लोककला, साहित्य और संस्कृति के संगम में निखरी प्रतिभाएं: लखनऊ में राज्य स्तरीय कार्यशाला में उपमुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित हुए संजय यादव
संजीव सिंह बलिया!लोककला, साहित्य और संस्कृति के संगम में निखरी प्रतिभाएं: लखनऊ में राज्य स्तरीय कार्यशाला में उपमुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित हुए बलिया के शिक्षक
संजय यादव आज अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान, लखनऊ में एक ऐतिहासिक सांस्कृतिक संगम का साक्षी बना, जहां कलार्पण भारत एवं बेसिक एजुकेशन मूवमेंट ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय राज्य स्तरीय काव्य, साहित्य, लोककला एवं सांस्कृतिक कार्यशाला का भव्य आयोजन किया गया। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए 268 प्रतिभागियों ने अपनी कला, साहित्यिक अभिव्यक्ति और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से भारतीय लोक परंपरा की गहराई और समृद्धता को मंच पर सजीव कर दिया। इस गरिमामयी अवसर पर उत्तर प्रदेश शासन के उप मुख्यमंत्री माननीय बृजेश पाठक मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने मंच से अपने विचार रखते हुए कहा कि भारत की लोककलाएं हमारी आत्मा हैं, और इन्हें जीवित रखना केवल कलाकारों का नहीं, हम सबका दायित्व है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार लोक कलाकारों के साथ हर मोर्चे पर खड़ी है।कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट काव्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए प्रथम स्थान डॉ. राजेश शर्मा, द्वितीय स्थान दो गुरु प्यारी और तृतीय स्थान डॉ संजय यादव को प्रदान किया गया। उन्हें उप मुख्यमंत्री द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं सम्मान राशि प्रदान कर सम्मानित किया गया।इस आयोजन में निर्णायक की भूमिका उत्तर प्रदेश राज्य ललित कला अकादमी एवं संगीत नाटक अकादमी की ओर से नामित पद्मश्री सम्मानित दो महान विभूतियों ने निभाई, जिससे प्रतियोगिता को उच्च स्तर की पारदर्शिता और गरिमा प्राप्त हुई।राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि कार्यशाला में प्रदेश भर से आए कलाकारों द्वारा संस्कृत, अवधी, ब्रज और भोजपुरी लोक कलाओं की रंगारंग प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिसने उपस्थित दर्शकों को संस्कृति की जड़ों से जोड़ने का सार्थक प्रयास किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रद्धा निगम, केंद्रीय अध्यक्ष कलार्पण समिति भारत तथा डॉ. शिव प्रकाश सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष कलार्पण ने की।कार्यक्रम का आयोजन कलार्पण प्रदेश समिति उत्तर प्रदेश एवं डॉ. राजेश शर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष बेसिक एजुकेशन मूवमेंट ऑफ इंडिया के नेतृत्व में किया गया, जो शिक्षा, कला और संस्कृति के समन्वय से समाज को जागरूक और प्रेरित करने का एक अभिनव प्रयास बना। यह आयोजन न सिर्फ प्रतिभाओं को मंच देने का माध्यम बना, बल्कि यह भी सिखा गया कि जब साहित्य, कला और संस्कृति मिलते हैं, तो राष्ट्र निर्माण की नींव और भी मजबूत होती है।इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय यादव, राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. सतना सिंह, आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर,डॉ. राकेश कुशवाहा, डॉ. शिखा, डॉ. प्रीति सोनकर सहित कई प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे। साथ ही कलार्पण संस्था से केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री शिव प्रकाश सिंह, केंद्रीय महामंत्री श्री धनंजय सिंह, प्रदेश अध्यक्ष श्री शिव तान्या श्रीवास्तव, प्रदेश आईटी संयोजक सुरेंद्र विश्वकर्मा, क्षेत्रीय अध्यक्ष जगदीश प्रसाद दुबे और महामंत्री नरेंद्र सक्सेना की उपस्थिति ने आयोजन को और भी सशक्त बनाया।
May 26 2025, 20:48