सौतेली मां के अन्याय से आहत युवक ने फांसी लगाई
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खजनी गोरखपुर।सुख सुविधाओं में जीवन बिता चुके युवक ने अपनी सौतेली मां के अन्याय से हार कर मौत को गले लगा लिया।छत के कुंडे से फंदे पर लटके युवक का शव मिलते ही कस्बे में कोहराम मच गया।
खजनी कस्बे में खुटहना मार्ग पर स्थित बसहिया बाग में मृतक लक्ष्मण पाठक 49 वर्ष पुत्र स्वर्गीय विंध्याचल पाठक की पुरानी आरा मशीन के पिछले हिस्से में पहली मंजिल पर स्थित एक कमरे और बरामदे में लक्ष्मण अपनी पत्नी प्रियंका पाठक के साथ रहते थे। उनकी 11 वर्ष और 6 वर्ष की दो बेटियां अपने ननिहाल में थीं। आज बरामदे में फंदे से लटकता लक्ष्मण का शव मिला।
मृतक का अपनी सौतेली मां पुष्पावती पाठक से पैतृक संपत्ति का विवाद चल रहा था। पत्नी प्रियंका एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती थी, वहीं लक्ष्मण कस्बे में एक दुकान पर मेहनत मजदूरी करते थे। आज दोपहर में लगभग 1 बजे स्कूल से घर लौटने पर पत्नी प्रियंका को बरामदे में छत के कुंडे से लटकता लक्ष्मण पाठक का शव मिला। पति को फंदे से लटका देख पत्नी प्रियंका बदहवास रोने चिल्लाने लगी घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचायत नामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मिली जानकारी के अनुसार स्वर्गीय विंध्याचल पाठक ने लक्ष्मण पाठक की सगी मां की मौत के बाद उसकी मौसी से पुष्पावती पाठक से शादी कर ली थी। जिससे उनकी चार संतानें 3 बेटियां और एक बेटा हैं। सौतेली मां पुष्पावती पाठक ने अपने बीमार पति विंध्याचल पाठक से संपूर्ण कीमती चल अचल संपत्ति को अपने हक़ में वसीयत करा लिया था। जिसमें कुछ हिस्से को बिक्री करने के बाद अपनी बेटियों के साथ दिल्ली चली गई थीं।लक्ष्मण द्वारा पैतृक संपत्ति में अपना हक़ हिस्सा मांगने पर उसे बेदखल करते हुए संपत्तियों को अपनी 3 बेटियों नीलम , वंदना, नंदिनी, नेहा और बेटे प्रीत उर्फ दुर्गेश के नाम कर दिया था। सौतेली मां और बेटे के बीच संपत्ति का विवाद वर्षों से चल रहा था। जिसकी शिकायत कई बार स्थानीय थाना, तहसील तथा जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों से भी की गई थी।
Apr 09 2025, 19:44