तिसरी थाना पुलिस ने बड़ी करवाई करते हुए दो ढिबरा लदा पिकअप वाहन को किया जब्त ड्राइवर मौके से हुई फरार*


तिसरी थाना क्षेत्र के गास्ती कर रही पुलिस पेट्रोलिंग ने ढिबरा लदा दो पिक अप वाहन को बुधवार देर रात को जप्त कर थाना ले आई।तिसरी थाना प्रभारी रंजय कुमार को गुप्त सूचना मिली थी बेलवाना पंचायत के करणपुरा बेड़मी गांव में अवैध ढिबरा डंप किया गया जो पिकअप वाहन में लोड कर कोडरमा और गिरिडीह भेजने के लिए वाहन में लोड की जा रही है जिसे पुलिस ने तिसरी कोदईबांक मुख्य मार्ग में पीछा कर रही थी ड्राइवर ने मौका देख फाग निकला वही पुलिस ने जप्त कर थाना साथ लेते आई। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार मुन्ना नाम का व्यक्ति रात के अंधेरे में ढिबरा माफिया और उनके कुछ लोग आगे पीछे रेंगी करती रहती है मानो किसी की स्वागत की तैयारी में रेंगी करती है और सिगनल मिलने पर गाड़ी को निकाल दिया जाता है। बाजार में एक चर्चा का विषय बना हुआ है कि ढिबरा माफिया लोग जंगल में खदान लगा कर मजदूर से वोने पौने भाव में खरीदा जाती है और इसे कोडरमा,डोमचांच और गिरिडीह भेजा जाता है सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि जिस विभाग की संपत्ति का राजस्व नुकसान हो रहा है उन्हें पता ही नहीं है इससे साफ पता चलता है कही न कही गड़बड़ झाला है।वही आजसू नेता अशोक सिंह ने कहा की पुलिस के द्वारा करवाई करने के बाद भी हौसला बुलंद है। तिसरी थाना प्रभारी रंजय कुमार ने बताया कि दो पिकअप वाहन को जप्त की गई है आगे की जांच पड़ताल की जा रही है। बनपाल अभिअमित राज से दूरभाष पर बात की गई तो बताया हमे जानकारी नहीं है तिसरी थाना के द्वारा वाहन जप्त की गई है।
दिव्यांग परिवार दस वर्षो से दूसरे झोपड़ी में रहने को है मजबूर, आवास के लिए सरकार से लगाई मदद की गुहार

तिसरी गिरिडीह

तिसरी – एक और केंद्र व राज्य सरकार सरकार के द्वारा गरीबों को रहने के लिए पक्का आवास दे रही है दूसरी और बात करें तो दस वर्षों पहले मिट्टी घर पूरी तरह ढह जाने से किसी दूसरे के झोपड़ी में रहने को मजबूर हैं हां आपने ठीक सुना ऐसा ही मामला तिसरी प्रखंड के मंसाडीह में देखने को मिला बता दें तिसरी प्रखंड के मनसाडीह पंचायत निवासी राजू राय का मिट्टी घर जो लगभग दस वर्षो पहले गिर कर पूरी तरह धवस्त हो गया जो बगल पड़ोसी के घर में रहने को मजबूर हैं लेकिन बरसात के दिनों में इस घर में भी पानी पूरा घर में भर जाती है जिससे पूरा परेशानी होती है राजू राय और उनकी पत्नी ने कहा पुरा परिवार हमलोग 10 वर्षों से दूसरे के झोपड़ी में रहने को मजबूर हैं यहां के अधिकारी और मुखिया से कितने बार अपना दुख दर्द सुनाए लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है हमेशा टाल मटोल किया जाता है सबसे बड़ी बात यह है कि राजू राय विकलांग है उनके आंख की रोशनी नहीं है वही उनकी पत्नी पूजा कुमारी ने कहा मेरे पति विकलांग होने के कारण घर परिवार के साथ साथ दो बच्चों का पालन पोषण हम ही करते हैं फिलहाल ईंटा भट्टा में काम करके अपना परिवार का भरण पोषण करते थे लेकिन वो भी काम बंद हो गया है और मेरे पति विकलांग है फिर भी कोई पैंशन नही मिल रहा है पूरे परिवार ने सरकार से आवास और पेंशन के लिए मदद की गुहार लगाई है वही इस मामले को लेकर पंचायत सचिव से बात किया गया तो उन्होंने कहा आबुआ आवास सूची में इस परिवार का नाम है जियो टैक भी किया गया है लेकिन प्रारिटी में नाम नीचे रहने के कारण नही मिल पाया है
जनसमस्याओं को लेकर भाकपा माले ने की बैठक, उपायुक्त के नाम बीडीओ को सौंपा मांग पत्र



तिसरी/गिरिडीह माले कार्यकर्ताओं ने तिसरी मुख्यालय के समीप महुआ पेड़ के पास बैठक कर जन समस्या को लेकर बारह सूत्री मांग पत्र उपायुक्त के नाम बीडीओ कार्यालय में सौपा गया।बैठक के दौरान बीडीओ और विधायक के खिलाफ जमकर नारे बाजी की गई।मांग पत्र के अनुसार अबुआ आवास में कमीशन खोरी बंद करो दूसरा किस्त भुगतान करो,मनरेगा योजना के तहत दो सौ दिनो तक मजदूरी और मजदूरी छह सौ रुपया की दर भुगतान की मांग की गई।मनरेगा योजना की स्वीकृति में कमीशन खोरी बंद की जाय,तिसरी चौक पर सुलभ शौचालय चालू की जाय,कृषि भूमि अतिक्रमण मुक्त की जाय,पंद्रहवीं वित योजना की भुगतान कराया जाय,सीएमआई जमीन की हेरा भेरी बंद किया जाय।।बैठक में जय नारायण यादव,मुन्ना राणा, राजकुमार शर्मा,मंटू शर्मा,राजकुमार यादव , मुन्ना गुप्ता,सहित कई कार्यकर्ता मोजूद थे।
लंगटा बाबा कॉलेज में छात्रों से की जा रही है अवैध वसूली, बोनाफाइड सर्टिफिकेट के आवेदन में केटेगरी सुधार के नाम पर मांगा जा रहा है पैसा


गिरिडीह जिले के जमुआ प्रखंड स्थित लंगटा बाबा कॉलेज में बोनाफाइड सर्टिफिकेट बनाया जा रहा है। इसके लिए कॉलेज प्रशाशन की ओर से आवेदन लिए जा चुके हैं, लेकिन जिन छात्र छात्राओं का आवेदन में केटेगरी गलत हुआ है उसके सुधार के नाम पर उनसे 1500 रुपए की अवैध वसूली की जा रही है। इस संबंध में जानकारी देते हुए विद्यालय की सेमेस्टर 5 की छात्रा नेहा कुमारी ने बताया कि वह बोनाफाइड सर्टिफिकेट लाने के लिए मिर्जागंज स्थित लंगटा बाबा कॉलेज पहुंची थी। इस बीच जब वह कालेज के कार्यालय कक्ष में पहुंच कर वहां पदस्थापित क्लर्क उमेश कुमार से बोनाफाइड सर्टिफिकेट का मांग किया तो क्लर्क ने बताया कि उनका बोनाफाइड सर्टिफिकेट का आवेदन रिजेक्ट कर दिया गया है। जब उन्होंने कारण पूछा तो क्लर्क ने कहा कि आवेदन के केटेगरी में जनरल लिखा हुआ है और बिना ओबीसी के बोनाफाइड सर्टिफिकेट निर्गत नहीं किया जा सकता। साथ ही उन्होंने कहा कि क्लर्क ने बताया कि अगर बोनाफाइड सर्टिफिकेट बनवाना चाहते हैं तो आवेदन केटेगरी में सुधार करवाना होगा और इसके लिए या तो 1500 देने होंगे या फिर रांची दौड़ना होगा। इसलिए आप 1500 दे दे, इसके बाद आपको कहीं भी दौड़ भाग करने की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने आगे बताया कि जब वे क्लर्क को बताई कि 1500 उनके पास नगद नहीं है तो उक्त क्लर्क ने अन्य शिक्षक को फोन पे के माध्यम से पैसे ट्रांसफर कर नगद लाने को कहा। इसके बाद वे क्लर्क के निर्देशानुसार उसी कॉलेज के अन्य शिक्षक के फोन पे में 1500 ट्रांसफर किए, जिसके बाद उन्होंने नगद देने के नाम पर 20 रुपया अलग से लिया। इधर मामले को लेकर क्लर्क उमेश कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि इनका रजिस्ट्रेशन के दौरान ही केटेगरी जनरल कर दिया गया था। छात्रा को चाहिए था कि 15 दिनों के अंदर उसका सुधार करवा लेती। अब इसे जैक द्वारा सुधार किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि छात्रा के कहने पर ही उन्होंने पैसे लिए और यह पैसे इसलिए उन्होंने लिए क्योंकि यहां से रांची जाने आने का खर्च उन्हें स्वयं वहन करना होगा। और इसके अलावा जैक में भी सुधार के लिए राशि की जाती है। वहीं उनसे पैसों के लिए जाने और रसीद नहीं दिए जाने की बात पर कहा कि यह कॉलेज का कार्य नहीं है, जो इसका रशीद देंगे।
कार्यक्रम के दौरान हीरोडीह थाना क्षेत्र से एक बाईक की चोरी।


तिसरी प्रखंड के खिजुरी पंचायत के बलियारी गांव के निवासी लालू करमाली का बाइक चोरी होने का आवेदन हिरोडीह थाना में दिया है। आवेदन में बताया की हीरोडीह थाना क्षेत्र के खासलोडीह गांव के राजेश यादव के बेटी की शादी में मगही गायक आशीष यादव का कार्यक्रम में चाचा का ग्लैमर बाइक जिसका नम्बर JH 11Q 5040 लेकर गया था। कार्यक्रम स्थल के पास खड़ा कर शादी के प्रोग्राम में चले गए । प्रोग्राम खत्म हुआ और जब बाइक के पास पहुंचा तो अपने जगह से बाइक गायब था। काफी खोजबीन की लेकिन नही मिली।
मृत बच्चे के दफन किए गए शव को निकाल कर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा, कुएं में मिला था शव


गिरिडीह जिले के तिसरी थाना क्षेत्र के बरवाडीह में गत दिन बरवाडीह गांव निवासी स्वर्गीय दरबारी यादव के 12 वर्षीय पुत्र साजन कुमार का शव विद्यालय के समीप कुएं से ग्रामीणों ने निकाला था, जिसके बाद शव को ग्रामीणों ने दाह संस्कार के लिए मिट्टी में दफन कर दिया गया था। अब इस मामले में गिरिडीह पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर तिसरी पुलिस ने शव को मिट्टी से बाहर निकाल कर जांच शुरू कर दिया है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार गिरिडीह पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर खोरीमहुआ एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद, बीडीओ मनीष कुमार, थाना प्रभारी रंजय कुमार, सहायक अवर निरीक्षक नन्द जी राय समेत कई पुलिस के जवान पहुंचे और मजिस्ट्रेट के समक्ष मृतक के शव को मिट्टी से बाहर निकाला। साथ ही कुएं का निरीक्षण कर वहां से मृतक के कपड़े व चप्पल को भी जब्त किए। इसके साथ ही शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह भेज दिया। इस संबंध में मृतक की मां ने कहा कि उसके घर दो बच्चे बुलाने आए थे, जिसके बाद उनका बेटा साजन उनके साथ चला गया। बाद में उन्हें पता चला कि उनके बेटे की कुएं में डूबने से मौत हो गई। उन्होंने किसी पर भी भी किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं लगाया। इधर मामले को लेकर जब खोरीमहुआ एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मृतक विद्यालय में कुछ बच्चों के साथ आम खा रहा था। इसी बीच उसे शौच लगा तो वह शौच करने के लिए पानी लाने विद्यालय के समीप स्थित कुएं के पास गया। वह कुएं में बने सीढ़ियों के सहारे नीचे उतरा, लेकिन जब वह वापस नहीं आया तो बच्चे हो हल्ला करने लगे। इसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने शव को कुएं से बाहर निकाला और उसे दाह संस्कार करने लिए मिट्टी में दफन कर दिया। मामले की जानकारी जब पुलिस अधीक्षक को मिली तो उनके निर्देश के बाद मृतक के शव को मिट्टी से बाहर निकाला गया है। चूंकि मामला मौत का है इसलिए इसकी जानकारी पुलिस को होनी चाहिए थी। वर्तमान में पूरे मामले की जांच की जा रही है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच किया जा रहा है।
तिसरी प्रखंड में एक बार फिर धड़ल्ले से हो रहा है ढिबरा का अवैध कारोबार



तिसरी/गिरिडीह।

तिसरी और गांवा प्रखंडों में इन दिनों अवैध माइका कारोबार एक बार फिर धड़ल्ले से चालू बेखौफ चल रहा है। प्रतिदिन रात के अंधेरे में आधा दर्जन से अधिक पिकअप वाहन से विभिन्न जंगल से माइका लाद कर कोडरमा जिला के डोम चाच, तिलैया, गिरिडीह और कोलकाता तक चोरी छिपे भेजा जा रहा है। बताया गया माइका को वन क्षेत्र से खुदाई कर तिसरी के गमहरियाटांड़ में ट्रैक्टर से इकट्ठा करने के उपरांत रातो रात पिकअप वाहन में लोड कर तिलैया, गिरिडीह सप्लाई किया जाता है। सूत्रों के अनुसार ढिबरा का तस्करी एवं खरीद बिक्री जिनाडीह, सालगडीह, गड़कुरा, महादेव टांड़, गोलगो, , लोकाय आदि कई जगहों पर ढिबरा माफियाओं के द्वारा ढिबरा घरों में रखा जाता है उसके बाद रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए पिकअप वाहन में लोड कर तस्करी की जाती है। बता दे की वन विभाग के टीम ने पूर्व में कई बार दर्जनों गाड़ी पकड़ कर तिसरी के कई ढिबरा कारोबारी पर प्राथमिकी दर्ज किया गया है। उसके बावजूद भी अवैध ढिबरा पर अंकुश नहीं लगा है। जिससे ढिबरा माफियाओं का मनोबल दिनों दिन बढ़ता नजर आ रहा है। इस बाबत वनपाल अभिमत राज ने कहा वन विभाग लगातार अवैध माइका उत्खनन के खिलाफ कार्रवाई करती रही है। पकड़े जाने वाले माइका वाहन और मालिक के विरुद्ध आगे भी कड़ी कार्रवाई किया जायेगा ।



तिसरी प्रखंड में एक बार फिर धड़ल्ले से हो रहा है ढिबरा का अवैध कारोबार

गिरिडीह जिला के तिसरी में इन दिनों ढिबरा का अवैध कारोबार एक बार फिर धड़ल्ले से शुरू हो चुका है। प्रतिदिन तीन से चार की संख्या में पिकअप वाहन में ढिबरा लाद कर इसे कोडरमा के लिए भेजा जा रहा है। वहीं ट्रैक्टर के माध्यम में ढिबरा गावां प्रखंड के हरलाघाटी सहित विभिन्न जगहों पर रहने वाले बड़े कारोबारियों के पास भी भेजा जा रहा है। और सबसे हैरानी की बात तो यह है कि ढिबरा का अवैध कारोबार को विभाग को भनक तक नहीं है। आपको बता दें कि तिसरी के विभिन्न जंगलों में नाबालिको और महिलाओं द्वारा ढिबरा का अवैध खनन करवाया जाता है। जिसके बाद इस ढिबरा को औने पौने दामों में ढिबरा के कारोबारी खरीद कर गम्हरिया टांड़,  जिनाडीह, गड़कुरा, महादेव टांड़, गोलगो,  लोकाय विभिन्न इलाकों में बने गोदामों में रखा जाता है।वहीं इसके अलावा तिसरी के केवटटांड स्थित गोल्डन फ्यूचर पब्लिक स्कूल एवं गमहरिया टांड़ स्थित पाटलावती नर्सिंग होम के समीप दो बड़े गोदाम संचालित किए जा रहे हैं।जहां से ट्रैक्टर के माध्यम से इसे गावां और पिक अप व 407 की मदद से कोडरमा एवं गिरिडीह भेज दिया जाता है। बताते चलें कि वन विभाग द्वारा कुछ माह पूर्व तक लगातार ढिबरा के अवैध कारोबार को लेकर छापेमारी की जा रही थी और कई वाहन जब्त किए गए थे। मगर इधर के कुछ महीनों में कार्रवाई नहीं होने के कारण ढिबरा कारोबारियों का मनोबल बढ़ गया और ढिबरा का अवैध कारोबार धड़ल्ले से करना शुरू कर दिया है।
निकला पत्नी और दोनों बच्चों का हत्यारा, पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी


गिरिडीह जिले के तिसरी के लोकाय नयनपुर थाना क्षेत्र के पनियाय गांव में हुए ट्रिपल मर्डर केस की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने हत्या आरोपी पति को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस संबंध में प्रेस वार्ता आयोजित कर खोरीमहुआ एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि लोकाई नयनपुर थाना क्षेत्र के बर्दानी गांव में मिली रेनू टुडू और उसके दोनों बच्चे की शव के बाद और हत्या का आरोप लगने के बाद पुलिस ने मामले का खुलासा कर लिया है। तीनों की हत्या मृतका के पति एवं दोनों बच्चों के पिता चारो हेमब्रम ने किया है और आरोपी पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जा रहा है। उन्होंने पूरे मामले पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब तीनों का शव पनियाय में मिला और फोरेंसिक की टीम ने जांच शुरू किया तो हत्या होने की बात सामने आई। जिसके बाद पुलिस की जांच तेज हुई और तकनीकी साक्ष्य एवं मानवीय साक्ष्य के आधार पर पुलिस की शक की सुई मृतका के पति पर गई, जिसके बाद पुलिस ने हिरासत में लेकर आरोपी पति से कड़ाई से पूछताक्ष किया। पूछताक्ष के दौरान हत्या आरोपी पति ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की। साथ ही पुलिस को हत्या कारण पत्नी के दूसरे के साथ प्रेम प्रसंग बताया। ज्ञात हो कि बर्दानी गांव में एक ही परिवार के मां और उसके बेटे और बेटी का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गया था। घटना की सूचना मिलने के बाद लोकाई थाना पुलिस के साथ साथ खोरीमहुआ एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद भी घटना स्थल पर पहुंचे थे और पूरे मामले की जांच में जुट गए थे।
सरहुल मिलन (बाहा) पर्व एवं आदिवासी समाज ससुरबैसी के बैनर तले अलग अलग जगहों पर मिलन का कार्यक्रम किया गया


तिसरी गिरिडीह तिसरी प्रखंड मुख्यालय भंडारी मुख्यमार्ग में आदिवासी कल्याण समिति ने सरहुल पूजा का आयोजन किया और सिंधु कान्हु के प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के उपरांत महिलाएं मांदर की थाप पर नृत्य किया । वहीं दूसरी तरफ गांधी मैदान तिसरी में आदिवासी संथाल समाज ने भी सरहुल पूजा का आयोजन कर संबोधन एवं नृत्य किया । कल्याण समिति के सरहुल पूजा में बतौर मुख्य अतिथि तिसरी सीओ अखिलेश प्रसाद मौजूद थे । उन्होंने कहा सरहुल झारखंड में मनाए जाने वाले एक महत्वपूर्ण त्योहार के रूप में जाना जाता है । जिसे पूरे राज्य में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन आदिवासी समुदाय नए साल का स्वागत करते हैं। सरहुल के अवसर पर प्रकृति अपने नए स्वरूप में नजर आती है । इस समय पेड़ों पर नए फूल और पत्ते खिलने लगते हैं । ‘सरहुल’ नाम दो शब्दों से मिलकर बना है – ‘सर’, जिसका अर्थ है सखुआ या साल का फूल, और ‘हुल’, जिसका अर्थ है क्रांति. इसे सखुआ फूल की क्रांति का पर्व भी कहा जाता है । यह त्योहार चैत्र महीने की अमावस्या के तीसरे दिन मनाया जाता है, हालांकि कुछ गांवों में इसे पूरे महीने भर मनाने की परंपरा है । इस दिन लोग अखाड़े में नृत्य और गायन करते हैं और पूजा-अर्चना में भाग लेते हैं।मौके पर रामी मरांडी ,राधे मरांडी , सुकेज हेंब्रम ,सोनू हेंब्रम ,एनसीएस हेंब्रम ,बिक्रम मुर्मू , समेल मुर्मू समेत दर्जनों मांझी हड़म शामिल थे । वहीं गांधी मैदान तिसरी में आदिवासी संथाल सुसरवेसी तिसरी के अरविंद मुरमू ,दीपक मुरमू ,किशोर हंसदा ,गंगाराम टुडू समेत दर्जनों लोग सामिल थे ।