कर्तव्यहीनता के आरोप में वैशाली थाना प्रभारी किए गए सस्पेंड
वरीय अधिकारीयों को सूचना तक नहीं देकर मामले को दबाने का प्रयास किये थे
वैशाली
वैशाली थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार को कर्तव्यहीनता के आरोप में वैशाली एसपी ललित मोहन शर्मा ने निलंबित कर दिया। पुलिस अधीक्षक कार्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार वे अपराधिक घटनाओं को रोकने में विफल रहे हैं। इसके अलावा कर्तव्य निर्वहन में भी वे शिथिलता बरत रहे थे। तत्कालीन थानाध्यक्ष पर वरीय अधिकारीयों को दिग्भ्रमित करने का आरोप भी लगा है।
हर्ष फायरिंग में एक युवक की मौत
मालूम हो कि विगत 03 फरवरी को थाना क्षेत्र के पौनी हसनपुर गांव में तिलक समारोह कार्यक्रम में एक युवक की गोली लगने के कारण मौत हो गई। तिलक समारोह कार्यक्रम में आयोजित नर्तकियों के नाच कार्यक्रम में हुई हर्ष फायरिंग में युवक स्थानीय सरपंच ताराकांत के भगीना राधाकृष्ण उर्फ सुगन की मौत हो गई। जबकि 05 फरवरी को थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। पाथमिकी दर्ज हाने के दो दिन बाद किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होने से पुलिस के कार्यशैली पर कई तरह का सवालिया निशान उठ रहे थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र में इतनी बड़ी घटना घट जाने के बावजूद भी थानाध्यक्ष ने अपने वरीय अधिकारीयों को इसकी सूचना तक नहीं दे कर मामले को दबाने का प्रयास किया था।
ग्रामीणों ने घटना की सूचना एसपी को दी , जांच के बाद एसपी ने वैशाली थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया
स्थानीय ग्रामीणों द्वारा इस घटना की सूचना एसपी को दी गई। एसपी द्वारा इस बाबत थानाध्यक्ष से पूछे जाने पर उन्हे गुमराह किया गया। तत्पश्चात एसपी द्वारा इस मामले की जांच सदर एसडीपीओ 2 लालगंज से कराई गई। जांच में हर्ष फायरिंग में हुई मौत के घटना की जानकारी थानाध्यक्ष को ससमय होने के बावजूद भी उनके द्वारा शव बरामदगी का कोई प्रयास नहीं किया गया। ग्रामीणों की सूचना पर एसपी के आदेश के बाद वैशाली थाने मे हर्ष फायरिंग में हुई मौत की एफआईआर दर्जकर गृह स्वामी मनोज कुमार सिंह, प्रमोद कुमार सिंह एवं कुमोद कुमार सिंह को नामजद अभियुक्त बनाया गया। वैशाली थानाध्यक्ष का प्रभार पुलिस अवर निरीक्षक दीपक कुमार को सौंपा गया है।
सुगन एक कुरियर कंपनी में काम करता था , मां बाप का एकलौता पुत्र था
हर्ष फायरिंग में जान गंवाए सुगन मां बाप का एकलौता पुत्र था। यहां पौनी हसनपुर गांव में आयोजित तिलक फलदान कार्यक्रम में आयोजित नर्तकियों का नृत्य देखने गए राधे कृष्ण उर्फ सुगन की हर्ष फायरिंग में मौत ने परिवार वालों को झकझोर कर रख दिया है।
मां बाप की एकलौती संतान सुगन का ननिहाल भी इसी गांव में है। वह स्थानीय सरपंच ताराकांत का भगीना है। ननिहाल का भी वह दुलारा था। सुगन का लालन पालन, शिक्षा ननिहाल में ही हुई थी। इसलिए ननिहाल से उसे काफी लगाव था। सुगन एक कुरीयर कंपनी में काम करता था। देवेश कुमार जिसका तिलक फलदान था, वह उसका दोस्त था। सुगन उसके तिलक फलदान में आयोजित नर्तकियों का नृत्य देखने वह गया था, जहां हर्ष फायरिंग में उसकी मौत हो गई। सुगन दो बहन के बीच अकेला भाई था। शादी महज डेढ वर्ष पूर्व ही हुई थी। पुलिस प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी हर्ष फायरिंग रुकने का नाम नहीं ले रहा।
इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर भी भर्त्सना की जा रही है। गांव के लोग घटना की निंदा कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि दिखावे, दबिश बनाने एवं आधुनिकता की हाड़ में लोग चंद पैसे कमाकर हर्ष फायरिंग की घटना को अंजाम दे रहे हैं। जहां बेकसूर लोग गोली का शिकार हो रहे हैं और जान गवां रहे हैं।
Feb 07 2025, 18:45