*हड़ताल पर रहे तहसील के अधिवक्ता*

खजनी गोरखपुर।सदर तहसील के तहसीलदार द्वारा अधिवक्ताओं के खिलाफ की गई अमर्यादित टिप्पणी पर विरोध जताते हुए, जिला अधिवक्ता संघ के आह्वान पर आज खजनी तहसील के सभी अधिवक्ता हड़ताल पर रहे।

तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एड. कृपाशंकर सिंह और महामंत्री कामेश्वर ने जानकारी देते हुए बताया कि आज सभी अधिवक्ताओं को न्यायिक कार्य से विरत रह कर विरोध जताने का निर्देश जारी हुआ था।

दोहरे निषाद हत्याकांड के पीड़ित परिजनों से निषाद पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने की मुलाक़ात

गोरखपुर। शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ संजय कुमार निषाद आज जनपद गोरखपुर पहुँचे, उन्होंने विगत दिनों ग्राम सभा शिवपुर चकदहा में दोहरे निषाद हत्याकांड प्रकरण में पीड़ित परिजनों से मुलाक़ात उसके गाँव पहुँचे। उन्होंने क्षेत्रीय विधायक व क्षेत्राधिकारी चौरी-चौरा से प्रकरण की जानकारी लेते हुए पीड़ित परिजनों से भी प्रकरण की जानकारी ली। मृतका के बेटे और बेटियों ने घटना और घटना के पश्चात मिलने वाली धमकियों को मा० मंत्री जी के समक्ष रखा। मा० मंत्री जी क्षेत्राधिकारी पुलिस को पीड़ित परिजनों की शिकायत पर आदेशित करते हुए कहा कि एक निश्चित समय अपने आला अधिकारियों से पूछकर एक दिन बताइए कि किस दिनतक सभी आरिपियों की गिरफ़्तारी सुनिश्चित कर ली जाएगी।

मुख्यमंत्री के गृह जनपद में दोहरा निषाद हत्याकांड हो जाता है और पुलिस द्वारा अभी तक सिर्फ़ मुख्य आरोपी को ही गिरफ़्तार किया गया है बाक़ी अन्य आरोपियों की गिरफ़्तारी पुलिस नहीं कर पायी है, ये किस प्रकार की कार्रवाई आप कर रहे हैं? उन्होंने क्षेत्राधिकारी को कहा कि पीड़ित परिजनों के रिश्तेदारों, ग्राम वासियों को धमकाया जा रहा है? ये उचित नहीं है, अगर समय रहते हुए तत्कालीन दरोग़ा व सिपाही ने पीड़ित व आरोपी का समझौता नहीं करवाया होता तो आज ये घटना नहीं घटती किंतु घटना घटित होने के पश्चात भी अगर हत्याआरोपी के परिजन पीड़ित के सहयोगी और परिजनों को धमकी दे रहे हैं इसको तत्काल प्रभाव से बंद करवाइए और धमकी देने वाली को तुरंत गिरफ़्तार करके जेल भेजा जाए।

उन्होंने पीड़ित परिजनों को आश्वस्त करते हुए कहा की निषाद पार्टी और डॉ संजय निषाद सपरिवार आपको परिजनों के साथ कदम से कदम मिलाकर खड़े हैं, मा० मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है और किसी भी प्रकार के अपराध को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। मा० मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तरप्रदेश से माफिया/गुंडा/दहशत/अपराध मुक्त बना दिया गया है, आरोपी चाहे कितने भी रसूखदार क्यों ना हो, उसके उसके किए की सजा मिलकर रहेगी।

उन्होंने तहसीलदार चौरी-चौरा को आदेशित करते हुए कहा कि पीड़ित को मिलने वाली सभी शासकीय सहायता जल्द से जल्द उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने उपनिदेशक गोरखपुर मंडल (मत्स्य विभाग) को मत्स्य पालक कल्याण कोष व अन्य योजनाओं से पीड़ित परिजनों की हर संभव मदद करने के लिए आदेशित किया। उन्होंने निषाद पार्टी की ओर से पीड़ित परिजनों की आर्थिक सहायता करते हुए, भविष्य में किसी भी प्रकार की आवश्यकता पर मदद का भी आश्वस्त किया।

उन्होंने समाजवादी पार्टी सांसद पर जवाब देते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी सांसद अगर असल मायने में निषाद समाज से आते हैं तो वो एक बार अयोध्या में हुए निषाद समाज की बेटी के साथ समाजवादी पार्टी के नेताओं द्वारा किए गए अत्याचार, दुराचार और रेप पीड़िता से क्यों नहीं मिलने गये, जबकि उनकी लोकसभा के सबसे नज़दीक अयोध्या ज़िला पड़ता है। समाजवादी पार्टी के सांसद पहले ये तय करें कि उनका जो घड़ियाली निषाद प्रेम जो है वो बस चौरी-चौरा को देखकर उमड़ रहा है या प्रदेश में उनकी पार्टी के नेताओं द्वारा किए गए अन्य अत्याचार पर भी कुछ बोलने की ज़िम्मेदारी लेंगे। श्री निषाद जी ने कहा मैं तो हैरान हूँ की वो चौरी-चौरा में हुए दोहरे निषाद हत्याकांड में अपनी राजनीति रोटियाँ सेकने के लिए इस हद तक गिर गये कि वो कहते हैं मेरा बेटा वहाँ चुनाव लड़ना चाहता है। मेरा मानना है कि राजनीति में कोई भी कही से चुनाव लड़ सकता है, किंतु मौत पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। चौरी-चौरा के विधायक ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए अपराधियों को जेल में पहुँचाने का काम किया है और हम तो चाहते हैं समाजवादी पार्टी के सांसद और उनके बेटो की भी पुलिस को सीडीआर की जाँच करनी चाहिए क्योंकि जिन पर आरोप लगे हैं वो समाजवादी पार्टी के ही नेता थे। अपराधियों को छिपाने और उड़ा का हेलीकॉप्टर से ले जाना समाजवादी पार्टी का पुराना इतिहास रहा है

इस दौरान ई० प्रवीण निषाद, ई० सरवन निषाद, दिनानाथ निषाद, अमित निषाद, बलदेव निषाद, सुनील निषाद, अनिकेत निषाद, सूरज निषाद, शैलेंद्र निषाद, लालबचन निषाद, नगीना निषाद, रामदयाग़र निषाद आदि मौजूद रहे।

चैत्र नवरात्र के सातवें दिन गोरखनाथ मन्दिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने की देवी कालरात्रि की पूजा

गोरखपुर। गोरखनाथ मन्दिर में चैत्र नवरात्र के सातवें दिन गोरखनाथ मन्दिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ जी ने देवी कालरात्रि की पूजा, दुर्गा सप्तशती का पाठ के पश्चात आरती व प्रसाद वितरण किया गया ।

कालरात्रि महाकाली का स्वरूप मानी जाती है। यह देवी अंधकार और नकारात्मक शक्तियों का नाश करती हैं। इनका स्वर रौद्र है, परंतु भक्तों के लिए ये अत्यंत दयालु हैं। देवी कालरात्रि की पूजा से भय, शत्रु और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है। इस दिन साधक आध्यात्मिक उन्नति और सिद्धियों की प्राप्ति के लिए आराधना करते हैं। रात्रि को विशेष पूजा का महत्व होता है। लाल फूल, गुड़ और नारियल का भोग अर्पित किया जाता है। पूजा से साहस, आत्मबल और विजय की प्राप्ति होती है।

आज के पूजा में प्रातःकाल एवं सायंकाल में प्राचार्य डॉ अरविन्द चतुर्वेदी, डॉ रोहित मिश्र,अश्वनी त्रिपाठी, नित्यानंद तिवारी, शशांक पाण्डेय, रूपेश मिश्र, मयंक तिवारी सहित 11 वेदपाठी आचार्य उपस्थित रहे।

*गैंगेस्टर अपराधी को उरूवां पुलिस ने जेल भेजा*

खजनी गोरखपुर।गिरोहबंद एवं समाज विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने वाले गैंगलीडर तथा गैंगेस्टर मुकदमें के वांछित अपराधी बांसगांव थाना क्षेत्र के पिड़िया गांव के निवासी रतनलाल चौहान पुत्र मोतीलाल चौहान 30 वर्ष को जिले की पुलिस लंबे समय से तलाश में थी।4 अप्रैल 2025 को सबेरे 8.40 बजे उरूवां थाने की पुलिस टीम ने वांछित अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए गैंगलीडर अपराधी के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में धोखाधड़ी, मारपीट, बलवा, साजिश, जालसाजी आदि दर्जनों गंभीर धाराओं में कुल 5 मुकदमे दर्ज पाए गए।

विधिक कार्रवाई के बाद थानाध्यक्ष उरूवां ने अभियुक्त को जेल भेज दिया है।

*रामलीला में ताड़का वध की लीला का मंचन,ताड़का वध लीला देख सिहर उठे बच्चे*

खजनी गोरखपुर।।क्षेत्र के रूद्रपुर गांव के प्राचीन काली मंदिर परिसर में श्री आदर्श रामलीला कमेटी के कलाकारों द्वारा ताड़का वध की लीला का मंचन किया गया। राजा दशरथ के दरबार में पहुंच कर गुरू विश्वामित्र ने ताड़का के आतंक की बात बताते हुए राम-लक्ष्मण को वन ले जाने के लिए मांगा। लिया। गुरू विश्वामित्र एवं ऋषियों की यज्ञ रक्षा के लिए राम-लक्ष्मण वन में असुरों का वध करते हैं और राक्षसी ताड़का को मारकर महर्षि का यज्ञ पूर्ण कराते हैं। ताड़का वध होते ही पंडाल में मौजूद भक्त दर्शक जय श्रीराम का जयकारा लगाते हैं जिससे पांडाल का माहौल भक्तिमय हो गया। ताड़का की आकर्षक वेषभूषा और वध की लीला देख पांडाल में मौजूद छोटे बच्चे सिहर उठे। रामलीला में रामप्रीत तिवारी ने महर्षि विश्वामित्र, सुधीर तिवारी ने राम, कृष्णा दूबे ने लक्ष्मण, राजेश ने राक्षसी ताड़का, उपकार शुक्ला ने मारीच, विरेन्द्र दूबे ने सुकेतू तथा कतवारू ने सुबाहु की भूमिका निभाते हुए अपने अभिनय से लीला में जान डाल दी। रामलीला मंचन से पूर्व डाॅक्टर संजयन त्रिपाठी, रामपाल सिंह ने आयोजन में पहुंच कर माता काली का आशीर्वाद लिया, लीला में भगवान श्रीराम की झांकी की आरती एडवोकेट धरणीधर राम त्रिपाठी एडवोकेट विनोद कुमार पांडेय के द्वारा की गई। उन्होंने दर्शकों से भगवान राम के चरित्र को जीवन में उतारने का संदेश दिया। विगत 24 वर्षों से वासंतिक नवरात्र में आयोजित होने वाले राम जन्मोत्सव, रामचरितमानस नवाह्न पारायण पाठ एवं दुर्गा सप्तशती पाठ के कार्यक्रम में इस वर्ष रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में भव्य आयोजन किया गया है। जिसमें बृजकिशोर उर्फ गुलाब त्रिपाठी, राजेश उर्फ बिल्लू त्रिपाठी, प्रधान संगम उर्फ राहुल त्रिपाठी, गंगेश्वर त्रिपाठी, श्यामानंद, विनोद सहित ग्रामवासियों का सहयोग रहा।

*साइबर अपराध के खिलाफ कड़े कानून और फास्ट ट्रैक कोर्ट की मांग: सांसद रवि किशन शुक्ला*

गोरखपुर से सांसद रवि किशन शुक्ला ने लोकसभा में भारत में बढ़ते साइबर अपराध पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सदन का ध्यान इस गंभीर विषय की ओर आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध केवल आर्थिक नुकसान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह देश की संप्रभुता, गोपनीयता, आर्थिक और सामाजिक स्थिरता के लिए भी बड़ा खतरा बनता जा रहा है।

डिजिटल अरेस्ट बन रहा नया खतरा, हर वर्ग हो रहा शिकार

सांसद रवि किशन ने बताया कि साइबर अपराध के कई रूप हैं, लेकिन हाल के दिनों में "डिजिटल अरेस्ट" जैसी नई तकनीकों के जरिए अपराधियों द्वारा लोगों को फंसाया जा रहा है। आम नागरिक से लेकर साइबर एक्सपर्ट तक, हर वर्ग इस अपराध का शिकार हो रहा है। साइबर ठग न सिर्फ लोगों से करोड़ों की ठगी कर रहे हैं, बल्कि उन्हें मानसिक प्रताड़ना भी झेलनी पड़ रही है।

उन्होंने कहा कि "आज हर व्यक्ति—महिला, पुरुष, गरीब, अमीर, शिक्षित-अशिक्षित—इस साइबर अपराध की चपेट में आ रहा है। इसलिए इसे रोकने के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है।"

मौजूदा कानून प्रभावी नहीं, जरूरत है संशोधन और नए कड़े कानूनों की

सांसद ने बताया कि भारतीय साइबर अपराध अधिनियम 2000 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2008 के तहत अधिकतम 10 साल की सजा और 10 लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है। बावजूद इसके, साइबर अपराधियों पर प्रभावी रोक नहीं लग पाई है और पीड़ितों को उनकी गाढ़ी कमाई वापस नहीं मिल पा रही।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इन कानूनों में "डिजिटल अरेस्ट" जैसा कोई स्पष्ट प्रावधान नहीं है, जिससे साइबर अपराधियों पर प्रभावी कार्रवाई करने में दिक्कतें आ रही हैं।

सरकार के प्रयास और उनकी प्रभावशीलता पर सवाल

रवि किशन ने सरकार द्वारा उठाए गए कुछ प्रयासों की सराहना की, जिसमें टोल फ्री नंबर 1930 और चक्षु पोर्टल के जरिए साइबर अपराध की शिकायत करने की सुविधा दी गई है। इसके अलावा, जब भी कोई संदिग्ध नंबर डायल किया जाता है, तो उपभोक्ता को जागरूक करने के लिए एक चेतावनी संदेश भी सुनाई देता है।

हालांकि, उन्होंने कहा कि "इन सभी प्रयासों के बावजूद साइबर अपराध पर प्रभावी नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। हमें और कठोर कदम उठाने होंगे।"

साइबर अपराध के खिलाफ सांसद रवि किशन की प्रमुख मांगें:

1. मौजूदा साइबर कानूनों में संशोधन: अपराधियों को कठोर दंड देने और डिजिटल अरेस्ट जैसी नई चुनौतियों का समाधान करने के लिए।

2. नया विशिष्ट साइबर कानून: अगर मौजूदा कानून प्रभावी नहीं हो रहे हैं, तो साइबर अपराध के लिए एक अलग कानून बनाया जाए।

3. साइबर अपराध के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट: जैसे SC/ST कोर्ट और MP/MLA कोर्ट बनाए गए हैं, उसी तरह साइबर अपराध मामलों के लिए विशेष फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित किए जाएं, ताकि समयबद्ध तरीके से केसों का निपटारा हो सके।

4. मजबूत डिजिटल साक्ष्य सुरक्षा प्रणाली: क्योंकि जैसे-जैसे समय बीतता है, साइबर अपराध के साक्ष्य नष्ट हो जाते हैं, जिससे अपराधियों को सजा दिलाने में कठिनाई होती है।

"साइबर अपराध को रोकना केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि पूरे समाज को जागरूक होना होगा"

सांसद रवि किशन ने कहा कि "इस मुद्दे पर सिर्फ सरकार ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को भी जागरूक होने की जरूरत है। डिजिटल युग में सुरक्षित रहने के लिए हमें सतर्कता बरतनी होगी और साइबर सुरक्षा के प्रति संवेदनशील होना पड़ेगा।"

उन्होंने सदन से अपील की कि इस विषय पर गहन विचार-विमर्श किया जाए और जल्द से जल्द प्रभावी कानून बनाकर साइबर अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।

सीआरसी गोरखपुर में मनाया गया विश्व स्वलीनता दिवस

गोरखपुर। सीआरसी गोरखपुर में विश्व स्वलीनता दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में लगभग 125 दिव्यांगजन और उनके अभिभावकों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर बतौर रिसोर्सपर्सन अरविंद कुमार पांडे, विशेष शिक्षक ने स्वलीन बच्चों की पहचान, लक्षण और उनके शैक्षिक प्रबंधन के बारे में विस्तार से चर्चा किया। स्वलीन बच्चों का लक्षण बताते हुए श्री पांडे ने कहा कि ऐसे बच्चे दूसरों से संवाद करने में,अपनी बात कहने में, दूसरों की बात आसानी से समझने में असुविधा महसूस करते हैं।

कार्यक्रम के दूसरे वक्ता सीआरसी गोरखपुर के नैदानिक मनोविज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक राजेश कुमार ने स्वलीन बच्चों के गृह आधारित प्रबंधन के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि स्वलीन बच्चों को रोजमर्रा वाले कामों हेतु घर के कामों में लगाना चाहिए तथा उन्हें वार्तालाप करने के अलग-अलग अवसर प्रदान करने चाहिए। जरूरत पड़ने पर उनको चित्रात्मक विकल्प प्रदान करना चाहिए। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कहा कि ऑटिज्म आज केवल स्थानीय नहीं वरन पूरे विश्व की समस्या है। जिसके लिए जागरूकता ही बचाव है और अभिभावकों को जागरुक होकर अपने बच्चों की शिक्षा और अन्य गतिविधियों में तत्परता से लगना चाहिए। समुचित पुनर्वास सेवाओं द्वारा स्वलीनता का प्रबंधन किया जा सकता है।

इस अवसर पर कार्यक्रम समन्वयक संजय प्रताप ने कार्यक्रम का संचालन किया। सुश्री सृष्टि मौर्य ने प्रश्नोत्तर काल तथा रॉबिन ने सभी के धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर सीआरसी गोरखपुर के सभी अधिकारी और कर्मचारी गण मौजूद रहे।

*तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बने कृष्ण कुमार सिंह*

खजनी गोरखपुर।।तहसील बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव में 6 मतों के अंतर से अध्यक्ष चुने गए एडवोकेट कृष्ण कुमार सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एडवोकेट सत्यप्रकाश श्रीवास्तव उर्फ मल्लुलाल को हरा कर अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया।उन्हें कुल 57 मत मिले।

महामंत्री पद पर एडवोकेट राजनाथ दूबे ने एडवोकेट शिवकुमार को 9 मतों के अंतर से हराकर जीत हासिल की अध्यक्ष पद के लिए 3 और महामंत्री पद के लिए एडवोकेट राजनाथ दूबे समेत 2 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे।वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर एडवोकेट राजदेव प्रियदर्शी ने 6 मतों के अंतर से अनिल मिश्रा को हराकर जीत हासिल की तहसील के अधिवक्ताओं ने उन्हें बधाई दी।सबेरे निर्वाचन अधिकारी वरिष्ठ अधिवक्ता रामप्रीत यादव चुनाव आयोग अध्यक्ष सदस्य कृष्णानंद शुक्ल, मारकन्डेय तिवारी,दरगाही प्रसाद आजाद,सुदामा प्रसाद

के मार्गदर्शन में मतदान और मतगणना कार्य संपन्न हुआ।

*यूपीएस के विरोध में शिक्षक कर्मचारियों ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन*

गोरखपुर। 1 अप्रैल 2025 को एन एम ओ पी एस/अटेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के आवाहन पर पुरे प्रदेश में यूपीएस के विरोध में सभी शिक्षक कर्मचारीयो ने काली पट्टी बांधकर अपने कार्यस्थल पर कार्य किया। अटेवा गोरखपुर के जिला अध्यक्ष सुनील कुमार दुबे की अगुवाई में गोरखपुर विश्वविद्यालय पंत पार्क पर समस्त विभागों के कर्मचारी व शिक्षक इकट्ठा हुए तत्पश्चात जिलाधिकारी को यूपीएस के विरोध में ज्ञापन देने का कार्य किया।

इस अवसर पर अटेवा के जिला अध्यक्ष सुनील कुमार दूबे महामंत्री ज्ञान प्रकाश सिंह ने कहा कि नई पेंशन योजना के कारण कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति के बाद उनकी आर्थिक सुरक्षा खतरे में है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पुरानी पेंशन योजना को पुनः लागू करना लाखों कर्मचारियों और शिक्षकों के हित में होगा।

जिला उपाध्यक्ष राजकुमार व संतोष पाठक ने कहा की पुरानी पेंशन शिक्षक कर्मचारियों के लिए जीवन मरण का प्रश्न है इसके लिए हम अटेवा के साथ मजबूती से खड़े हैं।

जिला कोषाध्यक्ष विरेन्द्र प्रसाद व अर्जुन गुप्ता ने कहा शिक्षक इस देश का निर्माण कर्ता है इस समय वह NPS व UPS को लेकर मानसिक पीड़ा के दौर से गुजर रहा है, इसलिए उनके लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था को तत्काल बहाल किया जाना चाहिए। वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक सिंह, रमेश कुमार भारती, अखंड प्रताप सिंह, रुपेश कुमार श्रीवास्तव बृजेश कुमार श्रीवास्तव राजेश सिंह ने कहां

की निजीकरण ने निम्न और मध्य वर्ग का भविष्य चौपट कर दिया है सरकार इसे तुरंत रोके।

याद कीजिए वह कोरोना का वीभत्स दौर जब कोई अपना भी सेवा नहीं कर पा रहा था तब यही स्वास्थ्य कर्मचारियों व नर्सेज डॉक्टर सफाई कर्मी ही थे जिन्होंने अपने जीवन की परवाह न करते हुए सभी की सेवा कीI उन सभी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल होनी चाहिए।

ज्ञापन सौंपने के दौरान सुनील कुमार दूबे, ज्ञान प्रकाश सिंह, संतोष पाठक, राजकुमार, अशोक सिंह, राम मिलन पासवान, परमेश्वर पासी धर्मेन्द्र कुमार गगहा ब्लाक अध्यक्ष, अरुण कुमार कनौजिया, राम कुमार राव, विरेन्द्र प्रसाद,शिव प्रसाद शर्मा, अर्जुन गुप्ता, मनोज शर्मा, सुनील शर्मा, वरुण दुबे रमेश कुमार भारती, रुपेश कुमार श्रीवास्तव, अखंड प्रताप सिंह, बृजेश कुमार श्रीवास्तव, यादवेन्द्र यादव, मेवा लाल मौर्य, दुर्गाविजय सिंह, अजय कुमार भास्कर, अवधेश कुमार, राम प्रसाद, प्रमोद कुमार, राकेश कुमार, लालमन यादव, तुलीका त्रिपाठी,रीता त्रिपाठी,सीमा राय, पूनम रानी ज्योति ठाकुर, उर्मिला मोर्या, अनुराधा सोनकर, सुनीता भारती, प्रियंका भारती रुबी, रेनू, सुरभी चौरसिया, अनुराधा, संख्या में शिक्षक, कर्मचारी और अटेवा के पदाधिकारी मौजूद रहे।

*गोरखपुर के अभूतपूर्व विकास में मीडिया की सकारात्मकता महत्वपूर्ण : रविकिशन*

गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब की कार्यकारिणी को सांसद ने किया सम्मानित

गोरखपुर, 31 मार्च। सुप्रसिद्ध सिने स्टार और गोरखपुर के सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में गोरखपुर का जो अभूतपूर्व और अकल्पनीय विकास हुआ है उसमें मीडिया की सकारात्मकता का भी महत्वपूर्ण योगदान है। मीडिया से मिलने वाले सुझाव से ही विकास की गति उत्तरोत्तर तीव्र होती गई।

सांसद रविकिशन सोमवार को गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब के सभागार में प्रेस क्लब की कार्यकारिणी को सम्मानित करने के बाद मीडियाकर्मियों के बीच अपने विचार और भाव व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गोरखपुर की मीडिया की सकारात्मक धारणा ने उन्हें निरंतर कार्य करते रहने को प्रेरित किया है। श्री शुक्ल ने कहा कि यहां की मीडिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संघर्षों की साक्षी रही है तो पिछले आठ साल में उनके नेतृत्व में हुए कायाकल्प को भी देख रही है। सीएम योगी के नेतृत्व में गोरखपुर में पचास हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं धरातल पर उतरी हैं, चालीस हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं को अभी मूर्त होना है।

रविकिशन ने कहा कि गोरखपुर में उनके निवेदन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक फ़िल्म सिटी बनाने जा रहे हैं। इससे बड़ी संख्या में स्थानीय कलाकारों को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इस अवसर पर सांसद रविकिशन का स्वागत करते हुए गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब के अध्यक्ष रीतेश मिश्र ने आइफा अवार्ड मिलने पर रविकिशन को बधाई दी और कहा कि रविकिशन संसद और फिल्मों, दोनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर गोरखपुर का मान बढ़ा रहे हैं। संचालन महामंत्री पंकज कुमार श्रीवास्तव ने किया।

प्रेस क्लब की कार्यकारिणी और अनेक पत्रकारों ने रविकिशन का स्वागत किया। इस अवसर पर मान्यता प्राप्त पत्रकार समिति गोरखपुर के अध्यक्ष डॉ अरविंद कुमार राय, प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष भूपेंद्र द्रिवेदी, सहायक निदेशक सूचना प्रशांत कुमार श्रीवास्तव, प्रेस क्लब के संयुक्त मंत्री अंगद प्रजापति, कोषाध्यक्ष प्रिंस पांडेय, पुस्तकालय मंत्री विनय सिंह, कार्यकारिणी सदस्य परमात्मा त्रिपाठी, राजीव पांडेय, विवेक कुमार, वरिष्ठ पत्रकार रामगोपाल द्विवेदी, गजेंद्र त्रिपाठी, अजित यादव, उमेश पाठक, ओंकार धर द्विवेदी, सुशील कुमार, हरेंद्र द्विवेदी, गौरव त्रिपाठी, आयुष द्विवेदी, केके श्रीवास्तव, आनंद चौधरी, राजू सैनी, संदीप त्रिपाठी, दीपक चक्रवर्ती, पुनीत, नीतीश आदि उपस्थित रहे।