डोनाल्ड ट्रंप ने मुकेश अंबानी और नीता अंबानी से की मुलाकात, दुनिया के चुनिंदा 100 लोगों में दोनों को मिली जगह

डेस्क: डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को दूसरी बार अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। इससे पहले उन्होंने कल दुनिया के चुनिंदा 100 लोगों को रात्रिभोज पर बुलाया था। इसमें उद्योगपति मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी भी शामिल हुए। शपथ लेने से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने मुकेश और नीता अंबानी से मुलाकात की। आपको बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप के आमंत्रण पर दोनों अमेरिका गए हैं। ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में अमेरिका के कुछ सबसे प्रभावशाली अरबपतियों और राजनेताओं के साथ-साथ विदेशी नेताओं और मशहूर हस्तियों के भी शामिल होने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि 18 जनवरी को अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन पहुंचे अंबानी शायद ट्रंप के रात्रिभोज में शामिल होने वाले एकमात्र भारतीय थे।

भारत और अमेरिका के संबंध और मजबूत होंगे

ट्रंप को बधाई देते हुए मुकेश और नीता अंबानी ने कहा "आपके दूसरे कार्यकाल में भारत और अमेरिका के संबंध और मजबूत होंगे। दोनों देशों के बीच कारोबार नई ऊंचाईयों पर पहुंचेगा। यह अमेरिका भारत समेत पूरी दुनिया के लिए एक बेहतर समय का निर्माण करेगा।"

अंबानी दंपति 20 जनवरी को ट्रंप परिवार के निजी आमंत्रित सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। अंबानी परिवार के ट्रंप परिवार के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। सबसे अमीर भारतीय उस समय मौजूद थे जब डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप 2017 में वैश्विक उद्यमिता सम्मेलन के लिए हैदराबाद आई थीं। इवांका उस समय राष्ट्रपति ट्रंप की सलाहकार थीं। फरवरी, 2020 में जब ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में पिछली बार भारत आए थे, तब भी वह मौजूद थे। इवांका, उनके पति जेरेड कुशनर और उनकी सबसे बड़ी बेटी अरबेला रोज उन मशहूर हस्तियों में शामिल थीं, जो मार्च, 2024 में गुजरात के जामनगर में अंबानी के सबसे छोटे बेटे अनंत और मंगेतर राधिका मर्चेंट के तीन दिवसीय विवाह-पूर्व समारोह में शामिल हुए थे।

सूत्रों ने बताया कि कई धनी दानदाताओं ने ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंच और ‘वीआईपी’ सुविधा पाने के लिए ट्रंप की उद्घाटन समिति को अधिकतम 10 लाख अमेरिकी डॉलर का योगदान देने का संकल्प लिया है, लेकिन अंबानी परिवार को ट्रंप परिवार द्वारा व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित किया गया है। ट्रंप का दूसरा शपथ ग्रहण समारोह सितारों से भरा रहने का अनुमान है। राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ-साथ उनके पति, प्रथम महिला जिल बाइडन और ‘सेकेंड जेंटलमैन’ डग एमहॉफ, तथा पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बिल क्लिंटन के भी इसमें शामिल होने की उम्मीद है।

विश्व के तीन सबसे धनी व्यक्ति- प्रौद्योगिकी उद्यमी और ट्रंप के सबसे मुखर समर्थक एलन मस्क, अमेज़न के संस्थापक जेफ बेजोस, एप्पल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) टिम कुक और फेसबुक की मूल कंपनी मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को समारोह में प्रमुख स्थान मिलेगा। ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित रहने वाले संभावित लोगों में ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई और उबर के सीईओ दारा खोसरोशाही हैं।

हेज फंड’ के साथ रिपोर्ट साझा करने पर हिंडनबर्ग की मुश्किलें बढ़ीं, अडानी पर आरोप लगाकर सुर्खियां बटोरी थीं

डेस्क: लगभग आठ साल पुरानी अपनी रिसर्च-इन्वेस्टमेंट कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद करने की घोषणा करने वाले नेट एंडरसन कंपनियों को लक्षित करके रिपोर्ट तैयार करने में ‘हेज फंड्स’ के साथ कथित संबंधों के लिए सवालों के घेरे में हैं। कनाडा के एक पोर्टल ने ओन्टारियो की एक अदालत में दायर दस्तावेजों का हवाला देते हुए यह जानकारी दी। हेज फंड ऐसी इकाई है, जो बड़े निवेशकों से राशि प्राप्त कर लाभ कमाने के लिए प्रतिभूतियों समेत विभिन्न मदों में निवेश करती है। एक जटिल मानहानि मुकदमे में ओन्टारियो सुपीरियर कोर्ट ऑफ जस्टिस में दायर दस्तावेजों के एक संग्रह में कनाडा के एन्सन ‘हेज फंड’ के प्रमुख मोएज कासम ने कहा कि उनकी कंपनी ने हिंडनबर्ग के नैट एंडरसन सहित ‘विभिन्न स्रोतों के साथ’ शोध साझा किया है। आपको बता दें कि अदाणी ग्रुप पर आरोप लगाकर हिंडनबर्ग ने पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोरी थीं।

पोर्टल ‘मार्केट फ्रॉड’ ने कहा कि अदालती दस्तावेजों से कथित तौर पर पता चला है कि हिंडनबर्ग ने रिपोर्ट तैयार करते समय एन्सन के साथ मिलीभगत की थी। भागीदारी के खुलासे के बिना मंदी की रिपोर्ट तैयार करने पर अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (एसईसी) द्वारा प्रतिभूति धोखाधड़ी का आरोप लगाया जा सकता है। जहां निवेश कंपनी प्रतिभूति उधार लेकर उसे खुले बाजार में बेचते हैं, तथा कंपनी के खिलाफ उनकी नकारात्मक रिपोर्ट के कारण शेयरों में गिरावट आने के बाद कम पैसे में उसे पुनः खरीदने की उम्मीद करते हैं, वहीं ‘हेज फंड’ की संलिप्तता से संदेह पैदा होता है, क्योंकि वे भी समानांतर दांव लगा सकते हैं, जिससे शेयरों की कीमतों पर और अधिक दबाव पड़ सकता है।

हालांकि, एन्सन और कासम से तत्काल संपर्क नहीं हो सका, तथा एंडरसन को भेजी गई ईमेल का भी कोई उत्तर नहीं मिला। वेबसाइट ने दावा किया, “एंडरसन और एन्सन फंड्स के बीच ईमेल वार्तालापों से हम इस तथ्य को जानते हैं कि वह वास्तव में एन्सन के लिए काम कर रहा था और उन्होंने जो कुछ भी उससे कहा, उसे प्रकाशित कर दिया, लक्ष्य मूल्य से लेकर रिपोर्ट में क्या होना चाहिए और क्या नहीं होना चाहिए तक। उसने उनसे कई बार पूछा कि क्या उन्हें ‘और’ चाहिए। दर्जनों शेयर बाजारों में हम जो देख सकते हैं, उससे पता चलता है कि कभी भी उसके पास संपादकीय नियंत्रण नहीं था। उसे बताया जा रहा था कि क्या प्रकाशित करना है।”

मार्केट फ्रॉड्स ने अपने आरोप के समर्थन में हिंडनबर्ग और एन्सन के बीच कुछ ईमेल संवादों के स्क्रीनशॉट भी साझा किए हैं, जिनके बारे में उसका दावा है कि उसे ये संवाद ओन्टारियो न्यायालय में उपलब्ध दस्तावेजों के माध्यम से प्राप्त हुए हैं। इसमें कहा गया है, “एन्सन फंड्स और नैट एंडरसन दोनों के खिलाफ प्रतिभूति धोखाधड़ी के कई मामले हैं, तथा खबर लिखने के समय तक हमने केवल पांच प्रतिशत मामले की ही जांच की है। अब तक हमने जो पढ़ा है, उसके अनुसार यह लगभग निश्चित है कि जब हिंडनबर्ग और एन्सन के बीच का पूरा लेन-देन एसईसी तक पहुंचेगा, तो 2025 में नेट एंडरसन पर प्रतिभूति धोखाधड़ी का आरोप लगाया जाएगा।”

प्रयागराज के महाकुंभ मेला क्षेत्र में लगी आग पर पाया गया काबू, पीएम ने सीएम योगी से की बात

डेस्क: प्रयागराज के महाकुंभ मेला क्षेत्र में आज आग लग गई। मेला क्षेत्र में दूर-दूर तक धुएं के गुबार उठते हुए नजर आने लगे। आग की तेज लपटें फैलती हुई दिखने लगीं। मौके पर मौजूद दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पा लिया। किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर नही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया और वे खुद घटनास्थल पर पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी ने भी सीएम योगी से घटना की जानकारी ली।

जानकारी के मुताबिक महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 19 में यह आग लगी। दमकल की 4 गाड़ियां आग बुझाने में जुट गईं और देखते ही देखते आग पर काबू पा लिया गया। आग से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की फिलहाल कोई खबर नहीं है।

बताया जाता है मेला क्षेत्र के इस हिस्से में रखे सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ और आग तेजी से फैलने लगी। जानकारी के मुताबिक पांडाल का एक बड़ा हिस्सा जलकर खाक हो गया है। बताया जाता है कि यह एक बड़ी आग थी लेकिन वहां इस तरह के इंतजाम किए गए थे कि आग पर तत्काल काबू पा लिया गया।

उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस घटना का संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर सभी बड़े अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं। बताया जाता है कि मौके पर मौजूद दमकल की गाड़ियों और एसडीआरएफ की टीम ने करीब आधे घंटे के अंदर आग पर पूरी तरह के काबू पा लिया। आग से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

रेलवे लाइन के नीचे गीता प्रेस गोरखपुर के पांडाल में आग लगी थी। इस अग्निकांड में अखाड़ों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। सभी अखाड़े सुरक्षित हैं। किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि लोग अफवाहों पर ध्यान नहीं दें।

वहीं प्रयागराज के DM रविंद्र कुमार मंदर ने कहा, "आज 4:30 बजे कुंभ क्षेत्र सेक्टर 19 के गीता प्रेस में आग लगने की सूचना हमें मिली थी। फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। गीता प्रेस के साथ 10 प्रयागवाल के टेंट में भी आग फैलने की सूचना मिली थी जिसको बुझा लिया गया है। हालात सामान्य है, किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है।"

सैफ अली खान केस: 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया आरोपी, इन 2 चीजों की तलाश जारी

डेस्क: बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हमला करने वाले आरोपी को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। सरकारी वकील ने यह भी कहा कि हमें इस बात की जांच करनी है कि यह कोई अंतरराष्ट्रीय साजिश तो नहीं है। अभिनेता पर 16 जनवरी को सुबह 2:00 बजे उनके मुंबई स्थित आवास पर हमला हुआ था। बाद में उन्हें सुबह 3:00 बजे लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अभिनेता की हालत फिलहाल स्थिर है। इस मामले में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इतना ही नहीं पुलिस ने 14 दिन की पुलिस कस्टडी की मांग की है।

सैफ अली खान के हमले का आरोपी बांद्रा कोर्ट लाया गया। आरोपी को 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया। पुलिस जल्द से जल्द मामले की तह तक पहुंचना चाहती है। इसी कड़ी में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच जांच के लिए कई टीमें बनाकर जांच कर रही है।

इससे पहले मुंबई के लीलावती अस्पताल में सर्जरी के दौरान सैफ अली खान के शरीर से चाकू का एक टुकड़ा भी निकाला गया था। डॉक्टरों ने कहा कि अभिनेता अब खतरे में नहीं हैं। बताया गया था कि हमले के दौरान ही चाकू का टुकड़ा टूट कर उनके शरीर में फंसा रह गया, जो रीढ़ की हड्डी के पास ही था। लगभग ढाई इंच का ये टुक्कड़ा बताया गया। कहा गया कि अगर ये 2 मिलीमीटर भी अंदर जाता तो एक्टर को अपनी जान भी गंवानी पड़ सकती थी।

इतना ही नहीं हो सकता था कि एक्टर अपनी चलने-फिरने की शक्ति भी खो देते। वैसे एक टुकड़ा तो अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को दे दिया, वहीं बाकी के टुकड़े की तलाश में पुलिस है। बताया जा रहा है कि चाकू के तीन टुकड़े हुए हैं। एक टुकड़ा आरोपी ने छुपाया है, जिसे पुलिस को अभी ढूंढना है। क्राइम के वक्त पहले हुए कपड़ों को भी आरोपी ने छुपा दिया है।

अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी, सफाई कर्मचारियों के आवास का उठाया मुद्दा, कर दी बड़ी मांग

डेस्क: राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले सभी दल चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। इस बीच आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को एक और चिट्टी लिखी है। अपनी चिट्ठी में उन्होंने सफाई कर्मचारियों के आवास का मुद्दा उठाया है। उन्होंने पीएम मोदी को लिखे गए पत्र में कहा है कि सफाई कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद सरकारी आवास खाली करना पड़ता है। इसके बाद वह खुद का घर नहीं खरीद पाते हैं। केजरीवाल ने पत्र के माध्यम से ऐसे लोगों के लिए जमीन की मांग की है, जिसपर आप सरकार आवास बना सके।

अपने पत्र में केजरीवाल ने लिखा है, 'मैं NDMC और MCD क्षेत्रों में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों के एक अति महत्वपूर्ण मुद्दे पर आपका ध्यान आकर्षित करने के लिए यह पत्र लिख रहा हूं। ये कर्मचारी हमारे शहर की स्वच्छता व्यवस्था की रीढ़ हैं। वे नौकरी के दौरान सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए आवासों में रहते हैं, लेकिन रिटायरमेंट के बाद उन्हें ये घर खाली करने पड़ते हैं। वे अपना खुद का घर खरीदने या दिल्ली में महंगे किराये पर घर लेने में असमर्थ होते हैं, जिससे वे और उनके परिवार असुरक्षित स्थिति में आ जाते हैं।'

उन्होंने आगे लिखा, 'चूंकि दिल्ली में जमीन से जुड़े मामले केंद्र सरकार के अधीन आते हैं, इसलिए आपसे अनुरोध है कि केंद्र सरकार सफाई कर्मचारियों के लिए रियायती दरों पर जमीन उपलब्ध कराए। दिल्ली सरकार इन जमीनों पर इनके लिए घर बनाकर देगी और कर्मचारी इन घरों की लागत को आसान किस्तों में सरकार को वापस चुका देंगे। यह समस्या सभी सरकारी कर्मचारियों की है, खास करके निचले तबके के कर्मचारियों की। इसलिए मेरी आपसे दरख्वास्त है की यह योजना सफाई कर्मचारियों से शुरू की जाए और उसके बाद सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए लागू की जाए। मुझे विश्वास है कि आप इस प्रस्ताव से सहमत होंगे और इस पर शीघ्र कार्य योजना बनाकर काम करेंगे।'

अपने शपथ ग्रहण के बाद भारत की यात्रा कर सकते हैं डोनाल्ड ट्रंप, सलाहकारों से अमेरिकी राष्ट्रपति ने की बात

डेस्क: अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तगड़ी दोस्ती है। इसलिए वह अपने शपथ ग्रहण के बाद भारत की यात्रा करने का प्लान बना रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय मीडिया के अनुसार ट्रंप ने भारत की अपनी संभावित यात्रा को लेकर सलाहकारों से बातचीत की है। ट्रंप नई दिल्ली की यात्रा करके भारत-अमेरिका के मजबूत संबंधों का संदेश पूरी दुनिया को देना चाहते हैं। साथ ही वह विश्व को बदलते वर्ल्ड ऑर्डर में भारत और अमेरिका की भूमिका को सबसे अहम होने की बाद भी दर्शाना चाहते हैं।

इतना ही नहीं, वह चीन के साथ भी अमेरिका के बिगड़े रिश्तों को सुधारना चाहते हैं। कहा जा रहा है कि उन्होंने बीजिंग के साथ संबंधों को सुधारने के लिए पदभार संभालने के बाद चीन की यात्रा पर भी जाने का विचार कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने भारत की संभावित यात्रा को लेकर भी सलाहकारों से बातचीत की है। मीडिया में शनिवार को आई एक खबर में यह जानकारी दी गई। वह राष्ट्रपति बनने के बाद रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म कराने का वादा भी कर चुके हैं।

अपना पदभार संभालने के बाद ट्रंप भारत और चीन की यात्रा करने का प्लान बना रहे हैं। हालांकि ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान चीन पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की चेतावनी दी थी। ट्रंप, अपनी पत्नी मेलानिया और बेटे बैरन के साथ एक विशेष विमान से डलास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे। ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने अपनी खबर में बताया, ‘‘ट्रंप ने सलाहकारों से कहा है कि वह पदभार संभालने के बाद चीन की यात्रा पर जाना चाहते हैं, ताकि प्रचार के दौरान चीन को दी गई अधिक शुल्क लगाने संबंधी चेतावनी के कारण शी चिनफिंग के साथ तनावपूर्ण हुए संबंधों को सुधारा जा सके।’’

समाचारपत्र ने अपनी खबर में कहा, ‘‘ सूत्रों के अनुसार उन्होंने भारत की संभावित यात्रा के बारे में भी सलाहकारों से बात की है।’’ सूत्रों के अनुसार, पिछले माह क्रिसमस के आसपास विदेश मंत्री एस जयशंकर की वाशिंगटन यात्रा के समय इस संबंध में कुछ बातचीत हुई थी।

26 जनवरी से पहले पाकिस्तान की बड़ी साजिश नाकाम, बॉर्डर के पास BSF ने पकड़ा हथियारों का जखीरा

डेस्क: देश में जल्द ही गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। इसे लेकर हर जगह तैयारी चल रही है। इस बीच सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने राजस्थान के बाड़मेर में जमीन में दबाया गया हथियारों का जखीरा बरामद किया है। सूत्रों ने शनिवार को इस बारे में जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि सीमा पर बाड़ के पास रेत में छिपाए गए हथियार बरामद किए गए हैं। इसमें नौ एमएम की चार ग्लॉक पिस्तौल, आठ मैगजीन और 78 कारतूस बरामद किए गए हैं। फिलहाल मामले की जांच तेज कर दी गई है। सुरक्षा एजेंसियों को भी अलर्ट कर दिया गया है। माना जा रहा है कि ये हथियार पाकिस्तान की तरफ से तस्करी करके लाया गया है।

बीएसएफ (गुजरात फ्रंटियर) के एक सूत्र ने बताया, ‘‘सीमा के पास संदिग्ध गतिविधियां दिखाई देने पर हमने सूचना के आधार पर शुक्रवार को बीजराड़ पुलिस थाना क्षेत्र में भभूते की ढाणी के पास तलाश अभियान शुरू किया। तलाशी अभियान के दौरान, सीमा पर बाड़ से थोड़ी दूरी पर रेत के टीले में छिपाकर रखे गए अवैध हथियारों का जखीरा बरामद किया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘माना जा रहा है कि हथियारों को पाकिस्तान से तस्करी कर भारत लाया गया है। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं।’’

वहीं हथियारों का जखीरा बरामद होने के बाद बीएसएफ और पुलिस की टीम, अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर क्षेत्र में व्यापक तलाशी अभियान संचालित कर रही हैं। इसके अलावा इस बात की भी जांच की जा रही है कि ये हथियार भारत में कैसे पहुंचे? बता दें कि देश में कुछ ही दिन में गणतंत्र दिवस मनाया जाना है।

ऐसे में हथियारों की बरामदगी को संवेदनशील मामला माना जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि खुफिया एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा है। फिलहाल हथियारों की बरामदगी के बाद मामले की जांच तेज कर दी गई है। इसके अलावा सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा

दिल्ली विधानसभा चुनाव के दंगल में कितने उम्मीदवार मैदान में, कितने नामांकन हुए रिजेक्ट? आंकड़े हुए जारी

डेस्क: राजधानी दिल्ली में इन दिनों चुनावी शोर है। सभी सियासी पार्टियां चुनावी तैयारियों में अपनी पूरी ताकत झोंक दी हैं। दिल्ली में विधानसभा का चुनाव 5 फरवरी को होगा। इसके मद्देनजर नामांकन प्रक्रिया भी पूरी हो गई है। इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल 1,040 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के अनुसार, 1,522 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ने के लिए नामांकन दाखिल किया था, जिनमें से 477 नामांकन पत्रों को जांच के दौरान खारिज कर दिया गया।

नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 जनवरी थी और इस दिन सबसे अधिक 680 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे। 16 जनवरी को भी 500 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। नामांकन पत्रों की जांच प्रक्रिया शनिवार को पूरी हुई। उम्मीदवार 20 जनवरी तक अपना नाम वापस ले सकते हैं।

दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव में जोरदार मुकाबला होने की संभावना है। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) एक बार फिर सत्ता में आने की पुरजोर कोशिश कर रहा है, जबकि कांग्रेस इस चुनावी मुकाबले में बराबर की टक्कर देने के मूड में नजर आ रही है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 25 साल से अधिक समय बाद दिल्ली में वापसी की कोशिशों में जुटी हुई है। इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में तीनों प्रमुख दलों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है।

चुनाव नतीजे की घोषणा 8 फरवरी को होगी। मतगणना के बाद तय हो पाएगा कि इस बार दिल्ली की सत्ता में किस पार्टी का कब्जा होगा। वैसे अभी सभी की नजर 20 जनवरी तक उम्मीदवारों के नाम वापस लेने की प्रक्रिया पर है। इसके बाद चुनावी मुकाबला और भी दिलचस्प हो जाएगा।

महाकुंभ में आए रूस के 7 फुट लंबे 'मस्कुलर बाबा', टीचर की नौकरी छोड़ चले अध्यात्म की राह पर

डेस्क: महाकुंभ 2025 मेला में देश-विदेश हर जगह से लोगों का सैलाब उमड़ा हुआ है। प्रयागराज में इस वक्त दुनिया भर के संत और महात्माओं का जामवाड़ा लग चुका है। IITian बाबा समेत तमाम बाबा इस वक्त सुर्खियों में छाए हुए हैं। सोशल मीडिया पर तमाम साधु-संतों के वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं। इसी क्रम में सोशल मीडिया पर एक और संत की तस्वीर वायरल हो रही है। जो देखने से बॉडी बिल्डर लग रहे हैं।

सात फिट कद, मस्कुलर बॉडी और दमकता चेहरा देख लोग हैरानी में पड़ गए हैं कि ऐसा व्यक्ति भी भला बाबा हो सकता है। जिसे देखो हर किसी की नजरें इस बाबा जी पर टिकी हुई है। बता दें कि वायरल हो रहे ये मस्कुलर बाबा भारत नहीं बल्कि रूस के हैं। दमदार बॉडी वाले इस मस्कुलर बाबा का नाम आत्मा प्रेम गिरि महाराज बताया जा रहा है। लोग इन्हें मस्कुलर बाबा के नाम से भी जानते हैं। मस्कुलर बाबा पिछले 30 साल से हिंदू धर्म से जुड़े हुए हैं। पहले वह पेशे से एक टीचर हुआ करते थे लेकिन बाद में उन्होंने सनातन धर्म का रास्ता अपनाया और अपनी जॉब के साथ-साथ दुनिया की सारी मोह माया छोड़ बाबा बन गए।

फिलहाल ये बाबा जी नेपाल में रहते हैं और वे पायलट बाबा के पूर्व शिष्य भी रह चुके हैं। साथ ही वे जूना अखाड़े के सदस्य भी हैं। महाकुंभ में बाबा तब चर्चा में आएं जब एक यूजर ने बाबा की तस्वीर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर की। इस वक्त पूरे सोशल मीडिया पर मस्कुलर बाबा की इस तस्वीर की खूब चर्चा हो रही है। लोग उनके बॉडी की तारीफ किए बिना नहीं रह पा रहे हैं। लोगों का कहना है कि बाबा की बॉडी जिम जाने वाले लोगों से भी ज्यादा फिट लग रही है।

सैफ अली खान केस पर पुलिस का बड़ा खुलासा, बांग्लादेशी है आरोपी, 6 महीने से मुंबई में करता था ये काम

डेस्क: बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान केस में पुलिस लगातार खुलासे कर रही है। एक के बाद एक नई और बड़ी अपडेट सामने आ रही है। इस मामले पर अब मुंबई पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बताया कि अब तक किस तरीके से कार्रवाई की गई है। पुलिस ने ये भी खुलासा किया इस मामले का आरोपी भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

ये गिरफ्तारी ठाणे से की गई है। पकड़ा गया आरोपी मुंबई में अपनी पहचान बदलकर रह रहा था। पकड़े जाने पर उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की और अलग-अलग नाम बताए। फिलहाल उसके नाम का खुलासा हो गया है और शुरुआती जांच में पाया गया है कि आरोपी बांग्लादेश का रहने वाला है।

पकड़ा गया आरोपी विजयदास के नाम से रह रहा था। इसके पास को कोई भी भारतीय डॉक्यूमेंट्स नहीं हैं, जो ये साबित कर सकें कि ये भारतीय निवासी है। पुलिस को शक है कि ये बांग्लादेश का मूल निवासी है। फिलहाल अब इस मामले में पुलिस ने आरोपी के नाम का खुलासा कर दिया है। मुंबई पुलिस ने पुष्टि की है कि आरोपी विजय दास, बिजॉय दास और मोहम्मद इलियास सहित कई नामों का इस्तेमाल कर रहा था।

अब सामने आया है कि उसका असल नाम शहजाद है। आरोपी चोरी के इरादे से घुसा था। सैफ अली खान पर हमला करने वाले आरोपी को मुंबई के खार पुलिस स्टेशन में इस वक्त रखा गया है। पकड़े जाने के डर से वो अपना झूठा नाम विजय दास बता रहा था। आरोपी मुंबई में हाउसकीपिंग कर्मचारी के रूप में काम करता था।