महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने त्रिवेणी महाकुंभ में आये

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज( महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाकुंभ 2025 पर कहा कि मैं बहुत प्रसन्न हूं कि मैं अपने परिवार के साथ महाकुंभ में आ पाया हूं यहां बहुत सुंदर व्यवस्था की गई है। मेले में आने वाला हर व्यक्ति बहुत प्रसन्न है। मैं मानता हूं कि यहां एक नया इतिहास बन रहा है... यह हमारी संस्कृति की महानता है कि यहां लोग खिंचे चले आते है।

प्रयागराज में 30 मोटरसाइकिल जब्त:क्षमता से अधिक सवारी बैठाने पर कार्रवाई

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज में आगामी महाकुंभ मेला की तैयारियों के मद्देनजर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं।पुलिस आयुक्त के निर्देश पर चलाए गए विशेष अभियान में 30 मोटरसाइकिलों को जब्त किया गया। ये कार्रवाई उन वाहन चालकों के खिलाफ की गई, जो मोटरसाइकिल पर क्षमता से अधिक श्रद्धालुओं को बैठाकर ले जा रहे थे। साथ ही, कुछ चालक श्रद्धालुओं से अधिक किराया वसूल कर उन्हें तय स्थान पर नहीं छोड़ रहे थे।

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त और पुलिस उपायुक्त गंगानगर के पर्यवेक्षण में, तथा सहायक पुलिस आयुक्त थरवई के नेतृत्व में यह अभियान चलाया गया। इस दौरान यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाली एक अन्य मोटरसाइकिल का मोटर वाहन अधिनियम के तहत चालान भी किया गया। यह कार्रवाई आगामी स्नान पर्व के मद्देनजर श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई है।

प्रभू बजरंग बली बल,बुद्धि एवं ज्ञान के दाता हैं जिला मंत्री राजेश तिवारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज । प्रभू बजरंग बली बल बुद्धि एवं ज्ञान के दाता हैं यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने वरिष्ठ समाजसेवी शेषमणि शुक्ला से बजरंग बली के प्रतिमा के सम्मुख वरिष्ठ समाजसेवी पं० लालजी दुबे भंजनपुर भारतगंज मेजा प्रयागराज के घर पर बने बजरंग बली के मन्दिर में कही।गौरतलब हो जिला मंत्री अपने प्रियजनों के साथ वरिष्ठ समाजसेवी पं० लालजी दुबे के सुपुत्री के शुभविवाह के अवसर पर भंजनपुर भारतगंज मेजा प्रयागराज पधारे हुए थे क्योंकि जिला मंत्री एवं वरिष्ठ समाजसेवी पं० लालजी दुबे के बीच बहुत ही घनिष्ठतम पारिवारिक सम्बन्ध हैं।दोनों ही सम्भ्रान्त जन एक दूसरे के सुख दु:ख में अवश्य शिरकत करते हैं।

प्रभू बजरंग बली के मन्दिर में बजरंग बली के दर्शनोंपरांत जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रभू बजरंग बली बल,बुद्धि एवं ज्ञान के दाता हैं क्योंकि प्रभू श्रीराम के लंका विजय के दौरान प्रभू श्रीराम के समस्त काम काजों में प्रभू बजरंग बली का अहम योगदान रहा।सौ योजन समुद्र को लांघना,लंका दहन करना एवं अहिरावण को मृत्युदण्ड देकर प्रभू श्रीराम एवं लक्ष्मण को पाताललोक से वापस लाना।ये सभी काज स्पष्ट करते हैं कि प्रभू बजरंग बली बल,बुद्धि एवं ज्ञान के दाता हैं।जिला मंत्री ने आगे कहा कि जो भी साधक सच्ची श्रद्धा और विधि विधान से प्रभू बजरंग बली की पूजा करता है।उसको जीवन में सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है।जिला मंत्री ने आगे कहा कि प्रभू बजरंग बली की नित पूजा करते रहने से व्यक्ति के सभी दु:ख दूर हो जाते हैं और वह सभी कष्टों से मुक्ति पा जाता है।

जिला मंत्री ने आगे अपने व्यक्तव्य में यह भी कहा कि न है न कोई होगा प्रभू बजरंग बली जैसा,असम्भव को सम्भव बनाना जिसका कर्म है ऐसा।इस अवसर पर उपस्थित शिक्षाविद पं० पारस नाथ पाठक ने कहा कि जिला मंत्री के द्वारा प्रभू बजरंग बली की महिमा बहुत ही सुन्दर एवं सर्वथा सत्यमय वर्णित किया गया है।वास्तव में प्रभू बजरंग बली संकट मोचन और अपने सानिध्य में आने पर भक्तों के सभी संकट हर लेते हैं।इस साहित्यिक एवं आध्यात्मिक परिचर्चा के दौरान जिला मंत्री के साथ वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला,शिक्षाविद पं० पारस नाथ पाठक,हिन्दू महासभा महामंत्री राकेश तिवारी एवं नवयुवक समाजसेवी नीरज द्विवेदी सहित आस पास बहुत से लोग मौजूद रहे।

आस्था और श्रद्धा में सराबोर श्रद्धालुओं की सेवा-सौभाग्य-सरदार पतविंदर सिंह

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज : महाकुंभ में श्रद्धालुओं के अभूतपूर्व सैलाब से महाजाम में फंसे लोगों की मदद को क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा,काशी क्षेत्र भाजपा सरदार पतविंदर सिंह ने अपने सहयोगियों के साथ संभाली कमान। महाकुंभ में श्रद्धालुओं के अभूतपूर्व सैलाब से महाजाम में फंसे श्रद्धालुओं-तीर्थयात्रियों की हरसंभव मदद कर रहे है।आस्था और श्रद्धा में सराबोर श्रद्धालुओं के उफान की हर प्रकार से मदद कर जाम में फंसे लोगों को भोजन-पानी पहुंचाने मे सहयोग कर रहे हैं।

ऐसे में लोगों के मोबाइल की बैटरी चार्ज करना, प्यास मिटाने के लिए पानी-गुड,चाये-बिस्किट की सेवा कर रहे है।सड़कों पर ट्रैफिक मैनेजमेंट,कुंभ यात्रियों को खाना और मेडिकल से जुड़ी चीजें उपलब्ध कर प्रशासन की सहायता कर रहे है।तीर्थयात्रियों और श्रद्धालुओं की मदद को उनके काफिले तक पेयजल और अल्पाहार पहुंचने मे लगे हैं। सहयोग करने वालों में हरमनजी सिंह,दलजीत कौर,विष्णु शर्मा, सत्यम,ऋषिकेश,विकास,जुबैर, विनोद, अशोक, जयराम,आभूषण,विवेक,कौशल,सरदार पतविंदर सिंह सहित स्वयंसेवक रहे।

माघी पूर्णिमा स्नान पर्व पर मुख्यमंत्री योगी कर रहे हैं निगरानी
महाकुम्भ नगर।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुम्भ के चौथे अमृत स्नान की 4 बजे भोर से ही लगातार वार रूम से निगरानी कर रहे हैं। वह श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर लगातार अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं।

मुख्यमंत्री के साथ प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक प्रशान्त कुमार और मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारी भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी अपने 5 केडी आवास में बने वॉर रूम से निगरानी कर रहे हैं।
चौथी बार आकाश से टपका अमृत, कल्पवासियों के अंतिम स्नान के साथ श्रद्धालुओं का अमृत स्नान शुरू


महाकुम्भ नगर। तीर्थराज प्रयागराज में चल रहे विश्व के सबसे बड़े मेले महाकुम्भ का चौथा अंतिम अमृत स्नान माघी पूर्णिमा के दिन बुधवार को ब्रह्म मुहूर्त से संगम के 40स्नान घाटों पर शुरू हो चुका है। वैसे तो श्रद्धालु रात से ही लगातार स्नान कर रहे हैं। इस बार अखाड़े अलग से अमृत (शाही) स्नान नहीं कर रहे हैं, मान्यता के अनुसार हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ अखाड़ों ने अंतिम और तीसरा शाही स्नान बसन्त पंचमी को पूर्ण कर सभी अखाड़े के नागा, संन्यासी वाराणसी में पहुंच कर काशी विश्वनाथ की जय-जय कार कर रहे हैं। इस अमृत स्नान में अखाड़ों से जुड़े प्रमुख लोग ही महाकुम्भ में उपस्थित हैं। उनके तीन अमृत स्नान बसन्त पंचमी को ही पूर्ण हो चुके हैं।

महाकुंभ 2025 में पहली बार यह देखा जा रहा है कि मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी जैसे प्रमुख स्नान के बाद भी माघी पूर्णिमा पर करोड़ों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज संगम पहुंच रहे हैं। देश के कोने-कोने से यहां पहुंचे अलग-अलग वेशभूषा, बोलचाल, रंग-ढंग के लोगों ने भावनात्मक एकता का शानदार परिचय दिया। माघी पूर्णिमा के दौरान प्रयागराज की सर्दी श्रद्धालुओं की आस्था के आड़े न आ सकी। आधी रात से संगम में श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगाने के लिए जुटने लगे थे।

महाकुम्भ में मंगलवार तक 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के अमृत स्नान का रिकार्ड कायम हो चुका है। सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध 29 जनवरी के मौनी अमावस्या के स्नान के दौरान मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत के बाद चौथे अमृत स्नान में मेला प्रशासन सर्तकता बरत रहा है। मेला प्रशासन ने चौथे अमृत स्नान के लिए स्पेशल प्लान बनाया है। इसमें सभी श्रद्धालुओं के लिए वनवे रूट रहेगा। पांटून पुलों पर कोई दिक्कत नहीं आएगी। त्रिवेणी के घाटों पर अत्यधिक दबाव रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और बैरिकेड तैनात कर दिए गए हैं। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था और अधिक कड़ी कर दी गई है।

श्रद्धालुओं को संगम या अन्य घाटों तक पहुंचने में दिक्कत ना हो, इसके प्रबंध किए गए हैं। प्रभावी पेट्रोलिंग के लिए मोटर साइकिल दस्ते तैनात किए गए हैं। प्रमुख चौराहों और डायवर्जन प्वाइंट्स के बैरियर पर सीएपीएफ और पीएसी का इंतजाम किया गया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से वन वे रूट तैयार किया गया है। इसके अलावा पांटून पुलों पर मेले में आने वाले लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न आने पाए, इसका भी विशेष इंतजाम किया गया है। सबसे खास बात ये है कि त्रिवेणी के घाटों पर अत्यधिक दबाव रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल लगाए जा रहे हैं, जहां वरिष्ठ अधिकारी भी टीम के साथ तैनात रहेंगे। बैरिकेडिंग की संख्या भी बढ़ा दी गई है। संवेदनशील स्थानों पर राजपत्रित अधिकारियों की निगरानी रहेगी। 56 क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) की तैनाती की गई है।

महाकुम्भ के प्रमुख स्नान माघी पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं एवं प्रयागराजवासियों की सुविधा हेतु यातायात योजना बनाई गयी है ताकि प्रयागराज में आने वाले श्रद्धालुओं का स्नान सुगम तरीके से संपन्न हो और साथ ही नगर में किसी प्रकार की बाधा ना उत्पन्न हो। मेला क्षेत्र में आज आवश्यक एवं आकस्मिक सेवाओं के अलावा संपूर्ण मेला क्षेत्र में वाहनों का आवागमन बंद रहेगा। जो श्रद्धालु बाहर से प्रयागराज आये हैं, उनके वाहनों को संबंधित रूट की पार्किंग में ही पार्क कराया जा रहा हैं। इसमें आवश्यक और आकस्मिक सेवाओं में लगे वाहनों को छूट हैं।प्रयागराज नगर एवं मेला क्षेत्र में प्रमुख स्नान को देखते हुए 11 फरवरी को शाम 5 बजे के बाद नगर क्षेत्र में नो वाई व्हीकल जोन लागू है।यह यातायात व्यवस्था 12 फरवरी को मेला क्षेत्र से श्रद्धालुओं के चले जाने तक लागू रहेगी, प्रयागराज नगर एवं मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश तथा निकासी पर उपरोक्त प्रतिबंध कल्पवासियों के वाहनों पर भी लागू रहेगा।

मेला प्राधिकरण ने सभी श्रद्धालुओं एवं नगरवासियों से आग्रह है कि महाकुम्भ हेतु बनायी गयी इस व्यवस्था को सफल बनाने हेतु नियमों का पालन करें तथा व्यवस्था को बनाये रखने में सहयोग प्रदान करने की अपेक्षा की है।
महाकुम्भ : हर-हर गंगे, हर-हर महादेव के जयकारे के साथ शुरू हुआ माघी पूर्णिमा का स्नान
महाकुम्भ नगर। माघी पूर्णिमा की पावन बेला की शुभ घड़ी का शुभारम्भ होते ही हर-हर गंगे, हर-हर महादेव के जयकारे के साथ बुधवार की अल सुबह से स्नान शुरू हो गया। कल्पवासी, साधु-संत समेत सभी श्रद्धालु ऐसे पावन अवसर पर श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे है। पतित पावनी मां गंगे, यमुना एवं अन्त:सलीला अदृश्य सरस्वती के पावन संगम के सभी घाटों पर ब्रह्म मुहूर्त से श्रद्धाल स्नान कर रहें है। ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए ऐसी मान्यता है कि माघ पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इस लिए इस पुण्य का लाभ अर्जित करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए। ऐसा करने से उन्नति, पुण्य और मोक्ष की प्राप्ति होती है, ऐसा विश्वास है। माघ की पूर्णिमा के दिन अन्न, धन, तिल, गुड़ और घी का दान करना भी अत्यंत लाभकारी माना जाता है। श्रद्धालुओं से लगातार घाट खाली करने की जा रही अपील प्रयागराज महाकुम्भ में 144 वर्ष के बाद आए ऐसी पावन अवसर पर संगम के सभी घाटों पर कल्पवासी, साधु संत एवं श्रद्धालु स्नान करने के बाद दान अन्न, धन,तिल, गुड़ आदि का दान कर रहें है।सुरक्षा के मद्देनजर संगम के सभी घाटों पर जल पुलिस, एनडीआरएफ, गोताखोर सहित सभी मुस्तैदी से स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं से घाट खाली करने के लिए लगतार अपील कर रहें है। आईसीसीसी सेन्टर से हर पल की जा रही निगरानी महाकुम्भ डीआईजी वैभव कृष्ण, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी, मेलाधिकारी विजय किरन आनन्द, अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी समेत सभी अधिकारी लगातार सुरक्षा को लेकर मेला क्षेत्र में की निगरानी में लगे हुए है। आईसीसीसी सेन्टर से हर पल की निगरानी की जा रही है।
जेएनयू से आए प्रतिनिधिमंडल ने कुंभ अध्ययन कार्यक्रम को सराहा

प्रयागराज । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के महाकुंभनगर के सेक्टर 7 में स्थित दूरस्थ शिक्षा जागरूकता शिविर में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से आए अनुसंधान दल ने कुम्भ अध्ययन प्रमाण पत्र कार्यक्रम से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर जानकारी प्राप्त की। जेएनयू से प्रोफेसर और रिसर्च स्कॉलर्स का एक दल प्रयागराज में कुंभ की आयोजन से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर शोध करने के लिए प्रयागराज पहुंचा है। इसी क्रम में मुक्त विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा जागरूकता शिविर पहुंचने पर शिविर के नोडल अधिकारी डॉ अनिल कुमार सिंह भदौरिया ने दल के सदस्यों का स्वागत किया तथा उन्हें कुंभ अध्ययन में प्रमाण पत्र कार्यक्रम के संबंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की।

डॉ भदौरिया ने बताया कि मुक्त विश्वविद्यालय ने जनवरी 2025 सत्र से कुंभ अध्ययन प्रमाण पत्र प्रारंभ किया है जिसका उद्देश्य देश की अधिकाधिक आबादी को कुंभ के महत्व के बारे में बताना है। मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने प्रयागराज में महाकुंभ के अवसर पर जनवरी सत्र में प्रवेश लेने वाले शिक्षार्थियों के लिए मात्र ?500 में प्रवेश की सुविधा प्रदान की है। इस कार्यक्रम के आधिकाधिक प्रचार प्रसार के लिए महाकुंभ क्षेत्र के सभी सेक्टरों में विश्वविद्यालय द्वारा नियुक्त किए गए कुंभ गाइड कोर्स से संबंधित पर्चा वितरित कर रहे हैं। जिससे इस कार्यक्रम में प्रवेश लेने वालों का रुझान दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।

डॉ भदौरिया ने प्रतिनिधिमंडल को इस कार्यक्रम की विशेषता बताते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में कुंभ से संबंधित पौराणिक आख्यान, सामाजिक समरसता और कुंभ, कुंभ और ज्ञान परंपरा, उत्तर प्रदेश सरकार का उत्तम प्रबंधन एवं योजनाएं, दिव्य, भव्य तथा डिजिटल कुंभ, आस्था और आध्यात्मिक पर्यटन का केंद्र, साधु संतों एवं अखाड़ों का अमृत स्नान, प्रयाग की महिमा, गंगा की महिमा, माघ मास का महत्व तथा दर्शनीय स्थलों के साथ आकर्षक पंडालों में धार्मिक प्रवचन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला का वर्णन प्रस्तुत किया गया है। प्रवेश के उपरांत शिक्षार्थियों को पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है। विश्वविद्यालय द्वारा तैयार की गई उच्च कोटि की पाठ्य सामग्री की सराहना प्रदेश की राज्यपाल भी कर चुकी हैं।

जेएनयू से आए प्रतिनिधि मंडल ने विश्वविद्यालय द्वारा संचालित इस कोर्स की सराहना की। प्रतिनिधि मंडल में प्रोफेसर बिन्दु मंगला, प्रोफेसर अन्नू सिंह, डॉ रिचा सिंह तथा शोध छात्राओं शैलजा जिंदल लतिका अग्रवाल निपासी त्यागी, शैली त्यागी, गरिमा त्यागी आदि ने दूरस्थ शिक्षा जागरूकता शिविर द्वारा उनके शोध कार्य में सहायता करने पर कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह अधिक से अधिक लोगों को इस कार्यक्रम में प्रवेश लेने के लिए प्रेरित करेंगे। उक्त जानकारी जनसंपर्क अधिकारी डा. प्रभात चंद्र मिश्र ने दी।

सत्य एवं न्याय के ओतप्रोत अच्छे विचार एवं उत्तम संस्कार से मनुष्य किसी भी स्थल को स्वर्ग बना सकता : राजेश

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। सत्य एवं न्याय के ओत प्रोत अच्छे विचार एवं उत्तम संस्कार से मनुष्य किसी भी स्थल को स्वर्ग बना सकता है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने अपने प्रियजनों के बीच कौंधियारा विकास खण्ड प्रयागराज के देवरा ग्राम पंचायत के पटपर में स्थित प्रभू पटलेश्वर महादेव के समीप तमसा नदी(टोंस)के जल प्रपातों के समीप कही।गौरतलब हो जिला मंत्री अपने प्रियजनों के साथ तमसा नदी(टोंस) में प्राकृतिक रुप से बने जल प्रपातों को देखने एवं प्रभू पटलेश्वर महादेव के दर्शन हेतु कौंधियारा विकास खण्ड प्रयागराज के देवरा ग्राम पंचायत के पटपर में पधारे हुए थे।

जल प्रपातों एवं वहाँ के परिदृश्यों को देखने के पश्चात जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह स्थल स्वर्ग के समान है क्योंकि अत्यन्त हरे भरे वादियों से घिरा यह स्थल बहुत ही रमणीक एवं अत्यन्त सुन्दर है।इस स्थल पर तमसा(टोंस) दो धाराओं में बटकर बह रही हैं और मध्य स्थल का भूभाग पहाड़ी चट्टानों से घिरा है।दोनों ही धाराओं की तरफ बड़े-बड़े चट्टानों से टकराकर गिरते जल से बने जल प्रपातों का दृश्य मन को गहराइयों से छू लेता है।साथ ही साथ इसके तट पर स्थित प्रभू पटलेश्वर महादेव का मंदिर बहुत ही सुन्दर एवं धर्म आस्था का केन्द्र है परन्तु बड़े ही खेद का विषय है इतने सुन्दर,रमणीक एवं धर्म आस्था के केन्द्र पर अभी सरकार की नजर नही पड़ी है।जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा कि वे इस क्षेत्र के स्थानीय नेताओं एवं समाजसेवियों से यह गुजारिश करते हैं कि इस स्थल का वीडियो एवं फोटो सरकार तक पहुंचाए और वे स्वतः भी इस स्थान को स्वर्ग बनाने में अपना योगदान देते रहेगें।

जिला मंत्री ने आगे यह भी बताया कि यह स्थल प्रयागराज के तीन विकास खण्डों को भी जोड़ता है।एक तरफ करछना एवं कौंधियारा विकास खण्ड तो दूसरी ओर मेजा विकास खण्ड।इस स्थल का सही से नवीनीकरण कराया जाए तो यह किसी स्वर्ग से कम नही।जिला मंत्री ने आगे कहा कि सत्य एवं न्याय के ओतप्रोत अच्छे विचार एवं उत्तम संस्कार से मनुष्य किसी भी स्थल को स्वर्ग बना सकता है।जिला मंत्री ने आगे अपने व्यक्तव्य में यह भी कहा कि अच्छे संस्कार ही अच्छे विचारों को जन्म देते हैं,अच्छे विचार एवं उत्तम संस्कार ही धरती पर स्वर्ग उत्पन्न कर देते हैं।जिला मंत्री ने आगे अपने प्रियजनों से पटलेश्वर महादेव के जोर जोर हर हर महादेव के नारे लगवाए।इस दौरान जिला मंत्री के साथ वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला,शिक्षाविद पं० पारस नाथ पाठक,हिन्दू महासभा महामंत्री राकेश तिवारी एवं शिक्षाविद जोखू लाल पटेल सहित आस पास बहुत से लोग मौजूद रहे।

माघी पूर्णिमा स्नान पर मेला क्षेत्र एवं शहर को घोषित किया नो व्हीकल जोन
महाकुम्भ नगर। माघी पूर्णिमा के स्नान पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए महाकुम्भ मेला क्षेत्र को मंगलवार भोर से नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। श्रद्धालुओं को सुगम आवागमन एवं सुरक्षित स्नान कराने के लिए मेला प्रशासन ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर निर्णय लिया है।

रूट की पार्किंग में पार्क कराया जायेगा

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाकुम्भ राजेश द्विवेदी ने बताया कि मेला क्षेत्र में सुचारू रूप से श्रद्धालुओं का स्नान सम्पन्न कराने के लिए 11 फरवरी की सुबह 4 बजे से आवश्यक एवं आकस्मिक सेवाओं के अतिरिक्त सम्पर्णू मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है।प्रयागराज शहर में महाकुम्भ स्नान हेतु बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को 11 फरवरी को प्रातः 4 बजे के पश्चात संबंधित रूट की पार्किंग में पार्क कराया जायेगा। उक्त व्यवस्था में आवश्यक एवं आकस्मिक सेवाओं के वाहनों को छूट रहेगी।

आकस्मिक सेवाओं के वाहनों को छूट रहेगी

श्रद्धालुओं के प्रयागराज शहर एवं मेला क्षेत्र में सुगम आवागमन एवं स्नान के दृष्टिगत प्रयागराज शहर में दिनाँक 11 फरवरी को सायंकाल 5 बजे के बाद नो व्हीकल जोन लागू कर दिया जाएगा। उक्त व्यवस्था में आवश्यक एवं आकस्मिक सेवाओं के वाहनों को छूट रहेगी।उपरोक्त यातायात व्यवस्था माघपूर्णिमा स्नान पर्व 12 फरवरी को मेला क्षेत्र से श्रद्धालुओं के सुगमतापूर्वक निकासी तक लागू रहेगी।प्रयागराज शहर एवं मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश तथा निकासी पर उपरोक्त प्रतिबंध कल्पवासियों के वाहनों पर भी लागू रहेगा।

महाकुम्भ में सुबह 08 बजे तक 49.68 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

प्रयागराज महाकुम्भ में त्रिवेणी के पावन तट पर पुण्य अर्जित करने के लिए माघपूर्णिमा से पूर्व श्रद्धालुओं का रेला लगा हुआ है। पतित पावनी मां गंगे,यमुना एवं अन्त:सलीला सरस्वती के पावन संगम में मंगलवार सुबह 08 बजे तक 49.68 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। स्नान के दौरान श्रद्धालुओं को जल पुलिस, गोताखोर, एनडीआरएफ एवं पुलिस के जवान लगातार सावधान करने में जुटे हुए हैं।

कल्पवासी और 39.68 लाख तीर्थयात्री अब तक दौरा किया

अपर मेलाधिकारी महाकुम्भ विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि पतित पावनी मां गंगे, यमुना एवं अन्त:सलीला सरस्वती के पावन संगम में श्रद्धालु लगातार आस्था की डुबकी लगा रहें है। मंगलवार सुबह 08 बजे तक 10 लाख से अधिक कल्पवासी और 39.68 लाख तीर्थयात्री अब तक दौरा किया । इस तरह महाकुम्भ में मकर संक्राति से 10 फरवरी तक 44.74 करोड़ से ज्यादा से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। ऐसे पावन अवसर पर पुण्य अर्जित करने के लिए श्रद्धालुओं का लगातार रेला उमड़ा हुआ है।

मेला क्षेत्र में बड़े वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाकुम्भ राजेश द्विवेदी के निर्देश पर श्रद्धालुओं को सुगम यातायात और सुरक्षा के मद्देनजर मेला क्षेत्र में बड़े वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध जारी है। संगम के सभी घाटों पर लगातार पुलिस के जवान श्रद्धालुओं से अपील कर रहें है कि स्नान करके घाट दूसरों को मौका देने के लिए खाली करके अपने गंतव्य के लिए रवाना हो। हालांकि मेला क्षेत्र में आकस्मिक सेवा अग्निशमन के दमकल गाड़ियां, एम्बुलेंस तथा पुलिस के वाहनों के अतिरिक्त कोई वाहन प्रवेश नहीं कर पाएंगे।