रेरा अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक संपन्न, शिकायत निस्तारण में आई तेजी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश भू-सम्पदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) की साप्ताहिक समीक्षा बैठक सोमवार को लखनऊ स्थित मुख्यालय में अध्यक्ष संजय आर. भूसरेड्डी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में नोएडा कार्यालय के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।

बैठक में अध्यक्ष ने विभिन्न बिंदुओं पर गहन समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर लंबित मामलों के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए। समीक्षा में धारा-31 के अंतर्गत दायर शिकायतें, अवमानना याचिकाएं, अपीलों की स्थिति, उच्च न्यायालय, सर्वोच्च न्यायालय व ट्रिब्यूनल में चल रहे वाद, तथा महत्वपूर्ण प्रकरणों में पैरवी की स्थिति जैसे विषयों को विस्तार से परखा गया।

इसके अतिरिक्त, रेरा पोर्टल, पंजीकृत परियोजनाओं में आ.सो./सी.सी. अपलोड की स्थिति, मानव संपदा प्रबंधन, तथा निर्माणाधीन मुख्यालय भवन की प्रगति पर भी चर्चा हुई। रेरा एजेंट्स, प्रमोटर्स और शिकायतकर्ताओं के बीच समझौतों तथा रेरा अधिनियम के अनुपालन की स्थिति की भी समीक्षा की गई।

अध्यक्ष भूसरेड्डी ने कहा कि, "रेरा की ओर से प्रमोटरों पर निगरानी और नियमों में समयानुसार बदलाव के कारण शिकायतों में उल्लेखनीय कमी आई है। साथ ही, शिकायतों का निस्तारण भी तेज़ी से किया जा रहा है।"

बैठक में सचिव महेन्द्र वर्मा, प्रमुख सलाहकार अबरार अहमद, तकनीकी सलाहकार संजय तिवारी, वित्त परामर्शदाता सुधांशु त्रिपाठी, संयुक्त सचिव उमाशंकर सिंह, और सहायक निदेशक अमरीश कुमार सहित रेरा के अधिकारी तथा नोएडा कार्यालय से जुड़े प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

लखनऊ में अंसल कंपनी पर 214वीं एफआईआर

-- महिला से प्लॉट के नाम पर 7 लाख रुपए की ठगी का आरोप

लखनऊ। रियल एस्टेट क्षेत्र की चर्चित अंसल कंपनी एक बार फिर विवादों में घिर गई है। गोमती नगर की रहने वाली महिला चारु अग्रवाल ने कंपनी के मालिक और अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए सुशांत गोल्फ सिटी थाने में धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई है। चारु अग्रवाल का आरोप है कि कंपनी ने उन्हें प्लॉट देने का झांसा देकर 7 लाख रुपए की भारी रकम वसूल ली, लेकिन न तो प्लॉट दिया गया और न ही पैसे वापस किए गए। महिला के मुताबिक, वह लंबे समय से कंपनी से जवाब मांग रही थीं, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन मिलता रहा।

इस ताजा शिकायत के साथ अंसल कंपनी के खिलाफ दर्ज मुकदमों की संख्या 214 पहुंच चुकी है, जो कि लखनऊ के रियल एस्टेट सेक्टर में सबसे ज्यादा है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पीड़िता के बयान के आधार पर कंपनी के मालिकों और अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

मुख्यमंत्री योगी ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को दी श्रद्धांजलि

बोले – 370 हटाकर पूरा किया गया एक देश, एक विधान का सपना

लखनऊ। भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर सोमवार को बलिदान दिवस के रूप में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के सिविल अस्पताल परिसर में स्थापित डॉ. मुखर्जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।

मुख्यमंत्री योगी ने इस अवसर पर कहा, "आज की यह पावन तिथि भारत के एक महान राष्ट्रभक्त को स्मरण करने का अवसर है। 1953 में इसी दिन डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अखंड भारत के लिए बलिदान दिया था। वे न केवल एक स्वतंत्रता सेनानी और शिक्षाविद् थे, बल्कि 'एक देश, एक विधान, एक निशान' के प्रबल समर्थक भी थे। उनके इस स्वप्न को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 हटाकर साकार किया, जिससे भारत की एकता और अखंडता को नया बल मिला।"

कार्यक्रम में कई वरिष्ठ भाजपा नेता एवं मंत्रीगण भी शामिल हुए। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, राज्य मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, विधायक नीरज बोरा और योगेश शुक्ला ने भी डॉ. मुखर्जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों ने राष्ट्रहित में समर्पण और एकता के प्रति प्रतिबद्ध रहने की शपथ ली। कार्यक्रम में भारत की सांस्कृतिक और राष्ट्रीय एकता को अक्षुण्ण रखने के संकल्प के साथ श्रद्धांजलि दी गई।

हर नागरिक की सेवा, सुरक्षा और सम्मान सरकार की पहली प्राथमिकता: योगी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को 'जनता दर्शन' किया। इस दौरान यहां प्रदेश भर से लगभग 65 से अधिक पीड़ित पहुंचे। मुख्यमंत्री हर पीड़ित के पास स्वयं पहुंचे, समस्या सुनी, प्रार्थना पत्र लिया और उन्हें अहसास कराया कि हर समस्या में सरकार साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के हर नागरिक की सेवा, सुरक्षा और सम्मान सरकार की पहली प्राथमिकता है। सरकार विगत 8 वर्ष से इसी उद्देश्य से कार्य कर रही है।

अधिकारियों को निर्देश-हर पीड़ित की समस्या पर करें तत्काल कार्रवाई

जनता दर्शन में पुलिस, राजस्व, चिकित्सा सहायता, शिक्षा, आवास, आंगनबाड़ी, कब्जा आदि से जुड़े अनेक मामले आए, जिस पर प्रार्थना पत्र लेकर मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया। जनता की समस्या सुनते हुए सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर पीड़ित की समस्या पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। इसमें हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सबके प्रार्थना पत्रों को संबंधित अधिकारियों को संदर्भित करते हुए त्वरित और संतुष्टिपरक निस्तारण का निर्देश देने के साथ लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार हर पीड़ित की समस्या का समाधान कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

सीएम ने जनता दर्शन' में आए बच्चों को किया दुलार

सबको न्याय मिलेगा और सबकी पीड़ा दूर की जाएगी।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'जनता दर्शन' में आए बच्चों को दुलार किया। उन्होंने बच्चों से बातें कीं, पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। सीएम योगी ने चॉकलेट-टॉफी प्रदान कर बच्चों को उज्ज्वल भविष्य का आशीर्वाद दिया।

अभय सिंह, राकेश प्रताप सिंह, मनोज पाण्डेय को समाजवादी पार्टी ने किया निष्कासित

लखनऊ । समाजवादी पार्टी की ओर से सोमवार को जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि समाजवादी सौहार्दपूर्ण सकारात्मक विचारधारा की राजनीति के विपरीत साम्प्रदायिक विभाजनकारी नकारात्मकता व किसान, महिला, युवा, कारोबारी, नौकरीपेशा और ‘पीडीए विरोधी’ विचारधारा का साथ देने के कारण, समाजवादी पार्टी जनहित मे विधायक गोसाईगंज अभय सिंह, विधायक गौरीगंज राकेश प्रताप सिंह और विधायक ऊँचाहार मनोज कुमार पाण्डेय को पार्टी से निष्कासित किया जाता है।

इन लोगों को हृदय परिवर्तन के लिए दी गयी ‘अनुग्रह-अवधि’ की समय-सीमा अब पूर्ण हुई, शेष की समय-सीमा अच्छे व्यवहार के कारण शेष है। भविष्य में भी ‘जन-विरोधी’ लोगों के लिए पार्टी में कोई स्थान नहीं होगा और पार्टी के मूल विचार की विरोधी गतिविधियाँ सदैव अक्षम्य मानी जाएंगी। जहाँ रहें, विश्वसनीय रहें।

शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास अवध प्रान्त ने लखनऊ में एक विमर्श का आयोजन किया

लखनऊ 22 जून 2025 : शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास अवध प्रांत ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति, देश की शिक्षा अपनी संस्कृति,प्रकृति एवं प्रगति के अनुरूप बने विषय पर एक विमर्श का आयोजन लखनऊ के विपुलखंड गोमती नगर स्थित आर के मित्तल सभागार में किया इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय सदस्य विधान परिषद् एवं एस आर ग्रुप के चेयरमैन श्री पवन सिंह चौहान और अध्यक्षता शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली के राष्ट्रीय सह संयोजक श्री संजय स्वामी जी थे. कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ .

शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास अवध प्रांत के संयोजक प्रमिल द्विवेदी ने अतिथियों के स्वागत संबोधन के साथ न्यास का संक्षिप्त परिचय देते हुए कहा कि स्वतंत्रता के बाद अपेक्षा थी कि देश की शिक्षा का स्वरुप भारतीय द्रष्टिकोण से अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप होगा परन्तु ऐसा नहीं हुआ. हमारा यह प्रयास मात्र छोटी मोती गलतियों के सुधार तक सीमित नहीं है बल्कि राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने देश की भाषा,धर्म,संस्कृति,महापुरुषों, परम्पराओं आदि को अपमानित करने का जो षड्यंत्र चलाया जा रहा है उनको बेनकाब करके रोकने हेतु सफल एवं सार्थक प्रयास है.

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पवन सिंह चौहान ने शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा किये जा रहे शिक्षा में भारतीयता का समावेश,”आत्मनिर्भर भारत में शैक्षिक संस्थाओं की भूमिका” विषय को लेकर देश की लगभग 100 से अधिक संस्थाओं में किये जा रहे प्रयासों और उससे प्राप्त हो रहे परिणामों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि देश को आत्म निर्भर बनाना है, तो देश के छात्रों को आत्मनिर्भर बनाना होगा और छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने का सशक्त माध्यम शिक्षा है. देश की शिक्षा का केंद्र अभारतीय था. इससे हटकर यह राष्ट्रीयता की ओर अग्रसर हो रहा है. शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास ने बहुत कम समय में देश की शिक्षा में आधारभूत परिवर्तन के सफल प्रयास किये हैं परन्तु,अभी बहुत कुछ करना शेष है.

नई दिल्ली से पधारे न्यास के राष्ट्रीय सह संयोजक संजय स्वामी ने अपने उद्बोधन में बताया कि अवध प्रांत में न्यास के उद्द्येश्यों को आगे बढ़ाने के लिए श्री प्रमिल द्विवेदी को अवध प्रांत के प्रांत संयोजक का दायित्व एवं डॉ कीर्ति विक्रम सिंह को सह संयोजक का दायित्व दिया गया है हमें प्रसन्नता है कि इनके नेतृत्व में अवध प्रांत नए कीर्तिमान स्थापित करेगा. 15 अगस्त 1947 को यूनियन जैक के स्थान पर तिरंगा तो फहराया गया परन्तु देश की विभिन्न व्यवस्थाओं में शिक्षा सहित किसी भी प्रकार का मूलभूत बदलाव नहीं किया गया. देश की शिक्षा को एक नया विकल्प देने के लिए 24 मई 2007 को शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास का गठन किया गया. राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर कार्य के अंतर्गत हमने देश भर में 400 से अधिक संगोष्ठियों,कार्यशालाओं, परिचर्चाओं आदि को आयोजित करके सुझाव दिए गए अब शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की दिशा में प्रयास किये जा रहे हैं जो फलित होते हुए दिख रहे हैं .

उन्होंने आगे बताया कि शैक्षिक पाठ्यक्रमों में विकृतियाँ एवं विसंगतियों के विरुद्ध 12 न्यायालयों के निर्णय शिक्षा बचाओ आन्दोलन के पक्ष में आये, चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व के समग्र विकास के पाठ्यक्रम का कुछ शैक्षिक संस्थाओं में अद्भुत परिणाम आये हैं वहां बिना परीक्षक परीक्षाएं भी ली गयीं और किसी छात्र ने नक़ल नहीं की राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी इसका समावेश किया गया है. प्रतियोगी परीक्षाओं में संघ लोकसेवा आयोग एवं राज्य लोकसेवा आयोगों द्वारा आयोजित प्रशाशनिक सेवा परीक्षाओं में सुधार हेतु सफल प्रयास जारी हैं. देश के न्यायालयों में भारतीय भाषा का विषय आगे आया है परिणामस्वरूप हरियाणा में न्यायालयों में अंग्रेजी के बदले हिंदी में कार्य करने का निर्णय लिया गया है, कई राज्यों के उच्च न्यायालयों ने स्थानीय भाषाओँ ने निर्णय देने प्रारम्भ कर दिए हैं सुप्रीम कोर्ट ने भी 16 भाषाओँ में निर्णय वेबसाइट पर डालना प्रारम्भ कर दिया है.यौन शिक्षा के विकृत पाठ्यक्रम को रोकने में हमें सफलता मिली है ,विश्वविख्यात गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जन्मदिवस को “राष्ट्रीय गणित दिवस” के रूप में प्रस्थापित करने का प्रयास हुआ है, 21 फ़रवरी अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस व्यापक रूप से मनाया जाने लगा है, देश के अधिकतर विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह अब भारतीय वेशभूषा एवं परंपरा के अनुरूप होने लगे है तथा वैदिक गणित विषय में 38 विश्वविद्यालयों एवं इतने ही महाविद्यालयों ने न्यास के साथ अनुबंध (एम ओ यू) करके पाठ्यक्रम प्रारम्भ कर दिए हैं.

उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि लोकतंत्र में सरकार एवं समाज दोनों के संयुक्त प्रयास से ही किसी भी क्षेत्र में परिवर्तन संभव है,न्यास के द्वारा शिक्षा में परिवर्तन हेतु प्रारम्भ किये गए इन प्रयासों में आप भी तन मन धन से अपनी आहुति प्रदान करें .

प्रांत सह संयोजक डॉ कीर्ति विक्रम सिंह ने कार्यक्रम में पधारे अतिथियों का धन्यवाद् ज्ञापित किया कार्यक्रम में विशेषरूप से जिनकी उपस्थिति रही उनमे कानपुर प्रांत अध्यक्ष प्रो अवनीश कुमार, प्रो कीर्ति नारायण, श्री राजेश अग्रवाल, प्रो शीला मिश्रा, श्री प्रवीण द्विवेदी,प्रो हिमांशु सिंह,श्री के बी पन्त,प्रो आर के पाण्डेय, श्री ए के श्रीवास्तव, श्री संजीव सिंह,डॉ नीता सक्सेना सहित प्रदेश भर से पधारे अनेक शिक्षाविद, वैज्ञानिक, प्रोफेसर्स, डॉक्टर्स, चिन्तक, लेखक, शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता,बैंकर्स सहित मनीषा जगत से अनेक गणमान्य लोग शामिल थे .

मोहर्रम पर सुरक्षा के मद्देनजर चिनहट कोतवाली में स्थानीय लोगों के साथ हुई बैठक

शांति-व्यवस्था कायम रखने वालों की ही होती है जीत: इंस्पेक्टर चिनहट

लखनऊ। आगामी छह जुलाई 2025 को मोहर्रम है। जुलूस के दौरान किसी तरह की कोई दिक्कत न हो, इसको लेकर इंस्पेक्टर चिनहट दिनेश चंद्र मिश्रा कोतवाली परिसर में रविवार को ताजिया रखने वाले ताजिया दारों के साथ पीस मीटिंग की।

बैठक में चिनहट कस्बा व क्षेत्र के अलग-अलग गांवों के संभ्रांत लोगों द्वारा सुरक्षा को लेकर अपनी-अपनी बात रखी।

इस दौरान इंस्पेक्टर चिनहट दिनेश चंद्र मिश्रा ने ताजिया कमेटी के लोगों से पर्व के आयोजन की तिथि, रूट चार्ट व ताजिया चौकों समेत अन्य बातों की विस्तृत जानकारी ली। साथ ही पर्व के दौरान आवश्यक तैयारियों व क्षेत्र की बेहतर साफ-सफाई समेत अन्य विभिन्न मसलों पर चर्चा की गई । इसको लेकर इंस्पेक्टर ने सभी चौकी प्रभारियों स को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों जाकर जुलूस निकालने वाले रास्तों को चिन्हित करें।

उन्होंने ने मीटिंग में आए हुए ताजिया रखने वाले ताजिया दारों से गाइडलाइंस के अनुपालन के बीच ही पर्व मनाने के लिए कहा।

इंस्पेक्टर चिनहट ने दो टूक शब्दों में कहा कि किसी तरह का कोई खुराफात बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इंस्पेक्टर चिनहट दिनेश चंद्र मिश्रा ने ताजिया रखने वालों से कहा कि ताजिया अपने-अपने निर्धारित स्थानों पर ही स्थापित किये जायेंगे। अपील करते हुए इंस्पेक्टर ने कहा कि शारीरिक दूरी के बीच पूरे शिद्दत व शांति पूर्ण माहौल में अल्लाह का इबादत करें। इस दौरान ताजिया दारों समेत मौजूद लोगों द्वारा पर्व के आयोजन से संबंधित विभिन्न विषय बिंदुओं और नियम का पालन ध्यान आकृष्ट कराते हुए उसके निदान पर गहन मंथन किया गया। इंस्पेक्टर चिनहट ने लोगों से पर्व के दौरान शांति व्यवस्था कायम रख सौहार्दपूर्ण माहौल में पर्व मनाने की अपील करते हुए कहा कि पर्व के दौरान पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात रहेंगे।

इंस्पेक्टर के मुताबिक मोहर्रम पर जुलूस के दौरान असामाजिक तत्वों पर पुलिस प्रशासन की पैनी नजर रहेगी। शांति व्यवस्था व आपसी सौहार्द बिगाड़ने वाले लोगों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। इस मौके पर चिनहट कस्बा निवासी मोहम्मद शफीक बाबा, मुन्ना, मुजम्मिल सहित कई लोग मौजूद रहे।

उत्तर प्रदेश एजुकेशनल ऑफिसर्स एसोसिएशन के अधिवेशन में कौस्तुभ कुमार सिंह पुनः अध्यक्ष निर्वाचित, विनय कुमार बने महासचिव

लखनऊ। उत्तर प्रदेश एजुकेशनल ऑफिसर्स एसोसिएशन का एक दिवसीय अधिवेशन सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर के सभागार में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। अधिवेशन में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए शिक्षा विभाग के लगभग 500 अधिकारियों ने भाग लिया।

इस मौके पर कौस्तुभ कुमार सिंह को पुनः निर्विरोध अध्यक्ष और विनय कुमार को महासचिव चुना गया। मुख्य चुनाव अधिकारी विवेक नौटियाल (उप निदेशक, माध्यमिक शिक्षा) एवं सह चुनाव अधिकारी शशि भूषण सिंह (विधि अधिकारी) की देखरेख में चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न हुई।

मुख्य अतिथि डॉ. संजय मोहन (निदेशक, माध्यमिक शिक्षा-सेवानिवृत्त) व प्रताप सिंह बघेल (निदेशक, बेसिक शिक्षा) ने नव निर्वाचित कार्यकारिणी को शपथ दिलाई।

- नव निर्वाचित कार्यकारिणी:

अध्यक्ष: कौस्तुभ कुमार सिंह, महासचिव: विनय कुमार, उपाध्यक्ष: डॉ. रामचंद्र, संयुक्त सचिव: प्रेमचंद यादव, सहायक सचिव: स्वाती भारती, कोषाध्यक्ष: पवन कुमार तिवारी

सदस्य: राजेश कुमार शाही, अनुराग श्रीवास्तव, मनीष कुमार, शालिनी यादव, आकांक्षा रावत

प्रदेश स्तरीय कार्यकारी समिति (मंडल व जनपद स्तर): रेखा दिवाकर, श्याम किशोर तिवारी, बुद्धप्रिय सिंह, हेमंत राव, संतोष कुमार राय, डॉ. आशुतोष कुमार सिंह, राजू यादव, पूनम चौधरी, डॉ. रजनीश प्रकाश तिवारी, अनिल कुमार।

अधिवेशन में सेवानिवृत्त शिक्षाधिकारीगण को सम्मानित किया गया और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान की सराहना की गई।

भ्रष्टाचार के पैसे को लेकर सरकार में चल रहा झगड़ा: अखिलेश यादव

* सपा मुखिया ने भाजपा सरकार पर बोला जोरदार हमला

कन्नौज /लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि सरकार में भ्रष्टाचार के पैसे के बंटवारे को लेकर घमासान मचा है। कहीं मंत्री और अधिकारी आपस में भिड़ रहे हैं, तो कहीं जिलों में अधिकारी एक-दूसरे से उलझे हुए हैं। कानपुर में तो अधिकारियों के झगड़े में भाजपा विधायक भी गुटों में बंट गए हैं।

अखिलेश यादव ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अपराधी खुलेआम हत्याएं कर रहे हैं, थानों के सामने हत्या हो रही है। गाजियाबाद में एक युवक एफआईआर दर्ज कराने गया, वहीं उसकी हत्या हो गई। उन्होंने सरकार से मांग की कि हर जिले के टॉप टेन अपराधियों की सूची सार्वजनिक की जाए।

अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी प्राथमिक स्कूलों को बंद करने और उनके मर्जर का कड़ा विरोध करती है। उन्होंने पूछा कि गरीब बच्चे दूर-दराज के स्कूलों तक कैसे जाएंगे? उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार गरीबों से शिक्षा छीन रही है, युवाओं से नौकरियां, और पिछड़ों-दलितों से आरक्षण। सपा प्रमुख ने यह भी कहा कि सड़क गड्ढामुक्त अभियान, बिजली विभाग, ट्रांसफर-पोस्टिंग और मेडिकल सुविधाओं के नाम पर सरकार में भारी भ्रष्टाचार और लूट चल रही है। बिजली निजी हाथों में दी जा रही है, जबकि मेडिकल कॉलेजों तक को बिजली नहीं मिल रही। उन्होंने कहा, "अब तो आम जनता भी समझ चुकी है कि भाजपा सरकार में हर विभाग में लूट और घोटाला हो रहा है।"

पकड़ी गई उज्बेक युवतियां, लेकिन उन्हें लाने वाली लोला कायूमोवा अब भी फरार"

लखनऊ । यूपी की राजधानी में पकड़ी गईं उज्बेकिस्तान की दो युवतियों ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था और खुफिया तंत्र पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। इन दोनों युवतियों—होलिडा और नीलोफर—को एफआरआरओ (विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय) ने 20 जून को न्यू हजरतगंज स्थित एक फ्लैट से गिरफ्तार किया था। इनके पास कोई वैध वीजा या पासपोर्ट नहीं था और वे अवैध रूप से देश में रह रही थीं। यही नहीं, उन्हें भारत लाने वाली उज्बेक महिला लोला कायूमोवा, जिस पर पहले से लुकआउट नोटिस जारी है, उसी फ्लैट में मौजूद थी, लेकिन पुलिस की गिरफ्त से बच निकली।

सिर्फ सेक्स रैकेट या बड़ी साजिश?

हालांकि प्रारंभिक जांच में यह मामला सेक्स रैकेट से जुड़ा प्रतीत हो रहा है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि बात इससे कहीं आगे की भी हो सकती है। सूत्रों की मानें तो इन महिलाओं की गतिविधियों, उनकी यात्राओं और संपर्कों को देखते हुए खुफिया एजेंसियां अब यह भी जांच कर रही हैं कि कहीं इनका संबंध किसी जासूसी नेटवर्क से तो नहीं है।इन युवतियों ने दिल्ली सहित किन-किन शहरों में समय बिताया, किन लोगों से संपर्क में रहीं, और क्या वे किसी संवेदनशील जानकारी तक पहुंचने की कोशिश कर रही थीं—इन सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है।

खुफिया एजेंसियों की नजर में लोला कायूमोवा

इस पूरे मामले की सबसे अहम कड़ी है लोला कायूमोवा। बताया जा रहा है कि वह छापेमारी के दौरान फ्लैट में ही मौजूद थी, लेकिन पुलिस की गंभीर लापरवाही के चलते वह फरार हो गई। लोला के उज्बेकिस्तान से लुकआउट नोटिस के बावजूद उसका भारत में खुलेआम रहना न केवल सिस्टम पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि अंतरराष्ट्रीय आपराधिक तत्व किस हद तक भारतीय एजेंसियों को चकमा देने में सक्षम हैं।

विभूतिखंड में उज्बेक महिला की मौत से कनेक्शन?

सुरक्षा एजेंसियों को इस मामले से जुड़ा एक और पहलू परेशान कर रहा है—विभूतिखंड क्षेत्र के एक होटल में हाल ही में एक उज्बेक महिला का शव मिला था। प्रारंभिक जांच में वह महिला भी किसी के साथ लखनऊ आई थी। अब यह जांच की जा रही है कि क्या वह महिला भी लोला के नेटवर्क का हिस्सा थी और क्या उसकी मौत महज संयोग थी या किसी बड़ी साजिश की परत।

एजेंसियों की सख्ती और राजनीतिक चुप्पी

जहां सुरक्षा एजेंसियों ने मामले को गंभीरता से लिया है, वहीं यह बात भी सामने आई है कि स्थानीय पुलिस शुरुआत में मामले को दबाने में लगी रही। यदि मीडिया द्वारा मामला उजागर न किया गया होता, तो शायद यह पूरा रैकेट एक बार फिर पर्दे के पीछे चला जाता। अब जब पूरा मामला सामने आ चुका है, तो एजेंसियों ने न केवल दोनों महिलाओं से गहन पूछताछ की तैयारी कर ली है, बल्कि लोला कायूमोवा, अर्जुन राणा और उनके नेटवर्क से जुड़े हर शख्स की तलाश शुरू कर दी गई है।