बिहार में शराब तस्करी का बड़ा मामला: नागालैंड नंबर के ट्रक से 844 कार्टन शराब बरामद

बिहार ड्राई स्टेट है, लेकिन इसके बाद भी तस्कर लगातार शराब की तस्करी में जुटे हुए हैं. पुलिस लगातार शराब बरामद कर रही है, लेकिन उससे कई ज्यादा मात्रा में शराब राज्य में पहुंच रही है. शराब माफिया न्यू ईयर के मौके पर भी पूरी तरह सक्रिय हो गए हैं. ऐसा ही मामला छपरा जिले के शराब तस्करी से जुड़ा हुआ है. छपरा के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक नागालैंड के ट्रक को पकड़ा है.

कार्रवाई के दौरान छपरा पुलिस ने सोचा कि ट्रक के अंदर कोई अन्य सामग्री भरी हुई है. हालांकि जब पुलिस ने ट्रक के अंदर रखा हुआ सामान उतारा तो पता चला कि गाड़ी के पिछले हिस्से में शराब के कार्टन रखे हुए हैं.

चकमा देकर फरार हो गया ड्राइवर

छपरा पुलिस में एसपी कुमार आशीष से मिली जानकारी के मुताबिक, उन्हें ट्रक को लेकर गुप्त सूचना मिली थी, जिसके आधार पर उन्होंने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के उमधा गांव के पास नागालैंड नंबर कंटेनर के ट्रक पर रोक. आशीष ने बताया कि ट्रक की जब तलाशी ली गई तो उसके अंदर से ब्लू इंपीरियल के 844 कार्टन पकड़ा गए. हालांकि इस दौरान ड्राइवर पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया. एसपी ने बताया कि शराब का बाजार मूल्य लगभग पचास लाख रु. है.

988 कार्टन शराब हुई थी बरामद

बिहार में इससे पहले मुजफ्फरपुर पुलिस ने 22 दिसंबर को तलाशी के दौरान आलू लदे ट्रक से 988 कार्टन शराब बरामद किया था. जानकारी के मुताबिक, इन कार्टन की कीमत करीब एक करोड़ बताई जा रही थी. इसके अलावा पुलिस ने कार्रवाई के दौरान राजस्थान की नंबर प्लेट वाला ट्रक और दो लोगों को गिरफ्तार भी किया था. गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि 11 दिसंबर को राजस्थान से शराब की बड़ी खेप लेकर बिहार के लिए निकले थे. पुलिस ने बताया कि पकड़े गए ट्रक ड्राइवर का नाम चीमन चौधरी है. आरोपी ड्राइवर राजस्थान के बाड़मेर जिले का रहने वाला है. वहीं दूसरा आरोपी का नाम दीपक है और वो सोनपुर थाना क्षेत्र का है.

पटना समेत इन जिलों में पीपा पुल का होगा निर्माण, मंत्री विजय सिन्हा ने पुल निर्माण निगम को दिया निर्देश

डेस्क : पटना समेत प्रदेश के छह जिलों में पीपा पुल का निर्माण होगा। इस बात की जानकारी देते हुए उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि समस्तीपुर, मधेपुरा, बक्सर, भोजपुर, पटना एवं वैशाली जिले में कुल छह पीपा पुल का निर्माण होगा। इसकी स्थापना, मरम्मति एवं रख-रखाव के लिए प्रशासनिक स्वीकृति दे दी गई है।

कहा कि राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सुगम यातायात के लिए पीपा पुल एक बड़ा माध्यम रहता है। नदियों में जलस्तर बढ़ने के समय इन पुलों को खोला जाता है और जलस्तर कम होने के बाद इन्हें पुन स्थापित किया जाता है।

उप मुख्यमंत्री ने बताया कि अगले पांच वर्षों के लिए इन पुलों को सुरक्षित रखने और ससमय खोलने और लगाने के लिए प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है, ताकि आमजनों को बरसात के तुरंत बाद यातायात के लिए पीपा पुल उपलब्ध हो सके। पुल निर्माण निगम के प्रबंधन निदेशक को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि इन पुलों का त्वरित गति से गुणवत्ता पूर्ण निर्माण कराना सुनिश्चित किया जाए। निर्माण अवधि में सत्त अनुश्रवण का भी निर्देश दिया गया है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2005 से लगातार पथ और पुल निर्माण के क्षेत्र में कई कार्य हुए हैं। राज्य के किसी भी जिले से पटना अब 5 घंटे में आना संभव हो गया है।

*BPSC ने कर दिया साफ, किसी भी हाल में परीक्षा नहीं होगा रद्द

डेस्क : बीपीएससी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर पिछले पिछले दस दिन से आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर है। आयोग ने साफ कर दिया है कि किसी भी स्थिति में 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा को रद्द नहीं किया जाएगा। वहीं चार तारीख को होनेवाली परीक्षा के बाद आयोग जनवरी में ही प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट जारी कर देगा। इसके बाद अप्रैल महीने में मुख्य परीक्षा ली जाएगी। 

बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक राजेश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कुछ लोग ही इसको लेकर आंदोलन कर रहे हैं। जबकि कई लोग मेल कर परीक्षा को रद्द नहीं करने की मांग कर रहे हैं। 

जो भी जिसको करना है करें, 4 तारीख की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, एडमिट कार्ड जारी हो गया है। अभ्यर्थी एडमिट कार्ड डाउनलोड कर रहे हैं। 2 तारीख को जिलों का नाम भी पता चल जाएगा। 

उन्होंने कहा कि बिना साक्ष्य के ही परीक्षा रद्द करने का दबाव दिया जा रहा है। लेकिन, हम पर कोई दबाव नहीं है। आयोग पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि उनके पास कोई साक्ष्य नहीं है। सिर्फ बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षा में 3 लाख 28 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए थे। जिसमें दो हजार अभ्यर्थी ही परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं। अब दो हजार बच्चों के लिए 3 लाख 26 हजार बच्चों को अनदेखा नहीं किया जा सकता है।

बड़ी खबर : बिहार में बड़े पैमाने पर पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों का तबादला, अधिसूचना जारी

डेस्क : बिहार के पुलिस विभाग से एक बड़ी खबर सामने आई है। बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा 58 पुलिसकर्मियों का तबादला किया गया है। इन पुलिस कर्मियों को पुलिस मुख्यालय सहित मानव संसाधन एवं प्रशिक्षण प्रभाग सहित अन्य जगहों पर नियुक्त किया गया है। इस संबंध में बिहार पुलिस मुख्यालय ने अधिसूचना जारी की है।

जिन पुलिसकर्मियों का स्थानांतरण किया गया है, उनमें पुलिस निरीक्षक के रैंक के अधिकारियों के साथ सहायक पुलिस निरीक्षक, पुलिस अवर निरीक्षक, पीटीसी रैंक के अधिकारी शामिल हैं। जिन पुलिसकर्मियों का तबादला किया गया है, उनमें पांच को मानव संसाधन एवं प्रशिक्षण संभाग में नियुक्त किया गया है

वहीं पुलिस मुख्यालय में 28 पुलिसकर्मियों को अटैच किया गया है। इसके अलावा 18 पुलिस अधिकारी को कमजोर वर्ग, अपराध अनुसंधान विभाग में नियुक्त किया गया है।

यहां देखे पूरी लिस्ट

डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों को इन 24 बिंदुओं पर कार्रवाई करने का दिया निर्देश, नहीं करने पर होगी कार्रवाई

डेस्क : बिहार के पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए 24 बिंदुओं पर आवश्यक कार्रवाई करने की हिदायत दी है। पुलिस मुख्यालय से बुधवार को मिली जानकारी के अनुसार, दर्ज कांडों के अनुसंधान की जिम्मेदारी संभाल रहे अनुसंधान पदाधिकारी (आईओ) के मूल्यांकन की व्यवस्था तक की है। समय पर कार्रवाई, सही अनुसंधान या अनुसंधान में गुणवत्ता नहीं रखने वाले आईओ पर न सिर्फ निलंबन की तलवार चलेगी, बल्कि उनका प्रमोशन भी अटकेगा।

करीब नौ वर्षों तक सीआईडी की जिम्मेदारी संभाल चुके वर्तमान डीजीपी विनय कुमार ने इस संबंध में जिलों को कड़े निर्देश जारी किये हैं। इसके साथ ही डीजीपी ने लगभग दो दर्जन बिंदुओं पर सही ढंग से कार्रवाई को लेकर आईजी, डीआईजी एवं एसपी स्तर के पदाधिकारियों को पत्र लिखा है। अनुसंधान पदाधिकारियों के कार्य का मूल्यांकन अब तीन स्तरों पर होगा। इसकी रिपोर्ट मुख्यालय तक को भेजी जाएगी। अपराध नियंत्रण और बेहतर पुलिसिंग को लेकर डीजीपी ने सभी बिंदुओं पर कार्रवाई के लिए अलग-अलग अधिकारियों को जिम्मेवारी सौंपी है।

उन्होंने गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान व साक्ष्य संकलन पर वरीय अधिकारियों को नजर रखने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि पुलिस के अनुसंधान पर ही पीड़ित को त्वरित न्याय मिलेगा। अपराधियों को कोर्ट से सजा होगी। यदि अनुसंधान की गुणवत्ता ठीक नहीं रही तो अपराधी कोर्ट में इसका लाभ उठाएंगे। डीजीपी ने निर्देश दिया कि जमानत पर रहते हुए अवांछित गतिविधियों में शामिल हो रहे अपराधियों की जमानत तत्काल रद्द कराई जाय। अपराधियों में खौफ पैदा करने के लिए कुर्की जब्ती व संपत्ति अटैचमेंट की कार्रवाई हो। आगामी चुनाव के मद्देनजर उन्होंने गुंडा रजिस्टर को अपडेट करने का निर्देश दिया।

डीजीपी ने कहा कि गृहभेदन के डॉग स्क्वायड से घटनास्थल की जांच कराना जरूरी है। इसी तरह, झपटमारी एवं चोरी को रोकने के लिए समान प्रवृति के कांडों का ग्रुप सुपरविजन जरूरी है। डीजी, रेंज व जिला कंट्रोल रूम को प्रभावकारी बनाने व तीनों में आपसी समन्वय रखने का निर्देश दिया गया।

उन्होंने निर्देश दिया कि जमादार से एसपी स्तर तक के अधिकारी दिवा-गश्ती, संध्या एवं रात्रि गश्ती को प्राथमिकता देंगे। वरीय अधिकारी थानों का निरीक्षण करते हुए सुदूर क्षेत्रों में जनता दरबार लगायेंगे। थानेदार, इंस्पेक्टर, एसडीपीओ व एसपी अपराध की मासिक समीक्षा बैठक करेंगे। स्पीडी ट्रायल केसों को निपटाने वाले अधिकारी तकनीकी रूप से दक्ष होंगे। उन्होंने जवाबदेही एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करने का कहा है।

नये वर्ष में बिहार में सरकारी नौकरियों की होगी बहार, सीएम ने इतने लाख बहाली किये जाने का किया एलान

डेस्क : सरकारी नौकरी और रोजगार की तलाश में जुटे बिहार के युवक-युवतियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। नये वर्ष में उन्हें सरकारी नौकरी के साथ-साथ रोजगार का बड़ा मौका मिलने जा रहा है।

दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एलान किया है कि नये साल में तीन लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी जाएगी। साथ ही दस लाख को रोजगार मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमलोगों ने 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने के लक्ष्य को बढ़ाकर 12 लाख किया है। नौ लाख को सरकारी नौकरी दे दी गई है। वहीं, 34 लाख के लक्ष्य के विरुद्ध अब-तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया गया है।

मुख्यमंत्री नीतीश ने बीते गुरुवार को प्रगति यात्रा के दौरान सीतामढ़ी और शिवहर जिले की संयुक्त समीक्षा बैठक के दौरान यह एलान किया। यात्रा के दौरान उन्होंने दोनों जिलों में 423 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया। साथ ही स्थानीय लोगों से बात कर उनकी समस्याएं जानी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग मिलकर बिहार को आगे बढ़ा रहे हैं। राजद की ओर इशारा करते हुए कहा कि हम दो बार गलती से इधर से उधर चले गए थे। अब हमलोग हमेशा साथ रहेंगे।

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर सीएम नीतीश ने जताया गहरा दुख, देश के लिए बताया अपूर्णिय क्षति

* डेस्क : पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का बीते गुरुवार की रात निधन हो गया। उन्होंने 92 साल की उम्र में दिल्ली एम्स में 9 बजकर 51 मिनट पर अंतिम सांस ली। गुरुवार की देर शाम उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गयी थी जिसके बाद दिल्ली एम्स में उन्हें एडमिट कराया गया था। दिल्ली एम्स के इमरजेंसी वार्ड में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन के बाद पूरे देश में शोक का लहर व्याप्त है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह जी और मैं उस समय नियमित रूप से बातचीत करते थे जब वे प्रधानमंत्री थे और मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था। हम शासन से संबंधित विभिन्न विषयों पर गहन विचार-विमर्श करते थे। उनकी बुद्धिमत्ता और विनम्रता हमेशा देखने को मिलती थी। वही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर दुख जताया। कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ॰ मनमोहन सिंह जी का निधन दुःखद। वे एक कुशल राजनेता एवं अर्थशास्त्री थे। उनके नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिली। डॉ॰ मनमोहन सिंह जी का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की चिर शांति के लिए प्रार्थना है।
BPSC शिक्षक नियुक्ति के तीसरे चरण का रिजल्ट जारी, आधे से अधिक सीटें रह गई है खाली

* डेस्क : बिहार लोक सेवा आयोग ने बीते गुरुवार की देर शाम शिक्षक नियुक्ति के तीसरे चरण का अंतिम रिजल्ट जारी कर दिया। उच्च माध्यमिक शिक्षकों के लिए 12960 अभ्यर्थियों को सफलता मिली है। आयोग द्वारा सभी विषयों का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। सभी विभागों को मिलाकर साढ़े 24 हजार से अधिक पदों के लिए रिक्तियां निकाली गई थीं। लेकिन, करीब 50 प्रतिशत सीटें खाली रह गईं। कई विषयों में तो दो अंक में भी शिक्षक नहीं मिले हैं। प्राकृत विषय में एक, पाली में एक, भोजपुरी में तीन, पर्सियन में सात, बंगला में सात अभ्यर्थियों को सफलता मिली है। इसके अलावा विज्ञान के कई विषय में सीट से कम शिक्षक मिले हैं। शिक्षा विभाग के अंतर्गत उच्च माध्यमिक के 29 विषयों में 12479, माध्यमिक के स्पेशल शिक्षक 171, एससी एसटी विभाग के उच्च माध्यमिक में 201 और एससी-एसटी विभाग के छठी से 10वीं में 109 को सफलता मिली है।
बिहार में बदलेगा मौसम का मिजाज, प्रदेश के इन जिलों में अगले दो दिनों में बारिश के आसार

* डेस्क : दिसंबर माह के समाप्त होने में अब महज चार दिन ही बचे है। बावजूद इसके कड़ाके की ठंड का नामोनिशान नही है। प्रदेश का तापमान सामान्य से अधिक है। ऐसे में शीतलहर व कड़ाके की ठंड नहीं है। हालांकि अब मौसम विभाग ने इसमें बदलाव की संभावना जताई है। प्रदेश में कल 28 और 29 दिसंबर के बीच बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने इसको लेकर चेतावनी जारी किया है। पटना सहित दक्षिण बिहार के अधिकतर भागों के कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्के से मध्यम स्तर की वर्षा का पूर्वानुमान है। वहीं आज शुक्रवार से प्रदेश के ज्यादातर शहरों में बादल छाए रहने की संभावना है। इस कारण दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी, जबकि रात में तापमान चढ़ेगा। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 28 से 29 दिसंबर के बीच उत्तर पश्चिम भारत में पश्चिमी विक्षोभ प्रभावित करने की संभावना है। इसके साथ ही एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वी बांग्लादेश और उत्तरी पंजाब के साथ ही उसके आसपास 1.5 किलोमीटर ऊपर बना है। इस दौरान निचले वायुमंडल में पूर्वी एवं पश्चिमी हवाओं के सम्मिश्रण होने से प्रदेश के मौसम में परिवर्तन होने की संभावना है। *प्रदेश के इन जिलों में बारिश की संभावना* मौसम विभाग के अनुसार बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद और अरवल के कुछ स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है। जबकि पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, जहानाबाद, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर और खगड़िया के एक या दो स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को प्रदेश का सबसे ठंडा शहर 9.5 डिग्री के सेल्सियस के साथ सहरसा का अगवानपुर और समस्तीपुर का पूसा रहा जबकि सबसे गर्म शहर 28.2 डिग्री सेल्सियस के साथ खगड़िया रहा। पटना का अधिकतम तापमान 25.8 और न्यूनतम तापमान 14.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
निजी वाहन पर पुलिस या सरकारी नेम प्लेट लगाने वाले हो जाए सावधान, पकड़े जाने पर पड़ जाएंगे लेने के देने

डेस्क : निजी वाहन पर पुलिस या किसी सरकारी नेम प्लेट लगाकर घूमने वालों के लिए एक बड़ी खबर है। पकड़े जाने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। इस बात की जानकारी पटना ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान ने दी है है।

उन्होंने बताया कि इसको लेकर अभियान चलाया जा रहा है। ट्रैफिक एसपी ने बताया कि क्रिसमस के दिन सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाते हुए लगभग 50 वाहनों के ऑन द स्पॉट चालान काटे गए और जुर्माने की राशि वसूली गई। वहीं ड्रिंक कर वाहन चलानों पर एफआईआर कर कार्रवाई की गई है।

ट्रैफिक एसपी ने कहा कि राजधानी पटना में यह देखा जा रहा है कि कई लोग अपने निजी वाहनों में भारत सरकार, बिहार सरकार और पुलिस का नेम प्लेट इस्तेमाल कर रहे है। जो कानूनन गलत है और इसमें प्राथमिकी का भी प्रावधान है। ऐसे नेम प्लेट का इस्तेमाल उन्हीं गाड़ियों में किया जा सकता है, जिन्हें सरकार द्वारा उपलब्ध कराया गया है। क्रिसमस के दिन पुलिस चेकिंग के दौरान ऐसे छह निजी गाड़ियों को पकड़ा गया, जो सरकारी नेम प्लेट का प्रयोग कर रहे थे। पहले उन गाड़ियों के बारे में पता किया गया, फिर उन पर कार्रवाई की गई है।