवाद, नौकरी व सहायता से जुड़े मामले प्रमुख रहे।

एडीएम की अध्यक्षता में तहसील समाधान दिवस पहुंचे 51 फरियादी

खजनी गोरखपुर।तहसील में आयोजित जून महीने के आखिरी समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे एडीएम वित्त एवं राजस्व विनीत कुमार सिंह के समक्ष कुल 51 फरियादी अपनी समस्याएं लेकर पेश हुए, इस दौरान 5 मामलों का मौके पर समाधान करा दिया गया, शेष 46 मामलों को संबंधित विभागों के अधिकारियों को मौके पर पहुंच कर जांच और कार्रवाई के लिए सुपूर्द कर दिया गया।

इस दौरान डोहरियां प्राणनाथ गांव के दीनानाथ मोदनवाल ने सरकारी खलिहान, नवीन परती और चकमार्ग की भूमि पर कब्जे तथा पोखरी की जमीन में मदरसे का अवैध निर्माण कराने की शिकायत की, तुर्कवलियां गांव के सोमनाथ पांडेय ने खराब सरकारी इंडिया मार्का हैंडपंप बनवाने की मांग की साथ ही अन्य फरियादियों ने भी अपनी भूमि विवाद, पुलिस और अन्य विभागों से संबंधित समस्याएं पेश की, मौके मौजूद दिवस प्रभारी एसडीएम राजेश प्रताप सिंह तहसीलदार ध्रुवेश कुमार सिंह क्षेत्राधिकारी उदय प्रताप सिंह नायब तहसीलदार राकेश शुक्ला, अशोक कुमार बीडीओ खजनी रमेश शुक्ला सहित अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।