किसानों के मसीहा  पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी  अजीत  सिंह का 86वा  जन्मदिन निरीक्षण गृह जारी में मनाया गया
जारी प्रयागराज

- विश्वनाथ प्रताप सिंह

किसानों के हितों के लिए सदैव संघर्ष करने वाले सामाजिक समरसता व भाईचारा के प्रबल पक्षधर ईमानदार वह सरल स्वभाव के धनी पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजीत सिंह का 86 वन जन्मदिन राष्ट्रीय लोक दल कार्यकर्ताओंने चौधरी चरण सिंह निरीक्षण गृह जारी में मनाया इस अवसर पर रालोद कार्यकर्ताओं ने चौधरी साहब के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित के इस अवसर पर आयोजित किसान गोष्ठी को संबोधित करते हुए रामकृष्ण सिंह पटेल सदस्य राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय लोक दल किसान प्रकोष्ठ ने कहा कि स्वर्गीय चौधरी अजीत सिंह जी सदैव किसान हितों के लिए चिंतित रहें उन्हें जब भी मौका मिला उन्होंने किसानों के हित में कार्य किया उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों की समस्या के समाधान के लिए उन्होंने 40 से अधिक चीनी मिलों की स्थापना कराई पूरे देश में सैकड़ो से ज्यादा चीनी मिलों की स्थापना चौधरी अजीत सिंह जी ने कराई देश में 2002 में भयानक सूखा पड़ने पर सभी किसानों को दो हेक्टेयर तक सूखा राहत उपलब्ध कराया केंद्र सरकार द्वारा किसानों पर आयकर थोपा जा रहा था, जिसे चौधरी अजीत सिंह जी ने अपने राजनीतिक कौशल से समाप्त कराया किसानों को उपज का लाभकारी मूल्य मिले इसके लिए उन्होंने कारगर पहल 1894 के भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन कराकर 2013 में नया बात भूमि ग्रहण कानून मनमोहन सिंह सरकार द्वारा पास कराया जब भी जब भी सरकारों के किसी फैसले से किसानों का नुकसान दिखाई देता था  , चौधरी अज्ञित सिंह जी चट्टान की तरह सरकार के फैसलों के खिलाफ खड़े हो जाते थे किसान आंदोलन के समय टूट रहे किसान आंदोलन को खुला समर्थन देकर उन्होंने सरकार को तीन कृषि कानून वापस करने के लिए बाध्य किया किसान मजदूर गरीब के हितों के लिए संघर्ष करते रहे,  इस अवसर पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित करने वाले प्रमुख लोगों में अशोक कुमार सिंह,  पंडित धनुर्धर तिवारी , हंसराज यादव, रमाकांत विश्वकर्मा  ,चंद्रशेखर मौर्य राममिलन सिंह पटेल ,कृष्ण कुमार बिंद रमेश बिंद, दयाराम बिंद ,लालता प्रसाद मौर्य, फूलचंद सिंह पटेल, अरुण सिंह परिहार ,आरके सिंह, राधेश्याम,शिव बाबू कुशवाहा, आले कुशवाहा, शिव नारायण सिंह , आदि प्रमुख  कार्यकर्ता उपस्थित रहे। उक्त बाते बताते हुए,   सदस्य राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग प्रदेश अध्यक्ष राष्टीय लोक दल श्री राम कृष्ण सिंह पटेल ने कहा कि  सामाजिक समरसता भाईचारे के लिए संघर्ष ही चौधरी अजीत सिंह जी के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इक्कीस प्रत्याशियों ने दाखिल किया पर्चा

विश्वनाथ प्रताप सिंह

कोराव प्रयागराज ।बार एसोसिएशन तहसील कोराव में चुनावी प्रक्रिया वृहस्पतिवार से नामांकन पत्र की बिक्री के साथ शुरू हुई मंगलवार तक जहा कुल 48 नामांकन पत्रों की अध्यक्ष समेत भिन्न भिन्न पदों पर बिक्री हुई वहीं सोमवार और मंगलवार को मिलाकर दो दिनों में अध्यक्ष समेत कुल 29 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।

गौरतलब हो कि बार एसोशिएशन तहसील कोराव का का चुनाव 7 मार्च को होगा मंगलवार को अध्यक्ष पद पर रामबहादुर सिंह, श्री कांत मिश्रा, मंत्री पद पर, योगेंद्र नाथ द्विवेदी उर्फ़ राजू द्विवेदी, अरुण कुमार, विभव नाथ शुक्ला, कोषाध्यक्ष पद पर शिवाकांत मिश्रा, धर्मेंद्र कुमार तिवारी, शशिकांत कुशवाहा, उपमंत्री पर पन्ना लाल मिश्र,पुस्तकालयध्यक्ष पर मणि शंकर शर्मा, सुभाष चंद्र मिश्र, संतोष कुमार सोनकर, वरिष्ठ कार्यकारिणी पद पर कन्हैयालाल, आजाद अली वही कनिष्ठ कार्यकारिणी के 5 सदस्यों ने भी मंगलवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया संयुक्त रूप से निर्वाचन अधिकारी बाल गोविन्द पाण्डेय, मोतीलाल कुशवाहा ने जानकारी दी बताया कि 19 फरवरी को भी नामांकन पत्र की बिक्री और प्रत्याशियों का पर्चा दाखिल होगा उनके साथ सहायक निर्वाचन अधिकारी सुरेन्द्र सिंह, व निर्वाचन सचिव त्रिवेणी प्रसाद यादव को साथ में धर्मेंद्र सिंह उपस्थित रहे।

निष्काम सेवा की खुशी,शब्दों में व्यक्त करना संभव नही-सरदार पतविंदर सिंह

विश्वनाथ प्रताप सिंह

नैनी प्रयागराज : सामाजिक कार्यकर्ता विमल चंद्र कुशवाहा,अनेक पांडे,सरदार पतविंदर सिंह ने गुरु नानक नगर रोड में स्टॉल लगाकर निस्वार्थ बिस्किट,मीठे जलपान श्रद्धालुओं को वितरित कर मां गंगा भक्तों की चरण धूल पंक्तिबद्ध अपने माथे पर लगाते रहे।निस्वार्थ सेवा विगत कई दिनों से निरंतर चल रही है।

सामाजिक कार्यकर्ता विमल चंद्र कुशवाहा ने कहा कि यह हम सब का बड़ा सौभाग्य है कि ईश्वर ने सेवा का अवसर प्रदान किया।

अनेक पांडे ने कहा कि हम सब बहुत भाग्यशाली हैं जो हमारा जन्म प्रयागराज की धरती पर हुआ और भक्तों के दर्शनों के साथ-साथ उनकी सेवा का अवसर प्रदान हुआ।

सरदार पतविन्दर सिंह ने कहा कि हम बहुत सौभाग्यशाली हैं जो ऐसे नौजवानों का साथ मिला और गंगा मां के श्रद्धालुओं के दर्शन व सेवा का अवसर प्रदान हुआ।निष्काम सेवा की श्रद्धालुओं ने भूरि-भूरि प्रशंसा करते रहे। अन्य सेवादार में धर्मेंद्र वर्मा,रजनीकांत,दलजीत कौर, हरमनजी सिंह,सुनील,राधे सहित कई स्वयंसेवक रहे।

महाकुम्भ में लगी भारतीय रेलवे की प्रदर्शनी है विरासत और विकास का अनूठा उदाहरण

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज : विश्व का सबसे ऊंचाई पर बना चेनाब रेल ब्रिज माडल हैं रेल प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण।

भारतीय रेलवे की आधुनिकतम् ट्रेनों अमृत भारत और नमो भारत का किया गया है डिस्प्ले महाकुम्भ मेला क्षेत्र में रेलवे के अस्थाई टिकट घऱ और बहुभाषी अनाउसंमेंट बन रहे हैं तीर्थयात्रियों के सहायक

प्रयागराज में आयोजित महाकुम्भ 2025 डबल इंजन सरकार के विरासत और विकास के प्रतिमान का एक सफल उदाहरण बनता जा रहा है। भारतीय रेलवे भी इसी क्रम में महाकुम्भ में जहां एक ओर सफल भीड़ प्रबंधन और रिकार्ड मेला स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, वहीं दूसरी ओर मेला क्षेत्र में लगी रेलवे की प्रदर्शनी भारतीय रेलवे में विरासत और विकास के प्रतिमानों को प्रदर्शित कर रही है। महाकुम्भ में लगी रेलवे की प्रदर्शनी में चिनाब और पंबन ब्रिज के माडल प्रदर्शित किये गये हैं तो वहीं रेलवे की आधुनिकतम् तकनीकि से युक्त नमो भारत, अमृत भारत और वंदे भारत की स्लीपर ट्रेन के बारे में आमजन को बताया जा रहा है। इसके साथ ही भारतीय रेलवे के देश के युद्ध और महत्वपूर्ण अवसरों पर किये गये योगदान को प्रदर्शित किया गया है।

दुनिया के सबसे ऊंचे चेनाब रेल ब्रिज का माडल प्रदर्शित

भारतीय रेलवे न केवल देश के यातायात की लाइफ लाइन है बल्कि देश की सांस्कृति विविधता को एक सूत्र में बांधने का कार्य करती है। भारतीय रेलवे देश को कश्मीर से कन्याकुमारी तक और गुजरात से अरूणाचल तक जोड़ने का कार्य करती है। यहीं नहीं डबल इंजन सरकार के विरासत और विकास के ध्येय की सबसे बड़ी वाहक भारतीय रेलवे है। जिसका प्रदर्शन महाकुम्भ में लगी रेलवे की प्रदर्शनी में किया गया है। महाकुम्भ मेला क्षेत्र के सेक्टर-1 में लगी रेलवे की प्रदर्शनी में देश की आधुनिकतम् तकनीकि से बने चेनाब और पंबन ब्रिज के माडल का प्रदर्शन किया गया है।जम्मू कश्मीर में बना चेनाब ब्रिज दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज है। चेनाब नदी पर बने रेल ब्रिज की ऊचांई नदी तल से 359 मीटर है जो फ्रांस के एफिल टॉवर से भी 35 मीटर अधिक है। तो वहीं दूसरी ओर रामेश्वरम को जोड़ने वाला पंबन ब्रिज, पूर्णतः स्वचालित वर्टिकल लिफ्ट स्पैन देश का ऐसा पहला समुद्री रेल पुल है। इसको भी प्रदर्शनी में शामिल किया गया है। अमृत भारत और नमो भारत ट्रेनों का किया गया है डिस्प्ले भारतीय रेलवे की प्रदर्शनी में मोदी सरकार की ओर से देश की दी जा रही आधुनिकतम् तकनीक युक्त ट्रेनें अमृत भारत, नमो भारत और वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों की जानकारी दी जा रही है। अमृत भारत ट्रेन जहां सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन है तो वहीं नमो भारत देश की पहली ईएमयू ट्रेन हैं जो केवल 40 मिनट में मेरठ से अशोक नगर की दूरी तय करेगी। इसके साथ ही रेलवे प्रदर्शनी में 1965, 1971 ओर कारगिल युद्ध के दौरान रेलवे की सेवाओं के बारे में बताया गया है। साथ ही डबल इंजन सरकार के सनातन आस्था के तीर्थस्थलों तक श्रद्धालुओं की पहुंच को सुलभ बनाने वाली ट्रेनों के बारे में बताया जा गया है। भारतीय रेलवे ने महाकुम्भ क्षेत्र में तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए अस्थाई टिकट घरों के साथ इलेक्ट्रानिक डिस्प्ले बोर्ड के साथ पूछताछ कक्ष और बहुभाषी अनाउसंमेंट की भी व्यवस्था की है। इसको भी प्रदर्शनी में जगह मिली है।

उमड़ पड़ा आस्था का जन सैलाब, पुलिस मुस्तैद

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। महाकुम्भ-2025 की भव्यता से अभिभूत होकर करोड़ों श्रद्धालु/स्नानार्थी संगम की नगरी में आ रहे हैं रविवार को महाकुम्भ के संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए करोड़ों श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा है। तीर्थराज प्रयाग की पावन धरती महाकुम्भ में जैसे कोई प्रमुख स्नान पर्व चल रहा हो जिसमे करोड़ों श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए निरंतर आ रहे हैं | आज रविवार के दिन आस्था का जनसैलाब उमड पड़ा हैं क्या दिन क्या रात बस श्रद्धालुओ/स्नानार्थियों की भीड़ दिखाई पड़ रही है |

महाकुम्भ में सुगम आवागमन व सुरक्षित स्नान हेतु सभी प्रवेश द्वारों/चौराहों/पार्किंग स्थलों/स्नान घाटों पर पुलिस की विभिन्न टीमें व्यवस्थापित कर स्नानार्थियों/श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु कड़े प्रबन्ध किये गये हैं एवं कमाण्ड सेंटर से सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से चप्पे-चप्पे पर सतर्क दृष्टि रखी जा रही हैं |

मेला क्षेत्र में आने-जाने वाले सभी श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों से 'पब्लिक एड्रेस सिस्टम' के माध्यम से लगातार अनुरोध किया जा रहा है कि सुरक्षित स्नान करके स्नान घाटों को खाली करें एवं आने वाले श्रद्धालुओं को भी स्नान करने के लिए मौका दें, मेला क्षेत्र में आने-जाने के लिए निर्धारित मार्गो का ही उपयोग करें एवं सुगम आवागमन- सुरक्षित स्नान के लिए मेला पुलिस का सहयोग करें |

मेला क्षेत्र में पुलिस उप महानिरीक्षक श्री वैभव कृष्ण IPS एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री राजेश द्विवेदी IPS के द्वारा पुलिस कर्मियों के साथ मुस्तैद होकर उनका उत्साहवर्धन किया जा रहा हैं एवं ड्यूटी के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं।

नितिन बोले..अद्भुत व अविस्मरणीय जनसैलाब*

- विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज : महाकुंभ बॉलीवुड के प्रख्यात गायक नितिन मुकेश महाकुम्भ की भव्यता को देखकर गदगद हुए हैं। वे 16 फरवरी को प्रयागराज पहुंचे। पहुंचने के बाद सीधे संगम पहुंचे और आस्था की डुबकी लगाई। नाव पर बैठकर संगम भ्रमण किया और मां गंगा का पूजन-अर्चन कर उनसे अपने पिता प्रख्यात गायक मुकेश के नाम को रोशन करते रहने का आशीर्वाद मांगा। सोमवार को गंगा पंडाल में सांस्कृतिक प्रस्तुति देने से पहले उन्होंने यहां के अनुभवों को साझा किया, कहा कि दो दिन रहकर मुझे एहसास हुआ कि यहां जनसैलाब उमड़ रहा है। जो अद्भतु, अप्रतिम और अविस्मरणीय है। उन्होंने बताया कि दुनिया में ऐसी समरसता कहीं नहीं देखने को मिलेगी, जैसी लाखों लाख श्रद्धालुओं की आस्था में दिखाई दे रही है। यह हमारी सनातन आस्था और संस्कृति के संस्कार की वजह से संभव हो रहा है। काश कुम्भ के बाद भी देश में ऐसी ही समरसता देखने को मिले। देश के कोने- कोने से जितने भी श्रद्धालु यहां आ रहे हैं, यह उनका सौभाग्य था कि मां गंगा ने उन्हें अपने तट पर बुलाया।नितिन बताते हैं कि वे पहली बार संगम स्नान करने अपने पिता मुकेश के साथ 50 वर्ष पहले आए थे। उसके बाद दो बार और मां गंगा के आशीर्वाद से यहां आने का अवसर मिला था। अंतिम बार वर्ष 2021 में आया था। तब भी डुबकी लगाने का आशीर्वाद मइया ने दिया था और हनुमान जी का दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था।गायक ने बताया कि एक सपना बहुत दिनों से देख रहा था कि रामचरितमानस को अपने स्वरों में पिरो सकूं। महाकुम्भ में आकर मेरा सपना पूरा करने का आशीर्वाद मां गंगा से मिला है। अब यहां से जाने के बाद अपने सपने को पूरा करने का काम करना है। मइया से यह प्रार्थना है कि जब तक जीवन है, तब तक अच्छा कर्म करता रहूं।

श्रद्धालुओं की सुरक्षा में मजबूत प्रहरी बने सीआरपीएफ के जवान


विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज :आपदा प्रबंधन में तत्परता के साथ हर आपात स्थिति के लिए हैं तैयार महाकुम्भ 2025 की भव्यता के बीच केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सेवा के लिए पूरी तत्परता से तैनात है। उनकी सेवा भावना और राष्ट्रप्रेम का अद्वितीय उदाहरण महाकुम्भ में देखने को मिल रहा है।

सीआरपीएफ के जवान 24 घंटे घाटों, मेला परिसर और प्रमुख मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे हैं। आधुनिक तकनीक और सतर्क निगाहों से किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई है।भीड़ नियंत्रण और मार्गदर्शन में अहम भूमिका श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच सीआरपीएफ के जवान मार्गदर्शन और सहायता प्रदान कर रहे हैं। उनका सौम्य व्यवहार और तत्परता श्रद्धालुओं को सहज अनुभव प्रदान कर रही है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सीआरपीएफ की आपदा प्रबंधन टीम पूरी मुस्तैदी से तैनात है। कुम्भ मेले में गुमशुदा बच्चों और बुजुर्गों को उनके परिजनों से मिलाने में भी सीआरपीएफ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।राष्ट्र प्रथम: सेवा और समर्पण की मिसाल

सीआरपीएफ से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ का हर जवान महाकुम्भ में 'राष्ट्र प्रथम' की भावना के साथ अपनी ड्यूटी निभा रहा है। उनकी सेवा और समर्पण का यह जज़्बा महाकुम्भ की आध्यात्मिकता को और भी पवित्र बना रहा है। महाकुम्भ 2025 में सीआरपीएफ की यह अटूट सेवा और समर्पण न सिर्फ सुरक्षा का विश्वास जगा रहा है, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा भी है।

महाकुंभ जाने के लिए पिता-बेटी ने 675 किमी चलाई साइकिल, दिल्ली से संगम डुबकी लगाने

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज : महाकुंभ की आस्था के आगे श्रद्धालुओं के लिए हर समस्या आसान हो रही है। कोई ट्रैफिक के कारण 200 किमी से ज्यादा का सफर बोट से तय कर रहा है तो कोई साइकिल से महाकुंभ पहुंच रहा है। 144 साल में हो रहे इस आयोजन पर हर कोई आस्था की डुबकी लगाने के लिए संगम पहुंच रहा है। इनमें से एक हैं दिल्ली के रहने वाले पिता और बेटी। इन्होंने संगम जाने के लिए मुश्किल राह चुनी। ये ट्रेन या बस से नहीं बल्कि दिल्ली से प्रयागराज साइकिल चलाकर पहुंचे हैं। दोनों ने साइकिल पर 675 किमी का सफर तय किया और त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई।साइकिल से 675 किमी का सफर पूरा करके त्रिवेणी संगम पहुंची अनुपमा पंत का साथ उनके पिता उमेश पंत ने दिया। दोनों दिल्ली के रहने वाले हैं और दिल्ली से प्रयागराज साइकिल से पहुंचे। उन्होंने एक रिकॉर्ड भी कायम कर लिया है। अपने इस कदम से दोनों पिता और बेटी लोगों को साइकिल चलाने का संदेश देना चाहते हैं। दोनों का मानना है कि साइकिल चलाने से कई समस्याओं का हल होता है और इससे स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।आम जनता को साइकिल के फायदे को लेकर जागरुक करने के उद्देश्य से निकले पिता बेटी ने संगम स्नान किया और कहा कि साइकिल चलाने से स्वस्थ रहा जा सकता है। अनुपमा और उनके पिता ने कहा कि ज्यादातर लोग अपने कामों के लिए साइकिल से ज्यादा यात्रा करेंगे तो कई समस्याओं का समाधान भी निकल सकता है। उनका कहना है कि साइकिल से यात्रा करने से शरीर तो स्वस्थ होता ही है वहीं हमारा पर्यावरण भी स्वस्थ रहेगा। पिता और बेटी ने अपनी इस पहल से लोगों को साइकिल चलाने की प्रेरणा दी है। इस पहल के जरिए दोनों शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही पर्यावरण स्वास्थ्य की ओर भी लोगों को प्रेरित कर रहे हैं।

तीर्थराज प्रयाग में कुंभ की आस्था और जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में शुभारंभ

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज :तीर्थराज प्रयाग में पूज्य संतों की गरिमा उपस्थिति में कुंभ की आस्था और जलवायु परिवर्तन सम्मेलन आयोजित 16 फरवरी 2025 को भव्य शुभारंभ उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री आदित्य नाथ योगी की उपस्थिति मे अरैल घाट सेक्टर 25 मे हुआ उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री आदित्य नाथ योगी जी ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले 8 वर्षों में 210 करोड़ वृक्षारोपण किया फॅरिस्ट कवर को बढ़ाया गया डीजल से चलने वाली बसों के स्थान पर इलेक्ट्रिक बसों को प्राथमिकता दी गई एवं नदियों को पुनर्जीवित करने का कार्य किया गया है महाकुंभ 2025 , प्रयागराज का संदेश यही है कि आस्था के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन के कारकों पर विचार करते हुए उसके निवारण का उपाय हम सभी को मिलकर करना होगा इस अमृत महा कुम्भ मे 52 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई सम्मेलन से जुड़े हुए सभी गणमान्य जनों का हार्दिक अभिनंदन व इस कार्यक्रम की सफलता ही हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए सभा में वाणी को विराम दिया ।

नैनी के मियावाकी पार्क का भ्रमण कर सकेंगे लोग

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज : नैनी औद्योगिक क्षेत्र में प्रस्तावित दूसरे मियावाकी पार्क की हरियाली लोग करीब से देख सकेंगे। पार्क के अंदर लोगों के आवागमन के लिए मार्ग बनाया जाएगा। नगर निगम औद्योगिक क्षेत्र में पहले पार्क के पास दूसरा मियावाकी पार्क बनाएगा। दूसरे पार्क की लिए योजना बनाई जा रही है। औद्योगिक क्षेत्र में दूसरा मियावाकी पार्क बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने इस साल जनवरी में तीन करोड़ 94 लाख रुपये स्वीकृत किया है। नगर निगम ने सरकार को डीपीआर भेजकर पार्क निर्माण के लिए चार करोड़ 93 लाख रुपये मांगा था। सरकार से राशि स्वीकृति के बाद नगर निगम ने पार्क निर्माण का काम शुरू किया। सरकार ने नैनी औद्योगिक क्षेत्र के साथ प्रदेश के 21 शहरों में मियावाकी पार्क बनाने के लिए 46 करोड़ रुपये स्वीकृत किया है।नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग ने बताया कि नगर निगम ने औद्योगिक क्षेत्र में पहली मियावाकी पार्क बनाया। पार्क को लोग देखना चाहते हैं, लेकिन इसमें आवागमन की सुविधा नहीं है। लोगों की मांग को देखते हुए क्षेत्र के दूसरे पार्क में पथ बनाया जाएगा। नगर निगम औद्योगिक क्षेत्र के अलावा बसवार और झूंसी में भी एक-एक मियावाकी पार्क बना रहा है।