स्कूल में घूसकर बदमाशों ने छात्राओं और शिक्षिकाओं के साथ की बदसलूकी, मौके पर पहुंची पुलिस पर किया हमला

डेस्क : बिहार में बदमाशों के हौसले काफी बुलंद हो गए है। आलम यह है कि पुलिस पर हमला करने में गुरेज नहीं कर रहे। एक ऐसा ही मामला मुजफ्फरपुर जिले से सामने आया है। जहां स्कूल में छात्राओं और शिक्षिकाओं के साथ बदमाशों द्वारा की जा रही बदसलूकी की सूचना पर पहुंची पुलिस के साथ बदमाशों ने मारपीट की। हालांकि पुलिस ने दो शोहदों को गिरफ्तार कर लिया।

घटना के संबंध में बताया गया है कि जिले के मुशहरी थाना क्षेत्र के मध्य विद्यालय रोहुआ में बीते मंगलवार दोपहर कक्षा में घुसकर शोहदों ने छात्राओं और शिक्षिकाओं के साथ बदसलूकी की। फोटो और वीडियो बनाने लगे। छात्राओं व शिक्षिकाओं ने विरोध किया तो गाली-गलौज शुरू कर दी। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। जब पुलिस पहुंची तो शोहदों ने गाड़ी की चाबी छीन ली। फिर युवकों ने पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसमें चार पुलिस कर्मी घायल हो गए। शोहदों की पिटाई से स्कूल शिक्षक भी घायल है। मशक्कत के बाद पुलिस ने दो शोहदों को गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ चल रही है।

मामले में स्कूल के एचएम व पुलिस ने शोहदों के खिलाफ अलग-अलग एफआईआर दर्ज कराई है। गिरफ्तार युवकों में से एक रोहुआ राजाराम निवासी अनिल पासवान और दूसरा सकरा थाना क्षेत्र के पिलखी निवासी मो. फिरोज है। अनिल ने वर्ष 2015 में तत्कालीन राजस्व मंत्री रमई राम के काफिले में शामिल गाड़ी पर मुशहरी थाने के निकट रॉड से हमला कर दिया था। मामले में पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर उसे जेल भेजा था।

स्कूल में हंगामा और पुलिस पर हमले से पूसा रोड में अफरातफरी मच गई। हंगामे से पूसा रोड दो घंटे तक जाम रहा। दो शोहदों की गिरफ्तारी और अन्य के भाग जाने के बाद मामला शांत हुआ। मामले में विद्यालय के प्रधानाध्यापक सरफराज अहमद ने मुशहरी थाना को आवेदन देकर केस दर्ज कराया है। इसमें अनिल पासवान, मो. फिरोज व अन्य को आरोपित किया है।

उन्होंने आवेदन में बताया है कि शोहदों ने स्कूल अवधि में परिसर में घुस छात्राओं, शिक्षिकाओं के साथ बदसलूकी की। फोटो लेने के साथ वीडियो बनाने लगे। इसका विरोध करने पर मारपीट की गई। आवेदन पर एचएम के साथ शिक्षिकाओं के भी हस्ताक्षर हैं। वहीं, मुशहरी पुलिस ने भी शोहदों के खिलाफ अलग केस दर्ज कराया है। इसमें पुलिस पर हमला सहित अन्य आरोप लगाए हैं। प्रभारी थानाध्यक्ष तेज प्रकाश सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस का गश्त दल और वह स्वयं दल-बल के साथ मध्य विद्यालय पहुंचे। जब पुलिस ने शोहदों को पड़ने की कोशिश की तो उन्होंने उनपर हमला बोल दिया। एक पुलिस की गाड़ी की चाभी लेकर भाग निकला। उसे खदेड़ कर पकड़ा गया।

मामले में कार्रवाई के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। गिरफ्तार शोहदों व अन्य बदमाशों के विरुद्ध केस दर्ज किया जाएगा। फरार आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए कार्रवाई जारी है।

राजधानी पटना के कई इलाको में मुम्बई पुलिस की छापेमारी, 100 करोड़ की ठगी मामले में तौसीफ की कर रही तलाश

डेस्क : जेवर कंपनी खोलकर उसमें निवेश और ज्यादा मुनाफा का झांसा देकर सैकड़ों लोगों से सौ करोड़ की ठगी करने के मामले में मुम्बई आर्थिक अपराध इकाई की विशेष टीम ने फुलवारी शरीफ के आदर्श नगर एक अपार्टमेंट में टोरक्स ज्वेलरी शोरूम के सीईओ तौसीफ रजा उर्फ जॉन कटर की तलाश में बीते सोमवार को छापेमारी की थी। आरोप है कि कंपनी ने लोगों को झांसा देने के लिए एक स्कीम निकाली। इसके बाद उन्हें 6 प्रतिशत हर हफ्ते फायदा देने का झांसा दिया गया। वहीं इस मामले को लेकर मुंबई पुलिस ने लगातार दूसरे दिन मंगलवार को पटना के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी की।फुलवारी के अलावा दानापुर, कंकड़बाग, खगौल समेत अन्य इलाकों में मुंबई पुलिस की टीम पहुंची थी। हालांकि अब तक आरोपित का पता नहीं चल सका है।

इधर, पूछताछ करने के बाद पुलिस ने तौसीफ के भाई को सोमवार की देर रात छोड़ दिया। उसका बयान दर्ज कर लिया गया है। उसके घर से कई डायरी और कागजात को पुलिस ने जब्त किया है। वाट्सअप से लेकर ईमेल आईडी तक की तलाश की गई है। पूछताछ में ताहिर ने खुद को और अपने भाई तौसी़फ को टोरेक्स कम्पनी का कर्मी बताया है।

उसने कहा कि रूस के रहने वाले नागरिक कंपनी में अहम भूमिका निभा रहे थे। हाल ही में तौसीफ की बहन का देहांत हुआ था। इस कारण वह पटना भी आया था। आरोपितों के आपस में टेलीग्राम, इंस्टा व फेसबुक मैसेंजर पर बातचीत करने के सबूत भी मिले हैं।

फुलवारीशरीफ थानेदार के मुताबिक मुंबई पुलिस ने उन्हें कॉल कर पूरे मामले की सूचना दी है। मुंबई पुलिस यह भी पता लगा रही है कि जिस टोरक्स कंपनी को बनाकर ठगी की गई उसमें शामिल रूस के नागरिक पटना आये थे या नहीं।

घने कोहरे की चपेट में पूरा बिहार, ट्रेन और हवाई सेवा प्रभावित

* डेस्क : बिहार में अचानक से मौसम का मिजाज बदल गया है। एकबार फिर से हाड़ कंपा देने वाली ठंड और घने कोहरे ने पूरे जन-जीवन को अस्तव्यस्त कर दिया है। बीते मगंलवार को पूरे दिन घना कोहरा छाया रहा। सूर्य भगवान के दर्शन नहीं हुए। वहीं आज बुधवार को भी वही स्थिति है। बीते मंगलवार को राज्य के 28 जिले घने कोहरे की चपेट में रहे। इस कारण क्षैतिज दृश्यता 1000 मीटर से कम थी। घने कोहरे के कारण दृश्यता कम रहने से हवाई और रेल सेवा बेपटरी हो गए। यात्रियों को काफी परेशानियों का सामन करना पड़ा। पटना हवाई अड्डे पर दिल्ली से आने वाली स्पाइसजेट की पहली फ्लाइट एसजी8721 दिन के 11:12 बजे उतरी। इसके अलावा आधा दर्जन से अधिक विमान देरी से आए और गए। एयर इंडिया एक्सप्रेस की आईएक्स2939, इंडिगो की 6ई463, 6ई6902, 6ई6382, 6ई925 विलंब रही। इसके अलावा भी कई विमान देरी से आए और उड़े। वहीं तेजस राजधानी और संपूर्ण क्रांति भी घंटों की देर से पटना जंक्शन पहुंचे। तेजस राजधानी डेढ़ घंटे, संपूर्ण क्रांति 3:30 घंटे, ब्रह्मपुत्रा मेल 3 घंटे, श्रमजीवी डेढ़ घंटे, मगध एक्सप्रेस 1 घंटे, विक्रमशिला 3:30 घंटे, गरीब रथ 3 घंटे, पूर्वा एक्सप्रेस 1 घंटे की देरी से पटना जंक्शन पहुंची। इसके अलावा कई ट्रेनें विलंब रही। विमान और ट्रेन के विलंब होने के कारण भीषण ठंड में यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
मौसम का हाल : भीषण ठंड और घने कोहरे की चपेट में पटना समेत पूरा बिहार, अगले दो-तीन घंटों में कई जिलों में बारिश का अलर्ट

* डेस्क : बिहार में अचानक से मौसम का मिजाज बदल गया है। एकबार फिर से हाड़ कंपा देने वाली ठंड और घने कोहरे ने पूरे जन-जीवन को अस्तव्यस्त कर दिया है। बीते मगंलवार को पूरे दिन घना कोहरा छाया रहा। सूर्य भगवान के दर्शन नहीं हुए। वहीं आज बुधवार को भी वही स्थिति है। पटना सहित पूरा प्रदेश आज बुधवार को भी कोहरे के चपेट में है। इस दौरान उत्तर-पूर्व, उत्तर-मध्य और पूर्वी चंपारण जिले के कुछ स्थानों पर घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं। मौसम विभाग ने न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होने का पूर्वानुमान जताया है। वहीं कई जिलों में अगले दो-तीन घंटे के अंदर बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम के मिजाज को देखते हुए संभावना कम है कि न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हो। मंगलवार को मौसम में अचानक बदलाव होने से सुबह और शाम शीतलहर जैसे हालात बने रहे। इस दौरान 28 जिलों में घना कोहरा छाए रहने के कारण क्षैतिज दृश्यता 1000 मीटर से कम रही। इसका असर आम लोगों के साथ ही रेल और हवाई पर भी देखा गया। गोपालगंज और मोतिहारी शीत दिवस की चपेट में रहा। प्रदेश का सबसे ठंडा शहर 6.7 डिग्री सेल्सियस के साथ औरंगाबाद और सबसे गर्म शहर 27.3 डिग्री सेल्सियस के साथ गया रहा। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को पटना के अधिकतम तापमान में 3.6 और न्यूनतम तापमान 0.6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। इस कारण सुबह और शाम को शीतलहर जैसे हालात बने रहे। लोगों को दिन में भी भीषण ठंड का एहसास हुआ। सुबह से ही घना कोहरा छाया रहा, वहीं शाम ढलते ही कोहरे ने पैर पसारना शुरू कर दिया। पछुआ की रफ्तार बढ़ने से लोगों को कनकनी का एहसास हो रहा था। राजधानी का अधिकतम तापमान 19.4 और न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
प्रगति यात्रा के तहत आज किशनगंज का दौरा किए सीएम नीतीश कुमार, जिले को दिए 514 करोड़ की योजनाओं की सौगात

डेस्क : आज प्रगति यात्रा के तीसरे चरण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किशनगंज का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने जिले के महेशब्थना स्थित नवनिर्मित जिला आपातकालीन प्रतिक्रिया सुविधा-सह-प्रशिक्षाण केंद्र से 514.28 करोड़ रुपये की 236 विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इनमें 151.17 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न विभागों की योजनाओं का उद्‌घाटन तथा 363.09 करोड़ रुपये की लागत से शिलान्यास शामिल है।

मुख्यमंत्री ने ठाकुरगंज प्रखंड के ग्राम पंचायत पटेश्वरी स्थित ग्राम कटहलडांगी में प्रस्तावित ठाकुरगंज बाईपास रोड संबंधी समस्याओं का स्थल निरीक्षण कर अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ठाकुरगंज बाईपास का निर्माण कार्य यथाशीघ्र शुरू कराएं। इस बाईपास के बन जाने से लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी। साथ ही आसपास के इलाकों से संपर्कता बढ़ेगी। प्रस्तावित ठाकुरगंज बाईपास की कुल लंबाई 4.01 किलोमीटर तथा चौड़ाई 10 मीटर है, जिसकी अनुमानित लागत राशि 41.30 करोड़ रुपये है। अधिकारियों ने 65,350 किलोमीटर लंबी पूर्णिया एवं किशनगंज जिला अंतर्गत राज्य उच्च पथ संख्या-39 (बायसी बहादुरगंज दिधल बैंक) पथ के चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य तथा प्रस्तावित असूरा-निश्नद्रा घाट पुल एवं पहुंच पथ निर्माण कार्य के संबंध में भी मुख्यमंत्री को साइट प्लान के माध्यम से वितृस्त जानकारी दी।

मुख्यमंत्री ने ग्राम कटहलढांगी (ठाकुरगंज) का भ्रमण कर विकासात्मक कार्यों का जायजा लिया तथा स्थानीय लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याओं से भी अवगत हुए। ग्राम कटहलडांगी में जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत निर्मित तालाब का मुख्यमंत्री ने निरीक्षण कर तालाब के चारों ओर सीढ़ीनुमा घाट बनाने का अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि तालाब के किनारे सीढ़ीघाट होने से लोगों को काफी सहूलियत होती है। ग्राम कटहलडांगी में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का मुख्यमंत्री ने अवलोकन कर योजनाओं के लाभुकों लाभुकों के बीच लाभ का वितरण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अभियान बसेरा-02 के अंतर्गत सुयोग्य श्रेणी के भूमिहीनों को वास हेतु सरकारी भूमि की बंदोबस्ती का प्रमाण पत्र, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री परित्यक्ता/तलाकशुदा महिला सहायता योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक उद्यमी योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत नवनिर्मित आवासों की चाबी, सामुदायिक स्वच्छता परिसर की चाबी, मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तिकरण छत्र योजना अंतर्गत दिव्यांगजनों को बैटरी चलित ट्राई साइकिल की चाबी लाभुकों को प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से किशनगंज जिला अंतर्गत कई योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इनमें 8 मवेशी आश्रय स्थल का उद्घा टन, पटेश्वरी पंचायत के वार्ड संख्या-5 में सार्वजनिक शौचालय का उद्घा टन, जीविका संगठन कार्यालय भवन का शिलान्यास, पटेश्वरी स्वागत द्वार-सह-पेवर ब्लॉक इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य का उद्घाटन, आंगनबाड़ी केंद्र भवन का शिलान्यास शामिल है।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने मोतीहारा के हालामाला ग्राम पंचायत के वार्ड नंबर 4 में आदर्श ग्राम पंचायत के मॉडल को देखा। इस आदर्श ग्राम पंचायत मॉडल के बनाए गए विभिन्न भवनों का शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने परिसर में बनाए गए खेल मैदान, सरोवर, अपशिष्ट प्रबंधन यूनिट का निरीक्षण किया। सरोवर के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत अच्छा बना है। इसके बगल में सीढ़ी बना दें ताकि लोग यहां घूम सकें। इसके बाद मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का निरीक्षण किया।

मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, उद्योग विभाग, समेकित बाल विकास परियोजना, कृषि विभाग, परिवहन विभाग के स्टॉलों का भी निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जीविकोपार्जन हेतु 11 हजार 486 स्वयं सहायता समूहों को 137 करोड़ रुपये, 2305 स्वयं सहायता समूहों को 14 करोड़ 33 लाख रुपये और 306 स्वयं सहायता समूहों को 5 करोड़ 40 लाख रुपये का सांकेतिक चेक जीविका दीदियों को प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री चौर विकास योजना के तहत लाभार्थी को 4 लाख रुपये का चेक प्रदान किया। मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना के लाभार्थियों को गाड़ी की चाबी भी प्रदान की।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने गोवर्द्धन प्लांट का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घा टन किया। उद्घाटन करने के पश्चात् मुख्यमंत्री ने प्लांट का निरीक्षण किया और वहां की कार्य पद्धति की जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों को स्वच्छता की चाबी सौंपी। चौर विकास योजना के तहत जीविकोपार्जन हेतु जीविका दीदियों को उपलब्ध कराए गए चाय के बगान का भी मुख्यमंत्री ने जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने महेशब्थना स्थित जिला आपातकालीन प्रतिक्रिया सुविधा-सह-प्रशिक्षण केंद्र का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने इस केंद्र का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्था और कार्य पद्धति की जानकारी ली। इस आपातकालीन केंद्र परिसर से ही मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से किशनगंज जिला की विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया।

वहीं मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के विकास के लिये हमने काफी काम किया है। सरकार में आने के बाद से ही बिहार के सभी क्षेत्रों में विकास के कार्य किये जा रहे हैं। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने कोचाधामन के डेरामारी अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय का निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं एवं छात्रों को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने छात्रों द्वारा तैयार किए गए शैक्षणिक कार्यों से संबंधित विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया और छात्रों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने छात्रों से कहा कि खूब मन लगाकर पढ़ें और अच्छे से रहें। मुख्यमंत्री ने अल्पसंख्यक ख्यक आवासीय विद्यालय के आवासीय परिसर एवं शैक्षणिक परिसर के बीच 318.68 लाख रुपये की लागत से फुटओवर ब्रिज के निर्माण कार्य का शिलापट्ट अनावरण कर शिलान्यास किया।
बिहार विधानसभा में चल रहे दो दिवसीय पीठासीन पदाधिकारी सम्मेलन का आज हुआ समापन, अंगीकार किए गए यह संकल्प

डेस्क : संविधान की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में बिहार विधानसभा में दो दिवसीय पीठासीन पदाधिकारी सम्मेलन का आज मंगलवार को समापन हो गया। इस सम्मेलन में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश, बिहार विधान परिषद् के सभापति अवधेश नारायण सिंह, बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नन्द किशोर यादव, बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, बिहार विधान परिषद् के उप सभापति प्रो.(डॉ.) रामवचन राय, बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष नरेन्द्र नारायण यादव एवं अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए।

43 वर्षों के बाद बिहार ने इस आयोजन की मेजबानी की। देशभर के पीठासीन पदाधिकारी विधानसभा के सभावेश्म में संवैधैनिक मूल्यों पर दो दिनों तक मंथन किए। इस दौरान संविधान की 75वीं वर्षगांठ को लेकर ‘संवैधानिक मूल्यों को सशक्त बनाये रखने में संसद एवं राज्य विधान मंडलों का योगदान’ विषय पर विचार-विमर्श किया गया।

*सम्मेलन में अंगीकार किये गए ये संकल्प*

*संकल्प 1*

अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन ने भारतीय संविधान निर्माताओं को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। भारत की जनता और देश के प्रति उनके महान योगदान की सराहना की। यह संविधान, जन भागीदारी पर आधारित शासकीय व्यवस्था का पवित्र दस्तावेज है, जिसमें लोकतांत्रिक मूल्य और सामूहिक जन कल्याण की भावनाएं निहित हैं।

*संकल्प 2*

भारत के संविधान के अंगीकरण की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर भारतीय विधायी संस्थाओं के पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन ने सामूहिक रूप से भारतीय संविधान के प्रति अपनी संपूर्ण आस्था व्यक्त की तथा संकल्प लिया कि संविधान में निहित मूल्यों और आदर्शों के अनुरूप अपने अपने सदनों का कार्य संचालन करेंगे।

*संकल्प 3*

भारतीय विधायी संस्थाओं के पीठासीन अधिकारियों ने पुन: सामूहिक रूप से संकल्प लिया कि विधायी संस्थाओं में बाधारहित व्यवस्थित चर्चा एवं परिचर्चा को सुनिश्चित करेंगे, ताकि विधायी एवं नीतिगत मुद्दों पर जनहित में श्रेष्ठ संवाद का वातावरण बन सके।

*संकल्प 4*

भारतीय विधायी संस्थाओं के पीठासीन अधिकारियों ने संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर इसके मूल्यों को समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचाने का संकल्प लिया। इसके अंतर्गत पंचायती राज व्यवस्था, शहरी निकायों, सहकारी संस्थाओं, शिक्षण संस्थाओं एवं समाज के विभिन्न वर्गों तक संवैधानिक मूल्यों को योजनाबद्ध तरीके से पहुंचाने का अभियान व कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया, जिससे संवैधानिक मूल्यों की जड़े और गहरी व स्थायी हों और जन सहभागिता पर आधारित यह शासकीय व्यवस्था देश में और सुदृढ़ व मजबूत बने।

*संकल्प 5*

अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सहित डिजिटल टेक्नॉलाजी अपनाने की प्रतिबद्धता दोहरायी, जिससे विधायी संस्थाएं भारतवासियों को अत्यंत प्रभावी और श्रेष्ठ रूप से अपनी सेवाएं दे सकें।
केन्द्र और राज्य सरकार पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी का बड़ा हमला, लगाए यह गंभीर आरोप

डेस्क : इस साल बिहार में विधान सभा चुनाव होने है। जिसकी तैयारी प्रदेश के सभी राजनीतिक दल शुरु कर दिए है। वहीं नेताओं का पूरे बिहार का दौरा कर जनता के साथ के साथ वायदे करने का दौर भी जारी है। बिहार के मुख्यमंत्री इनदिनों जहां अपने प्रगति यात्रा के तहत जिलों का दौरा कर जनता को अपने कार्यकाल में किए गए कामों की याद दिला रहे है और बड़ी योजनाओं का शुभारंभ कर रहे है। वहीं दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद कार्यक्रम के तहत जिलों का दौरा कर सरकार की खामियों और उनकी सरकार बनने पर जनता को कई सौगात देने का वायदा कर रहे है। 

इसी कड़ी में अपने कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद कार्यक्रम तहत नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आज मंगलवार को सासाराम पहुंचे। जहां उन्होंने केन्द्र की मोदी सरकार और राज्य की नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुप्पी साध ली है। केंद्र द्वारा बिहार को कुछ नहीं दिया जा रहा है। सबकुछ गुजरात को दिया जा रहा है। 

तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश को बिहार के पिछड़ेपन का कारण बताया। उन्होंने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट कहती है कि बिहार बेरोजगारी और गरीबी में पिछड़े राज्यों में शामिल है। हम सब लोग देख रहे हैं कि मौजूदा सरकार से कई बार अनुरोध किया जा चुका है लेकिन आज सबकुछ सिर्फ गुजरात को दिया जा रहा है।

तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बिहार में लॉ एंड ऑर्डर एकदम समाप्त हो चुका है। भ्रष्टाचार की गंगोत्री से ब्लॉक स्तर तक के लोग परेशान हो चुके हैं।  मौजूदा सरकार से कोई भी इससे संतुष्ट नहीं है। मैट्रिक से लेकर के बीपीएससी तक की कोई भी परीक्षा ढंग से नहीं कर पाते हैं। पेपर लीक का विरोध करने पर छात्रों पर लाठी बरसते हैं। उन्होंने नीतीश सरकार को उखाड़ फेंकने की अपील करते हुए कहा कि एक ही बीज को बार बार बोने से जैसे खेत बंजर हो जाता है वैसे ही नीतीश कुमार के बार बार सत्ता में आने से बिहार उसी हाल में है।

उन्होंने महंगाई की ओर संकेत करते हुए कहा कि लोगों को घर चलना मुश्किल हो गया है। खासकर महिलाएं कई समस्याएं झेल रही हैं। उनका घर चलना मुश्किल हो गया है। बचत नहीं हो पता है। हर चीज महंगा होता जा रहा है। इसलिए राजद की सरकार आने पर बिहार में माई-बहिन योजना लागू किया जाएगा। महिलाओं को 2500 रूपये दिए जाएंगे।

तेजस्वी ने कहा कि बिहार में बिजली सबसे महंगी है। लोग इससे परेशान हैं। इसलिए हम लोगों ने तय किया है कि बिहार में 200 यूनिट बिजली फ्री देंगे। झारखंड में सामाजिक सुरक्षा पेंशन हो या वृद्धा पेंशन जैसे वहां राशि बढाई गई है वैसे ही बिहार में भी इसे ₹1500 देंगे।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वे जो कहते हैं वह करते हैं। 17 महीने सरकार में रहने के दौरान उन्होंने कर दिखाया कि कैसे लाखों शिक्षकों को नौकरी मिली। जबकि नीतीश कुमार कहते थे कि कहां से सैलेरी के लिए पैसा लाएगा। अपने बाप के घर से देगा लेकिन हमारे प्रयास से बिहार में लोगों को नौकरी मिली। उन्होंने कहा कि वे बिहार के भविष्य के लिए लोगों के सामने ब्लूप्रिंट विजन लेकर जाएंगे।
बिहार में नही थम रहा नेताओं से रंगदारी की मांग और जान से मारने की धमकी का सिलसिला, अब इस जदयू नेता से हुई रंगदारी की मांग

डेस्क : बीते कुछ दिनों से बिहार के नेताओं से रंगदारी की मांग और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। पूर्णिया सांसद पप्पू यादव से शुरू हुआ सिलसिला अभी तक जारी है। उन्हें कुख्यात लारेंस विश्नोई के नाम धमकी दी जा रही थी। यहीं नहीं कुछ दिन पहले ही बिहार सरकार के मंत्री संतोष सिंह और लेसी सिंह को धमकी दी गयी थी।

अब ताज़ा मामला भोजपुर जिले में सामने आया है। जहां जदयू नेता विश्वनाथ प्रताप सिंह से पांच लाख रुपये की रंगदारी की मांग की गई है। वहीं नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई। इसे लेकर जदयू नेता ने टाउन थाना में लिखित रूप से शिकायत की है, जिसके आधार पर पुलिस मोबाइल नंबर का सीडीआर निकालकर तकनीकी रूप से जांच कर रही है।


पुलिस को दिए गए आवेदन में जदयू के पूर्व उपाध्यक्ष ने की वे आरा शहर में अपने परिवार के साथ गौसगंज मोहल्ले में रहते हैं। 19 जनवरी को वे अपने आवास पर ही थे। इसी बीच किसी ने फोन करके पांच लाख रुपए रंगदारी देने की मांग की। साथ ही नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी।

उन्होंने कहा कि अनजान नंबर से फोन करनेवाले शख्स ने यह भी कहा कि पुरे आरा शहर में उनका गैंग काम करता है। उधर मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस जांच में जुट गयी है।

टाउन थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर देवराज राय ने बताया कि मोबाइल नंबर की जांच की जाएगी। जाँच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बड़ी खबर : पटना में एकबार फिर 8वीं वर्ग तक स्कूल बंद, भीषण ठंड को लेकर डीएम ने जारी किया आदेश

डेस्क : बिहार में आज मंगलवार से अचानक एकबार फिर मौसम का मिजाज बदल गया है। राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में भीषण ठंड और शीत दिवस जैसे हालात बन गए है। इन सब के बीच स्कूली बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए एक राहत वाली खबर है।

बढ़ती ठंड और शीतलहर को देखते हुए एकबार फिर पटना के तमाम स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियों पर 23 जनवरी तक रोक लगा दी गई है। जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने  सभी सरकारी और निजी स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक की  शैक्षणिक गतिविधियों पर 23 जनवरी तक रोक लगा दी है। अब स्कूल 24 जनवरी से खुलेंगे।

आदेश के अनुसार  कक्षा 1 से 8 तक की सभी कक्षाएं 23 जनवरी तक बंद रहेंगी।प्री-स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र भी बंद रहेंगे। जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने मंगलवार को इस संबंध में आदेश जारी किया। इस आदेश से कक्षा नौ से ऊपर की कक्षाएं मुक्त रहेंगी।

कक्षा 8 के ऊपर की कक्षाओं में  शैक्षणिक गतिविधियों को सुबह 9 बजे से साढ़े 3 बजे तक खोलने के आदेश दिया गया है।

गौरतलब है कि बीते शुक्रवार से सोमवार तक मौसम बेहतर होने और दिन में कड़ी धूप निकलने की वजह से रविवार को जिलाधिकारी ने स्कूलों को खोलने का आदेश दिया था। सोमवार से पटना जिले में सभी स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन भी हो गया था। इसके बाद आज मंगलवार से मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। सोमवार और मंगलवार यानी 20 और 21 जनवरी को पटना में न सिर्फ तापमान में गिरावट आई बल्कि कोहरे का असर भी देखा गया है। मौसम के इस बदलाव को देखते हुए जिलाधिकारी ने एक बार फिर से कक्षा 8 तक की  शैक्षणिक गतिविधियों पर 23 जनवरी तक रोक लगा दी है।
मोदी सरकार में स्वदेशीकरण से रक्षा क्षेत्र में समृद्ध हुआ हैं देश :- अरविन्द सिंह


डेस्क :- भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि *प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में रक्षा सुधार और आत्मनिर्भरता जैसे सूत्र वाक्य आज चरितार्थ दिख रही है। विकसित भारत की कल्पना, आत्मनिर्भर भारत के बिना संभव ही नहीं है। भारत को विकसित होना है तो हमें दूसरों पर अपनी निर्भरता को कम करना ही होगा और इसलिए मोदी सरकार में आज भारत, खाने के तेल से लेकर आधुनिक लड़ाकू विमान तक,हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर बल दे रहा है।आज मेक इन इंडिया की सफलता सबके सामने है।

भारतीय तोप, टैंक, लड़ाकू जहाज, हेलीकॉप्टर, मिसाइल सिस्टम की गर्जना भारत की शक्ति का परिचायक है। हथियार और गोला बारूद, संचार उपकरण,साइबर और स्पेस तक मेड इन इंडिया की उड़ान का अनुभव देश कर रहा है।

देश के पायलट आज भारत में बने "तेजस" लड़ाकू विमान, एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर, लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर उड़ा रहे हैं। आज पूरी तरह से भारत में बनी पनडुब्बियां,एयरक्राफ्ट कैरियर में लहरों के पार जा रहा हैं।थल सेना के जवान,भारत में बने आधुनिक अर्जुन टैंक और तोपों से देश की सीमाओं की सुरक्षा कर रहे हैं।

श्री अरविन्द ने कहा कि बीते 10 वर्षों में मोदी सरकार में देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक के बाद एक बड़े कदम उठाए गए हैं। नीतिगत सुधार करते हुए निजी क्षेत्र को रक्षा क्षेत्र से जोड़ा गया। एमएसएमई स्टार्टअप को प्रोत्साहित किया गया है। उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में रक्षा कॉरिडोर बन रहे हैं। इनमें अब तक 7 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश हुआ है।

आज हेलीकॉप्टर बनाने वाली एशिया की सबसे बड़ी फैक्ट्री,भारत में काम करना शुरू कर चुका है।तीनों सेनाओं ने सैकड़ों हथियारों की सूची बनाकर तय किया कि अब वो इन्हें बाहर से नहीं मंगाएंगी। सेनाओं ने भारतीय हथियारों के इकोसिस्टम को सहयोग किया। अब सेनाओं के लिए सैकड़ों सैन्य उपकरण भारत की कंपनियों से ही खरीदें जा रहे हैं। 10 वर्षों में लगभग 6 लाख करोड़ रुपये के रक्षा उपकरण स्वदेशी कंपनियों से खरीदे गए हैं।

इन दस वर्षो में मोदी सरकार में देश का रक्षा उत्पादन, दो-गुना से भी ज्यादा,यानी एक लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च हो चुका है। पिछले 10 वर्षों में 150 से ज्यादा नए रक्षा स्टार्टअप शुरू हुए हैं। इनको सेनाओं ने 1,800 करोड़ रुपये के ऑर्डर देने का निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा कि रक्षा जरूरतों में आत्मनिर्भर होता भारत, सेनाओं में आत्मविश्वास की भी गारंटी है। युद्ध के समय जब सेनाओं को पता होता है कि जिन हथियारों का वो इस्तेमाल कर रही हैं, वो स्वदेशी हैं और वह कभी भी कम नहीं पड़ेंगे तो सेनाओं की ऊर्जा कई गुना बढ़ जाती है।

बीते 10 वर्षों में, भारत ने अपना लड़ाकू हवाई जहाज बनाया है। भारत ने अपना एयरक्राफ्ट कैरियर बनाया है। सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भारत में बनाये जा रहे हैं। आधुनिक इंजन का निर्माण भी भारत में होने वाला है।

कुछ दिन पहले ही मोदी सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है कि अब 5वीं जेनरेशन के लड़ाकू विमान भी भारत में ही डिजाइन, डेवलप और मैन्युफैक्चर होंगे। इससे भविष्य में भारत की सेना और भारत का रक्षा क्षेत्र का दायरा व्यापक होने वाला है। इसमें युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के अवसर बनने वाले हैं।

कभी भारत, दुनिया का सबसे बड़ा रक्षा आयातक हुआ करता था। आज भारत इस क्षेत्र में भी एक बड़ा निर्यातक बनता जा रहा है। आज भारत का रक्षा निर्यात 2014 की तुलना में 8 गुना से ज्यादा बढ़ चुका है।