कृष्ण की बाल लीलाओं से मिलती है जीवन के सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा : आचार्य विष्णुधर द्विवेदी
मीरजापुर। सीटी विकास खंड क्षेत्र के लोंहदी महावीर स्थित हनुमान मंदिर प्रांगण में चल रहे सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ छठवें दिन मंगलवार को
आचार्य विष्णुधर द्विवेदी ने कृष्ण लीलाओं का वर्णन करते हुए उनके समूचे जीवन, बाल लीलाओं का भजन के माध्यम से रेखांकित करते हुए कृष्ण और राधा जीवन प्रसंग को बताया।
उन्होंने उपस्थित भक्तों को कथा श्रवण कराते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं से हमें बहुत कुछ मिलता है। प्रभु श्री कृष्ण की लीला मात्र लीला ही नहीं है बल्कि यह जीवन दर्शन भी है। राधा रमण प्यारे, राधा रमण, प्रभु राधा रमण बोल...., गोकुल का कांधा, बृज का....हरि बोल! जमुना के जल वहीं श्याम खेले
लहरो में उछले... सुनाते हुए लोगों को भक्ति भाव में झूमने पर विवश कर दिया। इस दौरान आचार्य महेंद्र देव पांडेय, विद्यापति त्रिपाठी, अंकुश मिश्रा, राजू, सर्वेश कुमार त्रिवेदी, आयोजक श्रीमती वीना देवी पत्नी
वीरेंद्र कुमार उपाध्याय इत्यादि व्यवस्था को संचालित करने में जुटे हुए थे। मिर्ज़ापुर नगर के विख्यात लोहंदी महावीर हनुमान मंदिर प्रांगण में चल रहे श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ का आयोजन 12 फरवरी तक चलेगा। भागवत कथा समापन के बाद 13 फरवरी को विशाल हवन यज्ञ के पश्चात भंडारे का आयोजन किया जाएगा। जानकारी देते हुए महेंद्र देव पांडे ने बताया कि श्री कृष्ण लीला से जुड़ी हुई भव्य झांकी के साथ मंगलवार को कृष्ण और रुक्मणी विवाह के प्रसंग पर कथा श्रवण कराया गया जबकि बुधवार को कृष्ण और सुदामा मिलन के बाद समापन किया जाएगा। इस दौरान आसपास के गांवों से सैकड़ों की संख्या में नर-नारी कथा श्रवण पान के लिए उमड़े हुए थें
Feb 15 2025, 17:31