बेकाबू रफ्तार ने ली जान, गांव में पसरा मातम
मंगलवार को रात में जीजा- बहन का विवाद सुलझाने जा रहे दो साढ़ु की मौत सड़क दुुुघर्टटना में हो गई । घटना महुआ मंगरू चौक से अब्दुलपुर जाने वाली सड़क पर महुआ थाने के सदापुर सुखनट कुटिया के पास घटी। बाइक सवार दो व्यक्ति की मौत सड़क दुर्घटनो में हो गई। घटना की सूचना मृतक के परिजनों को मोबाइल से दी गई।
वही बुधवार की पूर्वाहन पोस्टमार्टम के बाद दोनों शव गांव आते ही परिजनों के चित्कार से लोग दहल उठे। मृतक करीब 25 वर्षीय नितेश कुमार उर्फ कन्हैया महुआ थाने के शेरपुर मानिकपुर पंचायत अंतर्गत परमानंदपुर चकदारा वार्ड संख्या 01 निवासी लक्ष्मी सिंह का पुत्र था। जबकि दूसरा मृतक सुनील सरदार हरियाणा का रहने वाला था। दोनों मृतक रिश्ते में साढ़ू लगते थे।
बहन बहनोई में विवाद की खबर पर चले थे घर से
नितेश कुमार की बड़ी बहन निर्मला देवी की शादी महुआ थाने के परसौनिया गांव में है। जहां पर जीजा बहन में विवाद हो गया था। भगिना द्वारा मोबाइल पर विवाद की सूचना मिलने पर नितेश अपने साढू सुनील सरदार को बाड़क से लेकर परसौनियां के लिए चला था। इस बीच उक्त जगह पर बाइक अनियंत्रित हो जाने से सड़क किनारे चहारदीवारी से टकरा गई। जिसमें दोनों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई।
नितेश की बहन और बहनोई में पूर्व से विवाद चल रहा था। जिसको लेकर वह मंगलवार की शाम बहन की ससुराल गांव परसौनिया जाकर विवाद सुलझाया था और घर लौट आया था। इस बीच पुनः देर रात भगिना द्वारा जीजा बहन में विवाद गहराने और अनहोनी होने की सूचना मोबाइल पर दी गई थी। इसी में युवक नितेश अपने साढ़ू हरियाणा निवासी सुनील सरदार को बाईक से लेकर परसौनिया के लिए, चला था। महुआ के शेरपुर मानिकपुर पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या 01 के परमानंदपुर चकदारा में बुधवार को दोनों साढ़ू नितेश और सुनील सरदार का शव आते ही परिजनों के चित्कार से लोग दहल उठे। नितेश पटना में रहकर राजमिखी का काम करता था और तीन दिन पूर्व ही वह घर आया था। घटना से पिता लक्ष्मी सिंह, मां कल्पना देवी, पत्नी मनीषा देवी, बड़ा भाई मुकेश कुमार की तो हाल बेहाल थी।
नितेश पटना में रहकर राजमिस्त्री का काम करते थे
मनहूस खबर सुनकर मृतक नितेश के तीनों बहन निर्मला, जयमाला व शर्मिला घर पहुंची और भाई के शव पर से विलाप करने लगी। उनके विलाप उपस्थित सभी लोग गमजदा हो गए। शादी के 2 वर्ष बीतने पर 10 दिन पूर्व ही नितेश को पुत्री रत्न की हुई थी प्राप्ति बताया जाता है कि नितेश के पिता लक्ष्मी सिंह राज मिस्त्री का काम करते हैं। वहीं यह भी पटना में रहकर राजमिस्त्री का काम करता था। जिससे उसका घर परिवार चलता था।
दो साल पहले हुई थी शादी
दो भाइयों और तीन बहनों में छोटा नितेश की 2 वर्ष पूर्व मनीषा के साथ शादी हुई थी और 10 दिन पूर्व ही उसे एक पुत्री जन्म ली थी।
जिसे देखने और आशीष देने के लिए उसके साढू हरियाणा से सुनील सरदार भी अपनी पत्नी और इकलौता पुत्र के साथ 3 दिन पूर्व पटना पहुंचा था। जहां से नितेश उसे लेकर घर परमानंदपुर चकदारा आया था।
नितेश और उसके साढ़ू सुनील सरदार की मौत से दो बहनों की मांग सूनी हो गई
लोगों ने बताया कि मृतक नितेश के साढ़ु सुनील सरदार हरियाणा के ही अंडा फैक्ट्री में रहकर पति-पत्नी काम करते थे। मनहूस घटना से एक साथ दो बहनों की मांग सूनी हो गई। नितेश की पत्नी मनीषा 10 दिन पूर्व ही शादी के बाद पहली पुत्री को जन्म दी थी। पुत्री रत्न की प्राप्ति से लोगों में खुशी अपार थी और इस खुशी में शामिल होने के लिए उसकी बहन और बहनोई अपने इकलौते दो माह के पुत्र के साथ यहां गांव पहुंचे थे। जबकि उन्हें क्या पता था कि खुशी में शरीक होने तो जा रहे हैं लेकिन वहां बड़ी हादसा हो जाएगी। दोनों साढू की मौत से न सिर्फ दो परिवार में कोलाहल मची है। दोनों बहनों की मांग सूनी हो जाने से दुख का पहाड़ टूट पड़ा है।
4 hours ago