*सोनभद्र:राष्ट्रीय सूचना अधिकार मानवाधिकार पर्यावरण संरक्षण संगठन ने मनाया 7वां स्थापना दिवस, 2026 में गरीब बेटी की शादी कराने का संकल्प*

विकास कुमार

सोनभद्र: ओबरा में राष्ट्रीय सूचना अधिकार मानवाधिकार पर्यावरण संरक्षण संगठन ने शुक्रवार, 23 मई 2025 को सोनभद्र के ओबरा स्थित श्रीराम मंदिर कॉलोनी में अपना 7वां स्थापना दिवस बड़े धूमधाम से मनाया। श्रीराम पार्क में आयोजित इस कार्यक्रम का संचालन अशोक कुमार उर्फ परदेसी बाबू ने किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आचार्य प्रमोद चौबे जी ने केक काटकर संगठन के सात वर्ष पूरे होने की खुशी मनाई। इस अवसर पर संगठन के कई वरिष्ठ पदाधिकारी और सदस्य मौजूद रहे, जिनमें श्री गणेश अग्रहरि, प्रदुम साहनी, महिला मोर्चा से शबनम जी, नंदलाल जायसवाल, बाबा दी हाईटेक विशाल गुप्ता, आलोक भाटिया, अश्वनी कुमार, प्रदेश अध्यक्ष राणा प्रकाश मिश्रा और जिला महासचिव अशोक कुमार शामिल थे। सभी ने एक-दूसरे को बधाई दी और सम्मानित किया।

नंदलाल जायसवाल ने भेंट किए उपहार

इस खास मौके पर नंदलाल जायसवाल ने संगठन के सभी पदाधिकारियों को उपहार भेंट कर सम्मानित किया, जिसके लिए सभी ने उनका आभार व्यक्त किया।

2026 में गरीब बेटी की शादी का संकल्प

बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों, पदाधिकारियों और महिला मोर्चा के सदस्यों ने मिलकर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया। सभी ने विचार-विमर्श किया कि 2026 में संगठन के अगले स्थापना दिवस पर एक गरीब लड़की की शादी कराई जाएगी। सभी सदस्यों ने इस नेक कार्य में पूरा सहयोग देने का वादा किया। संगठन के सदस्यों ने विश्वास व्यक्त किया कि यदि माता रानी की कृपा बनी रही, तो 2026 में यह संकल्प निश्चित रूप से पूरा होगा।

संगठन ने स्थापना दिवस समारोह में उपस्थित होकर अपना कीमती समय देने के लिए सभी लोगों का हृदय से धन्यवाद किया।

सोनभद्र:NTPC कैनाल में मिला लापता युवक का शव, हत्या या हादसा? - परिवार ने की न्याय की गुहार!

विकास कुमार सोनभद्र, शक्तिनगर। सिंगरौली जिले में बीते 13 मई से लापता थॉमस राजा (51 वर्ष) का शव मंगलवार शाम करीब पांच बजे एनटीपीसी सिंगरौली के कैनाल में उफनाया हुआ मिला है। इस रहस्यमयी मौत ने कई अनुत्तरित सवाल खड़े कर दिए हैं, और परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

लापता होने से शव मिलने तक: एक सप्ताह का रहस्य

थॉमस राजा, जो मटवई, पोस्ट शाहपुर, थाना विंध्यनगर, जिला सिंगरौली के निवासी थे, बीते 13 मई को दोपहर में द्वितीय पाली की ड्यूटी के लिए शक्तिनगर स्थित एनटीपीसी सिंगरौली पावर प्लांट निकले थे। घर से निकलने के बाद से वे रहस्यमयी तरीके से लापता हो गए। परिजनों ने उनकी गुमशुदगी की लिखित सूचना शक्तिनगर पुलिस को दी थी। लगभग एक हफ्ते बाद, मंगलवार शाम को परिजनों को ही उनका शव एनटीपीसी के कैनाल में उफनाया हुआ दिखा। सूचना मिलते ही विंध्यनगर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर बैढ़न स्थित ट्रामा सेंटर पोस्टमार्टम व अग्रिम कार्रवाई हेतु भेजवाया।

उठते सवाल और परिजनों के आरोप

युवक का शव कैनाल में मिलने से पूरे क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। यह कोई पहला मामला नहीं है जब इस तरह किसी का शव कैनाल में मिला हो, इससे पहले भी ऐसी घटनाएं सामने आती रही हैं, जो इन जलस्रोतों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती हैं। परिजनों का आरोप है कि थॉमस राजा की हत्या की गई है और वे इस पूरे मामले की गहन जांच तथा दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

सीसीटीवी फुटेज और प्लांट परिसर पर संदेह

मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए कई गंभीर प्रश्न उठ रहे हैं:थॉमस राजा का शव एनटीपीसी के कैनाल में कैसे पहुंचा।क्या किसी ने हत्या करके शव को वहां फेंका।क्या युवक के साथ एनटीपीसी सिंगरौली पावर प्लांट में ड्यूटी के दौरान कोई हादसा हुआ था

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस दिन युवक ड्यूटी के लिए घर से निकला था, उसकी साइकिल और हेलमेट प्लांट परिसर में ही होना बताया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार, युवक को ड्यूटी वाले दिन शाम के समय कैंटीन से नाश्ता कर निकलते हुए सीसीटीवी फुटेज में भी देखे जाने की चर्चा है। यदि यह जानकारी सही है, तो आखिर युवक के साथ क्या घटना घटी जिससे उसका शव कैनाल में उफनाया मिला? क्या प्लांट परिसर में युवक संग कोई ऐसा हादसा हुआ, जिसे एनटीपीसी प्रशासन सामने नहीं आने देना चाह रहा है?

प्रशासन से न्याय की गुहार

सिंगरौली और सोनभद्र जिला प्रशासन से परिजनों ने इस मामले को गंभीरता से लेकर अपने स्तर से जांच कराकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की पुरजोर मांग की है। यह घटना एनटीपीसी जैसे बड़े औद्योगिक संस्थान में कर्मचारियों की सुरक्षा और कार्यस्थल पर होने वाली घटनाओं की पारदर्शिता पर भी गंभीर सवाल उठाती है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और उम्मीद है कि जल्द ही इस रहस्यमयी मौत का सच सामने आ पाएगा।

सोनभद्र: आकाशीय बिजली गिरने से 6 वर्षीय मासूम मुनिया की दर्दनाक मौत, परिवार में पसरा मातम

विकास कुमार, सोनभद्र। सोनभद्र जिले के हाथीनाला थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत बेलहत्थी के टोला कोड़री में बुधवार दोपहर आकाशीय बिजली गिरने से एक 6 वर्षीय मासूम बच्ची मुनिया की दुखद मृत्यु हो गई। इस हृदय विदारक घटना से परिजन गहरे सदमे में हैं और उनका रो-रोकर बुरा हाल है।

घटना का विवरण

प्राप्त जानकारी के अनुसार, बुधवार को दोपहर करीब ढाई बजे आसमान में तेज गर्जन के साथ बिजली चमकी और सीधे जमीन पर आ गिरी। इस दौरान मुनिया (6 वर्ष), पुत्री बृजमोहन खरवार, निवासी ग्राम पंचायत बेलहत्थी टोला कोड़री, थाना हाथीनाला, इसकी चपेट में आ गई। बिजली का झटका इतना जबरदस्त था कि मुनिया की मौके पर ही मौत हो गई।

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

इस आकस्मिक और दर्दनाक हादसे से मुनिया के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। माता-पिता और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।

प्रशासनिक कार्यवाही

इस घटना की सूचना तत्काल ग्राम प्रधान, क्षेत्रीय लेखपाल और थाना हाथीनाला पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही, मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने आवश्यक अग्रिम कार्यवाही शुरू कर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और पंचनामे की तैयारी की जा रही है ताकि मृतका के परिजनों को नियमानुसार सरकारी सहायता मिल सके।

जागरूकता की आवश्यकता

यह घटना एक बार फिर आकाशीय बिजली से बचाव के उपायों और ऐसे हादसों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को रेखांकित करती है, विशेषकर ग्रामीण और संवेदनशील क्षेत्रों में।

सोनभद्र: धनवंतरी पतंजलि योग शिविर का भव्य समापन

 विकास कुमार सोनभद्र, : ओबरा में धनवंतरी पतंजलि योग संस्थान और सोनांचल सेवा मंच द्वारा आयोजित तीन दिवसीय योग एवं ध्यान शिविर का सोमवार को सेक्टर नंबर 10 स्थित बाल विद्या निकेतन में भव्य समापन हुआ। भारत सरकार की 'फिट इंडिया' मुहिम के तहत आयोजित इस कार्यशाला के समापन कार्यक्रम में सैकड़ों योग साधकों और विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित धनवंतरी पतंजलि योग संस्थान के मुख्य संरक्षक रमेश सिंह और नगर पंचायत अधिकारी मधुसूदन जायसवाल ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार वितरित किए। इस अवसर पर बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए संस्थान के संरक्षक रमेश सिंह ने कहा कि सभी चयनित प्रतिभागियों को संस्थान हर संभव मदद करेगी।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर होगा भव्य सम्मान समारोह

धनवंतरी पतंजलि योग संस्थान के संस्थापक योग गुरु आचार्य अजय पाठक महाराज जी और सोनांचल सेवा मंच के संयोजक अशोक यादव ने संयुक्त रूप से योग और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाकर 'स्वास्थ्य क्रांति' लाने का संकल्प लिया है। रमेश सिंह ने बताया कि संस्थान अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को बड़े धूमधाम और व्यापक स्तर पर मनाएगी, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वस्थ जीवन के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने जोर दिया कि योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना बेहद जरूरी है, क्योंकि इसके बिना जीवनभर शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

नियमित योगाभ्यास से कई बीमारियों का इलाज संभव

योग गुरु आचार्य अजय कुमार पाठक जी ने बताया कि नियमित योगाभ्यास और आयुर्वेद चिकित्सा से शुगर, कमर दर्द, साइटिका, सिर दर्द, मोटापा, खून की कमी, अर्थराइटिस और ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर बीमारियों को खत्म किया जा सकता है। उन्होंने सभी से नियमित रूप से योगाभ्यास करने का आह्वान किया।

सोनांचल सेवा मंच के संयोजक अशोक यादव और अनपरा नगर के समाजसेवी तथा संस्थान सदस्य सत्यांश मिश्रा ने कहा कि धनवंतरी पतंजलि योग संस्थान और सोनांचल सेवा मंच राष्ट्र निर्माण में अपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं। वे अत्यंत जरूरतमंद व्यक्तियों को योग शिविर और अन्य चिकित्सा पद्धति के शिविर आयोजित कर नियमित रूप से लाभ पहुंचा रहे हैं।

धनवंतरी पतंजलि योग पीठ के सदस्य प्रशांत सिंह, विकास अग्रहरि और बहादुर ने दोहराया कि यह संस्थान योग और आयुर्वेद के माध्यम से लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। संस्थान और मंच द्वारा विभिन्न प्रकार के योग और आयुर्वेद चिकित्सा शिविर आयोजित किए जाते हैं, जिनमें लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और उपचार प्रदान किया जाता है।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से अजीत सिंह, जय कुमार सिंह, विनोद श्रीवास्तव, लक्ष्मी नारायण तिवारी, अखिलेश्वर प्रसाद, उपेंद्र यादव, शीतल देवी, रीता शर्मा और मालती, पार्वती भी उपस्थित रहीं।

धूल उड़ाती सड़क और बुझी हुई रोशनी! तहसील समाधान दिवस में छात्र नेता ने बताया अधिकारियों को गंभीर समस्या जानकार हो जाएंगे हैरान

विकास कुमार अग्रहरी सोनभद्र। तहसील समाधान दिवस में आज एक ऐसा मुद्दा गरमाया जिसने अधिकारियों को सोचने पर मजबूर कर दिया। छात्र नेता अभिषेक अग्रहरी ने डाला-चोपन मार्ग की खस्ताहालत और वहां व्याप्त प्रदूषण के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। अपनी दमदार आवाज में उन्होंने अधिकारियों को एक शिकायती पत्र सौंपा, जिसमें सड़क की दुर्दशा और प्रदूषण के कारण हो रही परेशानियों का पुलिंदा बांधकर रख दिया।

अभिषेक अग्रहरी ने अपने पत्र में डाला-चोपन मार्ग की दर्दनाक तस्वीर पेश की। उन्होंने बताया कि सड़क के दोनों ओर धूल, मिट्टी और गिट्टी का ऐसा अंबार लगा है कि सांस लेना भी दूभर हो गया है। रही-सही कसर बड़े-बड़े झाड़ों ने पूरी कर दी है, जिन्होंने सड़क को इतना संकरा कर दिया है कि गाड़ियां रेंग-रेंग कर चलती हैं और हर पल दुर्घटना का डर बना रहता है।लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती! छात्र नेता ने आगे बताया कि इस मार्ग पर लगाई गई महंगी हाई मास्क लाइटें सिर्फ खंभे बनकर रह गई हैं। उनकी रोशनी कब की गुम हो चुकी है, जिसके चलते रात में यह सड़क भूत बंगले से कम नहीं लगती और राहगीरों की सुरक्षा भगवान भरोसे रहती है।

अभिषेक ने अधिकारियों को पिछली याद भी दिलाई। उन्होंने बताया कि इस गंभीर समस्या को लेकर उन्होंने पहले भी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई थी। तब साहब लोगों ने बड़े मीठे शब्दों में बरसात के बाद सब ठीक करने का वादा किया था। लेकिन, शिकायत दर्ज हुए पूरे एक साल बीत चुका है और हालात जस के तस हैं – "वादा क्या हुआ, तेरा वादा..." वाली स्थिति बनी हुई है!गुस्से से भरे छात्र नेता ने यह भी कहा कि अधिकारियों की इस लापरवाही का खामियाजा आम जनता भुगत रही है। बरसात के दिनों में तो सड़क तालाब बन जाती है, जिससे लोगों का चलना फिरना मुश्किल हो जाता है और उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

अभिषेक अग्रहरी ने अधिकारियों से हाथ जोड़कर विनती की है कि अब तो इस गंभीर समस्या पर ध्यान दें और कुछ ठोस कदम उठाएं। उन्होंने मांग की है कि डाला-चोपन मार्ग को धूल और झाड़ियों से मुक्त कराया जाए, खराब पड़ी लाइटों को ठीक किया जाए, ताकि लोगों को प्रदूषण और यातायात की समस्याओं से मुक्ति मिल सके। छात्र नेता ने उम्मीद जताई कि उनकी इस आवाज को अनसुना नहीं किया जाएगा और जल्द ही इस दिशा में कुछ सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। अब देखना यह है कि अधिकारियों के कानों तक पहुंची यह गुहार कब रंग लाती है और कब डाला-चोपन मार्ग की किस्मत बदलती है।

तीन दिवसीय योग एवं आध्यात्मिक शिविर का भव्य आयोजन का हुया शुभारंभ - धनवंतरी पतंजलि योग संस्थान


विकास कुमार अग्रहरी। सोनभद्र ओबरा सेक्टर नम्बर 10 बाल विद्या निकेतन में 3 दिवसीय भारत सरकार के फिट इंडिया मुहिम के अंतर्गत योग एवं आध्यात्मिक शिविर का हुया भव्य आयोजन का शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्य रूप से नगर पंचायत अधिकारी मधुसूदन जयसवाल ,मंच के संरक्षक अशोक यादव एवं प्रशांत सिंह जी दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत किया । धन्वंतरी पतंजलि योग संस्थान एवं सोनांचल सेवा मंच के संयुक्त तत्वावधान में योग और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाकर 'स्वास्थ्य क्रांति' लाने का संकल्प लिया है।

धनवंतरी पतंजलि योग संस्थान के संस्थापक योग गुरु आचार्य अजय कुमार पाठक जी ने बताया की योग और आयुर्वेद चिकित्सा से विभिन्न रोगों जैसे शुगर, कमर दर्द, साइटिका, सिर दर्द, मोटापा, खून की कमी, अर्थराइटिस, और ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर बीमारियों को खत्म किया जा सकता है । मंच के सरंक्षक अशोक यादव एवं प्राध्यापक भूपेंद्र सिंह ने कहा कि धन्वंतरी पतंजलि योग संस्थान एवं सोनांचल सेवा मंच ने राष्ट्र निर्माण में अपना अमूल्य योगदान देकर अत्यंत मजबूर व्यक्तियों को योग शिविर एवं अन्य चिकित्सा पद्धति के शिविर आयोजित कर लाभ पहुंचाने के लिए मंच के माध्यम से नियमित कार्य किये जा रहे है ।

धनवंतरी पतंजलि योग पीठ के सदस्य प्रशांत सिंह एवं विकाश अग्रहरि ने कहा कि यह संस्थान योग और आयुर्वेद के माध्यम से लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। संस्थान एवं मंच द्वारा विभिन्न प्रकार के योग शिविर और आयुर्वेद चिकित्सा शिविर आयोजित किए जाते हैं, जिनमें लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और उपचार प्रदान किया जाता है। कार्यक्रम मे मुख्य से जय कुमार सिंह,विनोद श्रीवास्तव, लक्ष्मी नारायण तिवारी,अखिलेश्वर प्रसाद,उपेंद्र यादव,शीतल देवी ,रीता शर्मा ,मालती, पार्वती ।

सोनभद्र : मौत का कुआं! 2016 से चल रही खदान बनी मजदूरों और पर्यावरण के लिए काल, जलस्तर घटा प्रशासन की अनदेखी

विकास कुमार अग्रहरी, सोनभद्र। ओबरा के रास पहाड़ी इलाके में मे. साई बाबा स्टोन वर्कस की पत्थर खदान सालों से विवादों और खतरों का पर्याय बनी हुई है। 2016 से संचालित यह खदान अब मजदूरों की जान और आसपास के पर्यावरण के लिए "मौत का कुआं" साबित हो रही है। नियमों की धज्जियां उड़ाते इस खदान में न केवल जानलेवा रास्ते हैं, बल्कि अंधाधुंध ब्लास्टिंग से उड़ता धूल और धुआं स्थानीय लोगों के लिए "गब्बर" बन गया है, जो उनके स्वास्थ्य और घरों को लील रहा है। वन्यजीवों पर भी खतरा मंडरा रहा है, लेकिन प्रशासन और खनन विभाग गहरी नींद में सोया हुआ है।

अंजू राय के स्वामित्व वाली यह खदान, जिसकी लीज 2016 से 2026 तक है, आराजी संख्या 5414 में 3.43 एकड़ में फैली है। लेकिन इस लीज के भीतर मौत का कारोबार फल-फूल रहा है। खदान तक पहुंचने का एकमात्र रास्ता लगभग 12 फीट की सीधी और खतरनाक चढ़ाई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस दुर्गम रास्ते पर भारी वाहन कभी भी धोखा दे सकते हैं, जिससे बड़ा हादसा हो सकता है। उनका सवाल है कि आखिर जिम्मेदार अधिकारी ऐसे जानलेवा खनन कार्य की अनुमति कैसे दे रहे हैं।

खनन माफिया की बेलगाम गतिविधियों के कारण पहले ही क्षेत्र का जलस्तर काफी नीचे चला गया है, और अब यह जानलेवा चढ़ाई मजदूरों के लिए हर पल मौत का डर लेकर आती है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो इस खड़ी चढ़ाई की भयावहता को बयां करते हैं, जिसे देखकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएं। खदान संचालक चंद रुपयों के लालच में गरीब मजदूरों और ड्राइवरों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं, जो अपनी जान जोखिम में डालकर इन खतरनाक रास्तों पर भारी वाहन चलाने को मजबूर हैं।

सबसे चिंताजनक बात यह है कि इस गंभीर स्थिति पर जिम्मेदार अधिकारियों की रहस्यमय चुप्पी कई सवाल खड़े करती है। अंदर की खबरों के अनुसार, खदान में बिना किसी सुरक्षा मानक के अंधाधुंध खनन जारी है, जिससे यह खड़ी चढ़ाई और भी खतरनाक हो गई है।इसके अलावा, खदान में ब्लास्टिंग के नियमों का भी जमकर उल्लंघन हो रहा है। निर्धारित समय दोपहर 1 से 2 बजे के बाद भी ब्लास्टिंग की जाती है, जिससे जहरीले धुएं का गुबार कई किलोमीटर तक फैल जाता है। स्थानीय निवासी सांस लेने में तकलीफ और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। ब्लास्टिंग से उड़ने वाली धूल की मोटी परत उनके घरों को पाट देती है, और लगातार हो रहे कंपन से घरों में दरारें आ रही हैं, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। उनका सवाल है कि इस नुकसान की भरपाई कौन करेगा?

स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि खदान में सीमा से ज्यादा बोल्डर निकाले जा चुके हैं, लेकिन प्रभावशाली लोगों के संरक्षण के कारण खतरनाक क्षेत्रों में भी जबरन लोडिंग का काम जारी है। उन्होंने बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई न होने पर गहरी चिंता व्यक्त की है।

अब देखना यह है कि जिला प्रशासन और संबंधित विभाग कब इस "मौत के कुएं" पर लगाम लगाते हैं और कब तक मजदूरों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। यह खदान न केवल नियमों का उल्लंघन कर रही है, बल्कि यह प्रशासन की अनदेखी और खनन माफिया के बेलगाम हौसलों की भी जीती जागती तस्वीर है।

ओबरा में मिर्गी के दौरे से नाली में गिरने से युवक की दर्दनाक मौत!"अपने पीछे पत्नी और दो छोटे बच्चों छोड़ गए

विकास कुमार अग्रहरी, सोनभद्र । ओबरा थाना क्षेत्र के गैस गोदाम रोड पर मंगलवार को एक दुखद घटना सामने आई, जिसने इलाके में सनसनी फैला दी। यहां एक 35 वर्षीय व्यक्ति की खुली नाली में गिरने से मौत हो गई। शव बरामद होने की खबर फैलते ही मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलने पर तत्काल पहुंची पुलिस ने शव को नाली से बाहर निकलवाया और शिनाख्त के बाद मृतक के परिजनों को सूचित किया।

मृतक की पहचान बुल्लू भारती के रूप में हुई, जिसकी उम्र 35 वर्ष थी। अपने प्रियजन का शव देखकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। बुल्लू विवाहित थे और अपने पीछे पत्नी और दो छोटे बच्चों को छोड़ गए हैं।पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, जिससे मौत के सही कारणों का पता चल सके।मिली जानकारी के अनुसार, बुल्लू भारती मिर्गी के रोग से पीड़ित थे। वह किन परिस्थितियों में घटनास्थल पर पहुंचे, इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है। फिलहाल, फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाने में लगी हुई है। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि खुली नाली की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। उनका मानना है कि अगर नाली ढकी हुई होती तो शायद बुल्लू की जान बच सकती थी।

इस आकस्मिक घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सुहेलदेव भारती समाज पार्टी के पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष जीतेन्द्र निषाद ने कहा कि अगर नाली ढकी हुई होती तो यह दुर्घटना नहीं होती। उन्होंने बताया कि नाली को ढकने का प्रावधान पहले से ही एस्टीमेट में शामिल था। इसके बावजूद, नगर पंचायत ओबरा को पहले भी कई बार इस बारे में अवगत कराया गया था। निषाद ने इस घटना के लिए नगर पंचायत के ईओ (कार्यपालक अधिकारी), ठेकेदार और जेई (जूनियर इंजीनियर) को दोषी ठहराया और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके साथ ही, उन्होंने नगर पंचायत ओबरा से पीड़ित परिवार के भरण-पोषण के लिए परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की भी मांग की है।

*सोनभद्र:अस्पताल से छुट्टी! योग अपनाओ, जीवन बचाओ - आनंद पटेल दयालु का मंत्र*

विकास कुमार अग्रहरी, सोनभद्र। ओबरा में राष्ट्रीय नवनिर्माण सेना ट्रस्ट ने ओबरा के गांधी मैदान में सेहत क्रांति का बिगुल फूंक दिया है। ट्रस्ट और राष्ट्रीय नवनिर्माण योग सेना के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित विशेष योग शिविर में हर सुबह योग प्रेमियों का हुजूम उमड़ रहा है। सुबह 4:30 बजे से 6:30 बजे तक चलने वाले इस शिविर का उद्देश्य लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है।

कार्यक्रम की कमान संभालते हुए राष्ट्रीय नवनिर्माण सेना ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद पटेल दयालु ने अपने जोशीले अंदाज में कहा, "देश की स्वास्थ्य व्यवस्था आईसीयू में है! अस्पतालों में मरीजों की लंबी कतारें हैं और अच्छे डॉक्टरों का सूखा पड़ा है। अब जागने का वक्त है! बीमार पड़ने से बचना है, तो योग को अपनी जिंदगी का परमानेंट मेंबर बना लो। योग शरीर, मन और आत्मा का पावरफुल कॉम्बिनेशन है। स्वस्थ नागरिक ही मजबूत राष्ट्र की नींव रखते हैं। योग अपनाओ और अस्पतालों की भीड़ को बाय-बाय कहो!"

मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे राष्ट्रीय योग गुरु श्री झल्लन शर्मा ने योग को सिर्फ कसरत नहीं, बल्कि जीवन जीने का शानदार तरीका बताया। उन्होंने कहा, "आज की भागमभाग वाली लाइफ में योग ही असली शांति का पासपोर्ट है। यह बॉडी, माइंड और सोल को आपस में कनेक्ट करता है। टेंशन, चिंता और डिप्रेशन को दूर भगाने का यह अचूक नुस्खा है। रेगुलर योगा करने से बीमारियों से तो बचोगे ही, साथ ही एनर्जी और सक्सेस भी तुम्हारे कदम चूमेगी।"

एक और मुख्य अतिथि, राष्ट्रीय योग संरक्षक श्री धनराज सिंह ने वर्तमान बीमारियों के माहौल पर चिंता जताते हुए योग को संजीवनी बूटी करार दिया। उन्होंने कहा, "आजकल हर घर में कोई न कोई बीमारी का शिकार है। योग ही वह कवच है जो हमें इससे बचा सकता है। यह हमारी लाइफ में डिसिप्लिन, एनर्जी और कॉन्फिडेंस का बूस्टर डोज है। यह हमारी संस्कृति का अनमोल खजाना है, जिसे अपनाकर हम अपनी लाइफ को सुपर हिट बना सकते हैं। हमारा मिशन है - 'स्वस्थ व्यक्ति, स्वस्थ समाज और स्वस्थ राष्ट्र'!"

इस शिविर में योग की क्लास कुमारी महिमा मित्तल ने ली, जिन्होंने खुद राष्ट्रीय नवनिर्माण योग सेना से तीन महीने की स्पेशल ट्रेनिंग ली है और अब वह दूसरों को योग सिखाने के मिशन पर हैं। उनके गाइडेंस में कई युवा लड़के-लड़कियां योग टीचर बनने की तैयारी कर रहे हैं।

इस मौके पर श्री आदित्य विश्वकर्मा, श्री लाल बहादुर यादव, श्री रामबाबू सोनकर, श्री विनोद चौहान जैसे कई खास लोग मौजूद रहे और उन्होंने भी योगा करके समाज को एक पॉजिटिव मैसेज दिया।

कार्यक्रम के आखिर में देश के हीरो, शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई और सभी ने दो मिनट का मौन रखा। राष्ट्रीय नवनिर्माण सेना ट्रस्ट का यह योग शिविर सच में एक शानदार पहल है, जो देश को स्वस्थ, आत्मनिर्भर और फिट बनाने की दिशा में एक दमदार कदम है!

सोनभद्र :पैगंबर पर आपत्तिजनक टिप्पणी, भड़का मुस्लिम समुदाय,पुलिस को दिए शिकायती पत्र

विकास कुमार अग्रहरी सोनभद्र। जनपद सोनभद्र में सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक टिप्पणी ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की है।

अजमते मुस्तफा फाउंडेशन ने पुलिस को शिकायती पत्र देकर बताया है कि महेश सोनी नामक एक व्यक्ति, जो डाला बाजार के चुड़ी गली, थाना चोपन का निवासी है, ने बीते 10 मई 2025 को अपनी फेसबुक आईडी पर पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब और मुस्लिम समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की है। इस पोस्ट के बाद से मुस्लिम समुदाय में गहरा आक्रोश व्याप्त है और जिले का माहौल तनावपूर्ण होता जा रहा है।

फाउंडेशन ने अपने पत्र में कहा है कि महेश सोनी की इस हरकत से दंगा भड़क सकता है और धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा- 299, 192, 196 और आईटी एक्ट की धारा-67, 66 के तहत मुकदमा दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। इसके साथ ही, फाउंडेशन ने आरोपी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कार्रवाई करने का भी आग्रह किया है।

अजमते मुस्तफा फाउंडेशन ने चेतावनी दी है कि अगर इस मामले में जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई तो स्थिति और बिगड़ सकती है। मुस्लिम समुदाय इस आपत्तिजनक टिप्पणी से बेहद आहत है और इंसाफ की मांग कर रहा है। अब देखना यह है कि पुलिस इस संवेदनशील मामले पर कितनी तेजी से कार्रवाई करती है और जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्या कदम उठाती है। सोशल मीडिया पर इस तरह की भड़काऊ पोस्टें समाज के लिए एक बड़ा खतरा बनती जा रही हैं, जिस पर लगाम लगाना बेहद जरूरी है।