बांग्लादेश में बढ़ता कट्टरपंथःमहिलाओं का फुटबॉल खेलना "इस्लाम विरोधी", हाथ पर हाथ धरे बैठे यूनुस

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भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में कट्टरपंथियों की हिम्मत दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। एक तरफ जहां वो अल्पसंख्यकों को निशाना बना रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ वो अब महिलाओं के साथ भी सौतेला व्यवहार शुरू हो गया है। सीधे शब्दों में कहें तो बांग्लादेश में तालिबान राज कायम हो गया है। बांग्लादेश में अब महिलाओं का फुटबॉल खेलना इस्लाम विरोधी हो गया है। कट्टरपंथियों ने महिला फुटबॉल मैच को रद्द करा दिया। यह सब तब हो रहा है, जब नोबेल पुरस्कार वाले यूनुस का बांग्लादेश में राज है।

दरअसल, बांग्लादेश के अकेलपुर उपजिला में 28 जनवरी को होने वाले एक महिला फुटबॉल मैच पर भारी विरोध हुआ, जिसमें स्थानीय लोगों ने इसे इस्लामिक विरोधी बताते हुए मैदान में तोड़फोड़ की। अकेलपुर उपजिला में टी-स्टार नाम का स्थानीय स्पोर्ट्स क्लब है, जिसने तिलकपुर हाई स्कूल के मैदान में दो महिला टीमों के बीच फुटबॉल मैच का आयोजन किया था। इस मैच की तैयारियां पिछले एक महीने से चल रही थीं और टिकट भी बेचे जा रहे थे। मैच के लिए जॉयपुरहाट और रंगपुर की महिला टीमों के बीच मुकाबला होना था। लेकिन मैच से पहले ही मदरसा छात्रों और स्थानीय इस्लामवादी लोगों के एक वर्ग ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। उन्होंने मैदान में पहुंचकर हंगामा मचाया और तोड़फोड़ की। उनका कहना था कि महिलाओं का खेल खेलना इस्लामिक मान्यताओं के खिलाफ है। विरोध के कारण आयोजन रद्द करना पड़ा।

बांग्लादेश में पूरी तरह से कट्टरपंथियों का कब्जा हो चुका है। उनको पता है कि वे धर्म के नाम पर हिंसा कर यूनुस के राज में आसानी से बच सकते हैं। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं के घरों को जला दिया, धार्मिक स्थलों को तोड़-फोड़ दिया, शिक्षकों पर हमला किया और ईशनिंदा के आरोपों पर लोगों की हत्या कर दी - फिर भी वे खुलेआम घूम रहे हैं। दूसरी ओर मोहम्मद यूनुस की सरकार चुपचाप बैठकर तमाशा देख रही है। जब कोई हिंसा के खिलाफ आवाज उठाता है तो उसे देशद्रोही, गद्दार, इस्लाम विरोधी का तमगा देकर परेशान किया जाता है

प्रधानमंत्री मोदी ने सोनिया गांधी पर हमला किया: 'कांग्रेस के शाही परिवार ने राष्ट्रपति का अपमान किया'

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए 'बेचारी' टिप्पणी करने के लिए निशाना साधा और कहा कि 'शाही परिवार' ने 'आदिवासी बेटी' का अपमान किया है। "द्रौपदी मुर्मू जी एक आदिवासी परिवार से आई हैं। उनकी मातृभाषा हिंदी नहीं, बल्कि उड़िया है। उन्होंने आज संसद को बहुत ही शानदार तरीके से प्रेरित किया और भाषण दिया। लेकिन कांग्रेस के शाही परिवार ने उनका अपमान करना शुरू कर दिया है। शाही परिवार के एक सदस्य ने कहा कि आदिवासी बेटी ने एक उबाऊ भाषण दिया। एक अन्य सदस्य ने एक कदम आगे बढ़कर राष्ट्रपति को एक बेचारी कहा। उन्हें एक आदिवासी बेटी का भाषण उबाऊ लगता है," प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में एक राजनीतिक रैली में कहा। पीएम मोदी ने कहा कि यह टिप्पणी देश के 10 करोड़ आदिवासी भाइयों और बहनों का अपमान है।

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार उन्होंने कहा, "यह देश के 10 करोड़ आदिवासी भाई-बहनों का अपमान है। यह देश के हर गरीब व्यक्ति का अपमान है, उन्हें लोगों को गाली देना, विदेशों में भारत को बदनाम करना और शहरी नक्सलियों के बारे में बात करना पसंद है। दिल्ली को बहुत सावधान रहना होगा। हारने के डर से इन दो अहंकारियों ने हाथ मिला लिया है।"

सोनिया गांधी ने क्या कहा?

संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संयुक्त संबोधन पर प्रतिक्रिया देते हुए सोनिया गांधी ने कहा, "अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक चुकी थीं, 'बेचारी', वे मुश्किल से बोल पा रही थीं।"

भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने इस वाक्यांश की निंदा की। उन्होंने कहा, "मैं और भाजपा का हर कार्यकर्ता श्रीमती सोनिया गांधी द्वारा भारत की माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी के लिए "बेचारी" वाक्यांश के इस्तेमाल की कड़ी निंदा करता है। जानबूझकर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कांग्रेस पार्टी के अभिजात्य, गरीब विरोधी और आदिवासी विरोधी स्वभाव को दर्शाता है।"

राष्ट्रपति भवन ने प्रतिक्रिया दी

राष्ट्रपति भवन ने भी इस टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि यह खराब स्वाद वाली है। इसमें कहा गया है, "संसद में माननीय राष्ट्रपति के अभिभाषण पर मीडिया को प्रतिक्रिया देते हुए, कांग्रेस पार्टी के कुछ प्रमुख नेताओं ने ऐसी टिप्पणियां की हैं, जो स्पष्ट रूप से उच्च पद की गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं, और इसलिए अस्वीकार्य हैं।"

कौन हैं शुभांशु शुक्ला? स्पेस एक्स ड्रैगन के पायलट बनेंगे, ISS पर जाने वाले पहले भारतीय होंगे

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इंडियन एयरफोर्स के ऑफिसर शुभांशु शुक्ला को नासा के एग्जियम मिशन 4 के लिए पायलट चुना गया है। जल्द ही वे स्पेस एक्स ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट को लेकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) पर जाएंगे। शुभांशु आईएसएस पर जाने वाले पहले भारतीय होंगे। यह मिशन 14 दिन तक चलेगा। इसके तहत रिसर्च की जाएगी। शुभांशु इसरो के मिशन गगनयान के लिए ट्रेनिंग ले रहे है।

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इंडियन एयरफोर्स के शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जाने को बेताब हैं। वे एक्सिओम मिशन 4 के पायलट के रूप में चुने गए हैं। यह मिशन नासा और इसरो के बीच एक संयुक्त प्रयास का हिस्सा है। मिशन की कमांड पैगी व्हिटसन संभालेंगी । शुभांशु पायलट होंगे। इनके साथ मिशन स्पेशलिस्ट पोलैंड के स्लावोज उजनांस्की-विश्निवस्की और हंगरी के तिबोर कापू अप्रैल और जून 2025 के बीच एग्जियम मिशन-4 पर जाएंगे।

ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में, एक्सिओम मिशन-4 के चालक दल के सदस्यों ने अभियान के लिए प्रशिक्षण के अपने अनुभव साझा किए। भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुक्ला ने कहा, ‘‘मैं ‘माइक्रोग्रैविटी’ में जाने और अपने दम पर अंतरिक्ष उड़ान का अनुभव करने के लिए वास्तव में बहुत उत्साहित हूं। मिशन के लिए उत्साह लगातार बढ़ रहा है और मुझे लगता है कि हम एक ऐसे चरण में हैं जहां सभी चीजें साकार हो रही हैं।’

शुक्ला इस मिशन को लेकर बेहद उत्साहित हैं। शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष स्टेशन के मिशन पर जब उड़ान भरेंगे तो यह भारत के 1.4 अरब लोगों का सफर होगा। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने खुद कहा कि वह 1.4 अरब भारतीयों की तरफ से इस सफर पर निकल रहे हैं। उन्होंने कहा, 'अंतरिक्ष की यह यात्रा मेरी व्यक्तिगत नहीं, बल्कि 1.4 अरब लोगों की यात्रा है।' यह मिशन 14 दिनों तक चलेगा। इस दौरान, अंतरिक्ष यात्री वैज्ञानिक प्रयोग, आउटरीच कार्यक्रम और कम ग्रैविटी में कई एक्टिविटी करेंगे।

कौन हैं शुभांशु शुक्ला?

10 अक्टूबर 1985 को लखनऊ में जन्मे शुभांशु शुक्ला जून 2006 में भारतीय वायु सेना में एक फाइटर पायलट के रूप में शामिल हुए। मार्च 2024 में उन्हें ग्रुप कैप्टन का पद मिला। उन्होंने Su-30 MKI, MiG-21, MiG-29, Jaguar, Hawk, Dornier और An-32 जैसे कई विमानों पर 2,000 घंटे से अधिक उड़ान भरी है। 2019 में रूस के यूरी गगारिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में एस्ट्रोनॉट की ट्रेनिंग ली है। भारत के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, गगनयान मिशन के लिए इसरो द्वारा चुने गए। NASA-Axiom Space सहयोग के तहत आईएसएस की यात्रा करने वाले पहले इसरो अंतरिक्ष यात्री होंगे। अपने अंतरिक्ष अनुभव को तस्वीरों और वीडियो के माध्यम से देशवासियों के साथ साझा करने की योजना बना रहे हैं।

बजट 2025 में 8 लाख तक की इनकम हो सकती है टैक्स फ्री! नए टैक्स स्लैब में बड़े बदलाव की आस

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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार को अपना लगातार 8वां बजट पेश करेंगी। 1 फरवरी को फाइनेंशियल ईयर 2025-26 के बजट के दौरान सभी की निगाहें मिडिल क्लास को मिलने वाली बहुप्रतीक्षित टैक्स छूट पर होंगी। इस बजट में टैक्स में राहत की उम्मीद की जा रही है। इस बीच सरकार नए टैक्स रिजीम में किसी भी तरह की रियायत देने के पक्ष में नहीं है लेकिन वह टैक्स की सीमा बढ़ाने और स्लैब में फेरबदल के माध्यम से रियायत देने पर विचार कर रही है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने बजट सत्र की शुरुआत में मीडिया को संबोधित किया। इसमें उन्होंने संकेत दिया कि 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट में मिडिल क्लास को बड़ी राहत मिल सकती है। पीएम मोदी ने इसके लिए धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी का आह्वान भी किया। पीएम मोदी ने कहा कि मैं प्रार्थना करता हूं कि देवी लक्ष्मी गरीब और मध्यम वर्ग पर आशीर्वाद बरसाएं। यह बजट देश को नई ऊर्जा और उम्मीद देगा।

बता दें कि केंद्र के इस बजट से अलग-अलग वर्ग की कई सारी अपेक्षाएं हैं। पिछले कुछ महीनों में वित्त मंत्रालय ने अलग-अलग संगठनों और संघों के साथ बैठकें की थीं। संघों ने अलग से भी अपनी अपेक्षाएं बताई हैं, जबकि आम आदमी भी बजट से राहत की उम्‍मीद लगाए बैठा है खासतौर से मिडिल क्‍लास टैक्‍सपेयर्स। एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि अपकमिंग बजट में कन्ज्यूमर स्पेडिंग को बढ़ावा देने के उपायों पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। इससे टैक्स का बोझ कम होगा और डिस्पोजेबल इनकम को बढ़ावा मिलेगा।

टैक्‍स स्‍ट्रक्‍चर की समीक्षा

सिंतबर 2024 तक जीडीपी में 62% हिस्सेदारी वाली कंजप्शन, बाद के महीनों में बढ़ी महंगाई और घटते कंज्यूमर डिमांड के चलते कम हो गई है। ऐसे में व्‍यवसायिक संगठन एफआईसीसीआई के सदस्‍यों ने भी डिमांड बढ़ाने और ग्रोथ को बढ़ावा देने के उद्देश्‍य से डायरेक्‍ट टैक्‍स स्‍ट्रक्‍चर की समीक्षा का समर्थन किया है।

एफआईसीसीआई ने अपने सदस्यों के बीच पिछले दिनों एक सर्वे कराया था। इसके मुताबिक, टैक्‍स स्लैब और टैक्‍स दरों पर फिर से विचार करना जरूरी है, क्योंकि इससे लोगों के हाथों में अधिक पैसा आ सकता है और इकोनॉमी में खपत की मांग बढ़ सकती है।

टैक्स स्लैब में बदलाव पर चर्चा

पिछले साल सीतारमण ने सैलरीड क्लास के लिए स्डैंडर्ड डिडक्शन को बढ़ाकर 75,000 रुपये कर दिया था और स्लैब में भी संशोधन किया था। उन्होंने तब दावा किया था कि इन उपायों से टैक्सपेयर्स को 17,500 रुपये का लाभ होगा। इस बार भी सरकार में स्टैंडर्ड डिडक्शन को बढ़ाने पर चर्चा हुई है। माना जा रहा है कि सभी करदाताओं को इसमें राहत दी जा सकती है। मिडिल क्लास के उपभोक्ताओं की डिस्पोजेबल इनकम बढ़ाने की मांग को देखते हुए टैक्स स्लैब में बदलाव पर भी चर्चा हुई है।

संभावित नए टैक्स स्लैब

₹4 लाख तक – कोई टैक्स नहीं

₹4 लाख से ₹8 लाख – 5%

₹8 लाख से ₹10 लाख – 10%

₹10 लाख से ₹12 लाख – 15%

₹12 लाख से ₹15 लाख – 20%

₹15 लाख से ऊपर – 30%

अगर ये बदलाव लागू होते हैं, तो नए टैक्स रिजीम को अपनाना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। इससे मिडिल क्लास को ज्यादा टैक्स सेविंग मिलेगी और उनकी डिस्पोजेबल इनकम बढ़ेगी।

चुनाव आयोग की नोटिस पर केजरीवाल का 6 पन्नों में जवाब, चुनाव आयुक्त पर जमकर साधा निशाना

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दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच यमुना के पानी पर बवाल मचा हुआ है। इस बीच चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा यमुना को जहरीला बनाने के आरोप पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और आरोपों के तथ्यात्मक सबूत की मांग की थी। अरविंद केजरीवाल ने यमुना के पानी को लेकर पर दिए अपने बयान पर चुनाव आयोग की दूसरी नोटिस का जवाब सौंपा। केजरीवाल ने अपने बयान के समर्थन में छह पन्नों का जवाब दाखिल किया है। केजरीवाल ने अपनी चिट्ठी में सीईओ राजीव कुमार पर सत्ता पक्ष का साथ देने का आरोप लगाया है।

केजरीवाल ने अपने जवाब में कहा, दिसंबर के आखिरी हफ्ते में दिल्ली की मुख्यमंत्री ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से अमोनिया का स्तर कम करने या अतिरिक्त पानी देने का अनुरोध किया था। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कई बार फोन किया, लेकिन हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कॉल उठाना बंद कर दिया। अमोनिया का स्तर बढ़ता रहा। पंजाब के मुख्यमंत्री ने भी हरियाणा के मुख्यमंत्री से दिल्ली के मुख्यमंत्री की ओर से बात की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। दिल्ली के मुख्य सचिव ने भी हरियाणा के मुख्य सचिव से कई बार बात की।

चुनाव आयुक्त के लिए जन हित से ऊपर सत्तारूढ़ पार्टी का हित-केजरीवाल

केजरीवाल ने कहा कि हैरान हूं कि मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव से ठीक पहले हरियाणा के सीएम को दिल्ली के पानी को प्रदूषित करने से रोकने के लिए कोई आदेश पारित नहीं किया। इसके बजाय, उन्होंने मुझे परेशान करना चुना। केजरीवाल ने अपने जवाब में कहा, अगर हरियाणा सरकार और भ्रष्ट आचरण में शामिल भाजपा नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो यह सभी के लिए स्पष्ट हो जाएगा कि मुख्य चुनाव आयुक्त जनता के हित से ऊपर सत्तारूढ़ पार्टी के हित को रखते हैं।

दिल्ली में जहरीला पानी भेजना बंद हो गया-केजरीवाल

आप संयोजक ने आगे कहा कि मेरी एकमात्र चिंता दिल्ली के लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा है और मैं हमारे लोकतांत्रिक सिद्धांतों की रक्षा के लिए लड़ूंगा। भाजपा के निर्देश पर आप मुझे जो भी अवैध सजा देना चाहते हैं, वह इसके लिए चुकाई जाने वाली एक छोटी सी कीमत है, और मैं इसका खुले दिल से स्वागत करता हूं। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में जो जहरीला पानी भेजा जा रहा था, वो अब बंद हो गया। दिल्ली में आने वाले पानी में अमोनिया की मात्रा 7 पीपीएम से घटकर 2 पीपीएम हो गई है। अगर हम आवाज नहीं उठाते और संघर्ष नहीं करते, तो आज दिल्ली की आधी आबादी को पानी नहीं मिल रहा होता। हमने दिल्ली को बहुत बड़े पानी के संकट से बचा लिया।

चुनाव आयोग ने क्या कहा?

इससे पहले चुनाव आयोग ने केजरीवाल से 31 जनवरी को सुबह 11 बजे तक यमुना में जहर के प्रकार, मात्रा, प्रकृति और तरीके के साथ-साथ दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों द्वारा जहर का पता लगाने की विधि और स्थान के बारे में तथ्यात्मक साक्ष्य प्रस्तुत करने की मांग की थी। आयोग ने कहा कि अगर केजरीवाल साक्ष्य प्रस्तुत करने में विफल रहते हैं, तो मामले में उचित निर्णय लिया जाएगा। चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि पर्याप्त और स्वच्छ पानी की उपलब्धता एक शासन का मुद्दा है और सभी संबंधित सरकारों को हमेशा इसे सभी लोगों के लिए सुरक्षित करने में संलग्न होना चाहिए।

चुनाव आयोग ने कहा कि वह लंबे समय से चले आ रहे जल-साझाकरण और प्रदूषण के मुद्दों पर संक्षिप्त चुनाव अवधि के दौरान मध्यस्थता से परहेज करेगा और इसे सरकारों और एजेंसियों की क्षमता और विवेक पर छोड़ देगा।

केजरीवाल ने क्या कहा था?

गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से कुछ दिन पहले, केजरीवाल ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर राष्ट्रीय राजधानी की जल आपूर्ति में “जहर मिलाने” का आरोप लगाया था। केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली के लोग हरियाणा और उत्तर प्रदेश से पीने का पानी प्राप्त करते हैं, लेकिन हरियाणा सरकार ने यमुना से दिल्ली आने वाले पानी में जहर मिला दिया और इसे यहां भेज दिया। यह केवल हमारे दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों की सतर्कता के कारण था कि इस पानी को रोका गया।

राष्ट्रपति को लेकर सोनिया के बयान पर बवाल, बीजेपी ने कहा-सर्वोच्च पद पर बैठी आदिवासी महिला का अपमान

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर सोनिया गांधी की टिप्पणी पर सियासी बवाल खड़ा हो गया है। बजट सत्र पर राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर सोनिया ने द्रौपदी मुर्मू को Poor Lady कहा। अब इसे लेकर राजनीति गरमा गई है। सोनिया की इस टिप्पणी को लेकर ने बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है और माफी की मांग की है। बीजेपी ने कहा कि सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति का अपमान किया है। बता दें कि सोनिया गांधी ने संसद के बाहर राष्ट्रपति को पूअर कहा। वहीं, राहुल गांधी ने भी राष्ट्रपति के अभिभाषण को बोरिंग बताया।

राष्ट्रपति के लिए जानबूझकर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी के लिए सोनिया गांधी ने जिस वाक्य का इस्तेमाल किया, मैं और मेरे पार्टी के सभी कार्यकर्ता उसकी कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे शब्दों का जानबूझकर इस्तेमाल कांग्रेस पार्टी की गरीब-विरोधी और आदिवासी-विरोधी नेचर को दर्शाता है।नड्डा ने कहा कि संवैधानिक पद का अपमान करना कांग्रेस की पुरानी आदत है। मेरी मांग है कि कांग्रेस पार्टी राष्ट्रपति और भारत के आदिवासी समुदायों से बिना शर्त माफी मांगे। कांग्रेस आदिवासी समुदाय से भी माफी मांगे।

सोनिया और राहुल से क्या उम्मीद की जा सकती है- धर्मेंद्र प्रधान

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति का अपमान किया है। कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी और उनके बेटे और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के खिलाफ जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया, मैं उसकी कल्पना भी नहीं कर सकता। उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है?

सोनिया गांधी ने क्या कहा?

दरअसल, राष्ट्रपति के बजट अभिभाषण पर जब पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की प्रतिक्रिया लेने की कोशिश मीडिया ने की, तो उन्होंने सीधे तौर पर कोई जवाब नहीं दिया। इस दौरान वह अपने बेटे और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और बेटी प्रियंका गांधी से बातचीत करती दिखीं। इस दौरान उन्होंने अभिभाषण को बोरिंग बताते हुए राष्ट्रपति के लिए पूअर लेडी शब्द का प्रयोग किया। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाषण के अंत तक राष्ट्रपति काफी थक गई थीं।

अमेरिकी सीनेट में 'जय श्री कृष्णा' की गूंज, अमेरिका के नये एफबीआई चीफ काश पटेल का ऐसा रहा अंदाज

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डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय मूल के काश पटेल को संघीय जांच एजेंसी एफबीआई का नया निदेशक नियुक्त किया है। गुरुवार को सीनेट में काश पटेल की नियुक्ति की पुष्टि के लिए बैठक हुई। काश पटेल ने गुरुवार को सीनेट न्यायिक समिति में अपने नाम की पुष्टि के लिए सुनवाई के दौरान अपने माता-पिता का "जय श्री कृष्ण" कहकर अभिवादन किया है। बता दें कि काश पटेल का गुजरात से खास कनेक्‍शन है। काश पटेल का नाम कश्‍यप पटेल है। उनके माता-पिता 70 के दशक में युगांडा से कनाडा पहुंचे थे। काश पटेल ने इस दौरान अपने माता-पिता के मिलने और शादी के बंधन में बंधने के बारे में भी बताया।

राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने काश पटेल को एफबीआई चीफ के पद के लिए नॉमिनेट किया। इस सिलसिले में वह कंफर्मेशन हियरिंग को लेकर सीनेट की ज्‍यूडिशियल कमेटी के समक्ष पेश हुए। इस दौरान कमेटी के सदस्‍यों के समक्ष उन्‍होंने अपनी बात रखी। शुरुआत में उन्‍होंने अपना परिचय दिया। साथ ही अपने माता-पिता और बहन से भी वहां मौजूद लोगों को रूबरू कराया। काश पटेल ने इस दौरान अपने माता-पिता और बहन का अभिवादन ‘जय श्रीकृष्‍ण’ बोलकर किया। कमेटी के सामने अपना पक्ष रखने के बाद काश पटेल ने अपने अभिभावक के पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया।

काश पटेल का सीनेट की ज्यूडिशियल कमेटी के समक्ष पेश होने का वीडियो भी अब खूब वायरल हो रहा है। इसी वीडियो में दिख रहा है कि वह कमेटी के सामने बैठने के बाद पहले अपने पिता और माता के बारे में बताते हैं।वो कहते हैं कि इस समय आपके सामने मेरे माता-पिता भी मौजूद हैं। वो भारत से यहां इस मौके पर मेरे साथ रहने के लिए आए हैं। मेरी बहन भी मेरे साथ हैं। वो भी भारत से यहां मेरे लिए ही आई हैं। इसके बाद वह अपने अभिभावक को जय श्रीकृष्ण कहते हैं। और फिर आगे की प्रक्रिया शुरू होती है।

काश पटेल का जन्‍म न्‍यूयॉर्क के गार्डन सिटी में हुआ। डोनाल्‍ड ट्रंप ने चुनाव जीतने के बाद एफबीआई चीफ के पद के लिए काश पटेल का नाम आगे बढ़ाया। अब उनकी नियुक्ति को लेकर कंफर्मेशन हियरिंग चल रही है। इस सिलसिले में वह सीनेट की हाई-पावर्ड कमेटी के समक्ष पेश हुए। एफबीआई का नेतृत्व करने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा चुने गए काश पटेल ने गुरुवार को खुद को एक लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी के सही नेता के रूप में पेश किया। उन्होंने कहा कि एफबीआई ने जनता का विश्वास खो दिया है और अगर वह एजेंसी का डायरेक्‍टर बनते हैं तो उचित प्रक्रिया के साथ ट्रांसपेरेंसी लाएंगे। पटेल ने राष्ट्रपति ट्रंप के प्रति अपनी वफादारी के बारे में सीनेट की कमेटी के सवालों का सामना किया और ब्यूरो में व्यापक बदलाव की बात कही।

Poor Lady... अंत तक थक गई थीं', राष्ट्रपति मुर्मू के भाषण पर ये क्या बोल गईं सोनिया गांधी

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संसद का बजट सत्र शुक्रवार को आरंभ हो गया। बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ हुई। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। उन्होंने सांसदों को संबोधित करते हुए देश को विकसित भारत का संदेश दिया। इसके साथ ही उन्होंने प्रयागराज महाकुंभ में हुए हादसे पर दुख जताया। राष्ट्रपति ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी श्रद्धांजलि दी। संसद के बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें पुअर लेडी यानी बेचारी महिला कह डाला।

राष्ट्रपति के बजट अभिभाषण पर जब पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की प्रतिक्रिया लेने की कोशिश मीडिया ने की, तो उन्होंने सीधे तौर पर कोई जवाब नहीं दिया। इस दौरान वह अपने बेटे और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और बेटी प्रियंका गांधी से बातचीत करती दिखीं। इस दौरान उन्होंने अभिभाषण को बोरिंग बताते हुए राष्ट्रपति के लिए पूअर लेडी शब्द का प्रयोग किया। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाषण के अंत तक राष्ट्रपति काफी थक गई थीं।

दरअसल, राहुल गांधी और सोनिया गांधी आपस में ही बात कर रहे थे। राहुल ने अपनी मां से सवाल के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण को बोरिंग बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति पुरानी चीजों को ही रिपीट कर रही थीं। इसके बाद सोनिया ने कहा कि राष्ट्रपति काफी थक गई थीं। वो बड़ी मुश्किल से बोल पा रही थीं। खराब बातें बोली पूअर लेडी।

सरकार की उपलब्धियों बताईं

इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को बजट सत्र से पहले संसद के दोनों सदनों का संबोधित किया। इस संबोधन के दौरान उन्होंने सरकार की उपलब्धियों को गिनवाया। उन्होंने अपने भाषण के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार का मंत्र ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास है और इसी पर हम काम कर रहे हैं। राष्ट्र प्रथम की भावना से सरकार आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार वूमेन लेड डेवलपमेंट और महिलाओं के नेतृत्व में भारत को सशक्त बनाने में विशास करती है तथा नारी शक्ति वंदन अधिनियम इसी दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके अलावा सरकार महिलाओं के साथ युवाओं पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रही है।

एक देश एक चुनाव के मुद्दे का जिक्र

राष्ट्रपति ने कहा कि ‘ एक राष्ट्र , एक चुनाव ’ और वक्फ (संशोधन) विधेयक जैसे कानूनों पर तेज गति से कदम आगे बढ़ाया है। उन्होंने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि भारत की विकास यात्रा के इस अमृतकाल को सरकार अभूतपूर्व उपलब्धियों के माध्यम से नई ऊर्जा दे रही है। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘एक राष्ट्र, एक चुनाव और वक्फ संशोधन विधेयक जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर तेज गति से कदम आगे बढ़ाया गया है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया आर्थिक सर्वेक्षण, 2026 में GDP में 6.3-6.8% वृद्धि का अनुमान

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बजट से एक दिन पहले शुक्रवार को संसद में आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 को पेश किया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 पेश किया। आर्थिक सर्वेक्षण पेश करते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया तो लोकसभा अध्यक्ष ने लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी। राज्यसभा में भी वित्त मंत्री ने आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही भी स्थगित कर दी गई।

सर्वेक्षण में FY26 के लिए भारत की GDP वृद्धि दर 6.3% से 6.8% के बीच रहने का अनुमान लगाया गया है। जीएसटी संग्रह में 11 फीसदी की वृद्धि का अनुमान है, जो 10.62 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। यह सर्वेक्षण नीतिगत सुधारों और आर्थिक स्थिरता की दिशा में सरकार के प्रयासों को रेखांकित करता है। सरकार का अनुमान अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के 6.5% अनुमान के करीब है, लेकिन विश्व बैंक के 6.7% अनुमान से कम है।

सर्वे के मुताबिक, जीएसटी संग्रह में भी उल्लेखनीय वृद्धि का अनुमान है। 2024-25 के लिए जीएसटी संग्रह 11% बढ़कर 10.62 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है। हालांकि, पिछले तीन महीनों में राजस्व वृद्धि में मंदी देखी गई है, जिसके कारण वित्त वर्ष 26 के अनुमानों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। सरकार ने नीतिगत ठहराव को दूर करने और आर्थिक सुधारों को गति देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

क्या है आर्थिक सर्वेक्षण

आर्थिक सर्वेक्षण सरकार द्वारा केंद्रीय बजट से पहले अर्थव्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करने के लिए प्रस्तुत किया जाने वाला एक वार्षिक दस्तावेज है। यह दस्तावेज अर्थव्यवस्था की अल्पकालिक से मध्यम अवधि की संभावनाओं का भी अवलोकन प्रदान करता है। आर्थिक सर्वेक्षण वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग के आर्थिक प्रभाग द्वारा मुख्य आर्थिक सलाहकार की देखरेख में तैयार किया जाता है।

कल होगा बजट पेश

शनिवार को वित्त मंत्री सीतारमण मोदी 3.0 सरकार का पहला पूर्ण बजट पेश करेंगी, जिसमें आयकर स्लैब में बदलाव, बुनियादी ढांचा क्षेत्र को बड़ा बढ़ावा, ग्रामीण विकास और शिक्षा क्षेत्र के लिए बड़े आवंटन की उम्मीदें हैं। बजट दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए नीतिगत बढ़ावा दे सकता है, जिसकी शहरी मांग में कमी और कमजोर मुद्रा के कारण मुद्रास्फीति के जोखिम के बीच चार साल में सबसे धीमी वृद्धि दर दर्ज होने की उम्मीद है।

सरकार का शिक्षा और रोजगार सृजन पर विशेष ध्यान, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भाषण की बड़ी बातें

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संसद के बजट सत्र आगाज हो गया है। आज सत्र का पहला दिन है। बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बजट सत्र से पहले अपने अभिभाषण में प्रयागराज महाकुंभ में हुए हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा, देश में महाकुंभ का सांस्कृतिक पर्व भी चल रहा है। देश और दुनिया से आए करोड़ों श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। मौनी अमावस्या के दिन हुई हादसे पर दुख व्यक्त करती हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं। वहीं, राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने अभिभाषण में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए सरकार कई उपलब्धियों का जिक्र किया। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की विकास यात्रा के इस अमृतकाल को आज मेरी सरकार अभूतपूर्व उपलब्धियों के माध्यम से नई ऊर्जा दे रही है। राष्ट्रपति ने कहा कि मुद्रा लोन सीमा बढ़ाई गई है। वंदे भारत और नमो ट्रेनें चल रही हैं। मेरी सरकार ने तीसरी कार्यकाल ने सभी के आवास की पूर्ति के लिए ठोस कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री आवास का विस्तार करते हुए 3 करोड़ अतिरिक्त परिवारों को घर देने का फैसला किया गया है।

सरकार ने सवा दो लाख स्वामित्व कार्ड जारी किए- राष्ट्रपति मुर्मू

अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, मेरी सरकार गांव में गरीबों और उनकी आवासीय भूमि का हक देने के लिए प्रतिबद्ध है। अब तक 2 करोड़ 25 लाख स्वामित्व कार्ड जारी किए गए हैं। इनमें से 70 लाख स्वामित्व कार्ड पिछले 6 महीने जारी किए गए हैं।

भारत को ग्लोबल पावर हाउस बनाने का लक्ष्य- राष्ट्रपति मुर्मू

संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, विकसित भारत के निर्माण में किसान, जवान और विज्ञान के साथ ही अनुसंधान का बहुत अहम रोल होता है। हमारा लक्ष्य भारत को ग्लोबल पावर हाउस बनाना है। देश के शिक्षण संस्थानों में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए 50 हजार करोड़ की लागत से अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन स्थापित किया गया है।

भारत टेक्नॉलजी के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि दर्ज करा रहा- राष्ट्रपति मुर्मू

बजट सत्र से पहले राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, आज भारत टेक्नॉलजी के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि दर्ज करा रहा है। भारत की यूपीआई तकनीक की सफलता से दुनिया के कई देश देख रहे हैं। मेरी सरकार ने डिजिटल तकनीक को सामाजिक न्याय और सफलता के एक टूल के रूप में इस्तेमाल कर रही है। भारत में छोटे से छोटा दुकानदार भी इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं।

सरकार ने व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा दिया- राष्ट्रपति मुर्मू

संसद में अपने संयुक्त संबोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने भारत में एआई के लिए सरकार की योजना पर चर्चा की। उन्होंने कहा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भारत के योगदान को आगे बढ़ाते हुए, “भारत एआई मिशन” शुरू किया गया है। राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के साथ, भारत इस अग्रणी प्रौद्योगिकी में दुनिया के अग्रणी देशों में अपना स्थान बना सकेगा। कोविड और उसके बाद की स्थिति और युद्ध जैसी वैश्विक चिंताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था ने जो स्थिरता और लचीलापन दिखाया है, वह इसकी मजबूती का प्रमाण है। मेरी सरकार ने व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।

मेट्रो नेटवर्क के मामले में भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश- राष्ट्रपति मुर्मू

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक परियोजना पूरी हो गई है और अब देश कश्मीर से कन्याकुमारी तक रेलवे लाइन से जुड़ जाएगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत चिनाब ब्रिज का निर्माण किया गया है, जो दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज है। भारत का मेट्रो नेटवर्क अब एक हजार किलोमीटर के मील के पत्थर को पार कर गया है। भारत अब मेट्रो नेटवर्क के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बन गया है।

एशिया रैंकिंग में हमारे 163 विश्वविद्यालय शामिल- राष्ट्रपति मुर्मू

राष्ट्रपति ने कहा कि 'एशिया रैंकिंग में हमारे 163 विश्वविद्यालय शामिल हुए हैं। नालंदा विश्वविद्यालय के जरिए भारत का पुराना गौरव वापस लाया गया है। वो दिन दूर नहीं, जब भारत में निर्मित गगनयान में एक भारतीय अंतरिक्ष में जाएगा। कुछ दिन पहले इसरो ने स्पेस डॉकिंग की उपलब्धि हासिल की और हाल ही में इसरो ने सैटेलाइट लॉन्च में भी बड़ी उपलब्धि हासिल की। दिव्यांगों के लिए ग्वालियर में विशेष केंद्र खोला गया है। हाल ही में चेस में भी भारत ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है।

हमारा लक्ष्य भारत को इनोवेशन ग्लोबल पावरहाउस बनाना- राष्ट्रपति मुर्मू

राष्ट्रपति ने कहा कि हमारा लक्ष्य भारत को इनोवेशन ग्लोबल पावरहाउस बनाना है। अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए 10 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। राष्ट्रपति ने कहा मेरी सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से छात्रों के लिए एक आधुनिक शिक्षा प्रणाली तैयार कर रही है। कोई भी शिक्षा से वंचित न रहे, इसीलिए मातृभाषा में शिक्षा के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तेरह भारतीय भाषाओं में विभिन्न भर्ती परीक्षाएं आयोजित करके भाषा की बाधाओं को भी दूर किया गया है। ओलंपिक हो या पैरालिंपिक, भारतीय टीमों ने हर जगह अच्छा प्रदर्शन किया है। फिट इंडिया मूवमेंट चलाकर हम मजबूत युवा शक्ति तैयार कर रहे हैं।