बलिदानियों को समर्पित संगोष्ठी का किया गया आयोजन

गोरखपुर। भारतीय स्वातंत्र्य समर 1857 प्रथम विद्रोह के प्रथम क्रांतिकारी मंगल पांडेय के 168वें बलिदान दिवस पर मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय एवं गुरुकृपा संस्थान गोरखपुर का राष्ट्रवादी वैचारिक अधिष्ठान को बल देने वाला बलिदानियों को समर्पित संगठन अखिल भारतीय क्रांतिकारी सम्मान संघर्ष मोर्चा के संयुक्त तत्वावधान में आर्यभट सभागार में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

संगोष्ठी के मुख्य अतिथि वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गोरक्ष प्रांत के प्रांत प्रचारक रमेश ने कहा कि स्व जगेगा तो भारत विश्व गुरु बनेगा। एकता, स्वतंत्रता और महानता जीवंत रहे इसके लिए देश के युवाओं को जगाना होगा। राष्ट्र ही प्रथम है, जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से महान है।

प्रांत प्रचारक रमेश ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले छात्रा छात्राओं को दिए गए अपने संदेश में कहा कि पढ़ने, पलने के साथ साथ राष्ट्र को गढ़ने के लिए आपका योगदान चाहिए क्योंकि स्वतंत्रता तो मिली स्वराज्य अभी बाकी है। स्व का हमें बोध करना होगा।

रमेश ने इतिहासकारों के कथन को विचारणीय बताया कहा कि 1857 का गदर असफल नहीं था, 29 मार्च 1857 का विद्रोह पूर्णरूपेण सफल रहा जिसकीे धधकी चिंगारी से देश में चहुंओर क्रांति फैली जिसका परिणाम था कि 1947 में देश आज़ाद हुआ।

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से प्रशिक्षित स्वयंसेवक गुरुकृपा संस्थान जैसे संस्था के बैनर तले देश के लिए अपना सर्वोच्च समर्पण से जीना मरना सिखाता है। मेरा कण कण राष्ट्र के लिए बलिदान हो। उन्होंने कहा कि गुरुकृपा संस्थान क्रांतिकारी परंपरा को जीवंत रखने के लिए मै रहूं या ना रहूं यह देश रहना चाहिए। यह ऐतिहासिक एवं अद्वितीय कार्य है।

विशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तराखंड दिल्ली बाया बलिया गोरखपुर आए मंगल पांडेय के चौथी पीढ़ी के प्रपौत्र 80 वर्षीय रघुनाथ पांडेय ने कहा कि गुरुकृपा संस्थान का यह प्रयास अनुकरणीय एवं प्रशंसनीय है। आयोजन पर मुझे खुशी है, ऐसा आयोजन देश के हर कोने में होना चाहिए। जिससे युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलती रहे और उनमें देश प्रेम का उत्साह बना रहे। मैं गुरुकृपा संस्थान के सभी कर्मयोगियों की प्रशंसा करता हूं और आशीर्वाद देता हूं कि क्रांतिकारियों के प्रति ये दीवानगी और रवानगी ताउम्र बनी रहे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो जे पी सैनी ने कहा कि अंग्रेज भली भांति जानते थे कि भारत को जितने एवं तोड़ने के लिए भेद भाव का बीजारोपण करना होगा। धर्म और संस्कृति नष्ट होता है तो राष्ट्र का अस्तित्व खतरे में पड़ जाता है। मंगल पांडेय प्रथम स्वातंत्र्य की मशाल जलाने वाले अप्रतिम योद्धा थे। मंगल पांडेय के बलिदान से देश के अन्य हिस्सों में विद्रोह को रोकने के लिए 10 दिन पहले फांसी दे दिया। प्रथम क्रांति के जनक को कैंपस की ओर से मंगल पांडेय को नमन करते हैं।

कार्यक्रम संयोजक बृजेश राम त्रिपाठी ने प्रस्ताविकी रखा, अखिल भारतीय क्रांतिकारी सम्मान संघर्ष मोर्चा संगठन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। मंचासिन अतिथि आगंतुकों का स्वागत स्मृति चिन्ह शॉल और बुके भेंट करके किया।

संचालन और आभार ज्ञापन का गुरूतर जिम्मेदारी कैंपस छात्र क्रिया कलाप परिषद के चेयरमैन प्रो बी के पांडेय ने किया। इसके पूर्व अतिथियों ने भारत माता एवं मंगल पांडेय के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुवात किया।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विभाग प्रचारक अजय नारायण, महानगर दक्षिण भाग प्रचारक मनीष, प्रो पी के सिंह, प्रो गोविंद पांडेय, प्रो अवधेश सिंह, डा प्रदीप मुले, डा प्रदुम्न भारती, श्याम बिहारी अग्रवाल, मनीष जैन, शंकर शरण दूबे, महेश चंद्र दूबे, डा धीरेन्द्र सिंह, राधेश्याम मिश्रा, चंद्रेश्वर सिंह, मनोज श्रीवास्तव, अजय मिश्रा, श्रद्धानंद त्रिपाठी, श्रीकांत मिश्रा, अभिषेक जायसवाल, अवनीश मणि त्रिपाठी, डा सुधीर नारायण सिंह, डा मिलिंद राज, चिकित्साधिकारी डा ए के पांडेय साक्षी तिवारी, प्रकृति, अभिलाषा, अभिनव, सूर्यांश, सहित भारी संख्या में प्रोफेसर फैकल्टी महानगर के प्रतिष्ठित नागरिकों सहितछात्र छात्रा उपस्थित थे।

*सड़क पर घंटों चली छुट्टा सांडों की लड़ाई*

खजनी गोरखपुर।।कस्बे में सब्जी मंडी के समीप दो छुट्टा सांडों के बीच लंबे समय तक लड़ाई चलती रही, इस दौरान सड़क पर आने जाने वाले वाहन खड़े हो गए। आसपास मौजूद लोग भी आपस में लड़ रहे दो सांडों के पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। मौके पर मौजूद लोग हट्ट, हट्ट की आवाजें लगाते हुए सांडों को भगाने का प्रयास करते रहे।

लेकिन इसका सांडों पर कोई फर्क नहीं पड़ा लगभग एक घंटे से भी अधिक समय तक दोनों सांड मुख्य सड़क पर और दोनों पटरियों पर आपस में लड़ते रहे। इस दौरान सांडों की लड़ाई में किनारे खड़ी बाइकें गिर गईं कुछ दुकानों के सड़क के किनारे रखे गए बोर्ड और एक सब्जी व्यावसायी की सब्जियां बिखर गईं। लंबे समय तक आपस में लड़ने के बाद थक कर चूर हो चूके दोनों सांड भाग निकले जिसके बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली।

*गोरखपुर विश्वविद्यालय में शैक्षणिक नवाचार की दिशा में बड़ा निर्णय*

गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की प्रवेश समिति की बैठक आज कुलपति प्रो. पूनम टंडन की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनमें प्रमुख है विज्ञान के स्नातक छात्रों को मनोविज्ञान तथा भूगोल विषयों के चयन की अनुमति देना।

उदाहरण के लिए अब बी.एससी. के छात्र भौतिक विज्ञान एवं रसायन विज्ञान जैसे पारंपरिक विज्ञान विषयों के साथ यदि चाहें तो मनोविज्ञान या भूगोल को भी तीसरे विषय के रूप में चुन सकेंगे। इन दोनों विषयों में 80 सीटों के एक-एक सेक्शन को सेल्फ फाइनेंस मोड में संचालित करने की अनुमति दी गई है।

कुलपति प्रो. टंडन ने बताया कि यह निर्णय विद्यार्थियों को अधिक विकल्प और बहुविषयक शिक्षा की सुविधा प्रदान करने की दिशा में उठाया गया एक सकारात्मक कदम है। उन्होंने कहा कि देश के अनेक विश्वविद्यालयों में यह संयोजन पहले से ही उपलब्ध है।

बैठक में एलएलएम कार्यक्रम में 25 अतिरिक्त सीटों की स्वीकृति भी प्रदान की गई, जो सेल्फ फाइनेंस मोड में संचालित होंगी। वर्तमान में एलएलएम में 36 सीटें उपलब्ध हैं।

इसके अतिरिक्त, बी. फार्मा की सीटें 60 से बढ़ाकर 100 करने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी गई। यह निर्णय फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया की अनुमति के पश्चात लागू किया जाएगा।

कुलपति ने यह भी जानकारी दी कि आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए प्रवेश प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ की जाएगी। बैठक में प्रवेश प्रक्रिया को पारदर्शी, समयबद्ध व छात्रहित में संपन्न कराने हेतु आवश्यक रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया गया।

परीक्षा समिति की बैठक में भी लिए गए अहम निर्णय

इसी दिन परीक्षा समिति की बैठक का आयोजन भी कुलपति प्रो. पूनम टंडन की अध्यक्षता में हुआ। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आगामी सत्र से बीबीए एवं बीएससी कृषि कार्यक्रमों की सभी सेमेस्टर परीक्षाएं विवरणात्मक (डिस्क्रिप्टिव) रूप में आयोजित की जाएंगी।

इसके साथ ही, बीटेक की वर्तमान सेमेस्टर परीक्षाएं भी डिस्क्रिप्टिव पद्धति में संपन्न कराने का निर्णय लिया गया है।

परीक्षा समिति ने यह सुनिश्चित करने के लिए चर्चा की कि आगामी परीक्षाएं पारदर्शी, सुव्यवस्थित एवं सुचारू रूप से संपन्न हों। इसके लिए ठोस रणनीति एवं तकनीकी उपायों पर विस्तार से विचार किया गया।

*भाजपा कार्यकर्ता को बीते एक वर्ष से नहीं मिल रही पेंशन*

खजनी गोरखपुर।ब्लॉक के भेऊंसा उर्फ बनकटां ग्रामसभा के बर्रोही मौजे के निवासी भाजपा बूथ अध्यक्ष रामवृक्ष 68 वर्ष को वृद्धा पेंशन नहीं मिल रही है। उन्होंने बताया कि पहले 5 तक पेंशन मिल रही थी किंतु बीते एक वर्ष से उन्हें पेंशन नहीं मिल रही है।पेंशन पाने के लिए रामवृक्ष खजनी तहसील ब्लॉक और जिले पर विकास भवन के दर्जनों चक्कर लगा चुके हैं।बताया कि अधिकारी कहते हैं कि सभी दस्तावेज दुरूस्त हैं इंतजार कीजिए पेंशन आप के बैंक खाते में आएगी। पेंशन के लिए कर्मचारियों को भेंट भी दे चुके हैं, किन्तु बीते एक वर्ष से उन्हें पेंशन नहीं मिल रही है।पेशे से किसान रामवृक्ष अपने गांव से भाजपा के बूथ अध्यक्ष हैं,चुनावों के दौरान वह एक सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

जयंती से पूर्व सपा कार्यकर्ताओं ने डॉक्टर अंबेडकर की प्रतिमा की की साफ-सफाई कर किया माल्यार्पण

गोरखपुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर जिलाध्यक्ष व महानगर अध्यक्ष के नेतृत्व में स्वाभिमान-स्वमान कार्यक्रम अम्बेडकर चौंक पर संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति पर साफ सफाई के उपरांत माल्यार्पण कर शुरू किया गया। कार्यक्रम 14 अप्रैल डाक्टर भीमराव अम्बेडकर जयंती तक सभी विधानसभा क्षेत्रों में मनाया जाएगा सपा जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम व महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी ने कहा कि बाबा साहब डॉ० भीमराव अम्बेडकर की देन व धरोहर 'संविधान और आरक्षण बचाने के लिए उनके विचारों को संगोष्ठीयो एवं संभाषणों के माध्यम से जन जन तक पहुंचाया जाएगा।बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचार आज भी सामाजिक न्याय, समानता और आत्म-सम्मान की राह दिखाते हैं।

बाबासाहेब द्वारा रचित संविधान देश की आत्मा है, जिसे बचाना हम सभी का कर्तव्य है।हम सब मिलकर बाबा साहब के सपनों को साकार करेंगे।इस दौरान प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी रजनीश यादव विजय बहादुर यादव मनुरोजन यादव देवेंद्र भूषण निषाद बृजनाथ मौर्य संजय पहलवान मैना भाई इमरान खान जितेंद्र श्रीवास्तव सच्चिदानंद यादव आफताब निजामी अशोक चौधरी अशोक चौहान जनार्दन चौधरी भृगुनाथ निषाद अरविंद शुक्ला अनारकली मौर्य रफीउल्लाह सलमानी अभिमन्यु मौर्य शिव प्रसाद यादव हीरालाल यादव अनिल यादव अमर अग्रहरि अमित चौहान रौनक श्रीवास्तव सेराज हुसैन राम आशीष यादव संजय यादव अनिल भारती अभिषेक पाण्डेय फ़िरदौस आलम विक्की निषाद वी डी अंसारी सन्तोष यादव राजेंद्र प्रसाद आविद अली धर्मेन्द्र यादव सत्य प्रकाश जायसवाल आदि मौजूद रहे।

जन्म प्रमाणपत्र के लिए भटक रहे लोग बच्चों का एडमिशन रूका

खजनी गोरखपुर।दिनोंदिन आॅनलाइन होते सिस्टम ने आमजन की परेशानियों को बढ़ा दिया है। खासकर ग्रामीण क्षेत्र के लोग जिन्हें समय पर आवश्यक दस्तावेजों को जुटाने की जानकारी नहीं है। सरकार के आॅनलाइन सिस्टम के दावे केवल कागजों तक ही सीमित होकर रह गए हैं। कोरोना काल बीतने के बाद से ही आॅनलाइन व्यवस्थाओं में तेजी आ गई, सरकारी और मान्यता प्राप्त स्कूलों में बच्चों के एडमिशन के लिए आधार कार्ड और जन्म प्रमाणपत्र अनिवार्य कर दिया गया है। पहले अभिभावकों द्वारा एडमिशन के लिए दिए जाने वाले दस्तावेजों को ही मान्य कर लिया जाता था, लेकिन समय के साथ बदलते परिवेश और आॅनलाइन होते डाटा के कारण सभी दस्तावेज एक साथ और एक जैसे होना अनिवार्य कर दिया गया है।

जिससे हर बच्चे की अलग प्रोफाइल तैयार की जा रही है,जो कि स्कूलों में एडमिशन के लिए जरूरी है। लेकिन ज्यादातर बच्चों के दस्तावेजों में कमी होने के कारण उनकी प्रोफाइल नहीं बन नहीं पा रही है, जिसका मुख्य कारण बच्चों की जन्म दिनांक, जाति प्रमाण-पत्र या आधार कार्ड हैं। जन्म प्रमाणपत्र के बिना बच्चों के आधार कार्ड नहीं बन पा रहे हैं,जन्म प्रमाणपत्र या जाति प्रमाण-पत्र यदि पुराने बने हुए हैं और उनमें दर्ज जन्म दिनांक गलत दर्ज है या फिर दर्ज ही नहीं हैं तो स्कूल रिकार्ड में जन्म दिनांक का सुधार कराना जरूरी है। उसके लिए बच्चे का जन्म प्रमाण-पत्र होना आवश्यक है। इसके न होने पर आॅनलाइन आवेदन देकर जन्म प्रमाण-पत्र बनावाए जा रहे हैं, लेकिन जन्म प्रमाणपत्र बनाने के लिए बच्चों के स्वजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान में बच्चों के जन्म प्रमाणपत्र सीआरएफ पोर्टल से ग्रामसभा में आशाओं, खण्ड विकास कार्यालय में ग्रामसभा सचिव और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बनाने की व्यवस्था की गई है। जिन बच्चों का जन्म सामान्य प्रसव में उनके घरों में हुआ है उन्हें प्रमाणित करने में नाकों चने चबाने पड़ रहे हैं।

सरकारी दस्तावेजों में जन्म प्रमाण-पत्र के लिए हाईस्कूल (10वीं) की अंक सूची मान्य की गई है। जो कि ग्रामीण क्षेत्र के कम और अशिक्षित लोगों के पास नहीं है तथा उन छोटे बच्चों के पास भी नहीं जो अभी 10 वीं तक पहुंचे ही नहीं है।

जन्म प्रमाण-पत्र के लिए तथा आम जनता की समस्याओं को उठाने वाले जनप्रतिनिधि भी क्षेत्र से गायब हैं।

वर्षों पुराने जन्म प्रमाण-पत्र नहीं बन पाने के कारण बड़ी जनसमस्या खड़ी हो गई है।

जन्म प्रमाणपत्र बनाने के लिए लोग ब्लॉक मुख्यालय, तहसील, जनसेवा केन्द्रों और ग्रामप्रधानों के पास चक्कर लगा रहे हैं।

प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला उपाध्यक्ष राजेश पांडेय ने बताया कि जन्मप्रमाण न होने से बच्चो का आधार कार्ड नहीं बन पा रहा है, जिससे नई कक्षाओं में उनका एडमिशन रूका हुआ है। जन सेवा केन्द्र चलाने वाले श्रवण शेखर तिवारी और अयोध्या शुक्ला ने बताया कि सैकड़ों की संख्या में आॅनलाइन आवेदन करने के बाद लोग जन्म प्रमाणपत्र के लिए भटक रहे हैं, बच्चे के जन्म के 21 दिन के भीतर आॅनलाइन आवेदन करने के बाद प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। 21 दिन बाद ब्लॉक और तहसील मुख्यालय से प्रमाणपत्र जारी किया जाता है।

क्षेत्र के जवाहिर साहनी,मोनू, विरेंद्र, रामबुझावन, हंसमुख, सुदर्शन, रामचरन, लवकुश,

महेश, राजवीर, कुंदन सिंह, बलवीर आदि दर्जनों लोगों ने बताया कि जन्मप्रमाण बनाने के लिए चक्कर लगा कर परेशान हो चुके हैं। जन्म प्रमाणपत्र न होने से बच्चों के आधार कार्ड नहीं बन पा रहे हैं, जिससे स्कूल में दाखिला नहीं हो रहा है।

*ग्रामप्रधान के आवास पर कैंप लगाकर फार्मर रजिस्ट्री*

खजनी गोरखपुर।।ब्लॉक क्षेत्र के घईसरा ग्राम पंचायत के पिपरां गांव में स्थित ग्रामप्रधान प्रियंका सिंह के आवास पर सहायक विकास अधिकारी कृषि कमलेश सिंह के नेतृत्व में कैंप लगाकर गांव के किसानों की फार्मर रजिस्ट्री की गई।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार को दिन में लगभग 11 बजे ग्रामप्रधान के आवास पर पहुंचे एडीओ कृषि कमलेश सिंह, लेखपाल खुशबू राय, पीपीएस सुधीर खन्ना के द्वारा गांव के निवासी किसानों तारकेश्वर सिंह, रमेश सिंह, दिनेश सिंह, विजय गोस्वामी, अनूप गोस्वामी, नीलम सिंह, राम लॉर्ड गोस्वामी, रामकुमार सिंह, जय नारायण सिंह आदि दर्जनों किसानों की कृषि भूमि को उनके आधार कार्ड से लिंक कराने की प्रक्रिया पूरी की गई। इस दौरान इंटरनेट स्पीड कम होने के कारण कुछ किसानों के रजिस्ट्रेशन में ज्यादा वक्त लगा। इससे पूर्व ग्रामप्रधान प्रियंका सिंह द्वारा गांव के किसानों को अपनी फार्मर रजिस्ट्री कराने के लिए आवास पर उपस्थित होने के लिए आमंत्रित किया गया था। कैंप में फार्मर रजिस्ट्री के लिए पहुंचे गांव के दर्जनों किसानों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया। मौके पर मौजूद लेखपाल, ग्रामप्रधान, एडीओ कृषि ने किसानों को फार्मर रजिस्ट्री कराने से होने वाले लाभ की जानकारी दी।

आठ वर्ष में उत्तर प्रदेश की बदली है तस्वीर: ई.सरवन निषाद

गोरखपुर/चौरी चौरा। उत्तर प्रदेश सरकार के आठ वर्ष सफलतम पूरा होने पर मंगलवार को चौरी चौरा विधायक ई. सरवन के नेतृत्व में विधानसभा क्षेत्र के ब्रह्मपुर ब्लॉक से बाइक रैली निकली जो नई बाजार, माईधीया, भोपा बाजार, फुटहवा ईनार होते हुए मोतीराम में समाप्त हुआ। विधायक ई.सरवन निषाद ने कहा कि प्रदेश की सरकार गरीब, शोषित सभी वर्गों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। सबका साथ सबका विकास का जो नारा है उसको साकार किया जा रहा है। प्रदेश के आठ वर्ष के कार्यकाल में ऐतिहासिक कार्य किए गए हैं और गांव गरीब किसान नौजवान सभी वर्गों के कल्याण के लिए कार्य किया जा रहा है। आज उत्तर प्रदेश में कानून का राज है और विकास की गंगा बह रही है पिछली सरकारों में योजनाओं में बिचौलियों की चांदी होती थी।

योजनाओं में लूट खसोट होता था आज एक रुपए सीधे गरीब के बैंक खाते में मिल रहा है। रैली में मुख्यरूप से पूर्व विधायक राज्यदर्जा प्राप्त मंत्री बेचन राम, वरिष्ठ भाजपा नेता राकेश त्रिपाठी, युवा जिला अध्यक्ष निरज दुबे, जिलापंचायत सदस्य दीपू जयसवाल, ब्लाक प्रमुख सुमन यादव, प्रतिनिधि प्रमुख मानवेन्द्रर यादव, रामदयागर निषाद, मंडल अध्यक्ष संदीप मिश्रा, प्रधान विरेंद्र निषाद, राजन पांडे, निहाल, आदित्य, राजकुमार निषाद, मनीष निषाद , ओम प्रकाश निषाद, विपिन निषाद, धनराज निषाद, राकेश निषाद, सुग्रीव निषाद, रामबाबू निषाद, अमरनाथ निषाद, रमेश निषाद, संजय निषाद, कल्याण निषाद, कृष्णा निषाद, पूर्व चैयरमैन जेपी गुप्ता, संजय वर्मा, रामबचन, योगेन्द्र जयसवाल, चंदन मिश्रा, सहित तमाम नौजवानों मौजूद रहें ।

भाजपा मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में कस्बे से शराब की दुकान हटाने की मांग

खजनी गोरखपुर।तहसील क्षेत्र के महदेवा बाजार कस्बे में मेन मार्केट में दुकानों,आवास,स्कूल,मन्दिर और अस्पताल के पास खुली सरकारी शराब की दुकान को हटा कर दूसरे स्थान पर खोलने की मांग को लेकर आज कस्बे के निवासियों ने भाजपा मंडल अध्यक्ष दुर्गेश पटवा के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया। बीते सप्ताह से ही कस्बे के लोगों द्वारा तहसील एवं जिले के शीर्ष अधिकारियों से कस्बे में सघन आबादी और रिहायशी क्षेत्र से सरकारी शराब की दुकान को हटाने की मांग की जा रही है।

प्रदर्शनकारियों ने बताया कि कस्बे के रिहायशी क्षेत्र में शराब की दुकान खुलने का बड़ा दुष्प्रभाव पड़ेगा। मंदिर में पूजा अर्चना के लिए आने जाने स्कूल में आने जाने वाले बच्चों तथा मार्केट में सामान खरीदने के लिए आने जाने वाले ग्राहकों के लिए समस्या खड़ी हो जाएगी। शराब की दुकान पर शराबी जुटेंगे, आए दिन शोरगुल और हंगामे के बीच महिलाओं और बच्चों के लिए घरों से बाहर निकलना दुश्वार हो जाएगा। तीव्र आक्रोश और विरोध जताते हुए कस्बेवासियों ने एकजुट होकर जिला अधिकारी, जिला आबकारी अधिकारी और एसडीएम से दुकान को अन्यत्र हटाने की मांग करते हुए बताया कि शराब की दुकान मेडिकल स्टोर एवं अस्पताल के बगल में खुली है। आसपास लोगों के आवास हैं उक्त दुकान से करीब बालिका विद्यालय एवं श्री हनुमान जी का मन्दिर है, यहाँ सैकड़ों की संख्या में लोग आते हैं दुकान खुलने के बाद लोगों का आना-जाना बंद हो गया है।

मंडल अध्यक्ष दुर्गेश पटवा ने बताया कि शराब की दुकान यहां से हटाने की मांग अधिकारियों से की गई है लेकिन दुकान नहीं हटाई जा रही है। कस्बे के सुमित चन्द, अतुल तिवारी, छोटेलाल कसौधन, सुधाकर शुक्ल, मुन्ना वर्मा,सन्तोष कसौधन, सुरेश यादव, विवेकानंद यादव समेत सैकड़ों ग्रामवासी ने जिला आबकारी अधिकारी गोरखपुर को पत्रक सौंप कर कस्बे से दूर शराब की दुकान खोलने की मांग की है।

किसान कांग्रेस के प्रदेश महासचिव स्वर्गीय अनिल तिवारी को दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि -अनिल सोनकर

गोरखपुर। जिला कांग्रेस कमेटी के कारण कार्यालय स्थित बेतिया हाता में नौजवान क्रांतिकारी मोर्चा के संस्थापक एवं उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश महासचिव डा. अनिल तिवारी का असामायिक में निधन एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ सभा की अध्यक्षता जिला कांग्रेस कमेटी के नि.उपाध्यक्ष सत्येंद्र निषाद ने किया अपने अध्यक्षीय संबोधन में श्री निषाद ने कहा डॉक्टर अनिल तिवारी चौमुखी प्रतिभा के धनी, अति मिलनसार ,क्रांतिकारी तेवर , संगठन में अपनी भूमिका अग्रणी निभाते रहते थे कोई भी कार्य उनके लिए कठिन नहीं था।

बैठक का संचालन करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के नि. महामंत्री/मीडिया प्रभारी अनिल सोनकर ने कहा डॉक्टर अनिल तिवारी छात्र जीवन से ही संघर्षशील थे उन्होंने छात्रों की लड़ाई नौजवानों की लड़ाई लड़ने के लिए नौजवान क्रांतिकारी मोर्चा का गठन किया था जिसमें मैं उनकी कमेटी में उपाध्यक्ष के रूप में काम करते हुए लगभग 15 साल बिताए उसके बाद महानगर कांग्रेस कमेटी में सदस्यता लेकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राजनीति की शुरुआत हुई जिसमें विभिन्न पदों पर रहते हुए डॉ अनिल तिवारी इस समय उत्तर प्रदेश कीसान के महासचिव पद पर स्थापित थे इनके ना रहने से कांग्रेस पार्टी की अपूरणीय छती हुई है।

उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के नि.वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिलीप पांडे ने कहा डॉक्टर तिवारी बहुत ही सौम्य स्वभाव एवं क्रांतिकारी तेवर, और किसने की समस्याओं के लिए निरंतर आंदोलन करते रहते थे उनके कार्यक्षेत्र को भुलाया नहीं जा सकता।

श्रद्धांजलि सभा में, आलोक शुक्ला, कालन्जय राम त्रिपाठी, हरी सेवक त्रिपाठी, दिलीप कुमार निषाद, प्रदीप मिश्रा, मेराज खान, चंद्र प्रकाश पांडे, श्रीष उपाध्याय, महेंद्र नाथ मिश्रा, डा पी एन भट्ट, विजय राव, विनोद त्रिपाठी, देवेंद्र निषाद, धनुष, धर्मराज चौहान, प्रदीप नाथ शुक्ला आदि लोगों उपस्थित थे।