चीन पर सैम पित्रोदा ने फंसाया तो कांग्रेस ने किया किनारा, जयराम रमेश बोले- ये पार्टी के विचार नहीं
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इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष और राहुल गांधी के करीबी सैम पित्रोदा ने कहा- भारत को चीन को अपना दुश्मन मानना बंद कर देना चाहिए। चीन से खतरे को अक्सर बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है। पित्रोदा के इस बयान के बाद सियासी तूफान मच गया। बीजेपी ने कांग्रेस और राहुल गांधी के खिलाफ तीर-कमान तान लिया। विवाद बढ़ता देख उनकी इस टिप्पणी से कांग्रेस ने दूरी बना ली है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने एक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि सैम पित्रोदा के चीन पर व्यक्त विचार पार्टी के आधिकारिक विचार नहीं हैं।
कांग्रेस महासचिव और मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने सोमवार को कहा कि सैम पित्रोदा द्वारा चीन पर की गई टिप्पणी से कांग्रेस का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि चीन देश की विदेश नीति, बाह्य सुरक्षा और आर्थिक क्षेत्र की सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने चीन के प्रति मोदी सरकार के दृष्टिकोण पर बार-बार सवाल उठाए हैं। जिसमें प्रधानमंत्री द्वारा 19 जून 2020 को सार्वजनिक रूप से चीन को दी गई क्लीन चिट भी शामिल है।उन्होंने आगे कहा कि चीन पर पार्टी का सबसे हालिया बयान 28 जनवरी 2025 को जारी किया गया था।
जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस ने मोदी सरकार द्वारा चीन के साथ संबंध सामान्य करने की घोषणा का संज्ञान लिया है, लेकिन सवाल यह है कि ऐसा निर्णय ऐसे समय में क्यों लिया जा रहा है, जब 2024 के डिसइंगेजमेंट समझौते से जुड़े कई सवालों के जवाब अब तक नहीं मिले हैं। उन्होंने बताया कि भारत और चीन के बीच हाल ही में वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों को बहाल करने पर सहमति बनी है, जिसमें डायरेक्ट फ्लाइट्स, कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली और उदार वीजा नीति जैसे मुद्दे शामिल हैं, लेकिन सरकार ने यह नहीं बताया कि लद्दाख में 2,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र, जहां 2020 तक भारतीय सेना की पेट्रोलिंग होती थी, उसे वापस लेने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं।
सैम पित्रोदा ने कहा क्या?
इससे पहले न्यूज एजेंसी IANS को दिए इंटरव्यू में सैम पित्रोदा ने कहा- मुझे नहीं पता कि चीन से क्या खतरा है। मुझे लगता है कि इस मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है, क्योंकि अमेरिका को हमेशा दुश्मन की पहचान करनी होती है। हमें सीखने, संवाद बढ़ाने, सहयोग करने और मिलकर काम करने की जरूरत है, हमें ‘कमांड और कंट्रोल’ की मानसिकता से बाहर निकलना होगा।पित्रोदा ने कहा, हमारा रवैया पहले दिन से ही टकराव का रहा है। यह दुश्मनी पैदा करता है। मुझे लगता है कि हमें इस पैटर्न को बदलने की जरूरत है। यह किसी के लिए भी ठीक नहीं है।
Feb 17 2025, 19:33