*गांव में सांड का आतंक, दर्जन भर लोग जख्मी*

गोरखपुर- क्षेत्र के भरोहियां गांव में खूंखार मरखने सांड के आतंक से लोग इस कदर भयभीत हैं कि गांव की निवासी महिलाओं बच्चों और बुजुर्गो ने घरों से बाहर निकलना छोड़ दिया है। बीते दिनों गांव के दर्जन भर लोगों ने खजनी थाने में समाधान दिवस में पहुंच कर समस्या से अवगत कराया था किन्तु उन्हें यह कह कर लौटा दिया गया था कि सांड पकड़ने का काम पुलिस और राजस्व विभाग का नहीं है।

मिली जानकारी के अनुसार अब तक सांड के हमले से रमेश दत्त शुक्ला, मेवा गुप्ता, करूणाकर त्रिपाठी, चरन चौरसिया

बुद्धिसागर राम त्रिपाठी, सौरभ त्रिपाठी, ऋषभ शुक्ला, रामवशिष्ठ त्रिपाठी, सुल्लुर शर्मा आदि दर्जनों लोग घायल हो चुके हैं। बीती रात अपने घर से बाहर लघुशंका के लिए निकले रमेश दत्त शुक्ला पर सांड ने हमला करके गंभीर रूप से जख्मी कर दिया अस्पताल पर पहुंच कर उन्होंने अपना इलाज कराया। रास्ते में निकलने पर सांड को देखते ही भगदड़ मच जाती है। कुछ युवा लाठी, डंडे, ईंट, पत्थर लेकर दूर से ही सांड को भगाने का प्रयास करते हैं।

लोगों को रास्ते में देखते ही मरखना सांड जोर से डकार मारता हुआ दौड़ते हुए मारने के लिए खदेड़ लेता है। सांड के आतंक का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खेतों में फसल पक कर तैयार हो चुकी है लेकिन सांड के भय से लोग खेतों की तरफ नहीं जा रहे हैं। गांव के लोगों ने बताया कि छोटे बच्चों का घरों से बाहर निकल कर खेलना बंद हो गया है वहीं अधेड़ और बुजुर्ग लोगों ने अकेले बाहर निकलना छोड़ दिया है।

*रात में घर से निकले व्यक्ति का शव मिला, सीमा विवाद में उलझी रही पुलिस*

गोरखपुर- बांसगांव थाने की हरनहीं चौकी के निकट स्थित बन्हैता गांव में ईंट भट्ठे के पास एकमा गांव के निवासी रामशबद 55 वर्ष का शव मिला। सबेरे टहलने निकले ग्रामिणों ने अधजले शव को देखकर परिवारीजनों और पुलिस को घटना की सूचना दी। पुत्र रश्मी प्रसाद ने बताया कि देर रात भोजन करने के बाद घर से निकले थे और 9.30 फोन पर बताया था कि सबेरे आएंगे।

मिली जानकारी के अनुसार मृतक रामशबद मेहनत मजदूरी करते थे। हरनहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और पुलिस चौकी के बाहर भी झाड़ू पोछा तथा सफाई का काम किया करते थे। साथ ही अक्सर रात में बाहर ही रूक जाया करते थे। इसीलिए शुक्रवार को भी जब फोन पर बताया कि सबेरे आएंगे तो परिवार के लोग बेफिक्र हो गए किन्तु सबेरे उनकी हत्या किए जाने की खबर मिली। घटनास्थल पर शव को जलाए जाने के साक्ष्य भी मिले हैं संभावना जताई जा रही है कि कहीं और हत्या करने के बाद शव को ईंट भट्ठे के पास ले जाकर जलाने का प्रयास किया गया होगा या फिर घटनास्थल पर ही मार कर शव को जलाने का प्रयत्न किया गया है।

मृतक के परिवार में पत्नी के अलावा तीन बेटे और दो बेटियां हैं बड़ी लड़की की शादी हो चुकी है दूसरी लड़की की शादी आगामी 16 अप्रैल को होने थी।

घटना स्थल पर पहुंचे चौकी इंचार्ज हरनहीं राकेश कुमार पांडेय घटना को खजनी थाना क्षेत्र में होने का दावा करते रहे जिसके बाद मौके पर पहुंची खजनी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अर्चना सिंह और बांसगांव थाना प्रभारी इंस्पेक्टर प्रेम पाल सिंह ने मौके का निरीक्षण किया।

आखिरकार हरनहीं चौकी पुलिस ने पंचायत नामे के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

शव मिलने की सूचना पर मौके पर तमाशबीनों की भारी भीड़ जमा हो गई। मृतक की पत्नी ने बताया कि उसे सबेरे 6 बजे रामशबद की हत्या की सूचना मिली।

बताया जाता है कि दो दिन पहले रामशबद का किसी से रूपए उधार लेने का विवाद भी हुआ था, मामला हरनहीं चौकी पर भी पहुंचा था। संभवतः उसी मामले में मृतक देर शाम पुलिस चौकी पर भी गया था। वहीं मृतक के साथ एक साइकिल के मामले में भी विवाद हुआ था। साथ ही गांव के निवासी एक व्यक्ति के घर ज्यादा आने जाने और अक्सर रात में रूकने की जानकारी मिली है।

*बेलघाट तालाब में बोरे में मिला 4 गोवंश का कटा सिर, झाड़ियों में मिले मांस के लोथड़े और अवशेष*

गोरखपुर- तहसील क्षेत्र के बेलघाट थाने के विधानापार गाँव के दक्षिण लिंक एक्सप्रेस-वे के पास तालाब में बोरे में भरा कर फेंका हुआ 4 गोवंश पशुओं का कटा हुआ सिर मिला।साथ ही आसपास झाड़ियों में मांस के लोथड़े,अंतड़ियां और अवशेष फेंक हुए मिले, जिसके आसपास बड़ी संख्या में ऊपर उड़ते हुए कौए, कुत्ते, गीदड़ आदि जानवरों को देख कर ग्रामीणों को हैरत हुई।

मौके पर पहुंचे ग्रामीणों को पानी में तैरती प्लास्टिक की बोरियां मिली जिनमें से एक बोरी में 4 पशुओं के कटे हुए सिर मिले जिसकी सूचना तत्काल बेलघाट पुलिस को दी गई मौके पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई। पुलिस के द्वारा जेसीबी मशीन मंगा कर पशुओं के सिर आदि अवशेष जमीन में गड्ढा खोद कर दफन करा दिया गया। स्थानीय राणा प्रताप सिंह ने बताया कि तालाब में अभी दो बोरे और हैं पानी गहरा होने के कारण उसे बाहर नहीं निकाला जा सका उन्होंने आशंका जताई कि उन बोरियों में भी पशुओं के कटे हुए सिर ही हैं जिसे देखने से लग रहा है कि उनमें भी गाय या बछड़े का सिर है। पशुओं के सिर मिलने पर आक्रोश जताते हुए स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन से जांच करके दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई का मांग की।

*अराजक तत्वों ने स्कूल में लगे हरे पेड़ों को काट कर फेंका*

खजनी गोरखपुर।ब्लॉक क्षेत्र के विश्वनाथपुर गांव के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में लगे हरे पेड़ों को अराजकतत्वों ने काट कर फेंक दिया। स्कूल कैंपस में हरियाली के लिए प्रधानाध्यापक संजय मिश्र ने कैंपस में लगे पीपल, बरगद, गुलमोहर, अशोक, गुड़हल और फूलों के पौधों को किसी ने काट कर फेंक दिया है। इस तरह से अब तक दर्जनों पौधों को नष्ट किया जा चुका है।

बता दें कि स्कूल के चारों तरफ से ऊंची बाउंड्री वॉल बनाई गई है और गेट भी लगा हुआ है। स्कूल बंद होने के बाद उसमें ताला लगा दिया जाता है। परिसर के आसपास खाली पड़ी जमीन में गांव के कुछ लोग अक्सर ताश खेलते रहते हैं। प्रधानाध्यापक ने बताया कि स्कूल बंद होने के बाद कुछ अराजकतत्व बाउंड्री वॉल के उपर से कूद कर भीतर आ जाते हैं और परिसर में लगे पौधों तथा शौचालय और खाली पड़े स्थानों को क्षतिग्रस्त करके चारों तरफ गंदगी कर देते हैं। अगले दिन सुबह स्कूल खुलने पर इसकी जानकारी हो पाती है।

*हड़ताल पर रहे तहसील के अधिवक्ता*

खजनी गोरखपुर।सदर तहसील के तहसीलदार द्वारा अधिवक्ताओं के खिलाफ की गई अमर्यादित टिप्पणी पर विरोध जताते हुए, जिला अधिवक्ता संघ के आह्वान पर आज खजनी तहसील के सभी अधिवक्ता हड़ताल पर रहे।

तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एड. कृपाशंकर सिंह और महामंत्री कामेश्वर ने जानकारी देते हुए बताया कि आज सभी अधिवक्ताओं को न्यायिक कार्य से विरत रह कर विरोध जताने का निर्देश जारी हुआ था।

दोहरे निषाद हत्याकांड के पीड़ित परिजनों से निषाद पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने की मुलाक़ात

गोरखपुर। शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ संजय कुमार निषाद आज जनपद गोरखपुर पहुँचे, उन्होंने विगत दिनों ग्राम सभा शिवपुर चकदहा में दोहरे निषाद हत्याकांड प्रकरण में पीड़ित परिजनों से मुलाक़ात उसके गाँव पहुँचे। उन्होंने क्षेत्रीय विधायक व क्षेत्राधिकारी चौरी-चौरा से प्रकरण की जानकारी लेते हुए पीड़ित परिजनों से भी प्रकरण की जानकारी ली। मृतका के बेटे और बेटियों ने घटना और घटना के पश्चात मिलने वाली धमकियों को मा० मंत्री जी के समक्ष रखा। मा० मंत्री जी क्षेत्राधिकारी पुलिस को पीड़ित परिजनों की शिकायत पर आदेशित करते हुए कहा कि एक निश्चित समय अपने आला अधिकारियों से पूछकर एक दिन बताइए कि किस दिनतक सभी आरिपियों की गिरफ़्तारी सुनिश्चित कर ली जाएगी।

मुख्यमंत्री के गृह जनपद में दोहरा निषाद हत्याकांड हो जाता है और पुलिस द्वारा अभी तक सिर्फ़ मुख्य आरोपी को ही गिरफ़्तार किया गया है बाक़ी अन्य आरोपियों की गिरफ़्तारी पुलिस नहीं कर पायी है, ये किस प्रकार की कार्रवाई आप कर रहे हैं? उन्होंने क्षेत्राधिकारी को कहा कि पीड़ित परिजनों के रिश्तेदारों, ग्राम वासियों को धमकाया जा रहा है? ये उचित नहीं है, अगर समय रहते हुए तत्कालीन दरोग़ा व सिपाही ने पीड़ित व आरोपी का समझौता नहीं करवाया होता तो आज ये घटना नहीं घटती किंतु घटना घटित होने के पश्चात भी अगर हत्याआरोपी के परिजन पीड़ित के सहयोगी और परिजनों को धमकी दे रहे हैं इसको तत्काल प्रभाव से बंद करवाइए और धमकी देने वाली को तुरंत गिरफ़्तार करके जेल भेजा जाए।

उन्होंने पीड़ित परिजनों को आश्वस्त करते हुए कहा की निषाद पार्टी और डॉ संजय निषाद सपरिवार आपको परिजनों के साथ कदम से कदम मिलाकर खड़े हैं, मा० मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है और किसी भी प्रकार के अपराध को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। मा० मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तरप्रदेश से माफिया/गुंडा/दहशत/अपराध मुक्त बना दिया गया है, आरोपी चाहे कितने भी रसूखदार क्यों ना हो, उसके उसके किए की सजा मिलकर रहेगी।

उन्होंने तहसीलदार चौरी-चौरा को आदेशित करते हुए कहा कि पीड़ित को मिलने वाली सभी शासकीय सहायता जल्द से जल्द उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने उपनिदेशक गोरखपुर मंडल (मत्स्य विभाग) को मत्स्य पालक कल्याण कोष व अन्य योजनाओं से पीड़ित परिजनों की हर संभव मदद करने के लिए आदेशित किया। उन्होंने निषाद पार्टी की ओर से पीड़ित परिजनों की आर्थिक सहायता करते हुए, भविष्य में किसी भी प्रकार की आवश्यकता पर मदद का भी आश्वस्त किया।

उन्होंने समाजवादी पार्टी सांसद पर जवाब देते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी सांसद अगर असल मायने में निषाद समाज से आते हैं तो वो एक बार अयोध्या में हुए निषाद समाज की बेटी के साथ समाजवादी पार्टी के नेताओं द्वारा किए गए अत्याचार, दुराचार और रेप पीड़िता से क्यों नहीं मिलने गये, जबकि उनकी लोकसभा के सबसे नज़दीक अयोध्या ज़िला पड़ता है। समाजवादी पार्टी के सांसद पहले ये तय करें कि उनका जो घड़ियाली निषाद प्रेम जो है वो बस चौरी-चौरा को देखकर उमड़ रहा है या प्रदेश में उनकी पार्टी के नेताओं द्वारा किए गए अन्य अत्याचार पर भी कुछ बोलने की ज़िम्मेदारी लेंगे। श्री निषाद जी ने कहा मैं तो हैरान हूँ की वो चौरी-चौरा में हुए दोहरे निषाद हत्याकांड में अपनी राजनीति रोटियाँ सेकने के लिए इस हद तक गिर गये कि वो कहते हैं मेरा बेटा वहाँ चुनाव लड़ना चाहता है। मेरा मानना है कि राजनीति में कोई भी कही से चुनाव लड़ सकता है, किंतु मौत पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। चौरी-चौरा के विधायक ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए अपराधियों को जेल में पहुँचाने का काम किया है और हम तो चाहते हैं समाजवादी पार्टी के सांसद और उनके बेटो की भी पुलिस को सीडीआर की जाँच करनी चाहिए क्योंकि जिन पर आरोप लगे हैं वो समाजवादी पार्टी के ही नेता थे। अपराधियों को छिपाने और उड़ा का हेलीकॉप्टर से ले जाना समाजवादी पार्टी का पुराना इतिहास रहा है

इस दौरान ई० प्रवीण निषाद, ई० सरवन निषाद, दिनानाथ निषाद, अमित निषाद, बलदेव निषाद, सुनील निषाद, अनिकेत निषाद, सूरज निषाद, शैलेंद्र निषाद, लालबचन निषाद, नगीना निषाद, रामदयाग़र निषाद आदि मौजूद रहे।

चैत्र नवरात्र के सातवें दिन गोरखनाथ मन्दिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने की देवी कालरात्रि की पूजा

गोरखपुर। गोरखनाथ मन्दिर में चैत्र नवरात्र के सातवें दिन गोरखनाथ मन्दिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ जी ने देवी कालरात्रि की पूजा, दुर्गा सप्तशती का पाठ के पश्चात आरती व प्रसाद वितरण किया गया ।

कालरात्रि महाकाली का स्वरूप मानी जाती है। यह देवी अंधकार और नकारात्मक शक्तियों का नाश करती हैं। इनका स्वर रौद्र है, परंतु भक्तों के लिए ये अत्यंत दयालु हैं। देवी कालरात्रि की पूजा से भय, शत्रु और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है। इस दिन साधक आध्यात्मिक उन्नति और सिद्धियों की प्राप्ति के लिए आराधना करते हैं। रात्रि को विशेष पूजा का महत्व होता है। लाल फूल, गुड़ और नारियल का भोग अर्पित किया जाता है। पूजा से साहस, आत्मबल और विजय की प्राप्ति होती है।

आज के पूजा में प्रातःकाल एवं सायंकाल में प्राचार्य डॉ अरविन्द चतुर्वेदी, डॉ रोहित मिश्र,अश्वनी त्रिपाठी, नित्यानंद तिवारी, शशांक पाण्डेय, रूपेश मिश्र, मयंक तिवारी सहित 11 वेदपाठी आचार्य उपस्थित रहे।

*गैंगेस्टर अपराधी को उरूवां पुलिस ने जेल भेजा*

खजनी गोरखपुर।गिरोहबंद एवं समाज विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने वाले गैंगलीडर तथा गैंगेस्टर मुकदमें के वांछित अपराधी बांसगांव थाना क्षेत्र के पिड़िया गांव के निवासी रतनलाल चौहान पुत्र मोतीलाल चौहान 30 वर्ष को जिले की पुलिस लंबे समय से तलाश में थी।4 अप्रैल 2025 को सबेरे 8.40 बजे उरूवां थाने की पुलिस टीम ने वांछित अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए गैंगलीडर अपराधी के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में धोखाधड़ी, मारपीट, बलवा, साजिश, जालसाजी आदि दर्जनों गंभीर धाराओं में कुल 5 मुकदमे दर्ज पाए गए।

विधिक कार्रवाई के बाद थानाध्यक्ष उरूवां ने अभियुक्त को जेल भेज दिया है।

*रामलीला में ताड़का वध की लीला का मंचन,ताड़का वध लीला देख सिहर उठे बच्चे*

खजनी गोरखपुर।।क्षेत्र के रूद्रपुर गांव के प्राचीन काली मंदिर परिसर में श्री आदर्श रामलीला कमेटी के कलाकारों द्वारा ताड़का वध की लीला का मंचन किया गया। राजा दशरथ के दरबार में पहुंच कर गुरू विश्वामित्र ने ताड़का के आतंक की बात बताते हुए राम-लक्ष्मण को वन ले जाने के लिए मांगा। लिया। गुरू विश्वामित्र एवं ऋषियों की यज्ञ रक्षा के लिए राम-लक्ष्मण वन में असुरों का वध करते हैं और राक्षसी ताड़का को मारकर महर्षि का यज्ञ पूर्ण कराते हैं। ताड़का वध होते ही पंडाल में मौजूद भक्त दर्शक जय श्रीराम का जयकारा लगाते हैं जिससे पांडाल का माहौल भक्तिमय हो गया। ताड़का की आकर्षक वेषभूषा और वध की लीला देख पांडाल में मौजूद छोटे बच्चे सिहर उठे। रामलीला में रामप्रीत तिवारी ने महर्षि विश्वामित्र, सुधीर तिवारी ने राम, कृष्णा दूबे ने लक्ष्मण, राजेश ने राक्षसी ताड़का, उपकार शुक्ला ने मारीच, विरेन्द्र दूबे ने सुकेतू तथा कतवारू ने सुबाहु की भूमिका निभाते हुए अपने अभिनय से लीला में जान डाल दी। रामलीला मंचन से पूर्व डाॅक्टर संजयन त्रिपाठी, रामपाल सिंह ने आयोजन में पहुंच कर माता काली का आशीर्वाद लिया, लीला में भगवान श्रीराम की झांकी की आरती एडवोकेट धरणीधर राम त्रिपाठी एडवोकेट विनोद कुमार पांडेय के द्वारा की गई। उन्होंने दर्शकों से भगवान राम के चरित्र को जीवन में उतारने का संदेश दिया। विगत 24 वर्षों से वासंतिक नवरात्र में आयोजित होने वाले राम जन्मोत्सव, रामचरितमानस नवाह्न पारायण पाठ एवं दुर्गा सप्तशती पाठ के कार्यक्रम में इस वर्ष रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में भव्य आयोजन किया गया है। जिसमें बृजकिशोर उर्फ गुलाब त्रिपाठी, राजेश उर्फ बिल्लू त्रिपाठी, प्रधान संगम उर्फ राहुल त्रिपाठी, गंगेश्वर त्रिपाठी, श्यामानंद, विनोद सहित ग्रामवासियों का सहयोग रहा।

*साइबर अपराध के खिलाफ कड़े कानून और फास्ट ट्रैक कोर्ट की मांग: सांसद रवि किशन शुक्ला*

गोरखपुर से सांसद रवि किशन शुक्ला ने लोकसभा में भारत में बढ़ते साइबर अपराध पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सदन का ध्यान इस गंभीर विषय की ओर आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध केवल आर्थिक नुकसान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह देश की संप्रभुता, गोपनीयता, आर्थिक और सामाजिक स्थिरता के लिए भी बड़ा खतरा बनता जा रहा है।

डिजिटल अरेस्ट बन रहा नया खतरा, हर वर्ग हो रहा शिकार

सांसद रवि किशन ने बताया कि साइबर अपराध के कई रूप हैं, लेकिन हाल के दिनों में "डिजिटल अरेस्ट" जैसी नई तकनीकों के जरिए अपराधियों द्वारा लोगों को फंसाया जा रहा है। आम नागरिक से लेकर साइबर एक्सपर्ट तक, हर वर्ग इस अपराध का शिकार हो रहा है। साइबर ठग न सिर्फ लोगों से करोड़ों की ठगी कर रहे हैं, बल्कि उन्हें मानसिक प्रताड़ना भी झेलनी पड़ रही है।

उन्होंने कहा कि "आज हर व्यक्ति—महिला, पुरुष, गरीब, अमीर, शिक्षित-अशिक्षित—इस साइबर अपराध की चपेट में आ रहा है। इसलिए इसे रोकने के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है।"

मौजूदा कानून प्रभावी नहीं, जरूरत है संशोधन और नए कड़े कानूनों की

सांसद ने बताया कि भारतीय साइबर अपराध अधिनियम 2000 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2008 के तहत अधिकतम 10 साल की सजा और 10 लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है। बावजूद इसके, साइबर अपराधियों पर प्रभावी रोक नहीं लग पाई है और पीड़ितों को उनकी गाढ़ी कमाई वापस नहीं मिल पा रही।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इन कानूनों में "डिजिटल अरेस्ट" जैसा कोई स्पष्ट प्रावधान नहीं है, जिससे साइबर अपराधियों पर प्रभावी कार्रवाई करने में दिक्कतें आ रही हैं।

सरकार के प्रयास और उनकी प्रभावशीलता पर सवाल

रवि किशन ने सरकार द्वारा उठाए गए कुछ प्रयासों की सराहना की, जिसमें टोल फ्री नंबर 1930 और चक्षु पोर्टल के जरिए साइबर अपराध की शिकायत करने की सुविधा दी गई है। इसके अलावा, जब भी कोई संदिग्ध नंबर डायल किया जाता है, तो उपभोक्ता को जागरूक करने के लिए एक चेतावनी संदेश भी सुनाई देता है।

हालांकि, उन्होंने कहा कि "इन सभी प्रयासों के बावजूद साइबर अपराध पर प्रभावी नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। हमें और कठोर कदम उठाने होंगे।"

साइबर अपराध के खिलाफ सांसद रवि किशन की प्रमुख मांगें:

1. मौजूदा साइबर कानूनों में संशोधन: अपराधियों को कठोर दंड देने और डिजिटल अरेस्ट जैसी नई चुनौतियों का समाधान करने के लिए।

2. नया विशिष्ट साइबर कानून: अगर मौजूदा कानून प्रभावी नहीं हो रहे हैं, तो साइबर अपराध के लिए एक अलग कानून बनाया जाए।

3. साइबर अपराध के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट: जैसे SC/ST कोर्ट और MP/MLA कोर्ट बनाए गए हैं, उसी तरह साइबर अपराध मामलों के लिए विशेष फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित किए जाएं, ताकि समयबद्ध तरीके से केसों का निपटारा हो सके।

4. मजबूत डिजिटल साक्ष्य सुरक्षा प्रणाली: क्योंकि जैसे-जैसे समय बीतता है, साइबर अपराध के साक्ष्य नष्ट हो जाते हैं, जिससे अपराधियों को सजा दिलाने में कठिनाई होती है।

"साइबर अपराध को रोकना केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि पूरे समाज को जागरूक होना होगा"

सांसद रवि किशन ने कहा कि "इस मुद्दे पर सिर्फ सरकार ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को भी जागरूक होने की जरूरत है। डिजिटल युग में सुरक्षित रहने के लिए हमें सतर्कता बरतनी होगी और साइबर सुरक्षा के प्रति संवेदनशील होना पड़ेगा।"

उन्होंने सदन से अपील की कि इस विषय पर गहन विचार-विमर्श किया जाए और जल्द से जल्द प्रभावी कानून बनाकर साइबर अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।