*रामलीला में ताड़का वध की लीला का मंचन,ताड़का वध लीला देख सिहर उठे बच्चे*

खजनी गोरखपुर।।क्षेत्र के रूद्रपुर गांव के प्राचीन काली मंदिर परिसर में श्री आदर्श रामलीला कमेटी के कलाकारों द्वारा ताड़का वध की लीला का मंचन किया गया। राजा दशरथ के दरबार में पहुंच कर गुरू विश्वामित्र ने ताड़का के आतंक की बात बताते हुए राम-लक्ष्मण को वन ले जाने के लिए मांगा। लिया। गुरू विश्वामित्र एवं ऋषियों की यज्ञ रक्षा के लिए राम-लक्ष्मण वन में असुरों का वध करते हैं और राक्षसी ताड़का को मारकर महर्षि का यज्ञ पूर्ण कराते हैं। ताड़का वध होते ही पंडाल में मौजूद भक्त दर्शक जय श्रीराम का जयकारा लगाते हैं जिससे पांडाल का माहौल भक्तिमय हो गया। ताड़का की आकर्षक वेषभूषा और वध की लीला देख पांडाल में मौजूद छोटे बच्चे सिहर उठे। रामलीला में रामप्रीत तिवारी ने महर्षि विश्वामित्र, सुधीर तिवारी ने राम, कृष्णा दूबे ने लक्ष्मण, राजेश ने राक्षसी ताड़का, उपकार शुक्ला ने मारीच, विरेन्द्र दूबे ने सुकेतू तथा कतवारू ने सुबाहु की भूमिका निभाते हुए अपने अभिनय से लीला में जान डाल दी। रामलीला मंचन से पूर्व डाॅक्टर संजयन त्रिपाठी, रामपाल सिंह ने आयोजन में पहुंच कर माता काली का आशीर्वाद लिया, लीला में भगवान श्रीराम की झांकी की आरती एडवोकेट धरणीधर राम त्रिपाठी एडवोकेट विनोद कुमार पांडेय के द्वारा की गई। उन्होंने दर्शकों से भगवान राम के चरित्र को जीवन में उतारने का संदेश दिया। विगत 24 वर्षों से वासंतिक नवरात्र में आयोजित होने वाले राम जन्मोत्सव, रामचरितमानस नवाह्न पारायण पाठ एवं दुर्गा सप्तशती पाठ के कार्यक्रम में इस वर्ष रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में भव्य आयोजन किया गया है। जिसमें बृजकिशोर उर्फ गुलाब त्रिपाठी, राजेश उर्फ बिल्लू त्रिपाठी, प्रधान संगम उर्फ राहुल त्रिपाठी, गंगेश्वर त्रिपाठी, श्यामानंद, विनोद सहित ग्रामवासियों का सहयोग रहा।

*साइबर अपराध के खिलाफ कड़े कानून और फास्ट ट्रैक कोर्ट की मांग: सांसद रवि किशन शुक्ला*

गोरखपुर से सांसद रवि किशन शुक्ला ने लोकसभा में भारत में बढ़ते साइबर अपराध पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सदन का ध्यान इस गंभीर विषय की ओर आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध केवल आर्थिक नुकसान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह देश की संप्रभुता, गोपनीयता, आर्थिक और सामाजिक स्थिरता के लिए भी बड़ा खतरा बनता जा रहा है।

डिजिटल अरेस्ट बन रहा नया खतरा, हर वर्ग हो रहा शिकार

सांसद रवि किशन ने बताया कि साइबर अपराध के कई रूप हैं, लेकिन हाल के दिनों में "डिजिटल अरेस्ट" जैसी नई तकनीकों के जरिए अपराधियों द्वारा लोगों को फंसाया जा रहा है। आम नागरिक से लेकर साइबर एक्सपर्ट तक, हर वर्ग इस अपराध का शिकार हो रहा है। साइबर ठग न सिर्फ लोगों से करोड़ों की ठगी कर रहे हैं, बल्कि उन्हें मानसिक प्रताड़ना भी झेलनी पड़ रही है।

उन्होंने कहा कि "आज हर व्यक्ति—महिला, पुरुष, गरीब, अमीर, शिक्षित-अशिक्षित—इस साइबर अपराध की चपेट में आ रहा है। इसलिए इसे रोकने के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है।"

मौजूदा कानून प्रभावी नहीं, जरूरत है संशोधन और नए कड़े कानूनों की

सांसद ने बताया कि भारतीय साइबर अपराध अधिनियम 2000 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2008 के तहत अधिकतम 10 साल की सजा और 10 लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है। बावजूद इसके, साइबर अपराधियों पर प्रभावी रोक नहीं लग पाई है और पीड़ितों को उनकी गाढ़ी कमाई वापस नहीं मिल पा रही।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इन कानूनों में "डिजिटल अरेस्ट" जैसा कोई स्पष्ट प्रावधान नहीं है, जिससे साइबर अपराधियों पर प्रभावी कार्रवाई करने में दिक्कतें आ रही हैं।

सरकार के प्रयास और उनकी प्रभावशीलता पर सवाल

रवि किशन ने सरकार द्वारा उठाए गए कुछ प्रयासों की सराहना की, जिसमें टोल फ्री नंबर 1930 और चक्षु पोर्टल के जरिए साइबर अपराध की शिकायत करने की सुविधा दी गई है। इसके अलावा, जब भी कोई संदिग्ध नंबर डायल किया जाता है, तो उपभोक्ता को जागरूक करने के लिए एक चेतावनी संदेश भी सुनाई देता है।

हालांकि, उन्होंने कहा कि "इन सभी प्रयासों के बावजूद साइबर अपराध पर प्रभावी नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। हमें और कठोर कदम उठाने होंगे।"

साइबर अपराध के खिलाफ सांसद रवि किशन की प्रमुख मांगें:

1. मौजूदा साइबर कानूनों में संशोधन: अपराधियों को कठोर दंड देने और डिजिटल अरेस्ट जैसी नई चुनौतियों का समाधान करने के लिए।

2. नया विशिष्ट साइबर कानून: अगर मौजूदा कानून प्रभावी नहीं हो रहे हैं, तो साइबर अपराध के लिए एक अलग कानून बनाया जाए।

3. साइबर अपराध के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट: जैसे SC/ST कोर्ट और MP/MLA कोर्ट बनाए गए हैं, उसी तरह साइबर अपराध मामलों के लिए विशेष फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित किए जाएं, ताकि समयबद्ध तरीके से केसों का निपटारा हो सके।

4. मजबूत डिजिटल साक्ष्य सुरक्षा प्रणाली: क्योंकि जैसे-जैसे समय बीतता है, साइबर अपराध के साक्ष्य नष्ट हो जाते हैं, जिससे अपराधियों को सजा दिलाने में कठिनाई होती है।

"साइबर अपराध को रोकना केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि पूरे समाज को जागरूक होना होगा"

सांसद रवि किशन ने कहा कि "इस मुद्दे पर सिर्फ सरकार ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को भी जागरूक होने की जरूरत है। डिजिटल युग में सुरक्षित रहने के लिए हमें सतर्कता बरतनी होगी और साइबर सुरक्षा के प्रति संवेदनशील होना पड़ेगा।"

उन्होंने सदन से अपील की कि इस विषय पर गहन विचार-विमर्श किया जाए और जल्द से जल्द प्रभावी कानून बनाकर साइबर अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।

सीआरसी गोरखपुर में मनाया गया विश्व स्वलीनता दिवस

गोरखपुर। सीआरसी गोरखपुर में विश्व स्वलीनता दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में लगभग 125 दिव्यांगजन और उनके अभिभावकों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर बतौर रिसोर्सपर्सन अरविंद कुमार पांडे, विशेष शिक्षक ने स्वलीन बच्चों की पहचान, लक्षण और उनके शैक्षिक प्रबंधन के बारे में विस्तार से चर्चा किया। स्वलीन बच्चों का लक्षण बताते हुए श्री पांडे ने कहा कि ऐसे बच्चे दूसरों से संवाद करने में,अपनी बात कहने में, दूसरों की बात आसानी से समझने में असुविधा महसूस करते हैं।

कार्यक्रम के दूसरे वक्ता सीआरसी गोरखपुर के नैदानिक मनोविज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक राजेश कुमार ने स्वलीन बच्चों के गृह आधारित प्रबंधन के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि स्वलीन बच्चों को रोजमर्रा वाले कामों हेतु घर के कामों में लगाना चाहिए तथा उन्हें वार्तालाप करने के अलग-अलग अवसर प्रदान करने चाहिए। जरूरत पड़ने पर उनको चित्रात्मक विकल्प प्रदान करना चाहिए। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कहा कि ऑटिज्म आज केवल स्थानीय नहीं वरन पूरे विश्व की समस्या है। जिसके लिए जागरूकता ही बचाव है और अभिभावकों को जागरुक होकर अपने बच्चों की शिक्षा और अन्य गतिविधियों में तत्परता से लगना चाहिए। समुचित पुनर्वास सेवाओं द्वारा स्वलीनता का प्रबंधन किया जा सकता है।

इस अवसर पर कार्यक्रम समन्वयक संजय प्रताप ने कार्यक्रम का संचालन किया। सुश्री सृष्टि मौर्य ने प्रश्नोत्तर काल तथा रॉबिन ने सभी के धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर सीआरसी गोरखपुर के सभी अधिकारी और कर्मचारी गण मौजूद रहे।

*तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बने कृष्ण कुमार सिंह*

खजनी गोरखपुर।।तहसील बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव में 6 मतों के अंतर से अध्यक्ष चुने गए एडवोकेट कृष्ण कुमार सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एडवोकेट सत्यप्रकाश श्रीवास्तव उर्फ मल्लुलाल को हरा कर अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया।उन्हें कुल 57 मत मिले।

महामंत्री पद पर एडवोकेट राजनाथ दूबे ने एडवोकेट शिवकुमार को 9 मतों के अंतर से हराकर जीत हासिल की अध्यक्ष पद के लिए 3 और महामंत्री पद के लिए एडवोकेट राजनाथ दूबे समेत 2 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे।वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर एडवोकेट राजदेव प्रियदर्शी ने 6 मतों के अंतर से अनिल मिश्रा को हराकर जीत हासिल की तहसील के अधिवक्ताओं ने उन्हें बधाई दी।सबेरे निर्वाचन अधिकारी वरिष्ठ अधिवक्ता रामप्रीत यादव चुनाव आयोग अध्यक्ष सदस्य कृष्णानंद शुक्ल, मारकन्डेय तिवारी,दरगाही प्रसाद आजाद,सुदामा प्रसाद

के मार्गदर्शन में मतदान और मतगणना कार्य संपन्न हुआ।

*यूपीएस के विरोध में शिक्षक कर्मचारियों ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन*

गोरखपुर। 1 अप्रैल 2025 को एन एम ओ पी एस/अटेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के आवाहन पर पुरे प्रदेश में यूपीएस के विरोध में सभी शिक्षक कर्मचारीयो ने काली पट्टी बांधकर अपने कार्यस्थल पर कार्य किया। अटेवा गोरखपुर के जिला अध्यक्ष सुनील कुमार दुबे की अगुवाई में गोरखपुर विश्वविद्यालय पंत पार्क पर समस्त विभागों के कर्मचारी व शिक्षक इकट्ठा हुए तत्पश्चात जिलाधिकारी को यूपीएस के विरोध में ज्ञापन देने का कार्य किया।

इस अवसर पर अटेवा के जिला अध्यक्ष सुनील कुमार दूबे महामंत्री ज्ञान प्रकाश सिंह ने कहा कि नई पेंशन योजना के कारण कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति के बाद उनकी आर्थिक सुरक्षा खतरे में है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पुरानी पेंशन योजना को पुनः लागू करना लाखों कर्मचारियों और शिक्षकों के हित में होगा।

जिला उपाध्यक्ष राजकुमार व संतोष पाठक ने कहा की पुरानी पेंशन शिक्षक कर्मचारियों के लिए जीवन मरण का प्रश्न है इसके लिए हम अटेवा के साथ मजबूती से खड़े हैं।

जिला कोषाध्यक्ष विरेन्द्र प्रसाद व अर्जुन गुप्ता ने कहा शिक्षक इस देश का निर्माण कर्ता है इस समय वह NPS व UPS को लेकर मानसिक पीड़ा के दौर से गुजर रहा है, इसलिए उनके लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था को तत्काल बहाल किया जाना चाहिए। वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक सिंह, रमेश कुमार भारती, अखंड प्रताप सिंह, रुपेश कुमार श्रीवास्तव बृजेश कुमार श्रीवास्तव राजेश सिंह ने कहां

की निजीकरण ने निम्न और मध्य वर्ग का भविष्य चौपट कर दिया है सरकार इसे तुरंत रोके।

याद कीजिए वह कोरोना का वीभत्स दौर जब कोई अपना भी सेवा नहीं कर पा रहा था तब यही स्वास्थ्य कर्मचारियों व नर्सेज डॉक्टर सफाई कर्मी ही थे जिन्होंने अपने जीवन की परवाह न करते हुए सभी की सेवा कीI उन सभी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल होनी चाहिए।

ज्ञापन सौंपने के दौरान सुनील कुमार दूबे, ज्ञान प्रकाश सिंह, संतोष पाठक, राजकुमार, अशोक सिंह, राम मिलन पासवान, परमेश्वर पासी धर्मेन्द्र कुमार गगहा ब्लाक अध्यक्ष, अरुण कुमार कनौजिया, राम कुमार राव, विरेन्द्र प्रसाद,शिव प्रसाद शर्मा, अर्जुन गुप्ता, मनोज शर्मा, सुनील शर्मा, वरुण दुबे रमेश कुमार भारती, रुपेश कुमार श्रीवास्तव, अखंड प्रताप सिंह, बृजेश कुमार श्रीवास्तव, यादवेन्द्र यादव, मेवा लाल मौर्य, दुर्गाविजय सिंह, अजय कुमार भास्कर, अवधेश कुमार, राम प्रसाद, प्रमोद कुमार, राकेश कुमार, लालमन यादव, तुलीका त्रिपाठी,रीता त्रिपाठी,सीमा राय, पूनम रानी ज्योति ठाकुर, उर्मिला मोर्या, अनुराधा सोनकर, सुनीता भारती, प्रियंका भारती रुबी, रेनू, सुरभी चौरसिया, अनुराधा, संख्या में शिक्षक, कर्मचारी और अटेवा के पदाधिकारी मौजूद रहे।

*गोरखपुर के अभूतपूर्व विकास में मीडिया की सकारात्मकता महत्वपूर्ण : रविकिशन*

गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब की कार्यकारिणी को सांसद ने किया सम्मानित

गोरखपुर, 31 मार्च। सुप्रसिद्ध सिने स्टार और गोरखपुर के सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में गोरखपुर का जो अभूतपूर्व और अकल्पनीय विकास हुआ है उसमें मीडिया की सकारात्मकता का भी महत्वपूर्ण योगदान है। मीडिया से मिलने वाले सुझाव से ही विकास की गति उत्तरोत्तर तीव्र होती गई।

सांसद रविकिशन सोमवार को गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब के सभागार में प्रेस क्लब की कार्यकारिणी को सम्मानित करने के बाद मीडियाकर्मियों के बीच अपने विचार और भाव व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गोरखपुर की मीडिया की सकारात्मक धारणा ने उन्हें निरंतर कार्य करते रहने को प्रेरित किया है। श्री शुक्ल ने कहा कि यहां की मीडिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संघर्षों की साक्षी रही है तो पिछले आठ साल में उनके नेतृत्व में हुए कायाकल्प को भी देख रही है। सीएम योगी के नेतृत्व में गोरखपुर में पचास हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं धरातल पर उतरी हैं, चालीस हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं को अभी मूर्त होना है।

रविकिशन ने कहा कि गोरखपुर में उनके निवेदन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक फ़िल्म सिटी बनाने जा रहे हैं। इससे बड़ी संख्या में स्थानीय कलाकारों को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इस अवसर पर सांसद रविकिशन का स्वागत करते हुए गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब के अध्यक्ष रीतेश मिश्र ने आइफा अवार्ड मिलने पर रविकिशन को बधाई दी और कहा कि रविकिशन संसद और फिल्मों, दोनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर गोरखपुर का मान बढ़ा रहे हैं। संचालन महामंत्री पंकज कुमार श्रीवास्तव ने किया।

प्रेस क्लब की कार्यकारिणी और अनेक पत्रकारों ने रविकिशन का स्वागत किया। इस अवसर पर मान्यता प्राप्त पत्रकार समिति गोरखपुर के अध्यक्ष डॉ अरविंद कुमार राय, प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष भूपेंद्र द्रिवेदी, सहायक निदेशक सूचना प्रशांत कुमार श्रीवास्तव, प्रेस क्लब के संयुक्त मंत्री अंगद प्रजापति, कोषाध्यक्ष प्रिंस पांडेय, पुस्तकालय मंत्री विनय सिंह, कार्यकारिणी सदस्य परमात्मा त्रिपाठी, राजीव पांडेय, विवेक कुमार, वरिष्ठ पत्रकार रामगोपाल द्विवेदी, गजेंद्र त्रिपाठी, अजित यादव, उमेश पाठक, ओंकार धर द्विवेदी, सुशील कुमार, हरेंद्र द्विवेदी, गौरव त्रिपाठी, आयुष द्विवेदी, केके श्रीवास्तव, आनंद चौधरी, राजू सैनी, संदीप त्रिपाठी, दीपक चक्रवर्ती, पुनीत, नीतीश आदि उपस्थित रहे।

ईद-उल-फित्र की नमाज अदा कर कहा ईद मुबारक : मुल्क में अमन व अमान के लिए मांगी दुआ

गोरखपुर। माह-ए-रमजान के 29 रोजे के एवज अल्लाह तआला ने मुसलमानों को ईद का तोहफा अता किया। अल्लाह का शुक्र अदा करने के लिए ईद-उल-फित्र की नमाज सोमवार को परंपरा के अनुसार अदा की गई। शहर की सभी ईदगाहों व तमाम मस्जिदों में सुबह से ही नमाजियों का हुजूम उमड़ पड़ा। तय समय से पहले ईदगाह व मस्जिदें भर गईं। लोगों ने अन्य खाली जगहों पर जानमाज, चादर वगैरा बिछाई। कमेटियों द्वारा भी नमाज पढ़ने के लिए खास इंतजाम किया गया था। बच्चों से लेकर बड़ों के चेहरों पर खुशियों की चमक देखने लायक थी। ईद की नमाज के समय तक ईदगाह व मस्जिदों में नमाजियों की कतारें लग गईं। लोगों ने ईदगाह व मस्जिद के इमामों की तकरीर ध्यान लगा कर सुनी।

सुबह 7:00 से 10:30 बजे तक तय समय पर ईद-उल-फित्र की नमाज सभी ईदगाहों व मस्जिदों में अदा की गई। ईद का खुत्बा पढ़ा व सुना गया। मुल्क में भाईचारगी, एकता, अमन व अमान के साथ ही रोजा, नमाज, जकात, सदके की कुबूलियत की अल्लाह से दुआ की गई। बैतुल मुकद्दस की आजादी, फिलिस्तीन में अमन शांति व जुल्म से निजात की दुआ मांगी गई। पैगंबरे इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की बारगाह में दरूदो सलाम का नजराना पेश किया गया। इसके बाद शुरू हुई ईद मुबारक, ईद मुबारक की सदा। हर ओर यह सदा गूंजने लगी। छोटे से लेकर बड़ों ने एक दूसरे को मुबारकबाद देनी शुरु की। गले मिले, हाथ मिलाया कहा ईद मुबारक। इसी के साथ ईदी भी बंटनी शुरू हुई। किसी को ईदी में पैसे मिले तो किसी को तोहफे। लोग एक दूसरे के घर आते रहे जाते रहे खुशियों का पैगाम बांटते रहे।

उलमा किराम ने दिया अल्लाह की रजा में ज़िंदगी गुजारने का पैगाम

मरकजी मदीना जामा मस्जिद रेती चौक में मुफ्ती मेराज अहमद कादरी ने कहा कि ईद भाईचारगी का त्योहार है। इसे सबके साथ मनाएं। गरीबों का भी ख्याल रखें, उन्हें अपनी खुशियों में शामिल करें। मुकीम शाह जामा मस्जिद बुलाकीपुर के इमाम मौलाना फिरोज अहमद निजामी ने अपनी तकरीर में कहा कि अल्लाह फरमाता है ऐ मेरे बंदों! मांगों! क्या मांगते हो? मेरी इज्जत व जलाल की कसम! आज के रोज इस नमाजे ईद के इज्तिमा में अपनी आखिरत के बारे में जो कुछ सवाल करोगे वो पूरा करुंगा और जो कुछ दुनिया के बारे में मांगोगे उसमें तुम्हारी भलाई की तरफ नज़र फरमाऊंगा। मेरी इज्जत की कसम! जब तक तुम मेरा लिहाज रखोगे मैं भी तुम्हारी खताओं पर पर्दा पोशी फरमाता रहूंगा। मेरी इज्जत जलाल की कसम! मैं तुम्हें हद से बढ़ने वाली यानी मुजरिमों के साथ रुसवा न करुंगा। बस अपने घरों की तरफ मगफिरत याफ्ता लौट जाओ। तुमने मुझे राजी कर दिया और मैं भी तुमसे राजी हो गया। उन्होंने नमाज, रोजा, हज, जकात सहित तमाम दीनी बातों पर रोशनी डाली।

सब्जपोश हाउस मस्जिद जाफरा बाजार में हाफिज रहमत अली निजामी ने कहा कि जिस तरह हमनें रमजान गुजारा है उसी तरह पूरी ज़िंदगी गुजारें ताकि अल्लाह राजी हो जाए। चिश्तिया मस्जिद बक्शीपुर में मौलाना महमूद रजा कादरी ने कहा कि ईद अल्लाह का ईनाम है। इबादतों के जरिए अल्लाह को राजी कीजिए। नमाज बाजमात अदा करें। इसी तरह गौसिया जामा मस्जिद छोटे काजीपुर में मौलाना मोहम्मद अहमद निजामी, नूरी मस्जिद तुर्कमानपुर में मौलाना मो. असलम रज़वी, सुब्हानिया जामा मस्जिद तकिया कवलदह में मौलाना जहांगीर अहमद, बिलाल मस्जिद अलहदादपुर में कारी शराफत हुसैन कादरी, सुन्नी जामा मस्जिद सौदागर मोहल्ला बसंतपुर में कारी मो. मोहसिन बरकाती, सुन्नी बहादुरिया जामा मस्जिद रहमतनगर में मौलाना अली अहमद आदि ने तकरीर की। ईद की नमाज पढ़ाई और खुत्बा पढ़ा। इसके अलावा अन्य ईदगाहों व मस्जिदों में ईद के मौके पर उलमा किराम ने तकरीर कर ईद की नमाज पढ़ाई और खुत्बा पढ़ा। भीड़ अधिक होने की वजह से ईदगाह सेहरा बाले का मैदान बहरामपुर में दो बार ईद की नमाज अदा की गई।

मेले जैसा रहा माहौल

ईद के मौके पर नौजवानों ने मुस्लिम बाहुल्य मोहल्लों को रंग बिरंगी झंडियों से सजाया था। इसके अलावा तमाम तरह की गुब्बारों व खिलौनों की दुकानों पर बच्चों का हुजूम उमड़ पड़ा। बच्चों की ख़ुशी देखते ही बन रही थी। फेसबुक, व्हाट्सएप, एक्स, इंस्ट्राग्राम पर ईद का ऐलान होने के बाद मुबारकबाद देने का सिलसिला ईद-उल-फित्र के पूरे दिन चलता रहा। खूब सेल्फी ली गयी। नौका विहार पर भी ईद की वजह से काफी चहल पहल व रौनक रही।

महिलाओं ने घरों में की इबादत

ईद की खुशियों में महिलाएं भी आगे रही। रमजान में जिस तरह अपने कर्तव्यों का पालन किया। घर व बाहर दोनों को संभाला। उसी तरह ईद की खुशियों में चार चांद लगाने में वह दिलो-जान से लगी रहीं। मेहमान नवाजी के लिए सेवईयां व लजीज व्यंजन बनाया। घरों में शुक्राने की नमाज अदा की। शाम को सज-धज कर रिश्तेदारों, पड़ोसियों के यहां ईद की मुबारकबाद देने भी गईं।

गिलाफ-ए-काबा व कदम रसूल की कराई जियारत

जाफरा बाजार स्थित सब्जपोश हाउस मस्जिद में बाद नमाज ईद-उल-फित्र काबा शरीफ का गिलाफ, पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के कदमों का निशान व इराक स्थित हजरत गौसे आज़म रहमतुल्लाह अलैह के मजार की ईट सलातो-सलाम के बीच जियारत कराई गई।

फातिहा पढ़ने वालों का लगा तांता

नार्मल स्थित हजरत मुबारक खां शहीद रहमतुल्लाह अलैह आदि दरगाहों पर जियारत करने वालों का तांता लगा रहा। इसी तरह शहर के कब्रिस्तानों पर फातिहा पढ़ने वालों का हुजूम उमड़ पड़ा। सभी ने पूर्वजों को याद कर फातिहा पढ़ मगफिरत की दुआएं मांगी।

सदका-ए-फित्र व जकात किया अदा

ईद-उल-फित्र की नमाज से पहले लोगों ने सदका-ए-फित्र अदा किया। लोगों ने ईदगाहों व मस्जिदों के बाहर गरीबों में फित्रा व जकात की रकम अदा की।

*पार्षद समद गुफरान ने ईद के मौके पर सफाई कर्मचारियों को दी इदी, खिलाई सेवई*

गोरखपुर । मुस्लिम समाज का पाक महीना माहे रमजान के 30 रोजा के बाद आज देश भर में मुस्लिम भाइयों ने ईदगाह और मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई एक दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी गई और सेवइयां खिलाई गई ।

वार्ड नंबर 62 माया बाजार के पार्षद समद गुफरान ने अपने वार्ड के सफाई योद्धाओं को अपने आवास पर ईद की दावत दी गई उन्हें ईद की मुबारकबाद देने के बाद सफाई योद्धा को सेवइयां खिलाकर उन्हें इदी दी।

यह परंपरा सदियों से चली आ रही है कि घर के बड़े बुजुर्ग लोगों को इदी देते हैं इदी वह तोहफा होता है जिसकी कोई कीमत नहीं लगाया सकता क्योंकि यह आपसी भाईचारे प्रेम का प्रतीक है।

पार्षद समुद्र गुफरान ने कहा कि इन्हीं सफाई कर्मचारियों की वजह से हमारा वार्ड साफ स्वच्छ और सुंदर दिख रहा है यह सफाई कर्मचारी नहीं योद्धा है जिनके दम पर अपने वार्ड को अव्वल रखने में मैं कामयाब हो रहा हूं। मेरे एक आवाज पर यह सफाई कर्मचारी दौड़े चले आते हैं ना यह गर्मी, ठंड या बरसात देखते हैं किसी भी वक्त इन्हें रात दिन आवाज दे दूं तो यह चले आते हैं मेरी तरफ से यह छोटा सा लोगों को ईद का उपहार है यह उपहार मेरी वालिदा (माँ) ने अपने हाथों से इन सफाई योद्धा को दिया कि हम लोगों का सौभाग्य है कि इन सफाई कर्मचारी वह लोग हैं जिन कूड़े को हम लोग बाहर फेंक देते हैं या छूना पसंद नहीं करते हैं यह लोग उठाकर गंदगी को साफ करने का काम करते हैं वाकई में यह लोग सम्मान की हकदार है।

बच्चे पढ़ लिख कर योग्य बनें अपनी, परिवार, समाज तथा राष्ट्र की चिंता करें-श्रीराम चौहान

खजनी गोरखपुर।बच्चे राष्ट्र का भविष्य हैं वे पढ़ लिख कर योग्य बनें अपनी, अपने परिवार की, समाज की तथा राष्ट्र की चिंता करें शिक्षकों और अभिभावकों का दायित्व है कि वे अपने बच्चों को सुयोग्य बनाने के लिए उनका उचित मार्गदर्शन करते हुए उन्हें योग्य नागरिक बनाएं।उक्त विचार श्रीमती द्रौपदी देवी त्रिपाठी इंटरकॉलेज में वार्षिक परीक्षाफल वितरण के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्रीय विधायक श्रीराम चौहान ने व्यक्त किए।

उन्होंने कहा कि बच्चे कच्ची मिट्टी के समान होते हैं उनको स्वरुप प्रदान करने का काम अभिभावक व शिक्षक संयुक्त रुप से करते हैं उनकी प्रतिभा को निखारने में शिक्षण संस्थान मंच प्रदान करते हैं, यह कार्य प्रधानाध्यापिका रीना मसीह के कुशल नेतृत्व में यहां बेहतरीन ढंग से हो रहा है, यह विद्यालय ग्रामीण अंचल का अद्भुत विद्यालय है जहाँ बच्चो को उत्कृष्ट शिक्षा दी जा रही है तथा प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित करके उनका मनोबल बढ़ाने का काम हो रहा है। महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅक्टर राजेश धर दूबे ने कहा कि बच्चों को अत्याधुनिक शिक्षा की हर सुविधा प्रदान करने के साथ ही उनकी प्रतिभा को आगे ले जाने का काम कर रहा है किन्तु अनुशासन एवं संस्कार हर अभिभावक को घर पर देना चाहिए जो बच्चो को आगे बढ़ने में सहायक बने।

सम्मान समारोह को विनोद कुमार पाण्डेय एडवोकेट सहित अन्य ने भी सम्बोधित किया तथा बच्चो को मोबाइल से दूर रखने की अभिभावकों से अपील की। इस अवसर पर नन्हें मुन्ने बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। आयोजन में कृपाशंकर दूबे उर्फ जूगनू, प्रसन्न कुमार राय,अवनीश दूबे, सरिता प्रजापति, आशुतोष त्रिपाठी, दमयन्ती त्रिपाठी,स्मिता राय,माला त्रिपाठी, नीलम मिश्रा, अवनिंद्र सिंह, नवनीत शुक्ल, नाजमा नाहिद, विनोद उपाध्याय, रागिनी, फरहीम, प्रज्ञा पाण्डेय, हरिकेश सिंह, राहुल त्रिपाठी, बालमुकुंद त्रिपाठी, बृजेन्द्र उर्फ बंटी चतुर्वेदी सहित विद्यार्थी अभिभावक एवं क्षेत्रीय गणमान्य लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती पूजन के साथ किया गया, समापन करते हुए प्रधानाचार्या रीना मसीह ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

खजनी का "मां कोटही मंदिर" भक्तों की आस्था का केंद्र

खजनी गोरखपुर।। कस्बे से सटे रूद्रपुर गांव में स्थित माता कोटही का मंदिर वर्षों से श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है।क्षेत्र ही नहीं बल्कि दूर दराज से भक्त यहां पूजा अर्चना के लिए वर्ष भर आते रहते हैं। वासंतिक और शारदीय नवरात्र में भक्तों की भीड़ लगी रहती है। इसके अलावा भी पर्व और मांगलिक कार्यक्रमों मानसपाठ कथा कीर्तन कड़ाही मुंडन यज्ञोपवीत सगाई विवाह का आयोजन यहां वर्ष भर चलता रहता है।

मान्यता है कि सदियों पहले इस स्थान पर घना जंगल हुआ करता था लोग दिन में भी इस स्थान पर आने में भय खाते थे। और आसपास थारू जनजाति के लोगों की बस्ती हुआ करती थी। एक वनदेवी के रूप में पुराने वृक्ष के कोडर में स्थापित माता कोटही की पूजा करने लोग आते रहते थे। लोगों की मन्नतें पूरी होती और श्रद्धा आस्था प्रबल होती रही। श्रद्धालुओं का आज भी मानना है कि विश्वास के साथ मांगी गई भक्तों की सभी मुरादें यहां पूरी होती हैं। कालांतर में परिसर में अन्य देवी-देवताओं के मंदिरों के साथ ही यज्ञशाला धर्मशाला आदि का निर्माण किया जा चुका है और स्थान पर श्रद्धालुओं का आवागमन वर्ष भर लगा रहता है। यहां बलि प्रथा नहीं है लोग कपूर अगरबत्ती नारियल चुनरी चढ़ा कर माता कोटही की पूजा करते हैं।