विस चुनाव से पहले जदयू को बड़ा झटका, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने राजद का थामा दामन

डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले जदयू को बड़ा झटका लगा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मंगनी लाल मंडल आज शुक्रवार को राजद में शामिल हो गए। राजद को छोड़कर जदयू में गए मंगनी लाल मंडल ने पिछले दिनों ही पार्टी छोड़ने का एलान किया था। जिसके बाद आज शुक्रवार को एक बार फिर से राजद का लालटेन थामकर अपनी घर वापसी कर ली है। मंगनी लाल मंडल को तेजस्वी यादव, मनोज झा, अब्दुल बारी सिद्दीकी आदि राजद के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता दिलाई गई।

मंगनी लाल मंडल का राजद में शामिल होना इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले जदयू के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। झंझारपुर के इलाकों में मंगनी लाल मंडल की पुरानी पैठ रही है। ऐसे में अब चुनाव के ठीक पहले उनका राजद में आना जहां लालू यादव के पुराने साथी की घर वापसी है, वहीं जदयू के लिए यह एक झटके के रूप में है।

मंगनी लाल मंडल ने पहले ही कहा था कि वे जदयू में लगातार अपमानित हो रहे थे। एक दिन पहले ही समर्थकों के साथ झंझारपुर के परसा स्थित एक होटल में बैठक के दौरान उन्होंने जदयू से अलग होने की घोषणा की थी।

मंगनी लाल मंडल लोकसभा में झंझारपुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने संसद के पूर्व सदस्य हैं। इससे पहले, वे 1986 से 2004 तक बिहार विधान परिषद के सदस्य थे। इस अवधि के दौरान, वे राज्य कैबिनेट में मंत्री भी थे। 2004 से 2009 तक, वे राज्य सभा के सदस्य भी थे। वहीं लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान राष्ट्रीय जनता दल छोड़ दिया और जनता दल (यूनाइटेड) में शामिल हो गए। अब एक बार फिर से वे राजद में लौट आए है।

बख्तियारपुर में आयोजित राजकीय समारोह में शामिल हुए सीएम नीतीश कुमार, स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपर्ति किए श्रद्धा सुमन

डेस्क : पटना के बख्तियारपुर में पांच प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमा यहां स्थापित की गई है। 17 जनवरी को प्रत्येक वर्ष यहां राजकीय समारोह मनाने का सरकार ने फैसला लिया गया था। इसके तहत आज यानी 17 जनवरी को राजकीय समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार भी शिरकत किए।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सबसे पहले श्रीगणेश उच्च विद्यालय परिसर, बख्तियारपुर पहुंचे, जहां उन्होंने अमर शहीद डुमर सिंह की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके बाद सीएम ने शहीद नाथुन सिंह यादव, मोगल सिंह, पं. शीलभद्र याजी और अपने पिता कविराज रामलखन सिंह 'वैद्य' की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और अपनी श्रद्धांजलि दी।

इस मौके पर सीएम नीतीश कुमार के साथ उनके बेटे निशांत के अलावा मंत्री विजय कुमार चौधरी समेत अन्य नेता और अधिकारी मौजूद रहे।

BPSC से नियुक्त शिक्षकों के लिए बड़ी खबर, यह काम करने के बाद ही मिलेगा जनवरी माह का वेतन

डेस्क : बीपीएससी से नियुक्त हुए सभी शिक्षकों के लिए शिक्षा विभाग ने एक बड़ा निर्देश जारी किया है। सभी शिक्षको अपने संपत्ति का ब्योरा देना होगा। दरअसल, मुजफ्फरपुर जिले में शिक्षा विभाग ने सभी पदाधिकारियों, सरकारी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों और कर्मचारियों के लिए अपनी चल-अचल संपत्ति का विवरण देना अनिवार्य कर दिया है।

डीपीओ (स्थापना) की ओर से जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि जनवरी महीने का वेतन केवल संपत्ति का ब्योरा जमा करने के बाद ही दिया जाएगा। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के माध्यम से पहले और दूसरे चरण में चयनित विद्यालय शिक्षकों को भी अपनी संपत्ति का विवरण जमा करना होगा।

डीपीओ ने यह निर्देश जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी, सर्व शिक्षा अभियान, माध्यमिक शिक्षा, पीएम पोषण योजना, विद्यालय अवर निरीक्षक और सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेजकर दिया है।

इसके अलावा, यह आदेश राजकीय, राजकीयकृत, प्रोजेक्ट बालिका विद्यालय, प्राथमिक, बुनियादी, मध्य विद्यालय, संस्कृत विद्यालय, मदरसा और अल्पसंख्यक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक और शिक्षकों पर भी लागू होगा। सभी संबंधित संस्थानों को कर्मचारियों की सूची और उनकी चल-अचल संपत्ति का विवरण पेन ड्राइव के माध्यम से जमा कराने का निर्देश दिया गया है।

अब ट्रैफिक पुलिस को भी मिला यह अधिकार, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : बिहार में ट्रैफिक पुलिस को एक बड़ा अधिकार मिला है। ट्रैफिक पुलिस अब वाहनों के सभी तरह के दस्तावेज के साथ इनके परमिट की जांच कर सकते है। यह फैसला यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए लिया गया है।

खासतौर से परमिट की जांच का अधिकारी मिलने का सबसे ज्यादा फायदा शहरों में चलने वाले यात्रियों को ढोने वाले वाहन ऑटो और हाईवे पर यात्रियों को ढोने वाले बस समेत अन्य बड़े वाहनों की जांच कर समुचित कार्रवाई करने में होगा। राज्य सरकार के स्तर से ट्रैफिक पुलिस को यह विशेष अधिकार सौंपने से संबंधित आदेश जारी कर दिया गया है।

शहरों और खासकर राजधानी पटना में जाम की मुख्य वजह बेतरतीब तरीके से चलने वाले तीन पहिया वाहन ऑटो या टुकटुक हैं। जानकारी के अनुसार, यहां के सभी मार्गों पर 20 से 22 हजार ऑटो के पास ही परमिट है। लेकिन यातायात महकमा की शुरुआती जांच के आंकड़ों के मुताबिक, 1 लाख 32 हजार से अधिक ऑटो एवं टुकटुक वाहन सभी रूटों पर शहर की सड़कों पर दौड़ते रहते हैं। अब तक इनकी समुचित जांच नहीं होने की वजह से ये वाहन बिना किसी अनुमति के दौड़ते रहते हैं। अब ट्रैफिक पुलिस भी इन वाहनों की परमिट की जांच कर इन्हें जब्त करने से लेकर उचित कार्रवाई कर सकेगी।

गौरतलब है कि अब से पहले तक सिर्फ परिवहन विभाग के अधिकारियों के पास वाहनों की परमिट समेत अन्य कागजात जांचने का अधिकार था। बिना परमिट वाले वाहनों पर कार्रवाई करने का अधिकार भी एमवीआई (मोटर यान निरीक्षक) समेत अन्य पदाधिकारियों के पास ही हुआ करता था।

शराब बरामदगी में खेल करना तीन पुलिसकर्मियों को पड़ा महंगा, सस्पेंड होने के साथ-साथ नौकरी पर भी खतरा

डेस्क : राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां अवैध शराब बरामदगी के मामले में हेर-फेर करना तीन पुलिसकर्मयों को महंगा पड़ गया है। उन्हें संस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही उनकी नौकरी भी जा सकती है।

मिली जानकारी के अनुसार सुल्तानगंज थाने के एएसआई, दो सिपाहियों और पुलिसकर्मियों के एक साथी ने शराब की बरामदगी के बाद बड़ा खेल कर दिया। 46 बोतल शराब मिली और जब्ती सिर्फ 30 की दिखाई। बाकी 16 बोतल शराब को थाने के अंदर स्थित नीम के पेड़ के नीचे ईंट के समीप छिपा दिया गया। मामला 14 जनवरी का है।

सूत्रों की मानें तो पुलिसकर्मियों ने मिलीभगत कर इस खेल की भनक थानेदार को भी नहीं लगने दी। जिस वक्त वे शराब छिपा रहे थे, उस समय सुल्तानगंज थानेदार अजय कुमार गश्त पर थे। गिरफ्तार कर जेल भेजे गये पुलिसकर्मियों में एएसआई मुरारी, सिपाही नागेंद्र पासवान, अग्निशमन चालक शैलेश कुमार यादव और संतोष पासवान शामिल हैं।

दरअसल, एएसआई मुरारी व अन्य पुलिसकर्मियों ने अपने थाना इलाके में आने वाले जेपी-गंगा पथ से गुजर रही एक गाड़ी को रोका। गाड़ी में रौनक कुमार, राहुल कुमार और संजय कुमार सवार थे। कार की तलाशी के क्रम में 46 बोतलें शराब मिलीं। आरोप है कि पुलिसकर्मी तीनों तस्करों को लेकर थाने पहुंचे। 16 बोतल शराब नीम के पेड़ के नीचे छिपा दी गई। बाकी शराब को जब्ती सूची में दिखाया गया।

इधर, उसी रोज एकाएक सिटी एसपी पूर्वी थाने में औचक निरीक्षण करने पहुंच गये। उन्होंने थाने की हाजत में बंद शराब तस्करों को देख उनसे पूछताछ की। तस्करों ने बताया कि वे 46 बोतल शराब लेकर एनएमसीएच के समीप एक व्यक्ति को देने जा रहे थे। इतने में पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।

दिवंगत आचार्य किशोर कुणाल को पद्म विभूषण देने के लिए बिहार सरकार ने केन्द्र सरकार को भेजा अनुरोध पत्र

डेस्क : राज्य सरकार ने दिवंगत आचार्य किशोर कुणाल को पद्म विभूषण देने की अनुशंसा की है। इस संबंध में कैबिनेट विभाग ने केन्द्र सरकार को अनुरोध पत्र भेजा है। इसके पहले राज्यस्तरीय अनुशंसा समिति की ओर से सर्वसम्मति से उनके नाम की अनुशंसा की गई थी। साथ ही उनका जीवनवृत्त भी भेजा गया है।

समिति की अनुशंसा के आधार पर मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर सचिव सुमन कुमार ने गुरुवार को केन्द्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोपाल स्वामी पार्थ सारथी को पत्र लिखा है। साथ ही उन्हें राज्यस्तरीय अनुशंसा समिति के निर्णय की जानकारी दी है। पत्र में आचार्य किशोर कुणाल को पद्म विभूषण पुरस्कार-2025 से सम्मानित करने के लिए अग्रेतर कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है।

उधर, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि स्व. आचार्य किशोर कुणाल ने अपने जीवन को समाज सेवा के कार्यों के लिए समर्पित कर दिया। उनके अमूल्य प्रयासों ने न केवल बिहार बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया है।

बड़ी खबर : पुल निर्माण निगम लिमिटेड के प्रोजेक्ट इंजीनियर के ठिकानों पर निगरानी की छापेमारी, आय से अधिक संपत्ति से जुड़ा है मामला

डेस्क : राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां निगरानी ब्यूरो की विशेष टीम ने आय से अधिक संपत्ति (डीए) मामले में बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के प्रोजेक्ट इंजीनियर जंग बहादुर सिंह के 4 ठिकानों पर छापेमारी की है। इसमें पटना में उनके 3 ठिकानों रूपसपुर के वेद नगर में साईं कृपा अपार्टमेंट में फ्लैट, पुनाईचक स्थित फ्लैट, पटना में पुलिस निर्माण निगम के कार्यालय तथा उनके पैतृक घर बक्सर के दुधानी गांव स्थित पैतृक घर में एक साथ तलाशी गुरुवार की शाम से शुरू की गई। तलाशी की यह प्रक्रिया पूरी रात चलने की संभावना है। आज शुक्रवार को छापेमारी की कार्रवाई पूरी होने की संभावना है।

निगरानी ब्यूरो के मुताबिक इनके रूपसपुर स्थित फ्लैट से चल रही तलाशी के दौरान डेढ़ लाख रुपये कैश, लाखों के जेवरात, जमीन के एक दर्जन से अधिक कागजात, दर्जनभर से अधिक बैंक पासबुक के अलावा निवेश से जुड़े बड़ी संख्या में कागजात बरामद हुए हैं।

निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम के अनुसार, उन्हें गुप्त सूचना प्राप्त हुई है कि बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के प्रोजेक्ट इंजीनियर जंग बहादुर सिंह ने अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर करोड़ों की संपत्ति, जिसमें जमीन और फ्लैट शामिल हैं, खरीदी है। टीम का यह भी कहना है कि यह अवैध संपत्ति पटना के साथ-साथ बक्सर में भी स्थित है। इस जानकारी के आधार पर निगरानी ने गोपनीय तरीके से जांच की, जिसमें आरोपी पर लगाए गए आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए गए।

मौसम का हाल : बिहार में अभी ठंड से नही मिलेगी निजात, अगले एक-दो दिनों में और तापमान गिरने की संभावना


* डेस्क : राजधानी पटना समेत पूरा बिहार इन दिनों भयंकर ठंड की चपेट में है। बर्फीली हवाओं से शीतलहर जैसे हालात बने हुए है। वहीं मौसम विभाग ने अभी ठंड से निजात नहीं मिलने की संभावना जताई है। आज शुक्रवार को पटना और आसपास के अधिकांश इलाकों में सुबह के समय हल्के से मध्यम कोहरे की संभावना जताई गई है। दिन के दौरान सर्द हवाओं का दौर जारी रहेगा। वहीं भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) पटना के अनुसार, 18 जनवरी से न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है। ऐसे में अगले कुछ दिनों तक बिहार को ठंड से राहत मिलने की संभावना कम है। मौसम विभाग का कहना है कि जनवरी में ठंड का यह दौर पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण जारी है। 18 जनवरी को एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, और इसके चार दिन बाद, 22 जनवरी को एक और नया पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी होगा। इस कारण बिहार सहित पूरे उत्तर भारत में ठंड का असर बना हुआ है। हालांकि, मौसम संतुलन के लिहाज से यह स्थिति अच्छी मानी जा रही है। 26 जनवरी से ठंड और शीतलहर से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। पटना और गया सहित दक्षिण बिहार के इलाकों में दिन के समय धूप खिलने के कारण तापमान में हल्की वृद्धि दर्ज की गई है। पश्चिमी बिहार में भी ऐसा ही अंतर देखा गया, जहां जीरादेई का तापमान राज्य में सबसे अधिक 22.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके विपरीत, पूर्वी और उत्तरी बिहार के कई हिस्सों में तापमान में गिरावट देखी गई। पूर्णिया में बुधवार की तुलना में गुरुवार को अधिकतम तापमान में 4 डिग्री और सुपौल में 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई। वहीं, मुजफ्फरपुर में दिन के तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई। बांका का न्यूनतम तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जो राज्य में सबसे कम है।
मौसम का हाल : बिहार में अभी ठंड से नही मिलेगी निजात, अगले एक-दो दिनों में और तापमान गिरने की संभावना

डेस्क : राजधानी पटना समेत पूरा बिहार इन दिनों भयंकर ठंड की चपेट में है। बर्फीली हवाओं से शीतलहर जैसे हालात बने हुए है। वहीं मौसम विभाग ने अभी ठंड से निजात नहीं मिलने की संभावना जताई है। आज शुक्रवार को पटना और आसपास के अधिकांश इलाकों में सुबह के समय हल्के से मध्यम कोहरे की संभावना जताई गई है। दिन के दौरान सर्द हवाओं का दौर जारी रहेगा।

वहीं भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) पटना के अनुसार, 18 जनवरी से न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है। ऐसे में अगले कुछ दिनों तक बिहार को ठंड से राहत मिलने की संभावना कम है। मौसम विभाग का कहना है कि जनवरी में ठंड का यह दौर पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण जारी है।

18 जनवरी को एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, और इसके चार दिन बाद, 22 जनवरी को एक और नया पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी होगा। इस कारण बिहार सहित पूरे उत्तर भारत में ठंड का असर बना हुआ है। हालांकि, मौसम संतुलन के लिहाज से यह स्थिति अच्छी मानी जा रही है। 26 जनवरी से ठंड और शीतलहर से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।

पटना और गया सहित दक्षिण बिहार के इलाकों में दिन के समय धूप खिलने के कारण तापमान में हल्की वृद्धि दर्ज की गई है। पश्चिमी बिहार में भी ऐसा ही अंतर देखा गया, जहां जीरादेई का तापमान राज्य में सबसे अधिक 22.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके विपरीत, पूर्वी और उत्तरी बिहार के कई हिस्सों में तापमान में गिरावट देखी गई। पूर्णिया में बुधवार की तुलना में गुरुवार को अधिकतम तापमान में 4 डिग्री और सुपौल में 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई। वहीं, मुजफ्फरपुर में दिन के तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई। बांका का न्यूनतम तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जो राज्य में सबसे कम है।

70वीं बीपीएससी पीटी परीक्षा को पुनः कराये जाने की याचिका पर हाईकोर्ट का आया फैसला, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : पटना हाईकोर्ट ने 70वीं बीपीएससी सिविल प्रारंभिक परीक्षा पुनः कराये जाने की याचिका पर सुनवाई की।पप्पू कुमार व अन्य की याचिका पर जस्टिस ए एस चंदेल ने इस मामलें पर सुनवाई करते हुए राज्य व बीपीएससी को 30 जनवरी,2025 तक हलफ़नामा दायर कर स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया ।कोर्ट ने स्पष्ट किया कि आयोग द्वारा लिए गये परीक्ष का परिणाम इस याचिका के अंतिम निर्णय पर निर्भर होगा।

वरीय अधिवक्ता वाई वी गिरी ने कोर्ट को बताया कि इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुआ,लेकिन बीपीएससी न तो इन मामलों की जांच करा रही है, न ही पुनः परीक्षा लेने को तैयार है। उन्होंने बताया कि चार लाख उम्मीदवारों की प्रारंभिक परीक्षा 912 केन्द्रो पर 13दिसंबर, 2024 को हुआ।बहुत सारे परीक्षा केंद्रो पर प्रश्नपत्र परीक्षा जारी रहने के दौरान ही लीक होने का आरोप लगाया गया।लेकिन 4जनवरी, 2025 को बापू सभागार केंद्र, पटना में ही आयोग ने पुनः परीक्षा कराया।

इस परीक्षा में शामिल होने वाले सभी उम्मीदवारों को 6 अंक दिये जाने का निर्णय हुआ।इसमें तीन प्रश्न गलत थे, जबकि 2 प्रश्न पिछली परीक्षा से ही था।एक और प्रश्न गलत था। अधिवक्ता गिरी ने बताया कि 4जनवरी,2025 को ली गयी परीक्षा के उम्मीदवारों को 6 अंकों का लाभ मिलेगा,जबकि अन्य उम्मीदवार इससे वंचित रहेंगे।

राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता पीके शाही ने बताया कि इसी मामलें में एक जनहित याचिका दायर की गयी है। उन्होंने कहा कि दोनों याचिकायों पर एक साथ सुनवाई हो। उन्होंने बताया कि प्रश्नपत्र में गड़बड़ी पर आपत्तियाँ मांगी गयी है।आपत्तियों की जांच करने के बाद प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित हो जायेगा।

वहीं बीपीएससी की ओर से वरीय अधिवक्ता ललित किशोर ने कोर्ट को बताया कि किसी ने सही ढंग से बीपीएससी के समक्ष शिकायत दर्ज नहीं कराई। इससे कैसे जांच की जाएगी। इस मामलें पर अगली सुनवाई 31जनवरी, 2025 को की जाएगी।