स्वैच्छिक रक्तदान बढ़ाने की रणनीति पर चर्चा, सरकारी विभागों के साथ बैठे स्वयंसेवी संगठन
![]()
गोरखपुर। जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ राजेश झा की पहल पर जिला अस्पताल के सहयोग से सीएमओ कार्यालय के प्रेरणा श्री सभागार में बृहस्पतिवार को स्वैच्छिक रक्तदान बढ़ाने की रणनीति पर चर्चा हुई। इस मुद्दे पर विश्व रक्तदाता दिवस से पूर्व पहली बार सरकारी विभागों के साथ स्वयंसेवी संगठन के प्रतिनिधि भी एक मंच पर बैठे। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से की गई इस पहल में शिक्षा विभाग के पदाधिकारी के अलावा रेडक्रास सोसाइटी के प्रतिनिधिगण और करीब आधा दर्जन स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। एक साझा रणनीति पर चर्चा के बाद तय हुआ कि गोरखपुर के जिला अस्पताल के ब्लड बैंक को सतत समृद्ध बनाए रखना है।
जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ संजय कुमार ने बताया कि जिला अस्पताल के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ प्रशांत अस्थाना इस पहल में अस्पताल की तरफ से कोआर्डिनेट करेंगे। उन्होंने बताया कि बैठक में खासतौर से शिक्षा विभाग से आग्रह किया गया कि स्कूल-कॉलेज में एक कैंलेडर के हिसाब से ब्लड डोनेशन कैंप लगवाने में मदद करें। जिला अस्पताल का प्रयास होगा कि पर्याप्त ब्लड का गुणवत्तापूर्ण संग्रह कर जरूरतमंद लोगों को बिना डोनर के ब्लड उपलब्ध कराए।
सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया कि सामान्यतया जिला अस्पताल के ब्लड बैंक से प्रति सप्ताह करीब अस्सी यूनिट ब्लड की खपत होती है। इसके सापेक्ष प्रति सप्ताह होने वाला ब्लड डोनेशन पर्याप्त नहीं है। कुछ खास मौकों पर समाज से अधिकाधिक लोग ब्लड डोनेशन के लिए आगे आ जाते हैं, लेकिन बाकी दिनों में यह सततता नहीं बनी रह पाती है। इसकी वजह से रक्त की आवश्यकता पड़ने पर मरीज के परिजनों को डोनर खोजना पड़ता है। इसमें समय भी नष्ट होता है। इस स्थिति से बचने के लिए ही बैठक कर साझा रणनीति बनी है।
ब्लड बैंक प्रभारी डॉ प्रशांत अस्थाना ने बताया कि स्वयंसेवी संगठनों के साथ चर्चा हुई कि एक तय कैलेंडर और माइक्रोप्लान के हिसाब से साप्ताहिक ब्लड डोनेशन की व्यवस्था बनाई जाए ताकि जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में प्रत्येक सप्ताह कम से कम अस्सी यूनिट ब्लड की उपलब्धता बनी रहे। इससे मरीजों को परिजनों को तत्काल डोनर के बिना भी ब्लड दिया जा सकेगा। साथ ही ऐसे मरीजों के परिजनों से भी आग्रह किया जाए कि वह भविष्य में आकर स्वैच्छिक रक्तदान अवश्य करें।
रेडक्रास सोसाइटी के सचिव अजय प्रताप सिंह ने इस अवसर पर कहा कि ब्लड डोनेशन के मामले में बेहतर योगदान देने वाले लोगों और संस्थाओं को सोसाइटी की तरफ से सम्मानित करने का प्रयास रहा है। इस नई पहल में भी सोसाइटी हर संभव सहायता करेगी।
बैठक में कार्यवाहक डीटीओ डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव, रेड क्रास सोसाइटी, शिव राष्ट्र सेना और एक नई आशा संस्था के प्रतिनिधिगण सहित ब्लड बैंक, सीएमओ कार्यालय और जिला अस्पताल से जुड़े स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।
अन्य संगठनों को भी जोड़ा जाएगा
सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया कि प्रथम चरण में अभी उन संगठनों के साथ बैठक की गई है जो पहले भी ब्लड डोनेशन कैंप का हिस्सा रह चुके हैं। इन संगठनों के साथ तय हुआ कि नियोजन के साथ ब्लड डोनेशन कैंप लगाए जाएं ताकि न तो ब्लड बैंक के पास ब्लड की अत्यधिक अधिकता रहे और न ही कभी कमी होने पाए। इस मुहिम से जिले के अन्य संगठनों और स्वैच्छिक रक्तदाताओं को भी जोड़ा जाएगा ताकि जिला अस्पताल में बिना डोनर मरीज को ब्लड देने की व्यवस्था बनाई जा सके।
Jun 12 2025, 19:47