साय सरकार का खिलाड़ियों को बड़ा तोहफा : 10 एकड़ में बनेगी राष्ट्रीय तीरंदाजी अकादमी, खिलाड़ियों को मिलेगा विश्वस्तरीय प्रशिक्षण

रायपुर-  नवा रायपुर अटल नगर में राष्ट्रीय स्तर की अत्याधुनिक तीरंदाजी अकादमी की स्थापना होने जा रही है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन और आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी के निर्देश पर नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण ने लगभग 10.03 एकड़ भूमि का चिन्हांकन कर लिया है। यह भूमि सेक्टर-33 के ग्राम उपरवारा क्षेत्र में स्थित है, जिसका कुल क्षेत्रफल 40,614.216 वर्गमीटर है।

मिली जानकारी के अनुसार खेल एवं युवा कल्याण विभाग को 90 वर्षों की लीज पर भूमि प्रदान की जाएगी। तीरंदाजी अकादमी के निर्माण में एनटीपीसी लिमिटेड (NTPC) अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) योजना के अंतर्गत वित्तीय सहयोग प्रदान करेगा। यहां आउटडोर और वातानुकूलित इनडोर तीरंदाजी रेंज, हाई परफॉर्मेंस ट्रेनिंग सेंटर, छात्रावास जैसे निर्माण कार्य प्रस्तावित हैं।

अकादमी के बनने से नवा रायपुर न केवल खेल के क्षेत्र में एक नई पहचान बनाएगा, बल्कि यह देश के युवा तीरंदाजों के लिए एक उत्कृष्ट प्रशिक्षण केंद्र के रूप में उभरेगा। यह पहल खेलों के विकास और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

मूकबधिर से हैवानियत : युवती को घर में अकेला देख घुसा युवक, फिर किया गंदा काम, पीड़िता ने इशारों में बयां किया दर्द

दुर्ग-  मासूम बच्ची के साथ रेप के बाद हत्या का मामला शांत नहीं हुआ था कि मानवता को शर्मसार करने वाली एक और घटना सामने आई है. घर में अकेले होने का फायदा उठाकर आरोपी ने मूकबधिर युवती के साथ घिनौनी हरकत को अंजाम दिया. आक्रोशित परिजनों ने मोहन नगर थाने पहुंचकर मामला दर्ज कराया है. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

जानकारी के मुताबिक, घटना आज सुबह 10 बजे की है, जब पीड़िता के घर में कोई मौजूद नहीं था. इसका फायदा उठाकर आरोपी घर में जबरन घुस गया और मूकबधिर युवती के लैंगिक अंगों से छेड़छाड़ की. परिजन जब घर वापस लौटे तो पीड़िता ने इशारों में उसके साथ हुए छेड़छाड़ की बात बताई. जिसके बाद परिजनों ने मोहन नगर थाने पहुंचकर मामला दर्ज कराया. 

गिरफ्तार आरोपी की पहचान 32 वर्षीय तामेश्वर यादव के रूप में हुई है, जो ग्राम तिरंगा झोला का निवासी है. आरोपी कातुलबोड़ में अपने ससुराल में रहकर मजदूरी करता था. 

ऑनलाइन एप्स और सोशल मीडिया चैट के जरिए खिला रहे थे सट्टा, 4 सट्टेबाजों को कबीरधाम पुलिस ने किया क्लीन बोल्ड…

कबीरधाम- आईपीएल क्रिकेट मैच के दौरान ऑनलाइन सट्टा खिलाने की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. मामले में पोड़ी चौकी में चारों आरोपियों के खिलाफ धारा 6 छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम अधिनियम एवं अन्य सुसंगत धाराओं के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया है.

प्राप्त सूचना के आधार पर आरोपियों के विरुद्ध घेराबंदी कर पोड़ी चौकी पुलिस ने आरोपियों को मौके से गिरफ्तार किया है. उनके कब्जे से मोबाइल फोन, सट्टा-पट्टी, नकदी राशि तथा अन्य साक्ष्य जब्त किए गए हैं. पूछताछ में आरोपियों ने आईपीएल मैचों के दौरान ऑनलाइन ऐप्स व सोशल मीडिया चैट के माध्यम से सट्टा गतिविधियों में लिप्त होने की बात स्वीकार की है.

गिरफ्तार आरोपियों में बैहर सरी, पौड़ी चौकी निवासी कपूर चंद वर्मा (31 वर्ष), सील्हाटी, थाना बोड़ला निवासी गौरव चन्द्रसेन (23 वर्ष), उसलापुर, थाना बोड़ला निवासी हिमांशु वर्मा (22 वर्ष) और बैहर सरी, पौड़ी चौकी निवासी रघुवीर वर्मा (22 वर्ष) शामिल हैं.

“भीषण गरमी, स्कूलों को बंद किया जाये”, समाजसेवी व ENT स्पेशलिस्ट डॉ राकेश गुप्ता ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र

रायपुर- छत्तीसगढ़ में इन दिनों भीषण गरमी पड़ रही है। इस गरमी का सबसे ज्यादा असर स्कूली बच्चों में हो रहा है। रायपुर के जाने-माने समाजसेवी और ई.एन.टी. विशेषज्ञ डॉ. राकेश गुप्ता ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजते हुए मांग की है कि तेज़ गर्मी को देखते हुए राज्यभर के स्कूलों को तुरंत बंद किया जाए

डॉ. गुप्ता ने अपने पत्र में लिखा है कि इन दिनों प्रदेश में तापमान बहुत तेजी से बढ़ रहा है और आने वाले दिनों में यह स्थिति और गंभीर हो सकती है। उन्होंने कहा कि “सुबह 10 बजे के बाद ही धूप इतनी तेज़ हो जाती है कि छोटे बच्चों के लिए बाहर रहना बेहद कठिन हो जाता है।”

बच्चों के बीमार पड़ने की आ रहीं खबरें

डॉ. गुप्ता ने बताया कि राज्य के कई हिस्सों से बच्चों के बीमार होने की सूचनाएं मिल रही हैं, जो इस गर्मी का ही परिणाम है। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए लिखा कि “बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं, उनकी सुरक्षा हम सभी की प्राथमिक जिम्मेदारी है।”

उन्होंने मुख्यमंत्री से तत्काल स्कूल बंद करने के आदेश जारी करने की ‘कृपा’ करने की अपील की है, ताकि बच्चों को गर्मी के प्रकोप से बचाया जा सके।

पत्र की प्रतिलिपि उच्च अधिकारियों को भी भेजी

डॉ. गुप्ता ने यह पत्र न केवल मुख्यमंत्री को, बल्कि राज्य के मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव को भी प्रेषित किया है, ताकि यह मामला शीघ्र संज्ञान में लिया जाए।

अभिभावकों से भी की विशेष अपील

डॉ. गुप्ता ने बच्चों के अभिभावकों से आग्रह किया है कि वे इस भीषण गर्मी में बच्चों को अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकालें। यदि बच्चों में बुखार, थकान या लू के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस. ने मिशन अमृत 2.0 के कार्यों की समीक्षा की

रायपुर-  नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस. ने आज मिशन अमृत 2.0 के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने मंत्रालय में आयोजित समीक्षा बैठक में मिशन के कार्यों में देरी और लापरवाही पर नाराजगी जाहिर करते हुए अधिकारियों और एजेंसियों को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने अधूरे कार्यों को बारिश से पहले पूरा करने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। मिशन अमृत 2.0 के नोडल अधिकारी, अभियंता, प्रोजेक्ट डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट कन्सल्टेंट्स एवं उनके डिप्टी टीम लीडर्स, असिस्टेंट कन्सट्रक्शन मैनेजर्स तथा चयनित निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि भी बैठक में मौजूद थे।

नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस. ने राज्य शहरी विकास अभिकरण (SUDA) के अधिकारियों को मिशन अमृत 2.0 के कार्यों की नियमित समीक्षा करने तथा फील्ड में जाकर प्रगति व गुणवत्ता की जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने अगली समीक्षा बैठक में कार्यों की भौतिक प्रगति और समयबद्ध योजना की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करने को कहा। उल्लेखनीय है कि मिशन अमृत 2.0 के तहत प्रदेश के 36 नगरीय निकायों में पेयजल परियोजनाएं चल रही हैं, जिनमें से 29 में कार्यादेश जारी हो चुके हैं।

डॉ. बसवराजु ने सभी कार्यों को निर्धारित समयावधि में पूर्ण करने के निर्देश देते हुए कहा कि मिशन के कार्य समय पर पूरे नहीं होने पर केंद्र सरकार से राशि नहीं मिलेगी, जिससे राज्य सरकार पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ेगा। मिशन अमृत 2.0 को मार्च-2026 तक पूरा करना है। यह केंद्र और राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। भारत सरकार और उप मुख्यमंत्री अरुण साव द्वारा इसकी प्रगति की नियमित समीक्षा की जा रही है। उन्होंने निर्माण एजेंसियों को मिशन के कार्यों में कुशल मानव संसाधन लगाने के साथ ही ड्राइंग-डिजाइन, सर्वे डॉटा और अन्य कार्य समय पर पूरे करने के निर्देश दिए।

नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु ने नगरीय निकायों को प्रत्येक स्वीकृत कार्य के लिए एक्शन प्लान तैयार करने और उसकी प्रगति की नियमित समीक्षा करने को कहा। उन्होंने लगातार पत्राचार के बाद भी कार्यों में उदासीनता बरतने वाले नगरीय निकायों को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि जनवरी-2024 के बाद से परियोजना के लिए 300 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं और मार्च-2025 तक कोई भुगतान लंबित नहीं है। इसके बावजूद जमीनी स्तर पर कार्य में देरी ठीक नहीं है। सुडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शशांक पाण्डेय और उप महाप्रबंधक रमेश सिंह सहित अन्य अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे।

सुशासन तिहार को लेकर लोगों में दिखा उत्साह! अम्बिकापुर, कांकेर और बालोद जिले के कलेक्टरों ने लिया तैयारियों का जायजा

रायपुर-  राज्य व्यापी सुशासन तिहार को लेकर अम्बिकापुर, बालोद और कांकेर जिले में भी लोगों का उत्साह दिख रहा है। इन जिलों में लोगों ने अपनी समस्याओं को लेकर समाधान पेटी में जमा कराए। कलेक्टर सहित वरिष्ठ प्राशसनिक अधिकारियों द्वारा लगातार मैदानी क्षेत्रों का भ्रमण कर लोगों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आवेदन देने की अपील की जा रही है। लोगों को आवेदन लेने के लिए ग्राम पंचायतों, जनपद पंचायत, नगरीय निकायों जिला मुख्यालयों और तहसील कार्यालय समाधान पेटी की व्यवस्था की गई है।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में शासकीय जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन तथा समाज के सभी वर्गों से तत्परता से संवाद एवं समाधान के उद्देश्य से सुशासन तिहार की शुरुआत आज 8 अप्रैल से की गई है। इस अभियान के अंतर्गत आज से 11 अप्रैल तक आवेदन लिए जा रहे हैं। दूसरे चरण में इन आवेदनों का निराकरण 12 अप्रैल से 4 मई के मध्य संबंधित विभागों द्वारा किया जाएगा। तीसरे एवं अंतिम चरण में आमजनता की समस्याओं के निराकरण हेतु आगामी 05 मई से 31 मई तक समाधान शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आवेदकों को उनके आवेदनों की यथासंभव समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाएगा।

ग्रामीणों को जानकारी देने मुनादी

अंबिकापुर कलेक्टर विलास भोसकर ने आज विकासखंड लखनपुर एवं उदयपुर की विभिन्न ग्राम पंचायतों में केवरा, कुंवरपुर, अंधला, जजगा, उदयपुर, सोनतराई एवं डांड़गांव का दौरा कर सुशासन तिहार के तहत प्राप्त आवेदनों का अवलोकन किया। उन्होंने ग्रामीणों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को आमजन की समस्याओं को सहज और सरल भाषा में समझकर आवेदन भरने में सहायता करने के निर्देश दिए। उन्होंने सुशासन तिहार की जानकारी लोगों तक पहुंचाने हेतु मुनादी, पंपलेट और पोस्टर के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने कहा।कॉमन सर्विस सेंटर के जरिए ऑनलाइन आवेदन

कांकेर के कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने भी जिले के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया और सुशासन तिहार में लोगों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आवेदन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से भी आवेदन दिए जा सकते हैं।

हाट बाजारों में समाधान पेटी की व्यवस्था

बालोद जिले के कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल के निर्देश पर सुशासन तिहार में लोगों से आवेदन लेने के लिए ग्राम पंचायतों के साथ-साथ हाट बाजारों में समाधान पेटी की व्यवस्था की गई है। जहाँ पर अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। इसके अलावा संयुक्त जिला कार्यालय के साथ-साथ जिले के सभी विकासखण्ड मुख्यालयों के जनपद पंचायत एवं तहसील कार्यालयों में भी आवेदन प्राप्त करने हेतु समाधान पेटी लगाई गई है।

युवा कांग्रेस का आरोप – क्लबों में बिक रही कोकीन-ब्राउन शुगर, देह व्यापार भी चल रहा, SSP से की कार्रवाई की मांग

रायपुर- युवा कांग्रेस ने आज रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) को ज्ञापन सौंपकर तेलीबांधा थाना क्षेत्र के हाइपर क्लब सहित अन्य क्लबों में चल रहे देह व्यापार, अश्लीलता व नशे के कारोबार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. ज्ञापन में बताया गया है कि राजधानी के कई क्लबों में शासन की ओर से निर्धारित समय-सीमा (रात्रि 12 बजे) की अवहेलना हो रही है. पुलिस की मिलीभगत से सुबह 5 बजे तक खुलेआम शराब परोसी जाती है और सूखे नशे का सेवन कराया जाता है.

प्रदेश महासचिव भावेश शुक्ला ने एसएसपी को बताया कि हाइपर क्लब में देर रात भगवान के भजन बजाकर युवाओं को धार्मिक माहौल का आभास कराया जाता है. इस दौरान शराब परोसी जाती है, जो समाज और संस्कृति दोनों का घोर अपमान है. साथ ही हाइपर क्लब में निलंबित स्वास्थ्य विभाग कर्मी जेम्स बेक द्वारा एक बड़ा अनैतिक रैकेट चलाने का आरोप लगाया है. भावेश ने बताया, युवाओं को देह व्यापार में फंसाकर उनसे अवैध वसूली की जा रही है. बदनामी के डर से युवा इसकी शिकायत तक नहीं कर पा रहे हैं.

कांग्रेसियों ने एल.ओ.डी, जूक, ऑन द रॉक्स, सीमर्स क्लब और पियानो प्रोजेक्ट जैसे अन्य क्लबों में भी एमडीएमए, कोकीन, ब्राउन शुगर, चिट्ठा, मौली टैबलेट और हाइब्रिड मरुआना जैसे जानलेवा नशे खुलेआम बेचने की बात कही. इस गंभीर मामले पर रायपुर पुलिस जिला कप्तान लाल उमेद सिंह ने त्वरित कार्यवाही का आश्वासन दिया है. ज्ञापन सौंपने के दौरान युवा कांग्रेस प्रदेश महासचिव भावेश शुक्ला के साथ NSUI जिला अध्यक्ष शान्तनु झा, लक्षित तिवारी, शुभम दुबे, विमल साहू, संस्कार पांडे, आशीष, शिवम सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे. युवा कांग्रेस ने चेतावनी दी कि यदि इस मामले में शीघ्र कार्यवाही नहीं की गई तो संगठन को धरना, प्रदर्शन एवं चक्काजाम जैसे कदम उठाने के लिए बाध्य होना पड़ेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.

सरकारी अस्पताल की शिकायत पहुंची सांसद तक, जायजा लेने पहुंचे प्रतिनिधियों ने अव्यवस्था देख बीएमओ को लगाई फटकार…

सक्ती- सक्ती के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से रोजाना बदहाल व्यवस्था को लेकर शिकायतें आ रही है. शिकायतें सांसद तक पहुंची तो उन्होंने अपने दो प्रतिनिधियों को अस्पताल के निरीक्षण के लिए भेज दिया. अस्पताल में गंदगी से भरे ड्रेसिंग रूम, पूर्व कांग्रेस सरकार के पोस्टर ओर आईसीयू में गर्मी से तड़पते मरीजों ने हालत बयां कर दी. 

सक्ती के सरकारी अस्पताल में बदहाल व्यवस्था ओर शिकायतों से नाराज सांसद प्रतिनिधि सांसद प्रतिनिधि अनुभव तिवारी और रंजन सिन्हा मंगलवार को अचानक सक्ती के सरकारी अस्पताल पहुंच गए, जहां हर जगह अव्यवस्था नजर आई. गंदगी और इन्फेक्शन से भरे ड्रेसिंग रूम को देखकर बीएमओ सूरज राठौर की क्लास लगा डाली.

यही नहीं सरकारी अस्पताल पूर्व के कांग्रेस सरकार के पोस्टर देख सांसद प्रतिनिधियों ने बीएमओ सूरज राठौर को कांग्रेसीकरण बंद करने की चेतावनी दे डाली. थमा कागजों में सरकारी अस्पताल की उपलब्धि बताने वाले बीएमओ सूरज राठौर भी मीडिया के सवालों पर बचते नजर आए.

मंत्रिमंडल विस्तार पर सीएम साय का बड़ा बयान, कहा- कभी भी हो सकता है मंत्रिमंडल का विस्तार

रायपुर- छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल तेज़ हो गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर संकेत देते हुए कहा कि यह कभी भी हो सकता है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मीडिया से बात करते हुए इस पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट संकेत देते हुए कहा कि “मंत्रिमंडल का विस्तार कभी भी हो सकता है, इंतज़ार करिए।”

इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में सरगर्मी और बढ़ गई है। राज्य में नई सरकार के गठन के बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार की संभावनाएं जताई जा रही थीं, लेकिन अब मुख्यमंत्री के सीधे बयान के बाद यह लगभग तय माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कैबिनेट विस्तार की घोषणाएं हो सकती हैं।

सोशल मीडिया में एक लिस्ट भी लगातार वायरल हो रही है। अगर चर्चाओं की बात करें तो 10 अप्रैल को शपथ ग्रहण की बातें की जा रही है, हालांकि इस मामले में अभी औपचारिक तौर पर जानकारी आयी है। हालांकि अब ये जरूर तय हो गया है कि जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो जायेगा।

कई चेहरे दावेदार की कतार में

प्रदेश में बीजेपी सरकार के गठन के बाद कुछ ही मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी। शेष पद अभी खाली हैं, जिन्हें भरने को लेकर पार्टी के भीतर मंथन जारी है। कई वरिष्ठ नेता और नए चेहरों के नाम चर्चा में हैं।

मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद यह कयास और मजबूत हो गए हैं कि जल्द ही पार्टी नेतृत्व कुछ नए चेहरों को मंत्री पद की ज़िम्मेदारी सौंप सकता है।

राजनीतिक विश्लेषकों की नजरें टिकीं

राजनीतिक विश्लेषक इस बयान को आने वाले प्रशासनिक फैसलों की दिशा में बड़ा संकेत मान रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, मंत्रिमंडल में क्षेत्रीय और जातीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए नामों पर अंतिम मुहर लगाई जा सकती है।

IDBI बैंक में ‘कछुआ चाल’ KYC प्रक्रिया से ग्राहक परेशान: रोज़ाना सैकड़ों लोग ब्रांच के चक्कर लगाने को हो रहे मजबूर

आरंग- शादी और त्योहार के इस व्यस्त मौसम में जहां लोगों को पैसों की ज़रूरत सबसे ज़्यादा होती है, वहीं आरंग स्थित IDBI बैंक शाखा के ग्राहक बैंक की सुस्त कार्यप्रणाली से बेहद परेशान हैं। बैंक की ‘कछुआ चाल’ जैसी केवाईसी (KYC) प्रक्रिया के चलते सैकड़ों खाताधारक पिछले कई दिनों से बैंक के चक्कर काटने को मजबूर हैं। एक स्थानीय विधवा महिला का कहना है कि उनके बेटे की शादी अगले हफ़्ते है। पैसे निकालने बैंक पहुंचीं, तो पता चला खाता फ्रीज़ है! 2 अप्रैल को उन्होंने केवाईसी के लिए दस्तावेज़ जमा कर दिए, लेकिन 6 दिन बाद भी खाता चालू नहीं हुआ। बैंक वाले सिर्फ़ ‘प्रबंधक से मिल लो’ कहकर टाल देते हैं।

ग्राहकों को नहीं मिल रहा संतोषजनक जवाब

दरअसल, इस शाखा में जिन खातों में नियमित लेन-देन नहीं हुआ है, उन्हें फ्रीज़ कर दिया गया है। अब KYC अनिवार्य हो गया है, और हर रोज़ सैकड़ों लोग बैंक जाकर फॉर्म भर रहे हैं। लेकिन दिक्कत ये है कि फॉर्म तो ले लिए जाते हैं, लेकिन प्रोसेस नहीं हो रहे। शाखा में फॉर्म का ढेर लग गया है, पर ग्राहकों को यह नहीं बताया जा रहा कि उनका नंबर कब आएगा। ग्राहकों का आरोप है कि बैंक कर्मचारी न तो सही जवाब देते हैं, न ही व्यवहार ठीक है। हर सवाल का एक ही जवाब: “प्रबंधक से पूछिए।”

प्रबंधक बोले – हेड ऑफिस से लगता है टाइम

जब शाखा प्रबंधक जगत प्रसाद से बात की गई तो उनका जवाब था, “हमारा KYC हेड ऑफिस से प्रोसेस होता है, इसमें 15 दिन लगते हैं।” जब उनसे पूछा गया कि दूसरे बैंकों में तो 24 घंटे में KYC हो जाता है, तो उन्होंने एक नेशनल बैंक में कॉल कर डाला – और फिर गोलमोल जवाब देने लगे। उन्होंने माना कि बहुत सारे फॉर्म मार्च से लंबित हैं, इसलिए भीड़ ज़्यादा है। लेकिन इसका मतलब ये भी है कि कई ग्राहक हफ्तों से बैंक के चक्कर काट रहे हैं।

अब सवाल ये है…

क्या IDBI बैंक के आला अधिकारी इस समस्या पर ध्यान देंगे? क्या बैंक अपने सिस्टम में सुधार करेगा या फिर लोग इसी तरह परेशान होते रहेंगे? शादी हो या बीमारी, पैसे की ज़रूरत हो और बैंक जवाब न दे, तो हालात वाकई गंभीर हो जाते हैं। अब देखना ये है कि इस ‘कछुआ चाल’ बैंक को रफ्तार कब मिलेगी।