*ग्रामीणों के विरोध से रुका सड़क के चाैड़ीकरण का कार्य*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में स्वीकृत 87 करोड़ की 11 सड़कों का निर्माण चौड़ीकरण के फेर में फंस गई है। 3.75 से 5.50 मीटर चौड़ी होने के कारण सड़क के दोनों तरफ करीब एक-एक मीटर का दायरा बन रहा है। इससे किसानों की जमीन प्रभावित होने लगी है। भिखमापुर, भिदिउरा समेत अन्य स्थानों पर काम शुरू होते ही विरोध शुरू हो गया। जिससे काम ठप हो गया। करीब एक साल विलंब से शुरू होने वाली सड़कों का निर्माण फिर से अधर में लटक गया। जर्जर सड़कों के कारण अक्सर लोग दुर्घटना का शिकार होते हैं। मानसून में इन सड़कों पर जलभराव के चलते राहगीरों को मुसीबत झेलनी पड़ती है। गड्ढा मुक्ति को लेकर अभियान भी चले, लेकिन उसमें सिर्फ लोक निर्माण विभाग से जुड़ी सड़कें ठीक हुईं। मुख्य मार्ग से जोड़ने वाली सड़कों की दशा नहीं सुधर पाती। भदोही, औराई और ज्ञानपुर विधानसभा की तमाम सड़कों की हालत खराब है। पीएमजीएसवाई में पांच से आठ साल बाद ही सड़कें स्वीकृत होती हैं। एक दशक पहले बनी सड़कें अब जर्जर हो चुकी हैं। मई-जून 2023 में केंद्रीय स्तर से 11 ग्रामीण सड़कों की दशा सुधारने के लिए 87 करोड़ स्वीकृत किये गए। पहले स्टीमेट और बाद में निविदा आदि को लेकर विलंब हुआ। करीब एक सप्ताह पूर्व सड़कों की मारम्मत शुरू हुई , लेकिन सड़कों के चौड़ी होने से किसानों की भूमिधरी भी जमीन इसमें जाने लगी। इसको लेकर किसानों ने विरोध शुरू कर दिया। मामला तूल पकड़ने पर काम काम रोक दिया गया। पीएमजीएसवाई की कुछ सड़कों का काम शुरू हो चुका है। सड़क के दोनों तरफ सिर्फ एक-एक मीटर चौड़ाई बढ़ रही है। सड़क चौड़ी होने से किसानों का ही फायदा होगा। प्रभावित क्षेत्र को छोड़कर काम चल रहा है। जहां दिक्कत होगी किसानों से बात कर काम शुरू कराया जाएगा। - एसपी मिश्रा, एक्सईएन ग्रामीण अभियंत्रण। इन सड़कों का होना है निर्माण - गोपीगंज रोड से गरीबी का तारा वाया बैदाखास 9.400 किमी। - गोपीगंज मिर्जापुर रोड से जगरनाथपुर डेरवा मुलापुर बरजी 5.250 किमी। -जीटी रोड से बेलहुआ रोड वाया कुरमैचा सिकी चौरा, चौरा कला भैरो का पुरा विश्वनाथपुर 5.910 किमी। -जीटी रोड कलिजंरा से मानशाहपुर, जाजपुर, जंगीगंज, धनतुलसी रोड वाया डीघ की 4.100 किमी। - ज्ञानपुर लालानगर रोड से कलियापुर वाया भिदिउरा श्रीपुर पीएमजीएवाई रोड अकेलवा 7.750 किमी। - कृपालपुर बिठौली बार्डर से बसवापुर, भिखमापुर, सुरियावां, कलिजंरा रोड 6.200 किमी। - भदोही से उमरी रोड 6.10 किमी। - भदोही दुर्गागंज रोड विश्वकर्मा मंदिर से अजयपुर सनकडीह नगुला रोड 7.450 किमी। - नई बाजार सेंट मैरी स्कूल से छितौना पुल वाया रैमलपुर सोनहर रोड 5.825 किमी। - सुरियावां भदोही से चकिया छतरीपुर, मंगुना चौगुरा रोड 5.450 किमी। -सुरियावां-दुर्गागंज रोड छनौरा से पट्टी बेजाव कांतीरामपुर निदिउरा, अभिया सरायकंसराय रोड 5.250 किमी।
*आधी आबादी के हाथ होगी गांवों में स्वच्छता की कमान*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। ग्राम पंचायतों को साफ-सुथरा बनाने में आधी आबादी यानी महिलाएं अहम भूमिका निभाएंगी।एकल और सामुदायिक शौचालयों के बाद अब रिसोर्स रिकवरी सेंटर को भी उनके हाथों में सौंपा जा रहा है।अपने घर-आंगन को स्वच्छ रखने वाली नारी अब अपने गांव को भी स्वच्छ बनाने का संकल्प लेकर आगे बढ़ेंगी।जिले में कुल 546 ग्राम पंचायतें हैं। स्वच्छ भारत मिशन के तहत इन ग्राम पंचायतों में दो लाख 81 हजार एकल शौचालय बनाए गए हैं, जबकि सभी गांव में करोड़ों की लागत से सामुदायिक शौचालय बनाए गए। ओडीएफ फेज-2 में एकल शौचालय से वंचित परिवारों को भी संतृप्त किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2024 में 15,142 शौचालयों में से 10,840 को महिलाओं को दिया गया। यहीं नहीं सामुदायिक शौचालय के संचालन से लेकर निगरानी की जिम्मेदारी भी महिला समूहों को दी गई है।इसके लिए उनको हर महीने छह हजार मानदेय दिया जा रहा है। मॉडल गांव के रूप में विकसित होने वाले गांव में सफाई से लेकर कूड़ा प्रबंधन तक की जिम्मेदारी भी महिलाओं को सौंपी जा रही है। अब तक 250 गांवों में रिसोर्स रिकवरी सेंटर बनाए गए हैं। पंचायत राज विभाग की तरफ से इसके संचालन की जिम्मेदारी भी महिलाओं को दी जाएगी। जिन-जिन गांवों में यह पूर्ण होंगे, वहां महिला समूहों को इसके संचालन की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।जिला पंचायत राज अधिकारी संजय मिश्रा ने बताया कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना शासन की प्राथमिकता में शामिल है। गांव को महिला हितैषी बनाया जा रहा है।
*राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम अन्तर्गत एफ०एम०डी० टीकाकरण के पाँचवे चरण के अभियान का एडीएम ने किया शुभारम्भ*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। पशुओं में खुरपका-मुहपका रोग से बचाव हेतु पशुपालन विभाग द्वारा जनपद भदोही में राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम अन्तर्गत एफ०एम०डी० टीकाकरण के पाँचवे चरण के अभियान का शुभारम्भ अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 कुंवर वीरेन्द्र मौर्य एवं डा० दृगपाल सिंह मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, भदोही द्वारा संयुक्त रूप से टीकाकरण टीमों को हरी झण्डी दिखाकर राजकीय पशुचिकित्सा पॉलिक्लिनिक, ज्ञानपुर परिसर से रवाना किया गया। मुख्य पशुचिकित्साधिकारी ने बताया कि जनपद हेतु आवंटित लक्ष्य 332200 के सापेक्ष कुल 332200 एफ०एम०डी० वैक्सीन प्राप्त हो चुकी है। अभियान अवधि दिनांक 23.12.2024 से 05.02.2025 के मध्य जनपद में गठित कुल 21 टीमो द्वारा पशुपालको के द्वार पर समस्त गोवंशीय एवं महिषवंशीय पशुओं में निःशुल्क टीकाकरण किया जायेगा। अभियान अन्तर्गत चार माह से कम उम्र के बच्चों तथा आठ माह से ऊपर गर्भित पशुओं को छोड़कर समस्त गोवंशीय /महिषवंशीय पशुओं में टीका लगाया जायेगा। कार्यक्रम के शुभारम्भ के समय जनपद के समस्त उपमुख्य पशुचिकित्साधिकारी/पशुचिकित्साधिकारी/पशुधन प्रसार अधिकारी तथा टीकाकरण टीम के पैरा वेटनरी स्टाफ मौजूद रहें।
*उधारी के भवन से मिलेगी मुक्ति, कृषि रक्षा इकाई भवन तैयार*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। उधारी के भवन में चल रहा जिला कृषि रक्षा अधिकारी का जल्द ही खुद का भवन होगा।76.11 लाख की लागत से घरांव स्थित कृषि भवन के समीप कार्यालय बनकर तैयार हो चुका है।रेन वाटर हार्वेस्टिंग और आरओ न लगने से अभी हैंडओवर नहीं हो सका है। नए साल में इसके लोकार्पण की तैयारी चल रही है। करीब तीन दशक पूर्व वाराणसी से कटकर भदोही अलग जिला बना। कलेक्ट्रेट, विकास भवन, डीआईओएस, बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित अधिकतर विभागों के खुद के भवन बन गए। लेकिन अब भी बड़ी संख्या में सरकारी कार्यालय या तो उधारी या किराये के कमरों में ही चल रहे हैं। उप संभागीय कृषि अधिकारी घरांव कार्यालय में अभी तक जिला कृषि अधिकारी, जिला कृषि रक्षा अधिकारी और उप निदेशक कृषि के कार्यालय हैं। कमरों की संख्या कम होने से अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों के कामकाज में परेशानी होती है। 2022 में विभाग की ओर से भेजे गए प्रस्ताव को शासन से स्वीकृत मिली।घरांव स्थित कार्यालय के पीछे कृषि रक्षा विभाग का भवन और कार्यालय बनकर तैयार है। इसके निर्माण पर 76.11 लाख रुपये खर्च किए गए। कार्यदायी संस्था यूपी प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लिमिटेड ने भवन को बना दिया है। हालांकि कुछ छोटे कार्य बाकी हैं, जिस कारण अभी तक भवन हैंडओवर नहीं हो सका है।कृषि रक्षा अधिकारी रत्नेश कुमार सिंह ने बताया कि घरांव में भवन करीब तैयार हो चुका है। रेन वाटर हार्वेस्टिंग और आरओ की सुविधा अभी नहीं हो सकी है। इसलिए हैंडओवर नहीं लिया गया है। उम्मीद है कि मकर संक्राति के बाद भवन हैंडओवर कर दिया जाएगा।
*लोगों की उम्मीदों को लगा झटका 4448 आवासों के डीपीआर निरस्त*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही नगर पालिका में शामिल 28 ग्राम पंचायतों के गरीबों को आशियाने के लिए इंतजार करना पड़ेगा। एक साल पहले शहरी प्रधानमंत्री आवास के लिए भेजी गई डीपीआर को निरस्त कर दिया गया है। अब आवास के लिए नया आदेश जारी होने पर आवेदन लिया जाएगा।जिले में दो नगर पालिका भदोही और गोपीगंज के अलावा पांच नगर पंचायत ज्ञानपुर, सुरियावां, नई बाजार, खमरिया, घोसिया हैं। सातो नगर निकायों में अब तक 27 हजार से अधिक लोगों को पीएम आवास योजना के तहत आवास निर्माण की मंजूरी मिल चुकी हैं।इनमें 26 हजार से अधिक आवास बन गए हैं, जबकि छह सौ पात्रों के आवास निर्माणाधीन है। करीब तीन साल पूर्व भदोही नगर पालिका के आसपास की 28 ग्राम पंचायतों को सीमा विस्तार कर नगर में शामिल किया गया था।शुरू के एक साल में इन इलाकों में कोई विकास कार्य नहीं हुआ लेकिन धीरे-धीरे संपर्क मार्ग, पेयजल की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। पालिका में शामिल इन ग्राम पंचायतों में आवास के लिए छह हजार लोगों ने आवेदन किया। विभागीय स्तर से सत्यापन कार्य पूर्ण करने के बाद 2023 में 4448 आवास का डीपीआर बनाकर शासन को भेजा गया था। करीब छह से सात महीने बाद उसे अस्वीकृत करते हुए वापस कर दिया गया। इससे आवास की उम्मीद लगाकर बैठे लोगों को झटका लगा है। विभाग का मानना है कि 2019 के बाद से ही नए आवास स्वीकृत नहीं हुए हैं। सीमा विस्तार में शामिल ग्राम पंचायतों का डीपीआर भेजा गया, जो अस्वीकृत हो गया। म्युनिसिपल सिविल इंजीनियर हरिशंकर ने बताया कि शासन से डीपीआर निरस्त हो गया है। शासन से कोई दिशा-निर्देश अभी नहीं आया है।
*महाकुंभ: श्रद्धालुओं के लिए दो विशेष अनारक्षित रिंग ट्रेनों का होगा संचालन* *10 जनवरी से 28 फरवरी तक चलेगी*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। आगामी महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए रेलवे दो जोड़ी अनारक्षित ट्रेनों का संचालन करेगा। ट्रेनों का संचालन 10 जनवरी से 28 फरवरी तक होगा।इस बीच केवल मौनी अमावस्या के स्नान अवधि के दौरान 28, 29 व 30 जनवरी को अनारक्षित ट्रेनों का संचालन नहीं होगा। पूर्वोत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने यह जानकारी दी। ये ट्रेनें ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन से होकर गुजरेंगी। बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे प्रयागराज जंक्शन प्रयागराज-रामबाग, बनारस, जंघई, जफराबाद, अयोध्या धाम, प्रयाग और प्रयागराज जं. रिंग रेल अनारक्षित कुंभ मेला विशेष गाड़ी होगी।यह गाड़ी प्रयागराज जं. से सुबह छह बजे निकलकर सुबह 6.12 पर प्रयागराज रामबाग, 6.30 बजे झूसी, 6.52 बजे हंडिया खास, 7.17 बजे ज्ञानपुर रोड, 7.35 बजे माधोसिंह, 8.20 बजे बनारस, 9.15 बजे भदोही, 9.57 बजे जंघई, 10.35 बजे मड़ियांहू पहुंचेगी। इसी तरह 11.02 बजे जफराबाद, 11.20 बजे जौनपुर, 11.57 बजे शाहगंज, 12.50 बजे अकबरपुर, दोपहर 1.17 बजे गोशाईंगंज, 2.15 बजे अयोध्या धाम, 2.32 बजे अयोध्या कैंट, 15.35 बजे सुल्तानपुर, शाम 4.32 बजे मां बेल्हादेवी धाम प्रतापगढ़ जं., 5.17 बजे मऊ आइमा, 6.02 बजे फाफामऊ और 6.22 बजे प्रयाग से छूटकर 6.50 बजे प्रयागराज जंक्शन पहुंचेगी। इस ट्रेन की वापसी प्रयागराज जं.-प्रयाग-अयोध्या धाम-जफराबाद-जंघई-बनारस-प्रयागराज रामबाग-प्रयागराज जंक्शन होगी।जो प्रयागराज जंक्शन से 06.30 बजे प्रस्थान कर उन्हीं स्टेशनों से होते हुए रात नौ बजे प्रयागराज जंक्शन पहुंचेगी। इसके अलावा दूसरी विशेष ट्रेन शाम 5.30 पर प्रयागराज जंक्शन से प्रयागराज रामबाग, झूसी, हंडिया खास, ज्ञानपुर रोड, माधोसिंह, बनारस, भदोही, जंघई, मड़ियाँहू, जफराबाद, जौनपुर, शाहगंज पहुंचेगी। दूसरे दिन अकबरपुर से रात 12.30 बजे छूटकर गोशाईंगंज, अयोध्या धाम, अयोध्या कैंट, सुल्तानपुर, माँ बेल्हादेवी धाम प्रतापगढ़ जं., मऊ आइमा, फाफामऊ और प्रयाग से होकर सुबह 7.45 पर प्रयागराज जंक्शन पहुंचेगी। इस गाड़ी में मेमू रेक के 12 कोच लगाए जाएंगे।
*भदोही में 3 दिन 6 घंटे ठप रहेगी विद्युत आपूर्ति: सुबह 11 से 5 बजे तक एस्सेल फ्री केबल लगाने का होगा काम*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। विद्युत विभाग के भदोही सब स्टेशन के अंतर्गत कई फीडरों में आरडीएसएस, नगर निकाय व बिजनेस प्लान योजना के तहत कार्य होना है। इस कार्य से 21 23 दिसंबर तक प्रतिदिन सुबह 11 से शाम 5 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। इस दौरान विद्युत वितरण खंड प्रथम भदोही के अधिशासी अभियंता आरबी शर्मा ने बताया कि रजपुरा चौराहा पर एक्सेल फि केबल लगाया जाएगा। एक्सेल फि केबल लगने से भदोही सब स्टेशन के कुशियरा, नेशनल, इंडस्ट्रियल व ममहर फीडर प्रभावित रहेगा। उन्होंने बताया कि कुशियरा फीडर, नेशनल फीडर, इंडस्ट्रियल फीडर व ममहर फीडर की विद्युत सप्लाई शनिवार से सोमवार तक प्रतिदिन सुबह ग्यारह से शाम पांच बजे तक बाधित रहेगी। एक्सईएन ने उक्त सभी फीडरों के विद्युत उपभोक्ताओं से कहा कि वह सुबह ग्यारह से पहले तक अपने सभी विद्युत संबंधित कार्य को पूरा कर ले। ताकि विद्युत आपूर्ति बाधित करने की स्थिति में उनको परेशानियों का सामना न करना पड़े।
*20 लाख आबादी पर 10 ऑर्थो सर्जन, ऑपरेशन का नहीं है इंतजाम*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। कालीन नगरी के सरकारी अस्पतालों में 10 ऑर्थो सर्जन की तैनाती तो हैं, लेकिन हड्डी के ऑपरेशन करने का कोई इंतजाम नहीं है। अस्पतालों में ओपीडी, प्लास्टर से जुड़े कार्य किये जाते हैं। यहां से हड्डी के मरीज को परिवर्तन करके स्वास्थ्यकर्मी निजी सेंटर पर भेजते हैं। जनपद के 6 स्वास्थ्य केंद्रों पर 10 ऑर्थो सर्जन तैनात है। इसमें से अकेले जिला चिकित्सालय में चार और एमबीएस भदोही में दो सर्जन हैं।जनपद की आबादी 18 से 20 लाख के करीब है। 10 ऑर्थो सर्जन की तैनाती है, लेकिन सी आर्म मशीन न होने के कारण हड्डी से जुडे ऑपरेशन नहीं हो पाते हैं। ऐसे मरीजों को दर-दर भटकने की जरूरत पड़ती है। ऑर्थो सर्जन की उपयोगिता स्वास्थ्य महकमा करने से कोसों दूर है। इसका मुख्य कारण है कि अस्पताल संसाधन विहीन है। बिना सी आर्म मशीन के हड्डी का ऑपरेशन करना संभव नहीं है। इसी मशीन से ही चिकित्सक देखते हैं कि हड्डी कितनी जुड़ी और क्या दिक्कत है। जिला अस्पताल में चार ऑर्थाे सर्जन तैनात है। भदोही एमबीएस दो, सरपतहां सौ शय्या अस्पताल एक, औराई सीएचसी और ट्रामा सेंटर व गिर्दबड़ा पीएचसी पर एक एक हड्डी रोग विशेषज्ञ की तैनाती है, लेकिन इनकी उपयोगिता सिर्फ ओपीडी तक सीमित हो कर रह गई है। इन स्वास्थ्य केंद्रों पर रोजाना हड्डी से जुडे़ 400 से 500 की ओपीडी होती है। जिला अस्पताल में रोजाना 100 की ओपीडी होती है। इसमें से 15-20 की ओपीडी होती है। विज्ञापन ऑपरेशन के नाम पर कैसे होता है खेल : ज्ञानपुर। अगर किसी व्यक्ति दो चार महीने पहले चोटें आई थी। और दवा लेने के बाद वह ठीक हो गया है। अगर दोबारा दर्द उठता है, तब वह सरकारी अस्पताल के ओपीडी में हड्डी के डॉक्टर को दिखाने पहुंचता है। तो उसे डिजिटल एक्सरे कराने की सलाह दी जाती है। एक्स-रे को डॉक्टर से पहले उनके पास तैनात संविदाकर्मी देखते हैं। इसके बाद डॉक्टर मरीज को कहते हैं कि यह जुड़ नहीं पाएगा, ऑपरेशन करवाना पड़ेगा। हमारे परिचित का एक अस्पताल है वहां चले जाइये सस्ते में हो जाएगा। ऑपरेशन के नाम पर डॉक्टर करते हैं उगाही : ज्ञानपुर। सरकारी अस्पतालों में ऑपरेशन न होने के कारण मरीजों को निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है। स्वास्थ्यकर्मी, संविदा के डॉक्टर ही मरीज को परिवर्तित करके निजी अस्पताल का रास्ता बताते हैं। वहां ऑपरेशन के नाम पर मरीज से मन मुताबिक धन वसूला जाता है। निजी अस्पताल में 20 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक ऑपरेशन का खर्च आता है। इसके अलावा वार्ड और दवा का चार्ज अलग से है। स्वास्थ्य केंद्र पर व्यवस्थाएं बेहतर है,

जल्द ही हड्डी से जुडे ऑपरेशन भी होगा। इसके लिए सी आर्म मशीन की मांग शासन से किया गया है। - डॉ. एसके चक, सीएमओ भदोही।
*सस्ते टेंडर के खेल में बनते ही बिगड़ रही सड़कों की दशा* *गुणवत्ता न होने से समय से पहले खराब हो जाती है सड़कें*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।सड़क बनते ही उसकी दशा बिगड़ने की मामला दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। मानक और गुणवत्ता को लेकर विभागीय रस्सा-कस्सी के बीच सड़कों के खराब निर्माण की बड़ी वजह है बिलो-टेंडर को भी माना जा रहा है। निर्माण कार्यों में निर्धारित मूल्य से 30 से 32 प्रतिशत तक लिए जा रहे कामों में गुणवत्ता की बात बेमानी साबित हो रही है। क्षतिग्रस्त सड़कों पर बेहाल होकर यात्रा करने के लिए राहगीर विवश हैं।जिले की 546 ग्राम पंचायतों और सात नगर निकायों में करीब ढाई हजार किमी सड़कों का जाल फैला है। लोक निर्माण विभाग, पीएमजीएसवाई, जिला पंचायत संग नगर पंचायत, मंडी समिति मार्गाें की निगरानी करती है। इसमें सभी निर्माण कार्य का नोडल लोक निर्माण विभाग रहता है। कार्यदायी संस्थाओं की ओर से हर साल करोड़ों रुपये खर्च कर सड़कें बनाई जाती हैं, लेकिन जलभराव, मानक में कमी के कारण कई सड़कें समय से पहले ही टूट जाती हैं। जिसमें मानकों की अनदेखी और कार्यों में मनमानी के अलावा बिलो टेंडर को भी एक वजह माना जा रहा है। ग्रामीण अभियंत्रण और लोक निर्माण विभाग में इन दिनों में तमाम सड़कों के निर्माण कार्य शुरू कराया गया। जिसमें कई कार्यदायी संस्थाओं ने 20 से 32 फीसदी कम में काम को प्राप्त किया। किसी सड़क के निर्माण के लिए मानक व गुणवत्ता का चयन प्रस्ताव बनाते समय ही किया जाता है। दूरी, लंबाई, चौड़ाई और गहराई की अलग-अलग परतों के मूल्य का आंकलन कर ही प्रस्ताव बनाया जाता है। प्रस्ताव स्वीकृत होने के उपरांत उसका टेंडर उसी के आधार पर किया जाता है। निविदा निकालने के बाद प्रस्ताव से संबंधित फार्म की बिक्री की जाती है। निविदा खुलने के बाद संबंधित कार्य के लिए जिसका मूल्य सबसे कम होता है, उसी को ठेका दिया जाता है। यह है बिलो-टेंडर का खेल ज्ञानपुर। टेंडर डालते समय प्रस्तावित कार्य को हथियाने के लिए निर्धारित मूल्य से कम पर कार्य कराने का दावा करते हुए ठेकेदारों के बीच कम से कम खर्च पर काम कराने के लिए टेंडर डाला जाता है। विभागीय दान-दक्षिणा के बाद गुणवत्ता और मानक को उसी खर्च में पूरा करना होता है। लगभग सभी कार्यों में पांच से दस प्रतिशत बिलो-टेंडर तो कभी-कभी चालीस प्रतिशत गिरा दिया जाता है। समय से पहले खराब हुई सड़कें बिलो टेंडर से सड़कों की गुणवत्ता सही नहीं होती। इससे एक साल से पहले ही वह खराब हो जाती हैं। बारिश होते ही सड़कें उखड़ने लगती हैं। अभोली ब्लॉक के गुआली से फत्तूपुर, अभोली से फत्तूपुर, दुर्गागंज के शेरपुर से भानीपुर मार्ग, अर्जुनपुर से बिंद बस्ती मार्ग, भदोही के नयनपुर-अमिलोरी मार्ग, सुरियावां-अभियां मार्ग, बहुता चकडाही मार्ग, अबरना, हरिहरपुर मार्ग, भदोही-वाराणसी मार्ग से विद्युत उपकेंद्र केंद्र व आहोपुर जाने मार्ग लगभग दो किलोमीटर है। 8 माह पहले मरम्मत हुआ था, लेकिन अब हालात यह है कि जर्जर हो चुका है। इसी तरह महराजगंज मार्ग से लठिया जाने वाले मार्ग की मरम्मत 6 माह पहले हुई थी और गिट्टियां उखड़ने लगी है। विभागीय रूप से टेंडर की प्रक्रिया होती है। सबसे कम मूल्य लगाने वाले फर्म को कार्य स्वीकृत होता है।


बिलो-टेंडर डालने वाली फर्म से उतनी राशि की गारंटी ली जाती है। निर्माण में मानकों का पूरा ध्यान रखा जाता है। कमी मिलने पर कार्रवाई होगी। - एसपी मिश्रा, एक्सईएन, ग्रामीण अभियंत्रण।
*भदोही में राहगीरों से लूट करने वाले दो लुटेरे गिरफ्तार : महिलाओं को बनाते थे निशाना, अवैध हथियार व लूटा गया सामान बरामद*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही जिले के भभनौटी बाॅर्डर पर 17 दिसंबर को हुई महिला से पर्स लूट की घटना में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों पास से महिला का छीना गया बैग, लूट में इस्तेमाल बाइक, दो 315 बोर के कट्टे और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। अफसर अली अपनी बहन को 17 दिसंबर को बाइक से लेकर जा रहे थे। भभनौटी बाॅर्डर के पास बाइक सवार लुटेरों ने उनकी बहन पर झपट्टा मारकर पर्स छीन लिया और फरार हो गए। घटना की जानकारी अफसर अली ने थाने में दी, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर दो विशेष टीमों का गठन किया गया। अमिलोरी तिहारा पर चेकिंग के दौरान पुलिस को दो संदिग्ध युवक नजर आए। पूछताछ में उन्होंने लूट की घटना में शामिल होने की बात कबूल की। पकड़े गए आरोपियों के पास‌ से महिला का छीना गया पर्स, जिसमें सभी सामान सुरक्षित था, बरामद किया गया। साथ ही लूट में इस्तेमाल की गई बाइक और दो अवैध 315 बोर के कट्टे तथा जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए। पकड़े गए अभियुक्त हिमांशु सिंह कानपुर व उदल सिंह निवासी भीमसेनपुर के निवासी बताए गए। हिमांशु सिंह के खिलाफ पहले भी क‌ई गंभीर मामले दर्ज हैं और उसके खिलाफ गुंडा नियंत्रण अधिनियम की कार्रवाई की गई है।