रिटायर्ड फार्मासिस्ट को मिली राहत, हाईकोर्ट ने निरस्त किया पौने आठ लाख की रिकवरी का आदेश

बिलासपुर- रिटायर्ड फार्मासिस्ट के वेतन से पौने आठ लाख रुपए की रिकवरी करने का आदेश हाईकोर्ट ने निरस्त कर दिया है। कोर्ट ने माना है कि तृतीय और चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों से सेवानिवृत्ति के बाद अधिक वेतन की रिकवरी नहीं की जा सकती।

बता दें कि घासीराम साहू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिलाईगढ़ में फार्मासिस्ट ग्रेड 2 के पद से 30 जून 2024 को रिटायर हुए। उन्हें पेंशन, ग्रेच्युटी, सेवानिवृत्ति के अन्य देयक नहीं दिए जा रहे थे। विभाग ने कहा कि उनका वेतन निर्धारण गलत हो गया था। इस वजह से 7 लाख 75 हजार रुपए का रिकवरी आदेश जारी कर दिया गया। इसके खिलाफ उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका लगाई।

याचिकाकर्ता घासीराम ने अपनी याचिका में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लेख करते हुए कहा था कि रिटायरमेंट के बाद रिकवरी नहीं हो सकती। मामले की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने माना कि तृतीय और चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों से सेवानिवृत्ति के बाद अधिक वेतन की रिकवरी नहीं की जा सकती। इसके साथ ही कोर्ट ने 7 लाख 75 हजार की रिकवरी का आदेश निरस्त कर दिया।

मासूम बच्ची से नाबालिग ने किया दुष्कर्म, पुलिस ने आरोपी को भेजा बाल संप्रेक्षण गृह

दुर्ग-  जिले के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में साढ़े 5 साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। बच्ची के परिजनों ने इस मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने जांच करते हुए आज 13 वर्षीय आरोपी को गिरफ्तार कर बाल न्यायालय में पेश किया और बाल संप्रेक्षण गृह भेजा। पड़ोस में रहने वाला 13 वर्षीय नाबालिग रिश्ते में चाचा है।

एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि यह घटना सिटी कोतवाली दुर्ग क्षेत्र की है। साढे 5 साल की मासूम बच्ची की मां ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके बच्ची के साथ किसी अपचारी बालक ने दुष्कर्म किया है। इस पर अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया और अपचारी बालक को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर बाल सम्प्रेक्षण गृह भेजा गया। दरअसल पीड़ित एवं आरोपी दोनों पड़ोसी हैं। नाबालिग रिश्ते में चाचा है। घटना 16 मई शुक्रवार की बताई जा रही है।

पड़ोसी चाचा के घर खेल गई थी बच्ची

पीड़िता की मां ने बताया कि मासूम बच्ची एवं आरोपी दोनों एक ही समय पर मोहल्ले की दुकान में चिप्स खरीदने गई थी। उसके बाद बच्ची पड़ोसी चाचा के साथ उसके घर पर खेलने चली गई। घर लौटने पर बच्चों की मां को संदेह हुआ तब मां ने बच्चों से पूछताछ की तब बच्चे ने चाचा द्वारा अंडर वीयर उतारने की बात बताई। इसके बाद कल रात को ही परिजनों ने सिटी कोतवाली पहुंचकर मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। आज कार्यवाही करते हुए पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 64-BNS, 65(2)-BNS, 4-CHL, 6-CHL मामला दर्ज किया। पुलिस नाबालिग आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी कक्षा छठवीं में पढ़ता था। रिजल्ट आने के बाद कक्षा सातवीं में चला गया है।

सवा महीने पहले भी 6 साल की मासूम के साथ चाचा ने किया था दुष्कर्म

बता दें कि दुर्ग के मोहन नगर थाना क्षेत्र में सवा महीने पहले ही 6 साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना को उसके ही चाचा ने अंजाम दिया था। इसके बाद कई सामाजिक संगठनों ने इस घटना को लेकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया था।

सुकमा के चिंगावरम में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के सम्मान में भव्य तिरंगा यात्रा: रैली में शामिल हुए गृहमंत्री विजय शर्मा और मंत्री केदार कश्यप

रायपुर-   उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा और वन मंत्री केदार कश्यप एकदिवसीय दौरे पर आज सुकमा जिले के चिंगावरम पहुंचे। उनके साथ बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक पी. सुंदरराज, कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव तथा महिला आयोग की सदस्य दीपिका सोरी भी उपस्थित थीं।

कार्यक्रम का शुभारंभ चिंगावरम में 17 मई 2010 को नक्सलियों द्वारा किए गए बम विस्फोट में शहीद हुए वीर जवानों और ग्रामीणों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए किया गया। शहीदों के चित्रों पर दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। इस अवसर पर बस दुर्घटना से प्रभावित परिवारों और ग्रामीणों ने भी वीर बलिदानियों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में गृहमंत्री विजय शर्मा ने सभी शोक संतृप्त परिवारों से सीधा संवाद किया, उनका हालचाल जाना और पूर्व की घटना से जुड़ी जानकारी प्राप्त की।

गृहमंत्री विजय शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार ग्रामीणों को सभी शासकीय योजनाओं का लाभ पहुँचा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय स्वयं आदिवासी समाज से हैं और पूरे प्रदेश का नेतृत्व कर रहे हैं।

गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया है कि 31 मार्च 2026 तक देश से सशस्त्र माओवाद पूर्णतः समाप्त कर दिया जाएगा और अगले एक साल के भीतर प्रदेश में शांति व्यवस्था स्थापित कर दी जाएगी। उन्होंने जनता से अपील की कि यदि कोई भटके हुए लोग उनके संपर्क में हों, तो उन्हें समझाकर समाज की मुख्यधारा में लाएं।

वनमंत्री केदार कश्यप ने अपने संबोधन में कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने बस्तर के विकास और इसे नक्सलमुक्त करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि यह संकल्प प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का भी संकल्प है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार चिंगावरम के एक-एक व्यक्ति के साथ है। वर्तमान में सुरक्षा व्यवस्था बेहतर हुई है और यह क्षेत्र आने वाले एक वर्ष के भीतर नक्सलमुक्त होगा और विकास की ऊँचाइयों को प्राप्त करेगा। मैं हमारे अमर शहीदों को प्रणाम करता हूँ, जिनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।

कार्यक्रम के अंत में गृहमंत्री विजय शर्मा ने बस दुर्घटना में शहीद हुए वीर जवानों और ग्रामीणों के परिजनों को शाल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। साथ ही उन्होंने चिंगावरम में शहीदों की स्मृति में एक सामुदायिक भवन निर्माण की घोषणा की, जिसमें सभी बलिदानियों की तस्वीरों के साथ एक स्मारक भी स्थापित किया जाएगा। उन्होंने पंचायत में एक रंगमंच निर्माण, एक स्टॉप डेम की मरम्मत और पक्की सड़क निर्माण की भी घोषणा की।

ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक सफलता के उपलक्ष्य में आज चिंगावरम में एक भव्य तिरंगा यात्रा रैली का आयोजन किया गया। इस गौरवपूर्ण अवसर पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा और वन मंत्री केदार कश्यप विशेष रूप से उपस्थित रहे।

रैली में चिंगावरम और आसपास के ग्रामीणों ने भारी उत्साह और देशभक्ति के जोश के साथ भाग लिया। सैकड़ों की संख्या में उपस्थित लोग तिरंगा लेकर देशभक्ति के नारों के साथ चल रहे थे। इस आयोजन ने न केवल सुरक्षा बलों के अदम्य साहस को सम्मानित किया, बल्कि यह भी दर्शाया कि अब बस्तर का आम नागरिक भी आतंक और भय के विरुद्ध खड़ा है।

युवा कांग्रेस नेता ने युवती से किया दुष्कर्म, पीड़िता ने कहा – 10 साल तक रिलेशन में रहा, शादी का झांसा देकर बनाता रहा संबंध

दुर्ग-  शादी का झांसा देकर युवती से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोपी युवा कांग्रेस का पूर्व प्रदेश महासचिव है। युवती ने थाने में मामले की शिकायत की थी, जिसमें उन्होंने बताया कि 10 साल तक रिलेशन में रहने के बाद आरोपी ने शादी से इनकार कर दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। पूरा मामला दुर्ग जिले के पद्मनाभपुर थाना क्षेत्र का है।

दुर्ग एएसपी सुखनन्दन राठौर ने बताया कि एक युवती ने पद्मनाभपुर थाने में शारीरिक शोषण का मामला दर्ज कराया है। इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। दरअसल युवती ने आरोप लगाया है कि साल 2015 में उसकी मुलाकात भिलाई निवासी मो. आमिर सिद्दकी (35 साल) से हुई थी। आमिर ने युवती से शादी का वादा किया, लेकिन लड़की के घरवालों को ये रिश्ता मंजूर नहीं था। इसके बाद भी आमिर और लड़की साल 2015 से 2025 तक एक साथ रहे। इस दौरान आमिर ने समय-समय पर लड़की के साथ शारीरिक संबंध बनाए।

गर्भवती होने पर कराया एबॉर्शन

युवती का आरोप है कि गर्भवती होने पर युवक ने उसे शादी करने का झूठा वादा किया और एबॉर्शन करा दिया। कुछ दिन पहले लड़की को पता चला कि आमिर किसी दूसरी लड़की से शादी करने जा रहा है, इस पर दोनों के बीच विवाद हो गया। युवती ने शादी के लिए दबाव बनाया। जब युवती शादी की जिद पर अड़ गई तो आमिर ने लड़की से शादी करने से ही मना कर दिया। इसके बाद लड़की ने पद्मनाभपुर थाने में जाकर मामले की शिकायत दर्ज कराई, जिस पर पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार किया है।

देशभक्ति के रंग में रंगा छत्तीसगढ़, तिरंगा यात्रा में प्रदेशभर में उमड़ा जनसैलाब: मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और मंत्रियों ने किया नेतृत्व

रायपुर-  छत्तीसगढ़ में ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नागरिक’ कार्यक्रम और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की वीरगाथा को जनमानस से जोड़ने के लिए आज पूरे प्रदेश में भव्य तिरंगा यात्राओं का आयोजन किया गया। यह आयोजन वीर शहीदों को श्रद्धांजलि, भारतीय सेना के साहस को सम्मान और नागरिक एकजुटता का स्पष्ट प्रतीक बन गया।

जशपुर जिले के दुलदुला तहसील के चराईडांड़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में निकली ऐतिहासिक तिरंगा यात्रा में हजारों नागरिकों ने भाग लिया। मुख्यमंत्री श्री साय ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को राष्ट्र की एकता का प्रतीक बताया। उन्होंने हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत कर राष्ट्रीय संकल्प को जनआंदोलन में बदला।

उपमुख्यमंत्री अरुण साव और केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने बिलासपुर में मिनी स्टेडियम से तिरंगा यात्रा को हरी झंडी दिखाई। लखीराम ऑडिटोरियम तक निकली इस यात्रा में सांसद, महापौर, अधिकारी और जनसामान्य की उल्लेखनीय भागीदारी रही।

सुकमा जिले के चिंगावरम में उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा और वनमंत्री केदार कश्यप ने भव्य तिरंगा यात्रा का नेतृत्व किया। इस आयोजन में सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया और स्पष्ट किया कि अब बस्तर आतंक से नहीं, आत्मबल से पहचाना जाएगा।

राजनांदगांव में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह स्वयं ग्राम भर्रेगांव और शहर में आयोजित तिरंगा यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की ताकत का जीवंत उदाहरण है। आम नागरिकों ने भारी संख्या में भाग लेकर सैनिकों को सच्ची श्रद्धांजलि दी।

रायगढ़ जिला मुख्यालय में राज्यसभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह और लोकसभा सांसद राधेश्याम राठिया के नेतृत्व में निकली यात्रा में हजारों लोगों ने भाग लिया। यह यात्रा शहीदों और पहलगाम हमले की पीड़ित माताओं को सम्मान देने का जनसंकल्प बनी।

कोरबा में उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन के नेतृत्व में घंटाघर चौक से निकली यात्रा में महापौर, कलेक्टर और एसपी सहित हजारों लोगों की भागीदारी रही। ‘जय हिंद’, ‘वंदे मातरम’ के नारों ने वातावरण को देशभक्ति से ओतप्रोत कर दिया।

महासमुंद जिला मुख्यालय में सांसद रूपकुमारी चौधरी और विधायक योगेश्वर सिन्हा के नेतृत्व में यात्रा गांधी चौक से हाई स्कूल मैदान तक संपन्न हुई। ग्रामीणों, एनसीसी, स्काउट, महिला समूहों की भारी भागीदारी रही।

कवर्धा जिले में गांव-गांव तिरंगा यात्रा निकाली गई, जिसमें सरपंच, शिक्षक, युवा मंडल और आम नागरिकों ने मिलकर सेना के प्रति सम्मान प्रकट किया। यह आयोजन जनजागृति का सशक्त मंच बना।

बालोद जिला मुख्यालय में वल्लभ भाई पटेल मैदान से निकली यात्रा पुष्प वर्षा और भारत माता की जय के नारों से गुंजायमान रही। दल्लीराजहरा, गुण्डरदेही, अर्जुंदा जैसे निकायों में भी समान उत्साह देखा गया।

कोण्डागांव जिला में विधायक लता उसेंडी और कलेक्टर नुपूर राशि पन्ना की उपस्थिति में पलारी गांव और नगर क्षेत्र में तिरंगा यात्रा निकाली गई। पूर्व सैनिकों का सम्मान और युवाओं को सेना में सेवा का आह्वान मुख्य आकर्षण रहा।

सरगुजा जिला मुख्यालय अम्बिकापुर में विधायक राजेश अग्रवाल और कलेक्टर विलास भोसकर की उपस्थिति में भव्य यात्रा निकाली गई। बच्चों, युवाओं, महिलाओं ने पूरे जिले में देशभक्ति का वातावरण रचा।

जांजगीर-चांपा जिले में हाई स्कूल मैदान से प्रारंभ तिरंगा यात्रा में हज़ारों लोग शामिल हुए। स्काउट गाइड, हसदेव हीरो, खिलाड़ियों और एनएसएस के छात्रों ने शानदार उपस्थिति दर्ज की।

नारायणपुर जिला मुख्यालय में जय स्तंभ चौक पर सामूहिक राष्ट्रगान और शपथ के साथ तिरंगा यात्रा का समापन हुआ।

बलरामपुर जिला मुख्यालय में मोमबत्ती जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। शहीद चौक से आरंभ हुई यात्रा में नागरिकों ने वीर जवानों को नमन किया और ऑपरेशन सिंदूर को जनभावना का समर्थन मिला।

मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी क्षेत्र में महिला समूहों, ग्राम पंचायतों और जनप्रतिनिधियों की अगुवाई में अनुशासित और संगठित तिरंगा यात्राएं निकाली गईं। यह आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रप्रेम की नई ऊर्जा लेकर आया।

सिरपुर (महासमुंद) की ऐतिहासिक धरती पर तिरंगा यात्रा जिला प्रशासन के नेतृत्व में निकाली गई, जहां स्काउट-गाइड और छात्रों ने सांस्कृतिक और राष्ट्रीय भावनाओं को एक मंच में पिरोया।

इस प्रदेशव्यापी तिरंगा यात्रा ने यह सिद्ध किया कि छत्तीसगढ़ का हर नागरिक राष्ट्र की एकता, अखंडता और सेना के प्रति सम्मान में एकजुट है। यह केवल यात्रा नहीं, बल्कि भारत की सामूहिक चेतना, आस्था और संकल्प का महोत्सव है।

बिलासपुर जिले में SI-ASI और हेड कांस्टेबल समेत 34 पुलिसकर्मियों का हुआ तबादला, 4 को किया लाइन अटैच, देखें लिस्ट

बिलासपुर- जिला पुलिस बल में एक बार फिर फेबदल हुआ है। SSP रजनेश सिंह ने 2 सब इंस्पेक्टर (SI), 2 असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (ASI), 6 हेड कांस्टेबल और 24 कांस्टेबलों के तबादले का आदेश जारी किया है। इसके साथ ही ASI भानू पात्रे, हेड कांस्टेबल सत्यप्रकाश यादव, आरक्षक चंद्रकांत निर्मलकर और आरक्षक दीपक उपाध्याय को लाइन अटैच किया गया है, जिसका आदेश पृथक से जारी किया गया है।

देखें लिस्ट –

इन पुलिसकर्मियों को किया गया लाइन अटैच

आबकारी घोटाला मामले में ACB की बड़ी कार्रवाई: पूर्व मंत्री कवासी लखमा से जुड़े 13 ठिकानों पर की छापेमारी

रायपुर- छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित आबकारी घोटाले की जांच के तहत आज भ्रष्टाचार निवारण ब्यूरो (ACB) ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की संलिप्तता सामने आने के बाद ब्यूरो ने रायपुर, जगदलपुर, अंबिकापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों में 13 अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ छापे मारे।

ब्यूरो के अनुसार, जांच में यह पाया गया कि तत्कालीन मंत्री लखमा ने आबकारी सिंडीकेट सदस्यों के साथ मिलकर उन्हें और स्वयं को अवैध आर्थिक लाभ पहुँचाया। यह जानकरी भी सामने आई है कि लखमा ने अवैध धन को अपने करीबी लोगों, मित्रों और साझेदारों के पास सुरक्षित रखवाया तथा उसका निवेश भी करवाया। इस सूचना के आधार पर ACB की 13 टीमों ने एक साथ दबिश दी।

छापेमारी के दौरान 19 लाख रुपये नकद, कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, बैंक खातों की जानकारी और भूमि निवेश से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि जब्त सामग्री का विश्लेषण किया जा रहा है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।

ED ने 28 दिसंबर को लखमा को किया था गिरफ्तार

गौरतलब है कि इससे पहले ED ने 28 दिसंबर को पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, उनके बेटे हरीश कवासी के घर छापा मारा था। 15 जनवरी को लखमा को गिरफ्तार किया गया था। 21 जनवरी से लखमा रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद हैं। मामले में ED कवासी लखमा के खिलाफ 3773 पन्नों का चालान पेश कर चुकी है। चालान में बताया गया है कि पूर्व आबकारी मंत्री लखमा को इस घोटाले की पूरी जानकारी थी। यही नहीं उन्हें 2161 करोड़ रुपए के शराब घोटाले को अंजाम देने वाले सिंडिकेट के प्रमुख बताया है। इसके साथ ही कवासी लखमा की शराब नीति में बदलाव करने में भी भूमिका अहम थी। इसके अलावा चालान में शराब दुकान में निरीक्षण करने से पहले आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी से अनुमति लेने का भी जिक्र है।

शराब घोटाले में ये हैं आरोपी

ED के चालान में बताया गया है कि शराब घोटाले में अब तक कुल 21 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसमें कवासी लखमा, अनवर ढेबर, अनिल टूटेजा, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, छत्तीसगढ़ डिस्टलर, वेलकम डिस्टलर, टॉप सिक्योरिटी, ओम सांई ब्रेवरेज, दिशिता वेंचर, नेस्ट जेन पावर, भाटिया वाइन मर्चेंट और सिद्धार्थ सिंघानिया सहित अन्य लोगों के नाम शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने तिरंगा यात्रा के अवसर पर शहीदों के परिजनों को शाल और श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज जशपुर जिले के दुलदुला तहसील के चराईडाड़ गांव में तिरंगा यात्रा में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने गांव के शिव मंदिर के प्रांगण में शहीदों के परिजनों को शाल और श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री ने आपरेशन सिंदूर की सफलता पर भारतीय सेना के प्रति सम्मान और राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए एकजुटता प्रकट करने के उद्देश्य से हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर बगीचा विकासखंड के शहीद जवान एल. के. तिर्की की पत्नी रोजालिया तिर्की, शहीद जवान एमानुएल केरकेट्टा की पत्नी निर्मला केरकेट्टा, शहीद जवान अलेक्जेंडर लकडा की पत्नी अल्मा लकड़ा, शहीद जवान प्रभु प्रकाश की पत्नी ईमालिया एक्का, शहीद जवान सुनीत लकड़ा के परिजन ऐलिन लकड़ा, शहीद जवान एच. सी. इलिसियुस लकड़ा के परिजन कान्ति लकड़ा और जशपुर विकास खंड के भूतपूर्व सैनिक नायक राजू राम, कांसाबेल विकास खंड के भूतपूर्व सैनिक स्वर्गीय रजनीश बड़ा के परिजन मनोभा केरकेट्टा, कुनकुरी विकास खंड के भूतपूर्व सैनिक स्वर्गीय फबीयानोस लकड़ा की पत्नी सुशन लकड़ा और शहीद जवान सिमोन केरकेट्टा की बहु माटिल्डा केरकेट्टा को सम्मानित किया।

विधायक जशपुर रायमुनी भगत, नगर पालिका अध्यक्ष अरविन्द भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष सालिक साय, जिला पंचायत उपाध्यक्ष शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, पद्मश्री जगेश्वर यादव, विक्रमादित्य सिंह जूदेव, भरत साय, सुनील गुप्ता, कृष्णा राय, सरगुजा कमिश्नर नरेन्द्र कुमार दुग्गा, आईजी दीपक कुमार झा, कलेक्टर रोहित व्यास, एसएसपी शशि मोहन सिंह, जिला पंचायत सीईओ अभिषेक कुमार, जनप्रतिनिधिगण, आम नागरिक तिरंगा यात्रा में शामिल हुए।

नक्सलियों से शांति वार्ता को लेकर गृहमंत्री विजय शर्मा ने दिया बड़ा बयान, कहा- डायरेक्ट बात करेंगे तो सरकार चर्चा को है तैयार…

सुकमा- गृहमंत्री विजय शर्मा ने आज सुकमा के चिंगावरम पहुंचकर 15 साल पहले नक्सल हमले में शहीद हुए 32 लोगों को विनम्र श्रद्धांजली दी. साल 2010 में आज ही की तारीख (17 मई) को नक्सलियों द्वारा किए गए IED ब्लास्ट में 32 लोगों की जान चली गई थी. आज इस घटना को पूरे 15 साल पूरे हो गए. अपने एक दिवसीय दौरे पर चिंगावरम पहुंचे गृहमंत्री शर्मा ने यहां उन सभी शहीदों को नमन करते हुए नक्सलियों द्वारा शांति वार्ता के प्रस्ताव पर बड़ा बयान दिया है.

उन्होंने कहा कि नक्सली डायरेक्ट सरकार से वार्ता करेंगे, तो हम भी बात करने को तैयार हैं. यानि अगर माओवादी संगठन सरकार से सीधे बात करने को तैयार होंगे, तो सरकार भी नक्सलियों से शांति वार्ता पर चर्चा करने को तैयार है.

2026 तक नक्सवाद खत्म करने का है लक्ष्य

आपको बता दें, केंद्रीय गृहमंत्री द्वारा प्रदेश में नक्सलवाद को खत्म करने के लिए समय सीमा और लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके तहत राज्यो में सुरक्षा बल के जवान लगातार सर्चिंग ऑपरेशन चलाकर नक्सलियों समेत उनके हथियार, दैनिक जीवन उपयोगी सामग्री के सोर्सेज का भी खात्मा कर रहे हैं. इससे नक्सल संगठनों पर दबाव काफी अधिक बढ़ गया है. वहीं जवानों की कार्रवाई से घबराए कई नक्सलियों ने आत्मसमर्पण भी कर दिया है.

बढ़ते दबाव से परेशान नक्सलियों ने की शांति वार्ता की मांग

हाल के दिनों में छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर बड़ा एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया गया. यहां स्थित कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर पहले नक्सलियों का कब्जा हुआ करता था, लेकिन जवानों ने इस पर भी फतेह हासिल कर तिरंगा लहरा दिया. इसी बीच बढ़ते दबाव को देखते हुए नक्सल संगठन ने पत्र जारी कर सरकार को शांति वार्ता का प्रस्ताव भेजा था और कार्रवाई रोकने की मांग की थी. हालांकि सरकार ने इससे इनकार करते हुए उन्हें केवल 2 विकल्प दिए थे. पहला- आत्म समर्पण कर मुख्यधारा से जुड़ने का और दूसरा- जवानों की कार्रवाई का सामना करने का.

नक्सलवाद के खिलाफ लगातार मिल रही सफलता के बाद अब गृहमंत्री शर्मा ने शांति वार्ता के लिए कहा कि सीधी बात करने की स्थिति में सरकार भी नक्सलियों से शांति वार्ता करने को तैयार हैं.

छत्तीसगढ़ में शिक्षकों और शालाओं का युक्तियुक्तकरण, स्कूलों की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में बड़ा कदम…

रायपुर-  छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश की स्कूली शिक्षा व्यवस्था को अधिक सशक्त, संतुलित और गुणवत्तापूर्ण बनाने के उद्देश्य से शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण किए जाने की पहल की है। यह निर्णय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के दिशा-निर्देशों के अनुरूप लिया गया है, ताकि शिक्षक संसाधनों का अधिकतम और समान उपयोग सुनिश्चित किया जा सके।

प्रदेश में वर्तमान में 30 हजार 700 शासकीय प्राथमिक शालाएं संचालित हो रही हैं, जिनमें छात्र-शिक्षक अनुपात 21.84 है। वहीं 13 हजार 149 पूर्व माध्यमिक शालाओं में यह अनुपात 26.2 है, जो राष्ट्रीय औसत की तुलना में बेहतर स्थिति को दर्शाता है। इसके बावजूद कई विद्यालयों में शिक्षक संसाधनों की कमी देखने को मिल रही है। वर्तमान में प्रदेश की 212 प्राथमिक शालाएं पूर्णतः शिक्षक विहीन हैं, जबकि 6,872 प्राथमिक शालाएं एकल शिक्षकीय हैं। इसी प्रकार 48 पूर्व माध्यमिक शालाएं शिक्षक विहीन हैं तथा 255 शालाएं एकल शिक्षकीय श्रेणी में आती हैं।

शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अनुसार, प्राथमिक शालाओं में 60 छात्रों तक 2 सहायक शिक्षक तथा प्रत्येक 30 अतिरिक्त छात्रों पर एक अतिरिक्त सहायक शिक्षक रखने का प्रावधान है। पूर्व माध्यमिक शालाओं में 105 छात्रों तक 3 शिक्षक और 1 प्रधान पाठक, तथा प्रत्येक 35 छात्रों पर एक अतिरिक्त शिक्षक नियुक्त किया जाना है। छत्तीसगढ़ में कई प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान पाठक के पद अधिनियम के लागू होने से पहले से स्वीकृत हैं, इसलिए शिक्षक गणना में इन पदों को भी सम्मिलित किया गया है। वर्ष 2008 के बाद प्रारंभ हुए विद्यालयों में प्रधान पाठक का पद स्वीकृत नहीं है।

प्रदेश में इस समय प्राथमिक शालाओं में कुल 77 हजार 845 सहायक शिक्षक कार्यरत हैं, जबकि पूर्व माध्यमिक शालाओं में 55 हजार 692 शिक्षक कार्यरत हैं। यदि शिक्षक विहीन प्राथमिक शालाओं में 2-2 तथा एकल शिक्षकीय शालाओं में 1-1 अतिरिक्त शिक्षक की नियुक्ति की जाए तो कुल 7 हजार 296 सहायक शिक्षकों की आवश्यकता होगी, जबकि उपलब्ध अतिशेष सहायक शिक्षक केवल 3 हजार 608 हैं। इसी प्रकार पूर्व माध्यमिक स्तर पर शिक्षक विहीन शालाओं में 4, एकल शिक्षकीय में 3, दो शिक्षकीय में 2 और तीन शिक्षकीय में 1 अतिरिक्त शिक्षक की आवश्यकता होगी। इस मानक के अनुसार कुल 5 हजार 536 शिक्षकों की आवश्यकता बनती है, जबकि केवल 1 हजार 762 शिक्षक ही अतिशेष हैं।

इससे यह स्पष्ट है कि राज्य में शिक्षकों की संख्या पर्याप्त होने के बावजूद उनका वितरण असमान है। कुछ विद्यालयों में जहां शिक्षक नहीं हैं, वहीं अन्य विद्यालयों में आवश्यकता से अधिक शिक्षक पदस्थ हैं। उदाहरण के लिए, लगभग 1 हजार 500 प्राथमिक शालाएं ऐसी हैं जहां 5 या उससे अधिक शिक्षक कार्यरत हैं। इसी प्रकार 3 हजार 465 पूर्व माध्यमिक शालाओं में 5 शिक्षक तथा 1 हजार 700 पूर्व माध्यमिक शालाओं में 5 से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं। यह असंतुलन शिक्षा की गुणवत्ता में बाधक है, जिसे युक्तियुक्तकरण द्वारा सुधारा जा सकता है। उच्च माध्यमिक व हाई स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति विषय-वार सेटअप के अनुसार होती है, इस कारण वहाँ अतिशेष शिक्षकों की संख्या अपेक्षाकृत नगण्य है।

युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को लेकर यह स्पष्ट किया गया है कि यह किसी भी विद्यालय को बंद करने की प्रक्रिया नहीं है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्रस्तावित क्लस्टर विद्यालय अवधारणा के अनुरूप एक ही परिसर में संचालित प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में केवल प्रशासनिक समन्वय होगा, न कि किसी विद्यालय या पद की समाप्ति। उदाहरण के लिए, यदि किसी परिसर में तीनों स्तर के विद्यालय हैं, तो प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों का समायोजन उच्चतर विद्यालय परिसर में किया जाएगा, जिससे भविष्य में बेहतर अधोसंरचना और शैक्षिक संसाधन उपलब्ध कराए जा सकेंयुक्तियुक्तकरण के लाभ-

शिक्षक विहीन एवं एकल शिक्षकीय विद्यालयों में अतिशेष शिक्षकों की तैनाती संभव होगी। अतिरिक्त शिक्षक की उपलब्धता बढ़ेगी। स्थापना व्यय में कमी आएगी। एक ही परिसर में पढ़ाई की निरंतरता से बच्चों के ड्रॉपआउट में कमी आएगी। लगभग 89 प्रतिशत बच्चों को तीन बार अलग-अलग स्तरों पर प्रवेश लेने की आवश्यकता नहीं होगी। छात्र ठहराव दर में वृद्धि होगी। मजबूत अधोसंरचना प्रदान करना सुगम होगा।

छत्तीसगढ़ सरकार का यह प्रयास शिक्षकों के संसाधनों का बेहतर और समान वितरण सुनिश्चित करने की दिशा में एक दूरदर्शी एवं व्यावहारिक कदम है। इससे न केवल शालाओं की कार्यप्रणाली में सुधार होगा, बल्कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लाभ भी सुलभ रूप से प्राप्त होगा।।