*मोतिगरपुर सुल्तानपुर ।फरीदाबाद के परवतिया कालोनी में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन*
आचार्य नरेंद्र वेदव्यास जी ने अपने प्रवचनों में भक्तों को आध्यात्मिक ज्ञान और जीवन मूल्य प्रदान किए। उन्होंने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की कला सिखाती है। आचार्य जी ने कहा कि इस कथा के माध्यम से हम अपने जीवन में प्रेम, करुणा, और सत्य के मार्ग पर चल सकते हैं। उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि वर्तमान समय में हमें अपने भीतर की आध्यात्मिकता को जागृत करने की आवश्यकता है। आचार्य नरेंद्र वेदव्यास जी ने कहा कि भौतिक सुख-सुविधाओं के पीछे भागने के बजाय, हमें आत्मिक शांति और संतोष की ओर अग्रसर होना चाहिए। उन्होंने भक्तों को प्रेरित किया कि वे अपने जीवन में नैतिक मूल्यों का पालन करें और समाज में प्रेम और सद्भावना का प्रसार करें। इस अवसर पर, उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से संबंधित अनेक कथाओं का वर्णन किया, जो जीवन में धैर्य, समर्पण, और निष्ठा के महत्व को दर्शाती हैं। आचार्य जी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने हमें सिखाया है कि कैसे कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य और समर्पण के साथ जीवन जीया जा सकता है। कथा के दौरान, भक्तों ने भक्ति संगीत और कीर्तन का आनंद लिया, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया। भक्तों ने आचार्य जी के प्रवचनों से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का संकल्प लिया। कथा के इस सातवें दिन, भक्तों की उपस्थिति ने यह सिद्ध किया कि आध्यात्मिकता के प्रति लोगों की रुचि और आस्था निरंतर बढ़ रही है। फरीदाबाद में आयोजित इस श्रीमद्भागवत कथा ने समाज में एक सकारात्मक संदेश का प्रसार किया है, जो सभी के लिए प्रेरणादायक है। आचार्य नरेंद्र वेदव्यास जी के मार्गदर्शन में, यह कथा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों के पुनर्स्थापन में भी सहायक सिद्ध हो रही है। इस प्रकार की कथाएँ समाज में एकता, प्रेम, और सद्भावना को बढ़ावा देती हैं, जो वर्तमान समय की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। भक्तों ने इस कथा के माध्यम से आध्यात्मिक शांति और आत्मिक संतोष की अनुभूति की, जो उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में सहायक होगी। इस अवसर पर, जजमान राज बहादुर वर्मा , सरोज देवी, संगम वर्मा , धीरज वर्मा, नीलम, सहित सैकड़ों लोगो ने कथा का रसपान किया।

आचार्य नरेंद्र वेदव्यास जी ने अपने प्रवचनों में भक्तों को आध्यात्मिक ज्ञान और जीवन मूल्य प्रदान किए। उन्होंने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की कला सिखाती है। आचार्य जी ने कहा कि इस कथा के माध्यम से हम अपने जीवन में प्रेम, करुणा, और सत्य के मार्ग पर चल सकते हैं। उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि वर्तमान समय में हमें अपने भीतर की आध्यात्मिकता को जागृत करने की आवश्यकता है। आचार्य नरेंद्र वेदव्यास जी ने कहा कि भौतिक सुख-सुविधाओं के पीछे भागने के बजाय, हमें आत्मिक शांति और संतोष की ओर अग्रसर होना चाहिए। उन्होंने भक्तों को प्रेरित किया कि वे अपने जीवन में नैतिक मूल्यों का पालन करें और समाज में प्रेम और सद्भावना का प्रसार करें। इस अवसर पर, उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से संबंधित अनेक कथाओं का वर्णन किया, जो जीवन में धैर्य, समर्पण, और निष्ठा के महत्व को दर्शाती हैं। आचार्य जी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने हमें सिखाया है कि कैसे कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य और समर्पण के साथ जीवन जीया जा सकता है। कथा के दौरान, भक्तों ने भक्ति संगीत और कीर्तन का आनंद लिया, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया। भक्तों ने आचार्य जी के प्रवचनों से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का संकल्प लिया। कथा के इस सातवें दिन, भक्तों की उपस्थिति ने यह सिद्ध किया कि आध्यात्मिकता के प्रति लोगों की रुचि और आस्था निरंतर बढ़ रही है। फरीदाबाद में आयोजित इस श्रीमद्भागवत कथा ने समाज में एक सकारात्मक संदेश का प्रसार किया है, जो सभी के लिए प्रेरणादायक है। आचार्य नरेंद्र वेदव्यास जी के मार्गदर्शन में, यह कथा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों के पुनर्स्थापन में भी सहायक सिद्ध हो रही है। इस प्रकार की कथाएँ समाज में एकता, प्रेम, और सद्भावना को बढ़ावा देती हैं, जो वर्तमान समय की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। भक्तों ने इस कथा के माध्यम से आध्यात्मिक शांति और आत्मिक संतोष की अनुभूति की, जो उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में सहायक होगी। इस अवसर पर, जजमान राज बहादुर वर्मा , सरोज देवी, संगम वर्मा , धीरज वर्मा, नीलम, सहित सैकड़ों लोगो ने कथा का रसपान किया।

*बिना अस्त्र-शास्त्र के दिव्य एवं भव्य महाकुंभ पुलिस द्वारा संपन्न कराया गया जो है बहुत ही प्रशंसनीय —रवीन्द्र त्रिपाठी*
जिसकी हम पूरे जनपद तथा प्रदेश के व्यापारी उद्यमी आपकी भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए आपको गंगाजल तथा प्रशंसा पत्र भेंट कर आपके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं। सम्मान पत्र तथा गंगाजल देने में प्रदेश संगठन मंत्री अनूप श्रीवास्तव जिला अध्यक्ष रमेश अग्रहरि जिला सचिव रमेश जायसवाल जिला शंकर मंत्री सत्यनारायण मोदनवाल जिला उपाध्यक्ष हरकेश पांडे जिला उपाध्यक्ष भारत में जिला उपाध्यक्ष विनोद अग्रहरि तहसील अध्यक्ष राजेंद्र कसौधन तहसील जयसिंहपुर उपाध्यक्ष कृपा शंकर मिश्र तथा रवीन्द्र मोदनवाल तथा तहसील उपाध्यक्ष सदर पवन मोदनवाल उपस्थित रहे।
(बी एड़ विभाग में विद्यार्थी संगोष्ठी का आयोजन हुआ)
इस संगोष्ठी में बी एड़ प्रशिक्षणार्थियों में से अंशिका सक्सेना,आभा शर्मा, फ़रूख निशात, मारुत कुमार, सौरभ निषाद , कीर्ति गुप्ता ने विचार व्यक्त किये। सभी के प्रति आभार ज्ञापन असिस्टेंट प्रोफेसर शांतिलता कुमारी ने करते हुए कहा कि बिना महिला के समाज अधूरा है। स्वस्थ्य ,शिक्षित और शशक्त बनें। महिलाओं को अपने अधिकारों को पहचान अपनी भूमिकाओं का सफलतापूर्वक निर्वहन करना चाहिये। संगोष्ठी का सफल संचालन यशस्वी गुप्ता ने किया।
अलीगढ़ में आयोजित प्रदेश स्तरीय समन्वय टेबल टेनिस चैपियनशिप में सुल्तानपुर के शिवम चौरसिया ने पुरुष युगल में स्वर्ण पदक एवं टीम इवेंट में कास्य पदक प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया सुल्तानपुर खेलो इंडिया टेबल टेनिस सेंटर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे शिवम चौरसिया गौरव कुमार तथा नैतिक ने अयोध्या मंडल के कार्तिकेय मौर्य तथा शाश्वत के साथ मिलकर टीम इवेंट में तृतीय स्थान प्राप्त किया तथा पुरुष युगल में अयोध्या मंडल के कार्तिकेय मौर्य के साथ खेलते हुए बनारस के पार्थ प्रभाकर तथा गौरव प्रभाकर को हराकर स्वर्ण पदक प्राप्त किया दिनांक 7 मार्च से 10 मार्च तक अलीगढ़ में आयोजित खेल निदेशालय उत्तर प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश टेबल टेनिस संघ के समन्वय से आयोजित महिला और पुरुष प्रतियोगिता में अयोध्या मंडल की टीम में सुल्तानपुर खेलो इंडिया सेंटर की कोच शमा बानो से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे शिवम चौरसिया गौरव कुमार एवं नैतिक का चयन हुआ था टीम 6 मार्च को अयोध्या से रवाना हुई थी शिवम एवं अन्य बच्चों के उपलब्धि पर जिला क्रीडा अधिकारी सिराजुद्दीन अंसारी सुल्तानपुर जिला टेबल टेनिस संघ के अध्यक्ष कुमार विनीत सचिव एवं अंतर्राष्ट्रीय निर्णायक मोहम्मद सईद, प्रमोद सिंह यादव अंतरराष्ट्रीय निर्णायक आरिफ नियाज वरिष्ठ नेत्र चिकित्सा डॉ रवि त्रिपाठी जिला ओलंपिक संघ के सचिव पंकज दुबे जिला व्यायाम शिक्षक राहुल तिवारी जिला व्यायाम शिक्षिका श्रद्धा सिंह नेशनल कोच अनुपम शुक्ला, मुनेंद्र मिश्रा ने शिवम और उनके साथियों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की l
सुल्तानपुर,राणा प्रताप पी जी कॉलेज के शिक्षाशास्त्र विभाग में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ' राष्ट्र उन्नयन में महिलाओं की भूमिका ' विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। विभागाध्यक्ष डॉ शिल्पी सिंह ने संगोष्ठी में विषय रखते हुए कहा कि नारी शक्ति है, नारी सृजन है, और नारी ही राष्ट्र की प्राणवायु है। किसी भी की प्रगति में महिलाओं की भागीदारी अनिवार्य होती है इतिहास के पन्नों को पलटें, तो यह सिद्ध होता है। राष्ट्र के विकास में महिलाओं की भूमिका केवल सहायक नहीं, बल्कि अनिवार्य है। उन्हें समान अवसर और अधिकार देकर ही एक समृद्ध और विकसित राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता है।
राष्ट्र उन्नयन में महिलाओं की अप्रतिम भूमिका है। समाज को चाहिए कि वह महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करे और उनके योगदान को उचित सम्मान दे। लेकिन सिर्फ नीतियाँ ही पर्याप्त नहीं हैं, समाज की मानसिकता में भी बदलाव आवश्यक है। महिलाओं को समान अवसर, समान अधिकार और सम्मान मिलना चाहिए। जब नारी सशक्त होगी, तो परिवार सशक्त होगा, और जब परिवार सशक्त होगा, तो राष्ट्र उन्नति की राह पर तेजी से आगे बढ़ेगा।असिस्टेंट प्रोफेसर सीमा कुशवाह ने कहा कि हम सभी को महिलाओं के सशक्तिकरण में अपनी भूमिका निभानी चाहिए, ताकि वे आत्मनिर्भर बनें और राष्ट्र को गौरव के शिखर तक पहुँचाने में अपना योगदान दे सकें। इस संगोष्ठी में काजल यादव, सानिया और नैना गुप्ता ने भी विचार व्यक्त किया। संगोष्ठी का संचालन रंजना और शिवानी ने किया। इस अवसर पर बी ए शिक्षाशास्त्र के विद्यार्थी उपस्थित रहे।
माननीय महामहिम राज्यपाल महोदया उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ उत्तर प्रदेश द्वारा जिलाधिकारी सुल्तानपुर विषय। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की हत्या के दोषियों को कठोर सजा दिलाने,धान खरीद में हो रहे गड़बड़ झाले व चावल माफिया के खेल की सीबीआई जांच कराने, प्रदेश भर में भ्रष्टाचार का पर्याय बने रजिस्ट्री विभाग के काले कारनामों की जांच करने पत्रकार सुरक्षा कानून लागू कराए जाने के विषयक। महोदया, वर्तमान प्रदेश व केंद्र की सरकार द्वारा नागरिक सुरक्षा व कानून व्यवस्था का ढिंढोरा पीटा जा रहा है इसके उलट पूरे प्रदेश में अपराध व अपराधियों की बाढ़ सी आ गई है।
शासन सत्ता की सह पर यह बेखौफ अपराधी तरह-तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। समाज का दर्पण कहे जाने वाले पत्रकार यदि उनके काले कारनामों की जानकारी लगने पर पुख्ता सबूत के बाद अपने अखबारों के माध्यम से इन्हें सरकार व शासन के सामने नंगा करते हैं तो यह बेखौफ अपराधी किसी भी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए तैयार है। माफियाओं अपराधियों की ऐसी फौज जिन्हें कहीं ना कहीं सरकार का संरक्षण प्राप्त है गंभीर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं तरह-तरह के भ्रष्टाचार में लिप्त है गरीबों का शोषण कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के सीतापुर में बीते दिनों वरिष्ठ पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की बदमाशों द्वारा घेर कर ताबड़तोड़ गोलियां वर्षा कर की गई हत्या से हमारी सभी बातों की पुष्टि हो रही है। इस हत्याकांड से पूरे प्रदेश के पत्रकार निष्पक्ष पत्रकारिता से डर गए है उन्हें खौफ सताने लगा है। प्रदेश का पत्रकार साथी अपने जिले में अपने ब्लॉक में इन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रहा है। सरकार को पत्रकारों की आंख से उसके विभागों के अंदर होने वाली गड़बड़ी लूट भ्रष्टाचार दिखाई देने चाहिए पर सरकार माफिया का संरक्षण करने पर तुली हुई है जनप्रतिनिधि भी कहीं न कहीं लाभ लालच के लिए ऐसे लोगों को लगातार मदद दे रहे हैं शरण दे रहे हैं और उनका बचाव कर रहे हैं। ऐसे में हम सभी आपसे कठोर कदम उठाने और हम लोगों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कानून बनाने का अपेक्षा रखते हैं।
आपसे हमारी निम्न मांगें है। 1.उत्तर प्रदेश में पत्रकार आयोग का गठन करते हुए पत्रकार सुरक्षा कानून को तत्काल लागू कराया जाए। 2.मृतक राघवेंद्र वाजपेई के परिवार को एक करोड रुपए का मुआवजा दिया जाए उनके परिवार को एक सरकारी नौकरी दी जाए। 3.जिन मुद्दों को उठाने के बाद राघवेंद्र वाजपेई पर हमला हुआ उन सभी मामलों की पेपर कटिंग के आधार पर सीबीआई जांच का आदेश दिया जाय जिससे पूरे प्रदेश में ऐसे माफिया की कमर तोड़ी जा सके । 4.पीड़ित परिवार को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए गवाहों को सुरक्षित रखा जाए । 5.पूरे प्रदेश में हो रही धान खरीद में धांधली की न्यायिक जांच हो सभी धान विक्रेता किसानो की खतौनियों का परीक्षण किया जाए जिससे इसमें शामिल बिचौलिए माफिया उजागर किया जा सके। 6.धन माफिया राइस मिलर और अवैध व्यापारियों के गठजोड़ की भी व्यापक जांच के लिए एक टीम का गठित कराया जाए। 7.पत्रकार आयोग का गठन करते हुए पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किए जाएं । 8.सभी पत्रकारों के लिए सामूहिक बीमा योजना शुरू की जाए जिसका अधिकतम अंशदान सरकार व शासन की ओर से देय हो जिससे पत्रकारों का भविष्य सुरक्षित हो सके। 9.पूरे प्रदेश के रजिस्ट्री विभाग में हो रहे स्टांप घोटाले भू माफियाओं के मकड़ जाल को तोड़ने के लिए पुलिस व प्रशासन की संयुक्त एक अलग टीम खड़ी की जाए जो जिले स्तर पर उनकी निगरानी कर सके जिसके पास कार्यवाही के मजबूत अधिकार हो। महोदया हम सभी पत्रकार साथी अपने साथी पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की हत्या से दुखी है और उनकी हत्या का कारण प्रदेश सरकार की खोखली नीतिओ बढ़ते अपराधियों व सत्ताधारियों द्वारा ऐसे भूमाफियाओं चावल माफिया राशन माफिया को संरक्षण दिए जाने को मानते हैं। ब्लॉक स्तर हो या जिला स्तर हर जगह इस तरीके के माफिया बदमाश और अपराधी जनप्रतिनिधियों द्वारा पाले गए हैं। घटनाएं होने के बाद उनकी स्थितियां उजागर होती है। ऐसे में प्रदेश की आम जनता की हिफाजत की जिम्मेदारी आप पर आ जाती है। आप सरकार को निर्देशित करने की कृपा करें कि वह मांग पत्र में दिए गए सभी मांगों को ध्यानपूर्वक परीक्षण करते हुए यथोचित कार्यवाही करने का कष्ट करें। हम सब आपके आभारी रहेंगे
(अंग्रेजी विभाग में संगोष्ठी का आयोजन हुआ)
महिला सशक्तिकरण सिर्फ महिलाओं के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए आवश्यक है। शिक्षा, अवसरों की समानता और सामाजिक समर्थन से ही महिलाएँ अपनी पूरी क्षमता तक पहुँच सकती हैं। जब महिलाएँ नेतृत्व करती हैं, तो न केवल वे अपने जीवन को बदलती हैं, बल्कि पूरी दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाने में योगदान देती हैं। वैश्विक परिदृश्य में महिलाओं की भूमिका बढ़ी है। समाज एवं राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की महती भूमिका है।
महिला आधी आबादी और जीवन का आधार है। भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने में महिलाओं का अहम रोल होगा। संगोष्ठी में ज्योति गुप्ता, खुशी गुप्ता, अंशिका सिंह, काजल, सोमानशी शुक्ला, कीर्ति पाल, ब्यूटी गुप्ता, अंकित पाण्डेय, सृष्टि सिंह, शिखा तिवारी, जान्हवी ओझा ने विचार व्यक्त किये। संगोष्ठी का संचालन हर्षिता एवं शिखा तिवारी ने किया। आभार ज्ञापन असिस्टेंट प्रोफेसर ज्योति सक्सेना ने किया।
आज अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय दूबेपुर सुल्तानपुर में जिला समन्वयक (बालिका शिक्षा) ममता कौर के नेतृत्व में मिशन शक्ति कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया । मिशन शक्ति के नब्बे दिवसीय कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर, जिला नोडल शिक्षिका, ब्लाक नोडल शिक्षक एवं कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय की वार्डेन को सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में निशा शुक्ला महिला थाना एस एच ओ, रोजी सिंह- खण्ड शिक्षा अधिकारी बल्दीराय एवं जिला समन्वयक (प्रशिक्षण) अपेक्षा त्रिपाठी इस शुभ अवसर पर उपस्थित रही । मुख्य अतिथि महोदया ने दीप प्रज्जवलन के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ किया ।कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की बालिका रिंकी निषाद के द्वारा सरस्वती वंदना, स्वागत गीत -सृष्टि मौर्य, चांदनी, आराध्या, पूजा और क्रांति, मिशन शक्ति पर भाषण अंशिका के द्वारा एवं बेटी बचाओ लघु नाटक- पलक, पल्लवी, सृष्टि सिंह और मानवी आदि बच्चों द्वारा मिशन शक्ति कार्यक्रम में सुंदर प्रस्तुति की गई, अन्य उत्कृष्ट कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया गया जिसकी सभी ने भूरि भूरि प्रसंशा की । स्टेट मास्टर ट्रेनर जगन्नाथ रावत ने सुगमकर्ता के द्वारा बच्चों में नेतृत्व क्षमता और स्वच्छता पर कार्य करने पर प्रकाश डाला एवं डॉ. पल्लवी तिवारी ने मीना मंच के बारे में जानकारी दी।
जनपदीय नोडल शिक्षिका मिनी पाण्डेय ने मिशन शक्ति के पांचवें चरण के बारे में बताया । गीतांजलि ज्ञान ने महिला दिवस पर चर्चा की । मंच संचालन अर्चना श्रीवास्तव ने किया । मास्टर ट्रेनर आभा गुप्ता ने आज के दिवस पर अपने विचार प्रस्तुत किये । वार्डेन तारा वर्मा ने कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डाला । कार्यक्रम के आयोजन में जिला समन्वयक (एम आई एस) धर्मेश गुप्ता एवं जगन्नाथ रावत ने महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन किया । मास्टर ट्रेनर मंजू श्रीवास्तव, आभा गुप्ता मिशन शक्ति के अंतर्गत अपने-अपने वक्तव्य दिए l अन्नपूर्णा, दिव्या सिंह मिशन शक्ति पर सुंदर रंगोली का बनाकर सबको आकर्षित किया, रतनl मिश्रा और कविता कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की वार्डन एवं शिक्षिका ने इस कार्यक्रम में अपना विशेष योगदान दिया lअर्शला मसूद, कविता मिश्रा, सपना, कांति सिंह, रेनू आदि नोडल शिक्षिकाये उपस्थित रही ।
*राष्ट्रीय लोक अदलत मे सुलह समझौते के आधार पर ही वादों का शीघ्र निस्तारण कराना ही मुख्य उद्देश्य होता है यह जानकारी सचिव ने दी*
दर्जनों जोड़ो को सुलह समझौता के आधार पर विदाई कराई गई।एडीजे सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण विजय कुमार गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत में दोनों पक्षों के सुलह समझौता के आधार पर अधिक से अधिक मामलों का निस्तारण करने पर बल दिया गया। उन्होंने बताया कि विजय और शिखा की विदाई सुलह समझौते के आधार पर करवाई गई,दोनों के बीच अब किसी प्रकार का विवाद नही है।
एक बच्चे का स्कूल में दाखिला भी पिता के घर के निकट हो गया है। विधिक सेवा प्राधिकरण की मंशा अधिक से अधिक मामलों में सुलह समझौते के आधार पर वादो के निस्तारण का है जिम्मा। जनपद न्यायधीश लक्ष्मीकांत शुक्ला ने कहा कि रास्ट्रीय लोक अदालत में अधिक जोर परिवार की विघटन को रोकने के लिए रहता है। छोटी -छोटी समस्याओं की काउंसलिंग करके विधिक सेवा प्राधिकरण जोड़ों को एक छत के नीचे जीवनयापन करने के लिए राजी करता है।जिसमे प्राधिकरण के अधिवक्ताओं का अहम भूमिका रहती है।
Mar 11 2025, 18:29
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