बिना स्कैन किए बेची 37 लाख की शराब, जांच में खुलासे के बाद प्लेसमेंट एजेंसी के तीन कर्मचारी हिरासत में…

महासमुंद- जिले का आबकारी विभाग इन दिनों शराब में मिलावट और लाखों के गबन के मामले खूब सुर्खियां बटोर रहा है. ताजा मामला महासमुंद नगर स्थित शासकीय प्रीमियम विदेशी मदिरा दुकान का है, जहां जांच में 36 लाख 90 हजार 790 रुपए के शराब गबन का मामला सामने आया है. मामले में दुकान संचालित कर रहे ईगल हण्टर सोल्यूशन लिमिटेड के चार कर्मचारियों के खिलाफ शराब के गबन के पर कोतवाली थाना में मामला दर्ज कराया गया है. 

सहायक आबकारी अधिकारी दीपक ठाकुर 17 दिसंबर 2024 को प्रीमियम विदेशी मदिरा दुकान पर जांच करने पहुंचे थे. जांच में व्हिस्की की एक पेटी मिली, लेकिन 14 व 15 दिसंबर को विक्रय शून्य पाया. अधिकारी ने देखा कि स्टाक पंजी में शराब 373 नग हैं, पर दुकान में 136 नग मिले. इसके बाद जांच टीम ने सूक्ष्मता से जांच की तो 1 अप्रैल 2024 से 19 दिसंबर 2024 तक 36 लाख 90 हजार 790 रुपए के शराब का कोई रिकार्ड नहीं मिला और न ही पैसा बैंक में जमा किया गया. जांच मे यह तथ्य भी सामने आया कि ब्रांडेड कंपनियों के शराब की ऊपर रखी पेटियों मे 12 नग शराब की बोतल, तो नीचे रखी पेटियों में किसी में 4 तो किसी पेटी में महज 3 नग शराब की बोतल थीं.

दुकान में प्रतिदिन 1.25 से 1.50 लाख रुपए की सेल थी. कर्मचारी रोजाना निर्धारित सेल का पैसा जमा कर शेष शराब की बोतलों को बिना स्कैन किए बिक्री का पैसा कर मिलने वाले पैसे को आपस में बांट लिया करते थे. ऑडिटर जब आता तो शराब की बोतलो की फोटो अपने मोबाइल में खींच कर रखे रहते थे, और ऑडिटर को दिखा देते थे. ऑडिटर भी भौतिक सत्यापन नहीं करता था.

आबकारी विभाग ने जांच के उपरांत ईगल हण्टर सोल्यूशन लिमिटेड के मुख्य विक्रेता अमित राय, विक्रेता गौरीशंकर सेन, विक्रेता तुकेश दीवान एवं मल्टीपर्पज वर्कर लक्ष्मी नारायण साहू के खिलाफ विधिवत लायसेंस शर्त क्रमांक 07 एवं छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 39(ग) के उल्लंघन पर आरोप पत्र देकर विभागीय प्रकरण दर्ज करने के साथ कोतवाली थाना में गबन व धोखाधड़ी का मामला दर्ज करा दिया है. पुलिस मामले में तीन को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. वहीं एक कर्मचारी फरार है.

चोरों ने जैन मंदिर में बोला धावा, कीमती कलश, छत्र समेत अन्य आभूषणों पर किया हाथ साफ…

रायपुर-  राजधानी रायपुर में चोरों ने अब मंदिरों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है. लाभांडी स्थित जैन मंदिर में चोरी की बड़ी घटना को चोरों ने अंजाम दिया है, जिसमें कीमती कलश, छत्र समेत अन्य आभूषण को लेकर फरार हो गए. घटना की जानकारी मिलने के बाद तेलीबांधा पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है.

जानकारी के मुताबिक, रायपुर के लाभांडी स्थित श्री पद्मप्रभ दिगंबर जैन मंदिर में चोरी की बड़ी घटना हुई है. चोरों ने मंदिर में 10 लाख से अधिक के कलश, छत्र समेत अन्य आभूषण को लेकर फरार हो गए हैं. मंदिर में भगवान की मूर्ति को छोड़कर चोरों ने सबकुछ पार कर दिया हैं. घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है.   

चोरों ने जैन मंदिर में मूलनायक का स्वर्ण पॉलिस छत्र, 5 पंचमेरू, 8 अष्टप्रिहार्य, चांदी की 2 बड़ी थाली, चांदी के 9 अभिषेक कलश, चांदी के 6 शांतिधारा झारी, एक स्वर्ण कलश, चार छत्र चांदी, दो चांदी भाली, तीन आशिका, 5 चांदी की छोटी प्लेट, एक चांदी का लोटा, चांदी की एक गुंडी, चांदी की एक बड़ी गंजी, चांदी की एक चम्मच और अन्य सामग्री चोरी की है.

मामले की जानकारी देते हुए सिविल लाइन CSP अजय कुमार ने बताया कि कल देर रात यह चोरी हुई है. जिसकी जांच पुलिस कर रही है. सोने-चांदी के आभूषण छत्र और पैसे भी चोरी हुए है. पुलिस जांच कर रही है. इसमें FIR भी दर्ज की जा रही है. प्रार्थी पक्ष सूची लेकर थाने पहुंचेगा, उसके हिसाब से पैसे का अनुमान लगाया जाएगा.

महिलाओं के संघर्ष का परिणाम, सक्रिय हुआ प्रशासन, पट्टे और आवास के लिए सर्वे करने गांव पहुंचा अमला
गरियाबंद-  नगर पंचायत कोपरा की महिलाओं ने अपने अधिकारों की मांग को लेकर जो लड़ाई शुरू की थी, वह अब रंग लाने लगी है. वर्षों से आवासीय मकान का पट्टा और प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पाने की प्रतीक्षा कर रही महिलाओं की आवाज को जब समाजसेवी एवं गोरेलाल सिन्हा ने जिला प्रशासन तक पहुंचाया तो कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए.

एसडीएम का निरीक्षण, महिलाओं को मिला आश्वासन

कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम विशाल महाराणा ने अपनी टीम के साथ कोपरा का दौरा किया. दिनभर के इंतजार के बाद जब दोपहर में प्रशासनिक अधिकारी कोपरा पहुंचे तो महिलाओं और नगरवासियों ने राहत महसूस की. एसडीएम ने पैरी नगर चौक और चांदाभांठा गडाही चौक का निरीक्षण किया. उन्होंने महिलाओं और स्थानीय निवासियों से संवाद कर उनकी समस्याओं को सुना. महिलाओं ने बताया कि वे दशकों से यहां निवास कर रही हैं, लेकिन पट्टा और प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ न मिलने से वे बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं. एसडीएम विशाल महाराणा ने कहा, “हमने मौके का निरीक्षण किया है. जिन क्षेत्रों में अभी तक पट्टा नहीं दिया गया है, वहां का सर्वे कर रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपेंगे। आगे की प्रक्रिया शीघ्र शुरू होगी.”

महिलाओं ने कहा – झोपड़ियों में रहने को हैं मजबूर

कोपरा की सैकड़ों महिलाओं ने समाजसेवी गोरेलाल सिन्हा के नेतृत्व में जब जिला कार्यालय में कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल से मुलाकात की थी तो उन्होंने अपनी दशकों पुरानी समस्याएं रखीं. महिलाओं ने कहा, “हम झोपड़ियों में रहने को मजबूर हैं. बिना पट्टे के न तो मकान बना सकते हैं और न ही सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं.” कलेक्टर ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए तुरंत एसडीएम और सीएमओ को कोपरा भेजने का आदेश दिया.

स्थानीय लोगों की भागीदारी

निरीक्षण के दौरान नगर पंचायत के सीएमओ श्यामलाल वर्मा, हल्का पटवारी कोमल वर्मा, ग्राम पटेला के श्यामलाल निषाद, कोटवार ईश्वर देवदास, श्रवण नागरची, जनपद उपाध्यक्ष योगेश साहू, नगर पंचायत अध्यक्ष नोगेश्वर साहू, कृषि समिति अध्यक्ष मोतीराम साहू, रूपनारायण साहू, दिलीप वर्मा, दिलीप सिन्हा, बसंत पटेल, पवन साहू, नंदू सिन्हा और नरेश नवरंगे समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

महिलाओं में उम्मीदों की जगी किरण

प्रशासनिक निरीक्षण और सर्वे प्रक्रिया शुरू होने से महिलाओं और नगरवासियों में आशा की लहर है. महिलाएं अब इस बात का इंतजार कर रही हैं कि सर्वे रिपोर्ट के बाद उन्हें उनके हक का पट्टा और प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ कब मिलेगा.

प्रेरणा बनी कोपरा की लड़ाई

कोपरा की महिलाओं का यह संघर्ष अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणा बन चुका है. संगठित प्रयास और दृढ़ संकल्प के जरिए उन्होंने यह साबित कर दिया कि प्रशासन को जवाबदेह बनाया जा सकता है. अब सभी की निगाहें प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन को उनकी जयंती पर किया याद
रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने विश्व के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की 22 दिसंबर को जयंती पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री ने श्री रामानुजन को याद करते हुए कहा कि रामानुजन जी आधुनिक काल में न केवल भारत बल्कि विश्व के महानतम गणितज्ञों में से एक थे, जिन्होंने गणित के विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान दिया। उनके जन्मदिन को ‘राष्ट्रीय गणित दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। श्री साय ने कहा कि गणित के महान जादूगर श्रीनिवास रामानुजन को गणित के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
शराब घोटाला : अनवर ढेबर के करीबियों के ठिकानों से आपत्तिजनक दस्तावेज, नगदी, डिजिटल डिवाइस और नोट गिनने की मशीनें जब्त

रायपुर-  प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शराब घोटाला मामले में जेल में बंद आरोपी अनवर ढेबर के तीन करीबियों के करीब 6 ठिकानों पर दबिश दी थी. तलाशी अभियान के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज, नगदी और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए हैं. शराब से मिले नगदी से कई अचल संपत्तियां बहुत ही सस्ती दरों में खरीदने का भी खुलासा हुआ है. इसकी जानकारी ईडी ने प्रेस विज्ञप्त जारी कर दी है.

बता दें कि हाल ही में ईडी ने गरियाबंद के आबिद ढेबर, मोहम्मद हसन रजा मेमन, मोहम्मद गुलाम मेमन, सरफराज मेमन और मोहम्मद हसन रजा मेमन के मैनपुर के ठिकानों समेत रायपुर के सरफराज मेमन के यहां दबिश दी थी. ईडी ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, नकदी और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए हैं. शराब से मिले नगदी से कई अचल संपत्तियां बहुत ही सस्ती दरों में खरीदने का खुलासा हुआ है. कई परिसरों से करेंसी नोट गिनने की मशीनें भी जब्त की गई है. इस मामले में ईडी की कार्रवाई जारी है.

छत्तीसगढ़ में तेजी से हो रहा है स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-    प्रदेश में तेजी से स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार हो रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मेडिकल कॉलेज रायपुर में आज कायाकल्प राज्य स्तरीय पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कार्यक्रम में स्वास्थ्य योद्धाओं, टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों को सम्मानित किया और चिकित्सकीय संवर्ग के नवनियुक्त स्वास्थ्य कर्मियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने कायाकल्प से सम्मानित संस्थाओं, टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों और स्वास्थ्य योद्धाओं को अपनी शुभकामनाएं भी दी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जब प्रदेश का प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ होगा तभी हम विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण का लक्ष्य प्राप्त कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार में स्वास्थ्य सुविधाएं सुदृढ़ हो रही हैं। उन्होंने प्रदेश में टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत अब तक 11 लाख से अधिक लोगों के स्क्रीनिंग के लिए स्वास्थ्य अमले को बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि परिवेश की स्वच्छता के साथ ही अस्पताल की स्वच्छता भी बहुत महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब स्वच्छ भारत का संकल्प लिया था, उसमें अस्पताल की स्वच्छता को भी प्राथमिकता दी गई।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सांसद रहने के रहने के दौरान मेरे दिल्ली स्थित निवास में इलाज के लिए लोगों का आना-जाना लगा रहता था। एम्स में इलाज के लिए आने वाले मरीज और उनके परिजन मेरे आवास में ही रुकते थे। तब मेरे घर की व्यवस्था देख श्रद्धेय स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव ने कहा था कि तुमने तो अपने घर को मिनी एम्स बना रखा है। श्रद्धेय अटल जी के कार्यकाल के दौरान रायपुर एम्स की जब स्वीकृति मिली तो वास्तव में छत्तीसगढ़ और आसपास के इलाकों के लाखों लोगों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का रास्ता खुल गया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संवेदनशील नेतृत्व ने आम जनता के कारगर इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना तैयार की। गरीबों के लिए पांच लाख रुपए तक के इलाज की व्यवस्था हो गई।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि एक सभ्य समाज की पहचान इस बात से होती है कि वो अपने वयोवृद्ध लोगों का कितना ख्याल रख पाता है। हमारे बुजुर्ग अपना पूरा जीवन समाज के लिए देते हैं और समाज का फर्ज है कि उनकी पूरी देखरेख करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ाते हुए 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठजनों के लिए भी पांच लाख रुपए तक के निःशुल्क इलाज की व्यवस्था भी की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार का फोकस है कि स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ सबसे दूरस्थ क्षेत्रों में रह रहे लोगों को भी मिले। बस्तर के कुछ गाँव ऐसे भी थे जहां बरसों तक माओवादी हिंसा की वजह से लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाया था। अब वहां स्वास्थ्य शिविर लग रहे हैं। लोगों के आयुष्मान कार्ड बन रहे हैं। छत्तीसगढ़ में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़िया हुआ है इसका असर मेडिकल टूरिज्म के रूप में दिख रहा है। छत्तीसगढ़ में भी सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल्स में पड़ोसी राज्यों से भी मरीज आते हैं। हम लगातार छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य अधोसंरचना को बेहतर करने काम कर रहे हैं। आंबेडकर हास्पिटल में हम 700 बिस्तर अस्पताल भवन तैयार कर रहे हैं। इसके बाद यहां की क्षमता दो हजार मरीजों की हो जाएगी।छत्तीसगढ़ में मेडिकल कालेजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। हाल ही में हमने चार मेडिकल कालेजों के भवन निर्माण की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। हमारे हिंदी मीडियम के और ग्रामीण परिवेश के विद्यार्थियों को मेडिकल शिक्षा में किसी तरह की दिक्कत न आये, इसके लिए हम हिंदी माध्यम में मेडिकल की शिक्षा उपलब्ध करा रहे हैं। मेडिकल कालेजों में पीजी की सीटें भी बढ़ाई गई हैं ताकि विशेषज्ञ डाक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।

मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में लिए गए बड़े निर्णय और अपने प्रयासों की जानकारी भी साझा की। उन्होंने मेकाहारा में 700 बिस्तर अस्पताल की स्वीकृति, 4 नए मेडिकल कॉलेज भवन की स्वीकृति और बुनियादी स्वास्थ्य अधोसंरचनाओं को लेकर किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री साय ने सुकमा जिले के चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र को एनक्यूएएस सर्टिफिकेट मिलने पर पूरे स्वास्थ्य अमले को बधाई दी और कहा कि हमारी सरकार में न केवल प्रदेश के बड़े शहरों तक बल्कि अंतिम छोर तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने का काम जारी रखा है।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक और अविस्मरणीय है। उन्होंने पुरस्कृत होने वाले सभी संस्थाओं और स्वास्थ्य योद्धाओं को बधाई दी और कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में अब स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हो रही है। हमारे स्वास्थ्य केंद्र निजी संस्थान से मुकाबला कर रहे है। श्री साव ने स्वास्थ्यकर्मियों की सेवाभावना और कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की। उन्होंने कहा कि जब कोई मरीज चिकित्सा उपरांत स्वस्थ होता है तो हमें अपनी पूरी व्यवस्था पर गर्व होता है और संतुष्टि मिलती है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में स्वास्थ्य सुविधाएं तेजी के साथ बढ़ रही है और इससे प्रदेश के लोग लाभान्वित होंगे।

कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि आज स्वास्थ्य विभाग के लिए उत्सव का दिन है और प्रदेश भर के स्वास्थ्य योद्धा हमारे साथ है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल के अल्प समय में स्वास्थ्य सुविधाओं ने नई ऊंचाईयों को छुआ है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं, अधोसंरचनाओं के विस्तार सहित आगामी कार्ययोजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर विधायक मोतीलाल साहू, सुनील सोनी, गुरु खुशवंत साहेब, अनुज शर्मा उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023-24 के कायाकल्प स्वच्छ अस्पताल योजना राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह में जिला अस्पताल श्रेणी में प्रथम स्थान जिला अस्पताल बेमेतरा, द्वितीय स्थान जिला अस्पताल कोण्डागांव और कंसिस्टेंसी पुरस्कार जिला अस्पताल जगदलपुर को दिया गया। इसी प्रकार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र श्रेणी में प्रथम स्थान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दुलदुला जिला जशपुर, द्वितीय स्थान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पंडरिया जिला कबीरधाम और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र श्रेणी में प्रथम स्थान शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राजातलाब जिला रायपुर, द्वितीय स्थान शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राजकिशोरनगर जिला बिलासपुर को मिला।

इसी तरह प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र श्रेणी में प्रथम स्थान संयुक्त रूप से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बागोडार जिला कांकेर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राहोद जिला जांजगीर चांपा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कुसमी जिला बेमेतरा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोरपा जिला रायपुर और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बटईकेला जिला सरगुजा को दिया गया।उप स्वास्थ्य केन्द्र श्रेणी में प्रथम स्थान संयुक्त रूप से उप स्वास्थ्य केन्द्र तुमनार जिला बीजापुर, उप स्वास्थ्य केन्द्र मांगरी जिला सरगुजा, उप स्वास्थ्य केन्द्र कटीया जिला रायपुर, उप स्वास्थ्य केन्द्र अहेरी जिला दुर्ग और उप स्वास्थ्य केन्द्र मीट्ठुनवागांव जिला बिलासपुर को मिला है।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 10 स्वास्थ्य योद्धाओं का सम्मान किया। उन्होंने स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा की। इसके साथ ही श्री साय ने प्रदेश के टीबी से मुक्त हुए ग्राम पंचायतों को भी सम्मानित किया।

कांगेर वैली अकादमी के 18वें वार्षिक उत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए शिक्षा जरूरी है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। शिक्षा विकास का मूलमंत्र है। मुख्यमंत्री श्री साय ने राजधानी रायपुर के कांगेर वैली अकादमी के 18वें वार्षिक उत्सव को संबोधित करते हुए यह बात कही।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी डबल इंजन सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व निर्णय लिए हैं। हमने प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू किया है। हमने स्कूलों में शिक्षक-पालक मीटिंग और न्यौता भोज जैसे अभिनव पहल शुरू की है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों के पोषण को बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 341 स्कूलों का चयन पीएमश्री स्कूल के रूप में किया गया है। यह शिक्षा के लिए अच्छी अधोसंरचना तथा स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्तर के सभी प्रमुख शैक्षणिक संस्थान संचालित किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मुझे यह जानकर खुशी हुई कि इस विद्यालय में पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद को अहमियत दी जा रही है। यहां बच्चों को मेडिटेशन भी कराया जाता है। उन्होंने बच्चों को यह संदेश भी दिया कि पढ़ाई के साथ खेलकूद तथा सह-शैक्षणिक गतिविधियां उनके समग्र विकास के लिए आवश्यक हैं।

विधायक पद्मश्री अनुज शर्मा ने कहा कि इस विद्यालय में विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देने का कार्य भी हो रहा है। व्यक्तित्व के निर्माण में शिक्षा की बड़ी भूमिका होती है। यह भविष्य की सफलताओं का आधार होती है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर अकादमी के छात्र-छात्राओं द्वारा बनाई गई पेंटिग और फाईन आर्ट की कलाकृतियों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।

भारतीय वन सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ ने वन एवं वृक्ष आवरण वृद्धि में देश में प्राप्त किया प्रथम स्थान

रायपुर- भारतीय वन सर्वेक्षण रिपोर्ट (ISFR) 2023 के अनुसार छत्तीसगढ़ ने संयुक्त वन एवं वृक्ष आवरण वृद्धि में देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। भारतीय वन सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ का कुल वन आवरण क्षेत्र 55,812 वर्ग किलोमीटर है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह महत्वपूर्ण उपलब्धि वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के सतत संरक्षण और समर्पित प्रयासों का परिणाम है। साथ ही यह प्रदेशवासियों की जागरूकता और पर्यावरण के प्रति उनकी जिम्मेदारी को दर्शाता है, जो छत्तीसगढ़ को हरित और समृद्ध बनाने में योगदान दे रहे हैं। यह उपलब्धि स्थानीय समुदायों की भागीदारी और संरक्षण कार्यक्रमों के सफल क्रियान्वयन का परिणाम है।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021 की तुलना में देश के वन और वृक्ष आवरण में 1445 वर्ग कि.मी. की वृद्धि हुई है, जिसमें वनावरण में 156 वर्ग कि.मी. और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग कि.मी. की वृद्धि शामिल है। वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृ‌द्धि दर्शाने वाले शीर्ष चार राज्य छत्तीसगढ़ (684 वर्ग कि.मी.), उत्तर प्रदेश (559 वर्ग कि.मी.), ओडिशा (559 वर्ग कि.मी.) और राजस्थान (394 वर्ग कि.मी.) हैं।

राजनांदगांव पुलिस भर्ती में गड़बड़ी, 4 आरक्षक समेत 6 लोग गिरफ्तार, अफसरों पर भी गिर सकती है गाज

राजनांदगांव-  छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में आज एक पुलिस आरक्षक ने पुलिस भर्ती प्रक्रिया में धांधली का खुलासा करते हुए आत्महत्या कर ली. मृतक आरक्षक ने अपने हाथ में लिखा था कि सिर्फ कर्मचारियों को फंसाया जा रहा है, जबकि अधिकारी भी संलिप्त हैं. आरक्षक के सुसाइड करने के बाद मामला गरमाया हुआ है. आरक्षक भर्ती में गड़बड़ी में संलिप्त 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इनमें चार आरक्षक हैं. आने वाले समय में कुछ अफसरों पर भी गाज गिर सकती है.

गिरफ्तार लोगों में दो हैदराबाद की सलाहकार कंपनी के कर्मचारी हैं, जिनकी भर्ती प्रक्रिया में सहयोग लिया जा रहा था. बताया जा रहा कि आरक्षक भर्ती में लेन-देन की पुष्टि के बाद चार आरक्षकों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें तीन महिला आरक्षक हैं.

इस मामले की जांच पर आईजी दीपक झा नजर रखे हुए हैं और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. बताया जा रहा कि शारीरिक परीक्षा में विफल कई अभ्यर्थियों को अच्छे अंक दे दिए गए थे. जिन आरक्षकों को गिरफ्तार किया गया है उनके अभ्यर्थियों के लेन-देन के पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं. आरक्षक भर्ती में गड़बड़ी में संलिप्त परिधि निषाद, योगेश कुमार धुर्वे, पवन कुमार साहू, नुतेश्वरी धुर्वे, धर्मराज मरकाम, और पुष्पा चंद्रवशी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री नड्डा की अध्यक्षता में अभियान की समीक्षा के लिए आयोजित वर्चुअल बैठक में शामिल हुए मुख्यमंत्री
रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा की अध्यक्षता में ’टीबी मुक्त भारत अभियान’ की प्रगति की समीक्षा के लिए आयोजित वर्चुअल बैठक में शामिल हुए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए शुरू किए गए अभियान के तहत छत्तीसगढ़ में टीबी मरीजों की स्क्रीनिंग, उपचार और निदान के लिए किए जा रहे कार्यो की विस्तार से जानकारी दी। बैठक में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, विशेष सचिव स्वास्थ्य डॉ. प्रियंका शुक्ला और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रबंध संचालक विजय दयाराम के. उपस्थित थे।