अटल बिहारी वाजपेई का जन्म शताब्दी राजा फॉर्म पर धूमधाम के साथ मनाया गया
मनकापुर (गोंडा)। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न पंडित अटल बिहारी वाजपेई का जन्म शताब्दी राजा फॉर्म पर धूमधाम के साथ मनाया गया इस अवसर पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता पंडित राम हौसिला शर्मा संचालन सुधांशु बसंत ने किया, बृजराज श्रीमाली ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया। आर के नारद ने पढ़ा- जैसा जीवन जिये अटल जी, कोई भी ना जी पाएगा। जितना जहर पिया जीवन में, कोई भी न पी पाएगा।। सुधांशु बसंतने पढ़ा- आपस के तकरारो से, बदल रहा व्यवहार। परेशान है आदमी, बिखर रहा परिवार।।
बृजराज श्रीमाली ने पढ़ा- मुझे बेचकर क्या खरीदना चाहोगी, कई रंग के बैगन है बाजार में। डॉक्टर सतीश आर्य ने पढ़ा- बैठी हुई झोपड़ी में, एक अपराधिनी- सी, जैसे बाल्मीकि की कुटी में कोई सीता हो। पंडित राम हौसिला शर्मा ने पढ़ा- हे ईश्वर मुझे न रतन चाहिए, सुख से भरपूर अपना वतन चाहिए। डॉ बी एन शर्मा ने पढ़ा- तिमिर निशा में उगे सूर्य सा, वे तो अटल बिहारी थे। जनमन को आलोकित कर, हर साजिश पर भारी थे।। रघु भूषण तिवारी ने पढ़ा- मर्यादा से कोई समझे, तो हम राम बन जाएं। छदम भेष में आए तो, हम घनश्याम बन जाए।। रामसूरज वर्मा प्रकाश ने पढ़ा- प्रभु मुसीबत की भी कोई हद चाहिए। नाथ हमको भी कुछ क्षण सुखद चाहिए।। हनुमान दीन पांडे बेधड़क ने पढ़ा- देश में जनतंत्र क्या आया, चांदी हुई दलालों की। किससे दर्द कहूं अपना, पीड़ा देने वालों की।।
रामतेज शर्मा तेज ने पढ़ा- हिंद देश में रहते हैं हम, हिंदी हमारी पहचान है। है भारत माता की बहना, हिंदी हमारी जान है।। अनंत शुक्ला अनंत ने पढ़ा- वर्ण- वर्ण के फूल खिले हैं, हरा- भरा मैदान। हमारा प्यारा हिंदुस्तान, स्वर्ग से न्यारा हिंदुस्तान।। इसके अलावा अन्य साहित्यकारों ने भी अपनी रचनाएं पढ़ी। साहित्यकारों ने श्रृंगार, वीर रस, करुण रस तथा अन्य विद्या की रचनाएं पढ़ी इस दौरान कविताओं की पंक्तियों पर तालियों की गड़गड़ाहट से राजा फार्म हाउस गूंजता रहा।
कार्यक्रम में गौरा विधायक प्रभात वर्मा, छपिया ब्लॉक प्रमुख नीलू पासवान, मनकापुर के पूर्व ब्लाक प्रमुख एवं गन्ना समिति के अध्यक्ष यूपी सिंह, कमलेश पांडे, सरवन शुक्ला सहित सैकड़ो भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता, महिला, पुरुष, बच्चे कवि सम्मेलन की शोभा बढ़ा रहे थे।
Dec 30 2024, 17:26