उनवल में नहीं बढ़नी के पास रेलवे स्टेशन बनने से नगरवासियों ने जताया रोष

खजनी गोरखपुर।सहजनवां दोहरीघाट रेल मार्ग पर कुल 12 रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे जिसमें सहजनवां, पिपरौली, खजनी, उनवल, बैदौली बाबू, उरूवां बाजार, बनवारपार, गोला बाजार, भरौली, बड़हलगंज और दोहरीघाट का नाम शामिल है। किंतु उनवल नगर पंचायत से दूर बढ़नी चौराहे के पास बनने वाले उनवल रेलवे स्टेशन को लेकर उनवल नगरवासियों ने रोष जताया है। लोगों का कहना है कि उनवल नाम होने से कुछ नहीं होगा, स्टेशन को उनवल नगर पंचायत की सीमा में बनना चाहिए। नगरवासियों में शिक्षक सूर्य प्रकाश पांडेय उर्फ नन्हे पांडेय, चेयरमैन एडवोकेट महेश दूबे, निवर्तमान चेयरमैन उमाशंकर निषाद, संतोष राम तिवारी, इंद्रकुमार निगम, लालबाबू साहनी, प्रकाश गुप्ता, योगेश वर्मा, दिनेश साहनी, राजन पासवान, प्रभुनाथ यादव, हरिशंकर सिंह, कृष्ण मोहन सैनी, दिलीप कुमार सिंह, तरंग यादव, रमेश पासवान, अवधेश गुप्ता, विकास तिवारी, प्रदीप सिंह, राजन तिवारी, गब्बर तिवारी, विकास तिवारी, देवानंद पासवान, रविन्द्र मद्धेशिया, देवेन्द्र यादव, राजेंद्र गौंड़, ने केंद्रीय रेल मंत्री, सीएम योगी आदित्यनाथ, जीएम एनई रेलवे को रजिस्टर्ड पत्र भेज कर उनवल में स्टेशन बनाने की मांग की है।

क्षेत्रीय विधायक प्रदीप शुक्ला तथा सांसद रवि किशन और जिलाधिकारी गोरखपुर कृष्ण करूणेश को पत्रक सौंप कर जनभावनाओं से अवगत कराने के साथ ही उनवल में रेलवे स्टेशन बनाने की मांग को लेकर सड़क पर उतरने और प्रदर्शन की चेतावनी दी है।

सहजनवां दोहरीघाट रेल सेवा को 17 सितंबर 2019 को केंद्र की मौजूदा मोदी सरकार के कैबिनेट की मंजूरी मिली थी। बता दें कि सहजनवां से दोहरीघाट रेल लाइन बिछाने के लिए सबसे पहले 1984 में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय रेल उप मंत्री रहे महावीर प्रसाद ने घोषणा की थी। लेकिन काम 40 साल बाद भाजपा सरकार में शुरू हुआ है।

सहजनवां से दोहरीघाट होते हुए यह रेल लाइन मऊ जिले से कनेक्ट होगी।

इस प्रोजेक्ट से वाराणसी जाने के लिए गोरखपुर क्षेत्र के लोगों को एक वैकल्पिक रेल मार्ग भी मिल जाएगा। जो गोरखपुर से देवरिया-सलेमपुर और इंदारा के लिए अतिरिक्त मार्ग होगा।इस प्रोजेक्ट से गोरखपुर का दक्षिणी छोर रेल नेटवर्क से जुड़ जाएगा। अभी गोरखपुर के दक्षिणांचल के लोगों को करीब 50 किलोमीटर की दूरी तय कर गोरखपुर ट्रेन पकड़ने आना पड़ता है। इस बहु प्रतीक्षित रेल लाइन के निर्माण हेतु 1320 करोड़ का बजट स्वीकृत है,रेल लाइन पर दो ब्रिज 15 अंडर पास 11 बड़े पुल और 47 पुल का निर्माण किया जाएगा। लगभग 82 किमी लंबी रेल लाइन बनाने के लिए मिट्टी भराई पुलिया निर्माण व अन्य कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है।

प्रथम चरण में सहजनवां बांसगांव के बीच 23.95 किमी रेल लाइन का निर्माण होगा, भूमि अधिग्रहण के लिए 110 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है। 4 जून को छताईं गांव में कैंप लगाकर किसानों को उनकी अधिग्रहित भूमि का मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

बारिश से पहले खजनी ब्लॉक के 14 गांवों में होगी आमी नदी की सफाई


खजनी गोरखपुर।बारिश से पहले खजनी ब्लाॅक क्षेत्र के 14 गांवों विश्वनाथपुर, बेलडांड़,धुवहां, मंझरियां, कटघर, मझगांवां,

रावतडांड़ी,शहीदाबाद,बिगही,अहिरौली,बरयाभीर नकहां, टिकरियां नाथ सिंह,मदनपुरा,

कुईंकोल से होकर गुजरने वाली आमी नदी की सफाई की जाएगी। खजनी ब्लॉक के खण्ड विकास अधिकारी रमेश शुक्ला ने आज ब्लॉक मुख्यालय में स्थित अपने कार्यालय में सभी 14 गांवों के ग्राम प्रधानों और ग्रामसभा सचिवों को बुला कर नदी की सफाई कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने नदी के पानी से कचरे और गाद निकलने तथा नदी के किनारों से बिखरी मिट्टी हटाने तथा नदी को साफ-सुथरा कराने का निर्देश देते हुए कार्य योजना प्रस्तुत करने (वर्क आईडी जनरेट करने) का आदेश दिया।

बता दें कि गोरखपुर औद्योगिक विकास क्षेत्र (गीडा) की कुछ औद्योगिक इकाईयों द्वारा आमी नदी में दूषित पानी और कचरे आदि गिराने के कारण नदी का पानी प्रदूषित हो चुका था। क्षेत्र के लिए जीवनदायिनी मानी जाने वाली आमी नदी के प्रदूषित होने पर लंबे समय तक विरोध प्रदर्शन भी चला, सीएम योगी आदित्यनाथ एवं प्रदेश शासन के सख्त निर्देश के बाद नदी को औद्योगिक इकाईयों के प्रदूषण से मुक्त कराया गया। किंतु इस बीच नदी के तल में कचरे और गंदगी की काली पर्त जमा हो चुकी है। बारिश और बाढ़ के समय नदी की गंदा पानी आसपास के गांवों तक फैल जाता है, जिससे बीमारियों के फैलने की आशंका बनी रहती है। नदी के दूषित पानी से मछलियां मर जाती हैं तथा अन्य जलीय जीवों का अस्तित्व भी तेजी से समाप्त हुआ है।

शासनादेश के अनुसार बीते दिनों जिले पर हुई बैठक के दौरान जिलाधिकारी गोरखपुर कृष्ण करूणेश द्वारा उपायुक्त श्रम एवं रोजगार रघुनाथ सिंह से जिले के आमी नदी के किनारे स्थित गांवों में नदी की सफाई कराने का निर्देश दिया गया था।खजनी ब्लाॅक के नदी के किनारे स्थित सभी गांवों से नदी की सफाई काम बारिश से पहले पूरा कराना है।

बैठक में सभी गांवों के ग्राम प्रधान और सचिव मौजूद रहे।इस संदर्भ में बीडीओ खजनी रमेश शुक्ला ने बताया कि उपायुक्त श्रम एवं रोजगार रघुनाथ सिंह के द्वारा शुक्रवार को सभी गांवों में नदी के किनारे पहुंच कर स्थलीय निरीक्षण किया जाएगा।

संगीतमय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा में उमड़े श्रद्धालु श्रोता

खजनी गोरखपुर।ब्लाॅक के डोंड़ो गांव में चल रही श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के छठवें दिन व्यास पीठ से अयोध्या से पधारे कथाव्यास भागवताचार्य प्रदीप मिश्र महाराज ने उपस्थित श्रद्धालु श्रोताओं को कंस के बुलावे पर आक्रुर का वृंदावन जाने तथा उनके साथ भगवान श्रीकृष्ण के गोकुल को छोड़ कर मथुरा जाने, कंस के वध, माता देवकी पिता वसुदेव से भगवान के मिलन के कारूणिक प्रसंग, ऋषि सांदीपन आश्रम पहुंच कर विद्याध्ययन, जरासंध से युद्ध, द्वारिकापुरी के निर्माण, बृजवासियों को द्वारिकापुरी ले जाने, बलराम के रेवती से विवाह तथा कृष्ण रूक्मिणी विवाह का विस्तार सहित वर्णन सुनकर उपस्थित श्रोता भावविभोर हो उठे।

कथा व्यास ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण से एकाकार होकर ही जीव मूक्ति प्राप्त कर सकता है। उन्होंने श्रद्धालु श्रोताओं को श्रीमद्भागवत गीता में भगवान के श्री मुख से निकले संदेश निष्काम सेवा तथा अनन्य भाव से भगवान का चिंतन करने वाले भक्तों के लिए "तेषां नित्याभियुक्तानां योगक्षेम वहाम्यहम" तथा "सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज। अहं त्वां सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुच:।। की व्याख्या करते हुए जीवन के सभी कर्मों को भगवान को समर्पित करने का संदेश दिया।

संगीतमय कथा सुन कर उपस्थित श्रोता भक्ति रस में सराबोर मंत्रमुग्ध हो कर झूमने लगे। कथा में मुख्य यजमान श्रीमती उषा शुक्ला और राम अंजोर शुक्ल सहित बड़ी संख्या में गांवों तथा आसपास के क्षेत्र के लोग उपस्थित रहे। इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण और माता रूक्मिणी के विवाह की मनमोहक झांकी सजाई गई।

स्वैच्छिक रक्तदान बढ़ाने की रणनीति पर चर्चा, सरकारी विभागों के साथ बैठे स्वयंसेवी संगठन

गोरखपुर। जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ राजेश झा की पहल पर जिला अस्पताल के सहयोग से सीएमओ कार्यालय के प्रेरणा श्री सभागार में बृहस्पतिवार को स्वैच्छिक रक्तदान बढ़ाने की रणनीति पर चर्चा हुई। इस मुद्दे पर विश्व रक्तदाता दिवस से पूर्व पहली बार सरकारी विभागों के साथ स्वयंसेवी संगठन के प्रतिनिधि भी एक मंच पर बैठे। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से की गई इस पहल में शिक्षा विभाग के पदाधिकारी के अलावा रेडक्रास सोसाइटी के प्रतिनिधिगण और करीब आधा दर्जन स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। एक साझा रणनीति पर चर्चा के बाद तय हुआ कि गोरखपुर के जिला अस्पताल के ब्लड बैंक को सतत समृद्ध बनाए रखना है।

जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ संजय कुमार ने बताया कि जिला अस्पताल के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ प्रशांत अस्थाना इस पहल में अस्पताल की तरफ से कोआर्डिनेट करेंगे। उन्होंने बताया कि बैठक में खासतौर से शिक्षा विभाग से आग्रह किया गया कि स्कूल-कॉलेज में एक कैंलेडर के हिसाब से ब्लड डोनेशन कैंप लगवाने में मदद करें। जिला अस्पताल का प्रयास होगा कि पर्याप्त ब्लड का गुणवत्तापूर्ण संग्रह कर जरूरतमंद लोगों को बिना डोनर के ब्लड उपलब्ध कराए।

सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया कि सामान्यतया जिला अस्पताल के ब्लड बैंक से प्रति सप्ताह करीब अस्सी यूनिट ब्लड की खपत होती है। इसके सापेक्ष प्रति सप्ताह होने वाला ब्लड डोनेशन पर्याप्त नहीं है। कुछ खास मौकों पर समाज से अधिकाधिक लोग ब्लड डोनेशन के लिए आगे आ जाते हैं, लेकिन बाकी दिनों में यह सततता नहीं बनी रह पाती है। इसकी वजह से रक्त की आवश्यकता पड़ने पर मरीज के परिजनों को डोनर खोजना पड़ता है। इसमें समय भी नष्ट होता है। इस स्थिति से बचने के लिए ही बैठक कर साझा रणनीति बनी है।

ब्लड बैंक प्रभारी डॉ प्रशांत अस्थाना ने बताया कि स्वयंसेवी संगठनों के साथ चर्चा हुई कि एक तय कैलेंडर और माइक्रोप्लान के हिसाब से साप्ताहिक ब्लड डोनेशन की व्यवस्था बनाई जाए ताकि जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में प्रत्येक सप्ताह कम से कम अस्सी यूनिट ब्लड की उपलब्धता बनी रहे। इससे मरीजों को परिजनों को तत्काल डोनर के बिना भी ब्लड दिया जा सकेगा। साथ ही ऐसे मरीजों के परिजनों से भी आग्रह किया जाए कि वह भविष्य में आकर स्वैच्छिक रक्तदान अवश्य करें।

रेडक्रास सोसाइटी के सचिव अजय प्रताप सिंह ने इस अवसर पर कहा कि ब्लड डोनेशन के मामले में बेहतर योगदान देने वाले लोगों और संस्थाओं को सोसाइटी की तरफ से सम्मानित करने का प्रयास रहा है। इस नई पहल में भी सोसाइटी हर संभव सहायता करेगी।

बैठक में कार्यवाहक डीटीओ डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव, रेड क्रास सोसाइटी, शिव राष्ट्र सेना और एक नई आशा संस्था के प्रतिनिधिगण सहित ब्लड बैंक, सीएमओ कार्यालय और जिला अस्पताल से जुड़े स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।

अन्य संगठनों को भी जोड़ा जाएगा

सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया कि प्रथम चरण में अभी उन संगठनों के साथ बैठक की गई है जो पहले भी ब्लड डोनेशन कैंप का हिस्सा रह चुके हैं। इन संगठनों के साथ तय हुआ कि नियोजन के साथ ब्लड डोनेशन कैंप लगाए जाएं ताकि न तो ब्लड बैंक के पास ब्लड की अत्यधिक अधिकता रहे और न ही कभी कमी होने पाए। इस मुहिम से जिले के अन्य संगठनों और स्वैच्छिक रक्तदाताओं को भी जोड़ा जाएगा ताकि जिला अस्पताल में बिना डोनर मरीज को ब्लड देने की व्यवस्था बनाई जा सके।

भीषण गर्मी में मानवीय एवं सामाजिक दृष्टिकोण से प्याऊ लगाना उत्तम कार्य- एस.पी. नार्थ

गोरखपुर। सन रोज संस्थान द्वारा भीषण गर्मी में राहगीरों के लिए प्याऊ लगाकर शीतल जल की व्यवस्था कराना यह मानवीय एवं सामाजिक दृष्टिकोण से बहुत ही उत्तम कार्य है।उक्त बातें बरगदवां रोड स्थित प्रगति रिजॉर्ट के सामने सन रोज संस्थान द्वारा जनहित कार्य के तहत गर्मी में राहगीरों के लिए किशन अग्रवाल के नेतृत्व में एश्प्रा जेम्स एंड ज्वेलर्स एवं सेंटर फॉर ब्रेन एंड स्पाइन के सहयोग से नि:शुल्क स्वच्छ जल के उद्घाटन के अवसर पर पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) जितेंद्र श्रीवास्तव ने कही।

इस अवसर पर न्यूरोसर्जन डॉक्टर सौरव श्रीवास्तव ने पुनीत कार्य के लिए संस्थान को बधाई दी।

सभी अतिथियों को बैच लगाकर एवं पत्रिका बनाकर स्वागत किया गया। तत्पश्चात अतिथियों ने फिता काटकर प्याऊ का उद्घाटन कर राहगीरों को शीतल जल पिलाया। संस्थान चेयरमैन विवेक कुमार अस्थाना सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया गया। प्याऊ सहयोगी डॉ. सुरहिता करीम भी रही।

इस अवसर पर संस्था के चेयरमैन विवेक कुमार अस्थाना, उपाध्यक्ष उमेश चंद, सचिव महेंद्र कश्यप, उप सचिव देश दीपक, प्रचार सचिव सुमित कुमार रावत उप प्रचार सचिव कुलदीप शर्मा, न्यूरो सर्जन डॉ. सौरभ श्रीवास्तव, इरफान मुगल, किशन अग्रवाल, शिवपाल विश्वकर्मा, दीपक सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।

मां भारती के अमर सपूत काकोरी घटना के महानायक पंडित राम प्रसाद बिस्मिल के 128 वीं जन्म जयंती पर किया गया याद

गोरखपुर। अखिल भारतीय क्रांतिकारी सम्मान संघर्ष मोर्चा एवं गुरुकृपा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में मां भारती के अमर सपूत काकोरी घटना के महानायक पंडित राम प्रसाद बिस्मिल के 128 वीं जन्म जयंती 11 जून के अवसर पर गोरखपुर जेल स्थित उनके बलिदान स्थली पर जेल परिसर में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें कृतज्ञ राष्ट्र द्वारा शिद्दत से नमन किया गया।

अखिल भारतीय क्रांतिकारी सम्मान संघर्ष मोर्चा के महानगर अध्यक्ष मनीष जैन के नेतृत्व में भारी तादाद में शहर वासियों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण किया और बलिदान स्थली पर पुष्पांजलि अर्पित किया।

जन्म जयंती के अवसर पर महानगर के विभिन्न प्रमुख चौराहों पर कट आउट और होर्डिंग लगाया गया। अखिल भारतीय क्रांतिकारी सम्मान संघर्ष मोर्चा संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा स्वतंत्रता संग्राम के आंदोलन में अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले क्रांतिकारी पंडित रामप्रसाद बिस्मिल के बलिदान को गोरखपुर समेत पूर्वांचल में क्रांतिवीरों की गाथा को जन जन तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। ध्यातव्य है कि विगत 15 वर्षों से बलिदानियों का मेला लगाकर शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले वतन पर मरने वाले का यही बाकी निशा होगा की कहावत को सार्थक बनाने का कार्य किया जा रहा है।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पिंटू अग्रहरी, कौशल अग्रहरी, प्रवीण, श्रीवास्तब, संतोष अग्रहरी, सरवन कुमार निषाद, गोपाल चौधरी, अमन, संभु सिंह विशेन, सहित समेत भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।

गोरखपुर इकाई के संयुक्त तत्वावधान में रक्तदान शिविर का सफल आयोजन

गोरखपुर, 11 जून 2025 (बुधवार)। इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (आईटीएम), गोरखपुर एवं "हमारा परिवार" गोरखपुर इकाई के संयुक्त तत्वावधान में संस्थान परिसर में एक दिवसीय रक्तदान शिविर का सफल आयोजन किया गया। शिविर का शुभारम्भ प्रातः 10:00 बजे संस्थान के सचिव श्याम बिहारी अग्रवाल, संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल, हमारा परिवार के संस्थापक डॉ सुरेंद्र कुमार, डॉ पी के मिश्रा एवं संस्थान के निदेशक डॉ एन के सिंह के द्वारा संयुक्त रूप से फीता काट कर किया गया |जिसमें छात्रों, शिक्षकों, कर्मचारियों एवं समाजसेवियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और रक्तदान जैसे पुनीत कार्य में भागीदारी निभाई।

शिविर का संयोजन डॉ. पवन कुमार मिश्रा द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट रूप से "हमारा परिवार" के संस्थापक डॉ. सुरेन्द्र कुमार, सचिव श्याम बिहारी अग्रवाल, संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल, अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया तथा कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया सहित कई गणमान्यजन उपस्थित रहे। सचिव श्याम बिहारी अग्रवाल ने सभी प्रतिभागियों, छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं ब्लड बैंक टीम का आभार प्रकट करते हुए इस आयोजन के लिए बधाई दिया |

इस अवसर पर सीआईडीसी के वरिष्ठ निदेशक डॉ. पी. के. मिश्रा ने कहा, रक्तदान मानवता की सेवा का सर्वोच्च उदाहरण है। युवाओं की भागीदारी इस सामाजिक जिम्मेदारी को एक नई दिशा देती है।आईटीएम निदेशक डॉ. एन. के. सिंह ने कहा, आईटीएम केवल शिक्षा के क्षेत्र में नहीं, अपितु सामाजिक दायित्वों के निर्वहन में भी अग्रणी है। ऐसे आयोजन विद्यार्थियों को सेवा और मानवीय मूल्यों से जोड़ते हैं।

संस्थापक डॉ. सुरेन्द्र कुमार ने कहा, "हमारा परिवार समाज में सकारात्मक चेतना का संचार करना चाहता है और यह रक्तदान शिविर उसी दिशा में एक प्रेरणादायक पहल है।

इस अवसर पर रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। रक्त संग्रहण का कार्य ब्लड बैंक टीम द्वारा सुरक्षित एवं वैज्ञानिक प्रक्रिया के तहत संपन्न किया गया। शिविर मे 75 यूनिट से ज्यादा रक्त संग्रहण किया गया |

इस अवसर पर प्रमुख रूप से डॉ. अर्चना त्रिपाठी, डॉ. मीनाक्षी, डॉ. अंकिता गुप्ता, किरण पांडेय, अंकित कुमार गुप्ता, धीरज कुमार, अर्शद अयूब, सूर्य प्रताप गोंड, देवांशी जायसवाल, सोनी जायसवाल सहित सभी शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं शामिल रहे, जिन्होंने शिविर को सफल बनाने में सक्रिय योगदान दिया।

*ननिहाल से लड़की को भगा ले जाने वाले युवक को पुलिस ने जेल भेजा*

खजनी गोरखपुर।थाने की पुलिस ने ननिहाल से बहला फुसलाकर लड़की को भगा ले जाने वाले युवक को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था।

मिली जानकारी के अनुसार खजनी थाने की उनवल चौकी क्षेत्र की महिला ने बीते महीने 15 मई को थाने में तहरीर देकर शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी ससुराल सहजनवां थाना क्षेत्र के मिनवां टिकरियां गांव में है, वह अपनी 17 वर्षीय बेटी के साथ अपने मायके आई हुई थी, इस दौरान उसकी ससुराल में पड़ोस रहने वाले एक युवक ने मायके में पहुंच कर उसकी बेटी को बहला फुसलाकर भगा ले गया।

महिला की तहरीर के आधार पर खजनी पुलिस ने 15 मई को मुकदमा अपराध संख्या 0176/2025 में बीएनएस की धारा 137(2) के तहत अपहरण का केस दर्ज कर आरोपी युवक की तलाश में थी। मुकदमे के जांच अधिकारी एसआई जितेंद्र यादव ने वांछित आरोपी युवक की तलाश शुरू कर दी थी केस दर्ज होने के लगभग 20 दिन बाद पुलिस ने आरोपी युवक विकास पासवान निवासी ग्राम टिकरियां थाना सहजनवां का सुराग लगा लिया। खजनी पुलिस ने युवक के साथ लड़की को भी बरामद कर लिया, धारा 64 के तहत लड़की का बयान दर्ज कराने के बाद आज आरोपी युवक को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

प्रभारी थानाध्यक्ष एसएसआई बलराम पांडेय ने बताया कि अपहृत लड़की को बरामद कर लिया गया है और आरोपी युवक को विधिक कार्रवाई के बाद जेल भेज दिया गया है।

*स्वास्थ्य सेवा सुदृढ़ीकरण पर हुई चर्चा, उच्च जोखिम गर्भावस्था को लेकर चली पाठशाला*


गोरखपुर। जिले के सीएमओ डॉ राजेश झा की अध्यक्षता में मंगलवार को स्वास्थ्य सेवा सुदृढ़ीकरण के संबंध में विविध गतिविधियों के आयोजन हुए। साथ ही प्रत्येक मंगलवार को चलने वाली ई आरोग्य पाठशाला में उच्च जोखिम गर्भावस्था की पहचान और प्रबंधन पर जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) का संवेदीकरण किया गया। इस पाठशाला से कई चिकित्सा अधिकारी भी जुड़े। जिले भर के कोल्ड चेन के इम्युनाइजेशन ऑफिसर (आईओ) का क्षमता संवर्धन किया गया और नगरीय क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों के डिजिटलाइजेशन को लेकर प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से चर्चा की गई। इन सभी कार्यक्रमों की अध्यक्षता करते हुए सीएमओ डॉ झा ने शत प्रतिशत परिणाम आधारित प्रयासों पर विशेष जोर दिया।

सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया कि कोल्ड चेन के आईओ को यूएनडीपी संस्था की मदद से नियमित टीकाकरण कार्यक्रम की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए प्रशिक्षित किया गया। उन्हें बताया गया कि कोल्ड चेन से लेकर समुदाय तक टीके की गुणवत्ता कैसे बनाए रखनी है। कोल्ड चेन प्वाइंट पर टीकों के रखरखाव के बारे में भी जानकारी दी गई। सीएमओ ने बताया कि नगरीय क्षेत्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से बैठक के दौरान इस बात पर जोर दिया गया कि सभी केंद्रों पर यथाशीघ्र ऑनलाइन पर्चे जेनरेट करने की व्यवस्था बनाएं। प्रत्येक मरीज की आभा आईडी बनाई जाए और मरीजों व लाभार्थियों को उचित केंद्रों पर संदर्भित किया जाए।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से सीएमओ ने ई आरोग्य पाठशाला की अध्यक्षता करते हुए सभी सीएचओ को निर्देशित किया कि वह उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली महिलाओं की लिस्टिंग कर उनका समुचित प्रबंधन करें। पाठशाला के दौरान इंडिया हेल्थ एक्शन ट्रस्ट और यूपीटीएसयू की सलाहकार व नोडल आरआरटीसी कार्यक्रम डॉ सीमा टंडन ने उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि अगर सही तरीके से सही समय से एचआरपी की पहचान कर ली जाए तो समुदाय स्तर से लेकर अस्पताल स्तर तक बेहतर प्रबंधन कर मातृ शिशु सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। उन्होंने बर्थ प्रिपर्डियनेस कंप्लीकेशन रेडिनेस (बीपीसीआर) की महत्ता को पुनः रेखांकित करते हुए कहा कि अगर बर्थ कम्पेनियन का चुनाव हो जाए और पति, सास या अन्य कोई भी इस प्रकार का कंपेनियन गर्भावस्था के खतरनाक संकेतांकों की पहचान कर सके तो जच्चा बच्चा की सुरक्षा की संभावना बढ़ जाती है।

डॉ टंडन ने एनीमिया की पहचान और प्रबंधन को लेकर भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि एचआरपी महिला का नियमित फॉलो अप होना चाहिए और उसका सही समय पर सही चिकित्सा इकाई में संदर्भन होना चाहिए। गोला ब्लॉक के पकड़ी आयुष्मान आरोग्य मंदिर की सीएचओ प्रियंका यादव और पिपराईच ब्लॉक के भैंसहा की सीएचओ सरिता प्रजापति ने केस के जरिये एचआरपी प्रबंधन के बारे में जानकारी प्राप्त की।

इस अवसर पर एसीएमओ आरसीएच डॉ एके चौधरी, डिप्टी सीएमओ डॉ राजेश कुमार, डॉ अश्विनी चौरसिया, ई आरोग्य पाठशाला की सहयोगी इको इंडिया संस्था से डॉ सत्या, डीपीएम पंकज आनंद, मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता सूर्य प्रकाश, एनयूएचएम की डिवीजनल कंसल्टेंट डॉ प्रीति सिंह और जिला समन्वयक सुरेश सिंह चौहान प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।

नाबालिग लड़की के अपहरण का आरोपित जेल भेजा गया

खजनी गोरखपुर। थाने की महुआडाबर चौकी क्षेत्र के एक गांव में अपने रिश्तेदारों के घर आने जाने वाला युवक बीते अप्रैल माह में पड़ोस में रहने वाली छात्रा को लेकर फरार हो गया था।

अपहृता की मां शिकायत पर खजनी पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 155/2025 में बीएनएस की धारा 137(2) में केस दर्ज कर आरोपित युवक की तलाश में थी। मोबाइल लोकेशन और सूत्रों के जरिए आखिरकार खजनी पुलिस ने वांछित आरोपी जितेंद्र गुप्ता उर्फ जीतू निवासी ग्राम काली कोदवट थाना महुली जिला संतकबीरनगर को लड़की के साथ गिरफ्तार कर लिया। अपहृता छात्रा का धारा 64 में बयान दर्ज कराने के बाद आज आरोपित को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

प्रभारी थानाध्यक्ष एसएसआई बलराम पांडेय ने बताया कि विवेचक एसआई राजेश सिंह द्वारा विधिक कार्रवाई के बाद आरोपित को जेल भेज दिया गया है।