बेगूसराय की दो लड़कियों ने दिल्ली में की शादी
बेगूसराय की दो लड़कियों ने आपस में शादी कर ली है। दोनों का कहना है कि दोनों एक-दूसरे से प्यार करती हैं और अब दोनों साथ ही रहेंगी। इन लड़कियों में एक चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र खांजहांपुर गांव की रहने वाली लक्ष्मी कुमारी (20) है, दूसरी खोदावंदपुर की प्रज्ञा सुमन उर्फ प्रियंका (25) है। प्रज्ञा और लक्ष्मी का कहना है कि उन्हें लड़कों से नफरत है, इसलिए दोनों ने आपस में शादी की है। लक्ष्मी कुमारी ने बताया, 'ट्यूशन पढ़ाने के दौरान हमारी दोस्ती हुई। फिर बातें होने लगी। कुछ ही समय में बात किए बिना न तो मैं रह पाती थी, न ही प्रज्ञा सुमन। वहीं, मां को जब इसके बारे में पता चला तो वो जान से मारने की धमकी देने लगीं। जिसके बाद मैंने प्रज्ञा को बुलाया और फिर हम दोनों भागकर दिल्ली चले गए। 15 दिसंबर को दिल्ली में शिव मंदिर में शादी कर ली।'
लक्ष्मी का कहना है, 'मैं बालिग हूं और प्रज्ञा से प्यार किया है। इसलिए हमने शादी की है। मैं बीए पार्ट वन की छात्रा हूं तो प्रज्ञा बीए थर्ड पार्ट की छात्रा है। हम दोनों अपनी जिंदगी का फैसला करने के लिए स्वतंत्र हैं। हम रहेंगे तो साथ-साथ। प्रज्ञा को मैं पति मानती हूं। वह हमेशा पति के वेश में रहती है।
वहीं इस बात की जानकारी होने के बाद जब मामला थाना में पहुंचा तो दोनों लड़कियों को वापस बुलाया गया। मेडिकल और कोर्ट में बयान के लिए पत्नी बनी लक्ष्मी को रिमांड होम भेज दी गया है। वहीं, पति के रूप में रहने वाली प्रज्ञा उर्फ प्रियंका फिलहाल पुलिस कस्टडी में है।
पूरे मामले की लेकर लक्ष्मी कुमारी ने बताया कि उसकी बहन की शादी खोदावंदपुर थाना क्षेत्र के मिल्की गांव में हुई थी। वह बराबर बहन के यहां जाती थी और पिछले एक साल से वहीं रह रही थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात बहन के घर के बगल की रहने वाली प्रज्ञा सुमन उर्फ प्रियंका (25) से हुई।
लगातार मिलने से दोनों के बीच दोस्ती हो गई। जिसके बाद उनकी बातें लंबी होने लगी। दोनों मोबाइल में अलग-अलग सोशल मीडिया पर समलैंगिक संबंध की बात देखती थी। जिससे उन्हें पता चला कि इससे भी दोनों संतुष्ट रहते हैं। जिसके बाद दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई। करीब 8 महीने तक दोनों मोबाइल पर एक-दूसरे से मिलकर प्यार का इजहार करते रहे।
लक्ष्मी आगे बताती हैं, '10 दिसंबर को प्रियंका बोलेरो लेकर खांजहांपुर पहुंची और उसे साथ लेकर निकल गई। वहां से दोनों बेगूसराय आए और ट्रेन से दिल्ली चले गए। दिल्ली के उत्तम नगर में स्थित एक शिव मंदिर में हम दोनों ने 15 दिसंबर को शादी कर ली। पास में कुछ पैसे थे, जो खर्च हो रहे थे, लेकिन सबसे बड़ी समस्या हो गई कि यहां दिल्ली में खाएंगे क्या और रहेंगे कैसे। जिसके बाद दोनों ने एक प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करने लगे।'
पति-पत्नी बनी दोनों सहेलियां दिल्ली के उत्तम नगर में ही साथ रह रही थी। इस मामले को लेकर पिता ने थाना में FIR दर्ज करवाई थी। जिसके बाद दोनों वापस आई।
प्रज्ञा सुमन ने कहा है, 'हम हमेशा पति धर्म का पालन करेंगे। हम दोनों को लड़कों से नफरत है, हमने पुरुष के देश में रहकर लक्ष्मी से विवाह किया है। दुनिया की नजर में यह भले ही समलैंगिक विवाह है, लेकिन हमने भोला बाबा को साक्षी मानकर एक दूसरे को अपनाया है और एक दूसरे के साथ आजीवन रहेंगे। फिलहाल अब सब कुछ न्यायालय के भरोसे है, पुलिस न्यायालय के आदेश पर आगे की प्रक्रिया करेगी।'
चेरिया बरियारपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि लक्ष्मी के पिता ने थाना में 15 दिसंबर को लिखित आवेदन दिया, लेकिन कुछ पता नहीं चला। जिसके बाद 25 दिसंबर को थाना में FIR कराई। FIR के बाद पुलिस खोजबीन कर रही थी। इसी दौरान शनिवार को दोनों मंझौल आईं और कोर्ट में सरेंडर करने की प्रक्रिया करने जा रही थीं।
इसी बीच सूचना मिल गई और पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। फिलहाल हिरासत में लेने के बाद 164 का बयान और सदर अस्पताल में मेडिकल की प्रक्रिया की जा रही है। हालांकि, किसी की कोई बात सुनने को तैयार नहीं है।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Jan 14 2025, 12:53