महाकुंभ जाने के लिए पिता-बेटी ने 675 किमी चलाई साइकिल, दिल्ली से संगम डुबकी लगाने
विश्वनाथ प्रताप सिंह
प्रयागराज : महाकुंभ की आस्था के आगे श्रद्धालुओं के लिए हर समस्या आसान हो रही है। कोई ट्रैफिक के कारण 200 किमी से ज्यादा का सफर बोट से तय कर रहा है तो कोई साइकिल से महाकुंभ पहुंच रहा है। 144 साल में हो रहे इस आयोजन पर हर कोई आस्था की डुबकी लगाने के लिए संगम पहुंच रहा है। इनमें से एक हैं दिल्ली के रहने वाले पिता और बेटी। इन्होंने संगम जाने के लिए मुश्किल राह चुनी। ये ट्रेन या बस से नहीं बल्कि दिल्ली से प्रयागराज साइकिल चलाकर पहुंचे हैं। दोनों ने साइकिल पर 675 किमी का सफर तय किया और त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई।साइकिल से 675 किमी का सफर पूरा करके त्रिवेणी संगम पहुंची अनुपमा पंत का साथ उनके पिता उमेश पंत ने दिया। दोनों दिल्ली के रहने वाले हैं और दिल्ली से प्रयागराज साइकिल से पहुंचे। उन्होंने एक रिकॉर्ड भी कायम कर लिया है। अपने इस कदम से दोनों पिता और बेटी लोगों को साइकिल चलाने का संदेश देना चाहते हैं। दोनों का मानना है कि साइकिल चलाने से कई समस्याओं का हल होता है और इससे स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।आम जनता को साइकिल के फायदे को लेकर जागरुक करने के उद्देश्य से निकले पिता बेटी ने संगम स्नान किया और कहा कि साइकिल चलाने से स्वस्थ रहा जा सकता है। अनुपमा और उनके पिता ने कहा कि ज्यादातर लोग अपने कामों के लिए साइकिल से ज्यादा यात्रा करेंगे तो कई समस्याओं का समाधान भी निकल सकता है। उनका कहना है कि साइकिल से यात्रा करने से शरीर तो स्वस्थ होता ही है वहीं हमारा पर्यावरण भी स्वस्थ रहेगा। पिता और बेटी ने अपनी इस पहल से लोगों को साइकिल चलाने की प्रेरणा दी है। इस पहल के जरिए दोनों शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही पर्यावरण स्वास्थ्य की ओर भी लोगों को प्रेरित कर रहे हैं।
Feb 18 2025, 18:48