आजमगढ़:-पत्रकार के घरशोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे सांसद दरोगा प्रसाद एवं ग्रापए के जिलाध्यक्ष

वी कुमार यदुवंशी

आजमगढ़।ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष बृजभूषण उपाध्याय और लालगंज सांसद दरोग़ा प्रसाद सरोज ने फूलपुर तहसील क्षेत्र के अंबारी पांडेय पूरा गांव में वरिष्ठ पत्रकार के घर पहुंचे।वहां पहुंच कर उन्होंने वरिष्ठ पत्रकार सिद्धेश्वर पांडेय के पिता त्रिलोकी नाथ पांडेय के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त किया। बृजभूषण उपाध्याय ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि त्रिलोकी नाथ पांडेय निपुण शिक्षक के साथ ही साथ समाजवाद और समाज के प्रति जीवन भर चिंतित रहे।90 के दशक में उन्होंने अंबारी ही नहीं आसपास के जिले में समाजवाद की जो छाप छोड़ी वह अनुकरणीय है।उनका जाना अपूर्णीय क्षति है। वही लालगंज सांसद दरोगा प्रसाद सरोज ने कहा कि सपा के वरिष्ठ नेता त्रिलोकीनाथ पाण्डेय समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य थे । वह मुलायम सिंह और चौधरी चरण सिंह के बहुत करीबी थे । प्रदेश और जिले के नेताओं में उनका बहुत ही सम्मान था । जीवन पर्यन्त उन्होंने समाजवाद की लड़ाई में हमेशा आगे रहे । इस अवसर पर ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के फूलपुर अध्यक्ष शशिकांत पांडेय,महामंत्री अवनीश कुमार सिंह,संतोष सिंह,कृष्ण मूर्ति उपाध्याय,वीरेंद्र यादव आदि रहे।
आजमगढ़: एसडीएम फूलपुर संत रंजन श्रीवास्तव ने खलिहान की जमीन से हटवाई डॉ आंबेडकर की मूर्ति

वी कुमार यदुवंशी

आजमगढ़। उप जिलाधिकारी फूलपुर संत रंजन श्रीवास्तव ने खलिहान की जमीन में लगाई गयी भारत रत्न डॉ भीमराव आंबेडकर की मूर्ति को हटवा दिया। इसकी शिकायत गांव के कुछ लोगों द्वारा की गयी थी। फूलपुर तहसील क्षेत्र के कलाफतपुर गांव में बुधवार को गांव के कुछ लोगों द्वारा डॉ भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा की स्थापना की थी। जिसकी शिकायत गांव के कुछ लोगों द्वारा उपजिलाधिकारी से की गई थी। गुरुवार को उपजिलाधिकारी संत रंजन श्रीवास्तव फोर्स एवं राजस्व टीम के साथ मौके पर पहुँच गए। उन्होंने ग्रामीणों को समझा बुझाकर खलिहान की जमीन से प्रतिमा को हटवा दिया। इस मौके पर प्रधान प्रतिनिधि सन्तोष कुमार ,कानूनगों अजय मौर्य ,आलोक त्रिपाठी ,धर्मेंद्र गौतम ,सुनील यादव पुलिस फोर्स सीओ ,एसओ प्रदीप मिश्रा आदि रहे।इस संबंध में एसडीएम फूलपुर संत रंजन श्रीवास्तव ने बताया कि बुधवार को गांव के कुछ लोगों द्वारा खिलहान की जमीन में डॉ आंबेडकर की मूर्ति की स्थापना करा दिए थे। गुरुवार को मौके पर जाकर ग्रामीणों से बात चीत की गई। आपसी सहमति के आधार पर डॉ आंबेडकर की मूर्ति को हटवा दिया गया।
आजमगढ़:-आकाशीय बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत, 10 लोग झुलसे,अस्पताल में भर्ती
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। गुरुवार की सुबह अचानक गरज चमक के साथ शुरू हुई बारिश के चलते बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गयी। जबकि 7 लोग झुलस गए। झुलसे लोगों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है। 
दीदारगंज थाना क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने से  छित्तेपुर बाजार में  जाकिर उम्र 65 वर्ष पुत्र करामत निवासी  बैरिडीह की मौत हो गयी। जाकिर नोनारी  में लड़की की शादी किये थे। साइकिल से लड़की के यहां जा रहे थे। जाकिर के पास  चार लड़के पांच लड़की हैं। वहीं अहरौला क्षेत्र में  आकाशीय बिजली गिरने से खेत से भुसा ले जा रही युवती झुलस गयी। सीएचसी अहरौला के डाक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित किया। मृतका संजू 23 वर्ष पुत्री महेंद्र अहरौला के रेडहा गांव की निवासी थी। उधर पवई थाना क्षेत्र के सेरही गांव में आरएसवाई। ईंट भट्ठा पर काम कर रहे मजदूर भी आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए। जिसके चलते भठ्ठा पे काम कर रहे मजदूर रेशमा देवी(35), लक्ष्मी देवी(15), मनीषा(55), रामबेरी(40), विजयपाल(30), पूनम(25) सहित कविता(5) झुलस गई। सभी को एंबुलेंस द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पवई लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद सभी घायलों को इलाज हेतु जिला अस्पताल भेज दिया गया। मेंहनगर क्षेत्र में आकाशीय बिजली से 34 वर्षीय युवक कस्बा निवासी संदीप पाण्डेय पुत्र जयप्रकाश की मौत हो गयी। जबकि तीन लोग घायल हो गए हैं।
आजमगढ़:-समाज पर अन्याय बर्दाश्त नहीं,24 घंटे के अंदर पुलिस दर्ज करे मुकदमा:रुद्र राजन राजभर

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। दीदारगंज थाना के अंतर्गत अभी कुछ दिन पहले एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमे कुछ दबंग लोग जबरदस्ती गेहू की फसल काट रहे थे। गोसड़ी गांव निवासी मुरली राजभर के द्वारा इसका विरोध किया गया। वीडियो में मुरली राजभर के साथ दबंगों ने जबरदस्ती मार पीट करते हुए उनके गले में गमछा लगाकर खीचते हुए वीडियो वायरल हुआ था। जिसके संबंध में मुरली राजभर द्वारा थाने पर तहरीर देने के बाद भी दबंगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं हुआ था। उसी क्रम को लेकर बुधवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के युवा मंच के प्रदेश अध्यक्ष के साथ युवा मोर्चा की टीम गोसड़ी गांव में मुरली राजभर के घर पहुँचे। थाना अध्यक्ष दीदारगंज और राजस्व टीम भी मौके पर पहुची। उसके बाद मुरली राजभर द्वारा प्रदेश अध्यक्ष रुद्र राजन राजभर जी के मौजूदगी में थाना अध्यक्ष को तहरीर पर कम्बाइन मशीन और दबंगों के खिलाफ तुरंत कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया। मुरली राजभर के परिवार को शासन द्वारा कानून गो के माध्यम से उन्हें राशन दिया गया। इसी क्रम में प्रदेश अध्यक्ष अंबारी के पांडेय का पूरा गांव में पत्रकार सिध्देश्वर पांडेय के घर पहुँचे। उन्होंने शोक संवेदना व्यक्त किया। इस मौके पर अभिषेक उपाध्याय प्रदेश उपाध्यक्ष, प्रदेश मीडिया प्रभारी दीपक सिंह, कृष्ण कुमार राजभर जिलाध्यक्ष, बृजेश शुक्ला, मारुति उपाध्याय , मोहन राजभर , राम आशीष यादव ,देव नाथ पाण्डेय ,पद्मेश पाण्डेय आदि लोग रहे ।
आजमगढ़: उप जिलाधिकारी फूलपुर संत संजन श्रीवास्तव ने बलईपुर में किया चकबन्दी कार्य का निरीक्षण

वी कुमार यदुवंशी

आजमगढ़। फूलपुर तहसील क्षेत्र के बलईपुर गांव में बुधवार को उप जिलाधिकारी संत संजन श्रीवास्तव ने चकबंदी कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों की मांग पर गांव में डॉ आंबेडकर की प्रतिमा लगाने के लिए स्थान चिन्हित किया गया। बुधवार दोपहर बाद एसडीएम संत रंजन श्रीवास्तव पवई विकास खण्ड के बलईपुर गांव में चकबन्दी कार्य का निरीक्षण करने पहुँचे। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से उनकी समस्याएं भी सुनी। ग्रामीणों की मांग पर उन्होंने से गांव में डॉ भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा लगाने के लिए स्थान चिन्हित किया। उप जिलाधिकारी संत रंजन ने बताया कि बलईपुर गांव में शासन के निर्देशानुसार चकबंदी प्रक्रिया का निरीक्षण किया गया। मौके पर एसीओ चकबंदी मौजूद थी। गांव वाले चकबंदी प्रक्रिया से काफी उत्साहित नजर आए। सभी लोगों की सामूहिक मांग पर डॉ आंबेडकर की प्रतिमा के लिए स्थान चिन्हहित किया गया।
आजमगढ़:निपुण में प्रदेश में आजमगढ़ तीसरे और जनपद में फूलपुर को मिला पहला स्थान,भोरमऊ में हुई संगोष्ठी और सम्मान समारोह

वी कुमार यदुवंशी

आजमगढ़। शिक्षा क्षेत्र फूलपुर के प्राथमिक विद्यालय भोरमऊ में बुधवार को शैक्षिक उन्नयन संगोष्ठी एवं निपुण सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में शिक्षा क्षेत्र के काफी संख्या में शिक्षक और बच्चे उपस्थित रहे। इस दौरान उत्कृष्ठ कार्य करने वाले शिक्षकों एवं बच्चों को सम्मानित किया गया। शिक्षा क्षेत्र फूलपुर के निपुण विद्यालयों के शिक्षकों का सम्मान समारोह प्राथमिक विद्यालय भोरमऊ के प्रागण में बुधवार को किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक मण्डल आजमगढ़ मनोज कुमार मिश्र, विशिष्ट अतिथि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव कुमार पाठक एवं बीईओ फूलपुर राजीव यादव द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित एवं पुष्प अर्पित कर किया गया। इसके बाद बीईओ फूलपुर राजीव यादव ने अतिथियों को अंगवस्त्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया। खण्ड शिक्षा अधिकारी राजीव यादव ने कहा कि फूलपुर शिक्षा क्षेत्र में कुल 118 विद्यालय हैं। जिसमें 17 जूनियर हाईस्कूल, 101कंपोजिट प्राथमिक जिसमें 88 प्राथमिक विद्यालय निपुण घोषित किये गए हैं। निपुण की घोषणा कागजो पर नही है इसको धरातल पर उतारा गया है। दक्षता के लिए काम किया गया। विद्यालय की कटगरी तय की गई । फिर अभियान को उसी स्तर पर चलाया गया। अभिभावक से घर घर मिलने का कार्य किया गया। निपुण कार्यक्रम में अभिभावक सहित ग्राम प्रधानो का पूरा सहयोग रहा। जिसका उदाहरण हमारा भोरमऊ प्राथमिक विद्यालय है जहाँ छात्रों की सख्या निरंतर बढ़ रही है । मैं इस निपुण कार्यक्रम में लगे सभी शिक्षकों और एआरपी शिक्षकों को बहुत बहुत धन्यवाद देता हूं कि इस कार्यक्रम को सफल बनाये। मुख्य अतिथि सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक मण्डल आजमगढ़ मनोज कुमार मिश्र ने कहा कि पूरे प्रदेश में निपुण में आजमगढ़ जनपद को तीसरा स्थान मिला है। वहीं जनपद में फूलपुर को पहला स्थान मिला है, जो हम सभी के लिए गर्व की बात है। उन्होंने इसके लिए शिक्षकों की सराहना की है। इसके साथ ही सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक मण्डल आजमगढ़ मनोज कुमार मिश्र एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव कुमार पाठक द्वारा निपुण विद्यालय के शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इस दौरान छात्र छात्राओं द्वारा स्वागत गीत सहित कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। संचालन जितेंद्र कुमार मिश्रा ने किया। संजय तिवारी खण्ड शिक्षा अधिकारी पल्हनी, अश्वनी कुमार सिंह माटिनगंज सन्तोष कुमार सिंह अहिरोला-पवई, भावना मिश्रा डायट प्रवक्ता, जयशंकर सिह एआरजी, प्रधान अमरेथु उमाशंकर यादव, अटेवा जिलाध्यक्ष सुभाष चंद यादव, अभिमन्यू यादव, सुरेन्द्र यादव आदि ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर प्रधानाध्यापक चन्द्रभान यादव, रविन्द्र यादव,निरंजन यादव, विभा सिह, दीपक यादव, बृजभान यादव, सुरेन्द्र यादव, अमरेंद्र वर्मा,सरिता यादव,शारदा यादव,यशवन्त सिह, महेंद्र यादव आदि रहे।
आजमगढ़:-बुढ़िया माता मंदिर पर जागरण कार्यक्रम में जय माता दी जय श्रीराम के जयकारों से गुंजायमान हुआ क्षेत्र
वी कुमार यदुवंशी

आजमगढ़। फूलपुर क्षेत्र के जगदीशपुर स्थित बुढ़िया माता मंदिर परिसर में मंगलवार की देर रात रामनवमी के उपलक्ष में भव्य भंडारा व प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा जागरण की प्रस्तुत की गई। देवी गीत सुनकर लोग काफी मंत्रमुग्ध हुए। इस दौरान जय माता दी व जय श्री राम के नारे से पूरा क्षेत्र गज उठा। क्षेत्र के जगदीशपुर गांव स्थित बुढ़िया माता मंदिर है। यह अतिप्राचीन मंदिर है। यहां हर सावन और दोनों नवरात्र में भव्य मेला व पूजा अर्चना करने के लिए श्रद्धालु दूर दराज से आते हैं। मंगलवार को देर रात आज़मगढ़ के प्रसिद्ध कलाकार द्वारा भब्य जागरण किया गया। प्रसिद्ध गायक राजेश रंजन ने जैसे ही निमिया के डारी मईया गीत गाये लोग झूम उठे। इस दौरान एक से बढ़कर एक देवी गीत गाकर लोगो को मंत्रमुग्ध कर दिया। वंही प्रसिद्ध गायिका चंदा सरगम ने देवी पचरा गीत गाकर महिलाओं को झूमने को मजबूर कर दिया। वंही अन्य गायक कलाकार धीरू मोदनवाल, पुष्कर सिंह अनिल, मनोज सोनी, भृगुनाथ, दीपक राय ने भी कई देवी गीत गाये। वंही शाम होते ही भंडारे का आयोजन शुरू हो गया। इस दौरान हजारो लोगों ने प्रसाद रूपी भंडारे का आनंद लिया। सुरक्षा की दृष्टि से स्थानिक पुलिस बल तनात रही इस मौके पर महाप्रधान मंसा यादव, प्रवीण राय पारुल, सुनील मौर्य, महेंद्र विश्वकर्मा, संतोष जायसवाल पुजारी, वीरेंद्र उपाध्याय, मुंसी जी सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
आजमगढ़:-लालगंज के गोमती नगर में तीन दिन लगेगा ज्ञान का महाकुंभ,अंतराष्ट्रीय रामायण महासम्मेलन में भारतीय ज्ञान-परंपराओं पर होगी चर्चा
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। लालगंज क्षेत्र के गोमती नगर स्थित जीडी मेमोरियल यांकर्स इंग्लिश स्कूल में 12 से 14 अप्रैल तक ज्ञान का महाकुंभ लगेगा, जिसमें डुबकी लगाकर जिज्ञासु अपनी जिज्ञासा भी शांत कर सकेंगे। प्रत्यक्ष एवं वर्चुअल कार्यक्रम में भारतीय ज्ञान-परंपराओं पर चर्चा होगी, तो वहीं रामायण के गूढ़ दर्शन संग भारतीय संस्कृति व सिद्धांत को विद्वान रेखांकित करेंगे। श्रीरामनवमी के उपलक्ष्य में आयोजित अंतरराष्ट्रीय रामायण महासम्मेलन के बारे में जानकारी देते हुए संयोजक डॉ. अपर्णा सिंह ने बताया कि इस वर्ष का मुख्य विषय भारतीय ज्ञान परंपराएं एवं सांस्कृतिक धरोहर-आधुनिक प्रबंधन के सिद्धांत, दर्शन और व्यवहार होंगे।
इस वैश्विक सम्मेलन में भारत और विदेशों से अनेक विद्वान, शोधकर्ता, प्राध्यापक, लेखक, संस्कृतिकर्मी, रामायण मर्मज्ञ तथा प्रबंधन विशेषज्ञ को आमंत्रित किया गया है। सम्मेलन न केवल रामायण के गूढ़ दर्शन को उजागर करेगा, बल्कि भारतीय संस्कृति से जुड़ी आधुनिक प्रबंधन पद्धतियों, नेतृत्व सिद्धांतों, नैतिक मूल्यों, रामायण व श्रीराम के वैचारिक, वैज्ञानिक और वैधानिक पक्षों के अलावा शांति एवं समरसता की भावना को भी रेखांकित करेगा। खास बात यह कि कार्यक्रम के मुख्यअतिथि के रूप में भगवान श्रीराम, माता जानकी, विशिष्ट अतिथि यथा श्रीमारुतिनंदन पवनपुत्र हनुमान जी का आह्वïान किया जाएगा। उनके समक्ष दीप प्रज्जवलन और गणेश-सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया जाएगा। उसके बाद शोधपत्र पढ़े जाएंगे और पैनल परिचर्चाएं होंगी।
महासम्मेलन के प्रमुख आकर्षणों में देश-विदेश के अनेक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों, सरकारी एवं निजी संगठनों से शोधार्थी और शैक्षणिक प्रतिनिधि मंडल जुड़ेगें, जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के विद्वानों के व्याख्यान, विभिन्न भाषाओं और परंपराओं में रामायण की वैचारिक प्रस्तुतियां, शोध-पत्र प्रस्तुतियां, पैनल परिचर्चा और संवाद सत्र, सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन, कीर्तन, कथावाचन एवं कला-प्रदर्शनी, रामायण के केंदीय विषय पर शोध आधारित स्मारिका और पुस्तक का विमोचन और विमर्श आदि होंगे।
आजमगढ़:-नाना की कहानियों से महापंडित को मिली थी घूमने की प्रेरणा

वी कुमार यदुवंशी

जन्मतिथि पर विशेष :::::
आजमगढ़।श्रीलंका में बौद्ध धर्म की दीक्षा लेने के बाद केदारनाथ से बन गए राहुल -किशोरावास्था में शादी के बाद घर छोड़ा और दुर्लभ ग्रंथों को स्वदेश लाए -संन्यासी से लेकर साम्यवादी चिंतक बनने तक का तय किया लंबा सफर आजमगढ़। रानी की सराय क्षेत्र के ग्राम पंदहा स्थित ननिहाल में जन्मे महापंडित राहुल सांकृत्यायन की शिक्षा भी वहीं हुई, लेकिन किशोरावस्था में शादी के बाद उन्होंने घर छोड़ दिया। लौटे तो केदारनाथ पांडेय की जगह राहुल सांकृत्यायन बनकर। मिडिल की शिक्षा पूरी करने के बाद आगे की पढ़ाई तो नहीं की, लेकिन डेढ़ सौ से अधिक ग्रंथों की रचना कर डाली। दुर्लभ ग्रंथों की खोज में हजारों मील नदियों और पहाड़ों के बीच भटकने के बाद उन ग्रंथों को खच्चर पर लादकर स्वदेश लाए। हालांकि उन्हें घूमने की प्रेरणा उनके फौजी नाना रामशरण पाठक द्वारा सुनाई गई जंगलों, पहाड़ों और शहरों की कहानियों से मिली थी। जिज्ञासु और घुमक्कड़ प्रवृत्ति के चलते राहुल ने घर-बार त्यागकर क्रमश: साधुवेषधारी संन्यासी से लेकर वेदांती, आर्य समाजी, किसान नेता और बौद्ध भिक्षु के साथ साम्यवादी चिंतक बनने तक का लंबा सफर तय किया। हिमालय की 17 बार यात्रा करने वाले राहुल विश्व के इकलौते साहित्यकार रहे। आठ भाषाओं में साहित्य रचना करने वाले तथा 30 से अधिक भाषाओं के जानकार राहुल ने जनसामान्य तक अपनी रचना को पहुंचाने के लिए हिंदी भाषा को चुना। इतना ही नहीं मास्को में अपने छह वर्ष के प्रवास के दौरान उन्होंने बतौर प्राध्यापक भारतीय भाषाओं का प्रचार किया। हिन्दी साहित्य के युग परिवर्तनकार साहित्यकार माने जाने वाले महापंडित राहुल का जन्म नौ अप्रैल 1893 में रानी की सराय के निकट पंदहा में हुआ था, जबकि उनका पैतृक घर चक्रपानपुर के निकट कनैला में था। अपने पिता गोवर्धन पांडेय व माता कुलवंती के चार पुत्र व एक पुत्री में सबसे बड़े राहुल के बचपन का नाम केदारनाथ था, लेकिन श्रीलंका में बौद्ध धर्म की दीक्षा लेने के बाद वह राहुल बने और काशी के विद्वानों ने उन्हें महापंडित की उपाधि से विभूषित किया। हालांकि, घर से निकलने के बाद राहुल ने आजमगढ़ की तीन बार यात्रा की। गांव पहुंचने पर वह ठेठ गंवई हो जाते थे। वर्ष 1957 में गांव में पहुंचते ही ग्रामीण इक_ा हो गए। गांव के 90 वर्षीय बेचई यादव तथा इन्हीं के हम उम्र बृजबिहारी पांडेय तथा 77 वर्षीय सर्वजीत पांडेय ने बताया कि उस दौरान राहुल ने अपने बचपन के साथी नवमी गोंड़ जो खेत में घास काट कर रहे थे, उनको बुलाते हुए कहा कि काहो का हाल हौ, जवाब में उन्होंने कहा कि ठीक बा, लेकिन तू त बुढ़ाई गइला। जवाब में राहुल ने भी कहा कि तुहूं त बुढ़ाई गइला। चक्रपानपुर से कनैला जाते समय देखा कि चक्रपानपुर-कनैला मार्ग टेढ़ा बन रहा है। यह देख उन्होंने मजदूरों से पूछा तो पता चला कि भाई श्यामलाल की जमीन पड़ रही है और उन्होंने रोक दिया है। इस कारण मार्ग टेढ़ा करना पड़ा है। घर जाकर राहुल ने श्यामलाल से कहा कि तुमने हमारा मार्ग रोक दिया। जबाब में श्यामलाल ने कहा कि नहीं भैया, वह हमारी जमीन है। राहुल ने कहा कि कल चक्रपानपुर दिल्ली का चांदनी चौक बन जाएगा और यह जमीन तुम्हारी नहीं रहेगी। इसके बाद श्यामलाल सीधा मार्ग बनवाने को तैयार हो गए। आज चक्रपानपुर का विकास देख कहा जा सकता है कि राहुल जी की भविष्यवाणी चरितार्थ हो रही है। समय के साथ 14 अप्रैल 1963 को 70 साल की उम्र में महापंडित ने दार्जिलिंग में दुनिया को अलविदा कह दिया।
आजमगढ़:-पत्रकार सिद्धेश्वर पाण्डेय के पिता के निधन पर हुई शोक सभा
वी कुमार यदुवंशी

आजमगढ़। पत्रकार सिद्धेश्वर पाण्डेय के पिता त्रिलोकीनाथ पाण्डेय का निधन हो जाने पर संयुक्त पत्रकार कल्याण समिति के पत्रकारों के द्वारा फूलपुर में शोक सभा आयोजित कि गई । इस दौरान स्व0 त्रिलोकी नाथ पाण्डेय के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा किया गया । संयुक्त पत्रकार कल्याण समिति के अध्यक्ष रवि प्रकाश सिंह ने कहा कि पत्रकार सिद्धेश्वर पाण्डेय के पिता स्व 0त्रिलोकी नाथ पाण्डेय एक शिक्षक के साथ साथ वरिष्ठ समाज सेवी थे । वह जनहितकारी सेवा संस्थान के अध्यक्ष थे । स्व0 त्रिलोकीनाथ पाण्डेय स्व0 चौधरी चरण सिंह और स्व0 मुलायम सिंह के चहेते थे । लोगों की सेवा करना उनका स्वभाव बन गया था पत्रकार पृथ्वीराज सिंह ने कहा स्व0 त्रिलोकी नाथ पाण्डेय समाज सेवी के साथ पत्रकार भी थे । वह श्रम जीवी पत्रकार संगठन में जुड़कर बहुत दिनों तक पत्रकारों के हित की लड़ाई लड़ चुके थे । पत्रकारों ने दो मिनट का मौन रखकर स्व0 त्रिलोकीनाथ पाण्डेय की आत्मा की शांति एवं इस दुःख घड़ी में परिवार को दुख सहन शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना किया । इस अवसर पर डॉ0 सतेंद्र यादव ,वीरेंद्र यादव, श्यामलाल यादव, डा0पृथ्वीराज सिंह,शशिकांत पाण्डेय ,अदील अहमद ,मुन्ना पाण्डेय, अखिलेश विश्वकर्मा , बृजभान विश्कर्मा, मो सफदर खान,रियासत हुसैन ,श्याम सिंह, जितेंद्र शुक्ला ,हनुमान शर्मा ,विष्णु शर्मा ,चंदन गुप्ता आदि पत्रकार रहे ।