केन्द्र के बजट में बिहार को मिली सौगात से बिहार के किसानों को बड़ा फायदा
डेस्क : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बीते शनिवार को पेश किए गए केंद्रीय बजट में बिहार को कई बड़ी सौगात दी गई है। उनमें तीन बड़ी खेती-किसानी से जुड़ी हैं, जिससे बिहार में खेती को बढ़ावा मिलेगा और किसानों को बड़ा लाभ होगा।
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बिहार में मखाना बोर्ड के गठन से इसके उत्पादक किसानों को बाजार और मूल्य बढ़ने के आसार बने हैं। पश्चिमी कोसी नहर परियोजना को केन्द्र सरकार से मदद मिलेगी तो इसमें और निखार आएगी। किसानों को सिंचाई में मदद मिलेगी, साथ ही उत्पादन भी बढ़ेगा।
गौरतलब है कि बिहार में 40 हजार हेक्टेयर से अधिक रकबे में मखाना की खेती होती है। सालाना 26 हजार टन मखाना का बिहार में उत्पादन होता है। देश के कुल उत्पादन का 85 फीसदी मखाना बिहार में ही पैदा होता है। मधुबनी, दरभंगा, सुपौल, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया, मधेपुरा और खगड़िया जिलों में इसकी बहुतायत में खेती होती है और पूरी दुनिया में इसका इन जिलों से निर्यात होता है। मखाना बोर्ड के गठन के बाद इसकी खेती और कारोबार बढ़ेगा। बजट में पटना आईआईटी के विस्तार की पहल की गयी है। यहां टेक्नोलॉजी पार्क और अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्वीमिंग पुल बनेगा। साथ ही हॉस्टल समेत अन्य सुविधाओं का भी विकास होगा।
वहीं बिहार में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों का अभाव सा रहा है। इससे खेतिहर उत्पादों का सामान्य उपयोग ही ज्यादा रहा है। बजट में राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान स्थापित करने की घोषणा हुई है। इससे अब कई तरह के उत्पाद तैयार होंगे। इससे भी किसानों की आमदनी बढ़ने की संभावना बनेगी।
Feb 02 2025, 09:39