मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सीआईएसएफ स्थापना दिवस की दी शुभकामनाएं

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के स्थापना दिवस के अवसर पर बल के सभी वीर जवानों, अधिकारियों तथा समस्त देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि सीआईएसएफ देश की सुरक्षा व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, जो राष्ट्र के औद्योगिक, संवेदनशील प्रतिष्ठानों, महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संकल्पित है। बल के जवान अपने अदम्य साहस, अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा से हर परिस्थिति में राष्ट्र की सेवा में समर्पित रहते हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सीआईएसएफ केवल औद्योगिक और रणनीतिक प्रतिष्ठानों की रक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि आपदा प्रबंधन, राहत एवं बचाव कार्यों से लेकर आतंरिक सुरक्षा तक, हर चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में अपने साहस और कर्तव्यपरायणता की मिसाल पेश करता है। उन्होंने कहा कि शांतिकाल हो, संकट की घड़ी हो या युद्धकाल, सीआईएसएफ के जवान अपने पराक्रम और निष्ठा से देशवासियों को सुरक्षित रखने में अग्रणी भूमिका निभाते हैं। यह स्थापना दिवस उनके योगदान को नमन करने और उनके प्रति सम्मान प्रकट करने का अवसर है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि देश की सुरक्षा और विकास यात्रा में सीआईएसएफ का योगदान अमूल्य है। उन्होंने इस अवसर पर सीआईएसएफ के सभी वीर जवानों और उनके परिजनों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने सरस मेले का किया उद्घाटन

रायपुर-  उप मुख्यमंत्री तथा बिलासपुर जिले के प्रभारी मंत्री अरुण साव ने आज बिलासपुर के मुंगेली नाका मैदान में संभागीय सरस मेले का उद्घाटन किया। उन्होंने मेले का उद्घाटन करते हुए कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने लगाया गया यह सरस मेला स्थानीय उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने और महिलाओं के साथ ही ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने का माध्यम है। स्वसहायता समूह की दीदियां आज आत्मनिर्भर हो रही हैं, अपने परिवार का आर्थिक संबल बन रही हैं। संभाग की सभी जिलों से दीदियां अपनी कला का प्रदर्शन करने आयी हैं। दूसरी महिलाओं को भी यहां आकर उनसे प्रेरणा मिलेगी और वे भी आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ाएंगी। मेले में बिलासपुर संभाग की 55 स्वसहायता समूहों की महिलाओं ने 52 स्टॉलों में अपने उत्पादों की बिक्री के लिए प्रदर्शनी सजायी है। यह मेला 12 मार्च तक चलेगा।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने मेले में सभी स्टॉलों का निरीक्षण किया। अपने उत्पाद लेकर पहुंची महिलाओं से चर्चा कर उनका मनोबल बढ़ाया। विधायकगण धरमलाल कौशिक, धरमजीत सिंह, दिलीप लहरिया, सुशांत शुक्ला, महापौर पूजा विधानी, जिला पंचायत के अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी, कलेक्टर अवनीश शरण, एसपी रजनेश सिंह, डीफओ सत्यदेव शर्मा, नगर निगम के कमिश्नर अमित कुमार और जिला पंचायत के सीईओ संदीप अग्रवाल भी इस दौरान उनके साथ थे।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने मुख्य अतिथि की आसंदी से सरस मेले को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए अनेक योजनाएं चलायी जा रही हैं। महतारी वंदन योजना, उज्जवला योजना, लखपति दीदी जैसी बहुत सी योजनाएं महिलाओं की बेहतरी के लिए चलायी जा रही हैं। इन योजनाओं के चलते महिलाएं आज मजबूत हुई हैं। वे परिवार और समाज के विकास में अपना अमूल्य योगदान दे रही हैं। आज गांव-गांव में समूह की दीदियां लखपति बन गयी हैं। यहां सरस मेले में वे बिजौरी से लेकर गुलाल और अपने तमाम उत्पादों की बिक्री के लिए आयी हैं। उनका आत्मविश्वास देखते बनता है।

श्री साव ने कहा कि जब तक महिलाएं सशक्त और आत्मनिर्भर नहीं बनेंगी, तब तक हमारा समाज भी सशक्त नहीं बनेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा है कि सभी दीदियां लखपति दीदी बनें, आत्मनिर्भर बनें, विकसित और समृद्व भारत बनाने में अपना योगदान दें।

प्रधानमंत्री का 30 मार्च को छत्तीसगढ़ प्रवास : केन्द्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू और उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने तैयारियों का लिया जायजा

रायपुर-   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 30 मार्च को बिलासपुर में कार्यक्रम को लेकर प्रशासनिक तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। बिल्हा के ग्राम मोहभट्ठा में प्रधानमंत्री की विशाल आमसभा होगी। केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू तथा उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज स्थल निरीक्षण कर इसकी तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों की बैठक लेकर तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए। विधायकगण धरमलाल कौशिक, धरमजीत सिंह, सुशांत शुक्ला, महापौर पूजा विधानी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव भीम सिंह, आईजी संजीव शुक्ला, कलेक्टर अवनीश शरण और एसपी रजनेश सिंह सहित जिला प्रशासन एवं पुलिस के आला अफसर भी इस दौरान मौजूद थे।

केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू और उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने मैदान के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग व्यवस्थाओं के लिए चिन्हांकित स्थलों का जायजा लिया। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हजारों करोड़ की सौगात लेकर छत्तीसगढ़ आ रहे हैं। उन्होंने कार्यक्रम के संबंध में अधिकारियों को निर्देशित किया कि हितग्राहियों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। आसपास रहने वाले लोगों को भी किसी तरह की परेशानी न हो। सभी विभागों को अपनी जिम्मेदारी पूरी गंभीरता से निभानी है।

केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री साहू और उप मुख्यमंत्री श्री साव ने मैदान के हर कोने का भ्रमण कर बारिकी से निरीक्षण किया। उन्होंने हेलीपेड, मंच, बैठक व्यवस्था, बैरिकेडिंग, प्रदर्शनी स्थल, पार्किंग, सुरक्षा व्यवस्था आदि के संबंध में अधिकारियों से चर्चा कर जरूरी निर्देश दिए। डीएफओ सत्यदेव शर्मा, बिलासपुर नगर निगम के आयुक्त एवं कार्यक्रम के नोडल अधिकारी अमित कुमार तथा जिला पंचायत के सीईओ एवं सहायक नोडल अधिकारी संदीप अग्रवाल सहित आमसभा की तैयारी से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारी भी इस दौरान मौजूद थे।

महतारी वंदन योजना: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया 'महतारी वंदन कॉमिक्स' का विमोचन

रायपुर- महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण को समर्पित "महतारी वंदन योजना" पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास में आयोजित महतारी वंदन अभिनंदन समारोह में 'महतारी वंदन कॉमिक्स' का विमोचन किया। यह कॉमिक्स महतारी वंदन योजना की उपलब्धियों और इसके प्रभाव को रोचक अंदाज में प्रस्तुत करती है। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस पहल को योजना के उद्देश्य और जनसंदेश को व्यापक रूप से पहुँचाने का अभिनव प्रयास बताया।

समारोह में कार्टून वॉच इंडिया की आरती शर्मा को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया, जिन्होंने इस कॉमिक्स के निर्माण में अहम योगदान दिया। इस कॉमिक्स के माध्यम से महतारी वंदन योजना की सफलता को सृजनात्मक तरीके से दर्शाया गया है, जिससे यह योजना की लाभार्थी महिलाओं, बच्चों और युवाओं के लिए प्रेरणादायी सिद्ध होगी।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से पूज्य संत लालदास साहेब ने की सौजन्य भेंट

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में सिंधु अमरधाम तीर्थ, बिलासपुर के पीठाधीश्वर पूज्य संत लालदास साहेब ने सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री ने पूज्य संत लालदास साहेब का शॉल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर आत्मीय स्वागत किया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भारतीय क्रिकेट टीम को चैम्पियंस ट्रॉफी में ऐतिहासिक जीत पर दी बधाई

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भारतीय क्रिकेट टीम को आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में शानदार जीत की बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। दुबई में खेले गए इस रोमांचक मुकाबले में भारत ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि को 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदों और दृढ़ संकल्प की जीत करार दिया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने भारतीय टीम के जुझारूपन, अनुशासन और टीम वर्क की सराहना करते हुए कहा कि बारह वर्षों के लंबे इंतजार के बाद भारत ने एक बार फिर चैम्पियंस ट्रॉफी अपने नाम की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह जीत हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने टीम इंडिया को भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामनाएँ देते हुए विश्वास जताया कि भारतीय क्रिकेट टीम आने वाले वर्षों में भी इसी जोश और जज्बे के साथ देश को गौरवान्वित करती रहेगी।

छत्तीसगढ़: संदिग्ध गतिविधियों से जुड़े बांग्लादेशी भाइयों के तार, ATS ने दोबारा रिमांड पर लिया, पिछले महीने मुंबई एयरपोर्ट से किया था गिरफ्तार

रायपुर- एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) ने फरवरी में राजधानी रायपुर के टिकरापारा इलाके में अवैध रूप से रह रहे तीन बांग्लादेशी भाइयों को मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। ये तीनों फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारत से इराक के बगदाद भागने की कोशिश कर रहे थे। इसके बाद उनकी निशानदेही पर फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले मोहम्मद आरिफ को भी गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। अब इस मामले में ATS ने दोबारा तीनों भाइयों को 2 दिन की रिमांड पर लिया है।

विदेशी संपर्कों की जांच में सामने आई अहम जानकारी

ATS की जांच में खुलासा हुआ है कि तीनों बांग्लादेशी नागरिक अलग-अलग देशों के संदिग्ध लोगों से लंबी बातचीत किया करते थे। उनकी कॉल डिटेल्स से पता चला कि वे सीरिया, इराक, वियतनाम, इजराइल, सऊदी अरब समेत पाकिस्तान के कई नंबरों से संपर्क में थे। ये तीनों IMO ऐप के जरिए वे लगातार विदेशी नंबरों से संवाद कर रहे थे। इस मामले में छत्तीसगढ़ ATS ने इंटरपोल से उनकी बातचीत का पूरा ब्योरा मांगा है।

मुंबई एयरपोर्ट से हुई थी गिरफ्तारी

बता दें कि गिरफ्तार तीनों भाइयों की पहचान मोहम्मद इस्माइल (27 साल), शेख अकबर (23 साल) और शेख साजन (22 साल) के रूप में हुई है। ये सभी फर्जी दस्तावेजों के सहारे 26 जनवरी 2025 को हावड़ा-मुंबई मेल ट्रेन से मुंबई पहुंचे थे, जहां से वे बगदाद (इराक) जाने की फिराक में थे। पुलिस और ATS को समय रहते इस साजिश की जानकारी मिल गई और रायपुर पुलिस तथा ATS की टीम मुंबई पहुंची। वहां मुंबई ATS की मदद से 8 फरवरी को पायधुनी इलाके से तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया।

फर्जी दस्तावेजों के सहारे बना रखी थी भारतीय पहचान

गिरफ्तारी के दौरान तीनों के पास से भारतीय पासपोर्ट, आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी और बगदाद का वीजा बरामद किया गया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे जियारत (धार्मिक यात्रा) के बहाने बगदाद में ठहरने वाले थे और भारत वापस लौटने का कोई इरादा नहीं था।

रायपुर में रहने के दौरान इन तीनों ने मोहम्मद आरिफ की मदद से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी बनवाया था। समान नागरिक संहिता (UCC) लागू होने के बाद पकड़े जाने का डर था, इसलिए उन्होंने जन्मतिथि के लिए फर्जी प्रमाण पत्र बनवाए और अपनी पहचान छिपाने के लिए फर्जी मार्कशीट भी तैयार करवाई।

ATS कर रही विस्तृत जांच, इंटरपोल से मांगी गई रिपोर्ट

ATS अब इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है। संदिग्धों की कॉल डिटेल और चैट हिस्ट्री को खंगाला जा रहा है। इंटरपोल से बातचीत का ब्योरा मिलने के बाद कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में और भी लोगों की संलिप्तता सामने आ सकती है, जिन पर जल्द कार्रवाई हो सकती है।

शिक्षा विभाग के अधिकारी, निलंबित DFO और ट्राइबल उपायुक्त के 15 ठिकानों पर एक साथ छापा

रायपुर- रविवार की छुट्टी के दिन ACB की छापेमारी से भ्रष्ट अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है। ACB और EOW की तरफ से तरफ दी गयी अधिकृत जानकारी के मुताबिक 3 अधिकारियों के 15 ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई चल रही है। छापेमारी में करोड़ों के जमीन के दस्तावेज, काफी मात्रा में कैश, ज्वेलरी और सोना-चांदी बरामद किया गया है।

इन अधिकारियों के ठिकानों पर दबिश

एसीबी-ईओडब्ल्यू की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक समग्र शिक्षा विभाग के सुकमा में पदस्थ डीएमसी श्याम सुंदर सिंह चौहान, सुकमा के तत्कालीन DFO अशोक कुमार पटेल और आदिवासी विकास विभाग में पदस्थ उपायुक्त आनंद जी सिंह के ठिकानों पर एसीबी और ईओडब्ल्यू की कार्रवाई चल रही है।

इन स्थानों पर छापा

अधिकारियों के अलावे उनके करीबियों और रिश्तेदारों के घर भी एसीबी की टीम पहुंची हुई है। जिन जगहों पर कार्रवाई हो रही है, उसमें सुकमा, छिंदगढ़, रायगढ़, पुसौर, सारंगढ़, बीजापुर, जगदलपुर, गीदम, कोंटा, दंतेवाड़ा में कार्रवाई चल रही है। इन जगहों पर काफी मात्रा में कैश, जमीन के दस्तावेज, सोना-चांदी और ज्वेलरी बरामद की गयी है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने महिला दिवस पर महतारी वंदन अभिनंदन कार्यक्रम में जनसंपर्क विभाग की महिला अधिकारियों को किया सम्मानित

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास रायपुर में आयोजित ‘महतारी वंदन अभिनंदन’ कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के जनसंपर्क विभाग की महिला अधिकारियों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने महिलाओं की भूमिका को समाज और शासन-प्रशासन में महत्वपूर्ण बताते हुए उनकी मेहनत, समर्पण और कार्यकुशलता की सराहना की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने जनसंपर्क विभाग की अपर संचालक हर्षा पौराणिक, संयुक्त संचालक अंजू नायक, उप संचालक श्रुति ठाकुर, सहायक संचालक डॉ. दानेश्वरी संभाकर, सहायक संचालक संगीता लकड़ा, सहायक सूचना अधिकारी वर्षा ठाकुर को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया । मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जनसंपर्क विभाग की महिला अधिकारियों ने राज्य सरकार की योजनाओं, विकास कार्यों और जनकल्याणकारी नीतियों को प्रभावी रूप से जनता तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी प्रतिबद्धता और कार्यशैली ने संचार को अधिक प्रभावी और जनहितकारी बनाया है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने महिला अधिकारियों को सम्मान पत्र एवं प्रतीक चिह्न प्रदान कर उनकी सेवाओं को सराहा। उन्होंने कहा कि महिला अधिकारियों ने अपनी कड़ी मेहनत और दक्षता से शासन-प्रशासन के संदेशों को जन-जन तक पहुँचाने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। सरकार ऐसे कर्मठ अधिकारियों को हमेशा प्रोत्साहित करेगी और महिलाओं के लिए सुरक्षित, सशक्त और समृद्ध कार्य वातावरण सुनिश्चित करेगी।

कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिकारियों, विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों और महिला कर्मचारियों की उपस्थिति रही। सम्मान प्राप्त करने वाली महिला अधिकारियों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह सम्मान उन्हें और अधिक प्रेरणा देगा, जिससे वे अपनी जिम्मेदारियों को और बेहतर ढंग से निभा सकेंगी।

छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंघ की तीन सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशव्यापी पदयात्रा, 19 मार्च को मुख्यमंत्री से मुलाकात कर सौंपेंगे ज्ञापन

बलौदाबाजार- छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंघ अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशभर में पदयात्रा निकाल रहा है। इस आंदोलन के तहत महासंघ के सदस्य राज्य के विभिन्न जिलों में वाहन चालकों से संपर्क कर उन्हें 19 मार्च को रायपुर पहुंचने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। महासंघ का कहना है कि वाहन चालकों की समस्याओं को लेकर लंबे समय से आवाज उठाई जा रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला है।

बलौदाबाजार पहुंची पदयात्रा, विभिन्न जिलों में कर रहे संपर्क

ड्राइवर महासंघ का एक दल आज पदयात्रा करते हुए बलौदाबाजार पहुंचा, जहां उन्होंने स्थानीय वाहन चालकों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना और आगामी रणनीति पर चर्चा की। महासंघ का कहना है कि वे रातभर बलौदाबाजार में विश्राम करेंगे और अगले दिन आगे की यात्रा शुरू करेंगे। इस दौरान विभिन्न स्थानों पर वाहन चालकों से मिलकर 19 मार्च को रायपुर में एकजुट होने की अपील की जाएगी। महासंघ के पदाधिकारियों ने बताया कि पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य राज्य सरकार तक वाहन चालकों की समस्याओं को पहुंचाना है।

महासंघ की मुख्य मांगें

छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंघ के प्रदेश प्रभारी संतोष देवांगन ने बताया कि ड्राइवरों को कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं होती। उन्होंने बताया कि वाहन दुर्घटना होने पर सबसे पहले ड्राइवर को ही दोषी ठहराया जाता है और उनके साथ मारपीट की जाती है। वहीं, कई मामलों में वाहन मालिक भी चोरी का आरोप लगाकर चालकों को प्रताड़ित करते हैं। इसके अलावा, ड्राइवरों को बीमा का लाभ नहीं मिलता, तनख्वाह बहुत कम होती है, जिससे उनके परिवार का गुजारा मुश्किल हो जाता है। इन्हीं समस्याओं को लेकर महासंघ तीन प्रमुख मांगों को सरकार के सामने रखेगा:

ड्राइवर आयोग की स्थापना: ड्राइवरों के साथ होने वाले अन्याय को रोकने और उनकी शिकायतों की सुनवाई के लिए सरकार को एक आयोग बनाना चाहिए।

ड्राइवर वेलफेयर बोर्ड का गठन: दुर्घटना या अन्य किसी आपदा की स्थिति में ड्राइवरों और उनके परिवारों को आर्थिक सहायता देने के लिए एक कल्याणकारी बोर्ड की जरूरत है।

ड्राइवर दिवस की घोषणा एवं अवकाश: अन्य व्यवसायों की तरह ड्राइवरों के लिए भी एक विशेष दिवस तय किया जाए और उस दिन अवकाश घोषित किया जाए।

महासंघ का आरोप: सुनवाई नहीं होती, मजबूरी में आंदोलन

प्रदेश प्रभारी संतोष देवांगन ने कहा कि ड्राइवरों को कोई सामाजिक सुरक्षा नहीं मिलती। दुर्घटना के बाद न तो उन्हें उचित मुआवजा मिलता है और न ही परिवार के भरण-पोषण की व्यवस्था होती है। उन्होंने कहा कि ड्राइवर महासंघ ने पहले भी अपनी मांगों को लेकर सरकार से बातचीत की थी, लेकिन कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया। अब 19 मार्च को रायपुर में मुख्यमंत्री से मिलकर ज्ञापन सौंपा जाएगा। अगर फिर भी मांगे पूरी नहीं हुईं, तो आगे की रणनीति बनाकर उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।

रायपुर में जुटेंगे प्रदेशभर के वाहन चालक

महासंघ के अनुसार, इस बार पूरे प्रदेश से हजारों वाहन चालक रायपुर पहुंचकर अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे। संगठन का कहना है कि यह उनका दूसरा ज्ञापन होगा। अगर इस बार भी कोई निर्णय नहीं लिया गया, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे और सरकार के खिलाफ कड़ा कदम उठाने पर मजबूर होंगे।